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लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा का क्या होगा आगामी विधान सभा चुनाव का मुद्दा और रणनीति...?

झारखंड डेस्क

लोकसभा चुनाव का शोर थम गया। आज 1 जून को अंतिम चरण का मतदान हो रहा है। झारखंड में संतालपरगना के तीन सीट गोड्डा ,दुमका और राजमहल में अंतिम चरण का मतदान हो रहा है । 4 जून को मतगणनाना होगा । इस बीच भाजपा पूरे आत्मविश्वास के साथ केंद्र में मोदी सरकार फिर से बनाने के लिए आश्वास्त है।

 इस बार् भाजपा ने झारखंड में भ्रष्ट्राचार,परिवार बाद,जैसे मुद्दा को लेकर जनता के बीच गयी थी।इस अवधि में ईडी ने राज्य में कई घोटालों का पर्दाफाश भी किया।

संताल में खनन घोटाला में पूर्व सीएम के प्रतिनिधि की गिरफ्तारी, अबैध खनन से जुड़े खनन माफिया की गिरफ्तारी,रांची में मनरेगा घोटाला में पूजा सिंघल की गिरफ्तारी,और उसके करीबियों के पास से 19 करोड़ से अधिक रुपये की बरामदगी। फिर जमीन घोटाला के आरोप में वर्तमान में पूर्व मुख्य मंत्री और झामुमो में गुरूजी के बाद सबसे बड़े चेहरे हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी, राज्य के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी,आईएएस छविरंजन की गिरफ्तारी ने राज्य सरकार के शाख को ही नही गिराया बल्कि झारखंड का छवि देश भर में ऐसा बना दिया गया कि झारखंड में सिर्फ लूट ही होती रही है।

चुनाव के दौरान सबसे बड़ा स्कैम सामने आया टेंडर घोटाला,इस घोटाला में कोंग्रेस कोटे से ग्रामीण विकास मंत्री बने आलमगीर आलम के करीबियों के यहाँ से 35 करोड़ की बरामदगी ने तो पुरे देश को सकते में डाल दिया।

 अब इस मामले में आलमगीर आलम और उसके करीबी जेल में हैं। यह सारे मामले भाजप के लिए सबसे बड़ा मुद्दा हो जिसको अगामी विधानसभा में भाजपा भुना सकती है।भाजपा इसके लिए रणनीति बनाना शुरु कर दिया है।

अब हर राज्य को भाजपा की ओर से लोकसभा चुनाव के बाद टास्क दिया जाएगा कि आगमी विधानसभा चुनाव में किस मुद्दा को लेकर जानता के बीच जाना है। झारखंड भाजपा के प्रदेश कमेटी इसको लेकर तैयारी शुरु कर दी है।

भाजपा किन मुद्दों को लेकर जा सकती है जानता के बीच


झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 नवम्बर या दिसम्बर में हो सकते हैं। 2019 से पहले भाजपा के हाथ में झारखंड की सत्ता थी।रघुवर दास के नेतृत्व में भाजपा , ने पहली बार स्थिर सरकार बनाई थी जो पूरे पांच साल सफलता पूर्वक चली।

 2019 के बाद भाजपा की हार हुई । झामुमो के साथ कोंग्रेस और राजद की महागठबंधन की सरकार बनी।अब 2024 में भाजपा की सबसे बड़ी चनौती है कि पुन:झारखंड में सरकार बने।

झारखंड विधानसभा के सभी 81 सदस्यों का चुनाव संभावत: नवंबर या दिसंबर 2024 में हो सकता है।क्योंकि झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को समाप्त होने वाला है।

इस परिस्थिति में भाजपा जानता के बीच जिन मुद्दों को लेकर जाएगी वह होगा भर्ष्ट्राचार।

भष्ट्राचार

 जबसे बाबूलाल मरांडी भाजपा में शामिल हुए झारखंड सरकार पर यह आरोप लगाते रहे कि राज्य में कोयला चोरी,खनिज सम्पादाओं का दोहन,कमीशन खोरी जैसे प्रवृत्ति तेजी से बढ़ी है और इसमे सरकार द्वारा ढीलाई बरती जा रही है।यहां तक इस में सरकार के लोगों और अधिकारियों पर भी उन्होंने आरोप लगाया ।

इस बीच ईडी द्वारा कई स्कैम का पर्दाफाश किये जाने पर सारे मुद्दों की स्वतः पुष्टि भी होती गयी।जिसका उपर उल्लेख है। इस मामले में जेल में कई नेता,मंत्री,नौकरशाह और कुछ विचोलिये है।जिसका असर विधानसभा चुनाव में स्वभाविक रूप से पड़ेगा।

