अरविंद केजरीवाल की राह पर अखिलेश यादव! सीबीआई के सामने नहीं होंगे पेश, अवैध खनन मामले में मिला था समन
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव भी दिल्ली की सीएम अरविंद केजरीवाल की राह पर चलते नजर आ रहे हैं। दरअसल, अखिलेश यादव को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया है। गुरुवार को दिल्ली स्थित सीबीआई मुख्यालय अवैध खनन मामले में गवाही के लिए उन्हें नोटिस जारी किया गया। हालांकि, सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि अखिलेश गुरुवार को दिल्ली में सीबीआई के सामने पेश नहीं होंगे। बता दें कि दिल्ली के सीएम केजरीवाल को भी ईडी ने अब तक आट समन भेजा है, इनमें से सात की वे अनदेखी कर चुके हैं। अब देखना होगा की आठवें समन पर भी केजरीवाल पेश होते हैं या नहीं?
2019 में हमीरपुर में हुए 2012 से 2016 के बीच अवैध खनन का केस दर्ज किया गया था। इस केस में कई अधिकारियों के नाम सामने आए हैं। सीएम अखिलेश यादव से उस समय की स्थिति की जानकारी ली जानी है। अधिकारियों ने बताया कि धारा 160 के तहत जारी नोटिस में सीबीआई ने अखिलेश को 2019 में दर्ज मामले के संबंध में 29 फरवरी को पेश होने को कहा है। यह धारा किसी पुलिस अधिकारी को जांच में गवाहों को बुलाने की इजाजत देती है। यादव के खिलाफ मामला ई-टेंडर प्रक्रिया का कथित उल्लंघन कर खनन पट्टे जारी करने से संबंधित है। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इस मामले की जांच के आदेश दिए थे।
सीबीआई ने अखिलेश यादव को बुधवार को समन जारी कर गवाही के लिए बुलाया था।नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सबसे ज्यादा निशाने पर सपा है तथा चुनावों के नजदीक आने के साथ ही नोटिस भी आते हैं।
2012-2016 के बीच हमीरपुर में कथित अवैध खनन से संबंधित है।हाई कोर्ट ने 28 जुलाई 2016 को आदेश दिया था जिसके बाद सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। जनवरी 2019 में तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट और अन्य सहित कई अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। एफआईआर में आरोप है कि सरकारी कर्मचारियों ने ही हमीरपुर में खनिजों का अवैध खनन होने दिया।सीबीआई ने इस मामले में 15 जनवरी 2019 को उत्तर प्रदेश के हमीरपुर, जालौन, नोएडा, कानपुर और लखनऊ जिलों और दिल्ली में 12 स्थानों पर तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान अवैध रेत खनन से संबंधित आपत्तिजनक सामग्री; भारी नकदी और सोना बरामद किया था।
आरोप है कि अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री के कार्यकाल के दौरान मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की सरपरस्ती में यह अवैध खनन का घोटाला सौ करोड़ से अधिक का था। गायत्री प्रजापति अखिलेश यादव की सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। उसी दौरान खनन घोटाला सामने आया था। सौ करोड़ के अवैध खनन के भ्रष्टाचार की लोकायुक्त को शिकायत की गई थी। अकेले हमीरपुर जिले में अवैध मौरंग खनन और सिंडीकेट के नेटवर्क से करोड़ों की वसूली किये जाने के मामले में एमएलसी सहित तमाम मौरंग व्यवसायी सीबीआई के रडार पर आ गये थे। अवैध खनन करने को लेकर सीबीआइ की उस समय हमीरपुर में डीएम रह चुके आईएएस अफसर से पूछताछ हुई थी।
Feb 29 2024, 11:08