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सेहत: औषधीय गुण का भंडार है सदाबहार का फूल इस फूल को खाना किसी दवा से कम नहीं है आइए जानते है इसके फायदे


नयी दिल्ली :-सदाबहार के फूलों को आयुर्वेद में संजीवनी के नाम से जाना जाता है। सदाबहार फूलों वाले पौधे घर या बगीचे की सजावट के अलावा उसके खाने के अनेक फायदे हैं ,इस फूल को खाना किसी दवा से कम नहीं आइए जानते इसके फायदे सदाबहार, जिसे वैज्ञानिक रूप में "Vinca" या "Periwinkle" कहा जाता है, यह एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पौधा है. इसका पौधा आमतौर पर गहरे हरे पत्तों के साथ एक छोटा और सुंदर पौधा होता है, जिसमें छाले और फूलों में उपयोगी और औषधीय घटक होते हैं।

सदाबहार के पत्तों में विभिन्न औषधीय गुण होते हैं, जिनमें आक्सीन, विनक्रिस्टीन, और विनब्लास्टीन शामिल हैं, जो स्वास्थ्य के कई पहलुओं में मदद कर सकते हैं. इसका सेवन कैंसर, मधुमेह, मसूड़ों के रोग, और श्वसन संबंधित रोगों के इलाज में भी किया जा सकता है।

 

सदाबहार के फूल के अर्क का उपयोग ब्रेन हेल्थ को बनाए रखने में और रक्तचाप को नियंत्रित करने में भी किया जाता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट प्रोपर्टीज शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करता है और सामान्य स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है. 

डायबिटीज करे कंट्रोल

सदाबहार के फूल में मौजूद विंकामाइन के कारण डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. यह विंकामाइन रक्त शुगर को संतुलित रखने में सहायक हो सकता है, शरीर में ब्लड शुगर का स्तर सदाबहार पौधे की फूल और पत्तियां दोनों ही डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. इसका सेवन आप चाय या फिर पाउडर के रूप में कर सकते हैं. 

इम्यूनिटी करे बूस्ट

सदाबहार का फूल इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, क्योंकि यह गुणकारी अंश जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन सी का स्रोत होता है. यह संक्रमण से लड़ने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकता है. 

नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं करे दूर

तंत्रिक तंत्र से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में सदाबहार के फूल बहुत ही लाभदायक होता है . इसमें प्राकृतिक गुण होते हैं जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटीइंफ्लेमट्री गुण, और विटामिन सी, जो न्यूरोन्स की सुरक्षा में मदद करते हैं. 

ब्लड प्रेशर करे कंट्रोल सदाबहार

 ;(Catharanthus) फूल का सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद करता है. इसमें प्राकृतिक गुण होते हैं जैसे कि एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C, जो रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करता है. सदाबहार के तत्व खून की धड़कन को संतुलित रखकर हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होता है.

रामायण के 'विभीषण' की मौत थी बेहद दर्दनाक ! इस वजह से कूद गए थे ट्रेन के आगे,रेलवे ट्रैक पे मिली थी कटी फटी लाश

नयी दिल्ली : रामानंद सागर की रामायण को आज भी कोई भूल नहीं पाया है और हर किसी के दिलों में वह बसी हुई है. बता दे कि इसमें मुकेश रावल ने विभीषण का किरदार निभाया था. दरअसल आपको बता दें कि मुकेश रावल अब हमारे बीच नहीं रहे क्योंकि साल 2016 में उनकी मृत्यु हो गई थी।लेकिन आज हम आपको मुकेश रावल के बारे में बताने वाले हैं कि उन्हें विभीषण का किरदार कैसे मिला और उनकी मृत्यु कैसे हुई थी.

मुकेश रावल ने की थी आत्महत्या

कुछ मीडिया खबरों की माने तो आपको बता दें कि मुकेश रावल ने सुसाइड किया था. उनका शव मुंबई के कांदिवली स्टेशन के पास में पटरियों पर बेहद ही बुरी अवस्था में प्राप्त हुआ था. लेकिन अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि आखिर एक्टर ने ऐसा क्यों किया? इसीलिए जानकारी के लिए आपको बता दें कि वह अपने बेटे की मौत के बाद सदमे में आ गए थे. मुकेश के दो बच्चे थे.