नियोजन

भाजपा के पास जो सबसे दूसरा मुद्दा है वह है नियोजन।झारखंड सरकार इसी वादा के साथ सत्ता में आयी भी थी की सत्ता संभालते हीं वह राज्य में सबसे पहले सरकारी विभागों के रिक्त पदो को भरेगी,और युवाओं को नौकरी देगी। लेकिन सरकार अपने वादा को नही पुरा कर पायी।एक तरफ सरकार अपने दल के अंदर के अन्तर्विरोध में उलझ कर नियोजन के लिए जिस स्थानीय नीति को रघुवर् दास ने बनाया था।उस में कभी समर्थन तो कभी अड़ंगा डालती रही और युवाओं को सरकारी नौकरी नही दे सकी।

झारखंड के सरकारी विभागों कर्मचारियों की भारी कमी है। राज्य के सभी सरकारी विभागों में स्वीकृत नियमित पदों में से 3.50 लाख पद अभी भी खाली हैं। इनमें सबसे ज्यादा पद शिक्षा विभाग में खाली है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों सहित अन्य कर्मचारियों के खाली पड़े पद सरकार के कुल खाली पदों का 60.97 प्रतिशत है।

प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में खाली पड़े इन पदों के मद्देनजर राज्य में प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा के स्तर का आकलन किया जा सकता है। विधि व्यवस्था को नियंत्रित करनेवाला गृह विभाग रिक्तियों के मामले में दूसरे नंबर पर है।

राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में विभिन्न स्तर के कुल 5,33,737 पद स्वीकृत हैं। इन स्वीकृत पदों के मुकाबले 1,83,016 पदों पर ही लोग कार्यरत हैं। शेष 3,50,721 पद रिक्त हैं। भाजपा इस मुद्दा को उठाकर युवाओं को अपने पक्ष में कर सकती है।

 परिवार बाद

भाजपा के पास तीसरा सबसे बड़ा मुद्दा परिवार बाद है जिसपर वह मुखर रही है।उनके टारगेट में सोरेन परिवार रहा है । जिसे वह जानता के बीच भुनाने का प्रयास करती रही है।एक ही परिवार के लोगों को सत्ता में स्थापित के मुद्दा को लेकर भाजपा विंधानसभा में जाएगी।और अब जिस तरह इस परिवार पर कथित लैंड स्केम और उनके करीबी को अन्य मामले में जेल जाने का ठीकरा भी भाजपा इसी परिवार पर फोड़ेगी।

इसी तरह भाजपा राज्य में विकास, बंद होते उधोग,अपराध और कई अन्य मुद्दे लेकर तथा जनजातीय विकास की बात कर जनता से अगले विधानसभा में वोट मांग सकती है।

तालाब में डूबने से हुई दो बच्चे की मौत,दोनो बच्चे थे नवालिग,परिजनों में मचा कोहराम

झा.डेस्क
लोहरदगा। एक हादसे में दो बच्चों की बांध में डूबने से मौत हो गयी। घटना लोहरदगा जिले के सेन्हा के सीमावर्ती क्षेत्र में ढोंढ़ा में निर्मित कच्चा बांध की है, जहां नहाने के दौरान दो नाबालिगों (बच्चा व बच्ची) की मौत पानी में डूबने हो गई।

सेन्हा थाना क्षेत्र के उगरा मेढो सीमावर्ती क्षेत्र के मेढो स्कूल से पश्चिम में ढोढ़ा में निर्मित कच्चा बांध में नहाने के दौरान दोनों बच्चों की मौत हो गई.

बच्ची की पहचान गुमला जिले के पूसो थाना क्षेत्र के हरीबरी निवासी रुदना उरांव की 8 वर्षीया पुत्री अनूपा कुमारी के रूप में की गयी है.

वहीं मृतक की पहचान उगरा टंगरा टोली निवासी बंधना भगत के 9 वर्षीय पुत्र रितेश भगत के रूप में की गयी है. दोनों बच्चे मवेशी चरवाही करने गये हुए थे. जहां और भी छोटे-छोटे बच्चे मौजूद थे।

उसी दौरान दोनों बच्चे बांध में नहाने गये और गहरे पानी में चले गये. जहां डूबने से दोनों की मौत हो गई। इसकी सूचना मिलते ही प्रखंड प्रशासन व पुलिस प्रशासन ने तत्परता दिखाई और घटनास्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी. बताया जा रहा है कि वे मवेशी चरा रहे थे. इस दौरान नहाने के क्रम में गहरे पानी में चले गए. इससे उनकी मौत हो गयी.
गोड्डा के कपड़ा व्यवसायी के यहाँ इनकम टैक्स विभाग ने की छापेमारी,2.30 रुपये बरामद,खाता बही का कर रही जाँच

