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*भीमराव अंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण आज, हैदराबाद में तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर करेंगे उद्घाटन*

#telanganacmkchandrashekharraotounveilbrambedkarstatuetoday 

भारत के संव‍िधान न‍िर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की आज जयंती है। 14 अप्रैल को उनकी 132 वीं जन्म जयंती के मौके पर देश को भीमराव अंबेडकर की सबसे ऊंची प्रतिमा मिलने जा रही है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव अंबेडकर की 125 फुट ऊंची प्रतिमा का लोकार्पण करेंगे। इस प्रत‍िमा को हुसैनसागर के तट पर स्‍थाप‍ित क‍िया गया है। 

इस प्रत‍िमा को लेकर दावा क‍िया गया है क‍ि यह भारतीय संविधान के वास्तुकार यानी डॉ. अंबेडकर के लिए निर्मित देश की अब तक की सबसे ऊंची प्रतिमा है। डॉ. अम्बेडकर की प्रतिष्ठित संरचना जिसकी कुल ऊंचाई 175-फीट है, ज‍िसमें भारत की संसद के भवन जैसा दिखने वाला 50 फुट ऊंचा गोलाकार आधार भी शामिल है।

बीआर अंबेडकर के पोते प्रकाश आम्बेडकर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। इस दौरान मूर्तिकार राम वनजी सुतार को सम्मानित भी किया जाएगा। इस कार्यक्रम में तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से बीआरएस नेताओं, पार्टी कार्यकर्ताओं और आम लोगों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। बीआरएस ने उद्घाटन समारोह के लिए पूरे शहर को बैनरों से पाट दिया है।

क्या है खासियत

मूर्ति का वजन 474 टन है, जबकि 360 टन स्टेनलेस स्टील का उपयोग मूर्ति की आर्मेचर संरचना के निर्माण के लिए किया गया था, मूर्ति की ढलाई के लिए 114 टन कांस्य का उपयोग किया गया था। जिस आधारशिला पर प्रतिमा स्थापित है, उसमें 26,258 वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ तीन मंजिलें हैं। इस संरचना में एक संग्रहालय होगा जिसमें अम्बेडकर के जीवन इतिहास को दर्शाने वाले कई लेख और चित्र हैं और प्रस्तुत करने के लिए 100 सीटर सभागार है। अम्बेडकर के जीवन के ऑडियो-विजुअल के साथ एक पुस्तकालय भी बनाया जाएगा। लगभग 450 कारों के लिए पार्किंग सुविधा प्रदान करने के अलावा, 11 एकड़ में फैले पूरे परिसर को 2.93 एकड़ में लैंडस्केप और हरियाली से सजाया गया है। अम्बेडकर के चरणों तक पहुँचने के लिए चबूतरे के शीर्ष तक पहुँचने वाले आगंतुकों के लिए दो लिफ्ट हैं।

उत्तर प्रदेश के नोएडा में प्रसिद्ध मूर्तिकारों ने दिया आकार

दिलचस्प बात यह है कि मूर्ति को उत्तर प्रदेश के नोएडा में प्रसिद्ध मूर्तिकारों राम वनजी सुतार और उनके बेटे अनिल राम सुतार द्वारा डिजाइन किया गया था, जिन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा सहित कई स्मारकीय मूर्तियां भी डिजाइन की थीं। गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 597 फीट है

*न्यायपालिका के खिलाफ टिप्पणी मामले में ललित मोदी को सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फटकार, बिना शर्त माफी मांगने का निर्देश*

#supreme_court_slams_lalit_modi_over_remarks_against_judiciary

सुप्रीम कोर्ट ने सोशल मीडिया पोस्ट में न्यायपालिका के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को जमकर फटकार लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने ललित मोदी को बिना शर्त माफी मांगने का निर्देश दिया।न्यायपालिका के खिलाफ टिप्पणी मामले में शीर्ष अदालत ने ललित मोदी को सोशल मीडिया मंच और प्रमुख राष्ट्रीय समाचार पत्रों के जरिए माफी मांगने का निर्देश दिया।

