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नशीले पदार्थों पर बढ़ा लोगों का खर्चा, पढ़ाई पर घटा, सर्वे में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़े

डेस्क: पिछले 10 साल में पान, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों पर खर्च बढ़ा है और लोग अपनी आय का बड़ा हिस्सा ऐसे उत्पादों पर खर्च कर रहे हैं। एक सरकारी सर्वे में यह बात कही गई। पिछले सप्ताह जारी घरेलू उपभोग व्यय सर्वे 2022-23 से पता चलता है कि कुल घरेलू खर्च के एक हिस्से के रूप में पान, तंबाकू और नशीले पदार्थों पर खर्च ग्रामीण और शहरी, दोनों क्षेत्रों में बढ़ गया है। आंकड़ों के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में इन मदों पर खर्च 2011-12 के 3.21 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 3.79 प्रतिशत हो गया है।

एजुकेशन के खर्च में आई गिरावट

इसी तरह, शहरी क्षेत्रों में खर्च 2011-12 के 1.61 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 2.43 प्रतिशत हो गया। शहरी क्षेत्रों में शिक्षा पर खर्च का अनुपात 2011-12 के 6.90 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 5.78 प्रतिशत रह गया। ग्रामीण क्षेत्रों में यह अनुपात 2011-12 के 3.49 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 3.30 प्रतिशत रह गया।

प्रोसेस्ड फूड पर बढ़ा खर्चा

सर्वे में यह भी कहा गया कि शहरी क्षेत्रों में पेय पदार्थों और प्रोसेस्ड फूड पर खर्च 2011-12 के 8.98 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 10.64 प्रतिशत हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में यह आंकड़ा 2011-12 के 7.90 प्रतिशत से बढ़कर 2022-23 में 9.62 प्रतिशत हो गया। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) ने अगस्त, 2022 से जुलाई, 2023 तक घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (HCES) किया। घरेलू उपभोग व्यय से संबंधित इस सर्वे का मकसद प्रत्येक परिवार के मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (MPEC) के बारे में जानकारी हासिल करना है। इसके तहत देश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों व विभिन्न सामाजिक-आर्थिक समूहों के लिए अलग-अलग रुझानों का पता लगाया जाता है।

पाकिस्तान को मिला नया प्रधानमंत्री, शहबाज शरीफ के हाथ दूसरी बार आई कमान

डेस्क: पाकिस्तान के नवनिर्वाचित संसद में पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने आसानी से बहुमत हासिल कर लिया है। दोनों पार्टियों ने सर्वसम्मति से शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री का उम्मीदवार चुन लिया है। ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब शहबाज शरीफ को गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने के लिए प्रधानमंत्री चुना गया है। पाकिस्तान में आम चुनाव होने से पहले उनके भाई नवाज शरीफ को प्रधानमंत्री बनाए जाने की चर्चा थी, लेकिन कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना ने नवाज के सामने ऐसी शर्त रख दी कि शहबाज को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने का मौका मिल गया। 

बता दें कि शहबाज शरीफ पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं। अब वह लगातार दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए हैं। 72 वर्षीय शहबाज़, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की ओर से सर्वसम्मति से उम्मीदवार चुने गए हैं। उन्हें 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट हासिल हुए हैं। 

पीटीआई नेता को मिले सिर्फ 92 वोट

शहबाज के प्रतिद्वंद्वी और जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की ने भी अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की ओर से उमर अयूब खान को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था, लेकिन उन्हें 336 सदस्यीय सदन में सिर्फ 92 वोट ही मिल सके। जबकि पीटीआई के निर्दलीय समर्थकों ने 93 सीटें जीती हैं। पाकिस्तान में नई संसद का सत्र बुलाए जाने के बाद पीटीआई समर्थित सांसदों ने खूब हंगामा किया। 

इन सबके बीच शहबाज को पीएम पद का उम्मीदवार चुना गया। अब शहबाज शरीफ को सोमवार को राष्ट्रपति भवन ऐवान-ए-सद्र में प्रधानमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। पाकिस्तान में आम चुनाव कराने के लिए संसद भंग होने से पहले शहबाज़ ने अप्रैल 2022 से अगस्त 2023 तक गठबंधन सरकार के प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया था।

*"जब तक चीन नहीं करेगा ये काम...तब तक शांति की कोई गुंजाइश नहीं", LAC विवाद पर बोले जयशंकर*