झारखंड में गोड्डा के कपड़ा व्यवसायी के ठिकानों पर अचानक IT विभाग ने छपामारी की है। रेड मे 2.30 लाख रुपये बरामद हुआ है जिसका हिसाब किताब खांगला जा रहा है। आयकर विभाग को चुनाव के दौरान नकद के इस्तेमाल की सूचना मिली थी। इसी के आधार पर अनुसंधान शाखा ने गोड्डा के कपड़ा व्यापारी अरुण टेकरीवाल और प्रदीप टेकरीवाल के ठिकानों पर छापा मारा। आयकर अधिकारियों की टीम फिलहाल पैसों के स्रोत की वैधता की जांच कर रही है। छापेमारी के दायरे में व्यापारी के घर और व्यापारिक प्रतिष्ठान को शामिल किया गया है। छापे के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों की टीम ने व्यापारी के ठिकानों से 30 लाख रुपदे नगद बरामद किये हैं। आयकर अधिकारी छापे में मिलेने पैसों के स्रोत की जांच पड़ताल कर रहे हैं। इसके लिए कपड़े की बिक्री से संबंधित हिसाब के अलावा ‘युक्स ऑफ अकाउंट’ की भी जांच अधिकारी कर रहे हैं।
गरमी के कहर का शिकार मनुष्य के साथ पशु पक्षी भी होने लगे,पालमू और हज़ारीबाग में सैकड़ो चमगादड़ की मौत,क्षेत्र में

झारखंड डेस्क
गरमी कहर ढा रही है। पारा झारखंड के कई जिलों में 45 डिग्री पार पहुंच चुका है। गरमी के इस त्राहिमाम का असर इंसानों में तो छोड़िये पशु पक्षियों में भी दिख रहा है। गढ़वा में सैकड़ों चमगादड़ों की मौत हो गई है. इससे पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. आशंका जताई जा रही है कि भीषण गर्मी की वजह से सभी चमगादड़ों की मौत हुई है. अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं. दरअसल, गढ़वा के कांडी प्रखंड के सुरीपुर और कासंप गांव के इलाके में मंगलवार रात और बुधवार सुबह सैकड़ों चमगादड़ों की मौत हो गई. प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंच जांच में जुट गए हैं. आशंका जताई जा रही है कि चमगादड़ों की मौत गर्मी की वजह से हुई है. मंगलवार को पलामू प्रमंडल में रिकॉर्ड तापमान के आंकड़े दर्ज किए गए

ग्रामीणों के मुताबिक, दोनों गांवों में चमगादड़ पेड़ पर रहते थे. सभी पेड़ सोन नदी के तटीय इलाके में हैं. बुधवार को जब स्थानीय ग्रामीण इलाके में गए तो देखा कि कुछ चमगादड़ मर चुके थे और वे पेड़ से नीचे गिरे हुए थे. कुछ देर बाद अचानक पेड़ से चमगादड़ों के शव नीचे गिरने लगे. चमगादड़ों की मौत के बाद ग्रामीण दहशत में हैं.

वहीं हजारीबाग से भी ऐसी ही खबर आ रही है। पदमा राज के समय से ही ये चमगादड़ यहां अपना आशियाना बनाए हुए हैं. सरैया पाठक टोला में बीते 24 घंटे में सैकड़ों चमगादड़ की मौत हो गई है. बादुरों (चमगाड़ों) की मरने की खबर फैलते हीं पाठक टोला में सैकड़ों लोग पहुंच गए.

पदमा प्रखंड के सरैया चट्टी पाठक टोला में पीपल, बरागद, इमली, सेमल,आम के पेड़ों पर 100 वर्षो से अधिक समय से अपने प्राकृतिक आवास में रह रहे हैं. पहली बार ऐसा हो रहा है, जब मौत का सिलसिला इस तरह से देखने को मिल रहा है। हालांकि ये बात भी सहीहै कि पहली बार नौतपा में इस तरह की गरमी भी पड़ रही है।
सावधान: 29 मई से 2 जून तक गर्मी को लेकर हाई अलर्ट जारी किया गया है, लोग सतर्क रहे,करें सुरक्षा मनको का पालन

,झा. डेस्क

29 मई से 2 जून तक सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक कोई भी व्यक्ति बाहर (खुले आसमान के नीचे) नही निकलेगा क्योंकि मौसम विभाग ने यह बताया है कि तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से 55 डिग्री सेल्सियस तक जायेगा,जिससे अगर किसी भी व्यक्ति को घुटन महसूस हो या अचानक तबियत खराब हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं रूम के अंदर दरवाजा खोल कर रखे ताकि विंटीलेशन ना रहे,मोबाइल का प्रयोग कम करे, मोबाइल फटने की संभावना जताई जा रही है। 

कृपया सावधान रहें और लोगो को सूचित करें,दही , मट्ठा, बेल का जूस आदि ठंडे पेय पदार्थ का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा करें।

अत्यधिक महत्वपूर्ण सूचना 

नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय नागरिकों और निवासियों को निम्नलिखित के प्रति सचेत करता है।

आने वाले दिनों में 47 से 55 डिग्री सेल्सियस के बीच बढ़ते तापमान और क्यूम्यलस बादलों की उपस्थिति के कारण अधिकांश क्षेत्रों में दमघोंटू माहौल होने के कारण, यहां कुछ चेतावनियां और सावधानियां दी गई हैं।