जस्टिस एमआर शाह और सीटी रविकुमार की पीठ ने कहा कि ललित मोदी भारतीय कानून और संविधान से ऊपर नहीं हैं।उच्चतम न्यायालय ने ललित मोदी को माफी मांगने से पहले एक हलफनामा दायर करने का भी निर्देश दिया। शीर्ष अदालत ने कहा कि इस हलफनामा में वह इस बात की हामी भरें कि भविष्य में वो ऐसी गलती नहीं करेंगे। भारतीय न्यायपालिका की छवि को धूमिल करने वाले कोई पोस्ट नहीं करेंगे।

लित मोदी ने बुधवार को एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था- केवल यह स्पष्ट करने के लिए कि ये दलाल झूठ फैलाकर भारत और इसकी न्यायपालिका को बदनाम करते हैं। वे दिखावे के अलावा और कुछ नहीं कर सकते और फिक्सिंग के लिए पैसे की मांग करते हैं। हालांकि, यह ट्वीट किस बारे में था अब तक इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है। ऐसा बताया जा रहा है कि ललित मोदी ने अपने ऊपर लगे मामलों को लेकर टिप्पणी की है।

*असद एनकाउंटर पर सीएम योगी ने दी एसटीएफ को बधाई, भड़के ओवैसी, मायावती बोलीं-उच्च-स्तरीय जांच जरूरी*

#ashadahmedencounterknowpolitical_statement

प्रयागराज के माफिया डॉन और पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे असद अहमद की गुरुवार को यूपी पुलिस की एसटीएफ के साथ हुए एनकाउंटर में मौत हो गई। झांसी में हुए इस मुठभेड़ में असद के साथ एक और कुख्यात शूटर गुलाम भी मारा गया।इन दोनों बदमाशों की मौत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी एसटीएफ के साथ ही डीजीपी, स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की। वहीं, दूसरी तरफ इस एनकाउंटर के बाद सियासत तेज हो गई है। अखिलेश ने इसे भाईचारे के खिलाफ करार दिया तो ओवैसी ने इसे संविधान का एनकाउंटर बताया। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने मामले की उच्च-स्तरीय जांच की मांगह की है।

सीएम योगी ने एनकाउंटर करने वाली टीम को दी बधाई

सीएम योगी ने असद का एनकाउंटर करने वाली पुलिस टीम को बधाई दी है। सीएम योगी ने यूपी एसटीएफ, डीजीपी, स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम को बधाई दी। इसके बाद उन्होंने यूपी में कानून व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक भी की। यूपी सीएमओ की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि, ‘सीएम योगी ने यूपी एसटीएफ के साथ ही डीजीपी, स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की।

ओवैसी की असद एनकाउंटर पर तीखी प्रतिक्रिया

वहीं, एआईएमआईएम चीफ और हैदरबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने असद एनकाउंटर पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, बीजेपी महजब के नाम पर एनकाउंटर करती है। संविधान का एनकाउंटर किया जा रहा है। कोर्ट और जज किस लिए हैं? अदालतों को बंद कर दो। क्या बीजेपी वाले जुनैद और नासिर के मारने वालों को भी गोली मारेंगे, नहीं क्योंकि ये मजहब के नाम पर एनकाउंटर करते हैं। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ये एनकाउंटर नहीं कानून की धज्जियां उड़ रही हैं।अगर तुम फैसला करोगे कि गोली से इंसाफ करेंगे तो फिर अदालतों को बंद कर दो।

विकास दुबे कांड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच हुई- मायावती

दूसरी तरफ, वहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि प्रयागराज के अतीक अहमद के बेटे और एक अन्य की आज पुलिस मुठभेड़ में हुई हत्या पर अनेकों प्रकार की चर्चाएं गर्म हैं। लोगों को लगता है कि विकास दुबे कांड के दोहराए जाने की उनकी आशंका सच साबित हुई है। घटना के पूरे तथ्य और सच्चाई जनता के सामने आ सके, इसके लिए उच्च-स्तरीय जांच जरूरी।

सपा प्रमुख ने भी उठाया सवाल

असदुद्दीन ओवैसी और मायावती से पहले सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी एनकाउंटर पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि झूठे एनकाउंटर करके बीजेपी सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आज के व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। बीजेपी भाईचारे के खिलाफ है।

उमेश पाल हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोप‍ित माफ‍िया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर का वीडियो आया सामने, CM योगी ने एसटीएफ की थपथपाई पीठ

