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मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आमजनों की सुनी समस्या, त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को दिया निर्देश

रिपोर्टर : 

रांची : कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में आज मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे आमजनों की समस्याओं को सुना। मुख्यमंत्री आवास पहुंचे लोगों ने मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी-अपनी समस्याएं बताईं। मुख्यमंत्री स्वयं एक-एक लोगों के पास पहुंचे और उनसे आवेदन लिया। 

मौके पर सभी लोगों की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के आश्वासन के बाद मुख्यमंत्री आवास पहुंचे लोग संतुष्ट दिखाई दिए।

मौके पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार जन समस्याओं के समाधान का निरंतर प्रयास कर रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि मूलभूत और बुनियादी सुविधाओं को आपके गांव-घर तक पहुंचाई जाए। पिछले साढ़े चार वर्ष में जनकल्याण से जुड़ी योजनाओं को प्रतिबद्धता के साथ आप तक पहुंचाया गया है। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां के आदिवासी-मूलवासी, गरीब, किसान, मजदूर सहित सभी वर्ग-समुदाय का सर्वांगीण विकास उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। आने वाले समय में भी जनहित का कार्य अनवरत चलता रहेगा। आमजनों के जीवन स्तर में सकारात्मक बदलाव लाने के उद्देश्य के साथ राज्य सरकार निरन्तर आगे बढ़ रही है।

सियासी हलचलों के बीच सीएम आवास में बड़ी हलचल, कोल्हान के कई विधायक पहुंचे हेमंत के पास


चार विधायक पहुंचे सीएम आवास, पार्टी बदलने को लेकर कहा मीडिया की उपज

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में इस समय सियासी हलचल बढ़ी हुई है। इसके पीछे का कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री चंपई सोरेन का झारखंड मुक्ति मोर्चा को छोड़ने को लेकर है। वही सियासी गलियारों में चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चा भी जोरों पर है। 

जहां पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पिछले दो दिनों से दिल्ली में है। 

वहीअब मुख्यमंत्री आवास में हलचल तेज हो गई है। हेमंत सोरेन से मुलाकात करने कोल्हान के कई विधायक पहुंचे है।

खबरे यह भी आ रही थी कि चंपाई सोरेन के साथ कोल्हान के कई विधायक भी बगावत के सुर बुलंद कर सकते है। यह सब तब हो रहा है जब विधायकों के चंपाई के संपर्क में होने की चर्चा हो रही थी। 

लेकिन हेमंत ने हालात को भांप लिया और सभी विधायकों को रांची बुलाया है। उनके साथ बैठकें की और राजनीतिक हालात को समझा।

 बैठक के बाद बाहर निकले विधायको रामदास सोरेन और समीर मोहंती ने कहा हम अपने क्षेत्र के कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलने आए थे। उन्होंने बगावत की बात को लेकर सिरे से इनकार कर दिया और कहा कि हम झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ है। 

अगर चंपई सोरेन झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ रहेंगे तो हम लोग का साथ देंगे।

 

 कोल्हान के टाइगर कहे जाते है से आते हैं चंपाई सोरेन, ऐसे में अगर पार्टी बदलते हैं तो झारखंड में बड़ा खेल हो सकता है। पार्टी से नाराज अब पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन अलग राह तलाशने में लगे है। ऐसे में सरकार को कोई खतरा ना हो इसकी तैयारी में हेमंत भी लग गए है। विधायकों से बात कर आगे की रणनीति को तय करेंगे। अगर कुछ हालत बनते है तो इससे कैसे बाहर आना है। साथ यह बैठक एकजुटता दिखाने की कोशिश होगी। वही झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने इन सारी मुद्दों को पार्टी मीडिया की उपज बताया। उन्होंने कहा कि आगामी कैबिनेट बैठक को देखते हुए अपने क्षेत्र की जनमुद्दों की बात करने के लिए सीएम से मिलने आए थे।

आखिर चंपाई के साथ क्या कुछ बात विधायकों के साथ हुई थी और दिल्ली जाने के बाद भी क्या चंपाई ने किसी से संपर्क किया था। इन सारे विषयों पर अभी भी सस्पेंस बरकरार है। वही सीएम आवास से बाहर निकलते समय विधायक मंगल कालिंदी और संजीव सरदार मीडिया से बचते नजर आए। इस पूरे प्रकरण से लोबीन हेमरॉम बचते नजर आ रहे है। वो किसी से बात भी नही कर रहे है। इसे में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन पर ही पूरी निगाहें टिकी है।

