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कम नहीं हो रही अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें, सुबह-सुबह आवास पर पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम, जानें क्या है मामला

#delhi_crime_branch_team_reach_cm_arvind_kejriwal_residence 

दिल्ली शराब घोटाला केस में बार-बार ईडी की नोटिस की अनदेखी करने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच शनिवार की सुबह दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची है। क्राइम ब्रांच की टीम केजरीवाल को नोटिस देने पहुंची है। केजरीवाल ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाया था। बीजेपी ने इस आरोप के खिलाफ शिकायत की थी। शुक्रवार देर शाम को भी एक नोटिस लेकर क्राइम ब्रांच की टीम सीएम के आवास पर पहुंची थी, लेकिन नोटिस किसी के द्वारा रिसिव नहीं करने की वजह से पुलिस रात में वहां से लौट आई थी। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली सीएम का दफ्तर नोटिस लेने के लिए तैयार हो गया है। जबकि क्राइम ब्रांच की टीम का कहना है कि सीएमओ रिसिविंग देने को तैयार नहीं हैं।

दिल्ली पुलिस कमिश्नर को 30 जनवरी को भाजपा नेताओं ने अरविंद केजरीवाल और आतिशी के विधायकों के खरीद-फरोख्त के प्रयासों वाले दावों के खिलाफ शिकायत दी थी। यह शिकायत 6 पेज की थी। इस शिकायत के बाद ही गुरुवार की रात को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को जांच के लिए बोला गया था। इसके बाद लीगल फॉर्मेलिटी यानी कानूनी औपचारिकता पूरी होने के बाद शुक्रवार की शाम को एसीपी के नेतृव में दिल्ली पुलिस की एक टीम इंक्वॉयरी का नोटिस लेकर अरविंद केजरीवाल के घर गई थी।

दरअसल, 27 जनवरी को केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने उनके विधायकों को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है और साथ ही पार्टी का टिकट देने का भी लालच दिया है। केजरीवाल ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, पिछले दिनों इन्होंने हमारे दिल्ली के सात एमएलए को संपर्क कर कहा है -कुछ दिन बाद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लेंगे। उसके बाद एमएलए को तोड़ेंगे। 21 एमएलए से बात हो गई है औरों से भी बात कर रहे हैं। उसके बाद दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार गिरा देंगे। आप भी आ जाओ। 25 करोड़ रुपये देंगे और बीजेपी की टिकट से चुनाव लड़वा देंगे। उनका दावा था कि उन्होंने 21 एमएलए से संपर्क किया है लेकिन हमारी जानकारी के मुताबिक उन्होंने अभी तक सात एमएलए को ही संपर्क किया है और सबने मना कर दिया।

सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने की लालू प्रसाद यादव से मुलाकात

ताजा राजनीतिक घटनाक्रम के बीच यह मुलाकात बहुत अहम मानी जा रही है माना जा रहा है कि सीट बंटवारे को लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की है.

 आने वाले राज्यसभा चुनाव को लेकर के भी दोनों बड़े नेताओं के बीच बातचीत हुई है लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद जब बाहर निकले तो हमने उनसे बातचीत करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने बातचीत नहीं की. 

ललन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात

जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद नीतीश कुमार के करीबी ललन सिंह की कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात हुई इस बात की जानकारी मिल रही है 

कि मंत्रिमंडल विस्तार विभाग को लेकर नीतीश कुमार के संदेश को प्रधानमंत्री तक पहुंचाया गया है 

कल देर रात जो सूत्रों से मेरी जानकारी के अनुसार आज किसी भी समय सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री बिहार और विजय सिन्हा दोनों दिल्ली जा सकते हैं

 और मंत्रिमंडल विस्तार विभागों को लेकर अपने आलाकमान से बातचीत करेंगे. इस बात की भी संभावना है 

कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बातचीत फाइनल करने के बाद दिल्ली से पटना आने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार हो या मंत्री के विभागों का बंटवारा हो जाएगा.