डेस्क: भारत-चीन के बीच वर्ष 2020 से ही तनाव चरम पर बना हुआ है। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति के लिए दोनों देशों के बीच हुई 20 से अधिक सैन्य वार्ताएं भी विफल रही हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव पीक पर है। इस बीच विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से जारी सैन्य गतिरोध को लेकर बड़ा बयान दिया। जयशंकर ने शनिवार को कहा कि चीन को सीमा प्रबंधन समझौतों का पालन करना चाहिए और भारत-चीन संबंधों में सुधार के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति का माहौल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक चीन इस समझौते का पालन नही करता, तब तक सीमा पर शांति संभव नहीं है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक ‘थिंकटैंक’ के संवाद सत्र में कहा कि मोदी सरकार सीमा पर बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच संबंधों में संतुलन होना चाहिए। जयशंकर ने चीन से निपटने को लेकर एक व्यापक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि भारत ने अतीत में अंतरराष्ट्रीय संबंधों का उतना प्रभावी ढंग से उपयोग नहीं किया, जितना वह कर सकता था। मगर अब मौजूदा सरकार इसमें कोई कोताही नहीं कर रही। विदेश मंत्री ने चीन से उत्पन्न चुनौतियों का प्रभावी ढंग से सामना करने के लिए प्रौद्योगिकी और आपूर्ति श्रृंखला के क्षेत्रों समेत विभिन्न क्षेत्रों में एक मजबूत देश बनने की भारत की आवश्यकता को रेखांकित किया।

चीन को करना होगा समझौते का पालन

भारत-चीन के बीच गलवान घाटी हिंसा के बाद से तनाव चरम पर है। इस बीच दोनों देशों के बीच कई बार सैन्य वार्ताएं हुई और दोनों पक्षों ने सीमा पर सैनिकों के जमावड़े को कम किया। बावजूद स्थाई शांतिके लिए अब तक कोई समाधान नहीं खोजा जा सका है। जयशंकर ने कहा, “एक संतुलन होना चाहिए और सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति होनी चाहिए, जो समझौते हुए हैं उनका पालन करना होगा।”(भाषा)

लोकसभा चुनाव से पहले कैबिनेट की आखिरी बैठक जारी, पीएम मोदी कर रहे अध्यक्षता

डेस्क: लोकसभा चुनाव से पहले आज कैबिनेट की आखिरी बैठक चल रही है। इस बैठक में पीएम मोदी केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस बैठक में आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर रणनीति पर बात हो सकती है और कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।

कई मौजूदा सांसदों और मंत्रियों के टिकट काटे गए

गौरतलब है कि शनिवार को बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए कैंडीडेट्स की पहली लिस्ट जारी कर दी थी। इस लिस्ट में कई मौजूदा सांसदों और मंत्रियों के टिकट काटे गए हैं और नए चेहरों को मौका दिया गया है। इस लिस्ट में 195 उम्मीदवारों का नाम शामिल है।

बीजेपी की तरफ से जारी की गई इस पहली सूची में 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित राज्यों के 195 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। इसमें वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गांधी नगर से अमित शाह और लखनऊ से राजनाथ सिंह चुनाव लड़ेंगे। 

इसके साथ ही इस सूची में 34 केंद्रीय मंत्रियों का भी नाम शामिल है। इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और दो पूर्व मुख्यमंत्रियों का नाम इस लिस्ट में शामिल है। वहीं पहली सूची में 28 महिला उम्मीदवारों को नाम है। इसके साथ ही 50 से कम उम्र के 47 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया है।

हिमाचल प्रदेश में फिर शुरू हुई बर्फबारी, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट, कुल्लू और लाहौल स्पीति जिला में भारी बारिश, कई रूट पर आवाजाही बन्द

कुल्लू और लाहौल स्पीति जिला में भारी बारिश हो रही है। सुबह 10 बजे तक केलांग ने 40 सेंमी, उदयपुर में 40, सिस्सू में 30, नार्थ पोर्टल 30, साउथ पोर्टल में 60 सेंटीमीटर, कोकसर में 45, दारचा रोहतांग में 90, बरालाचा में 100, कुंजम पास में 100, शिंकुला दर्रा 110 सेंटीमीटर बर्फबारी का अनुमान है। इसके अलावा जलोडी दर्रा में 30 और सोलंगनाला में 30 सेंमी ताजा बर्फबारी हुई है।भारी बर्फबारी के चलते जनजातीय जिला किन्नौर के सभी ग्रामीण रूटों पर वाहनों की आवाजाही बंद है। ऊपरी शिमला, किन्नौर और आउटर सिराज के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है। निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है। किन्नौर के पूर्वणी, यूला, रल्ली और निगुलसरी में भूस्खलन से एनएच पांच बंद है।जिला कुल्लू और लाहौल में बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। जिला कुल्लू में दो दिनों बारिश का दौर जारी है। खासकर रात से मूसलाधार बारिश होने से ब्यास नदी के साथ सरवरी खड्ड का जलस्तर एकाएक बढ़ गया है। छरूडू के पास भूस्खलन होने से कुल्लू-मनाली वामतट बंद हो गया है।