उनकी एक बेटी है जिसकी शादी हो चुकी है. लेकिन एक्टर के बेटे की मौत हो गई और बताया जाता है की बेटी की शादी के बाद में वह काफी अकेले हो गए।

वह अपने बेटे को याद करते हुए डिप्रेशन में आ गए थे. डिप्रेशन में ही एक दिन उन्होंने ट्रेन के नीचे आकर आत्महत्या कर ली और उनकी मृत्यु हो गई.

मुकेश को ऐसे मिला विभीषण का किरदार

इसी के साथ-साथ आपको बता दें कि मुकेश रावल काफी लंबे वक्त तक थिएटर से भी जुड़े रहे थे. जहां पर रामानंद सागर की नजर उन पर पड़ गई थी और बताया जाता है कि बाद में मुकेश ने रामानंद सागर की रामायण के लिए मेघनाथ और विभीषण दोनों के ही किरदार के लिए ऑडिशन दिया था. लेकिन बाद में उन्हें विभीषण की भूमिका निभाने के लिए फाइनल कर लिया गया था.

दिल्ली: भारत का एक ऐसा स्टेशन जहां से ट्रेन गुजरते ही बिजली हो जाती है गुल, कांपने लगते हैं यात्री

नयी दिल्ली :- भारतीय रेलवे से हर रोज करोड़ों लोग सफर करते हैं. आपने भी कभी ना कभी ट्रेन से सफर जरूर किया होगा, वैसे तो खासकर जब लोगों को लंबी दूरी का सफर करना होता है, भारतीय रेलवे से हर रोज करोड़ों लोग सफर करते हैं. आपने भी कभी ना कभी ट्रेन से सफर जरूर किया होगा, वैसे तो खासकर जब लोगों को लंबी दूरी का सफर करना होता है तो लोग ट्रेन से ही सफर करना पसंद करते हैं,रेलवे की ओर से अपने यात्रियों के लिए बैठने से लेकर खान और शौचालय समेत कई सुविधा दी जाती है।

वहीं, ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए बिजली की भी व्यवस्था की जाती है ताकि लोग रोशनी के साथ-साथ मोबाइल की चार्जिंग और हवा की समस्या से ना जूझे. लेकिन क्या आपको पता है कि एक ऐसा भी देश है जहां से लोकल ट्रेन गुजरने के दौरान ट्रेन की सारी लाइट बंद हो जाती है. आखिए ऐसा क्यों ?

अपने आप गुल हो जाती है बिजली

दरअसल, हम जिस राह में जगह की बात कर रहे हैं वह जगह तमिलनाडु में है. चेन्नई के तंबाराम रेलवे स्टेशन के पास पहुंचते ही सभी लोकल ट्रेन की बिजली अपने आप कट जाती है. लेकिन आज तक की बात यह है कि यहां से गुजरने वाली सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेन ऑन की बिजली नहीं करती है. यानी कि यहां से जितनी भी लोकल ट्रेन गुजरती है उनके साथ ही ऐसा होता है आईए जानते हैं ऐसा क्यों?

रेलवे सूत्रों ने बताई पूरी कहानी

रेलवे सूत्रों के मुताबिक, तंबाराम के पास रेल लाइन के एक छोटे से हिस्से में करंट नहीं पहुंच पाता है इसीलिए वहां पहुंचने वाली सभी ट्रेनों की लाइट कट हो जाती है. यही वजह है कि जितनी भी लोकल ट्रेन है वहां से गुजरती हैं तो उनकी लाइट ऑटोमेटिक कट हो जाती है क्योंकि वहां पर बिजली जॉन नहीं है. इसीलिए इस जगह को रेलवे ने नेचुरल क्षेत्र जोन घोषित कर दिया है।

लोकल ट्रेनों के साथ ऐसा क्यों

अब यह सवाल आपके मन में जरूर उठ रहा होगा कि आखिर लोकल ट्रेनों के साथ ऐसा क्यों होता है? तो आपको बता दे की लोकल ट्रेनों की बिजली की सप्लाई ड्राइवर के केबिन से की जाती है. क्योंकि ड्राइवर केबिन में पावर सिस्टम लगा होता है और बिजली खींचकर वह पूरी ट्रेन में सप्लाई करता है. जबकि सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेन के इंजन के डिब्बो में बिजली की सप्लाई व्यवस्था अलग-अलग होती है।