झारखंड की सियासी हलचलो के बीच आज दिल्ली से कोलकाता जायेंगे चम्पई, अभी भी भाजपा में जाने का सस्पेंस बरकरार


सीएम हेमंत सोरेन ने चार विधायको के साथ सीएम आवास में की बैठक

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : झारखंड में इस समय सियासी हलचल बढ़ी हुई है। इसके पीछे का कारण पूर्व मुख्यमंत्री और सीएम हेमंत सोरेन की सरकार में मंत्री चंपई सोरेन का झारखंड मुक्ति मोर्चा को छोड़ने को लेकर है। वही सियासी गलियारों में चंपई सोरेन के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की चर्चा भी जोरों पर है। पूर्व सीएम चंपाई सोरेन दो दिनों के दिल्ली दौरे के बाद आज दिल्ली से सीधा कोलकाता जायेंगे।

सूत्रों की माने तो चंपाई सोरेन के दो दिनों के दिल्ली प्रवास के दौरान उन्होंने बीजेपी के कुछ बड़े नेताओं से मुलाक़ात की है। अभी भी बातचीत जारी है। हालांकि, अभी तक चंपाई और बीजेपी नेताओं के बीच मुलाक़ात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

 बताया जा रहा है कि आज शाम 7 बजे दिल्ली से कोलकाता पहुंचेंगे। वहीं कोलकाता के रास्ते जमशेदपुर अपने गांव खरसावां जाएंगे। 

पूर्व सीएम चंपई सोरेन पिछले रविवार 18 अगस्त से दिल्ली में हैं। इसी बीच उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर झामुमो छोड़ने के संकेत भी दिए थे। सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर उन्होंने पोस्टर जारी कर लिखा था कि जेएमएम में मेरे साथ अपमान हुआ है। 

वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो आज सीएम आवास में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चार विधायक रामदास सोरेन, समीर मोहंती, पोटका सरदार और मंगल कालिंदी के बैठक की। बैठक के बाद विधायकों ने कहा कि हम जेएमएम के साथ है। चंपाई सोरेन अगर जेएमएम में रहेंगे तो हम उनके साथ भी रहेंगे।

21 अगस्त को रांची आएंगे झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नवनियुक्त अध्यक्ष केशव महतो कमलेश

रिपोर्टर जयंत कुमार 

राॅंची : अखिल भारतीय कांग्रेस कमिटी के महासचिव व झारखण्ड प्रभारी गुलाम अहमद मीर के साथ झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नवनियुक्त अध्यक्ष केशव महतो कमलेश कल 21 अगस्त को रांची आएंगे।

 केशव महतो कमलेश के रांची आगमन पर बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया जायेगा। तदुपरान्त कर्पुरी ठाकुर चौक हिनू में माल्यार्पण, भगवान बिरसा मुण्डा चौक में माल्यार्पण, नागेश्वर महतो चैक होते हुए वीर बुद्धू भगत अरगोड़ा में माल्र्यापण करते हुए कांग्रेस भवन जायेंगे।

कांग्रेस भवन, राॅंची में नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश का स्वागत सह अभिनंदन किया जायेगा। इसके पश्चात् केशव महतो कमलेश पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से पदभार ग्रहण करेंगे।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहनों ने हेमंत सोरेन और बसंत सोरेन को बांधा राखी


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : पूरे देश में रक्षाबंधन का पावन पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है।भाई-बहन के बीच अटूट प्रेम स्नेह और विश्वास का वादा लेकर आता है यह रक्षाबंधन का त्यौहार।

 राखी का ये त्यौहार भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है। इस त्यौहार में बड़े से छोटे सभी बहने अपनी भाइयों की कलाई में राखी बांधती है। रक्षाबंधन के इस पावन अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बहनों ने भी हेमंत सोरेन और भाई बसंत सोरेन को राखी बांधा। 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की बड़ी बहन अंजली सोरेन के साथ - साथ चचेरी बहनों ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कलाई पर राखी बांधकर उनके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की मंगल कामनाएं की। वही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने सभी बहनों को सहृदय प्यार, आशीर्वाद और शुभकामनाएं दी। 