डीएम के निर्देश पर सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन रोड पर चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान, कई अवैध निर्माण को तोड़ा गया

पटना : जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के निर्देश पर अनुमंडल पदाधिकारी, दानापुर प्रदीप सिंह एवं सहायक पुलिस अधीक्षक, दानापुर दीक्षा के नेतृत्व में आज दानापुर अनुमण्डल अंतर्गत सगुना मोड़ से दानापुर स्टेशन रोड पर अतिक्रमण के विरुद्ध व्यापक तौर पर अभियान चलाया गया। 

सड़क पर किए गए अवैध निर्माण को बड़े पैमाने पर तोड़ा गया, अवैध रूप से सड़क पर पार्क की गई गाड़ियों पर जुर्माना लगाया गया एवं अतिक्रमणकारियों को चिन्हित किया गया। 

सड़क पर किए जा रहे अवैध निर्माण को चिन्हित कर दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 133 के तहत अनुमंडल दंडाधिकारी द्वारा नोटिस कर कार्रवाई की जाएगी। 

अभियान में अनुमंडल, नगर परिषद दानापुर, परिवहन विभाग, प्रखंड एवं अंचल के अधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी भी शामिल रहे। 

41 वाहनों पर 7,42,000 ₹ जुर्माना लगाया गया एवं अतिक्रमण में उपयोग किए गए सामग्री यथा बालू, गिट्टी, होर्डिंग, अवैध झोपड़ी, टीन शेड आदि को नगर परिषद द्वारा जब्त किया गया।

पटना से मनीष प्रसाद

कैबिनेट विस्तार में किसी तरह की नही है कोई दिक्कत,सीएम और पार्टी को तय करनी है : सम्राट चौधरी

पटना : बिहार मे नीतीश कुमार के नेतृत्व मे एनडीए का सरकार बने कई दिन बीत गए है। लेकिन अबतक कैबिनेट का विस्तार नही हुआ है।

इधर कैबिनेट का विस्तार नही होने से कई तरह के चर्चाओ का बाजार गरम है। जिसपर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का बड़ा बयान सामने आया है।

उन्होंने कहा कि कैबिनेट विस्तार में किसी तरह की कोई दिक्कत नही है। ये चीजें मुख्यमंत्री को और पार्टी को तय करनी है। 

झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर हुई ईडी की कार्रवाई पर सम्राट ने कहा कि झारखंड में भ्रष्टाचारी सरकार है और जो भ्रष्टाचार करेगा उसको जेल जाना होगा।

चंपई सोरेन झारखंड के मुख्यमंत्री बनें हैं इसमें किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं है।

पटना से मनीष प्रसाद

*पटना जंक्शन के पार्सल यार्ड में लगी आग, फायर ब्रिगेड ने आग पर पाई काबू

पटना जंक्शन पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी, जब पार्सल यार्ड परिसर में आग लग गयी. लेकिन मौके पर मौजूद पार्सल यार्ड में काम करने वाले कर्मियों और आरपीएफ और जीआरपी के जवानों की मुस्तादी से बड़ा हादसा होने से टाल दिया गया. 

पार्सल यार्ड के कर्मियों ने अपने स्तर से आग बुझाने को कोशिश की और तुरंत फायर ब्रिगेड की टीम को सूचना दी.

 मौके पर दमकल की दो बड़ी गाड़ियां और एक छोटी गाड़ी पहुंची जिसके बाद आग पर काबू पाया गया.

 हालांकि पटना जंक्शन के पास स्टेशन रोड में अतिक्रमण के कारण दमकल की बड़ी गाड़ी को जंक्शन परिसर तक पहुंचने में काफी कठिनाई हुई और पार्सल यार्ड की एंट्री के पास बने फूड कोर्ट के कारण बड़ी गाड़ियां पार्सल यार्ड तक नहीं पहुंच पाई.

 हालांकि छोटी गाड़ी से ही आग पर काबू पा लिया गया और बड़ी गाड़ी से वाटर पाइप को लंबा करके प्रेशर से पानी फेंका गया.