दिल्ली:6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव आज तय होगा विपक्षी गठबंधन का भविष्य


दिल्ली:- विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. और NDA के बीच आज पहले मुकाबले के तहत 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव हो रहा है और सुबह से मतदान शुरू हो चुका है। गौरतलब है कि साल के आखिर में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव और 2024 में लोकसभा चुनाव से पहले इसे भाजपा के खिलाफ बने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. की पहली परीक्षा माना जा रहा है।

I.N.D.I.A. गठबंधन पहली बार भाजपा को चुनौती पेश करने की कोशिश करेगा। इन उपचुनावों के परिणाम देश की राजनीति को प्रभावित कर सकते हैं। जिन 7 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहा है

उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा सीट

उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट

पश्चिम बंगाल में धूपगुड़ी विधानसभा सीट

केरल में पुतुपल्ली विधानसभा सीट

उत्तराखंड में बागेश्वर विधानसभा सीट

झारखंड में डुमरी विधानसाभा सीट

त्रिपुरा में बाक्सानगर विधानसभा सीट

त्रिपुरा में ही धनपुर विधानसभा सीट

8 सितंबर को आएंगे परिणाम

इस सभी 7 विधानसभा सीट पर आज हो रहे चुनाव का परिणाम 8 सितंबर को आएगा। इसमें भी उत्तर प्रदेश की घोसी सीट सबसे ज्यादा चर्चा में है। यहां से भाजपा के दारा सिंह चौहान चुनावी मैदान में उतरे हैं। 

वहीं उत्तराखंड के बागेश्वर सीट पर भी भाजपा और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला है। अन्य सीटों पर भाजपा और क्षेत्रीय दलों के बीच मुकाबला है।

दिल्ली:महिला से सामूहिक दुष्कर्म और उसके दो बच्चे के हत्या मामले कोर्ट ने तीन दोषियों को सुनाई मौत की सजा

दिल्ली:- सामूहिक बलात्कार के बाद एक महिला और उसके दो बच्चों की हत्या के मामले में कोर्ट ने तीन दोषियों को मौत की सजा सुनाई है. घटना वर्ष 2015 में ख्याला इलाके में घटी थी. जब तीनों दोषियों ने महिला का बलात्कार करने के बाद पेचकस से हत्या कर दी थी. उसके बाद महिला के दोनों बच्चों एक बेटा और एक बेटी की हत्या के बाद घर में लूटपाट की थी. घटना के समय बेटे की उम्र सात और बेटी की छह साल थी. महिला के पति ने एक नाबालिग सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।

तीस हजारी कोर्ट ने जिन तीन दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है उनके नाम अकरम, शाहिद और रफत अली उर्फ मंजूर अली हैं. कोर्ट ने 22 अगस्त को तीनों को दोषी करार दिया था. तीस हजारी कोर्ट स्थित फास्ट ट्रैक कोर्ट की जज आंचल ने तीनों दोषियों को धारा 302 (हत्या) और 120बी (आपराधिक साजिश) के तहत यह मौत की सजा सुनाई है।इन्हें सामूहिक बलात्कार और डकैती के मामले में आजीवन कारावास की भी सजा सुनाई गई है. कोर्ट ने तीनों दोषियों पर 35 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है।

जज ने कहा कि मामले में कई सबूत हैं और घटनास्थल पर तीनों आरोपियों को छत पर जाते हुए भी देखा गया. इसके साथ ही बलात्कार, हत्या और डकैती जैसे जघन्य अपराध हुए. घटना के बाद तीनों आरोपित दिल्ली छोड़कर भाग गए थे. एक नाबालिग सहित तीन आरोपितों को पुलिस ने 23 सितंबर 2015 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से गिरफ्तार किया था. घटना को अंजाम देने के बाद अलीगढ़ पहुंचकर तीनों ने आपस में लूटे गए पैसों का बंटवारा किया था।