उमेश पाल हत्‍याकांड के मुख्‍य आरोप‍ित माफ‍िया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद को यूपी एसटीएफ ने झांसी में मुठभेड़ के दौरान मार ग‍िराया। असद के साथ उसका साथी गुलाम भी एनकाउंटर में मारा गया है। दोनों प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे और प्रत्येक पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। इस दौरान पुल‍िस ने अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद क‍िए हैं। अब इस मामले का वीडियो सामने आया है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एसटीएफ की पीठ थपथपाई है।

द‍िल्‍ली से भाग यूपी एमपी के बार्डर पर पहुंचा था असद के साथ गुलाम

बता दें क‍ि दिल्ली से भागने के बाद असद और गुलाम यूपी बॉर्डर के पास एमपी में थे। वहीं से एसटीएफ ने दोनों का पीछा किया और झांसी में मुठभेड़ में दोनों मार ग‍िराया। मुठभेड़ के दौरान असद और गुलाम ने एसटीएफ पर फायर किए।

असद और गुलाम पर था पांच-पांच लाख का इनाम

माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) का बेटा और पांच लाख का इनामी असद उसका साथी गुलाम गुरुवार को झांसी में एसटीएफ की मुठभेड़ में ढेर हो गए। 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सुलेम सराय में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की गई थी।

CM योगी ने एसटीएफ की पीठ थपथपाई

एनकाउंटर के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कानून व्यवस्था को लेकर बैठक की। साथ ही यूपी STF के साथ ही DGP, स्पेशल DG लॉ एंड ऑर्डर और पूरी टीम की तारीफ की। प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने मुठभेड़ की जानकारी मुख्यमंत्री को दी। इस पूरे मामले पर CM के सामने रिपोर्ट रखी गई है।

15 दिन तक दिल्ली में पनाह लेने के बाद बचने के ल‍िए भागे थे असद और गुलाम

वारदात के बाद असद सहित पांच अभियुक्तों पर पांच पांच लाख का इनाम घोषित किया गया था। बताया गया है कि 15 दिन तक दिल्ली में पनाह लेने के बाद भाग निकले थे। मगर दिल्ली में पकड़े गए असलहा तस्कर और ड्राइवर से मिले सुराग के आधार पर डिप्टी एसपी नवेंदु कुमार की टीम ने पूछताछ के बाद दोनों का पीछा किया और मुठभेड़ में मार गिराया।

असद और गुलाम ने उमेश पर बरसाई थीं ताबड़तोड़ गोल‍ियां

24 फरवरी को सुलेम सराय में जीटी रोड पर अधिवक्ता उमेश पाल और दो सरकारी गनर पर अतीक अहमद के बेटे असद, गुलाम, साबिर, अरमान और विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने ताबड़तोड़ गोली चलाई थी। तथा गुड्डू मुस्लिम ने बम मारे थे।

उमेश पाल हत्‍याकांड में इनका भी हुआ एनकाउंटर

बता दें क‍ि उमेश पाल की हत्या के तीसरे रोज पुलिस ने शूटरों की कार के ड्राइवर अरबाज को नेहरू पार्क के जंगल मे मार गिराया था। कुछ दिन बाद एक और शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान कौंधियारा इलाके में एसओजी के साथ एनकाउंटर में मारा गया था। विजय चौधरी उर्फ उस्मान ने ही उमेश पाल को पहली गोली मारी थी।

24 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ नहीं लग सका बठिंडा के मिलिट्री स्टेशन में चार आर्मी के जवानों के हत्यारों का सबूत, सर्च अभियान अब भी जारी

बठिंडा के मिलिट्री स्टेशन में बुधवार तड़के चार आर्मी जवानों के क़त्ल के केस में 24 घंटे बीत जाने के उपरांत भी कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। मिलिट्री स्टेशन के अंदर और बाहर सर्च अभियान अब भी चल ही रहा है। स्कूल बंद हैं और लोगों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी गई है। वहीं चार जवानों का क़त्ल कर दिया है बुधवार दोपहर मिलिट्री स्टेशन में एक जवान की गोली लगने से मौत हो चुकी थी। बठिंडा कैंट पुलिस स्टेशन के एसएचओ गुरदीप सिंह ने कहा है कि सर्विस हथियार की गलती से गोली चलने की वजह से लघु राज शंकर की मौत हुई है। इसका बुधवार सुबह हुई चार हत्याओं से कोई संबंध नहीं है। 

