/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1630055818836552.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1630055818836552.png StreetBuzz यूपीएससी लेटरल एंट्री पर सियासी घमासान तेज, राहुल गांधी का आरोप-खुलेआम SC-ST और OBC का आरक्षण छीना जा रहा India
यूपीएससी लेटरल एंट्री पर सियासी घमासान तेज, राहुल गांधी का आरोप-खुलेआम SC-ST और OBC का आरक्षण छीना जा रहा

#rahulgandhitargetsmodigovtlateralentry 

संघ लोक सेवा आयोग(UPSC) ने लैटेरल एंट्री के जरिए टॉप पोस्ट पर वैकेंसी निकाली है। ने लेटरल एंट्री के जरिए सीधे

रक्षाबंधन स्पेशल: भस्म आरती में सबसे पहले उज्जैन में बाबा महाकाल को बांधी गई राखी

उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में इस बार रक्षाबंधन का त्योहार बेहद खास तरीके से मनाया जा रहा है। श्रावणी पूर्णिमा के अवसर पर सोमवार को भगवान महाकाल को राखी बांधकर उनकी विशेष पूजा की गई। रविवार-सोमवार की मध्यरात्रि 2:30 बजे भस्म आरती के दौरान सबसे पहले भगवान महाकाल को राखी बांधी गई, जो इस पवित्र दिन की शुरुआत थी। इसके बाद भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का महाभोग अर्पित किया गया, जिससे पूरे मंदिर परिसर में एक खास आध्यात्मिक माहौल बन गया। सवा लाख लड्डुओं का भोग: भक्ति की अनोखी परंपरा महाकाल मंदिर में श्रावण मास के दौरान भस्म आरती की एक अनोखी परंपरा है, जिसमें भगवान महाकाल को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया जाता है। इस बार, शासकीय पुजारी पं. घनश्याम शर्मा, पं. आशीष पुजारी, पं. संजय पुजारी और पं. विकास पुजारी के परिवारों द्वारा यह पूजा संपन्न की गई। उन्होंने पूरी श्रद्धा के साथ भगवान को सवा लाख लड्डुओं का भोग अर्पित किया। इस भोग के बाद, दिनभर भक्तों को लड्डू महाप्रसादी के रूप में वितरित किए गए। भक्तगण महाप्रसादी पाकर धन्य हो गए और मंदिर का वातावरण भक्ति से ओतप्रोत हो गया। श्रावण मास की आखिरी सवारी आज श्रावण मास में भगवान महाकाल की विशेष सवारी निकलती है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त शामिल होते हैं। इस बार सोमवार को श्रावण मास की पांचवीं और आखिरी सवारी निकाली जाएगी। इस सवारी में भगवान महाकाल के होल्कर मुखारविंद के दर्शन भक्तों को प्राप्त होंगे। यह सवारी मंदिर से शाम 4 बजे परंपरागत शाही ठाठ-बाट के साथ शुरू होगी। खास बात यह है कि इस बार की सवारी में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल होंगे, जिससे इस आयोजन की महत्ता और बढ़ गई है। श्रावण मास की सवारी के बाद, 26 अगस्त को भादौ मास की पहली सवारी और 2 सितंबर को श्रावण-भादौ मास की शाही सवारी निकलेगी। इन सवारियों का भक्तगण बेसब्री से इंतजार करते हैं, क्योंकि इसमें भगवान महाकाल की झलक पाने के लिए दूर-दूर से लोग उज्जैन आते हैं। महाकाल मंदिर में रक्षाबंधन की विशेषता महाकाल मंदिर में रक्षाबंधन का त्योहार हर साल बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इस साल सवा लाख लड्डुओं के महाभोग और भव्य सवारी ने इसे और खास बना दिया। इस दिन भगवान महाकाल को राखी बांधने की परंपरा के साथ ही भक्तों को भी यह मौका मिलता है कि वे अपनी आस्था और भक्ति को और भी मजबूती से महसूस कर सकें। महाकाल मंदिर में रक्षाबंधन के इस खास आयोजन ने पूरे शहर में एक अलग ही उमंग भर दी है। भक्तों की भीड़, भस्म आरती, लड्डुओं का भोग, और भव्य सवारी—इन सबके बीच भक्तगण भगवान महाकाल के आशीर्वाद की कामना कर रहे हैं। इस पवित्र माहौल में रक्षाबंधन का पर्व और भी खास बन गया है।
साउथ चाइना सी में फिलिपींस के जहाज ने चीनी शिप को मारी टक्कर, भड़का ड्रैगन, दी चेतावनी*
#china_accuses_philippines_of_deliberately_crashing_its_one_ships
