डॉक्टर से 20 करोड़ रंगदारी मांगने के मामले में एक्शन:तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है पुलिस, SP बोले- छापेमारी की जा रही है
बेगूसराय के चर्चित शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. रुपेश कुमार को पत्र भेजकर 20 करोड़ की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस काफी तत्परता से काम कर रही है। इस मामले में शनिवार को पुलिस की टीम तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। एसपी खुद मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया डॉ. रूपेश कुमार को स्पीड पोस्ट से एक पत्र भेजा गया] जिसमें रंगदारी नही देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सदर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। इसमें नगर थाऊ रामनिवास, सशस्त्र बल एवं जिला आसूचना इकाई को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि टीम ने सूचना संकलन, तकनीकी अनुसंधान और सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन करते हुए इस घटना में शामिल आरोपियों की कल ही पहचान कर ली थी। उसके गिरफ्तारी के लिए सभी संभावित स्थानों पर लगातार छापेमारी की जा रही थी। जिसमें कुछ सफलता मिली है और आगे की कार्रवाई लगातार चल रही है।
एसपी ने बताया कि इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है। जिसने डॉक्टर रुपेश कुमार को फोन किया था, उसे हिरासत में लिया गया है। भेजे गए पत्र में प्रेषक में जिसका नाम लिखा हुआ था उसे भी हिरासत में ले लिया गया है। इसके अलावा भी एक अन्य व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। तीनों से पूछताछ की जा रही है।
इधर चर्चा है कि कुछ दिन से बलिया के दियारा क्षेत्र में ठाकुर और यादव के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी घटना को लेकर एक पक्ष के लोगों ने पत्र लिखा। पत्र में जिसके नाम से लिखा गया है वह अंगूठा छाप है। जिसका मोबाइल नंबर दिया गया है, वह गांव से बाहर रहता है। इस विवाद में दूसरे पक्ष को फंसाने के लिए पत्र लिखा गया है। इस बिंदु पर भी पुलिस गहनता से पड़ताल कर रही है, जांच में सच्चाई का सही पता लग सकेगा।
एसपी ने बताया कि रविवार को डॉक्टर के लैंडलाइन नंबर पर फोन करके गाली गलौज एवं धमकी दिया गया था। जांच में पता चला है कि जिस व्यक्ति ने धमकी दी थी, उसके एक साल की बच्ची की मौत डॉ. रुपेश कुमार के यहां इलाज और ऑपरेशन के दौरान हो गई। उसी सदमा में उसने फोन करके गाली-गलौज और धमकी दिया था। जिसके लिए माफी मांगी ली है।
पत्र में भेजने वाले का नाम बमबम यादव लिखा हुआ है। बमबम यादव को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया तो खुलासा हुआ कि साढे 17 वर्ष का यह लड़का पटना में रहकर कोचिंग करता है एवं ग्रेजुएशन का छात्र है। इसके परिवार का पड़ोसी से विवाद चल रहा है। इसी के कारण पत्र भेजकर बमबम के परिवार को फंसाने की साजिश रची गई है।
भेजे पत्र का हैंडराइटिंग भी बमबम से नहीं मिला है। यह मामला पूरी तरह से संदिग्ध लग रहा है। कल तक पूरी तरह से खुलासा हो जाएगा। डाकघर में चिट्ठी जमा करने आए तीन युवकों की भी पहचान कर ली गई है। जल्द ही उसे भी हिरासत में ले लिया जाएगा।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Dec 23 2023, 21:38