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पटना में अत्याधुनिक सुविधा से युक्त साइकिल के शोरूम का हुआ शुभारंभ, पूर्व एमएलसी डॉ रणवीर नंदन ने किया उद्घाटन

पटना : आज शुक्रवार को राजधानी के कुम्हरार पार्क के सामने रोड मास्टर बाय साइकिल के शोरूम का शुभारंभ हुआ। इस शो-रुम का उद्घाटन पूर्व विधान पार्षद प्रो रणबीर नंदन ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण प्रकृति संरक्षण दिवस के मौके पर राजधानी पटना में अत्याधुनिक सुविधा से युक्त साइकिल के शोरूम का शुभारंभ होना एक सुखद संदेश है। 

डॉ. रणवीर नंदन ने कहा कि साइकिल हमें स्वस्थ रखने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी अपनी भूमिका निभाता है इसलिए इस जलवायु परिवर्तन की दिशा में साइकिल की महती भूमिका है। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप का जमाना है और सरकार से लेकर बड़ी-बड़ी कंपनियां रोजगार सृजन के क्षेत्र में कम कर रही है इसी का नतीजा है कि आज अत्याधुनिक सुविधा से युक्त साइकिल के शोरूम का पटना में शुभारंभ हो रहा है। 

उन्होंने कहा इस शोरूम के माध्यम से जहां एक और युवाओं में रोजगार सृजन होगा और पर्यावरण व प्रकृति का संरक्षण भी होगा। बिहार के युवा स्पोर्ट्स साइकिल का बड़े पैमाने पर उपयोग कर रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में बिहार अच्छे रैंक भी ला रहा है। 

डॉ. नंदन ने प्रसन्नता जाहिर की कि इस शोरूम में 8000 से लेकर 40000 तक का साइकिल है। जिससे हर वर्ग के युवा अपनी क्षमता के अनुसार स्पोर्ट साइकिल खरीद कर बिहार का नाम राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में रोशन करेंगे। 

मौके पर शोरूम के प्रबंधक संतोष कुमार सिन्हा ने बताया की यह बिहार में पहला ऐसा शोरूम है जहां के साधारण साइकिल से लेकर इलेक्ट्रिक साइकिल तक उचित मूल्य पर लोगों को उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उनके यहां 4000 से लेकर 40000 तक की अत्याधुनिक सुविधा युक्त साइकिल उपलब्ध है। उन्होंने कहा की यह शोरूम सरकार के पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सारथी की भूमिका निभाएगा और उनका प्रयास होगा कि ज्यादा से ज्यादा लोग साइकिल से चलकर आप स्वस्थ रहें और पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभायें।

स्व-वित्तपोषित अल्पसंख्यक कॉलेज हैं MACET, एआईसीटीई मान्यता के अनुसार सफलतापूर्वक चला रहा है बी.टेक कोर्स : डॉ. अहमद अब्दुल हई

पटना : MACET के अध्यक्ष डॉ. अहमद अब्दुल हई ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि "मौलाना आज़ाद कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी" की शुरुआत वर्ष 1987 में मिल्लत एजुकेशन सोसाइटी के तहत की गई थी। यह पूरे उत्तर भारत में पहला स्व-वित्तपोषित अल्पसंख्यक कॉलेज हैं। सोसायटी का मुख्य मिशन विशेष रूप से अल्पसंख्यकों के बीच वैज्ञानिक/व्यावसायिक तकनीकी शिक्षा की स्थापना को बढ़ावा देना था। 

कॉलेज की शुरुआत सबसे पहले अनीसाबाद में हुई थी। इसे वर्ष 1994 में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) नई दिल्ली से मान्यता मिली। वर्ष 2000 में, कॉलेज को लगभग 18 एकड़ क्षेत्र में फैले विशाल परिसर में नेओरा में स्थानांतरित कर दिया गया। तब से, यह एआईसीटीई मान्यता के अनुसार इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी कार्यक्रम में चार साल के बी.टेक पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक चला रहा है। 

स्नातक पाठ्यक्रमों में वार्षिक प्रवेश 330 अर्थात सिविल इंजीनियरिंग का है। - 60, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग। – 30, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार इंजीनियरिंग। – 30, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग। – 60, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग। (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग) - 30, कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग (डेटा साइंस) - 60 और मैकेनिकल इंजीनियरिंग। - 60

इस वर्ष हमें उल्लिखित पाठ्यक्रमों के तहत मंजूरी मिल गई है:

1. (एमसीए) मास्टर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन के पीजी कार्यक्रम में, वार्षिक प्रवेश 120 है।

2. डिप्लोमा कोर्स (3 साल का कोर्स) वार्षिक प्रवेश 180 अर्थात सिविल इंजीनियरिंग – 60, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग। - 60 और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग। – 60 हैं।

सभी विभागों में अच्छी तरह से योग्य अनुभवी संकाय और अच्छी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएँ हैं। 100 डेस्कटॉप के साथ एक कंप्यूटर केंद्र है जिसमें बड़ी संख्या में एप्लिकेशन सॉफ़्टवेयर हैं और इंटरनेट से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और दो अन्य कंप्यूटर लैब हैं। कुल 340 कंप्यूटर सिस्टम वाली 3 अन्य कंप्यूटर लैब हैं, जो बिहार में सबसे बड़ी में से एक है। हमारे पास ब्रियो इंटरएक्टिव फ्लैट पैनल 75 इंच वाले दो स्मार्ट क्लास हैं। हमारे पास अच्छी तरह से स्थापित पुस्तकालय है जिसमें लगभग 4500 से अधिक टाइटल्स हैं। विभिन्न क्षेत्रों को कवर करने वाले 25000 वोलुमस हैं।