रक्षाबंधन के इस अवसर पर सभी बहनों ने भाई बसंत सोरेन के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा और उनकी लंबी उम्र की कामना के साथ प्यार और आशीर्वाद दिया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी राज्यवासियों को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी। इस मौके पर हेमंत सोरेन के पिता दिशोम गुरु शिबू सोरेन माता रूपी सोरेन व पत्नी कल्पना सोरेन सहित परिवार के सभी सदस्य मौजूद थे।

एयरफोर्स में निकली अग्निवीर वायु की भर्ती, 20-29अगस्त तक आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन कर सकते है पंजीकरण

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : भारतीय वायुसेना में भर्ती होने के सपने देख रहे युवाओं के लिए बेहतरीन मौका है. एयरफोर्स में अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की भर्ती निकली है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया 20 अगस्त से शुरू होगी जो 29 अगस्त तक रहेगी।

भारतीय वायु सेना (IAF) ने अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीर वायु(Sports) पदों के लिए अविवाहित भारतीय पुरुष उम्मीदवार ही आवेदन कर सकते है।अग्निवीर वायु के लिए उम्मीदवार अपना पंजीकरण 20- 29 अगस्त तक आधिकारिक वेबसाइट agnipathvayu.cdac.in पर कर सकते है।

 अग्निवीर वायु भर्ती के लिए उम्मीदवार का जन्म 02 Jan 2004 से 02 Jul 2007 के बीच होना चाहिए। इसमें अविवाहित पुरुष उम्मीदवार ही भाग ले सकते हैं। 12वीं कक्षा या इसके समकक्ष परीक्षा विज्ञान संकाय में गणित, भौतिक और अंग्रेजी विषय के साथ कला और वाणिज्य संकाय में किसी भी विषय के साथ 50 फीसदी अंकों के साथ और अंग्रेजी विषय में भी 50 फीसदी अंक होना अनिवार्य है, या 3 वर्षीय इंजीनियरिंग डिप्लोमा धारक या 2 वर्षीय वोकेशनल कोर्स पास उम्मीदवार आवेदन के लिए पात्र हैं। साथ ही इच्छुक अविवाहित पुरुष उम्मीदवार भर्ती से संबंधित सभी नियमों की जानकारी भारतीय वायुसेना की वेबसाइट से ले सकते हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का छलका दर्द, थोड़ा और समय मिलता तो राज्य के विकास के लिए और भी बहुत कुछ करने की थी इच्छा...
चंपाई सोरेन ने JMM छोड़ने के दिए संकेत, कहा पार्टी में मेरा अपमान हुआ है, मेरे पास 3 विकल्प.. रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले बड़ी राजनीतिक उठापटक देखने को मिली। अब लगभग यह तय माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने हेमंत सोरेन का साथ छोड़ने का फैसला ले लिया है। हालाकि उन्होंने झारखंड मुक्ति मोर्चा छोड़ने का फिलहाल अधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन इसी बीच अपने एक्स हैंडल पर उन्होंने एक लैटर पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने पिछले कुछ महीने में हेमंत सोरेन के साथ अपने रिश्ते को लेकर खुलकर लिखा है।

इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया साइट X के बायो से JMM लीडर और मंत्री हटा लिया है। पूर्व सीएम के घर सरायकेला-खरसावां जिले के गांव जिलिंगगोड़ा से JMM का झंडा हट गया है। आज दोपहर जब 1 बजे चंपाई सोरेन दिल्ली पहुंचे। बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'अभी मैं जहां पर हूं वहीं पर हूं। यहां मेरे बच्चे रहते हैं। मैं उनसे मिलने आता रहता हूं। मैं निजी काम से दिल्ली आया हूं।

चंपई सोरेन अपने सोशल मीडिया व एक्स हैंडल पर क्या पोस्ट जारी किया है, यहां पढ़े


जोहार साथियों,

आज समाचार देखने के बाद, आप सभी के मन में कई सवाल उमड़ रहे होंगे। आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसने कोल्हान के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक गरीब किसान के बेटे को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया।

अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत में औद्योगिक घरानों के खिलाफ मजदूरों की आवाज उठाने से लेकर झारखंड आंदोलन तक, मैंने हमेशा जन-सरोकार की राजनीति की है। राज्य के आदिवासियों, मूलवासियों, गरीबों, मजदूरों, छात्रों एवं पिछड़े तबके के लोगों को उनका अधिकार दिलवाने का प्रयास करता रहा हूं। किसी भी पद पर रहा अथवा नहीं, लेकिन हर पल जनता के लिए उपलब्ध रहा, उन लोगों के मुद्दे उठाता रहा, जिन्होंने झारखंड राज्य के साथ, अपने बेहतर भविष्य के सपने देखे थे।

