गंगा बैराज से छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी, जिले में हो सकती है बाढ़ की स्थित
फरुर्खाबाद । गंगा नदी एवं रामगंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के दृष्टिगत बचाव एवं राहत कार्य किये जाने के सम्बन्ध में एडीएम सुभाष चंद्र प्रजापति ने दिशा निर्देश दिए हैं । उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारीउपजिलाधिकारी-सदर / कायमगंज/अमृतपुर । मुख्य पशु चिकित्साधिकारी,
जिला विकास अधिकारी,
जिला पंचायतराज अधिकारी,
सिंचाई खण्ड की सूचना के अनुसार हरिद्वार वैराज से 21-08-2024 को प्रात: 6:00 बजे 123105 क्यूसेक पानी गंगा नदी में पास हुआ है ह्ण रात्रि 3:00 बजे 133411 क्यूसेक पानी गंगा नदी में पास हुआ है, जो जनपद में 24-08-2024 दिन शनिवार की रात्रि से 25-08-2024 दिन रविवार को प्रात:काल के मध्य किसी भी समय प्रवेश करेगा। इसके अतिरिक्त रामनगर बैराज से 21-08-2024 की रात्रि 3:00 बजे 81000 क्यूसेक पानी रामगंगा नदी में पास हुआ है जो जनपद में 24-08-2024 दिन शनिवार की रात्रि से 25-08-2024 दिन रविवार को प्रात:काल के मध्य किसी भी समय प्रवेश करेगा। सिंचाई खण्ड, फरुर्खाबाद की सूचना के अनुसार गंगा नदी एवं रामगंगा नदी में मात्रा में पानी छोड़े जाने से जनपद में गंगा नदी एवं रामगंगा नदी के तटवर्ती ग्रामों में जल प्लावन/बाढ़ की स्थिति पुन: उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने इसको दृष्टिगत रखकर कार्यवाहियां किये जाने के लिए निर्देशित किया है ह्ण उन्होंने कहा कि बाढ़ चौकियों पर तैनात अपने विभाग के कार्मिकों को एलर्ट करते हुये बाढ़ चौकियों पर उनकी शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की जाये।
नदी के तटवर्ती ग्रामों में स्थित आवासीय कच्चा/अर्द्धपक्का/पक्के मकानों एवं झोपड़ियों में निवासरत परिवारों को नदी के जल स्तर में वृद्धि से बाढ़ की संभावना से अवगत कराते हुये बाढ़ की स्थिति में मकान खाली करने हेतु अवगत भी कराया जाये। बाढ़ की स्थिति में सम्बन्धित परिवारों को विस्थापित किया जाये।
बाढ़ प्रभावित ग्रामों में आमजन के आवागमन हेतु पर्याप्त नावें लगाये जाने की व्यवस्था की जाये।
बाढ़ से प्रभावित ग्रामों में पीड़ित परिवारों में खाद्यान्न एवं अन्य राहत सामग्री का विवरण किये जाने हेतु इसकी आवश्यकता का आंकलन करते हुये तद्नुसार मॉग की जाये।
बाढ़ के पानी से आवासीय कच्चा / अर्द्धपक्का / पक्के मकानों एवं झोपड़ियों में आंशिक / पूर्णतया
क्षति होने पर अनुमन्य राहत सहायता ससमय प्रदान की जाये।
बाढ़ से प्रभावित ग्रामों में पर्याप्त मेडिकल टीमें भेजकर आमजन को उपचारित किया जाये एवं आवश्यक दवाओं का वितरण कराया जाये। • बाढ़ से प्रभावित ग्रामों में पर्याप्त मेडिकल टीमें भेजकर पशुओं के
दवाओं का वितरण कराया जाये। टीकाकरण एवं आवश्यक
बाढ़ से प्रभावित ग्रामों में पर्याप्त साफ-सफाई एवं जल निकासी की व्यवस्था करायी जाये।
नदी के तटवर्ती ग्रामों में से जिन ग्रामों में कटान की स्थिति उत्पन्न हो सकती है उन ग्रामों में कटान रोकने हेतु परकोपाइन लगाये जाने एवं अन्य कटान सुरक्षात्मक कार्य कराये जाने की आवश्यकता हो, तो अधिशासी अभियन्ता, सिंचाई खण्ड को अवगत कराया जाये।
नदी के तटवर्ती ग्रामों से सम्बन्धित मुख्य मार्ग / सम्पर्क मार्ग/पुलियां बाढ़ के पानी से क्षतिग्रस्त होने पर इसकी मरम्मत / रेस्टोरेशन का कार्य कराये जाने हेतु सम्बन्धित निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता को अगवत कराया जाये।
Aug 22 2024, 17:43