कॉलेज में एक स्थापित प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल भी है जो छात्रों को कैंपस चयन के माध्यम से नौकरी पाने में मदद करता है। इस सेल के माध्यम से बड़ी संख्या में छात्रों को आईबीएम, विप्रो, माइक्रोसॉफ्ट, टीसीएस, टीसीई, एनटीपीसी, एनएचपीसी, बीएचईएल, डीआरडीओ, एनएएल आदि जैसे विभिन्न संगठनों में नौकरी मिलती है।

तनिष्क ने पटना के अपने इन दो शो-रुम में फेस्टिवल ऑफ डायमंड किया लांच, दे रहा है इतने प्रतिशत तक की सबसे बड़ा छूट

पटना : ज्वेलरी रिटेल ब्रांड और टाटा समूह का एक हिस्सा, तनिष्क ने अपने डायमंड आभूषणों का आज तक के सबसे विशाल और शानदार शोकेस प्रस्तुत किया है। शोरूम के निदेशक अनिल अग्रवाल एवं उमेश टेकरीवाल तनिष्क एरिया बिजनेस मैनेजर सौरभ सिंहा एवं अजनी कुमार ने बताया कि तनिष्क की यह एक्सक्लूसिव श्रेणी हीरों की एक चमचमाती दुनिया है। 

महिलाओं की पसंदीदा सभी अलग अलग स्टाइल्स को इसमें शामिल किया गया है। रिंग्स से लेकर इयररिंग्स और पेंडेंट्स, नेकलेस, ब्रेसलेट्स और बैंगल्स तक सभी प्रकार के आभूषण तनिष्क के 'द ऑटम एडिट में है. इसमें पांच नए क्यूरेशन प्रस्तुत किए गए हैं जो हर प्रसंग के स्टाइल कोशंट को बढ़ाने के लिए ही विशेष रूप से बनाए गए हैं।

तनिष्क के हीरे महिला की असाधारण जीवन कहानी को बहुत ही बेहतरीन और खूबसूरत ढंग से सम्मानित करते हैं, महिलाओं के व्यक्तित्व की चमक इन मूल्यवान जेम्स को एक अनोखा तेज प्रदान करती है। इस फेस्टिवल ऑफ डायमंड्स में ग्राहक कई अलग अलग लूक्स की खरीदारी कर सकते हैं, जिन्हें तनिष्क ने हर दिन के ऑफिस, बंच, शादी और वर्षगाठ जैसे समारोह, शाम की पार्टीज़ और गिफ्टिंग आदि के लिए बनाया है। 

तनिष्क के चमचमाते ऑटम एडिट में एक शानदार सिम्फनी प्रस्तुत की जा रही है। इसमें तनिष्क प्रस्तुत कर रहे हैं एलिवेटेड वर्क वेयर रेन्ज, गाला डिनर्स के लिए अँड अफेयर्स, पार्टीज के लिए शोस्टॉपर्स और इंडो-वेस्टर्न आउटफिट्स के लिए फ्यूजन फैशन तनिष्क के स्पार्कलिंग मेमरीज़ गिफ्ट श्रेणी के साथ आप अपने और अपनों के खास पलों को हमेशा के लिए यादगार जन्मदिन, विशेष सफलता और ऐसे ही कई विशेष प्रसंगों पर गिफ्ट देने के लिए यह परफैक्ट है। तनिष्क में मनाए जाने वाले इस हीरों के त्यौहार को और भी ज्यादा आकर्षक बनाने ब्रांड की ओर से डायमंड ज्वेलरी वेल्यू पर 20% तक की छूट दी जा रही है। इतनाही नहीं, किसी भी ज्वेलर से खरीदे हुए पुराने सोने को एक्सचेंज करके तनिष्क के डायमंड आभूषण खरीद कर

ग्राहक अपने ज्वेलरी कलेक्शन में नयी ताजगी ला सकते हैं। 22 कैरेट से ऊपर के पुराने सोने के आभूषणों के लिए तनिष्क मे 100% * एक्सचेंज वैल्यू दिया जाता है। इसमें ग्राहकों को उनके सोने का सबसे अच्छा मूल्य मिलता है। तनिष्क की यह एक्सचेंज पॉलिसी ग्राहकों के लिए उनके पुराने सोने को तनिष्क के नए डिजाइन्स से अपग्रेड करने का स्वर्ण अवसर है। भारत भर में सभी तनिष्क स्टोर्स में इस ऑफर का लाभ उठाया जा सकता है। यह ऑफर सिर्फ सीमित समय के लिए ही लागू रहेगा।

किसानों के हर सुख-दुःख की परिस्थति में पूरी दृढ़ता के साथ खड़ी है सरकार : कुमार सर्वजीत

पटना : कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत द्वारा विकास भवन, नया सचिवालय, पटना अवस्थित अपने कार्यालय कक्ष में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया गया। इस अवसर पर कृषि निदेशक डाॅ॰ आलोक रंजन घोष सहित अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि जैसा कि आप सभी जानते हैं ग्लोबल वार्मिंग के फलस्वरुप जलवायु की परिस्थितियों में निरंतर परिवर्तन हो रहा है, जिसका सबसे ज्यादा कुप्रभाव हमारी खेती पर पड़ रहा है। इस बार भी समय से पर्याप्त मात्रा में वर्षा नहीं हो पाने के कारण सुखाड़ जैसी परिस्थिति उत्पन्न हो गयी है, जिसके कारण किसानों के समक्ष समस्या उत्पन्न हो रही है। 