पुलिस ने उनके पास से वारदात को अंजाम देते समय पहनी हुई खून के धब्बे लगे टी शर्ट, पेचकस और अन्य हथियार बरामद किए थे. कोर्ट ने कहा रफत, अकरम और शाहिद ने इस हत्याकांड की साजिश रची थी. कॉल रिकॉर्ड भी इस मामले में सबूत का आधार है. घटना वाले दिन 19 सितंबर से लेकर 23 सितंबर तक, जब तक तीनों ने लूटी गई रकम का बंटवारा नहीं कर लिया, इनके बीच फोन पर बातचीत जारी रही।कोर्ट ने कहा कि घटना में एक पैटर्न यह भी देखा गया कि कोई भी कॉल लगातार नहीं की गई थी बल्कि कुछ मिनटों या घंटों के अंतर से कॉल की गई थी.

उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला था परिवार

महिला अपने पति और बच्चों के साथ ख्याला में रहती थी. महिला और दोनों बच्चे घर की दूसरी मंजिल पर मृत पाए गए थे. महिला के पति ने पुलिस को बताया था कि वह परिवार के साथ ख्याला के उस मकान में 3 साल से किराए पर रह रहा था. वह पुरानी जींस बेचने का काम करता था, जिसके लिए हर शनिवार को जयपुर जाता था. इसी काम के लिए वह 19 सितंबर 2015 को जयपुर गया था. इसी दौरान यह घटना घटित हुई।

हेल्थ टिप्स:अगर रहना चाहते है स्वस्थ तो रात को खाए जल्दी खाना मिलेंगे ये फायदे

दिल्ली:- अच्छी सेहत के लिए सिर्फ खाना खाना ही जरूरी नही है बल्कि खाने का समय का भी ध्यान रखना काफी जरूरी होता है। व्यस्त लाइफस्टाइल के कारण लोग अक्सर देर रात को खाना खाते हैं, इस वजह से वो कब्ज समेत कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।

डाक्टर अक्सर रात में सोने से दो-तीन घंटे पहले खाना खाने की सलाह देते हैं। स्वस्थ रहना चाहते हैं तो आपको सुबह का नाश्ता, लंच, डिनर समय पर करना चाहिए। अगर आप रोजाना जल्दी खाना खाते हैं तो इससे कई बड़े फायदे हो सकते हैं।

रात में जल्दी खाना खाने के फायदे

अच्छी नींद

रात में जल्द खाना खाने से शरीर में पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए पर्याप्त समय मिलता है। इससे अच्छी नींद आती है। डाक्टर अक्सर रात में सोने से दो-तीन घंटे पहले खाना खाने की सलाह देते हैं। इससे हमारा पाचन तंत्र भी दुरुस्त रहता है और शरीर के अंगों को भी अन्न पचाने में कसरत नहीं करनी पड़ती।

वजन कंट्रोल

रात में खाना जल्दी खाने से न सिर्फ आप खुद को फिट महसूस करेंगे, बल्कि इससे आपको वजन घटाने में भी मदद मिलेगी। कोशिश यह करें कि हल्का और फाइबर युक्त भोजन करें, इससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है और भूख भी कंट्रोल होती है और वजन भी।

कब्ज की दिक्कत

बदलती लाइफस्टाइल के कारण आजकल कब्ज की समस्या आम है। इससे शौच करने में कठिनाई होती है। रात का खाना जल्दी खाने से शरीर को भोजन पचाने के लिए पर्याप्त समय मिलता है। इससे आप कब्ज की समस्या से राहत पा सकते हैं।

दिल के लिए फायदेमंद

जो लोग देर से खाना खाते हैं उनमें दिल की बीमारियों का खतरा अधिक होता है। अगर आप रात का खाना जल्दी खाते हैं और समय पर सोते हैं तो इससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है। रात के खाने में हमेशा हल्का खाना खाएं और मसालेदार खाना खाने से बचें।

ब्लड शुगर कंट्रोल

रात में जल्दी भोजन करने से भी ब्लड शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है।

फिल्म अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा के जेठ जेठानी शादी के चार साल बाद लेंगे तलाक