इसी बीच, 31 जनवरी को, एक अभूतपूर्व घटनाक्रम के बाद, इंडिया गठबंधन ने मुझे झारखंड के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर राज्य की सेवा करने के लिए चुना। अपने कार्यकाल के पहले दिन से लेकर आखिरी दिन (3 जुलाई) तक, मैंने पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ राज्य के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया। इस दौरान हमने जनहित में कई फैसले लिए और हमेशा की तरह, हर किसी के लिए सदैव उपलब्ध रहा। बड़े-बुजुर्गों, महिलाओं, युवाओं, छात्रों एवं समाज के हर तबके तथा राज्य के हर व्यक्ति को ध्यान में रखते हुए हमने जो निर्णय लिए, उसका मूल्यांकन राज्य की जनता करेगी।

जब सत्ता मिली, तब बाबा तिलका मांझी, भगवान बिरसा मुंडा और सिदो-कान्हू जैसे वीरों को नमन कर राज्य की सेवा करने का संकल्प लिया था। झारखंड का बच्चा- बच्चा जनता है कि अपने कार्यकाल के दौरान, मैंने कभी भी, किसी के साथ ना गलत किया, ना होने दिया।

इसी बीच, हूल दिवस के अगले दिन, मुझे पता चला कि अगले दो दिनों के मेरे सभी कार्यक्रमों को पार्टी नेतृत्व द्वारा स्थगित करवा दिया गया है। इसमें एक सार्वजनिक कार्यक्रम दुमका में था, जबकि दूसरा कार्यक्रम पीजीटी शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण करने का था। पूछने पर पता चला कि गठबंधन द्वारा 3 जुलाई को विधायक दल की एक बैठक बुलाई गई है, तब तक आप सीएम के तौर पर किसी कार्यक्रम में नहीं जा सकते।

क्या लोकतंत्र में इस से अपमानजनक कुछ हो सकता है कि एक मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों को कोई अन्य व्यक्ति रद्द करवा दे? अपमान का यह कड़वा घूंट पीने के बावजूद मैंने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण सुबह है, जबकि दोपहर में विधायक दल की बैठक होगी, तो वहां से होते हुए मैं उसमें शामिल हो जाऊंगा। लेकिन, उधर से साफ इंकार कर दिया गया।

पिछले चार दशकों के अपने बेदाग राजनैतिक सफर में, मैं पहली बार, भीतर से टूट गया। समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं। दो दिन तक, चुपचाप बैठ कर आत्म-मंथन करता रहा, पूरे घटनाक्रम में अपनी गलती तलाशता रहा। सत्ता का लोभ रत्ती भर भी नहीं था, लेकिन आत्म-सम्मान पर लगी इस चोट को मैं किसे दिखाता? अपनों द्वारा दिए गए दर्द को कहां जाहिर करता?

जब वर्षों से पार्टी के केन्द्रीय कार्यकारिणी की बैठक नहीं हो रही है, और एकतरफा आदेश पारित किए जाते हैं, तो फिर किस से पास जाकर अपनी तकलीफ बताता? इस पार्टी में मेरी गिनती वरिष्ठ सदस्यों में होती है, बाकी लोग जूनियर हैं, और मुझ से सीनियर सुप्रीमो जो हैं, वे अब स्वास्थ्य की वजह से राजनीति में सक्रिय नहीं हैं, फिर मेरे पास क्या विकल्प था? अगर वे सक्रिय होते, तो शायद अलग हालात होते।

कहने को तो विधायक दल की बैठक बुलाने का अधिकार मुख्यमंत्री का होता है, लेकिन मुझे बैठक का एजेंडा तक नहीं बताया गया था। बैठक के दौरान मुझ से इस्तीफा मांगा गया। मैं आश्चर्यचकित था, लेकिन मुझे सत्ता का मोह नहीं था, इसलिए मैंने तुरंत इस्तीफा दे दिया, लेकिन आत्म-सम्मान पर लगी चोट से दिल भावुक था।

