होली पर्व शांतिपूर्ण एंव सौहाद पूर्ण वातावरण में सम्पन्न होने को लेकर अनुमंडल स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित
औरंगाबाद: आज दिनाक 18.03.2024 को जिल योजना भवन, औरंगाबाद के सभा कक्ष में 11:00 बजे पूर्वा० से अनुमडल पदाधिकारी, औरंगावाद एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मु०-2 औरगाबाद के अध्यक्षता में होली पर्व 2024 शांतिपूर्ण एंव सौहाद पूर्ण वातावरण में सम्पन्न हो, अनुमंडल स्तर पर शांति समिति की बैठक आयोजित किया गया।
अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद द्वारा उपस्थित सभी पदाधिकारी एंव गण्यमान्य व्यक्तियों का अभिवादन स्वीकार करते हुए होली पर्व भाईचारे के साथ शांतिपूर्ण एव सौहार्द पूर्ण वातावरण में मनाने का निदेश दिया गया।
अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद के द्वारा सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकासपदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निदेश दिया गया कि होली पर्व के अवसर पर सभी संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण/ पर्यवेक्षग करने तथा यह सुनिश्चित करेंगे कि इस पर्व के अवसर पर कोई भी व्यक्ति मस्जिद, कब्रिस्तान, कर्बल्लाह अदि के समीप पटाखा एवं विस्फोटक पदार्थों का प्रयोग नही करें। होली के दिन सभी अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र में विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाये रखने हेतु सघन गश्ती कार्य करना सुनिश्चित करेंगे ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना नही हो एवं परिवहन व्यवस्था सुचारू रूप से संचालित होते रहे।
अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद द्वरा यह भी बताया गया कि होलिका दहन के समय लोगो के द्वारा लोक संगीत (फगुआ) गाया जाता है।
कभी-कभी इस गायकी में अश्लील शब्दों प्रयोग भी किए जाने से विवाद उत्पन्न होता है। होली दहन के क्रम में मशाल (लुकवारी)भॉंजते हुए शरारती तत्वों द्वारा जान-बूझ कर पूर्व विवाद को लेकर दूसरों के फूस की झोपडियों/ फसल / जलावन आदि में आग भी लगा दी जाती है तथा दूसरे की सीवाना में लुकवारी फेक देते हैं जिससे विवाद उत्पन्न होत है। होली के दिन सामान्यतः लोग रंग-अबीर से होली खेलते है। प्रायः ऐसा भी देखा जाता है कि होली के नाम पर लोग एक दूसरे पर कीचड़ गोबर या पेन्ट फेकते हैं तथा एक-दूसरे के कपड़े फाड़ देते हैं जो विवाद का कारण होता है. जिससे विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन हो सकती है। शरारती तत्वों के द्वारा अन्य समुदाय के लोगों तथा धार्मिक स्थलों पर अबीर-गुलाल फेंके जाने के कारण, एक दूसरे पर टीका-टिप्पणी किये जाने के कारण तथा अन्थ करणों से विवाद की सम्भावना बनी रहती है।इस अवसर पर विशेष प्रशासनिक सतर्कता अपेक्षित है।
उस दिन समूदाय विशेष के धार्मिक स्थलों विशेषकर कब्रिस्तानों के निकट प्रशासनिक प्रबन्धन तथा निगरानी आवश्यक है, ताकि शरारती तत्वों द्वारा साम्प्रदायिक सदभावना को प्रभावित ना किया जा सके ।ऐसा भी देखा गया हैकि निर्धारित समय के पूर्व होलिका स्थान पर आग फेंक दिया जाता है जिससे विवाद उत्पन्न होने की संभावना रहती है। इस संबंध में अनुमंडल पदाधिकारी द्वारा सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निदेश दिया गया की इस पर सतत निगरानी रखेगे। वैसे सवेदनशील स्थानों पर चौकिदार, पंचायत सेवक विकास मित्र एवं अन्य कर्मी को प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे।