पटना से मनीष प्रसाद की रिपोर्ट

सीएम नीतीश से मुलाकात कर उपेन्द्र कुशवाहा ने बधाई दी, मीडिया के सामने कही यह बड़ी बात

पटना:-उपेन्द्र कुशवाहा ने आज सीएम नीतीश कुमार से मुलाक़ात कर उन्हें बधाई दी।

वही सीएम नीतीश से मुलाक़ात को लेकर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार से सरकार बनने के बाद पहली मुलाक़ात थी। हमने उनके आवास पर जाकर बधाई दी है।

वही अब नई सरकार के गठन के बाद बिहार में विधि व्यवस्था में सुधार होगा ऐसी उम्मीद है। 

वही लोकसभा चुनाव में सभी 40 सीट पर जीत हासिल करने का उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 

अब कही से भी कोई चुनौती नहीं है एनडीए गठबंधन की जीत मे। विधानसभा चुनाव 2025 में भी बड़ी जीत होगी।

वही राहुल गांधी के बिहार दौरे को लेकर कहा कि इनके दौरे और रैली से कोई फ़र्क़ अब नहीं पड़ने वाला है।

वही एक बार फिर जेडीयू में

जाने के सवाल पर कहा कि अब किसी भी हाल में कही नहीं जाने वाले है।

पटना से मनीष प्रसाद

सोए अवस्था में वृद्ध की गोली मारकर हत्या, परिवार मे मचा कोहराम

डेस्क : बिहार में अपराधिक घटनाएं चरम पर है। अपराधी आए दिन बैखौफ होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देकर आराम से चलते बन रहे हैं। ताजा मामला सासाराम का है। जहां 70 वर्षीय वृद्ध की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान हृदयानंद पांडे के रुप में हुई है। वहीं हत्या के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। वहीं पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है। 

दरअसल, यह घटना काराकाट थाना क्षेत्र के जमुना टोला का है। जहां अपराधियों ने 70 वर्षीय वृद्ध की गोली मारकर हत्या कर दी है। अपराधियों ने सोए अवस्था में वृद्ध की गोली मारकर हत्या कर दी है। वहीं वृद्ध की हत्या के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

वहीं मृतक हृदयानंद पांडे के शव को पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर पोस्टर्माटम के लिए अस्पताल भेज दिया है। बताया जा रहा है कि आपसी रंजिश में वारदात को अंजाम दिया गया है।

यूसीसी के लिए बनाई गई समिति ने धामी सरकार को सौंपी अपनी सिफारिशें, जानें 800 पन्ने वाले ड्राफ्ट में क्या-क्या?

#uttarakhdnuccdraftsubmittedtocmpushkarsinghdhami 

उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का मसौदा तैयार करने वाली एक्सपर्ट कमेटी ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी है। अब कल यानी शनिवार को कैबिनेट बैठक में यूसीसी ड्राफ्ट रिपोर्ट को मंजूरी मिलने के बाद इसे छह फरवरी को विधानसभा में पेश किए जाने की उम्मीद है। उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र 5 फरवरी से शुरू हो रहा है। ऐसे में सत्र की शुरुआत के अगले ही दिन धामी सरकार इतिहास रच सकती है। विधानसभा से अध्यादेश को मंजूरी दिए जाने के बाद इसे राज्यपाल के पास भेजा जाएगा। राज्यपाल की मंजूरी के बाद उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन जाएगा, जहां समान नागरिक संहिता लागू हो जाएगी। इसके साथ ही यूसीसी को लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन जाएगा।

वहीं ड्राफ्ट मिलने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘लम्बे समय से हम सभी को प्रतीक्षा थी हमको आज ड्राफ्ट मिल गया है। चुनाव से पहले उत्तराखण्ड की देव तुल्य जनता को वादा था। अब इस ड्राफ्ट की परिक्षण कर के इसे विधेयक में लाकर आगे बढ़ाएंगे।हम इस मसौदे का परीक्षण करेंगे और सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इसे राज्य विधानसभा के दौरान रखेंगे। इस पर आगे चर्चा की जाएगी। 