अभी तक सामान्य रुप से 442.3 मिली मीटर वर्षा होनी चाहिए थी, परन्तु मात्र 242.2 मिली मीटर ही वर्षा हो पायी है, यानि सामान्य से 45 प्रतिशत कम वर्षा हुई है, जिसके फलस्वरुप धान की रोपनी प्रभावित हुई है। इस वर्ष धान का आच्छादन 35,97,595 हेक्टेयर में किया जाना है, जिसके विरूद्ध 17,69,688 हेक्टेयर धान की रोपनी हुई है, जो लक्ष्य का मात्र 49.19 प्रतिशत है। इसी प्रकार इस वर्ष मक्का का आच्छादन लक्ष्य 331367 हेक्टेयर निर्धारित किया गया है, जिसके एवज में अभी तक 273087.42 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का की बुआई की गई है, जबकि पिछले वर्ष इस अवधि तक 30 प्रतिशत धान की रोपनी एवं 33.7 प्रतिशत मक्का की बुआई हुई थी। 

उन्होने कहा कि इस परिस्थिति में लगे हुए धान के बिचड़ों एवं रोपे गये धान तथा मक्का आदि की फसल को सूखने से बचाने तथा खाली पड़े खेतों में धान की रोपनी हो पाये, इसके लिए हमारी सरकार ने डीजल अनुदान देने का निर्णय लिया है। वैसे तो हमारी सरकार द्वारा डेडिकेटेड एग्रीकल्चर फीडर के माध्यम से पहले से ही किसानों को खेती के लिए 75 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली की आपूर्ति की जा रही है। कृषि फिडर से ‘‘ 12 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति’’ की सुविधा राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे किसानों द्वारा विद्युत चालित पम्पसेट का उपयोग करते हुए रोपनी का कार्य किया जा रहा है। इसके बावजूद हमारी सरकार ने डीजल पर भी अनुदान देने का निर्णय लिया है, जिसके लिए आवेदन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गयी है। अभी तक डीजल अनुदान के लिए कुल 13,901 किसानों का आवेदन विभाग को प्राप्त हो चुका है।

मंत्री ने आगे बताया कि खरीफ फसलों की सिंचाई डीजल पम्पसेट से करने के लिए क्रय किये गये डीजल पर 75 रूपये प्रति लीटर की दर से 750 रूपये प्रति एकड़, प्रति सिंचाई डीजल अनुदान दिया जायेगा। धान का बिचड़ा एवं जूट फसल की अधिकतम 2 सिंचाई के लिए 1,500 रूपये प्रति एकड़ देय होगा। खड़ी फसल में धान, मक्का एवं अन्य खरीफ फसलों के अंतर्गत दलहनी, तेलहनी, मौसमी सब्जी, औषधीय एवं सुगन्धित पौधे की अधिकतम 3 सिंचाई के लिए 2,250 रूपये प्रति एकड़ देय होगा। यह अनुदान प्रति किसान अधिकतम 8 एकड़ सिंचाई के लिए देय होगा। कुल पाँच सिंचाई के लिए 3,750 रूपये प्रति एकड़ प्रति किसान देय होगा, यानि एक किसान को कुल मिलाकर 30 हजार रूपये तक की सहायता उपलब्ध करायी जा सकेगी। यह अनुदान सभी प्रकार के किसानों को देय होगा। अनुदान की राशि पंचायत क्षेत्र के किसानों के अतिरिक्त नगर निकाय क्षेत्र के किसानों को भी देय होगा। इस योजना का लाभ कृषि विभाग के डी॰बी॰टी॰ पोर्टल में ऑनलाईन पंजीकृत किसानों को ही दिया जायेगा। परिवार के किसी एक सदस्य को ही डीजल अनुदान का लाभ देय होगा। पति-पत्नी एवं उनके पुत्र/पुत्री जो एक साथ रहते हो, को एक परिवार मानकर उनके द्वारा एक ही आवेदन स्वीकार किया जायेगा। 

परिवार के विभाजन एवं पृथक परिवार की स्थिति में अलग-अलग आवेदन स्वीकार किया जा सकता है, बशर्ते एक ही भूमि के लिए आवेदन नहीं दिया गया है। बिहार राज्य के अंदर निबंधित पेट्रोल पंप से सिंचाई हेतु क्रय किये गये डीजल पर ही अनुदान देय होगा। डीजल अनुदान की राशि आवेदक के आधार से जुड़े बैंक खाते में ही अंतरित की जायेगी। अगर बैंक खाता आधार संख्या से जुड़ा नहीं होगा तथा एन॰पी॰सी॰आई॰ से लिंक नहीं होगा तो वैसे किसानों को इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। वैसे किसान, जो दूसरे की जमीन पर खेती करते हैं (गैर रैयत), उन्हें प्रमाणित/सत्यापित करने के लिए सम्बन्धित वार्ड सदस्य/वार्ड पार्षद/मुखिया/सरपंच/पंचायत समिति सदस्य में से एक जनप्रतिनिधि एवं कृषि समन्वयक के द्वारा संयुक्त रूप से विहित प्रपत्र में हस्ताक्षरित दस्तावेज की व्यवस्था अनिवार्य होगी। 

सत्यापित करते समय यह ध्यान रखा जायेगा कि वास्तविक खेती करने वाले जोतदार को ही अनुदान का लाभ मिले। जिलों में डीजल अनुदान वितरण की आवश्यकता का आकलन सम्बन्धित जिला पदाधिकारी द्वारा कृषि टास्क फोर्स की बैठक में करने के पश्चात आवश्यकता के अनुरूप डीजल अनुदान वितरण का निर्णय लिया जा सकेगा। डीजल अनुदान योजना खरीफ 2023 का लाभ प्राप्त करने के लिए विज्ञापन प्रकाशन एवं उसमें अंकित तिथि के पश्चात डीजल पम्पसेट से सिंचाई के लिए क्रय किये गये डीजल के लिए ही अनुदान मान्य होगा। साथ ही, अन्तिम तिथि 30 अक्टूबर, 2023 तक खरीफ फसलों की सिंचाई के लिए क्रय किये गये डीजल पर ही अनुदान का लाभ मान्य होगा।