 नयी दिल्ली :जोई और उनकी पत्नी एक्ट्रेस सोफी टर्नर के रिश्तों में दरार आ गई है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों का रिश्ता पिछले छह महीनों से बुरे दौर से गुजर रहा है. पिछले दिनों इनके रिश्ते में गड़बड़ी का अंदेशा तब हुआ जब जोई की उंगली में उनकी वेडिंग रिंग नहीं दिखी।

एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के पति निक जोनस का परिवार इन दिनों सुर्ख़ियों में है. निक के बड़े भाई जोई जोनस की शादीशुदा जिंदगी कुछ ठीक नहीं चल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जोई और उनकी पत्नी और एक्ट्रेस सोफी टर्नर के रिश्तों में दरार आ गई है और दोनों का तलाक होने जा रहा है।

रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि जोई और सोफी तलाक के लिए लॉस एंजेलिस में वकीलों से सलाह-मशविरा ले रहे हैं. बता दें कि दोनों ने 2016 में डेटिंग शुरू की थी. इसके बाद इन्होंने 2017 में एंगेजमेंट की थी और फिर 2019 में दोनों ने लास वेगास में शादी कर ली थी. इसके बाद दोनों ने 2020 में पहले और फिर 2022 में दूसरे बच्चे का स्वागत किया था।

प्रोफेशनल करियर की बात करें तो जोई और सोफी अपने करियर में काफी एक्टिव हैं. सोफी जहां गेम्स ऑफ़ थ्रोंस जैसी टीवी सीरीज के लिए मशहूर हैं. वहीं जोई ने अपने दोनों भाईयों के साथ मिलकर एक म्यूजिकल टूर पूरा किया है. जोई और सोफी रिश्ते में प्रियंका चोपड़ा के जेठ-जेठानी लगते हैं।

दिल्ली:पेट्रोल भरवाने और चार्ज करने की झंझट खत्म,नितिन गडकरी ने लॉन्च की भारत की पहली फ्लेक्स फ्यूल कार


 दिल्ली :- भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में एक क्रांति लॉन्च हुई है। टोयोटा मोटर ने अपनी पहली वैकल्पिक ईंधन यानी कि इथेनॉल से चलने वाली कार को लांच किया है। यह टोयोटा इनोवा एमपीवी है जिसे पूरे तरीके से एथेनॉल पर ही चलाया जा सकेगा। 

फ्लेक्स फ्यूल से चलने वाली यह भारत की पहले कार है। इसे परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी ने लांच किया है इसके अलावा यह खुद इलेक्ट्रिक एनर्जी भी पैदा कर EV मोड पर चल सकती है।

एक मात्र ऐसी एमपीवी है जो अब पूरी तरीके से एथेनॉल E100 ग्रेड पर चलेगी। इसके अलावा इसमें लिथियम आयन बैट्री पैक भी दिया गया है जो इस कर को EV मोड पर चलने में सहायता करता है। 

यह खुद अपने चलने योग्य बिजली पैदा कर सकती है। फिलहाल इस बात की आधिकारिक पुष्टि तो नहीं की गई है। लेकिन इसे बहुत ही जल्द सड़कों पर भी उतर जाएगा।

अभी जो इनोवा हाई क्रॉस को अनवेल किया गया है। वह हाइब्रिड कार से काफी अलग है क्योंकि इसमें लगा इंजन एथेनॉल के जरिए चलता है। वही यह सेल्फ चार्जिंग लिथियम आयन बैटरी के साथ आती है, जो खुद चार्ज होने में सक्षम है। इसके जरिए ही यह EV मोड पर चल सकती है। इसमें 2 लीटर का 4 सिलेंडर पेट्रोल इंजन दिया गया है जो 181 बीएचपी का पावर जेनरेट करता है।

इसके साथ ही यह 23 किलोमीटर प्रति लीटर तक का माइलेज भी देती है जो बहुत ही अच्छी बात है। इसके अलावा यह ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन के साथ भी आने वाली है। 

भारत में पहले 20% एथेनॉल का इस्तेमाल कर मिश्र पेट्रोल के साथ गाड़ियों को चलाने का कदम उठाया गया था लेकिन अब प्रदूषण को पूरी तरीके से मिटाने के लिए सरकार और कंपनियों ने मिलकर आगे का फैसला लिया है। भारत में बहुत ही जल्द कार्बन एमिशन को मिटा दिया जाएगा।