सभी थानाध्यक्षों को अनुमंडल पुलिर पदाधिकारी, मु०-2 द्वारा निदेश दिया गयाकि अपने-अपने थाना स्तर के डीoजे संचालको का बैठक कर यह घोषणा पत्र भरवा लेंगे कि डीoजे० का उपयोग कदापि नहीं करेंगे क्योकि शरारती तत्वों द्वारा धार्मिक उन्माद वाले नारे लगाकर डीoजे० पर अश्लील गाने बजाकर साम्प्रदायिक सदभावना को प्रभावित किया जा सकताहै। एसे व्यक्तिओं पर कड़ी निगरान रखते हुए वैधानिक एवं प्रशासनिक कारवाई करना सुनिश्चित करेंगे।
यद्यपि बिहार राज्य में पूर्णतः शराबंदी है तथापि किसी अन्य तरीके से मद्यपान कर अथवा गांजा, भांग जैसे मादक द्रव्यों का सेवन नशा करने वालों के द्वारा हंगामा किया जा सकता है। कुछ युवाओं के द्वारा नशे का सेवन कर तेजी व लापरवाही से दुपहिया तथा चारपहिया वाहन सडक पर चलाया जाता है जिससे दुघर्टना की संभावना रहती है। बिहार राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में पडोसी राज्यों से चोरी-छिपे शराब लागकर उसका सेवन तथा उसकी बिक्रि की संभावना होली में रहेगी।
इस संबंध में अनुमण्डल पदाधिकारी, औरंगाबाद एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मु0-2 के द्वारा सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्षों को यह भी निदेश दिया गया कि शराब तस्करों एवं शराब का सेवन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करना सुनिशिचित करेंगे। चेक नाका/ चेक पोस्ट पर सघन चेकिन एवं छापेमारी का कार्य करेंगे। साथ ही अभियान चलाकर वाहन जॉच करेंगे।
सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष झुमटा जुलूस के लिए यह सुनिश्चित करेंगे की ऐसी कोई झॉंकी अथवा दृश्य नहीं होगा जिससे किसी सम्प्रदाय, जाति वर्ग अथवा समूदाय की भावनाओं को ठेस पहुँचे या किसी प्रकार की वैमनस्यता उत्पन्न होनी की संभावना ना हो। इसके उल्लंघन की अवस्था में व्यक्तियों के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी इसका सख्ती से अनुपालन यरना सुनिश्चत करेंगे।
होली पर्व शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण जातावरण में सम्पन्न करने के निमित पूर्व से सभी संवेदनशील स्थलों का भ्रमण करने एवं शांति समिति की बैठक करने हेतु सभी अंचलाधिकारी/सभी थानाध्यक्ष को निदेश दिया गथा। जिस स्थल पर विवाद की सम्भावना हो वहाँ पर भी गणमान्य व्यक्तियों के साथ स्थानीय शाति समिति की बैठक कर ड़ाटा बेस तैयार कर लेने हेतु निदेश दिया गया।
सभी थानाध्यक्ष को द०प्र०स० की धारा 107 के अन्तर्गत जारी वारण्टों को शीघ्र तामिल करने तथा द०प्र0स० की धारा 144 से संबंधित न्यायालय से मंगा गया जाँच प्रतिवेदन शीघ्र भेजने का निदेश दिया गया।
सभी अंचल अधिकारी, प्रखंड विकस पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को निदेश दिया गया की लोक सभा आम निर्वचन-2024 की अधिसूचना जारी होने के पश्चात उसी दिन से आर्दश आचार सहिता के आदेशों / अनुदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
उक्त बैठक में विद्युतविभाग, लोक स्वास्थ्य विभाग, अग्निशमन विभाग के पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, प्रखण्ड़ विकास पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष सदर अनुमण्डल, औरंगाबाद के अतिरिक्त सभी प्रखंडों के गण्यमान्य व्यक्ति भाग लिए।
Mar 20 2024, 16:59