चीन और फिलीपींस के जहाजों के बीच सोमवार सुबह साउथ चाइना सी में टक्कर हो गई। चीन के तट रक्षक बल ने सोमवार तड़के आरोप लगाया कि फिलिपींस के जहाजों ने विवादित सबीना शोल में एक चीनी जहाज को टक्कर मारी है। चीनी तटरक्षक बल के प्रवक्ता गान यू ने बताया कि दो फिलीपीन तटरक्षक जहाजों ने बिना अनुमति के चीन के जल क्षेत्र में अवैध घुसपैठ की। सोमवार सुबह चीनी तटरक्षक बल ने दावा किया कि फिलीपींस के एक जहाज ने चेतावनियों को दरकिनार करते हुए एक चीनी जहाज को टक्कर मार दी। चीनी तट रक्षक बल के प्रवक्ता गान यू ने एक बयान में दावा किया, “फिलिपींस तट रक्षक बल के दो जहाज सबीना शोल के पास जल क्षेत्र में दाखिल हुए, चीनी तट रक्षक बल की चेतावनी को नजरअंदाज किया और तड़के 3:24 बजे एक चीनी पोत को जानबूझकर टक्कर मार दी।” गान यू ने कहा, “इस टक्कर के लिए फिलिपींस पक्ष पूरी तरह से जिम्मेदार है। हम फिलिपींस पक्ष को क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन और उकसावे भरी कार्रवाई तुरंत बंद करने की चेतावनी देते हैं, वरना उसे इसके सभी गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।” उन्होंने कहा कि चीन सबीना शोल और उसके निकटवर्ती जल क्षेत्र सहित पूरे स्प्रैटली द्वीप समूह पर “निर्विवाद संप्रभुता” का दावा करता है। स्प्रैटली द्वीप समूह को चीन में नान्शा द्वीप समूह, जबकि सबीना शोल को जियानबिन रीफ के नाम से जाना जाता है। पिछले दिनों ही चीन और फिलीपींस के बीच एक समझौता हुआ है। जिससे दक्षिण चीन सागर में एक द्वीप के सबसे विवादित इलाके 'सेकंड थॉमस शोल' में टकराव खत्म होने की उम्मीद है। 'सेकंड थॉमस शोल' फिलीपींस के कब्जे में है, लेकिन चीन भी इस पर दावा करता है। फिलीपींस और चीन में हुए समझौते का उद्देश्य किसी भी पक्ष के क्षेत्रीय दावों को स्वीकार किए बिना ऐसी व्यवस्था बनाना है, जो दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य हो। चीन वर्तमान में दक्षिण चीन सागर के अधिकांश क्षेत्र पर अपना अधिकार होने का दावा करता है, लेकिन चीन के इस दावे का कोई कानूनी आधार नहीं है। हेग स्थित स्थायी मध्यस्थता न्यायालय ने 2016 में एक निर्णय दिया था, जिसमें स्पष्ट किया था कि इस क्षेत्र पर चीन के दावों का कोई कानूनी आधार नहीं है। यह निर्णय संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून सम्मेलन (यूएनसीएलओएस) पर आधारित था। हालांकि, चीन ने इसे अस्वीकार कर दिया।
कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केसः इंसाफ के लिए लड़ाई जारी, आज दिल्ली में डॉक्टर स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने लगाएंगे फ्री OPD

#kolkataladydoctormurdercase 

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई की जांच जारी है। वहीं, डॉक्टर ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या मामले में इंसाफ और अपनी सुरक्षा को लेकर मांग को लेकर सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं। वह इसके लिए नया कानून चाहते हैं। इस बीच कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस के विरोध में दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में आज भी ओपीडी सेवा बाधित रहेगी। दिल्ली के कई प्रमुख सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स निर्माण भवन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बाहर मरीजों के लिए ओपीडी सेवा देंगे।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लेडी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के खिलाफ देशभर के डॉक्टर अपना विरोध जारी रखे हुए हैं। इस बीच दिल्ली दिल्ली के डॉक्टर सोमवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के बाहर मुफ्त ओपीडी सेवाएं देंगे। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों की बॉडी ने कहा है कि वे सुबह 11 बजे से निर्माण भवन के बाहर कम से कम 36 स्पेलिटिज में मुफ्त ओपीडी सेवाएं देंगे।

