स्कूल में चापाकल नहीं : दूसरे के घर में पानी पीने जाते हैं बच्चे, शिक्षक बोले- स्थायी प्रिंसिपल ही नहीं
बेगूसराय : जिले में सरकारी स्कूल का चापाकल खराब होने की वजह से बच्चे निजी व्यक्ति के घर जाकर एमडीएम की थाली धो रहे हैं। मामला भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चेरिया गांव स्थित मध्य विद्यालय चेरिया का है। बच्चों को पेयजल को लेकर भी इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। स्कूल में नामांकित कुल बच्चों की संख्या 296 है।
इस स्कूल में एक ही चापाकल है। वह भी खराब है। ऐसी स्थिति में स्कूल के नामांकित बच्चे आस-पड़ोस के घरों से पानी लाकर प्यास बुझाने को मजबूर हैं। स्कूल में छात्र-छात्राओं के लिए शौचालय की भी समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण स्कूली बच्चे खुले में शौच करने को मजबूर हैं। वहीं एमडीएम बनाने को लेकर रसोईया को भी पानी विद्यालय परिसर के बाहर से ही लाना पड़ता है।
वहीं शिक्षकों से बात करने पर पता चला कि विद्यालय में स्थायी प्रधानाध्यापक कर नहीं रहने की वजह से भी लगातार पानी शौचालय और सफाई जैसी समस्याएं आ रही हैं। बार-बार विभाग को सूचित करने के बावजूद भी अभी तक ना तो विद्यालय में पानी की समुचित व्यवस्था की गई है और ना ही शौचालय का।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Dec 14 2023, 18:30