विधानसभा चुनाव 2022 के बाद सीएम धामी ने यूसीसी लागू करने के लिए जस्टिस देसाई की अध्यक्षता में समिति बनाई थी। मुख्यमंत्री धामी ने समिति का तीन बार कार्यकाल बढ़ाया। अब समिति ने करीब ढाई लाख सुझावों और 30 बैठकों में रायशुमारी के बाद तैयार हुआ ड्राफ्ट सीएम धामी को सौंपा।

यूसीसी के ड्राफ्ट में ये हैं प्रावधान

-तलाक के लिए सभी धर्मों का एक कानून होगा।

-तलाक के बाद भरण पोषण का नियम एक होगा।

-पति-पत्नी दोनों को तलाक के समान आधार उपलब्ध होंगे। तलाक का जो ग्राउंड पति के लिए लागू होगा, वही पत्री के लिए भी लागू होगा। फिलहाल पर्सनल लॉ के तहत पति और पत्नी के पास तलाक के अलग अलग ग्राउंड हैं।

-गोद लेने के लिए सभी धर्मों का एक कानून होगा।मुस्लिम महिलाओं को भी मिलेगा गोद लेने का अधिकार।गोद लेने की प्रक्रिया आसान की जाएगी।

-संपत्ति बटवारे में लड़की का समान हक सभी धर्मों में लागू होगा।

-अन्य धर्म या जाति में विवाह करने पर भी लड़की के अधिकारों का हनन नहीं होगा।

-सभी धर्मों में विवाह की आयु लड़की के लिए 18 वर्ष अनिवार्य होगी।

-शादी का अनिवार्य रजिस्ट्रेशन होगा। बगैर रजिस्ट्रेशन किसी भी सरकारी सुविधा का लाभ नही मिलेगा. ग्राम स्तर पर भी शादी के रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी।

-लिव इन रिलेशनशिप के लिए पंजीकरण जरूरी होगा।

-उत्तराधिकार में लड़कियों को लड़कों के बराबर का हिस्सा मिलेगा। अभी तक पर्सनल लॉ के मुताबिक लड़के का शेयर लड़की से अधिक।

-नौकरीशुदा बेटे की मौत पर पत्री को मिलने वाले मुआवजे में वृद्ध माता-पिता के भरण पोषण की भी जिम्मेदारी। अगर पत्नी पुर्नविवाह करती है तो पति की मौत पर मिलने वाले कंपेंशेसन में माता पिता का भी हिस्सा होगा।

-एक पति पत्नी का नियम सब पर लागू होगा।

पेटीएम पर आरबीआई का “डंडा” आम लोगों पर क्या होगा असर?

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क्या आप भी जेब में पर्स लेकर घूमने के बजाय डीजिटल पेमेंट करने में ज्यादा सुविधा महसूस करते हैं। दरअससर आज हमारे देश में हर दूसरा शख्स ऐसी ही सोच रखता है। डिजिटल मोड के इस दौरा मे एक नाम तेजी से उभरा Paytm, जिसने भारतीय लोगों को डिजिटल लेनदेन का चस्का लगाया। डिजिटल पेमेंट सर्विस की दुनिया की बेताज बादशाह कही जाने वाली कंपनी पेटीएम पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कई तरह के बैन लगा दिए हैं।

आरबीआई ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के तहत पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (पीपीबीएल या बैंक) को तुरंत नए ग्राहकों को नहीं जोड़ने का निर्देश हाल ही में दिया था। इतना ही नहीं, आरबीआई सर्कुलर के अनुसार, 29 फरवरी, 2024 के बाद पेटीम पेमेंट्स बैंक से किसी भी ग्राहक के खाते, प्रीपेड कार्ड, वॉलेट, फास्टैग, एनसीएमसी कार्ड आदि में जमा, लेनदेन, टॉप-अप या निकासी की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