पिछले तीन दिनों से हो रहे अपमानजनक व्यवहार से भावुक होकर मैं आंसुओं को संभालने में लगा था, लेकिन उन्हें सिर्फ कुर्सी से मतलब था। मुझे ऐसा लगा, मानो उस पार्टी में मेरा कोई वजूद ही नहीं है, कोई अस्तित्व ही नहीं है, जिस पार्टी के लिए हम ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। इस बीच कई ऐसी अपमानजनक घटनाएं हुईं, जिसका जिक्र फिलहाल नहीं करना चाहता। इतने अपमान एवं तिरस्कार के बाद मैं वैकल्पिक राह तलाशने हेतु मजबूर हो गया।

मैंने भारी मन से विधायक दल की उसी बैठक में कहा कि - "आज से मेरे जीवन का नया अध्याय शुरू होने जा रहा है।" इसमें मेरे पास तीन विकल्प थे। पहला, राजनीति से सन्यास लेना, दूसरा, अपना अलग संगठन खड़ा करना और तीसरा, इस राह में अगर कोई साथी मिले, तो उसके साथ आगे का सफर तय करना।

उस दिन से लेकर आज तक, तथा आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों तक, इस सफर में मेरे लिए सभी विकल्प खुले हुए हैं।

एक बात और, यह मेरा निजी संघर्ष है इसलिए इसमें पार्टी के किसी सदस्य को शामिल करने अथवा संगठन को किसी प्रकार की क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं है। जिस पार्टी को हमने अपने खून-पसीने से सींचा है, उसका नुकसान करने के बारे में तो कभी सोच भी नहीं सकते। लेकिन, हालात ऐसे बना दिए गए हैं कि...

आपका,
चम्पाई सोरेन
सीएम हेमंत सोरेन ने झारखंड की बहनो को मुख्यमंत्री मंइयाँ सम्मान योजना की पहली किस्त की राशि प्रदान की

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 187 करोड़ 15 लाख रुपए की 151 योजनाओं का गोड्डा वासियों को दिया तोहफा

रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : पाकुड़ में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत पहली किस्त की राशि महिलाओं के खाते में पहुंच गई है। इस संबंध में सीएम हेमंत सोरेन ने कहा, राज्य की मेरी बहनों के खाते में सम्मान राशि पहुंचने लगी है। हमारी सरकार हर कदम पर आपके साथ है। हम आपकी भावनाओं से भली- भांति वाकिफ हैं। यही वजह है कि हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ आदिवासी, दलित, शोषित, वंचित, गरीब और किसानों- मजदूरों   को मजबूत बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।

मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत हेमंत सोरेन ने कहा कि नारी सशक्तिकरण हमारी सरकार की प्रतिबद्धता है। उन्होंने कहा कि यहां की महिलाएं काफी मेहनतकश हैं। वे घर- परिवार भी चलाती हैं और आमदनी के लिए काम भी करती हैं।  इसी क्रम में झारखंड मुख्यमंत्री मंइयाँ सम्मान योजना नाम से एक और ऐतिहासिक कड़ी आज से जुड़ रही है। इस योजना के तहत  महिलाओं और बहन- बेटियों को हर वर्ष 12 हज़ार रुपए सम्मान राशि मिलेगी। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य की बच्चियां पैसे के अभाव में पढ़ाई से वंचित न रहे, इसके लिए उन्हें सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना के तहत 40 हज़ार रुपए दिया जा रहा है। इस योजना के अब तक 9 लाख से ज्यादा बच्चियां जोड़ी जा चुकी हैं। वहीं, 50 वर्ष से अधिक की महिलाओं को भी पेंशन योजना का लाभ दे रहे हैं ।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार हर चेहरे पर मुस्कान लाने का काम कर रही है। सरकार की अनेकों योजनाएं हैं, जिससे जुड़कर लोग स्वावलंबी बन रहे हैं।


सीएम हेमंत सोरेन ने विपक्षियों पर तंज करते हुए कहा कि झारखंड अलग राज्य बनने से पहले और अलग राज्य बनने के बाद भी हमेशा हाशिये पर रहा।  नीति- निर्धारकों द्वारा इस राज्य और यहां की गरीब जनता की सुध नहीं ली गयी। यही वजह है कि विकास के मामले में झारखंड पिछड़ता रहा। लेकिन, हमारी सरकार के गठन के बाद से राज्य को विकास की दहलीज़ पर ले जाने और यहां की जनता के उत्थान के लिए लगातार निर्णायक फैसले ले रही है। वह दिन दूर नहीं, जब झारखंड अग्रणी राज्यों की श्रेणी में गिना जाएगा।