उन्होंने बताया कि किसान, कृषि विभाग के वेबसाईट dbtagriculture.bihar.gov.in पर उपलब्ध “अनुदान के लिए आवेदन” मेनू पर क्लिक करेंगे और अनुदान के प्रकार यानि “डीजल अनुदान” का चयन करेंगे। डीजल अनुदान आवेदन के लिए 13 अंकों का पंजीकरण संख्या भरना अनिवार्य होगा। सही पंजीकरण संख्या अंकित करने की स्थिति में आवेदक को पंजीकरण विवरणी के साथ-साथ आवेदन प्रपत्र ‘‘डिस्प्ले” किया जाएगा। किसान अपने नजदीकी कॉमन सर्विस केंद्र/वसुधा केंद्र से ऑनलाईन डीजल अनुदान आवेदन के लिए संपर्क कर सकते हैं अथवा स्वयं अपने मोबाइल/लैपटाॅप से डीजल अनुदान के लिए आॅनलाईन आवेदन कर सकते हैं। किसान के द्वारा ऑनलाईन आवेदन भरते समय ही डीजल क्रय संबंधी डिजीटल/कम्प्यूटराईड वाउचर अपलोड किया जायेगा। 

डीजल अनुदान आवेदन के लिए सर्वप्रथम किसान मौसम का चयन (खरीफ) करेंगे, फसल के प्रकार (बिचड़ा, जूट, धान, मक्का, दलहन, तेलहन, सब्जी, सुगन्धित एवं औषधीय पौधे में से एक फसल) का चयन करेंगे और कुल जमीन के रकवा जिसमें डीजल से सिंचाई की गयी है, की प्रविष्टि करेंगे। किसान एक समय में एक ही पटवन के लिए आवेदन करेंगे। इसका अर्थ यह है कि किसान को अलग-अलग पटवन के लिये अलग-अलग आवेदन करना होगा। किसान को तीन श्रेणियों (स्वयं, बटाईदार, स्वयं ़ बटाईदार) में बाँटा गया है। कोई भी किसान किसी एक श्रेणी के लिए ही आवेदन कर सकेंगे। रैयत किसानों को आवेदन करते समय लगान रसीद अपलोड करना अनिवार्य है। डीजल अनुदान हेतु पंजीकृत वैसे किसानों का आवेदन जिनका कृषि योग्य भूमि दो जिला में अवस्थित है, की स्थिति में जिस पंचायत में किसान को पंजीकृत किया गया है उसी पंचायत के कृषि समन्वयक द्वारा दूसरे जिला/प्रखंड/नगर क्षेत्र/पंचायत में जाकर उस किसान के दावे का सत्यापन किया जायेगा। जिला कृषि पदाधिकारी अपने स्तर से समय-समय पर किसानों को ऑन-लाईन पंजीकरण एवं आवेदन समर्पित करने से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन तथा व्यापक प्रचार-प्रसार की व्यवस्था करेंगे। 

मंत्री ने बताया कि यदि किसी किसान को अपने आवेदन के संदर्भ में किसी प्रकार की शिकायत होगी तो वे लिखित रूप में यह शिकायत सम्बन्धित डीजल अनुदान अनुश्रवण-सह-निगरानी समिति के समक्ष रखेंगे। ऐसे सभी शिकायतों का 15 दिनों के अंदर संबंधित कृषि समन्वयक के द्वारा जाँच की जायेगी, जो किसान वांछित अर्हत्ता रखते हैं, उन्हें अनुदान के भुगतान हेतु विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। पंचायत क्षेत्र के किसानों के लिए डीजल अनुदान अनुश्रवण-सह-निगरानी समिति का गठन किया गया है। इस समिति का गठन संबंधित पंचायत के मुखिया जी की अध्यक्षता में किया गया है, जिसका सदस्य संबंधित पंचायत के सरपंच, पंचायत वार्ड के सदस्यगण, विगत चुनाव में मुखिया पद के लिए हारे हुए निकटत्तम उम्मीदवार, विगत चुनाव में सरपंच पद के हारे हुए निकटत्तम उम्मीदवार, पंचायत समिति के सदस्य, कृषि समन्वयक होंगे। 

उन्होने कहा कि इसी प्रकार नगर क्षेत्र के किसानों के लिए डीजल अनुदान अनुश्रवण-सह-निगरानी समिति का गठन नगर निगम/नगर निकाय/नगर पंचायत के अध्यक्ष/उपाध्यक्ष की अध्यक्षता मेें की गई है, जिसके सदस्य संबंधित नगर निगम/नगर निकाय/नगर पंचायत के वार्ड सदस्य, विगत चुनाव में नगर निगम/नगर निकाय/नगर पंचायत के नगर वार्ड सदस्य पद के हारे हुए निकटत्तम उम्मीदवार (प्रतिद्वंदी), नगर निगम/नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी एवं संबंधित कृषि समन्वयक होंगे। 

