*ग्रामीणों ने पशु चिकित्सा अधिकारी की तहसील दिवस पर जिलाधिकारी से की शिकायत*
फर्रुखाबाद- तहसील समाधान दिवस पर अमैयापुर चपरा रतनपुर पमारान गुड़ेरा भावन के ग्रामीणों ने तहसील में पहुंचकर जिला अधिकारी से न्याय की गुहार लगाते हुए बताया कि अमैयापुर में बना पशु चिकित्सालय जो नहीं खुल रहा है। ग्रामीण हिरदेश कुमार संतोष कुमार पुष्पेंद्र सिंह राम रामबहोरन पप्पू आदि ने बताया कि पशु चिकित्सालय तो बना दिया गया जिस पर डॉक्टर की भी तैनाती कर दी गई। लेकिन अस्पताल भी कभी-कभी खुलता हैं। लेकिन किसी भी पशु का इलाज नहीं करते हैं।
पशुपालक प्राइवेट डॉक्टर से दवा लेने को मजबूर हैं। प्राइवेट डॉक्टर अधिक धनउगाई पशुपालकों से करते हैं। जिससे पशुपालक चिंतित बने हुए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सरकारी डॉक्टर साहब प्राइवेट डॉक्टरों को दवाई सप्लाई कर देते हैं और प्राइवेट डॉक्टर से अस्पताल के डॉक्टर मोटी रकम वसूलते हैं। इसको लेकर कई बार खबरें भी प्रकाशित की गई लेकिन जिला पशु चिकित्सा अधिकारी इस पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं। अगर सरकारी अस्पताल खुलने लगे तो समय से पशुओं का टीकाकरण भी हो सके और पशुओं में थना रोग भी फैला है अगर पशुओं को उचित इलाज मिलने लगे तो लगने बाली बीमारी नष्ट हो सकती है।
वही रतनपुर पमारान निवासी सर्वेश दीक्षित ने बताया कि मेरे गाय के थना रोग है जो दूध देती है लेकिन जब से थना रोग लगा है तब से गाय बीमारी से ग्रस्त है। और दूध देना भी बंद कर दिया है कई बार डॉक्टर से संपर्क किया लेकिन कोई भी अस्पताल से डॉक्टर आता नही है।
Aug 03 2024, 19:41