30 करोड़ पेटीएम यूजर्स पर होगा असर

आरबीआई के आदेश का असर बड़े तबके पर पड़ सकता है क्योंकि पेटीएम के पास डिजिटल पेमेंट बाज़ार का 16-17 फ़ीसदी हिस्सा है और जानकारों के मुताबिक करोड़ों लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं।ऐसे में बड़ा सवाल है कि आम लोगों पर इसका क्या असर होगा।कंपनी का दावा है कि उसके पास 300 मिलियन यानी 30 करोड़ से अधिक वॉलेट यूजर्स हैं। वहीं पेटीएम पेमेंट्स बैंक में 30 मिलियन यानी 3 करोड़ ग्राहकों ने बैंक खाता खोल रखा है। इसका आसान मतलब यह होता है कि इसका सीधा असर 30 करोड़ पेटीएम यूजर्स पर पड़ने वाला है।

पेटीएम बैंक क्या है

आरबीआई के फ़ैसले का क्या असर होगा ये समझने के लिए पहले ये जानना ज़रूरी है कि पेटीएम बैंक है क्या और ये आम बैंक से कैसे अलग है। पेटीएम पेमेंट बैंक में केवल पैसे जमा किए जा सकते हैं, उनके पास कर्ज़ देने का अधिकार नहीं है। ये डेबिट कार्ड तो जारी कर सकते हैं लेकिन क्रेडिट कार्ड जारी करने के लिए किसी लेंडर रेगुलेटर के साथ डील करनी पड़ेगी। यानी ये एक ऐसा बैंक अकाउंट है जिसमें पैसे रखे जा सकते हैं, आम तौर पर मर्चेंट्स को जो भुगतान मिलता है वो उनके पेटीएम पेमेंट अकाउंट में जाता है और फिर उनके बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर होते हैं। इसके बदले में पेटीएम अपने ग्राहकों को क्रेडिट प्वाइंट देता है। पेटीएम की पेरेंट कंपनी का नाम है वन97 कंम्यूनिकेशंस और इसी कंपनी के पास प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट यानी पीपीआई लाइसेंस है जिसे साल 2017 में पेटीएम पेमेंट बैंक शुरू करने के लिए इस्तेमाल किया गया।

पेटीएम वॉलेट और यूपीआई इस्तेमाल करने वाले का क्या होगा?

29 फरवरी तक पेटीएम की सभी सर्विस सामान्य रूप से ही काम करेंगी। इसके बाद पेटीएम वॉलेट और यूपीआई सेवा का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए कुछ बदलाव होंगे। सबसे अहम ये कि अगर आपके वॉलेट में पहले से पैसे हैं तो आप उसे दूसरी जगह ट्रांसफ़र कर सकते हैं लेकिन वॉलेट में कोई भी राशि डिपॉज़िट नहीं की जा सकती। हालांकि, अगर आपने पेटीएम अकाउंट को किसी थर्ड पार्टी बैंक से जोड़ रखा है तो आपका पेटीएम काम करता रहेगा और यूपीआई पेमेंट का भी इस्तेमाल करते रहेंगे। थर्ड पार्टी या एक्सटर्नल बैंक का मतलब है कि आप पेटीएम पर अगर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, एचडीएफ़सी बैंक या पंजाब नेशनल बैंक सहित किसी भी मान्यता प्राप्त बैंक के अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए कुछ भी नहीं बदलने वाला है। लेकिन अगर आप पेटीएम बैंक से लिंक वॉलेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप ऐसा नहीं कर पाएंगे। 29 फ़रवरी के बाद से ना तो बैंक अकाउंट में और ना तो वॉलेट में कोई क्रेटिड लिया जा सकेगा।

दुकानदार पेटीएम के जरिए पेमेंट रिसीवकर सकेंगे?

जो दुकानदार अपने पेटीएम पेमेंट्स बैंक अकाउंट में पैसा रिसीव करते हैं, वे पेमेंट रिसीव नहीं कर पाएंगे। इसकी वजह यह है कि उनके अकाउंट्स में क्रेडिट की अनुमति नहीं है, लेकिन कई व्यापारियों या कंपनियों के पास दूसरी कंपनियों के क्यूआर स्टिकर्स हैं जिनके जरिए वे डिजिटल पेमेंट्स स्वीकार कर सकते हैं।