 कारों में से इन्हें हटा दिया जाना चाहिए

1.गैस सामग्री 2 लाइटर 3. कार्बोनेटेड पेय पदार्थ 4. सामान्यतः इत्र और उपकरण बैटरियाँ 5. कार की खिड़कियाँ थोड़ी खुली (वेंटिलेशन) होनी चाहिए 6. कार के फ्यूल टैंक को पूरा न भरें 7.शाम के समय कार में ईंधन भरें 8.सुबह के समय कार से यात्रा करने से बचें 9. कार के टायरों को ज़्यादा न भरें, ख़ासकर यात्रा के दौरान।

बिच्छुओं और सांपों से सावधान रहें क्योंकि वे अपने बिलों से बाहर निकलेंगे और ठंडी जगहों की तलाश में पार्क और घरों में प्रवेश कर सकते हैं।

खूब पानी और तरल पदार्थ पियें,सुनिश्चित करें कि गैस सिलेंडर को धूप में न रखें, सुनिश्चित करें कि बिजली मीटरों पर अधिक भार न डालें और एयर कंडीशनर का उपयोग केवल घर के व्यस्त क्षेत्रों में करें, विशेषकर अत्यधिक गर्मी के समय में। और दो तीन घंटे के बाद 30 मनिट्स का रेस्ट ज़रूर दे। बाहर 45-47° घर पे AC 24-25° पर ही चेलाएँ,सेहत और तबियत ठीक रहेगी सूरज की रोशनी के सीधे संपर्क में आने से बचें, खासकर सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच।

अंत में: कृपया इस जानकारी को साझा करें क्योंकि अन्य लोग नहीं जानते होंगे और हो सकता है कि वे इसे पहली बार पढ़ रहे हों।

संताल परगना की तीन सीटों पर आज थम जाएगा चुनाव प्रचार अभियान , इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

झारखंड डेस्क

लोकसभा 2024 के अंतिम चरण के चुनाव में एक जून को झारखंड के संताल परगना की तीन लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जायेंगे। आज यानी गुरुवार की शाम गोड्डा, दुमका और राजमहल लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार थम जायेगा।

ऐसे में बुधवार को दुमका और गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभा और रोड शो किया। वहीं भाजपा के दो-दो राज्यों के सीएम छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव सोय और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, पूर्व सीएम सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कमाल संभाली।

विपक्ष की बात करें, तो झामुमो की कल्पना सोरेन और मंत्री बसंत सोरेन, मंत्री हफीजुल ने धुआंधार प्रचार किया। इनके अलावा सुप्रीयो भट्टाचार्या, विनोद पांडेय समेत अन्य नेताओं ने चुनाव प्रचार किया। कांग्रेस की ओर से मंत्री बादल, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता समेत कई नेता बैठकें कर रहे हैं, सभाएं कर रहे हैं।

अंतिम चरण में एक जून को तीनों लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी और इसी के साथ दुमका और गोड्डा के 19-19 और राजमहल के 14 उम्मीदवारों यानी कुल 52 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद हो जायेगी। वोटिंग सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगी।

गोड्डा से भाजपा के डॉ निशिकांत दुबे, कांग्रेस से प्रदीप यादव, बसपा से बजरंगी महथा समेत 16 निर्दलीय प्रत्याशी, दुमका से भाजपा की सीता सोरेन और झामुमो के नलिन सोरेन और राजमहल लोकसभा सीट से झामुमो के विजय हांसदा, भाजपा के ताला मरांडी और निर्दलीय में झामुमो के बागी प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम मैदान में हैं।

सरयू बनाम ढुलू मामला : धनबाद उपायुक्त के पास पहुंचा संयुक्त सचिव का पत्र ;जाँच करते हुए यथाशीघ्र कार्रवाई के दिए निर्देश


धनबाद: 25 अप्रैल को सरयू राय ने झारखंड के राज्यपाल को पत्र लिख की शिकायत

जमीनों पर जबरदस्ती कब्ज़ा करने का सरयू ने ढुलू पर लगाया आरोप

संयुक्त सचिव अर्चना मेहता ने धनबाद उपायुक्त को मामले में यथाशीघ्र जांच कर कार्रवाई के दिये निर्देश।

विधायक सरयू राय और बाघमारा विधायक सह धनबाद भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो के बीच आरोप प्रत्यारोप के बाद मामला लिखित रूप में शिकायत तक जा पहुंची है। बता दें कि सरयू राय लगातार ढुलू महतो पर हमलावर रहें हैं टिकट मिलने से लेकर अबतक वो ढुलू महतो पर कई आरोप लगा चुके हैं जबकि खुले मंच से भी उनकी छवि को लेकर कई बात रख चुके हैं।