भुंतर मणिकर्ण सड़क में जगह जगह भूस्खलन हुआ है। बर्फबारी व बारिश से जिला में कई सड़कों के साथ कई क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई है। भारी बारिश के बीच शनिवार को हजारों विद्यार्थी परीक्षा देने पहुंचे।चंबा जिला में बारिश और बर्फबारी ने कहर ही बरपा दिया है। जनजातीय क्षेत्र पांगी और भरमौर की ऊपरी चोटियों में 20.32 सेंटीमीटर से 25.40 बर्फबारी हुई है। इसके अलावा शेष जिला में भारी बारिश से भरमौर-पठानकोट हाईवे धरवाला, दिनका घार, दुर्गेठी में भूस्खलन से बंद पड़ गया है। जबकि, जिला के 25 मार्गो पर वाहनों की रफ्तार थमी होने से लोगों विशेषकर विद्यार्थियों और नौकरीपेशा लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। हांलाकि, पटरी से उतरी सेवाओं को सुचारू करवाने के लिए विभागीय टीमें युद्ध स्तर पर डटी हुई हैं। कुल मिला कर मौसम के पूर्वांनुमान के बाद जिला में जमकर मेघ बरस रहे हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 : गोरखपुर के सियासी मंच पर भिड़ेंगे दो भोजपुरी एक्टर्स, भाजपा ने दोबारा रवि किशन तो सपा ने काजल निषाद को उतारा

 लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन और एनडीए के बीच सीधा मुकाबला होगा। भारतीय जनता पार्टी ने यूपी में 51 और समाजवादी पार्टी ने 31 उम्मीदवारों की नामों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने गोरखपुर से दोबारा रवि किशन को उम्मीदवार बनाया है। योगी के गढ़ में भोजपुरी एक्टर्स भिड़ेंगे। गोरखपुर के सियासी मंच पर रवि किशन के खिलाफ सपा ने भी उतारा इसी प्रोफ़ाइल की उम्मीदवार।

समाजवादी पार्टी ने गोरखपुर से भोजपुरी एक्ट्रेस काजल निषाद को टिकट दिया है। ऐसे में दोनों एक्टर्स चुनावी मैदान में एक-दूसरे को टक्कर देते नजर आएंगे। अगर रवि किशन भोजपुरी फिल्म जगत के अमिताभ बच्चन कहे जाते हैं तो काजल निषाद भी भोजपुरी की जानी-मानी एक्ट्रेस हैं। साथ ही काजल निषाद का गोरखपुर ससुराल भी है।

कौन हैं काजल निषाद

गुजरात के कच्छ में जन्मी काजल निषाद छोटे से लेकर बड़े पर्दों पर अपना जलवा बिखेर चुकी हैं। वे कॉमेडी शो लापतागंज के साथ भोजपुरी फिल्मों में भी काम चुकी हैं। कागज निषाद की शादी गोरखपुर के भौवापार के रहने वाले संजय निषाद से हुई है। संजय निषाद भी भोजपुरी फिल्मों के फेमस निर्माता हैं। सपा में आने से पहले काजग निषाद ने कांग्रेस के टिकट पर साल 2012 में विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गई थीं। इसके बाद उन्होंने साल 2021 में सपा जॉइन की। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने उन्हें टिकट दिया था, लेकिन वह फिर हार गईं। अखिलेश यादव ने गोरखपुर से रवि किशन के खिलाफ काजल निषाद को उम्मीदवार घोषित किया है।

कौन हैं रवि किशन

जौनपुर के रहने वाले रवि किशन बॉलीवुड से लेकर भोजपुरी फिल्मों में काम कर चुके हैं। वे भोजपुरी फिल्मों के अमिताभ बच्चन कहे जाते हैं। साल 2016 में उन्होंने बिग बॉस में हिस्सा लिया था। भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन ने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर जौनपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद उन्होंने साल 2017 में भाजपा जॉइन कर ली। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में रवि किशन ने गोरखपुर से जीत हासिल की। भाजपा ने एक बार फिर रवि किशन पर विश्वास जताया है।