सो रहे जवानों को बनाया गया था निशाना

खबरों के अनुसार बठिंडा स्थित सेना की छावनी में बुधवार तड़के 4:35 बजे ऑफिसर मेस के पास 80 मीडियम रेजिमेंट की आर्टिलरी यूनिट की बैरक में सो रहे 4 जवानों की 2 अज्ञात हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां और कुल्हाड़ी से हमला कर क़त्ल कर डाला। सेना ने किसी आतंकी घटना से मना किया था। कार्रवाई में घटनास्थल से इंसास राइफल के 19 खोल पाए गए थे। सेना की दक्षिण पश्चिमी कमान ने इस बारें में बोला था कि साथ के जंगल से इंसास राइफल भी जब्त की जा चुकी है। इसे फॉरेंसिक जांच को भेजा जा रहा है ताकि पता चल सके कि हत्या इसी हथियार से हुई है या किसी दूसरे से। 

मृतकों की पहचान सागर बन्ने (25), कमलेश आर (24), योगेश कुमार जे. (24) और संतोष एम नागराल (25) के रूप में हो चुकी है। सेना व पंजाब पुलिस की संयुक्त कार्रवाइई की जा रही है। सेना ने कहा कि CCTV फुटेज को स्कैन किया जा रहा है। सेना की शिकायत पर दो अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है।

मोदी सरनेम केस में फंसे राहुल को मिलेगी राहत? सूरत सेशंस कोर्ट में बहस जारी, वरिष्ठ वकील आरएस चीमा वोट वाली दलील भी कर रहे पेश

मोदी उपमान को लेकर विवादित बयान की वजह से आपराधिक मानहानि के दोषी करार दिए गए राहुल गांधी को क्या राहत मिलेगी? 2 साल की सजा पाने के बाद सदस्यता गंवाने वाले राहुल गांधी की याचिका पर सेशंस कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सीजेएम कोर्ट के फैसले को राहुल गांधी ने 3 अप्रैल को सेशंस कोर्ट में चुनौती दी थी और अपनी दोषसिद्धि पर रोक की मांग की है। 

राहुल गांधी की ओर से वरिष्ठ वकील आरएस चीमा दलील पेश कर रहे हैं। चीमा ने कहा कि स्पष्ट रूप से मामले की मेरिट पर विचार करने की आवश्यकता है। एक फैसले को पढ़ते हुए वे कहते हैं, 'शक्ति एक अपवाद है लेकिन अदालत को सजा के परिणामों पर विचार करना चाहिए।' उन्होंने कहा कि न्यायालय को इस बात पर विचार करना है कि क्या दोषी को अपूर्णीय क्षति होगी। उन्होंने सजा की वजह से राहुल गांधी की सदस्यता छिन जाने का हवाला देते हुए स्टे की मांग की और सुप्रीम कोर्ट की कुछ टिप्पणियों का हवाला दिया।

चीमा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने 2019 में केरल की वायनाड सीट से 4,31070 वोट के मार्जिन से जीत हासिल की थी लेकिन अब उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि भाषण की भी जांच करनी होगी और यह भी देखना चाहिए कि शिकायतकर्ता पीड़ित व्यक्ति है या नहीं। कानून के मुताबिक पीड़ित व्यक्ति ही शिकायत कर सकता है।

भाजपा नेता पूर्णेश मोदी की ओर से दर्ज कराए गए आपराधिक मानहानि केस में 2 साल की सजा मिलने के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता छिन गई थी। सदस्यता बहाली के लिए ऊपरी अदालत से दोषसिद्धि पर रोक या सजा में कमी करना आवश्यक है। यदि ऐसा होता है तो राहुल गांधी की सदस्यता बहाल हो सकती है। नहीं तो वह अगले 8 साल तक कोई चुनाव नहीं लड़ पाएंगे।