25 अप्रैल को सरयू राय ने झारखंड के राज्यपाल को पत्र लिख की शिकायत । वहीं सरयू राय ने झारखंड के राज्यपाल को पत्र के माध्यम से ढुलू के ख़िलाफ 25 अप्रैल को शिकायत की थी जिसमें उन्होंने बाघमारा विधायक ढुलू महतो पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उन्हें यह ज्ञात हुआ कि उक्त क्षेत्र के वर्तमान विधायक एवं धनबाद लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ढुलू महतो द्वारा वहाँ के लोगों पर दबंगई एवं अत्याचार कर परेशान किया जा रहा है।जमीनों पर जबरदस्ती कब्ज़ा करने का सरयू ने ढुलू पर लगाया आरोप है।

पत्र में राज्यपाल को बताया कि ढुलू महतो महतो द्वारा जबरन वहाँ के लोगों की निजी जमीन, रैयती एवं सरकारी ज़मीनों पर भी कब्जा किया जा रहा है। ग्रामीणों की शिकायतों के बावजूद भी सरकार एवं पुलिस- प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है।

संयुक्त सचिव अर्चना मेहता ने धनबाद उपायुक्त को मामले में यथाशीघ्र जांच कर कार्रवाई के दिये निर्देश।

इसी पत्र के आलोक में झारखण्ड के राज्यपाल सचिवालय से संयुक्त सचिव अर्चना मेहता द्वारा धनबाद के उपायुक्त के नाम पत्र निर्गत करते हुए अनुरोध किया गया है कि मामले की सम्पूर्ण जाँच करते हुए यथाशीघ्र विधिसम्मत कार्रवाई करने की कृपा की जाय।

हथियारबंद उग्रवादियों ने मैक्लुस्कीगंज मे बीएसएनएल के ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के काम में लगे एक कंटेनर को फूंका,एक मज़दूर को भी जला दिया जिंदा




झारखंड में हथियारबंद उग्रवादियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दे दिया. भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के काम में लगे एक कंटेनर को फूंक दिया, जिसमें एक मजदूर जिंदा जल गया. ग्रामीण एसपी, एसएसपी ने मैक्लुस्कीगंज पहुंचकर मामले की पड़ताल की. फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी मैक्लुस्कीगंज पहुंच गई है. घटना रांची जिले के मैक्लुस्कीगंज के दुल्ली करम कोचा की है. ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बुधवार (29 मई) को घटनास्थल का दौरा किया और वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की. बताया कि मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के दुल्ली करम कोचा में एसआईपीएल कंपनी बीएसएनल का ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम कर रही है. घटना के बारे मे बतया जाता है मंगलवार (28 मई) की रात करीब 9:43 बजे चार अज्ञात हथियारबंद उग्रवादियों ने वहां धावा बोला और कंटेनर में आग लगा दी. जंगल की ओर से आये उग्रवादियों ने पहले फायरिंग करके दहशत फैलाया. बताया जा रहा है कि उग्रवादी बोतल में पेट्रोल भरकर लाये थे. पहले कंटेनर पर पेट्रोल छिड़का और उसके बाद उसमें आग लगा दी. सीसीएल से बुलाई गई रेस्क्यू टीम कंटेनर में आग लगाने के बाद अगले टायर में गोली मार दी. घटना की सूचना मिलने के बाद खलारी डीएसपी आरएन चौधरी, इंस्पेक्टर विजय सिंह, मैक्लुस्कीगंज के थाना प्रभारी गोविंद कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. सीसीएल से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया. तब तक कंटेनर पूरी तरह से जल गया था. आगजनी में करीब एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान उग्रवादियों की आगजनी में कंपनी का कंटेनर और उसके अंदर रखा एचडीडी मशीन, डीजी ट्रैकर सहित अन्य सामान जलकर राख हो गए. लगभग एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है. उग्रवादियों से बचने के लिए कंटेनर में छिप गया था संजय भूइयां घटना के दौरान मौका मिलते ही सारे मजदूर जान बचाकर भाग गए. एक मजदूर संजय भुईयां (25) पिता तुलसी भुईयां ग्राम छल्लीदोहर, मदनपुर, औरंगाबाद निवासी कंटेनर के अंदर ही छुप रह गया. चूंकि उग्रवादियों ने कंटेनर को भी आग के हवाले कर दिया, उसके अंदर छिपा संजय जिंदा जल गया. इन लोगों ने भागकर बचाई अपनी जान ऑपरेटर अखिलेश ठाकुर, मजदूर गुड्डू भुईयां, धर्मेंद्र भुईयां, गोलु भुईयां, सुखल भुईयां और रवि भुईयां (सभी छल्लीदोहर के रहने वाले) और बांकेबाजार निवासी गुड्डू भुईयां साइट पर काम कर रहे थे. उग्रवादियों को देखकर वे वहां से भाग गए. मिसिंग मजदूर संजय भुईयां कंटेनर में मृत मिला ठेकेदार के कर्मचारियों ने बताया कि घटना के बाद बुधवार सुबह जब घटनास्थल पर पहुंचे, तो सबसे पहले मजदूरों को ढूंढ़ा गया. सभी 5 मजदूर सुरक्षित मिले, लेकिन एक मजदूर मिसिंग था. खोजबीन के दौरान मजदूर संजय भुईयां का जला हुआ शव कंटेनर के अंदर देख सभी हतप्रभ रह गए. तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई. माओवादियों ने पहले छोड़ा था धमकी भरा पर्चा संवेदक के कर्मचारी ने बताया कि 19 अप्रैल को चामा के निकट काम के दौरान उग्रवादियों ने संवेदक के नाम एक पर्चा छोड़ा था. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी कोयल संख जोनल कमेटी के लेटर पैड पर काम बंद करने और संगठन से बात करने की हिदायत दी गई थी. रवींद्र जी के नाम से जारी पर्चा में धमकी दी गई थी कि कि अगर काम बंद नहीं हुआ, तो जान-माल की हानि हो सकती है. यह भी कहा था कि पुलिस को इसकी सूचना दी, तो अंजाम बुरा होगा.
रांची के अनगड़ा प्रखंड में ग्रमीण महिलाओं ने एक 60 वर्षीय व्यक्ति को पीट पीट कर मार डाला,उस व्यक्ति को जादू टोना जानने का आरोप लगा कर मारा गया


