उर्दू साहित्य में डॉ असलम हनीफ को सदैव याद रखा जाएगा-डॉ शफीक बरकाती
संभल: नगर की साहित्यिक संस्था बज्म ए तरब के तत्वाधान में माहिर ए अरूज़ो लिसानियात व आलमी शोहरत याफ़्ता शायर डॉक्टर असलम हनीफ की याद में एक महफिल का आयोजन किया गया जिसमें उन्हें खिराजे अकीदत पेश की गई।
संभल के मोहल्ला रुकनुद्दीन सराय स्थित मास्टर उस्मान अंसारी के आवास पर आयोजित महफिल का आगाज नौशाद संभाली, इंतखाब हुसैन तुर्की एवं हाजी अफजाल अंसारी ने नाते रसूले पाक से किया। इसके बाद अल्लामा इकबाल फाउंडेशन के सचिव, वरिष्ठ साहित्यकार ,शायर एवं सिरसी सादात पीजी कॉलेज सिरसी के उर्दू विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर शफीकुरर्हमान बरकाती ने डॉक्टर असलम हनीफ को खिराजे अकीदत पेश करते हुए कहा कि आप 3 जनवरी 1956 को गुन्नौर जिला संभल में पैदा हुए। आपका शेरी मजमूआ वरक वरक नया आहगं उर्दू अदब में किसी परिचय का मोहताज नहीं है। इसमें जहां शायरी के आला नमूने मौजूद हैं, वही अरूज़ो लिसानियात के हवाले से जो बहसें की गई है वह भी काबिले तहसीन है।
डॉक्टर असलम हनीफ के शागिर्दो में शारिक अदील मारहरवी, मुशर्रफ हुसैन मेहजर, फैजी गुन्नौरी, मुकीत आगाज गुंन्नौरी, सलमान गुन्नौरी वगैराह के नाम शामिल है। सोशल मीडिया के जरिए बहुत से कवि एवं शायर भी आपसे फैज उठाते रहे। डॉक्टर असलम हनीफ पर बहुत लोगों ने लिखा है और आज भी यह सिलसिला जारी है।
नौजवान शायर व अदीब शाह आलम रौनक में अपने संबोधन में कहा की डॉक्टर असलम हनीफ का बेवक्त चले जाना उर्दू अदब का बड़ा खसारा है ।उन्होंने डॉक्टर हनीफ को उर्दू का कोहिनूर हीरा बताते हुए कहा कि आपकी कमी हमेशा खलती रहेगी।
अब्बासी वेलफेयर सोसाइटी के सचिव और उर्दू के शोधार्थी फरमान हुसैन अब्बासी ने कहा कि डॉक्टर असलम हनीफ एक नेक दिल इंसान होने के साथ-साथ उर्दू के नामचीन शायरों में शामिल थे। हकीम बुरहान संभली ने कहा कि डॉक्टर असलम हनीफ ने अपनी पूरी जिंदगी उर्दू अदब की खिदमत के लिए वक्फ की हुई थी। उन्होंने उर्दू में कई जदीद असनाफ विधाओं को परिचित कराया और अपनी शख्सियत का लोहा मनवाया।
इस मौके पर पैकर संभली, नजफ अब्बासी, मौहम्मद उमर खान गुड्डू , वसीम अरहम, सलमान नबी अशरफी जिया संभली, ज़िया उरर्हमान बरकाती,शाह आलम रौनक एवं वकील बेदिल संभली आदि शायर व अदीब मौजूद रहे। अध्यक्षता शफीकुर रहमान शफीक बरकाती ने एवं संचालन हकीम बुरहान संभली ने किया। अंत में मास्टर उस्मान अंसारी ने सभी मेहमानों का शुक्रिया अदा किया और डॉक्टर असलम हनीफ की मगफिरत की दुआ की।
Aug 13 2024, 20:03