उन्होंने कहा कि डीजल अनुदान योजना का नियमित अनुश्रवण विभाग के क्षेत्रीय पदाधिकारियों द्वारा प्रत्येक स्तर पर किया जायेगा। डीजल योजना के लाभार्थी कृषकों का प्रखंड कृषि पदाधिकारी द्वारा कम-से-कम 10 प्रतिशत, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी द्वारा कम-से-कम 7 प्रतिशत, जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा स्वयं अथवा अधीनस्थ पदाधिकारियों द्वारा कम-से-कम 5 प्रतिशत, प्रमंडलीय संयुक्त निदेशक(शष्य) द्वारा स्वयं अथवा अपने अधीनस्थ पदाधिकारियों के माध्यम से कम-से-कम 2 प्रतिशत रैण्डम जाँच कर गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी। जिला पदाधिकारी द्वारा इस योजना के कार्यान्वयन का अनुश्रवण किया जायेगा। प्रत्येक सप्ताह में आयोजित होने वाले कृषि टास्क फोर्स की बैठक मंे समीक्षा करते हुए आवश्यकता के अनुरूप डीजल अनुदान वितरण का निर्णय लेंगे। साथ ही, कृषि विभाग के पदाधिकारियों के अलावे समय-समय पर जिला प्रशासन के अन्य पदाधिकारियों को प्राधिकृत कर डीजल अनुदान के लाभार्थी कृषकों की जाँच रैण्डम रूप से की जायेगी। सभी जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा डीजल अनुदान कार्यान्वयन को उच्च प्राथमिकता दी जायेगी। इसके लिए प्रत्येक दिन सुबह-शाम आवेदनों के निष्पादन की पंचायतवार समीक्षा की जायेगी। डीजल अनुदान से सम्बन्धित प्राप्त आवेदनों का युद्ध स्तर पर निष्पादन किया जायेगा। 

राज्य स्तर पर डीजल अनुदान योजना का नियमित अनुश्रवण संयुक्त कृषि निदेशक (सांख्यिकी) एवं नोडल पदाधिकारी, डी० बी० टी० कोषांग द्वारा किया जायेगा। किसानों को बीचड़ा बचाने और विलम्ब से रोपे गये फसल के प्रबंधन हेतु विभिन्न प्रचार-प्रसार के माध्यमों से किसानों के लिए एडवायजरी जारी किया जायेगा।  

श्री कुमार ने कहा कि आकस्मिक फसल योजना के तहत 15 विभिन्न फसलों यथा अल्पावधि धान (प्रमाणित), संकर मक्का, अरहर, उड़द, तोरिया, सरसों (अगात), मटर (अगात), भिण्डी, मूली, कुल्थी, मडुआ, साँवा, कोदो, ज्वार तथा बरसीम के कुल 41 हजार 264 क्विंटल बीज की व्यवस्था की गई है। इच्छुक किसानों को आकस्मिक फसल योजनान्तर्गत निःशुल्क बीज उपलब्ध कराया जायेगा। 

उन्होंने कहा कि राज्य में खरीफ मौसम में यूरिया की कुल आवश्यकता के विरूद्ध अभी तक की उपलब्धता 62 प्रतिशत है। इसी प्रकार, डी॰ए॰पी॰ की उपलब्धता कुल आवश्यकता का 60 प्रतिशत है। एन॰पी॰के॰ उर्वरक की आवश्यकता के विरूद्ध 59 प्रतिशत है तथा एम॰ओ॰पी॰ की आवश्यकता का 19 प्रतिशत उपलब्ध है। 

मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हर सुख-दुःख की परिस्थति में पूरी दृढ़ता से किसानों के साथ खड़ी है। किसानों को हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। किसी भी परिस्थति में किसानों को परेशान नहीं होने दिया जायेगा।

पटना मे INDIA’S RUNWAY RAW STAR 2023 का हुआ आयोजन, बच्चों ने दिखाए अपने हुनर

पटना : वैसे तो हम सभी जानते हैं कि बिहार में टैलेंट की कमी नही है और इसी तर्ज़ पे पटना के ऑफर flat hartali More Social warriors Academy बस्ती में Event Wale बाबा के द्वारा “इंडियाज रनवे रॉ स्टार” (बिहार जूनियर फैशन शो) का 3rd Season के नाम से बस्ती के बच्चों के लिए एक टैलेंट ऑडिशन का आयोजन कराया गया। 

Show के Founder Pankaj Tiwari का कहना है बस्ती के बच्चों के प्रतियोगिता एक अपने प्रतिबद्धियों में प्रतिभा को समर्थित करने के हमारे चल रहे पहले का हिस्सा है। ये बच्चे अपने रोजमर्रा के जीवन में कई चुनौतियों का सामना करते हैं, लेकिन उनमें असाधारण प्रतिभा होती है जो अक्सर अनदेखी रह जाती है। यह प्रतियोगिता उनकी योग्यता को प्रकाश में लाने और उन्हें खुद को प्रकट करने का एक मौका प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। 

इस फैशन शो के आयोजन के पीछे का मक़सद बिहार के प्रतिभाशाली बच्चों को एक बेहतर प्लेटफॉर्म दिलाने का है। इस शो में पूरे बिहार से 3-17 साल तक के बच्चों ने पार्टिसिपेट किया। जिसमें से करीब 100 बच्चों ने भाग लिया उसमे से 30 का सेलेक्शन हुआ। 

बच्चों ने प्रतियोगिता मे फैशन , नृत्य, कला प्रदर्शन और बहुत कुछ देखें, जब बच्चे Auditions मे अपने कौशल का प्रदर्शन किये । उन्हीं सभी बच्चों के लिए 7 दिनों का ट्रेनिंग वर्कशॉप कराया जाएगा। 

Auditions मे judge के रूप मे MR Pankaj Event Director, fashion model, Babita sinha Socialist, Tnau Ashmi Bollywood actress or Md Of Artinno, Shashank Shekhar Bollywood actor n influencer मौजूद थे। 

इस Auditions का आयोजन "इवेंट वाले बाबा" कंपनी के बैनर तले किया गया। जिसकी क्रिएटिव हेड "तनु अश्मी" और फाउंडर "पंकज कुमार तिवारी" हैं। 

