टोटका : बारिश के लिए विधि-विधान से कराई मेंढक और मेंढकी की शादी, झूमकर नाचे बाराती, देखने वालों की लगी भीड़
रांची : क्या आपने कभी मेंढक और मेंढकी की शादी देखी है? नहीं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं ऐसी अनोखी शादी के बारे में। इसे आप अंधविश्वास कहे या कुछ और मगर दुमका जिले के मसलिया प्रखंड क्षेत्र स्थित गोलबंधा पंचायत के गोलपुर गांव में आदिवासी समाज के किसानों ने बारिश होने की कामना को लेकर मेंढक और मेढकी की विधि-विधान से शादी करायी.
इसके लिए बजाप्ता बारात निकाली गई और खूब नाच गाना भी हुआ. इस शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रही हैं.
बताया जा रहा है कि मसलिया में लगातार दूसरे साल ऐसा विवाह रचाया गया. दरअसल, क्षेत्र के किसान बारिश नहीं होने से चिंतित हैं. बारिश के लिए प्रकृति पूजा की परंपरा रही है और इसको लेकर आदिवासी समाज विभिन्न तरह के टोटकों का सहारा ले रहे हैं. इसी क्रम में गाजे-बाजे के साथ मेंढक-मेंढकी की शादी ग्रामीणों ने करायी.
एक तरफ मेंढक वर बना तो दूसरी ओर मेंढकी को दुल्हन की तरह ही सजाया गया. वर पक्ष विधि-विधान के साथ बारात लेकर आया, तो दूसरी ओर मेंढकी के पक्ष की ओर से शादी की सारी रस्में पूरी की गईं.
बताया जा रहा है कि मसलिया में लगातार दूसरे साल ऐसा विवाह रचाया गया. दरअसल, क्षेत्र के किसान बारिश नहीं होने से चिंतित हैं. बारिश के लिए प्रकृति पूजा की परंपरा रही है और इसको लेकर आदिवासी समाज विभिन्न तरह के टोटकों का सहारा ले रहे हैं.
इसी क्रम में गाजे-बाजे के साथ मेंढक-मेंढकी की शादी ग्रामीणों ने करायी. एक तरफ मेंढक वर बना तो दूसरी ओर मेंढकी को दुल्हन की तरह ही सजाया गया. वर पक्ष विधि-विधान के साथ बारात लेकर आया, तो दूसरी ओर मेंढकी के पक्ष की ओर से शादी की सारी रस्में पूरी की गईं.
ग्राम प्रधान शिवधन हेम्ब्रम के नेतृत्व में गोलपुर में एक विवाह का आयोजन किया गया. वर पक्ष गोलपुर के पुड़वाद टोला निवासी राम मुर्मू ने गाजे-बाजे के साथ तथा सगे-संबंधियों के साथ कन्या पक्ष गोलपुर गांव के तालटोला निवासी ग्राम प्रधान शिवधन हेम्ब्रम के घर पहुंचे.
बारातियों के आगमन पर कन्या पक्ष की ओर से भव्य स्वागत किया गया.
ग्राम प्रधान शिवधन हेम्ब्रम के नेतृत्व में गोलपुर में एक विवाह का आयोजन किया गया. वर पक्ष गोलपुर के पुड़वाद टोला निवासी राम मुर्मू ने गाजे-बाजे के साथ तथा सगे-संबंधियों के साथ कन्या पक्ष गोलपुर गांव के तालटोला निवासी ग्राम प्रधान शिवधन हेम्ब्रम के घर पहुंचे. बारातियों के आगमन पर कन्या पक्ष की ओर से भव्य स्वागत किया गया.
आदिवासी समाज में किये जाने वाले सभी विधि-विधान को पूरा कराया गया. जिसके बाद माझी थान स्थित मंडप में नायकी राम मुर्मू, जगमजी बाबूधन हेम्ब्रम ने आदिवासी रीति-रिवाज से मेंढक संग मेंढ़की का विवाह संपन्न कराया.
मेंढक के विवाह को देखने पंचायत के धोबनाहरिणबहाल, रानीघाघर, कुंजवोन, हथियापाथर, सापचाला, सुगापहाड़ी, हाडोरायडीह, नायडीह, खूटोजोरी सहित कई गांवों के लोग पहुंचे थे.ग्राम प्रधान शिवधन हेम्ब्रम ने कहा कि मेंढ़क का विवाह हमने इसलिए कराया क्योंकि इस विवाह के हो जाने पर बारिश होने की पूरी संभावना होती है.
श्रावण माह के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी क्षेत्र में बारिश नहीं होने से खेती शुरू नहीं हुई है. आदिवासी समाज में मान्यता है कि मेंढ़क की शादी कराने से बारिश होती है. पिछले साल भी मेंढक के विवाह के बाद बारिश हुई थी. निश्चित रूप से इस विवाह के बाद बारिश होगी.
Jul 29 2023, 11:42