झारखंड डेस्क झारखंड की राजधानी रांची में एक विभत्स घटना सामने आयी है.एक बृद्ध को गांव की महिलाओ ने डायन बताकर हत्या कर दी. महिलाओं ने मिलकर लाठी व पत्थर से मार-मारकर उसकी हत्या कर दी. परिजनों पर दबाव बनाकर शव को नदी में फेंकने के लिए मजबूर कर दिया. घटना राजधानी रांची के अनगड़ा प्रखंड की है. बताया जा रहा है कि अनगड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत सुदुर पैका पंचायत के जरगा तेतरटोली में इस वीभत्स घटना हुई. इस संबंध में बताया गया है कि मंगलवार की शाम 6:00 बजे के आसपास बालेश्वर उरांव उर्फ बाया उरांव (60 वर्ष) पड़ोस के घर में सोई एक युवती को जबरन उठा रहा था. बताया जा रहा है कि उस वक्त वह शराब के नशे में धुत था. युवती बालेश्वर की हरकत से परेशान होकर चिल्लाने लगी. उसकी आवाज सुनकर पड़ोस की महिलाएं एकत्रित हो गईं. इसी बीच, बात बढ़ी और महिलाओं ने लाठी व पत्थर से मारकर उसकी हत्या कर दी. बीच बचाव करने के लिए पहुंची बालेश्वर की पत्नी एतवारी देवी को भी महिलाओं ने मारकर घायल कर दिया. बालेश्वर की हत्या करने के बाद महिलाओं ने मृतक के परिजनों को लाश को जल्दी ठिकाने लगाने का फरमान सुनाया. उसके बाद ग्रामीणों के दबाव में बुधवार (29 मई) को तड़के मृतक के दोनों पुत्र और अन्य परिजनों ने शव को राढ़ू नदी में फेंक दिया. इसकी सूचना मिलने पर अनगड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जब्त किया. मामले में पुलिस ने गांव की दशमी देवी, जुलियानी तिर्की, सोमारी देवी, दुलिया लकड़ा व अनिमा मुंडा को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार महिलाओं ने कहा : जादू-टोना जानता था बालेश्वर कई अन्य लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. गिरफ्तार महिलाओं ने बताया कि मृतक जादू-टोना जानता था. वह काला जादू करके गांव की महिलाओं को मारने की धमकी देता रहता था. उसने जिस युवती को पकड़ा था, उसे भी वह मारने की फिराक में था. गांव वाले जब भी उसे कुछ कहते थे, तो वह थाना में जाकर डायन-भूत मामले में प्रताड़ना का केस दर्ज करा देता था.
झारखंड में ईडी की कार्रवाई से बनता जा रहा है बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल मंत्री और नौकरशाह का ठिकाना