दिल्ली:G-20 सम्मेलन को लेकर दिल्ली पुलिस की फुल ड्रेस रिहर्सल आज,इन रूट्स पर जाने से बचें


दिल्ली:दिल्ली में आयोजित होने G-20 सम्मेलन को लेकर आज दिल्ली पुलिस फुल ड्रेस रिहर्सल करने जा रही है. ये सुबह साढ़े 8 बजे से शुरू हो जाएगी और रात के 11 बजे तक नई दिल्ली क्षेत्र में चलती रहेगी. इसमें डेलिगेट्स के गाड़ियों के काफिले के साथ दिल्ली पुलिस अलग-अलग गंतव्यों तक जाएगी और तैयारियों का असेसमेंट करेगी।

ये रिहर्सल तीन चरणों में पूरी की जाएगी. पहली ड्रिल सुबह साढ़े 8 बजे शुरू होगी और 12 बजे तक चलेगी. दूसरी ड्रिल साढ़े 4 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी और तीसरी ड्रिल 7 बजे शाम से रात 11 बजे तक चलेगी.

डेलिगेट्स के गाड़ियों के काफिले की सुविधा के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कई रूट पर आम ट्रैफिक के मूवमेंट को रोककर अलग रूट पर डाइवर्ट करने का फैसला किया है और इस बाबत एडवाइजरी भी जारी की है.

किन रूटों पर जानें से बचें?

सरदार पटेल मार्ग से पंचशील मार्ग और ग्यारह मूर्ति की ओर

कौटिल्य मार्ग से तीन मूर्ति की ओर

गोल मेठी, मानसिंह रोड, सी-हेक्सागन, मथुरा रोड

जाकिर हुसैन मार्ग से सुब्रमण्यम भारती मार्ग

भैरो रोड से रिंग रोड, ब्रिगेडियर होशियार मार्ग, यशवंत प्लेस

सत्य मार्ग, शांति पथ और कौटिल्य मार्ग

विंडसर प्लेस जनपथ से कर्तव्य पथ की ओर

बाराखंबा रेड लाइट से टॉलस्टॉय मार्ग और जनपथ की ओर

क्लेरिजस, विवेकानंद मार्ग, मोती बाग फ्लाईओवर के नीचे और लोधी फ्लाईओवर के नीचे वाले रूट

प्रेस एन्क्लेव रोड से लाल बहादुर शास्त्री मार्ग और चिराग दिल्ली फ्लाईओवर के नीचे वाले रूट

जोसफ टीटो मार्ग से सिरी फोर्ट रोड और शेर शाह रोड

इन तमाम रूट्स पर सामान्य से ज्यादा ट्रैफिक होगी क्योंकि रिहर्सल के समय कई रूट आम ट्रैफिक के लिए बंद कर दिए जाएंगे. डेलिगेट्स के काफिले के गुजरने के बाद रूट खोल दिया जाएगा, लेकिन ऐसे में डायवर्सन और अवरोध के कारण जगह-जगह जाम की स्थिति होने की संभावना है. इसलिए ट्रैफिक पुलिस ने आम कम्यूटर्स को इन रूट से परहेज करने की सलाह दी है।

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ये भी कहा है कि यदि बहुत आवश्यक न हो तो लोग ज्यादा से ज्यादा मेट्रो का ही प्रयोग करें. यदि निजी वाहनों, टैक्सी या बसों से जाना ही आवश्यक हो तो ऐसे में कम्यूटर्स को वैकल्पिक रूट भी ट्रैफिक पुलिस ने बताए हैं।

इन रूट्स पर कोई रिहर्सल नहीं, कर सकते वैकल्पिक इस्तेमाल

नॉर्थ साउथ कॉरिडोर पर रिंग रोड, आश्रम चौक, सराय काले खां, महात्मा गांधी मार्ग, आईपी फ्लाईओवर, आईएसबीटी कश्मीरी गेट, रिंग रोड और मजनू का टीला.