"बस्ती के बच्चों के प्रतियोगिता" जिसका आयोजन Urban मेला Association With Social Warriors ke द्वारा किया गया है। इस आयोजन का उद्देश्य विपदित क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को उनके कौशल और योग्यता को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।

साथ ही Social warriors के टीम से Chandan कुमार और Ranjnish ने ये भी बताया कि करीबन 500 बच्चो को daily एजुकेशन देते है।

कार्यक्रम के दौरान फोटोग्राफर Sumit सिंह, Sunny मैक्स, Shubhodip, rajnish, nayan और अन्य लोग मौजूद थे।

बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने अपने 116वें स्थापना दिवस पर बच्चों की सुविधा हेतु स्कूल को दिए पंखे एवं अन्य सामग्री

पटना : आज बैंक ऑफ़ बड़ौदा की खजांची रोड शाखा ने बैंक के 116वें स्थापना दिवस पर राजकीय कन्या मध्य विद्यालय कंकड़बाग एलआईजी में एक समारोह में विद्यालय हेतु पंखे एवं अन्य सामग्री दिया। 

मौके पर क्षेत्रीय प्रमुख शिवशंकर सिंह ने बच्चों एवं शिक्षकों को संबोधित करते हुए बताया कि बैंक ऑफ़ बड़ौदा अपने सामाजिक दायित्व के तहत बहुत तरह के कार्य करती है। आज इस विद्यालय में बच्चों की सुविधा के लिए तीन एक्जॉस्ट एवं दो सीलिंग पंखे दिए जा रहे हैं। साथ ही किचेन के ऊपर शेड के लिए करकट भी दिए गए हैं। 

उप महा प्रबंधक प्रदीप कुमार वेहरा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा की कम सुविधा में पढ़कर बच्चे जीवन मे काफी अच्छा कर लेते है। मौके पर ने भी बच्चों से कहा कि वे मन लगाकर पढ़े और जीवन मे आगे बढ़ें। बैंक उनकी सहायता के लिए हमेशा तैयार है। 

मौके पर चंदन चंद्राकर, वरिष्ठ प्रबंधक, आरबीडीएम,पटना, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक मनीष कुमार ने भी बच्चों से संवाद किया। 

बैंक द्वारा सभी बच्चों को फ्रूटी एवं बिस्कुट भी दिया गया जिसे पाकर बच्चे काफी प्रसन्न हुए। 

मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य सुबोध ओझा ने सभी का स्वागत किया एवं आभार प्रकट करते हुए कहा कि बैंक द्वारा दिये गए पंखों एवं एक्जॉस्ट फैन से इस गर्मी के मौसम में बच्चों को काफी सुविधा होगी। साथ हीं किचन के ऊपर पूरी तरह से करकट लगने के कारण वर्षा में कोई परेशानी नही होगी। 

कार्यक्रम में बिहार अग्रवाल महिला अध्यक्ष डॉ गीता जैन, समाजसेवी एम पी जैन, नगर निगम वार्ड 34 पार्षद कुमार संजीत, स्कूल शिक्षिका नीतु, स्वाति सहित बैंक के अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। 

कार्यक्रम के अंत मे वरिष्ठ शाखा प्रबंधक मनीष कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

शिक्षकों की नियुक्ति, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने का होमवर्क कब करेंगे नीतीश : विजय सिन्हा


पटना, 19 जुलाई। बिहार विधानमंडल के नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी एकता पर जोरदार सियासी हमला बोलते हुए कहा कि इसमें अधिकतर लोग दागी, वंशवादी, भ्रष्टाचारी, अवसरवादी है। ये सभी स्वार्थ और महत्वकांक्षा की पूर्ति के लिए बात कर रहे हैं। 

विपक्षी दलों के गठबंधन को इंडिया नाम दिए जाने पर कटाक्ष करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी वाला इंडिया अब इंडिया नहीं रह गया अब यह नया भारत हो गया, जिसकी घोषणा स्वामी विवेकानंद ने की थी।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में सहयोग कार्यक्रम में आए लोगों की समस्या सुनने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री सिन्हा ने विपक्षी दलों को चुनौती देते हुए कहा कि उनमें हिम्मत है तो प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा दें। 

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आज ऐसे लोगों को अपनी छतरी के नीचे खड़ा कर लिया जिनकी राजनीति की शुरुआत कांग्रेस के विरोध में हुई थी। ऐसे दलों का न कोई सिद्धांत है और न नीति है। इनकी नियत भी जनता देख चुकी है। 

उन्होंने कहा कि भारत अब नया भारत बन रहा, जिसका सम्मान दुनिया में बढ़ा है और विकसित बनने की ओर अग्रसर है। दूसरी ओर भारत को लूटने वाले लोग खड़े हैं। उन्होंने कहा कि जनता निर्णय करेगी। जनता अब समझदार है और सतर्क भी है। 

उन्होंने लगा कि इस साल के अंत में बिहार के दलदल में भी कई लोग फंसेंगे। सीएम को कुर्सी छोड़वाने का प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद जी ने विपक्षी दलों की बैठक में नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर इसलिए जोर दिया कि किसी तरह नीतीश सीएम को कुर्सी छोड़ दे, लेकिन उनकी दाल नहीं गली। 

उन्होंने नीतीश कुमार को नसीहत देते हुए कहा कि अगर विपक्षी एकजुटता का काम पूरा हों गया हो तो बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति, नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा और समान काम के लिए समान वेतन का होमवर्क पूरा कर लें। 