कुछ कार्रवाई पर उठ रही है अंगुली,तो और कारवाई से ईडी जीत रहा है जनता का भरोसा



झारखंड डेस्क रांची का बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल मे इन दिनों माननीय का आवास सा बन गया है। झारखंड जैसे राज्य के लिए यह बहुत गर्व की बात नही है। पिछले कुछ दिनों में जितने भी खुलासे हुए ।जितनी कैश बरामद हुई और इस आरोप में जो लोग भी जेल गये अगर सभी जाँच में सत्यापित हो जाते है और आरोपियों पर दोष सिद्ध हो जाता है तो झारखंड के इतिहास में यह कलंकित अध्याय होगा। आज् बिरसा मुंडा केंद्रीय करागार में झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भी इडी ने गिरफ्तार कर डाला गया।उनपर लैंड स्केम का आरोप लगाया गया है। हलाकि जिस जमीन के मामले में उन्हे गिरफ्तार किया गया है वह जमीन इनके नाम पर नही है।और सीधा आरोप सिद्ध नही होता है,लेकिन ईडी ने उन्हे आरोपित कर जेल में डाल दिया है।अब मामला नययालय् में है और इस मामले में ईडी इस आरोप को सिद्ध कर पाती है या नही यह समय बताएगा लेकिन झामुमो और राज्य के अधिसंख्य जानता यह मानकर चल रही है कि भारतीय क़ानून व्यवस्था हमारी बहुत मज़बूत है और हेमंत सोरेन बेदाग मुक्त होंगे। लेकिन राज्य में लैंड स्केम के अलाबे बहुत कुछ और ऐसा हुआ है।और ईडी ने खुलासे किये हैँ वह हैरत अंगेज है। जिसके करण ईडी की कुछ कार्रवाई पर भले अंगुली उठे लेकिन कुछ कार्रवाई की सत्यता से उनके पहल की प्रशासा भी हो रही है,और लोग भरोसा भी कर रहे हैं। अभी हाल में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम 15 मई 2024 को गिरफ्तार किये अगर जो अभी इसी जेल में हैँ। उनपर कमीशन स्केम का आरोप ईडी ने लगाया।कमीशन का 35 करोड़ रुपये भी बरामद किया गया।यह बहुत हीं गंभीर मामला है।सरकार में मंत्री पद पर आसीन लोग किस तरह विकास के नाम पर स्वीकृत राशि का बंदरबांट करते हैँ इसका यह बहुत बड़ा उदहारण है।इस तरह सभी मंत्रालय सवालों के घेरा में आ रहा है। उससे पहले आईएएस पूजा सिंघल, छविरंजन, झारखंड प्रशानिक सेवा के अफसर संजीव लाल और ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम गिरफ्तार हुए थे। अभी कुछ और गिरफ्तारियों की आशंका जताई जा रही है। झारखंड टेंडर कमीशन घोटाले में ईडी का जांच दायरा बढ़ता जा रहा है झारखंड के घोटालों के फेहरिस्त में टेंडर कमीशन घोटाला नया अध्याय है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी जहां हाथ डालते हैं, नए-नए घोटालों का राजफाश होने लगा है। यह भी सच है कि ज्यादातर घोटालों के तार पूर्ववर्ती रघुवर दास के कार्यकाल से ही जुड़ते रहे हैं। मनरेगा घोटाले की जांच के लिए ईडी ने पहली बार झारखंड में दबिश दी थी। रघुवर दास के कार्यकाल में खूंटी की उपायुक्त पूजा सिंघल पर मनरेगा घोटाले का आरोप लगा था। ईडी ने जांच शुरू की तो नए-नए घोटालों की परतें खुलती गईं। ईडी को 1250 करोड़ रुपये के पत्थर खनन घोटाला का पता चला तो जमीन घोटालों के मामले भी ईडी ने उजागर उजागर किए। अब ईडी ने टेंडर घोटाले की पोल खोल दी है। *2019 में भी टेंडर घोटाले के मामले आये थे सामने* झारखंड एसीबी की टीम को अब से पांच साल पहले ही टेंडर कमीशन की भनक लग गई थी, जब 10 हजार रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने जमशेदपुर में एक जूनियर इंजीनियर सुरेश राम को गिरफ्तार किया था। सुरेश राम एक ठेकेदार से टेंडर के एवज में पैसे ले रहे थे। सुरेश राम ने तब कबूल किया था कि ये पैसे चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के पास पहुंचाए जाने हैं। तब राज्य में रघुवर दास के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार थी। रघुवर सरकार की सत्ता में पुनर्वापसी नहीं हुई और हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन वाली सरकार ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। ऐसा जानबूझ कर किया गया या लापरवाही में, पर खामियाजा गठबंधन सरकार को ही अब झेलना पड़ रहा है। *वीरेंद्र के घर से मिले थे 2.66 करोड़* रिश्वत लेने वाले सुरेश राम को लेकर एसीबी की टीम ने जब वीरेंद्र राम के घर पर दबिश दी तो उसके होश उड़ गए। वीरेंद्र के आवास में एसीबी को 2.66 करोड़ नकद मिले थे। इतनी बड़ी रकम बरामद होने के कारण ईडी ने मामले को अपने हाथ ले लिया। चार साल बाद ईडी ने फरवरी 2023 में वीरेंद्र राम के 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की तो 30 लाख रुपये के नकद के अलावा अलावा 1.50 करोड़ रुपये जेवरात भी मिले। उनकी 100 