एम्स चौक से रिंग रोड, धौला कुआं रिंग रोड, ब्रार स्क्वायर नारायणा फ्लाईओवर, राजौरी गार्डन जंक्शन रिंग रोड, पंजाबी बाग जंक्शन रिंग रोड, आजादपुर रूट पर सामान्य रूप से जा सकते हैं।

सन डायल/DND फ्लाईओवर से रिंग रोड, आश्रम चौक, मूलचंद अंडरपास, एम्स चौक रिंग रोड, धौला कुआं, रिंग रोड ब्रार स्क्वायर, नारायणा फ्लाईओवर ये तमाम रूट्स ले सकते हैं।

युधिष्ठिर सेतु से बुलेवार्ड रोड, रानी झांसी रोड, न्यू रोहतक रोड, पंजाबी बाग चौक से रिंग रोड इस रूट का इस्तेमाल सामान्य रूप से करें.

रेलवे स्टेशन जाने के लिए मैट्रो लेना बेहतर, सड़क से जाना हो तो समय ले कर निकलें।

रेलवे स्टेशन जाने के लिए वाहनों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं है, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि सड़क मार्ग से यात्रा की स्थिति में पर्याप्त समय लेकर निकलें क्योंकि सीमित रूट्स के कारण जाम की स्थिति होगी. सामान्य से ज्यादा ट्रैफिक के कारण स्टेशन पहुंचने में ज्यादा समय लगेगा इसलिए जितना संभव हो लोग स्टेशन जाने के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करें तो बेहतर होगा.

एयरपोर्ट रूट पर भी गाड़ियों की आवाजाही पर कोई रोक नहीं, लेकिन पर्याप्त समय लेकर ही निकलें क्योंकि जगह-जगह जाम की वजह से पहुंचने में सामान्य से ज्यादा समय लगेगा. एयरपोर्ट जाने के लिए भी लोगों को मेट्रो लेने की सलाह दी गई है।

बसों का परिचालन नहीं होगा प्रभावित, बदल सकते हैं रूट

फुल ड्रेस रिहर्सल के दौरान बसों के परिचालन पर ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि नई दिल्ली जिला क्षेत्र में ट्रैफिक की स्थिति को देखते हुए बसों के रूट डाइवर्ट किए जा सकते हैं. किसी भी तरह की यात्रा के लिए लोग पर्याप्त समय लेकर निकलें और जाम से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग मेट्रो का प्रयोग करें तो सुविधा रहेगी।

दिल्ली: इस ग्रह में है पृथ्वी से कई गुना ज्यादा सोना जो हर शख्स को बना सकता है अरबपति

नयी दिल्ली :- सौरमंडल में एक लघुग्रह ऐसा है, जिसको सोने के ग्रह के तौर पर जाना जाता है. इसकी मिट्टी में भी सोना है. इतना ज्यादा गोल्ड कि किसी को भी हैरान कर दे. इसीलिए कई बार ये भी कहा जाता है कि अगर इसका सारा सोना पृथ्वी पर आ जाए तो हर शख्स अरबपति हो जाएगा

16 साइके नाम के इस ग्रह का नाम एक यूनानी देवी के नाम पर रखा गया है। 

ये ग्रह नहीं बल्कि क्षुद्रग्रह या लघुग्रह है, जो मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच है इस साल अक्टूबर में नासा का मिशन इसके लिए रवाना हो सकता है लेकिन इस तक पहुंचने में लगेगें कई साल सौरमंडल में एक लघुग्रह है, जो सूर्य के चक्कर लगाता है।

वैज्ञानिकों को इस ग्रह को खोजे हुए कई साल हो चुके हैं. इसका आकार-प्रकार आलू की तरह है. खास बात ये है कि ये सोने की धातु की प्रचुर मात्रा से भरा हुआ है. इसका नाम 16साइके है. इसे लघु ग्रह भी कहा जा सकता है।

वैज्ञानिकों ने पिछले कुछ बरसों में कई क्षुद्र ग्रह खोजे हैं, ये उसी कतार में 16वां लघु ग्रह है. इस पर सोने की बहुतायत ने वैज्ञानिकों को भी चकरा दिया.इस लघुग्रह को 17 मार्च 1852 को इतालवी खगोलशास्त्री एनीबेल डी गैस्पारिस ने खोजा था. लेकिन इस पर इतना सोना भरा हुआ है. इसका पता बाद के बरसों में पता लगा, जब इस ग्रह आधुनिक अंतरिक्ष उपकरणों और मिशन के जरिए अध्ययन किया गया.

