श्रेयस-ईशान के सपोर्ट में उतरे इरफान पठान, हार्दिक पंड्या को लेकर किया बड़ा सवाल
#irfan_pathan_hardik_pandya_ishan_kishan_shreyas_iyer_central_contract_bcci
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने बुधवार को 2023-24 के लिए अपने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट का ऐलान कर दिया। बीसीसीआई ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का एनुअल कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया है।बीसीसीआई ने ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का कॉन्ट्रैक्ट छीने जाने की कोई वजह नहीं बताई गई है। सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने के बाद इन दोनों प्लेयर्स के सपोर्ट में पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान उतरे हैं।
इरफान पठान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। ईशान-श्रेयस का सपोर्ट करने के साथ इरफान पठान ने हार्दिक को कॉन्ट्रैक्ट में रखने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने पोस्ट में लिखा, 'श्रेयस और ईशान दोनों ही प्रतिभाशाली क्रिकेटर हैं। उम्मीद है कि वे वापसी करेंगे और मजबूती से वापसी करेंगे। यदि हार्दिक जैसे खिलाड़ी लाल गेंद क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं, तो क्या उन्हें और उनके जैसे अन्य प्लेयर्स को नेशनल ड्यूटी पर नहीं होने पर व्हाइट बॉल वाले घरेलू क्रिकेट में भाग लेना चाहिए? यदि यह सभी पर लागू नहीं होता है, तो भारतीय क्रिकेट वांछित परिणाम प्राप्त नहीं कर पाएगा।'
बता दें कि बुधवार को बीसीसीआई ने नए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया और उसमें 30 खिलाड़ियों को शामिल किया गया। हार्दिक पंड्या को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में ग्रेड ए में रखा गया है। सालाना कॉन्ट्रैक्ट में ग्रेड ए वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये बोर्ड की तरफ से मिलते हैं। हालांकि, ईशान और अय्यर इस लिस्ट से गायब हैं, जबकि दोनों पिछले कुछ महीनों से टीम के अहम सदस्य थे। बताया जा रहा है कि सेलेक्टर्स इन दोनों से इसलिए नाराज हो गए क्योंकि इन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट को तवज्जो नहीं दी। देखा जाए तो हार्दिक पंड्या से अधिक मैच इन दोनों ने खेले और रणजी ट्रॉफी खेलने से कतराने की वजह से बोर्ड ने एक्शन लिया। दूसरी ओर, हार्दिक पंड्या लंबे समय से डोमेस्टिक नहीं खेल रहे हैं, लेकिन उनपर एक्शन नहीं लिया गया।
बता दें कि इंटरनेशनल क्रिकेट में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ियों को हर साल 12 महीने का कॉन्ट्रेक्ट देती है, जिसके तहत उन्हें एक तय रकम मिलती है, चाहे वो उस एक साल में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलें या नहीं। बीसीसीआई ने इन्हें 4 ग्रेड में बांटा है- A+, A, B, और C। सबसे ऊपर A+ है, जिसमें एक साल के 7 करोड़ रुपये मिलते हैं, जबकि A में आने वाले खिलाड़ियों को 5 करोड़ रुपये सैलरी मिलती है। वहीं B में 3 करोड़ और C ग्रेड में आने वाले खिलाड़ियों को 1 करोड़ रुपये मिलते हैं।
Feb 29 2024, 16:19