शनिवार को डॉक्टरों ने किया था 24 घंटे का प्रोटेस्ट

कोलकाता केस में पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए पिछले कई दिनों से डॉक्टर्स राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडियन मेंडिकल एसोसिएशन की देशव्यापी हड़ताल पर शनिवार को डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया था। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में ओबीडी और ओटी सेवा ठप रही थी. डॉक्टरों ने दिल्ली के अलग अलग हिस्सों और निर्माण भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। शनिवार को विरोध प्रदर्शन के बीच एक अच्छी खबर आई वो ये थी कि केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की मांग मान ली। सरकार ने डॉक्टरों को सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया था। सरकार ने कहा कि वह सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट (CPA) को लेकर एक कमेटी बनाएगी। सरकार ने सभी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से ड्यूटी पर जाने की अपील भी की थी।

गिरफ्तार संजय रॉय का आज फिर होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट

वहीं, लेडी डॉक्टर के साथ रेप और फिर बेहद बर्बता से हत्या के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय का कल सीएफएसएल टीम ने साइकोलॉजिकल टेस्ट किया। इस दौरान केस के सारे तार जोड़ने के लिए उससे कई सवाल किए गए। हालांकि अभी भी सीबीआई के कुछ सवाल बाकी है और उन्हीं का जवाब जानने के लिए सोमवार को एक बार फिर फॉरेंसिक एक्सपर्ट उसके दिमाग में झांकेंगे।

पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से लगातर तीसरे दिन 13 घंटे पूछताछ

कोलकाता रेप मर्डर मामलें में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से रविवार को लगाता तीसरे दिन पूछताछ हुई। करीब 13 घंटे की पूछताछ के बाद देर रात वह सीबीआई दफ्तर से बाहर निकलते दिखे। इस दौरान उनके चेहरे पर परेशानी साफ देखी जा सकती थी। हालांकि वह मीडिया के सवालों का जवाब दिए बिना ही कार में बैठकर वहां से चले गए।

कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केसः इंसाफ के लिए लड़ाई जारी, आज दिल्ली में डॉक्टर स्वास्थ्य मंत्रालय के सामने लगाएंगे फ्री OPD

#kolkataladydoctormurdercase 

कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई की जांच जारी है। वहीं, डॉक्टर ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या मामले में इंसाफ और अपनी सुरक्षा को लेकर मांग को लेकर सड़क पर आंदोलन कर रहे हैं। वह इसके लिए नया कानून चाहते हैं। इस बीच कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस के विरोध में दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में आज भी ओपीडी सेवा बाधित रहेगी। दिल्ली के कई प्रमुख सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर्स निर्माण भवन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के बाहर मरीजों के लिए ओपीडी सेवा देंगे।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में लेडी डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के खिलाफ देशभर के डॉक्टर अपना विरोध जारी रखे हुए हैं। इस बीच दिल्ली दिल्ली के डॉक्टर सोमवार को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के बाहर मुफ्त ओपीडी सेवाएं देंगे। एम्स के रेजिडेंट डॉक्टरों की बॉडी ने कहा है कि वे सुबह 11 बजे से निर्माण भवन के बाहर कम से कम 36 स्पेलिटिज में मुफ्त ओपीडी सेवाएं देंगे।

शनिवार को डॉक्टरों ने किया था 24 घंटे का प्रोटेस्ट

कोलकाता केस में पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए पिछले कई दिनों से डॉक्टर्स राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन कर रहे हैं। इंडियन मेंडिकल एसोसिएशन की देशव्यापी हड़ताल पर शनिवार को डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया था। सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में ओबीडी और ओटी सेवा ठप रही थी. डॉक्टरों ने दिल्ली के अलग अलग हिस्सों और निर्माण भवन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। शनिवार को विरोध प्रदर्शन के बीच एक अच्छी खबर आई वो ये थी कि केंद्र सरकार ने डॉक्टरों की मांग मान ली। सरकार ने डॉक्टरों को सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया था। सरकार ने कहा कि वह सेंट्रल प्रोटेक्शन एक्ट (CPA) को लेकर एक कमेटी बनाएगी। सरकार ने सभी प्रदर्शनकारी डॉक्टरों से ड्यूटी पर जाने की अपील भी की थी।