पिछले दिनों ये खबर आई थी इस क्षुद्रग्रह पर कोई यान भेजा जाएगा लेकिन ये अब तक हो नहीं सका है.

ये किसकी परिक्रमा करता है

16 साइके नाम का ये लघुग्रह मंगल और बृहस्पति के बीच सूर्य की परिक्रमा करता है. इसका कोर निकल और लोहे से बना है. इसके अलावा इसमें बड़ी मात्रा में प्लैटिनम, सोना और अन्य धातुएं हैं।

ये वो लघुग्रह है, जो सोने की धातु से इतना ज्यादा भरा हुआ है कि कोई भी हैरान हो सकता है. वैज्ञानिकों को भी इस लघुग्रह की पूरी जानकारी जैसे जैसे मिली, वो हैरान हो गए. (नासा)

इस पर कितना सोना है।

क्षुद्रग्रह 16 साइकी में मौजूद खनिजों की कीमत खरबों से भी कहीं अधिक बताई गई है. माना जाता है कि अगर इसका पूरा सोना धरती पर आ जाए तो वह हर शख्स $93 बिलियन यानि 763 अरब रुपए का धनवान बना देगा.

हालांकि इसका एक तर्क ये भी है कि अगर इस लघुग्रह का पूरा सोना धरती पर आ जाए तो सोने की कीमत बहुत गिर जाएगी और ये कीमती नहीं रह जाएगा. लेकिन ये सच्चाई है कि अब तक जितने ग्रहों या लघुग्रहों का पता चला है, उसमें 16 साइके ऐसा लघुग्रह है जो सोने के अयस्क से लबालब है.

नासा वर्ष 2013 में इस लघुग्रह पर अपना मिशन भेजना चाहता था लेकिन तब ये संभव नहीं हो पाया लेकिन अब अक्टूबर में कोई मिशन इसके लिए रवाना होगा हालांकि उसको वहां तक पहुंचने में कई साल लग सकते हैं. 

ये वहां मध्यम आकार की बड़ी चट्टान के तौर पर घूम रहा है. डिस्कवरी के अनुसार , 16 साइके में इतना सोना और अन्य कीमती धातुएं हैं कि धरती के हर शख्स को 100 अरब डॉलर मिल सकते हैं.

नासा अक्टूबर तक इस पर भेज सकता है मिशन नासा ने अक्टूबर 2013 में क्षुद्रग्रह पर एक मिशन भेजने की योजना बनाई थी, लेकिन ये अभियान टल गया. हालांकि इस मिशन का उद्देश्य लघुग्रह के खजाने को इकट्ठा करने की बजाए इसका अध्ययन करना था.

उसकी वजह ये भी है कि अधिकांश क्षुद्रग्रह चट्टान, बर्फ या दोनों के संयोजन से बने होते हैं, लेकिन ये क्षुद्रग्रह धातु का एक विशाल टुकड़ा है जो बताता है कि यह एक प्रोटोप्लैनेट का खुला कोर हो सकता है. क्षुद्रग्रह पर कोई यान या मिशन भेजने पर खगोलविदों को ये देखने का मौका मिलेगा कि यहां पर वास्तव में क्या क्या है. ये संभव है कि इसी साल अक्टूबर में नासा का एक मिशन 16 साइके के लिए रवाना किया जाए, जो 2030 तक इस क्षुद्रग्रह पर पहुंचेगा.

और किस ग्रह पर सोना और हीरे

वैसे तो कहा ये भी जाता है कि बुध ग्रह में हीरे भरे हुए हैं, जो पृथ्वी की तुलना में 17 गुना अधिक हीरे हो सकते हैं. वैज्ञानिकों का ये भी आंकलन है कि मंगल और वृहस्पति जैसे ग्रहों पर जो स्थितियां हैं, उसमें वहां भी सोने की बड़ी मात्रा हो सकती है. वैसे वैज्ञानिक शोध ये भी बताती हैं कि अध्ययन यूरेनस और नेपच्यून जैसे ग्रहों पर हीरे की बारिश होती है. दशकों पहले किए गए अपोलो मिशनों के जरिए भी चंद्रमा पर सोना और चांदी होने का अनुमान लगाया गया था।