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति की भी ईडी को जानकारी मिली। ईडी ने उनसे लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। *साल भर रही चुप्पी उसके बाद फिर जाँच मे आयी तेजी* वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने साल भर चुप्पी साध ली। इधर टेंडर में कमीशनखोरी का धंधा परवान चढ़ता रहा। ईडी ने इसी महीने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर छापा मारा। वहां से नोटों का 'पहाड़' बरामद किया। एक जगह से ईडी को 32 करोड़ से अधिक नकद मिले। फिर संजीव लाल के दफ्तर और उसके करीबियों के आवास पर ईडी ने दबिश दी तो और चार करोड़ रुपये बरामद हुए। ईडी ने संजीव लाल और उसके नौकर को तो उसी दिन गिरफ्तार कर लिया। दो दिन बाद मंत्री आलमगीर आलम को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया। आलमगीर से भी ईडी ने दो दनों तक मैराथन पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। इस् बींच जो बातें सामने आयी उसके बाद ईडी को अलग-अलग पूछताछ में उनसे यह जानकारी मिली कि ग्रामीण विकास विभाग के ठेके के एवज में मोटा कमीशन ठेकेदारों से वसूल किया जाता था। फिर इसका बंदरबांट विभाग के ऊपर से नीचे तक के अधिकारियों में होता था। *मंत्री को भी उनका हिस्सा पहुंचता था।* वसूली से आए पैसे रखने का दायित्व संजीव लाल का ही था। उसने अपने नौकर जहांगीर आलम के नाम पर एक फ्लैट ले रखा था, जहां ये पैसे रखे जाते थे। जहांगीर अलग-अलग स्थानों पर जाकर लोगों से पैसे इकट्ठा करता और झोले में लेकर स्कूटी से फ्लैट तक आता। जिस अपार्टमेंट में जहांगीर का फ्लैट है, वहां के लोगों को इसकी तनिक भी भनक नहीं थी कि वहां नोटों का जखीरा रखा गया है। *फ्लैट से नोट और कागजात भी मिले* ईडी ने दो बार जहांगीर आलम के फ्लैट की अब तक तलाशी ली है। पहली बार जब नोट बरामद हुए थे। दूसरी बार शनिवार (25 मई 2024) को ईडी ने जहांगीर के फ्लैट को खंगाला। वहां से जो दस्तावेज और कागजात ईडी के हाथ लगे हैं, उनमें लेन-देन का पूरा ब्यौरा लिखा बताया जाता है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, ग्रामीण विकास विभाग के उन अफसरों के नाम उन कागजों में हैं, जिन्हें कमीशन का हिस्सा पहुंचता था। इसके अलावा भी कुछ और सनसनीखेज दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो जांच के दायरे को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं। *IAS मनीष का भी आया हिस्सेदारों में नाम* पूछताछ और बरामद कागजात के ब्यौरे से ईडी को यह पता चल चुका है कि ग्रामीण विकास विभाग में सचिव रहे मनीष रंजन भी कमीशन के पैसों में हिस्सेदार हैं। ईडी ने पूछताछ के लिए उन्हें 24 मई को बुलाया था, लेकिन उन्होंने अपनी व्यस्तता बताते हुए तीन सप्ताह की मोहलत मांगी। ईडी ने उन्हें सिर्फ तीन दिन दिन की मोहलत देते हुए 28 मई को हर हाल में हाजिर होने को कहा गया था जिसमे वे हाज़िर हुए। मंत्री आलमगीर आलम दूसरी बार ईडी के रिमांड पर थे। उनके रिमांड की अवधि 27 मई को खत्म हो गयी। ईडी तीसरी बार उनके रिमांड के लिए पीएमएलए कोर्ट से आवेदन करने की तैयारी में है। ईडी की तैयारी आलमगीर और मनीष रंजन को आमने-सामने बिठा कर पूछताछ करने की है। आशंका यह भी जताई जा रही है कि मनीष भी नहीं बचेंगे। *ईडी के रडार पर हैं कई और अफसर* ईडी के हाथ जहांगीर के फ्लैट से जो कागजा हाथ लगे हैं, उनमें लेन-देन का हिसाब कोड वर्ड में लिखा है। संजीव लाल, जहांगीर और मंत्री आलमगीर से पूछताछ में ईडी इन्हें डिकोड कर चुकी है। अब उसके पास कमीशन घोटाले में संलिप्त लोगों के नामों का पता चल चुका है। इसलिए मनीष रंजन के बाद कई और अफसरों को ईडी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर सकता है। ईडी को जहांगीर के फ्लैट की दोबारा तलाशी में जो कागज मिले हैं, उनमें ठेकेदारों के नाम भी दर्ज हैं, जिनसे ठेके के एवज में कमीशन वसूले गए। *रांची का जेल माननीय का बनता जा रहा है आवास*। रांची की बिरसा मुंडी सेंट्रल जेल में फिलवक्त पूर्व सीएम हेमंत सोरेन जमीन घोटाले में बंद हैं। अब तो ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम भी पहुंच गए हैं। आईएएस पूजा सिंघल, छवि रंजन और मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के अलावा अब मनीष रंजन के भी जेल जाने की स्थिति बनती दिख रही है। यानी सरकार चलाने वाले नेताओं से लेकर अधिकारियों तक का ठिकाना सेंट्रल जेल बनता जा रहा है। टेंडर कमीशन घोटाले में कुछ और अफसरों के भी सेंट्रल जेल जाने के आसार दिख रहे हैं।