गिरफ्तार संजय रॉय का आज फिर होगा साइकोलॉजिकल टेस्ट

वहीं, लेडी डॉक्टर के साथ रेप और फिर बेहद बर्बता से हत्या के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय का कल सीएफएसएल टीम ने साइकोलॉजिकल टेस्ट किया। इस दौरान केस के सारे तार जोड़ने के लिए उससे कई सवाल किए गए। हालांकि अभी भी सीबीआई के कुछ सवाल बाकी है और उन्हीं का जवाब जानने के लिए सोमवार को एक बार फिर फॉरेंसिक एक्सपर्ट उसके दिमाग में झांकेंगे।

पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से लगातर तीसरे दिन 13 घंटे पूछताछ

कोलकाता रेप मर्डर मामलें में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से रविवार को लगाता तीसरे दिन पूछताछ हुई। करीब 13 घंटे की पूछताछ के बाद देर रात वह सीबीआई दफ्तर से बाहर निकलते दिखे। इस दौरान उनके चेहरे पर परेशानी साफ देखी जा सकती थी। हालांकि वह मीडिया के सवालों का जवाब दिए बिना ही कार में बैठकर वहां से चले गए।

रक्षाबंधन के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का देश के नाम संदेश*
#president_murmu_message_occasion_of_raksha_bandhan आज पूरे देश में भाई-बहन के प्रेम का प्रतिक त्योहार रक्षाबंधन मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रविवार को रक्षा बंधन की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि रक्षा बंधन भाइयों और बहनों के बीच प्यार और आपसी विश्वास की भावनाओं को मजबूत करता है।उन्होंने महिलाओं की रक्षा पर भी लोगों को संदेश दिया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि रक्षाबंधन हमारे देश की विविधता में एकता का प्रतीक है। यह त्योहार सांस्कृतिक और धार्मिक सीमाओं से परे है। द्रौपदी मुर्मू ने उन्होंने महिलाओं के हितों, अधिकार और सम्मान को लेकर कहा कि यह त्योहार हमारे महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए हमारे संकल्प को मजबूत करने का काम करता है। उन्होंने कहा कि यह त्योहार देश में प्रेम और सद्भावना को बढ़ाता है। उन्होंने इस दौरान उम्मीद जताई कि इस त्योहार के जरिए महिलाओं का सम्मान समाज में बढ़ेगा। बता दें कि आज रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जा रहा है। यह एक पारंपरिक हिंदू त्योहार है जो भाइयों और बहनों के बीच प्यार और बंधन को समर्पित है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं। राखी सुरक्षा की भावना का प्रतीक है। रक्षाबंधन पर भाई अपनी बहनों को किसी भी प्रकार के परेशानी से बचाने का वादा करते हैं।
कोलकाता घटना को लेकर पद्म अवॉर्ड विजेता डॉक्टरों ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, जानें क्या मांगे रखी*
#kolkata_rape_case_padma_awardee_doctors_letter_pm_modi कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पूरा देश ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई हैवानित के कारण उबल रहा है। देशभर के डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। राजनीतिक दल सड़कों पर है। इस बीच घटना पर दुख व्यक्त करते हुए 70 से अधिक पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टरों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टरों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर न्याय की मांग की है। उन्होंने कोलकाता में हुए जघन्य अपराध के दोषियों के खिलाफ त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने तथा डॉक्टरों, चिकित्सा पेशेवरों और चिकित्सा संस्थानों के खिलाफ शारीरिक और मौखिक दोनों तरह की हिंसा से निपटने के लिए एक अलग कानून बनाने की मांग की है। प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखने वालों में डॉ. हर्ष महाजन, एम्स के पूर्व डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया, कोरोना काल में बड़ी जिम्मेदारी संभालने वाले आईसीएमआर के पूर्व महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव, इंस्टीट्यूट ऑफ लिवर एंड बिलियरी साइंसेज के निदेशक डॉ एसके सरीन, अशोक वैद, अनूप मिश्रा, ए.के. ग्रोवर, अलका कृपलानी और मोहसिन वली समेत 70 से ज्यादा नाम हैं। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है, “हम पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टर हाल में कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज में हुई भयावह घटना के बारे में गहरी चिंता और पीड़ा के साथ आपको लिख रहे हैं। हमारे देश के प्रमुख के रूप में, हम इस भयावह स्थिति को दूर करने के लिए आपसे तत्काल और व्यक्तिगत हस्तक्षेप करने की अपील करते हैं।” पत्र में कहा गया, “हम पूरी एकजुटता के साथ पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं, जिसका दर्द और क्षति अकल्पनीय है। हम चिकित्सा समुदाय को भी अपना पूरा समर्थन देते हैं, जो अपने काम के दौरान इस तरह की हिंसा का सामना कर रहे हैं। स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ सुरक्षित रखा जाना चाहिए।” *डॉक्टरों ने पीएम मोदी से की ये मांग* -डॉक्टर स्वास्थ्य देखभाल पेशेवरों की सुरक्षा के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों को मौजूदा कानूनी ढांचे को और अधिक सख्ती से लागू करने की आवश्यकता पर जोर देते हैं। -यौन हिंसा के अपराधियों के लिए कठोर और समयबद्ध सजा: डॉक्टर ऐसे अपराधों के खिलाफ निवारक के रूप में कठोर और त्वरित दंड की वकालत करते हैं। -अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में उन्नत सुरक्षा उपाय: पत्र में सरकार से सभी चिकित्सा कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं के भीतर बेहतर सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू करने का आग्रह किया गया है। -स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए एक विशेष कानून का अधिनियमन और कार्यान्वयन: हम केंद्र और राज्य सरकारों से स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए एक अलग कानून बनाने और लागू करने का आग्रह करते हैं, जिससे जमीन पर इसका तेजी से कार्यान्वयन सुनिश्चित हो सके। -पत्र में कहा गया है कि एक प्रस्तावित विधेयक, “डॉक्टरों, चिकित्सा पेशेवरों और चिकित्सा संस्थानों के खिलाफ हिंसा की रोकथाम विधेयक” 2019 से तैयार किया गया है, लेकिन अभी तक पारित होने और अपनाने के लिए संसद में पेश नहीं किया गया है। हमारा दृढ़ विश्वास है कि इस आशय का एक अध्यादेश तुरंत लाया जा सकता है, और विधेयक को तुरंत पारित किया जाना चाहिए ताकि देश में स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणालियों में काम करने वाले सभी लोग पीड़ित रोगियों की सेवा में बिना किसी डर के काम कर सकें। *सुप्रीम कोर्ट ने केस पर लिया स्वत: संज्ञान* महिला से रेप और मर्डर केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने इस केस पर स्वत: संज्ञान लिया है। सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की पीठ 20 अगस्त को मामले की सुनवाई करेगी।
अमरनाथ यात्रा का आज होगा समापन, इस साल पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा बफार्नी के दर्शन*
#52_days_long_amarnath_yatra_ends_with_chhari_mubarak

