राजद के 'जंगलराज' को याद कर आज भी डर जाते हैं लोग, एनडीए सरकार ने बिहार मे स्थापित किया सुशासन : प्रभाकर मिश्र
पटना : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर कुमार मिश्र ने कहा कि पति-पत्नी के शासनकाल के जंगल राज को याद कर आज भी लोग डर जाते हैं। पति-पत्नी के 15 वर्षों का शासनकाल बिहार के इतिहास में काला अध्याय के रूप में हमेशा के लिए दर्ज हो चुका है।
श्री मिश्र ने आज सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि महागठबंधन के लोग कुछ भी बोले, कुछ भी वादे करें, बिहार के लोग फिर से जंगल राज में लौटना नहीं चाहेंगे। बिहार में आज जो कुछ बेहतर दिख रहा है वह एनडीए सरकार की देन है।
एनडीए की सरकार ने बिहार की सूरत और सीरत दोनों बदली। आज बिहार और बिहारियों के प्रति नजरिया बदल गया है। आज बिहारियों की पहचान मेधावी, प्रतिभाशाली और मेहनती के रूप स्थापित है, वहीं, बिहार की पहचान सबसे तेज गति से प्रगति कर रहे राज्य के रूप में है। यह एनडीए सरकार की ही देन है।
श्री मिश्र ने कहा कि महागठबंधन के एक बड़े नेता को दूसरे के अच्छे कार्यों का श्रेय लेने की आदत रही है। जिसके पिता ने नौकरी के बदले गरीबों की जमीन ले ली और योग्य अभ्यर्थियों की हकमारी की, वह युवाओं को क्या नौकरी देगा। राजद के इस नेता का बस चलता तो, एक-एक पद की बोली लगाकर करोड़ों रुपये डकार जाते।
उन्होंने कहा कि 2005 के बाद बिहार में क्या परिवर्तन हुआ है , यह किसी से पूछने कि बात नहीं, अपितु देखने और महसूस करने की बात है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने बिहार की खोयी अस्मिता को वापस लाया। केंद्र की एनडीए सरकार की मदद से कई योजनाएं शुरू कीं और बिहार का सर्वांगीण विकास किया।
एनडीए के शासनकाल में बिहार में हुए सकारात्मक बदलाव को समझने के लिए 2005 के पहले के बिहार को याद करना होगा। एनडीए की सरकार जब 2005 में बनी, तब एक नये युग का सूत्रपात हुआ। यह नया युग है विकास का, युवाओं के रोजी-रोजगार का और समाज में अमन-चैन का। केंद्र की मोदी सरकार और बिहार की एनडीए सरकार ने देश -प्रदेश में रोजी-रोजगार की बहार ला दी है।
Apr 08 2024, 18:15