सभी अस्पतालों में कोरोना जांच बंद:लैब टेक्निशियनों की सेवा खत्म, कोर्ट से बेल लेने वाली की परेशानी बढ़ी
बिहार सरकार ने कोरोना जांच के लिए रखे गए सभी लैब टेक्निशियनों की सेवा अगले आदेश तक के लिए समाप्त कर दी है।इसके कारण एक ओर बेगूसराय के 30 लैब टेक्निशियनों के समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। वहीं कोरोना जांच पूरी तरह से बंद हो गया है। कोरोना जांच बंद होने से न्यायालय का कार्य प्रभावित हो रहा है, बाहर जाने वाले निराश होकर सदर अस्पताल से लौट रहे हैं।
सबसे अधिक परेशानी कोर्ट से बेल करवाने वाले को हो रही है, बगैर कोरोना जांच के न्यायालय बेल नहीं देगी, जिससे यह लोग परेशान हैं। सदर अस्पताल में जांच करने आए दिलीप कुमार यादव, सुधीर कुमार एवं सिकंदर यादव आदि ने बताया कि हम लोगों को कोर्ट से बेल करवाना है। लेकिन सदर अस्पताल एवं मटिहानी आरटीपीसीआर केंद्र सहित किसी भी सरकारी अस्पताल में जांच नहीं हो रहा है। बगैर जांच के बेल नहीं होगा, आखिर हम लोग क्या करें। बुधवार की सुबह से सदर अस्पताल में बने जांच केंद्र से 50 से भी अधिक लोग निराश होकर लौट गए हैं।
कोविड-19 एलटी संघ के मीडिया प्रभारी रवि भूषण एवं आरटीपीसीआर में कार्यरत नवेंदु कुमार मिश्रा सहित अन्य लैब टेक्नीशियन ने कहा कि देश में पहली बार कोरोना आने के बाद राज्य स्वास्थ्य समिति के आदेश पर जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा 8 अगस्त 2020 को बेगूसराय में 30 लैब टेक्निशियनों को नियुक्त किया गया था। उस समय से हम लोग कोरोना से डरे बगैर वॉरियर्स बनकर कोरोना जांच करने सहित अन्य जांच में सहयोग कर रहे थे। लेकिन अचानक ही हम सभी लैब टेक्नीशियन को घर का रास्ता दिखा दिया गया है। 2020 में जब कोरोना चरम पर था तो हम लोग अन्य जगह कर रहे प्राइवेट नौकरी को छोड़कर सरकार के काम में मदद करने आए थे।
लेकिन अब अचानक ही राज्य स्वास्थ्य समिति ने पत्र जारी कर हम लोगों की सेवा समाप्त कर दिया है। पत्र में कहा गया है कि कॉविड-19 के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए आवश्यकतानुसार रखे गए लैब टेक्नीशियन की सेवा 31 दिसंबर तक के लिए विस्तारित की गई थी। लेकिन उसके बाद लैब टेक्निशियनों की सेवा विस्तारित किए जाने के लिए भारत सरकार का निर्णय अब तक अप्राप्त है। ऐसी स्थिति में जिले के सभी अस्पतालों में ईसीआरपी-2 के तहत रखे गए लैब टेक्निशियनों की सेवा को अगले आदेश तक बंद रखा जाए। लैब टेक्नीशियन का कहना है कि आदेश में जल्द सुधार किया जाए।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Jan 03 2024, 20:42