सहायक पुलिस कर्मियों के साथ 6 सदस्य विधायकों के साथ वार्ता के बाद धरना हुआ समाप्त, जाने वार्ता में क्या निकला निष्कर्ष
रिपोर्टर जयंत कुमार
रांची: मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियो का बीते 20 दिनों से आंदोलन लगातार जारी था। आंदोलन कर रहे सहायक पुलिस कर्मियों का समायोजित सहित विभिन्न मांगों को लेकर आज सत्ताधारी दल के 6 सदस्य विधायकों के साथ हाई लेवल मीटिंग किया गया। इसमें विधायकों के दल में मथुरा प्रसाद महतो, नमन विक्सल कोंगाड़ी, राजेश कश्यप, सुदिव्य कुमार सोनू, विनोद सिंह और सुखराम उरांव शामिल थे। साथ ही रांची एसएसपी चंदन कुमार सिंह, सिटी एसपी राजकुमार मेहता भी शामिल थे। सर्किट हाऊस में हुए इस बैठक में विधायकों ने सहायक पुलिसकर्मियों के प्रतिनिधियों के मांगों को सुना। 6 घंटे लंबी बैठक के बाद दोनों के बीच कई बिंदु पर सहमति बनी।
सबसे पहले राज्य सरकार के वरीय पदाधिकारी के साथ विधायकों की बैठक हुई जिसमें सहायक पुलिस कर्मियों के मांग से अवगत कराया गया उसके बाद फिर विधायकों के साथ सहायक पुलिस कर्मियों की बैठक शुरू हुई। सहायक पुलिस कर्मियों की मुख्य मांगे थी सहायक पुलिसकर्मी को झारखंड पुलिसकर्मी में समायोजन करना। 6 घंटे लंबी बैठक के बाद विधायक मथुरा महतो ने कहा कि सरकार की तरफ से सकारात्मक बातें हुई हैं। इस पर निर्णय लिया गया कि समायोजन नियम अनुसार मुमकिन नहीं है इसीलिए आरक्षण के माध्यम से रास्ता खोला जाएगा और वनरक्षी सिपाही और होमगार्ड में 10 फ़ीसदी आरक्षण के साथ 10 वर्ष की उम्र सीमा में छूट दी जाएगी। अब सहायक पुलिस कर्मियों का आंदोलन समाप्त हो रहा है।
सहायक पुलिसकर्मी विवेकानंद दुबे ने बताया कि वेतन में 30 फ़ीसदी की वृद्धि की बात कमेटी ने स्वीकारी है तो वही मेडिक्लेम नियमावली के मुताबिक मिलेगा और 50000 की जगह ₹1 लाख के प्रावधान पर सहमति बनी है। वहीं उन्होंने बताया कि मृतकों के आशिकों को 2 लाख की जगह अब चार लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनी है। साथ ही 1 साल का सेवा विस्तार किया जा रहा है। हालांकि सहायक पुलिसकर्मी का दर्द भी उसे वक्त छलकता दिखा जब वह हाथ जोड़कर सरकार से विनती करते दिखे कि इस बार उम्मीद करते हैं कि उनके साथ गलत नहीं होगा और उनकी मांगों का निदान होगा। सहायक पुलिस कर्मियों ने आंदोलन स्थगित करने की घोषणा कर दी।
Jul 23 2024, 15:13