अमरनाथ यात्रा का आज समापन हो जाएगा। यह यात्रा सावन की पूर्णिमा तिथि को समाप्त होगी। श्री अमरनाथ यात्रा सोमवार को पवित्र छड़ी और विशेष पूजा के साथ संपन्न हो जाएगी। बता दे कि इस साल यात्रा इस साल यात्रा की शुरुआत 29 जून से हुई थी। पिछले दो दशक में यह चौथा मौका है जब बाबा बर्फानी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या पांच लाख से अधिक है। आज छड़ी मुबारक की परंपरा निभाई जाएगी, उसके बाद अमरनाथ यात्रा को समाप्त कर दी जाएगी। श्री अमरनाथ यात्रा गुरुवार पवित्र गुफा में छड़ी मुबारक की पूजा के साथ संपन्न होगी। भगवान शिव की प्रतीक छड़ी मुबारक को श्रीनगर स्थान से पहलगाम और पंचतरिणी तक लाया जाता है। अमरनाथ मंदिर पवित्र छड़ी के संरक्षक महंत दीपेंद्र गिरी ने बताया कि एक रात रुकने के बाद छड़ी मुबारक रविवार सुबह श्रावण शुक्ल पक्ष चतुर्दशीके मौके पर शेषनाग शिविर से पंचतरणी शिविर के लिए रवाना हुई। इसके बाद पवित्र छड़ी साधुओं के एक समूह के साथ 14,800 फुट की ऊंचाई पर स्थित महागुन्स टॉप को पार कर गई थी। महागुन्स टॉप स्वामी अमरनाथ जी के पवित्र मंदिर के मार्ग में सबसे ऊंची चोटी है। छड़ी मुबारक को सोमवार सुबह श्रावण पूर्णिमा के मौके पर पवित्र गुफा में ले जाया जाएगा और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पारंपरिक पूजा और अनुष्ठान किए जाएंगे। *क्या है छड़ी मुबारक?* भगवान शिव की पवित्र गदा, जिसे छड़ी मुबारक के नाम से भी जाना जाता है। छड़ी मुबारक को भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है। यह एक धार्मिक परंपरा है। इस चांदी की छड़ी को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस छड़ी में भगवान शिव की अलौकिक शक्तियां निहित हैं। कहा जाता हैं कि महर्षि कश्यप ने यह छड़ी भगवान शिव को इस आदेश के साथ सौंपी थी कि इसे प्रति वर्ष अमरनाथ लाया जाए। *इस साल 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए दर्शन* जानकारी के अनुसार, इस साल 5.10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए। इसके पहले 2008 में 5.33 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। वर्ष 2012 में ऑलटाइम 6.35 लाख का रिकाॅर्ड बना था। 2011 में 6.21 लाख श्रद्धालुओं ने अमरनाथ यात्रा की। वर्ष 2004 में चार लाख, 2005 में 3.88 लाख, 2006 में 3.47 लाख, 2007 में 2.96 लाख, 2009 में 3.81 लाख, 2010 में 4.55 लाख, 2013 में 3.54 लाख, 2014 में 3.72 लाख, 2015 में 3.52 लाख, 2016 में 2.21 लाख, 2017 में 2.60 लाख, 2018 में 2.85 लाख, 2019 में 3.43 लाख, 2020 में 3.04 लाख और 2023 में 4.50 लाख श्रद्धालुओं ने हिमलिंग के दर्शन किए।
विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में किए 16 साल पूरे