वही इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लगभग 187 करोड़ 15 लाख रुपए की 151 योजनाओं का तोहफा दिया। इसमें 58 करोड़ 62 लाख रुपए की 73 योजनाओं का उद्घाटन एवं  128 करोड़ 53 लाख रुपये की 78 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। वहीं, विभिन्न योजनाओं के लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का  वितरण किया गया। इस विशेष मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य की बहन- बेटियों को झारखंड मंईंयां सम्मान योजना की सम्मान राशि प्रदान कर रक्षा बंधन की सौगात दी।
अपडेट न्यूज़: पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलें हुई तेज, झारखंड की सियासत पर क्या पड़ेगा असर?

रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और ऐसे में राजनीतिक उठापटक तेज हो गई है। मीडिया में कई दिनों से यह अटकलें लगाई जा रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हो रहे हैं उनके साथ और कई अध्यक्ष के विधायक व नेता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार झामुमो के तीन विधायकों के साथ चंपई सोरेन दिल्ली गए है। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि दिल्ली में यह सभी भाजपा मुख्यालय में 3 बजे बीजेपी का दामन थामेंगे। 

 

सूत्रों के अनुसार वर्तमान में पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के साथ दसरथ गगराई, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा, लोबिन हेमब्रोम और समीर मोहनती है। वही विधायक चंपई सोरेन ने पत्रकारों से बात करते हुए, भाजपा में शामिल होने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। चंपाई सोरेन ने कहा कि उन्हें इन अफवाहों के बारे में कुछ नहीं पता। 

दूसरी ओर देखा गया है कि इन दिनों भाजपा भी लगातार चौपाई सोरेन की तारीफ करते नजर आई है। वहीं असम के मुख्यमंत्री और झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि झामुमो के पांच साल के कार्यकाल में सबसे अच्छा काम चंपई सोरेन के छह महीने के मुख्यमंत्री काल में ही हुआ।इसके अलावा, भाजपा में चंपई सोरेन के शामिल होने के सवाल पर हेमंता ने कहा था कि कोई भी उनके संपर्क में नहीं है। वह वरिष्ठ नेता है, उनके बारे में कोई भी अगंभीर बात नहीं होनी चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने की खबर से ही राज्य में सियासी तूफान उठ खड़ा हुआ है। इस खबर ने झामुमो खेमे में हड़कंप मचा दी है, वहीं इंडी गठबंधन की भी चिंताएं बढ़ गई हैं।

चंपई सोरेन झारखंड के कोल्हान इलाके से आते हैं और उन्हें झारखंड में कोल्हान टाइगर के नाम से भी जाना जाता है। कोल्हान में विधानसभा की 14 और लोकसभा की 2 सीटें आती हैं। इसे में यदि पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन BJP मे शामिल होते हैं तो विधानसभा चुनाव से पहले झारखंड में सत्तारूढ़ जेएमएम को बड़ा झटका लग सकता है।

अगले दो-तीन दिन में झारखंड में भारी बारिश की चेतावनी, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट


रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची : झारखंड में अभी मॉनसून सक्रिय रहेगा। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश होगी। आज भी अधिकांश इलाकों में बारिश का अनुमान है। बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुकेशन निम्न दवाब क्षेत्र में बदल कर उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। यह धीरे-धीरे उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। दो दिन बाद यह निम्न दवाब पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा। इसके साथ साथ इन दिनों मानसूनी टर्फ लाइन रांची होकर गुजरेगा। इन दोनों सिस्टम के प्रभाव से झारखंड के कई इलाके में 18 और 19 अगस्त को भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

झारखंड के मौसम की पूर्वानुमान की जानकारी देते हुए रांची मौसम विभाग ने बताया कि 17 से 20 अगस्त तक राज्य भर में वर्षा होगी, कहीं-कहीं भारी बारिश की भी चेतावनी दी गई है।18 अगस्त को झारखंड के दक्षिणी भाग वाले जिले में   अत्यधिक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

वहीं 19 अगस्त को राज्य के उत्तरी और उससे सटे मध्य भाग और दक्षिणी-उत्तर पूर्वी भाग में कुछ इलाके में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती हैं। इस दौरान राज्य के कई इलाकों में गर्जन और वज्रपात की संभावना बताते हुए अलर्ट रहने की सलाह दी गयी है।