उन्होंने कहा कि बिहार की बर्बादी के नायक लालू प्रसाद थे अब उसी गाथा को देश में बतलाने के लिए दोनों भाई निकल रहे हैं। श्री सिन्हा ने कहा कि जिन्हे लोकतंत्र पर नही लाठीतंत्र पर विश्वास है, जिन्हे संवैधानिक संस्थाओं पर विश्वास नहीं वही लोकतंत्र की दुहाई दे रहे हैं।

पप्पू यादव का बड़ा एलान, अगस्त तक JAP को महागठबंधन शामिल नहीं किया गया तो अकेले लड़ूंगा चुनाव

पटना : जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सांसद पप्पू यादव ने उत्तरी मंदिरी स्थित आवास पर आज मंगलवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया।

मीडिया संबोधित करते हुए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि, 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता की दूसरी बड़ी बैठक में 17-18 जुलाई को बंगलुरु में आयोजित की गई है। वहीं, बार-बार आग्रह करने के बावजूद अभी तक महागठबंधन में JAP को शामिल नहीं किये जाने पर जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने हैरानी जताये हुए कई सवाल उठाये हैं।

जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कहा कि मैंने महाठबंधन के बड़े नेताओं और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी आग्रह किया है कि मुझे महागठबंधन का हिस्सा बनाया जाये लेकिन इस विषय अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है।

उन्होंने ये भी बताया कि, मैंने लालू प्रसाद यादव से मिलकर भी आग्रह किया था कि मुझे महागठबंधन का हिस्सा बनाये जाये लेकिन उन्होंने कहा तेजस्वी यादव इसका निर्णय लेंगे। लेकिन पता नहीं क्या कारण है कि मुझे अभी तक महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया।

पप्पू यादव ने महागठबंधन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि कांग्रेस को तय करना होगा की मैं महागठबंधन का हिस्सा हूं या नहीं। अगस्त तक मुझे महागठबंधन शामिल नहीं किया गया तो मेरी 5 सीटों पर तैयारी होगी। जनता से पूछकर अकेले 3 से 5 सीटों पर चुनाव लड़ूँगा।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बड़ा दिल दिखाते हुए ममत बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को विपक्षा एकजुटता को लेकर साथ आयी है, लेकिन बिहार में क्या कारण है कि महागठबंधन बड़ा दिल दिखाते हुए मुझे साथ लेने को तैयार नहीं है।

पप्पू यादव ने कहा कि जब भी महागठबंधन पर हमला हुआ है, एनडीए और पीएम मोदी पर हमला करने का काम जाप पार्टी और पप्पू यादव सबसे पहले करता है। केरला स्टोरी, कश्मीर फाइल, आदिपुरुष जैसी प्रोपगैंड फिल्मों को हमेशा विरोध करता हूं।

वहीं, पप्पू यादव ने बीजेपी के बिहार विधानसभा मार्च को लेकर निशाना साधते हुए कहा कि क्या कारण जो पार्टी में बिहार में 17 साल शासन में रही है, जब वो विधानसभा मार्च को लेकर सड़क पर उतरी तो दो हजार की भीड़ नहीं जुटा सकी। भाजपा के राज्यसभा सांसद ऋतुराज सिन्हा के माध्यम से इस विरोध मार्च में SIS के गार्ड को बुलाना पड़ा। जिसके बाद विधानसभा मार्च में मिर्ची पाउडर का इस्तेमाल करना पड़ा है।

वहीं, इस मार्च में बिहार बीजेपी ने शिक्षक बहाली में डोमिसाइल नीति के बाहर में कुछ साफ नहीं कहा सिर्फ तेजस्वी- तेजस्वी रटता रहा ।

वहीं, पप्पू यादव ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एनडीए में एक व्यक्ति है जो अपने बदौलत राजनीति नहीं करना चाहता है। अजीत पवार, मणिपुर, चिराग पासवान समेत कई सहयोगियों के भरोसे हैं। वहीं, उन्होने कहा कि कहा कि मैं मर जाउंगा लेकिन राजनीति, सत्ता के लिए के लिए नफरत, जाति-धर्म का सहारा कभी नहीं लूंगा। मैं समाज के लिए सभी तबके साथ हमेशा खड़ा रहता हूं। जीने की स्वतंत्रता का कभी विरोध नहीं करुंगा।

उन्होंने कहा कि बिहार के विपक्ष के रुप में खड़ा रहा हूं। उन्होंने कहा कि लंबे समय से कांग्रेस के साथ खड़ा रहा हूं, मेरा प्रयास है कि वसुधैव कुटुम्बकम जो भारत है, उसकी रक्षा हो। मेरा प्रयास है कि गरीब आदमी कि न्याय मिले । देश की 90 फीसदी आबादी को जस्टिस नहीं मिल पाता है। आर्थिक रुप से सभी लोगों की मदद करता हूं। किसान, बेरोजगार, युवा, महिलाओं, मीडिल क्लास, लोअर मीडिल क्लास के लिए साथ हमेशा खड़ा रहूंगा।

पप्पू यादव ने कहा कि मेरी लड़ाई अपराधी, माफिया और लूटेरे पूंजीपतियों, भ्रष्ट नेताओं और नफरत पैदा करनेवाले नेताओं के खिलाफ है। मैं शुरु से ही कोसी, सीमांचल, मिथिलांचल जहां से मेरी राजनीति की शुरुआत हुई। मैं हमेशा बिहार की आर्थिक-समाजिक प्रगति चाहता हूं। वर्तमान समय में अभी नफरत की राजनीति, गाली-गलौज की राजनीति, देश के सभी विविधताओं को चैलेंज करना, आज देश में जाति के आधार पर डर भी है कि बोलू या नहीं बोलूं। आज आम आदमी को देश में बोलने की आजादी नहीं है। देश में संविधान और लोक तंत्र खतरे में है। हमेशा आम आदमी के लिए खड़ा रहता हूं। मैंने हमेशा प्रयास किया है, बिहार देश में सबसे आगे जाये।

