सरकारी जूनियर इंजीनियर व मुखिया पति ने किया डांसिंग गर्ल्स के साथ डांस, वीडियो वायरल
एक तो करेला उस पर भी नीम चढ़ा वाली बात लागू हुई है। बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर और मुखिया पति का डांसिंग गर्ल्स के साथ डांस का एक वीडियो वायरल हुआ है। मामला औरंगाबाद के दाउदनगर के संसा पंचायत से जुड़ा है। हालांकि हम वायरल वीडियो की पुष्टि नही करते है।
महफिल सजी है और स्टेज पर डांसिंग गर्ल्स का डांस हो रहा है। नचनियों के बीच एक युवक भी नाच रहा है। नाचने के अंदाज से लग रहा है कि शायद नशे में हो। नशे में हो या न हो, पर हुश्न अपने आप में नशा है, जिसने महर्षि विश्वामित्र तक को नही छोड़ा तो आम आदमी की क्या बिसात हैं पर नर्तकियों के साथ ठुमके लगा रहे ये जनाब आम नही खास है। खास यह कि जनाब सरकारी सेवा में है। उस पर तुर्रा यह कि एक पंचायत की मुखिया के पति भी है। मतलब सरकारी नौकरी और मुखियागिरि दोनो की हनक उन्हे हासिल है। मतलब एक तो करेला, उस पर भी नीम चढ़ा वाली बात जनाब पर फिट बैठती है।
जनाब के नाचने का अंदाज देखिएं, ऐसा लग रहा है, जैसे किसी बार में बार बालाओं के साथ ठुमके लगा रहे हो। खैर दिल ही तो है, मचल गया तो ठुमके लगा लिए, किसी को क्या फर्क पड़ता है। माने या न माने पर फर्क तो पड़ता है भाई क्योकि आप जिम्मेवार पद पर है, वह भी एक नही दो-दो महत्वपूर्ण जिम्मेवारियां आप निभा रहे है।
एक जिम्मेवारी रसूखदार बिजली महकमे के जूनियर इंजीनियर की। वही दूसरी जिम्मेवारी पत्नी के मुखिया होने के नाते संसा पंचायत की मुखियागिरि चलाने की भी। मतलब पावर विभाग वाले जनाब दो तरफ से पावर में है। यही पावर उनसे शालीन आचरण की भी उम्मीद करता है
पर एक पावर में रहते तो शायद नैतिकता दिखाते भी पर जब डबल इंजन का पावर हो तो हनक और रसूख में कुछ गड़बड़ भी हो जाता है। यही गड़बड़ जनाब भी कर बैठे है और जोश में होश खो बैठे है। इतना कुछ जानने के बाद जनाब का पूरा परिचय जानने की उत्सुकता हो हो रही होगी तो ये जनाब इंजीनियर विकास यादव है,
अरवल जिले के अताउल्ला ग्रिड स्टेशन में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत है और वर्तमान में दाउदनगर प्रखंड के संसा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि भी है। अब वीडियो में इनके कारनामे देखकर लग सकता है कि जनाब नशे में धुत है और नाच रहें है।
नर्तकी के साथ वें किस तरह का व्यवहार कर रहे हैं, वह तो देखने लायक है ही। हालांकि एक सरकारी कर्मी होकर इस तरह का व्यवहार करना अशोभनीय है।इसे सरकारी सेवक के कर्तव्य और दायित्व का दुरुपयोग ही माना जाएगा।
सोंचा जा सकता हैं कि जनप्रतिनिधि के साथ-साथ एक सरकारी सेवक इस तरह नशे जैसे हालत में ऐसा करे तो यह बिहार में लागू पूर्ण शराबबंदी का मजाक ही है।
ऐसा करने वाले पर तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए ताकि समाज में लोग ऐसी हरकत करने से बाज आएं।
May 31 2023, 14:16