लाल सागर में हुती विद्रोहियों ने किया था रूबीमार नामक जहाज पर हमला, जो अब लाल सागर में पूरी तरह से डूब चुका, यमन सरकार ने की पुष्टि



 इजरायल और हमास के बीच पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुए युद्ध के बाद लाल सागर से गुजरने वाले व्यावसायिक जहाजों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इन जहाजों पर यमन के हूती विद्रोही लगातार हमला कर रहे है। जानकारी के मुताबिक, हूती विद्रोहियों ने अब तक ऐसे ही करीब दो दर्जन जहाजों को अपना निशाना बनाया है। हाल ही में हूती विद्रोहियों ने एक व्यावसायिक जहाज पर हमला किया था. इसके बाद इस जहाज में आग लग गई थी।

हमले के बाद चालक दल के सदस्यों ने जहाज को छोड़कर अपनी जान बचाई। अब बताया जा रहा है कि ये जहाज समंदर में डूब गया है। ये पहली बार है जब हमले के बाद कोई व्यावसायिक जहाज पानी में डूबा हो। जहाज के डूबने से समुद्री जीवों पर भी खतरा मंडराने लगा है। क्योंकि इस जहाज पर खतरनाक कैमिकल लदे हुए थे।

रूबीमार नाम के जहाज पर हुआ था हमला

बता दें कि लाल सागर में जिस जहाज पर हमला किया गया था उसका नाम रूबीमार था। जो अब लाल सागर में पूरी तरह से डूब गया है। यमन सरकार के मुताबिक, हमले के बाद रूबीमार लाल सागर में बह रहा था। इसके बाद इसमें धीरे-धीरे पानी भरने लगा और अब ये डूब गया। बताया जा रहा है कि विद्रोहियों के हमले से पूरी तरह से नष्ट होने वाला ये पहला जहाज है।

बांधवगढ़ में अचानक सड़क पर पहुंच गया टाइगर DM, लगा ट्रैफिक जाम, मदमस्त चाल में पार होते वनराज का वीडियो जमकर हो रहा वायरल

विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व को लेकर पूरे विश्व के पर्यटक यूं ही आकर्षित नहीं होते हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या इतनी ज्यादा है कि कहीं ना कहीं वनराज के दर्शन हो ही जाते हैं। इसलिए जब लोग उमरिया से ताला की ओर बांधवगढ़ के जंगल के रास्ते गुजरते हैं। तो सड़क के अगल-बगल बाघ आहट लेते हुए ही चलते हैं। पता नहीं सड़क में कहां वनराज के दर्शन हो जाएं।

टाइगर DM आ गया सड़क पर

आज बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधीर कोर ज़ोन गेट के पास से गुजर रहे पर्यटकों को अचानक जंगल से अलार्म कॉल सुनाई दी। बस क्या था बाघ की आहट सुनकर के ही सड़क के दोनों और वाहन खड़े हो गए। और कुछ ही समय के अंतराल में बांधवगढ़ का डोमिनेन्ट टाइगर धमोखर मेल जिसे DM के नाम से जाना जाता है,अपनी मदमस्त चाल में चलता हुआ सड़क पार कर गया। बाघ को सड़क पर करता देख पर्यटक तो रोमांचित हो उठे लेकिन सड़क के किनारे खड़े राहगीरों के रोंगटे खड़े हो गए।

कौन है धमोखर मेल उर्फ़ DM

बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व में धमोखर मेल एक अप राइजिंग स्टार की भांति अपनी टेरिटरी बनाता हुआ दिखाई दे रहा है। वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि धमोखर मेल ने खितौली और मगधी कोर एरिया को मिलाकर के लगभग तीन से पांच स्क्वायर किलोमीटर का अपना टेरिटोरियल एरिया बनाया हुआ है। धमोखर मेल,धमोकर बफर एरिया में पाई जाने वाली धमोखर बफर फीमेल और बाघ डी1 की संतान है। लगभग 3.50 वर्ष का यह बाघ अक्सर खतौली से मगधी कोर ज़ोन के बीच में आने जाने के दौरान सड़क पर करता हुआ पर्यटकों के मोबाइल कैमरे में कैद हो जाता है।

बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में बम ही फटा था,कर्नाटक के CM सिद्दारमैया ने किया कन्फर्म

एक मार्च 2024) को बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में जो विस्फोट हुआ था, उसके बम विस्फोट होने की पुष्टि सीएम सिद्दारमैया ने की है। इस विस्फोट का CCTV फुटेज भी सामने आ गया है, जिसमें विस्फोट के तुरंत पश्चात् की तबाही दिखाई दे रही है। जिस वक़्त ये विस्फोट हुआ, उस वक़्त कैफे में बहुत लोग थे। इस विस्फोट में 9 लोग गंभीर रूप से चोटिल हो गए, जिसमें महिला और कैफे के कर्मचारी भी सम्मिलित हैं।

कर्नाटक के सीएम सिद्दारमैया ने इस बात को स्वीकार किया कि रामेश्वरम कैफे में हुआ विस्फोट एक बम ब्लास्ट ही था। सिद्दारमैया ने ये भी कहा है कि इस घटना पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम इस विस्फोट को अंजाम देने वालों को पकड़ेंगे तथा उन्हें सजा दिलाएँगे। सिद्धारमैया ने कहा कि जिस शख्स ने कैफे के अंदर बैग रखा, उसे CCTV फुटेज में कैश काउंटर से एक टोकन लेते हुए देखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बारे में कैशियर से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि पुलिस धमाके से पहले के घटनाक्रमों का पता लगाने के लिए आसपास के CCTV फुटेज की तहकीकात कर रही है।

बता दें कि शुक्रवार (1 मार्च 2024) को दोपहर के वक़्त बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड क्षेत्र में स्थित लोकप्रिय रामेश्वरम कैफे में धमाका हो गया। जिस वक़्त ये विस्फोट हुआ, उस वक़्त कैफे में लोगों की भीड़ लगी थी। इस विस्फोट के साथ ही हर तरफ दहशत फैल गई। कैफे में चीख-पुकार तथा अफरा-तफरी मच गई। इस धमाके का CCTV फुटेज भी सामने आया है।

गौतम गंभीर के बाद जयंत सिन्हा भी नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव, जेपी नड्डा को चिट्ठी लिख की ये अपील

#jayant_sinha_announces_not_contest_lok_elections 

शनिवार सुबह एक चौंकाने वाली खबर आई। बीजेपी सांसद और क्रिकेटर गौतम गंभीर ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। अब गौतम गंभीर के बाद झारखंड के हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने भी लोकसभा का चुनाव न लड़ने की इच्छा जाहिर की है। इसकी जानकारी उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को दी है। बीजेपी के सांसद ने ट्वीट कर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील की है कि वे उन्हें प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि वह भारत और दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकें।

जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में लिखा कि 'मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे चुनावी दायित्व से मुक्त करने अपील की है ताकि मैं भारत और दुनिया में जलवायु परिवर्तन से निपटने पर फोकस कर सकूं। हालांकि मैं पार्टी की आर्थिक और प्रशासनिक मुद्दों पर काम करता रहूंगा।' जयंत सिन्हा ने लिखा 'मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे बीते 10 वर्षों तक भारत और हजारीबाग के लोगों की सेवा का मौका मिला। मुझे भाजपा नेतृत्व, पीएम मोदी और अमित शाह ने कई अवसर दिए, जिसके लिए मैं उनका आभारी हूं, जय हिंद।'

इससे पहले भाजपा के पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने भी कहा कि उन्होंने पार्टी से उन्हें राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने के लिए कहा है ताकि वह अपनी आगामी क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित कर सकें। ये घोषणाएं तब हुईं जब कहा जा रहा है कि बीजेपी कई नए नेताओं को टिकट देने पर विचार कर रही है। जिसके कारण कई सिटिंग सांसदों के टिकट कट सकते हैं।

बता दें कि जयंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता यशवंत सिन्हा के बेटे हैं। जयंत सिन्हा ने 2014 में पहली बार लोकसभा से सांसद बने थे। पीएम मोदी के पहले कार्यकाल में उन्हें मंत्री भी बनाया गया था। जयंत सिन्हा साल 2016 से लेकर 2019 तक उड्डयन राज्य मंत्री रहे थे। इसके अतिरिक्त साल 2014 से साल 2016 के बीच वह वित्त राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। जयंत सिन्हा को साल 2019 में फिर हजारीबाग सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की, लेकिन पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया था।