मौके पर प्रदेश अध्यक्ष राघवेन्द्र कुशवाहा, राष्ट्रीय महासचिव राजेश पप्पू, प्रधान महासचिव अभिजीत सिंह मौजूद थे।

आजादी के अमृत महोत्सव पर एनएचएआई ने चलाया पौधरोपण कार्यक्रम,अधिकारियों सहित स्कूली छात्र-छात्राएं रहे मौजूद

पटना : देश आजादी का अमृत महोत्सव काल मना रहा है और इस आजादी के अमृत महोत्सव काल के उपलक्ष्य में आज एनएचएआई के तरफ से एक पौधरोपण कार्यक्रम चलाया गया। जिसमें एनएचएआई पटना बख्तियारपुर टॉल्वे के अधिकारी एवं पदाधिकारीगण मौजूद रहे।

यह वृक्षारोपण कार्यक्रम फतुहा के सुपनचक स्थित नेशनल हाईवे पर संचालित किया गया। जिसमें बड़ी मात्रा में पौधारोपण किया गया। इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में एनएचएआई के अधिकारियों सहित स्कूली छात्र छात्राओं ने भी हिस्सा लिया।

वृक्षारोपण के दौरान पटना बख्तियारपुर टॉलबे के अधिकारी बृजनंदन चौधरी ने बताया कि देश आज़ादी का अमृत महोत्सव काल मना रहा है और देश एवं राज्य की सरकार वृक्षारोपण पर खासा ध्यान दे रही है। इसलिए इस मुहिम को आगे बढ़ाते हुए यह वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया गया है।

वही पटना बख्तियारपुर टोलवे के मैनेजर प्रभाकर सिंह ने कहा कि चुकी पौधों की कटाई से पर्यावरण पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है इसलिए उसको बैलेंस कैसे किया जाए इसलिए वृक्षारोपण जरूरी है ताकि जो नेचुरल क्लाइमिटी है बो बना रहे।

इस मौके पर महफूज आलम अंसारी,सनत दत्ता, स्यास नन्दन, शंशाक जी एवम अजय कुमार मौजूद रहे।

मछुआरों को एक रूपये के टोकन पर तालाब देने के वादे से मुकरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार : ऋषिकेश कश्यप

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 10 वर्ष पहले मछुआरों को एक रूपये टोकन पर सरकारी तालाबों को देने का वादा किया था, लेकिन 10 वर्षो में अपनी वादा पूरा नहीं कर सके। मछुआ समाज नौकरशाही का शिकार हो रहा है। मत्स्य विभाग के अधिकारी तालाबों की बंदोबस्ती और राजस्व के नाम पर मछुआरों से लाखों रूपये का दोहन कर रहे है। 

बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ (काॅफ्फेड) के प्रबंध निदेशक, ऋषिकेश कश्यप ने कहा की सरकार द्वारा निर्धारित राजस्व का पांच से छह गुणा राशि जिला मत्स्य अधिकारी द्वारा वसूल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने 10 जुलाई, 2013 मछुआरा दिवस के अवसर पर एक रूपये टोकन पर सरकारी तालाबों को बंदोबस्त करने की घोषणा की थी। इससे मछुआरों को काफी आशा जगी थी। राज्य सरकार उन्हें आर्थिक दोहन एवं शोषण से बचायेगी परंतु राज्य सरकार ने गरीब मछुआरों को धोखा देकर, उनकी गरीबी और बदहाली का मजाक उड़ाती रही। परंतु अब मछुआ समाज जागरूक हो गया है और अपने हक और अधिकारों के लिए सड़क पर संघर्ष करने का निर्णय लिया। 

कहा है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में चुनाव का विशेष महत्व है, ऐसे में मछुआ समाज ने निर्णय लिया है कि आगमी चुनाव में मछुआ राज्य के मुख्यमंत्री एवं मछुआ विरोधी राजनीतिक दलों को सबक सिखायेगा। जो राजनीतिक दल मछुआ समाज को धोखा दिया है। मछुआ समाज उन्हें मुहतोड़ जबाब देने का निर्णय लिया है। 

मालूम हो कि मछुआ समाज मुख्यमंत्री से बार-बार आग्रह करते रहा परंतु उन्होंने कभी भी मछुआ समाज की बातों पर ध्यान नहीं दिया। राज्य सरकार ने मछुआ आयोग के गठन की बात कही थी लेकिन वर्षों से मछुआ आयोग भंग है। यह मछुआरों को अपनी बात कहने का एक अच्छा मंच था। जहां मछुआ समाज का कोई भी सदस्य आसानी से पहुंचकर अपनी बात कहता था और आयोग उसकी बातों को गंभीरता पूर्वक सुनने के बाद उस पर समुचित कार्रवाई करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देता था। परन्तु आयोग के भंग होने से अधिकारियों की तानाशाही काफी बढ़ गई है। गरीब और असहाय मछुआरों की बातों को अब सुनने वाला कोई नहीं है। मछुआ अपनी समस्याओं को लेकर जिले से लेकर सचिवालय तक भटक रहें है, उनकी बातों को सुनने वाला कोई नहीं है। परंतु जल्दी ही बदली हुई तस्वीर नज़र आयेगी और मछुआरा समाज अपनेे अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क पर नज़र आयेगा। 

इस अवसर पर ब्रजेन्द्र नाथ सिन्हा, निदेशक काॅफ्फेड, जय शंकर तथा रवीन्द्र कुमार उपस्थित थे।