राहुल गांधी को जिस बयान की वजह से आपराधिक मानहानि का दोषी करार दिया गया वह उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक में दिया था। तब कांग्रेस अध्यक्ष रहे राहुल ने नीरव मोदी, ललित मोदी आदि का नाम लेते हुए पूछा था कि सभी चोरों का उपनाम मोदी ही क्यों है? राहुल के बयान पर आपत्ति जताते हुए भाजपा नेता पूर्णेश मोदी ने केस दर्ज कराया था। राहुल के खिलाफ इसी बयान को लेकर पटना एमपी एमलए कोर्ट में भी केस लंबित है।

तुलसी प्रजापति कथित फेक एनकाउंटकर मामले में अमित शाह की पैरवी करने वाले वकील रॉबिन मोगेरा अब राहुल गांधी के सूरत मामले में जज

‘मोदी सरनेम’ मामले में सूरत की ट्रायल कोर्ट राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई थी। कांग्रेस नेता ने सेशन कोर्ट में एक याचिका दायर कर अपनी दोषसिद्धि पर रोक लगाने की अपील की है। अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रॉबिन मोगेरा राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं।

वर्तमान अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश रॉबिन मोगेरा जनवरी 2018 में जज बने है। मीडिया रिपोट्स से पता चलता है कि मोगेरा पहले भाजपा नेता अमित शाह के वकील हुआ करते थे। उन्होंने तुलसी प्रजापति कथित फेक एनकाउंटकर मामले में अमित शाह की पैरवी की थी।

तुलसी प्रजापति का एनकाउंटर दिसंबर 2006 में हुआ था। प्रजापति 2005 में हुए सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर के चश्मदीद दे। इन दोनों एकनकाउंटर के वक्त गृह राज्य मंत्री अमित शाह थे।

शाह के लिए फटकार खा चुके हैं मोगेरा

जून 2014 में सीबीआई की एक अदालत ने रॉबिन मोगेरा को फटकार भी लगाई थी, क्योंकि वह बिना कोई कारण बताए अपने मुवक्किल के लिए एक और छूट (पेशी से) मांग रहे थे। शाह के वकील रॉबिन मोगेरा ने अदालत में दिए एक आवेदन में लिखा था, “शाह नई दिल्ली में राजनीतिक काम में लगे हुए हैं और इसलिए अदालत नहीं आएंगे।” मोगेरा के आदेवन पर विशेष न्यायाधीश जेटी उत्पट ने कहा था, “हर बार आप बिना कोई कारण बताए छूट का आवेदन दे रहे हैं।” इस टिप्पणी के कुछ ही दिन बाद जज उत्पट का तबादला पुणे हो गया था।

क्या अब लालू और तेजस्वी को भी मिलेगा कट्टर ईमानदारी का प्रमाण पत्र? भाजपा ने उठाए सवाल तो मचा घमासान, कहा-राजनीति के नटवरलाल हैं अरविंद केजरीवाल

 भाजपा ने आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने केजरीवाल को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात करने पर नटरवाल नाम दिया है। अब भाजपा नेता के उस बयान से राजनैतिक घमासान मचा हुआ है।

विचारधारा से यू-टर्न के माहिर केजरीवाल

केजरीवाल को भारतीय राजनीति का 'नटवरलाल' बताते हुए भाजपा नेता ने उनके लालू यादव के खिलाफ पुराने ट्वीट्स दिखाए। पूनावाला ने कहा कि अपनी विचारधारा से यू-टर्न कैसे लिया जाए, ये कोई केजरीवाल से सीखे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने सबसे पहले अन्ना हजारे को फॉलो करना शुरू किया और अब वह लालू यादव दोषी ठहराए जाने के बाद फॉलो कर रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि जिन लोगों के दिल्ली के सीएम किसी समय में भ्रष्टाचारी बताते थे, आज उन्ही के साथ गठबंधन की बात कर रहे हैं। पूनावाला ने कहा कि देश बचाने की बात को केवल ड्रामा है, सही में तो इन सभी को अपने भ्रष्टाचार तंत्र को बचाना है।

लालू और तेजस्वी रिवर्स रॉबिनहुड

भाजपा नेता ने कहा कि लालूजी के बेटे के साथ अब केजरीवाल का नाता जुड़ गया है। पूनावाला ने कहा कि यह भ्रष्टाचार के चचेरे भाइयों का गठबंधन है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और उनके बेटे रिवर्स रॉबिनहुड की तरह हैं, वे गरीबों से चोरी करते हैं और अमीरों में बांटते हैं।

पूनावाला ने आगे पूछा कि क्या केजरीवाल अब लालू यादव और उनके बेटे को कट्टर ईमानदारी का प्रमाण पत्र देंगे? वही सर्टिफिकेट जो उन्होंने सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को दिया था?

