बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र की फसलों के नुकसान का आकलन करने पहुंचे तहसीलदार
अमृतपुर फर्रुखाबाद । योगी सरकार की शक्ति के चलते बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के किसानों को लेकर अधिकारियों ने जिम्मेदारी निभानी शुरू कर दी है।
लखनऊ में मीटिंग के दौरान योगी आदित्यनाथ द्वारा सख्त निर्देश जारी किए गए थे कि बाढ़ प्रभावित जिलों में जिन किसानों की फसले तबाह हुई है उनका सही आकलन कर जल्द से जल्द उन्हें मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की जाए। अमृतपुर तहसील क्षेत्र में तहसीलदार कर्मवीर ने प्रदेश सरकार के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए रामगंगा में आई बाढ़ के दौरान किसानो की नष्ट हुई फसलों का आकलन करने के लिए स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गए।
क्षेत्रीय लेखपाल विमल कुमार गौरव कुमार उनके साथ में थे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित गांव अमैयापुर पश्चिमी एवं पूर्वी ग्राम गुडेरा एवं भावन चपरा रुलापुर व हीरा नगर का निरीक्षण किया। यह गांव रामगंगा में आई बाढ़ की चपेट में थे और यहां के रहने वाले किसानों की फसलों को नुकसान हुआ था। जिसमें अमेयापुर की रहने वाली राम मूर्ति पत्नी सुरेंद्र के उर्द एवं मूंगफली की फसल को भारी नुकसान हुआ।
इसी गांव के मसाल सिंह उदयवीर सिंह मुन्नू आदि लोगों के खेत में खड़ी गन्ना की फसल सैलाब के पानी से खराब हुई। तहसीलदार ने बताया कि बाढ़ आने से पहले मक्का की फसल अधिकतर काटी जा चुकी थी। इसलिए इस फसल को नुकसान होने के साक्ष्य नहीं मिले। ग्राम पंचायत चपरा में उन्होंने ग्रामीणों और किसानों से बातचीत की उनके नुकसान के बारे में उनसे पूछा एवं लेखपाल को निर्देशित करते हुए कहा कि वह किसानो की फसलों के नुकसान का सही आकलन कर तहसील मुख्यालय को सूचना दें। जिससे अभिलंब इन किसानों की फसलों के नुकसान की भरपाई की जा सके। और यह लोग आगे की फसलों की बुवाई की तैयारी समय से कर सकें।
Jul 24 2024, 19:03