विराट कोहली ने इंटरनेशनल क्रिकेट में 16 साल पूरे कर लिए हैं. 18 अगस्त 2008 को उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था और फिर समय गजरने के साथ वो टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बन गए. विराट ने इन सालों में इतने कमाल किए कि दुनिया उन्हें ‘किंग कोहली’ के नाम से पुकारने लगी. बीते 16 सालों में उन्होंने कई रिकॉर्ड्स तोड़े और कई नए कीर्तिमान स्थापित किए. उनके क्रीज पर होने मात्र से ही पूरे देश को जीत का भरोसा होता है. इसका एक नमूना उन्होंने टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में दिखाया था. लगातार फ्लॉप होने के बाद उन्होंने फाइनल में भारत के लिए मैच जिताऊ पारी खेलकर फिर से अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया था. हालांकि, उनके लिए ये सफर इतना आसान नहीं रहा है. आइये जानते हैं कब और कैसे विराट दुनिया महान बल्लेबाजों में शामिल हो गए.

शतकों के ‘किंग’ विराट

विराट कोहली इंटरनेशनल क्रिकेट में अब तक 80 शतक लगा चुके हैं. इसमें उन्होंने 29 शतक टेस्ट, 50 वनडे और 1 टी20 में जड़े हैं. एक्टिव क्रिकेटर्स में वो सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज हैं. इसलिए उन्हें मॉडर्न लेजेंड भी कहा जाता है. हालांकि, विराट को अपने शुरुआती सालों में काफी संघर्ष करना पड़ा था. आपको जानकर हैरानी होगी कि शतकों के ‘किंग’ अपने डेब्यू वाले साल में एक भी शतक नहीं लगा सके थे.

2008 में उन्हें केवल 2 अर्धशतक से संतोष करना पड़ा था. उन्होंने पहला शतक साल 2009 में श्रीलंका के खिलाफ लगाया, जिसमें 107 रन बनाए थे. इसके अगले साल भी वो 2 शतक लगा सके थे. साल 2011 में उन्हें वर्ल्ड कप के लिए चुना गया. इस दौरान वो कुछ खास कमाल नहीं कर पाए. हालांकि, पूरे साल में उन्होंने 4 शतक जरूर जड़े थे.

साल 2012 ने बदल दी तस्वीर

विराट कोहली डेब्यू करने के बाद 4 साल में केवल 7 शतक ही जड़ सके थे. इसके बाद आया साल 2012, जिसने पूरी तस्वीर बदल कर रख दी. पूरी दुनिया ने उनके टैलेंट का नमूना देखा और वो ‘किंग कोहली’ बन गए. विराट कोहली ने बताया था कि इससे पहले वो खुद को अनफिट महसूस कर रहे थे, जिससे प्रदर्शन में सुधार नहीं आ रहा था. फिर उन्होंने फिटनेस पर काम किया और ये उनके लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ. इस साल उन्होंने कुल 8 शतक जड़कर इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने आगाज का ऐलान किया. इस साल वो सर्वाधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बने. साल 2012 में उन्होंने 5 वनडे सेंचुरी लगाकर ICC वनडे प्लेयर ऑफ द ईयर भी बने थे.

ऐसे बने किंग कोहली

साल 2012 के बाद से कोहली कभी नहीं रुके. विराट कोहली ने 2013 से 2016 तक 25 सेंचुरी लगाई. इसके अगले दो साल में तो वो और भी खतरनाक हो गए. 2017 और 2018 में विराट ने 22 हंड्रेड बना दिए थे. 2018 में विराट ने 11 बार सौ का आंकड़ा पार किया था. टेस्ट हो या वनडे या फिर टी20, उन्होंने हर फॉर्मेट में धमाका किया. इतना ही नहीं विराट ने भारत से विदेशी जमीन तक, हर जगह शानदार प्रदर्शन किया. इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका हर जगह उन्होंने शतक जड़े और टीम को जीत दिलाई. अपने इस प्रदर्शन की बदौलत वो नजरों में ‘किंग कोहली’ बन गए.

मंगलवार को कोलकाता कांड पर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई, मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ करेंगे अगुवाई

कोलकाता में आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के साथ भयावह बलात्कार और हत्या का स्वत: संज्ञान करने का सुप्रीम कोर्ट ने फैसला लिया है

9 अगस्त को हुई इस घटना से देश भर में आक्रोश फैल गया, जिसके कारण देश भर में चिकित्सा पेशेवरों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन और हड़ताल किए है ।

भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली पीठ मंगलवार को मामले की सुनवाई करने वाली है। सर्वोच्च न्यायालय का हस्तक्षेप बढ़ते सार्वजनिक दबाव और राज्य अधिकारियों द्वारा गलत प्रबंधन के आरोपों के मद्देनजर आया है।

यह मामला, जिसकी पहले से ही केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा जांच की जा रही है, इससे भारत में चिकित्सा पेशेवरों, विशेषकर महिलाओं की सुरक्षा के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं, जिन्हें अक्सर उनके कार्यस्थलों पर असुरक्षित छोड़ दिया जाता है। पीड़ित, सरकारी अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर, अस्पताल के सेमिनार हॉल में बेरहमी से हमला किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। अपराध के सिलसिले में अस्पताल में तैनात एक नागरिक स्वयंसेवक को हिरासत में लिया गया है।

हालाँकि, पीड़िता के परिवार और प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि यह अपराध सामूहिक बलात्कार था, और वे यह सुनिश्चित करने के लिए गहन जाँच की माँग करते हैं कि सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाए। शव परीक्षण से पुष्टि हुई है कि पीड़ित की मौत से पहले उसके साथ यौन उत्पीड़न किया गया था।

देश में डॉक्टरों की सबसे बड़ी संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मारे गए डॉक्टर के लिए न्याय की मांग की है। शनिवार को आईएमए ने देशव्यापी हड़ताल का आह्वान करते हुए सभी गैर-जरूरी चिकित्सा सेवाओं को 24 घंटे के लिए निलंबित कर दिया।

बुधवार की रात, देश भर में हजारों महिलाओं ने सड़कों पर विरोध प्रदर्शन किया और पीड़िता के लिए न्याय की मांग की और "रिक्लेम द नाइट" मार्च में भाग लिया। इस बीच, सीबीआई ने बलात्कार और हत्या मामले के आरोपी संजय रॉय का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन शुरू किया। दिल्ली में केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) से मनोवैज्ञानिक और व्यवहार विश्लेषकों की एक टीम आवश्यक परीक्षण करने के लिए कोलकाता पहुंची।