लालू की पार्टी से गठबंधन पर जवाब दें केजरीवाल

केजरीवाल पर तंज कसते हुए भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि नीतीश जी की राजनीतिक मजबूरी तो हम समझ सकते हैं, लेकिन केजरीवाल को देश को बताना चाहिए कि उनकी ऐसी कौन सी राजनीतिक विवशता है जिसके चलते वो लालू यादव, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ गठबंधन कर रहे हैं?

राहुल गांधी और नीतीश कुमार की मुलाकात पर बीजेपी का तंज, पूछा- और किस-किस के सामने झुकेंगे?

#bjpremarkovernitishkumarrahulgandhi_meet

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। इस मुलाकात को कांग्रेस ने जहां विपक्षी एकता के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताया है, वहीं बीजेपी ने इस पर तंज कसा है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि और किस-किस के सामने झुकेंगे नीतीश कुमार? वहीं, बीजेपी की खुशबू सुंदर ने इसकी तुलना महाभारत के कौरवों से की।

बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन की संभावना को किया खारिज

बुधवार की दोपहर हुई नीतीश कुमार और राहुल गांधी की इस मुलाकात के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी गठबंधन की संभावना को खारिज कर दिया। 2014 और 2019 के चुनाव के साथ-साथ बिहार में इस तरह के प्रयोगों की विफलता के उदाहरणों का हवाला दिया।बीजेपी के अमित मालवीय ने राहुल और नीतीश की फोटो शेयर कर कहा, 'और ना जाने किस-किस के सामने झुकेंगे नीतीश कुमार।

इस मुलाकात ने कौरवों की याद दिला दी-खुशबू सुंदर

भाजपा नेता खुशबू सुंदर ने भी विपक्षी नेताओं की इस मुलाकात पर निशाना साधा और ट्वीट करते हुए लिखा कि 'एक निरर्थक समूह, जो उन्हें महाभारत के कौरवों की याद दिलाता है। अच्छी कोशिश की है कांग्रेस ने लेकिन आप पहले से जानते हैं कि विजेता कौन है!'

दरअसल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली दौरे पर हैं. नीतीश कुमार ने कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर जाकर उनसे मुलाकात की। इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे। खरगे ने कहा कि हमें विपक्ष को एकजुट करके लड़ना है। हम सभी विपक्ष को एकजुट करने की दिशा में काम कर रहे हैं।

असद एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल, कहा- झूठे एनकाउंटर कर भाजपा सरकार ध्यान भटका रही

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यूपी के माफिया अतीक अहमद के बेटे असद को आज यूपी एसटीएफ ने एक एनकाउंटर में मार गिराया। अब समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के एनकाउंटर को लेकर बड़ा बयान दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने असद के एनकाउंटर के फर्जी मुठभेड़ करार दिया है।अखिलेश ने कहा है कि बीजेपी ऐसा कर असल मुद्दों से हमेशा ध्यान भटका रही है। 

डॉन अतीक अहमद के बेटे असद के एनकाउंटर पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है।अखिलेश यादव ने लिखा, झूठे एनकाउंटर करके बीजेपी सरकार सच्चे मुद्दों से ध्यान भटकाना चाह रही है। भाजपाई न्यायालय में विश्वास ही नहीं करते हैं। आज के व हालिया एनकाउंटरों की भी गहन जांच-पड़ताल हो व दोषियों को छोड़ा न जाए। सही-गलत के फैसलों का अधिकार सत्ता का नहीं होता है। बीजेपी भाईचारे के खिलाफ है।

बता दें कि माफिया से नेता बने अतीक अहमद का बेटा असद अहमद प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड में मुख्य आरोपी था और घटना के बाद से ही फरार था।यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। स्पेशल एडीजी (लॉ ऐंड ऑर्टर) प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्‍याकांड में वांछित असद और गुलाम 5-5 लाख रुपये के इनामी बदमाश थे। उन्होंने कहा कि दोनों की झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई।