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समय पर कलेक्टोरेट नहीं पहुंचते अधिकारी-कर्मचारी: कलेक्टर के औचक निरीक्षण में हुआ खुलासा, 65 को थमाया शो-कॉज नोटिस

गरियाबंद-  कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने आज सुबह 10 बजे संयुक्त जिला कार्यालय में संचालित विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खाद्य, श्रम, योजना एवं सांख्यिकी, खनिज विभाग, निर्वाचन शाखा, पीएमजीएसवाय, शिक्षा, आबकारी, महिला एवं बाल विकास, आदिवासी विकास विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया।

देर से कार्यालय पहुंचने वालो पर जताई नाराजगी

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने संयुक्त जिला कार्यालय के शाखाओं में जाकर अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति, स्थापना, फाइलों का भंडारण एवं स्वच्छता व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कार्यालयीन समय पर उपस्थित शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों की भी जानकारी ली। वहीं निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर गहरी नाराजगी जताते हुए 65 शासकीय सेवकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।

बायोमेट्रिक मशीन लगाने के दिए निर्देश

कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने प्रतिदिन बायोमैट्रिक के माध्यम से अटेंडेंस सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टोरेट परिसर में बायोमेट्रिक मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कार्यालयीन समय में अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों की सैलरी भी काटने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।

पहचान पत्र और निर्धारित ड्रेस पहनकर आना होगा कार्यालय

कलेक्टर ने सभी कर्मियों को शासकीय पहचान पत्र आईडी कार्ड पहन कर ही कार्यालय आने के निर्देश दिए। साथ ही चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों को निर्धारित ड्रेस में ही कार्यालय आने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि शासन के मंशा अनुसार सभी शासकीय सेवक निर्धारित समय में कार्यालय में उपस्थित होकर शासकीय दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने जिला अधिकारियों को अपने अधीनस्थ कार्यालयों के कर्मचारियों को भी निर्धारित समय में कार्यालय आने के नियम का पालन करवाने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान सभी शाखाओं में नस्तियों के व्यवस्थित संधारण एवं साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी आलमारियों में रजिस्टर एवं दस्तावेजों को क्रमबद्ध तरीके से रख कर फाइलों के नाम युक्त सूची अलमारी में चिपकाने के निर्देश दिए, जिससे आसानी से फाइलों को कार्य अनुसार निकाला जा सके। कलेक्टर अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर का भी अवलोकन किया। उन्होंने संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में गंदगी नहीं करने एवं इधर उधर बिखरे पड़े कूड़ा करकटों को तत्काल सफाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर अरविंद पांडे सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

छत्तीसगढ़ में HMPV वायरस को लेकर प्रशासन अलर्ट: बचाव को लेकर जारी की गाइडलाइन, जानें स्वास्थ्य विभाग की क्या है तैयारी?

रायपुर-  कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) की पुष्टि के बाद छत्तीसगढ़ भी अलर्ट हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एचएमपीवी वायरस पहले से मौजूद है, पर ज्यादा आक्रामक नहीं है। इसके बावजूद लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सावधानी बरतनी है। वायरस को लेकर सतर्कता बरतने और तैयारियों के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज मंत्रालय नवा रायपुर में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। वहीं, इस वायरस से बचाव को लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।

स्वास्थ्य विभाग की क्या है तैयारी?

बता दें कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों की टीम सतत रूप से इस वायरस के बारे में निगरानी रख रही है और इसके लक्षणों एवं प्रभाव के बारे में भी अध्ययन कर रही है। श्री जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी के बाद से ही किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि इस वायरस को रोकें और साथ ही इससे लड़ने के लिए आम जनता को भी जागरूक करें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह वायरस पहले भी रिपोर्ट किया जा चुका है और इससे घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरतनी जरूरी है। उन्होंने आम जनता से स्वच्छता पर जोर देने की बात कही है।

वायरस से बचने के लिए ये करें

विशेषज्ञों के अनुसार एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए भीड़ वाली जगह से दूरी बनाए रखें, सर्दी-खांसी-बुखार वाले मरीजों के संपर्क में न आएं, सर्दी-खांसी-बुखार के लक्षण पर तत्काल स्थानीय अस्पताल में जांच कराएं, ताकि किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। खांसते व छींकते समय मुंह व नाक को रूमाल से ढकें, अपने हाथों को साबुन एवं सैनिटाइजर से साफ करते रहें। यदि बीमार हैं तो घर पर रहें, ज्यादा पानी पिएं और पौष्टिक भोजन का सेवन करें।

ये काम न करें

सर्दी, खांसी व बुखार होने पर अथवा सामान्य स्थिति में भी टिशू पेपर का दोबारा इस्तेमाल न करें। बार-बार आंख, नाक व मुंह को न छूएं। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें तथा डॉक्टर से सलाह लिए बिना किसी भी दवा का इस्तेमाल न करें।

गौरतलब है कि एचएमपी वायरस खांसने, छींकने से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने अथवा नजदीकी संपर्क में आने, दूषित सतह पर हाथ लगाने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है। सर्दी, खांसी, बुखार तथा सर्दियों में सांस लेने में परेशानी इसके सामान्य लक्षण हैं। कुछ गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस भी इस बीमारी के लक्षण हैं। देश के कुछ राज्यों में इसके मरीज मिलने की सूचना मिलते ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग का अमला अपनी तैयारी में जुट गया है। विशेषज्ञों के अनुसार यह एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है जो आम तौर पर सर्दी के दिनों में दिखाई पड़ता है।

देखें गाइडलाइन

राज्यपाल और मुख्यमंत्री से रेलवे के नए जीएम ने की मुलाकात, अधिकारियों को दिए निर्देश यात्रियों की संतुष्टि को सर्वोच्च प्राथमिकता दें

रायपुर-  दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश ने आज दिनांक 08 जनवरी 2025  बिलासपुर- रायपुर खंड का विंडो ट्रॉली निरीक्षण किया एवं रायपुर स्टेशन पर चल रहे मेजर रि-डेवलपमेंट का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल रमन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी मुलाकात की और उन्हें रेलवे की विभिन्न योजानाओं के बारे में जानकारी दी।

इसके पश्चात महाप्रबंधक ने सभी पहलुओं का गहन अध्ययन करते हुए रायपुर स्टेशन में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया एवं रायपुर स्टेशन के पुनर्विकास के मॉडल कार्यों के ले-आउट प्लान का भी अवलोकन एवं कार्य में प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने संरक्षा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्री सुविधाओं एवं पुर्नविकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए.

महाप्रबंधक तरूण प्रकाश ने रायपुर मंडल सभागार में मंडल रेल प्रबंधक और मंडल के शाखा अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने रायपुर मंडल में चल रहे रेल विकास कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. महाप्रबंधक ने इन निरीक्षणों के दौरान रेलवे कार्यों में और भी अधिक दक्षता और प्रगति लाने पर जोर दिया.

रायपुर स्टेशन पर कार्यरत 13बी ट्रैकमेन गैंग के सदस्यों से उनके कार्य प्रणाली पर चर्चा की, पैनल रूम का निरीक्षण किया, गाड़ियों के क्रॉसिंग की जानकारी ली, ट्रेनों के मूवमेंट की सजगता, यात्रियों की सेफ्टी के अहम पहलुओं पर कार्यरत स्टेशन स्टाफ से चर्चा की। चालक परिचालक लॉबी भी लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर से ट्रेन परिचालन के सरंक्षा मापदंडों को लेकर चर्चा की  एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक दयानंद सहित बिलासपुर मुख्यालय के प्रधान मुख्य विभागाध्यक्ष सहित रायपुर रेल मंडल के अधिकारीगण मौजूद रहे.

पत्रकार मुकेश हत्याकांड : 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए चारों आरोपी, घटना की बारीकी से जांच कर रही SIT टीम

बीजापुर-  छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड की एसआईटी सूक्ष्मता से जांच कर रही है. SIT की टीम आज चारों आरोपियों को घटना स्थल बैडमिंटन कोर्ट चट्टानपारा लेकर गई, जहां क्राइम सीन रिक्रिएशन कराया. घटना की विवेचना कर आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. चारों आरोपियों को 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.

SIT टीम के प्रभारी IPS मंयक गुर्जर ने कहा कि चारों आरोपियों को क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए घटना स्थल ले जाया गया था. घटना की विवेचना कर कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने आरोपियों को 15 दिनों के लिए न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. सभी पहलू पर हमारी टीम सूक्ष्मता से जांच कर रही है.

हत्यारों को कड़ी सजा देने की मांग

बता दें कि बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े में बने सेप्टिक टैंक में मिला था. वह तीन दिन से लापता था. उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर चोट के 15 निशान मिले थे. इस मामले में सरकार ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी की टीम ने आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं घटना के बाद पत्रकारों में अपने साथी की हत्या को लेकर आक्रोश है. पत्रकारों ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.

मुकेश ने सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार को किया था उजागर

बता दें कि मुकेश ने कुछ दिन पहले ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के सड़क निर्माण पर खबर चलाई थी. उससे जुड़े भ्रष्टाचार की खबर उजागर की थी, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. आरोपी सुरेश चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद शासन स्तर पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है. लोक निर्माण विभाग ने उसका “अ” वर्ग ठेकेदार के पंजीयन ( क्र. CGeR06088 दिनांक 06.03.2020 ) को निलंबित कर दिया है.

मोहला-मानपुर में पहली बार होगा जिला पंचायत चुनाव, आधी से ज्यादा सीटें आदिवासियों और 6 महिलाओं के लिए आरक्षित

मोहला-मानपुर- राजनांदगांव जिले से पृथक होकर दो साल पहले अस्तित्व में आए नवीन जिला मोहला-मानपुर अंतर्गत नवगठित जिला पंचायत में पदाधिकारियो का पहली बार चुनाव होगा. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव के लिए आरक्षण का निर्धारण जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित कर दिया गया है. आधे से अधिक सदस्य सीट महिलाओं और अनुसूचित जन जाति वर्ग यानी आदिवासियों के लिए आरक्षित हुई है. वहीं एक सीट अनुसूचित जाति यानी हरिजन महिला के लिए भी आरक्षित हुआ है.

उल्लेखनीय है कि मोहला-मानपुर जिला पंचायत के लिए कुल 10 निर्वाचन क्षेत्र निर्धारित हैं. जिला प्रशासन द्वारा संपन्न किए गए आरक्षण निर्धारण प्रक्रिया के मुताबिक जिला पंचायत के क्षेत्र क्रमांक 1 चिल्हाटी, क्षेत्र क्रमांक 2 आमाटोला, क्षेत्र क्रमांक 4 कौड़ीकसा, क्षेत्र क्रमांक 6 मोहला, क्षेत्र क्रमांक 9 मानपुर तथा क्षेत्र क्रमांक 10 खड़गांव महिलाओं के लिए आरक्षित हुआ है. जिसमे से मोहला , मानपुर और खडगांव अनुसूचित जन जाति महिला के लिए तथा चिल्हाटी अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित है. वहीं आमाटोला और कौड़ीकासा अनारक्षित महिला सीट निर्धारित हुए हैं. शेष, क्षेत्र क्रमांक 5 वासड़ी, क्षेत्र क्रमांक 7 गोटाटोला और क्षेत्र क्रमांक 8 औंधी अनुसूचित जनजाति मुक्त श्रेणी निर्धारित हुआ है. वहीं क्षेत्र क्रमांक 3 बांधाबाजार अनारक्षित मुक्त श्रेणी निर्धारित हुआ है.

इस तरह से नवीन जिला मोहला-मानपुर के नवगठित जिला पंचायत में एक अनुसूचित जाति, तीन अनुसूचित जनजाती व दो अनारक्षित महिलाओं सहित कुल 6 महिला सदस्य नियुक्ति होंगी. वहीं यह भी बता दें कि इस जिला पंचायत में कुल 6 सदस्य आदिवासी वर्ग से, एक सदस्य हरिजन वर्ग से और शेष तीन सदस्य अनारक्षित नियुक्त होंगे.

BJP प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव सम्मेलन में होंगे शामिल, पार्टी के संगठन चुनाव को लेकर कही ये बात

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों के साथ-साथ साय कैबिनेट के विस्तार को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच, 9 जनवरी को राजधानी रायपुर स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में भाजपा के कोर ग्रुप और प्रदेशभर के पदाधिकारियों की एक अहम बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। साथ ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, मंत्रीगण, विधायकगण और अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में शामिल होने के लिए नितिन नवीन राजधानी रायपुर पहुंच चुके हैं।

बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने संगठन चुनाव को लेकर मीडिया से कहा कि संगठन चुनाव पार्टी कार्यकर्ताओं के नेतृत्व को बढ़ावा देता है। वहीं पंचायत और निकाय चुनाव में कार्यकर्ताओं को नेतृत्व का मौका मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पंचायत राज व्यवस्था मजबूत हुई है और इसका असर पंचायत और निकाय चुनावों में देखा जा सकता है।

कांग्रेस के आरोपों का दिया जवाब

भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने इस दौरान कांग्रेस के धर्मांतरण के आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जिन्होंने धर्मांतरण का बीज बोया और उसकी फसल काटी, वही अब हम पर आरोप लगा रहे हैं। हमारे नेताओं ने हमेशा इसका विरोध किया और अब सरकार में रहकर इस पर कड़े कानून बनाए जा रहे हैं। धर्मपरिवर्तन का जो खेल कांग्रेस के पृष्ठभूमि में था, अब वही आरोप भाजपा पर लगाए जा रहे हैं।”

सुबह 10 बजे शुरू होगी बैठक, ये नेता होंगे शामिल

प्रदेश भाजपा कार्यालय में नितिन नवीन पहले सुबह 10 बजे कोरग्रुप की बैठक लेंगे और फिर सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इस बैठक में अपेक्षित श्रेणी के पदाधिकारी भाग लेंगे, जिनमें कोरग्रुप के सदस्य, राष्ट्रीय पदाधिकारी/कार्यसमिति सदस्य, सांसद/मंत्री/विधायक, प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य, संभाग प्रभारी/सहप्रभारी, जिला प्रभारी/जिला अध्यक्ष/महामंत्री, समस्त राष्ट्रीय एवं प्रदेश मोर्चा के पदाधिकारी, नगरीय क्षेत्रों एवं त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के जिला के प्रभारी/संयोजक, नगर निगम/नगरपालिका/नगर पंचायत के प्रभारी/संयोजक, घोषणा पत्र समिति, अपील समिति, प्रकोष्ठों के प्रदेश संयोजक/सहसंयोजक, पूर्व सांसद/पूर्व विधायक, निवर्तमान जिलाध्यक्ष, नगर निगम महापौर/सभापति/नेता प्रतिपक्ष/नगरपालिका अध्यक्ष/उपाध्यक्ष/नेता प्रतिपक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष/उपाध्यक्ष, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता/पैनलिस्ट, निगम/मंडल/आयोग के पूर्व अध्यक्ष/उपाध्यक्ष, निर्वाचन समिति और चुनाव संपर्क विभाग के पदाधिकारी शामिल हैं।

रायपुर निगम की महापौर की सीट महिला के लिए आरक्षित होते ही दावेदारों में लगी होड़, जानिए कौन-कौन हैं रेस में…
रायपुर- नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब भाजपा और कांग्रेस में दावेदारी की रेस शुरू हो चुकी है. रायपुर नगर निगम में महापौर की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है ऐसे में दोनों ही पार्टियों की नेत्रियां खुलकर पार्टी के समक्ष अपनी दावेदारी रख रही है. इनमें कुछ नाम कुछ नाम खुलकर सामने आए है वही कुछ नामों की संगठन में चर्चा तेज हो चुकी है. 

किस पार्टी से कौन कर रहा दावेदारी, किसकी दावेदारी सबसे मज़बूत 

भारतीय जनता पार्टी

मीनल चौबे
निगम में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका सक्रियता से निभायी है. संगठन की राजनीति में सक्रिय हैं. सामान्य महिला में इनकी दावेदारी सबसे मज़बूत मानी जा रही है. 

शैलेंद्री परगनिहा 

संगठन में शैलेंद्री परगनिहा का नाम चर्चे में है. अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग की सदस्य है. 25 साल से भी अधिक समय से राजनीति में सक्रिय है. संगठन में पार्षद, ज़िलाध्यक्ष, महामंत्री जैसे अहम भूमिका में रही है. दावेदारी को लेकर उन्होंने कहा है कि टिकट के लिए मज़बूत दावेदारी है, पार्टी ने मौक़ा दिया तो ज़रूर चुनाव लड़ेंगे और जिसे भी टिकट मिलेगी उनके लिए डटकर काम करेंगे. 

वर्णिका शर्मा 

संगठन में सक्रिय है. संगठन के मुद्दों को प्रमुखता से रखती आई हैं. पार्टी में वर्णिका शर्मा का नाम भी चर्चे में है. संघ से जुड़ी वर्णिका शर्मा नक्सल विषयों पर मुखर रही हैं. संगठन में इनके नाम की चर्चा है. हालाँकि, इन्हें इसकी जानकारी अब तक नहीं है.

शताब्दी पांडेय

संगठन और संघ से जुड़ी हुई है. छात्र राजनीति से सक्रिय है, कई अहम भूमिका में रही है. शताब्दी पांडेय का भी नाम सुर्ख़ियों में है, बातचीत में उन्होंने महापौर के टिकट की स्वाभाविक दावेदारी पेश की है और कहा है कि संघ और संगठन जो ज़िम्मेदारी देगी उसे निभायेंगे.

प्रभा दुबे

संगठन की राजनीति में सक्रिय है. प्रभा दुबे को पार्टी ने किरणमई नायक के मुकाबले महापौर प्रत्याशी बनाया था, उनको हार का सामना करना पड़ा था. सक्रिय चेहरों और चर्चे में इनका नाम भी शामिल है. 

सीमा संतोष साहू 

दो बार पार्षद के तौर पर चुनी गई है और भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी हैं. ओबीसी वर्ग से आती हैं. महापौर की टिकट के लिए दावेदारी भी कर रही है.

सरिता दुबे

ब्राह्मण पारा से पार्षद है. निगम की राजनीति में सक्रिय है. अपने वार्ड के मुद्दों सभा से सड़क तक उठाती रही है. निगम की राजनीति में मीनल चौबे के बाद सरिता दूबे का नाम रेस में आगे है. 

कांग्रेस

वंदना राजपूत

संगठन राजनीति में सक्रिय रही है. पार्टी के पक्ष को मज़बूती के साथ रखा है. राजधानी की महिला मोर्चा में उनका चेहरा सबसे सक्रिय रहा है. उन्होंने महापौर पद के लिए दावेदारी भी की है. कहा है कि दावेदारी है, पार्टी के निर्णय लेगी वो मंज़ूर होगा. 

प्रीति उपाध्याय

संगठन में सक्रिय रही है, दावेदारी की है. प्रीति कुणाल शुक्ला. प्रबल दावेदारी है, ख़ुशी है कि राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पार्टी ने ज़िम्मेदारिया दी है और सक्षम समझा है। शुरू से पार्टी के लिए काम करते आये है, पूरी उम्मीद है पार्टी टिकट हमें ही देगी.

दीप्ति दुबे

पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की पत्नी है और प्रमोद दुबे के साथ राजनीति में सक्रिय भी रही हैं. प्रमोद दुबे द्वारा उनकी पत्नी की दावेदारी बेहद अहम मानी जा रही है. 

किरणमयी नायक

किरणमयी नायक वर्तमान में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हैं. रायपुर नगर निगम की महापौर भी रही हैं. उनका नाम भी महापौर के चेहरे में मज़बूत नज़र आ रहा हैमहिला आयोग में उनका कार्यकाल 2026 तक है. यदि पार्टी उन्हें मौक़ा देती है तो उन्हें महिला आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर मैदान में उतरेंगी. हालाँकि, यदि पार्टी नए चेहरे पर जाती है तो किरणमयी नायक का नाम हट सकता है बातचीत में उन्होंने कहा कार्यकर्ता से लेकर पार्टी के नेताओं का लगातार संपर्क बना हुआ है, महिला आरक्षण के बाद काफ़ी प्रेशर है. पार्टी जो निर्णय लेगी वही मंज़ूर होगा. 

प्रगति बाजपेयी

2015 से संगठन में सक्रिय रही है, महिला कांग्रेस में प्रदेश सचिव और महासचिव के पद पर रही है इसके साथ ही विभिन्न राज्यों में प्रभारी की भी ज़िम्मेदारी पार्टी ने दी है.कांग्रेस से मज़बूत दावेदार है.

अन्य दावेदार

इसके अलावा कविता ग्वालानी, संगीता दुबे, प्रगति वाजपेयी, उषा रज्जन श्रीवास्तव, ममता राय के नाम भी सामने आए है. वहीं कांग्रेस के नेता जो निगम से लेकर संगठन की राजनीति में सक्रिय और पदाधिकारी भी रहे है, वो अपनी पत्नियों के नाम भी आगे कर रहे हैं. इसमें नागभूषण राव की पत्नी राधिका नागभूषण राव, कुलदीप जुनेजा की पत्नी- परमजीत कुलदीप जुनेजा, कन्हैया अग्रवाल की पत्नी डॉ मीनाक्षी अग्रवाल का शामिल है.

वहीं रायपुर के पूर्व महापौर एजाज़ ढेबर भी अपनी पत्नी का नाम महापौर पद के लिए आगे करते हुए नज़र आए, लेकिन उनकी पत्नी ने संगठन में सालों से सक्रिय नेत्रियों को प्राथमिकता देने की बात कह दी है. हालाँकि, ढेबर अभी भी अपनी पत्नी के लिये टिकट की दावेदारी कर रहे है.

कांग्रेस कराएगी सर्वे, बीजेपी में संगठन नेतृत्व करेगा तय

कांग्रेस नेता पंकज शर्मा ने नगरीय निकाय के कैंडिडेट को लेकर बातचीत में कहा कि पार्टी के लिए नगरीय निकायों में जीत सबसे अहम है. जो भी कैंडिडेट में जीत की सक्षमता और सक्रियता नज़र आयेगी निश्चित रूप से पार्टी उन्हें मौक़ा देगी, सबसे अहम फैक्टर जीत है. इसके साथ उन्होंने सर्वे कराने की भी बात कही. वहीं बीजेपी महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आरक्षण पूरा होते ही नेत्रियों ने दावेदारी की है. हालाँकि, सक्रियता के साथ-साथ और भी कई बातों का ध्यान रखा जाएगा.

बीते विधानसभा से लेकर उपचुनाव तक देखा गया कि बीजेपी ने कई नए चेहरों को मौक़ा दिया है. निश्चित ही मज़बूत दावेदारों के नाम है, लेकिन बीजेपी चौकाने से पीछे कभी नहीं हटती. वहीं कांग्रेस का इतिहास निकायों में जीत दर्ज करने का रहा है, लेकिन ये स्पष्ट है कि बीते चुनावों में मिले शिकस्त को देखते हुए जीत सुनिश्चित करने कैंडिडेट्स का चयन कांग्रेस बेहद सोच समझ कर करने वाली है, जिसके लिये सर्वे की भी तैयारी है.

स्पेशल कोर्ट से सौम्या चौरसिया को जमानत, लेकिन जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी…

रायपुर-  लंबे समय से जेल में कैद सौम्या चौरसिया के लिए राहत भरी खबर आई है. आय से अधिक संपत्ति मामले में नियत समयावधि में चार्जशीट दाखिल न होने पर एसीबी/ईओडब्लू स्पेशल कोर्ट ने सौम्या चौरसिया को जमानत दे दी है. लेकिन सौम्या चौरसिया अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी क्योंकि उनके विरुद्ध कोल लेव्ही का केस चल रहा है.

एसीबी/ईओडब्लू कोर्ट में न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी के समक्ष सौम्या चौरसिया के अधिवक्ता फैजल रिज़वी ने 7 जनवरी को ज़मानत आवेदन पेश किया था. अधिवक्ता के आवेदन में बताया कि नियत समयावधि साठ दिन हो चुके हैं और चालान पेश नहीं हुआ है इसलिए ज़मानत दी जाए. इस आवेदन के बाद एसीबी/ईओडब्लू की ओर से आवेदन देकर बहस के लिए आज का समय मांगा गया.

एसीबी की ओर से श्लोक श्रीवास्तव और मिथिलेश वर्मा ने यह तर्क दिया कि एसीबी के प्रकरण में चार्जशीट दाखिल करने की मियाद 60 दिन बल्कि 90 दिन है. इस पर बचाव पक्ष के अधिवक्ता फैजल रिज़वी ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के न्याय दृष्टांत के साथ यह तर्क किया कि चार्जशीट दाखिल करने की अवधि 60 दिन है. बचाव पक्ष की ओर से बीएनएसएस 187(3) का उल्लेख करते हुए न्यायालय से अनुरोध किया कि इसमें भी साठ दिवस की अवधि निर्धारित है.

लेकिन जेल में रहेंगी सौम्या

रायपुर की विशेष अदालत (एसीबी/ईओडब्लू) ने बचाव पक्ष के अधिवक्ता फैजल रिज़वी के तर्कों से सहमत होते हुए सौम्या चौरसिया को ज़मानत दे दी. ईडी के कोल लेव्ही स्कैम में सौम्या चौरसिया को सुप्रीम कोर्ट से पूर्व में ज़मानत मिल चुकी है, आय से अधिक संपत्ति मामले में भी उन्हें रायपुर अदालत से ही ज़मानत मिल गई है. लेकिन सौम्या चौरसिया अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी क्योंकि उनके विरुद्ध एसीबी/इओडब्लू ने कोल लेव्ही केस में केस दर्ज कर रखा है, और इस प्रकरण में उन्हें ज़मानत नहीं मिल सकी है.

गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर तेनुघाट अनुमंडल कार्यालय में बैठक करते एसडीओ और एसडीपीओ बेरमो

पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर 8 जनवरी को बेरमो अनुमंडल कार्यालय तेनुघाट में बैठक आहूत किया गया। बैठक में कार्यपालक दंडाधिकारी, पुलिस निरीक्षक, अंचलाधिकारी, नप कार्यपालक पदाधिकारी, विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि, विद्यालयों के प्राचार्य व् अन्य उपस्थित थे। बेरमो के अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश मछुआ और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह के संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आगामी 26 जनवरी को होने वाले झंडोत्तोलोन एवं निकलने वाली झांकी को लेकर कई दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में आगामी 26 जनवरी को झंडोत्तोलन के पूर्व सभी जगह की साफ सफाई एवं रंग रोगन के बारे में उचित व्यवस्था करने के बारे में कहा गया। बैठक में कहा गया कि तेनुघाट स्थित चिल्ड्रन पार्क में स्कूलों के द्वारा झांकी भी निकाली जाएगी और परेड भी किया जाएगा। परेड के लिए आगामी 21, 22 एवं 24 जनवरी को चिल्ड्रन पार्क तेनुघाट में पूर्व अभ्यास भी किया जाएगा। साथ ही आगामी 23 जनवरी को प्रशासन और पत्रकार के बीच दोस्ताना मैच भी खेला जाएगा। उक्त बैठक में कार्यपालक दंडाधिकारी कनिष्क कुमार, अवर निबंधक तूलिका रानी, उपकोषागार पदाधिकरी, टीटीपीएस, सीसीएल, डीवीसी, आईएल के पदाधिकारी, तेनुघाट ओपी प्रभारी अजीत कुमार, जेलर नीरज कुमार, तेनुघाट डिग्री कॉलेज के प्राचार्य सुदामा तिवारी, जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य बिपिन कुमार, इंटर कॉलेज के प्राचार्य श्याम किशोर प्रसाद सिंह अधिवक्ता बीरेंद्र प्रसाद, सुभाष कटरियार, मुकेश कुमार, मिथलेश कुमार सहित कई अन्य विद्यालय और विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।


मंत्रिमंडल विस्तार पर प्रदेश प्रभारी और मुख्यमंत्री साय का आया बयान, जानिए क्या कहा…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख तय होने के साथ ही शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू हो चुकी है. इसे लेकर सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. वहीं मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण की तैयारी को लेकर प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने कहा कि जब भी तैयारी होगी इसकी सूचना आपको पहले होगी और जल्द होगी.

सूत्रों के मुताबिक साय कैबिनेट का विस्तार 12 या 13 जनवरी को तय है. सूत्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में हरियाणा की तरह मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्रियों का फार्मूला लागू हो सकता है.

जानिए संभावित नामों में कौन-कौन

संभावित मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा में आरएसएस बैकग्राउंड से आने वाले दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव को मंत्री बनाया जाना तय है. कहते हैं कि संघ से भी उन्हें मंत्री बनाए जाने का दबाव है. संघ से उनके नाम की पैरवी की खबर है. साथ ही यादव समाज को साधने के लिहाज से भी मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दिए जाने की वकालत की गई है. इसके अलावा अमर अग्रवाल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है. संगठन सूत्र कहते हैं कि उनका नाम लगभग तय है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव भी मंत्री बनने वाले संभावित चेहरों में मजबूत माने जा रहे हैं.

समय पर कलेक्टोरेट नहीं पहुंचते अधिकारी-कर्मचारी: कलेक्टर के औचक निरीक्षण में हुआ खुलासा, 65 को थमाया शो-कॉज नोटिस

गरियाबंद-  कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने आज सुबह 10 बजे संयुक्त जिला कार्यालय में संचालित विभिन्न विभागों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खाद्य, श्रम, योजना एवं सांख्यिकी, खनिज विभाग, निर्वाचन शाखा, पीएमजीएसवाय, शिक्षा, आबकारी, महिला एवं बाल विकास, आदिवासी विकास विभाग एवं उद्यानिकी विभाग के कार्यालय का निरीक्षण किया।

देर से कार्यालय पहुंचने वालो पर जताई नाराजगी

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने संयुक्त जिला कार्यालय के शाखाओं में जाकर अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति, स्थापना, फाइलों का भंडारण एवं स्वच्छता व्यवस्था का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कार्यालयीन समय पर उपस्थित शासकीय अधिकारी-कर्मचारियों की भी जानकारी ली। वहीं निर्धारित समय पर कार्यालय नहीं पहुंचने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर गहरी नाराजगी जताते हुए 65 शासकीय सेवकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं।

बायोमेट्रिक मशीन लगाने के दिए निर्देश

कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने प्रतिदिन बायोमैट्रिक के माध्यम से अटेंडेंस सुनिश्चित करने के लिए कलेक्टोरेट परिसर में बायोमेट्रिक मशीन लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कार्यालयीन समय में अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों की सैलरी भी काटने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए हैं।

पहचान पत्र और निर्धारित ड्रेस पहनकर आना होगा कार्यालय

कलेक्टर ने सभी कर्मियों को शासकीय पहचान पत्र आईडी कार्ड पहन कर ही कार्यालय आने के निर्देश दिए। साथ ही चतुर्थ श्रेणी के कर्मियों को निर्धारित ड्रेस में ही कार्यालय आने को कहा। कलेक्टर ने कहा कि शासन के मंशा अनुसार सभी शासकीय सेवक निर्धारित समय में कार्यालय में उपस्थित होकर शासकीय दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने जिला अधिकारियों को अपने अधीनस्थ कार्यालयों के कर्मचारियों को भी निर्धारित समय में कार्यालय आने के नियम का पालन करवाने के निर्देश दिए।

कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान सभी शाखाओं में नस्तियों के व्यवस्थित संधारण एवं साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी आलमारियों में रजिस्टर एवं दस्तावेजों को क्रमबद्ध तरीके से रख कर फाइलों के नाम युक्त सूची अलमारी में चिपकाने के निर्देश दिए, जिससे आसानी से फाइलों को कार्य अनुसार निकाला जा सके। कलेक्टर अग्रवाल ने निरीक्षण के दौरान कलेक्ट्रेट कार्यालय परिसर का भी अवलोकन किया। उन्होंने संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में गंदगी नहीं करने एवं इधर उधर बिखरे पड़े कूड़ा करकटों को तत्काल सफाई करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। निरीक्षण के दौरान अपर कलेक्टर अरविंद पांडे सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

छत्तीसगढ़ में HMPV वायरस को लेकर प्रशासन अलर्ट: बचाव को लेकर जारी की गाइडलाइन, जानें स्वास्थ्य विभाग की क्या है तैयारी?

रायपुर-  कर्नाटक, गुजरात और महाराष्ट्र में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) की पुष्टि के बाद छत्तीसगढ़ भी अलर्ट हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि एचएमपीवी वायरस पहले से मौजूद है, पर ज्यादा आक्रामक नहीं है। इसके बावजूद लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि सावधानी बरतनी है। वायरस को लेकर सतर्कता बरतने और तैयारियों के संबंध में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने आज मंत्रालय नवा रायपुर में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। वहीं, इस वायरस से बचाव को लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है।

स्वास्थ्य विभाग की क्या है तैयारी?

बता दें कि छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग में विशेषज्ञों की टीम सतत रूप से इस वायरस के बारे में निगरानी रख रही है और इसके लक्षणों एवं प्रभाव के बारे में भी अध्ययन कर रही है। श्री जायसवाल ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना महामारी के बाद से ही किसी भी प्रकार की आपात स्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि इस वायरस को रोकें और साथ ही इससे लड़ने के लिए आम जनता को भी जागरूक करें। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यह वायरस पहले भी रिपोर्ट किया जा चुका है और इससे घबराने की कोई बात नहीं है, लेकिन सावधानी बरतनी जरूरी है। उन्होंने आम जनता से स्वच्छता पर जोर देने की बात कही है।

वायरस से बचने के लिए ये करें

विशेषज्ञों के अनुसार एचएमपीवी वायरस से बचने के लिए भीड़ वाली जगह से दूरी बनाए रखें, सर्दी-खांसी-बुखार वाले मरीजों के संपर्क में न आएं, सर्दी-खांसी-बुखार के लक्षण पर तत्काल स्थानीय अस्पताल में जांच कराएं, ताकि किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। खांसते व छींकते समय मुंह व नाक को रूमाल से ढकें, अपने हाथों को साबुन एवं सैनिटाइजर से साफ करते रहें। यदि बीमार हैं तो घर पर रहें, ज्यादा पानी पिएं और पौष्टिक भोजन का सेवन करें।

ये काम न करें

सर्दी, खांसी व बुखार होने पर अथवा सामान्य स्थिति में भी टिशू पेपर का दोबारा इस्तेमाल न करें। बार-बार आंख, नाक व मुंह को न छूएं। सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें तथा डॉक्टर से सलाह लिए बिना किसी भी दवा का इस्तेमाल न करें।

गौरतलब है कि एचएमपी वायरस खांसने, छींकने से निकलने वाले ड्रॉपलेट्स, संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने अथवा नजदीकी संपर्क में आने, दूषित सतह पर हाथ लगाने के बाद मुंह, नाक या आंखों को छूने से फैलता है। सर्दी, खांसी, बुखार तथा सर्दियों में सांस लेने में परेशानी इसके सामान्य लक्षण हैं। कुछ गंभीर मामलों में निमोनिया और ब्रोंकाइटिस भी इस बीमारी के लक्षण हैं। देश के कुछ राज्यों में इसके मरीज मिलने की सूचना मिलते ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग का अमला अपनी तैयारी में जुट गया है। विशेषज्ञों के अनुसार यह एक सामान्य रेस्पिरेटरी वायरस है जो आम तौर पर सर्दी के दिनों में दिखाई पड़ता है।

देखें गाइडलाइन

राज्यपाल और मुख्यमंत्री से रेलवे के नए जीएम ने की मुलाकात, अधिकारियों को दिए निर्देश यात्रियों की संतुष्टि को सर्वोच्च प्राथमिकता दें

रायपुर-  दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश ने आज दिनांक 08 जनवरी 2025  बिलासपुर- रायपुर खंड का विंडो ट्रॉली निरीक्षण किया एवं रायपुर स्टेशन पर चल रहे मेजर रि-डेवलपमेंट का निरीक्षण किया. इसके बाद उन्होंने राज्यपाल रमन डेका और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से भी मुलाकात की और उन्हें रेलवे की विभिन्न योजानाओं के बारे में जानकारी दी।

इसके पश्चात महाप्रबंधक ने सभी पहलुओं का गहन अध्ययन करते हुए रायपुर स्टेशन में चल रहे विकास कार्यों का जायजा लिया एवं रायपुर स्टेशन के पुनर्विकास के मॉडल कार्यों के ले-आउट प्लान का भी अवलोकन एवं कार्य में प्रगति की समीक्षा की. उन्होंने संरक्षा एवं सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्री सुविधाओं एवं पुर्नविकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए.

महाप्रबंधक तरूण प्रकाश ने रायपुर मंडल सभागार में मंडल रेल प्रबंधक और मंडल के शाखा अधिकारियों के साथ बैठक की. इस बैठक में उन्होंने रायपुर मंडल में चल रहे रेल विकास कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. महाप्रबंधक ने इन निरीक्षणों के दौरान रेलवे कार्यों में और भी अधिक दक्षता और प्रगति लाने पर जोर दिया.

रायपुर स्टेशन पर कार्यरत 13बी ट्रैकमेन गैंग के सदस्यों से उनके कार्य प्रणाली पर चर्चा की, पैनल रूम का निरीक्षण किया, गाड़ियों के क्रॉसिंग की जानकारी ली, ट्रेनों के मूवमेंट की सजगता, यात्रियों की सेफ्टी के अहम पहलुओं पर कार्यरत स्टेशन स्टाफ से चर्चा की। चालक परिचालक लॉबी भी लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर से ट्रेन परिचालन के सरंक्षा मापदंडों को लेकर चर्चा की  एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.

इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक दयानंद सहित बिलासपुर मुख्यालय के प्रधान मुख्य विभागाध्यक्ष सहित रायपुर रेल मंडल के अधिकारीगण मौजूद रहे.

पत्रकार मुकेश हत्याकांड : 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजे गए चारों आरोपी, घटना की बारीकी से जांच कर रही SIT टीम

बीजापुर-  छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड की एसआईटी सूक्ष्मता से जांच कर रही है. SIT की टीम आज चारों आरोपियों को घटना स्थल बैडमिंटन कोर्ट चट्टानपारा लेकर गई, जहां क्राइम सीन रिक्रिएशन कराया. घटना की विवेचना कर आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. चारों आरोपियों को 15 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.

SIT टीम के प्रभारी IPS मंयक गुर्जर ने कहा कि चारों आरोपियों को क्राइम सीन रिक्रिएशन के लिए घटना स्थल ले जाया गया था. घटना की विवेचना कर कोर्ट में पेश किया गया. पुलिस ने आरोपियों को 15 दिनों के लिए न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है. सभी पहलू पर हमारी टीम सूक्ष्मता से जांच कर रही है.

हत्यारों को कड़ी सजा देने की मांग

बता दें कि बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर का शव 3 जनवरी को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के बाड़े में बने सेप्टिक टैंक में मिला था. वह तीन दिन से लापता था. उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर चोट के 15 निशान मिले थे. इस मामले में सरकार ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी की टीम ने आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर, रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं घटना के बाद पत्रकारों में अपने साथी की हत्या को लेकर आक्रोश है. पत्रकारों ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.

मुकेश ने सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार को किया था उजागर

बता दें कि मुकेश ने कुछ दिन पहले ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के सड़क निर्माण पर खबर चलाई थी. उससे जुड़े भ्रष्टाचार की खबर उजागर की थी, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई. आरोपी सुरेश चंद्राकर की गिरफ्तारी के बाद शासन स्तर पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है. लोक निर्माण विभाग ने उसका “अ” वर्ग ठेकेदार के पंजीयन ( क्र. CGeR06088 दिनांक 06.03.2020 ) को निलंबित कर दिया है.

मोहला-मानपुर में पहली बार होगा जिला पंचायत चुनाव, आधी से ज्यादा सीटें आदिवासियों और 6 महिलाओं के लिए आरक्षित

मोहला-मानपुर- राजनांदगांव जिले से पृथक होकर दो साल पहले अस्तित्व में आए नवीन जिला मोहला-मानपुर अंतर्गत नवगठित जिला पंचायत में पदाधिकारियो का पहली बार चुनाव होगा. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तहत जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव के लिए आरक्षण का निर्धारण जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित कर दिया गया है. आधे से अधिक सदस्य सीट महिलाओं और अनुसूचित जन जाति वर्ग यानी आदिवासियों के लिए आरक्षित हुई है. वहीं एक सीट अनुसूचित जाति यानी हरिजन महिला के लिए भी आरक्षित हुआ है.

उल्लेखनीय है कि मोहला-मानपुर जिला पंचायत के लिए कुल 10 निर्वाचन क्षेत्र निर्धारित हैं. जिला प्रशासन द्वारा संपन्न किए गए आरक्षण निर्धारण प्रक्रिया के मुताबिक जिला पंचायत के क्षेत्र क्रमांक 1 चिल्हाटी, क्षेत्र क्रमांक 2 आमाटोला, क्षेत्र क्रमांक 4 कौड़ीकसा, क्षेत्र क्रमांक 6 मोहला, क्षेत्र क्रमांक 9 मानपुर तथा क्षेत्र क्रमांक 10 खड़गांव महिलाओं के लिए आरक्षित हुआ है. जिसमे से मोहला , मानपुर और खडगांव अनुसूचित जन जाति महिला के लिए तथा चिल्हाटी अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित है. वहीं आमाटोला और कौड़ीकासा अनारक्षित महिला सीट निर्धारित हुए हैं. शेष, क्षेत्र क्रमांक 5 वासड़ी, क्षेत्र क्रमांक 7 गोटाटोला और क्षेत्र क्रमांक 8 औंधी अनुसूचित जनजाति मुक्त श्रेणी निर्धारित हुआ है. वहीं क्षेत्र क्रमांक 3 बांधाबाजार अनारक्षित मुक्त श्रेणी निर्धारित हुआ है.

इस तरह से नवीन जिला मोहला-मानपुर के नवगठित जिला पंचायत में एक अनुसूचित जाति, तीन अनुसूचित जनजाती व दो अनारक्षित महिलाओं सहित कुल 6 महिला सदस्य नियुक्ति होंगी. वहीं यह भी बता दें कि इस जिला पंचायत में कुल 6 सदस्य आदिवासी वर्ग से, एक सदस्य हरिजन वर्ग से और शेष तीन सदस्य अनारक्षित नियुक्त होंगे.

BJP प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव सम्मेलन में होंगे शामिल, पार्टी के संगठन चुनाव को लेकर कही ये बात

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों के साथ-साथ साय कैबिनेट के विस्तार को लेकर हलचल तेज हो गई है। इसी बीच, 9 जनवरी को राजधानी रायपुर स्थित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में भाजपा के कोर ग्रुप और प्रदेशभर के पदाधिकारियों की एक अहम बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। साथ ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, मंत्रीगण, विधायकगण और अन्य पदाधिकारी भी शामिल होंगे। इस बैठक में शामिल होने के लिए नितिन नवीन राजधानी रायपुर पहुंच चुके हैं।

बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने संगठन चुनाव को लेकर मीडिया से कहा कि संगठन चुनाव पार्टी कार्यकर्ताओं के नेतृत्व को बढ़ावा देता है। वहीं पंचायत और निकाय चुनाव में कार्यकर्ताओं को नेतृत्व का मौका मिलता है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पंचायत राज व्यवस्था मजबूत हुई है और इसका असर पंचायत और निकाय चुनावों में देखा जा सकता है।

कांग्रेस के आरोपों का दिया जवाब

भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने इस दौरान कांग्रेस के धर्मांतरण के आरोपों का भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जिन्होंने धर्मांतरण का बीज बोया और उसकी फसल काटी, वही अब हम पर आरोप लगा रहे हैं। हमारे नेताओं ने हमेशा इसका विरोध किया और अब सरकार में रहकर इस पर कड़े कानून बनाए जा रहे हैं। धर्मपरिवर्तन का जो खेल कांग्रेस के पृष्ठभूमि में था, अब वही आरोप भाजपा पर लगाए जा रहे हैं।”

सुबह 10 बजे शुरू होगी बैठक, ये नेता होंगे शामिल

प्रदेश भाजपा कार्यालय में नितिन नवीन पहले सुबह 10 बजे कोरग्रुप की बैठक लेंगे और फिर सम्मेलन में शिरकत करेंगे। इस बैठक में अपेक्षित श्रेणी के पदाधिकारी भाग लेंगे, जिनमें कोरग्रुप के सदस्य, राष्ट्रीय पदाधिकारी/कार्यसमिति सदस्य, सांसद/मंत्री/विधायक, प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य, संभाग प्रभारी/सहप्रभारी, जिला प्रभारी/जिला अध्यक्ष/महामंत्री, समस्त राष्ट्रीय एवं प्रदेश मोर्चा के पदाधिकारी, नगरीय क्षेत्रों एवं त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के जिला के प्रभारी/संयोजक, नगर निगम/नगरपालिका/नगर पंचायत के प्रभारी/संयोजक, घोषणा पत्र समिति, अपील समिति, प्रकोष्ठों के प्रदेश संयोजक/सहसंयोजक, पूर्व सांसद/पूर्व विधायक, निवर्तमान जिलाध्यक्ष, नगर निगम महापौर/सभापति/नेता प्रतिपक्ष/नगरपालिका अध्यक्ष/उपाध्यक्ष/नेता प्रतिपक्ष, जिला पंचायत अध्यक्ष/उपाध्यक्ष, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता/पैनलिस्ट, निगम/मंडल/आयोग के पूर्व अध्यक्ष/उपाध्यक्ष, निर्वाचन समिति और चुनाव संपर्क विभाग के पदाधिकारी शामिल हैं।

रायपुर निगम की महापौर की सीट महिला के लिए आरक्षित होते ही दावेदारों में लगी होड़, जानिए कौन-कौन हैं रेस में…
रायपुर- नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब भाजपा और कांग्रेस में दावेदारी की रेस शुरू हो चुकी है. रायपुर नगर निगम में महापौर की सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित हुआ है ऐसे में दोनों ही पार्टियों की नेत्रियां खुलकर पार्टी के समक्ष अपनी दावेदारी रख रही है. इनमें कुछ नाम कुछ नाम खुलकर सामने आए है वही कुछ नामों की संगठन में चर्चा तेज हो चुकी है. 

किस पार्टी से कौन कर रहा दावेदारी, किसकी दावेदारी सबसे मज़बूत 

भारतीय जनता पार्टी

मीनल चौबे
निगम में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका सक्रियता से निभायी है. संगठन की राजनीति में सक्रिय हैं. सामान्य महिला में इनकी दावेदारी सबसे मज़बूत मानी जा रही है. 

शैलेंद्री परगनिहा 

संगठन में शैलेंद्री परगनिहा का नाम चर्चे में है. अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग की सदस्य है. 25 साल से भी अधिक समय से राजनीति में सक्रिय है. संगठन में पार्षद, ज़िलाध्यक्ष, महामंत्री जैसे अहम भूमिका में रही है. दावेदारी को लेकर उन्होंने कहा है कि टिकट के लिए मज़बूत दावेदारी है, पार्टी ने मौक़ा दिया तो ज़रूर चुनाव लड़ेंगे और जिसे भी टिकट मिलेगी उनके लिए डटकर काम करेंगे. 

वर्णिका शर्मा 

संगठन में सक्रिय है. संगठन के मुद्दों को प्रमुखता से रखती आई हैं. पार्टी में वर्णिका शर्मा का नाम भी चर्चे में है. संघ से जुड़ी वर्णिका शर्मा नक्सल विषयों पर मुखर रही हैं. संगठन में इनके नाम की चर्चा है. हालाँकि, इन्हें इसकी जानकारी अब तक नहीं है.

शताब्दी पांडेय

संगठन और संघ से जुड़ी हुई है. छात्र राजनीति से सक्रिय है, कई अहम भूमिका में रही है. शताब्दी पांडेय का भी नाम सुर्ख़ियों में है, बातचीत में उन्होंने महापौर के टिकट की स्वाभाविक दावेदारी पेश की है और कहा है कि संघ और संगठन जो ज़िम्मेदारी देगी उसे निभायेंगे.

प्रभा दुबे

संगठन की राजनीति में सक्रिय है. प्रभा दुबे को पार्टी ने किरणमई नायक के मुकाबले महापौर प्रत्याशी बनाया था, उनको हार का सामना करना पड़ा था. सक्रिय चेहरों और चर्चे में इनका नाम भी शामिल है. 

सीमा संतोष साहू 

दो बार पार्षद के तौर पर चुनी गई है और भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्यक्ष भी हैं. ओबीसी वर्ग से आती हैं. महापौर की टिकट के लिए दावेदारी भी कर रही है.

सरिता दुबे

ब्राह्मण पारा से पार्षद है. निगम की राजनीति में सक्रिय है. अपने वार्ड के मुद्दों सभा से सड़क तक उठाती रही है. निगम की राजनीति में मीनल चौबे के बाद सरिता दूबे का नाम रेस में आगे है. 

कांग्रेस

वंदना राजपूत

संगठन राजनीति में सक्रिय रही है. पार्टी के पक्ष को मज़बूती के साथ रखा है. राजधानी की महिला मोर्चा में उनका चेहरा सबसे सक्रिय रहा है. उन्होंने महापौर पद के लिए दावेदारी भी की है. कहा है कि दावेदारी है, पार्टी के निर्णय लेगी वो मंज़ूर होगा. 

प्रीति उपाध्याय

संगठन में सक्रिय रही है, दावेदारी की है. प्रीति कुणाल शुक्ला. प्रबल दावेदारी है, ख़ुशी है कि राज्य से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक पार्टी ने ज़िम्मेदारिया दी है और सक्षम समझा है। शुरू से पार्टी के लिए काम करते आये है, पूरी उम्मीद है पार्टी टिकट हमें ही देगी.

दीप्ति दुबे

पूर्व महापौर प्रमोद दुबे की पत्नी है और प्रमोद दुबे के साथ राजनीति में सक्रिय भी रही हैं. प्रमोद दुबे द्वारा उनकी पत्नी की दावेदारी बेहद अहम मानी जा रही है. 

किरणमयी नायक

किरणमयी नायक वर्तमान में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष हैं. रायपुर नगर निगम की महापौर भी रही हैं. उनका नाम भी महापौर के चेहरे में मज़बूत नज़र आ रहा हैमहिला आयोग में उनका कार्यकाल 2026 तक है. यदि पार्टी उन्हें मौक़ा देती है तो उन्हें महिला आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर मैदान में उतरेंगी. हालाँकि, यदि पार्टी नए चेहरे पर जाती है तो किरणमयी नायक का नाम हट सकता है बातचीत में उन्होंने कहा कार्यकर्ता से लेकर पार्टी के नेताओं का लगातार संपर्क बना हुआ है, महिला आरक्षण के बाद काफ़ी प्रेशर है. पार्टी जो निर्णय लेगी वही मंज़ूर होगा. 

प्रगति बाजपेयी

2015 से संगठन में सक्रिय रही है, महिला कांग्रेस में प्रदेश सचिव और महासचिव के पद पर रही है इसके साथ ही विभिन्न राज्यों में प्रभारी की भी ज़िम्मेदारी पार्टी ने दी है.कांग्रेस से मज़बूत दावेदार है.

अन्य दावेदार

इसके अलावा कविता ग्वालानी, संगीता दुबे, प्रगति वाजपेयी, उषा रज्जन श्रीवास्तव, ममता राय के नाम भी सामने आए है. वहीं कांग्रेस के नेता जो निगम से लेकर संगठन की राजनीति में सक्रिय और पदाधिकारी भी रहे है, वो अपनी पत्नियों के नाम भी आगे कर रहे हैं. इसमें नागभूषण राव की पत्नी राधिका नागभूषण राव, कुलदीप जुनेजा की पत्नी- परमजीत कुलदीप जुनेजा, कन्हैया अग्रवाल की पत्नी डॉ मीनाक्षी अग्रवाल का शामिल है.

वहीं रायपुर के पूर्व महापौर एजाज़ ढेबर भी अपनी पत्नी का नाम महापौर पद के लिए आगे करते हुए नज़र आए, लेकिन उनकी पत्नी ने संगठन में सालों से सक्रिय नेत्रियों को प्राथमिकता देने की बात कह दी है. हालाँकि, ढेबर अभी भी अपनी पत्नी के लिये टिकट की दावेदारी कर रहे है.

कांग्रेस कराएगी सर्वे, बीजेपी में संगठन नेतृत्व करेगा तय

कांग्रेस नेता पंकज शर्मा ने नगरीय निकाय के कैंडिडेट को लेकर बातचीत में कहा कि पार्टी के लिए नगरीय निकायों में जीत सबसे अहम है. जो भी कैंडिडेट में जीत की सक्षमता और सक्रियता नज़र आयेगी निश्चित रूप से पार्टी उन्हें मौक़ा देगी, सबसे अहम फैक्टर जीत है. इसके साथ उन्होंने सर्वे कराने की भी बात कही. वहीं बीजेपी महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आरक्षण पूरा होते ही नेत्रियों ने दावेदारी की है. हालाँकि, सक्रियता के साथ-साथ और भी कई बातों का ध्यान रखा जाएगा.

बीते विधानसभा से लेकर उपचुनाव तक देखा गया कि बीजेपी ने कई नए चेहरों को मौक़ा दिया है. निश्चित ही मज़बूत दावेदारों के नाम है, लेकिन बीजेपी चौकाने से पीछे कभी नहीं हटती. वहीं कांग्रेस का इतिहास निकायों में जीत दर्ज करने का रहा है, लेकिन ये स्पष्ट है कि बीते चुनावों में मिले शिकस्त को देखते हुए जीत सुनिश्चित करने कैंडिडेट्स का चयन कांग्रेस बेहद सोच समझ कर करने वाली है, जिसके लिये सर्वे की भी तैयारी है.

स्पेशल कोर्ट से सौम्या चौरसिया को जमानत, लेकिन जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी…

रायपुर-  लंबे समय से जेल में कैद सौम्या चौरसिया के लिए राहत भरी खबर आई है. आय से अधिक संपत्ति मामले में नियत समयावधि में चार्जशीट दाखिल न होने पर एसीबी/ईओडब्लू स्पेशल कोर्ट ने सौम्या चौरसिया को जमानत दे दी है. लेकिन सौम्या चौरसिया अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी क्योंकि उनके विरुद्ध कोल लेव्ही का केस चल रहा है.

एसीबी/ईओडब्लू कोर्ट में न्यायाधीश निधि शर्मा तिवारी के समक्ष सौम्या चौरसिया के अधिवक्ता फैजल रिज़वी ने 7 जनवरी को ज़मानत आवेदन पेश किया था. अधिवक्ता के आवेदन में बताया कि नियत समयावधि साठ दिन हो चुके हैं और चालान पेश नहीं हुआ है इसलिए ज़मानत दी जाए. इस आवेदन के बाद एसीबी/ईओडब्लू की ओर से आवेदन देकर बहस के लिए आज का समय मांगा गया.

एसीबी की ओर से श्लोक श्रीवास्तव और मिथिलेश वर्मा ने यह तर्क दिया कि एसीबी के प्रकरण में चार्जशीट दाखिल करने की मियाद 60 दिन बल्कि 90 दिन है. इस पर बचाव पक्ष के अधिवक्ता फैजल रिज़वी ने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के न्याय दृष्टांत के साथ यह तर्क किया कि चार्जशीट दाखिल करने की अवधि 60 दिन है. बचाव पक्ष की ओर से बीएनएसएस 187(3) का उल्लेख करते हुए न्यायालय से अनुरोध किया कि इसमें भी साठ दिवस की अवधि निर्धारित है.

लेकिन जेल में रहेंगी सौम्या

रायपुर की विशेष अदालत (एसीबी/ईओडब्लू) ने बचाव पक्ष के अधिवक्ता फैजल रिज़वी के तर्कों से सहमत होते हुए सौम्या चौरसिया को ज़मानत दे दी. ईडी के कोल लेव्ही स्कैम में सौम्या चौरसिया को सुप्रीम कोर्ट से पूर्व में ज़मानत मिल चुकी है, आय से अधिक संपत्ति मामले में भी उन्हें रायपुर अदालत से ही ज़मानत मिल गई है. लेकिन सौम्या चौरसिया अभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगी क्योंकि उनके विरुद्ध एसीबी/इओडब्लू ने कोल लेव्ही केस में केस दर्ज कर रखा है, और इस प्रकरण में उन्हें ज़मानत नहीं मिल सकी है.

गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर तेनुघाट अनुमंडल कार्यालय में बैठक करते एसडीओ और एसडीपीओ बेरमो

पेटरवार (बोकारो)
मिथलेश कुमार गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर 8 जनवरी को बेरमो अनुमंडल कार्यालय तेनुघाट में बैठक आहूत किया गया। बैठक में कार्यपालक दंडाधिकारी, पुलिस निरीक्षक, अंचलाधिकारी, नप कार्यपालक पदाधिकारी, विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि, विद्यालयों के प्राचार्य व् अन्य उपस्थित थे। बेरमो के अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश मछुआ और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह के संयुक्त अध्यक्षता में आयोजित बैठक में आगामी 26 जनवरी को होने वाले झंडोत्तोलोन एवं निकलने वाली झांकी को लेकर कई दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में आगामी 26 जनवरी को झंडोत्तोलन के पूर्व सभी जगह की साफ सफाई एवं रंग रोगन के बारे में उचित व्यवस्था करने के बारे में कहा गया। बैठक में कहा गया कि तेनुघाट स्थित चिल्ड्रन पार्क में स्कूलों के द्वारा झांकी भी निकाली जाएगी और परेड भी किया जाएगा। परेड के लिए आगामी 21, 22 एवं 24 जनवरी को चिल्ड्रन पार्क तेनुघाट में पूर्व अभ्यास भी किया जाएगा। साथ ही आगामी 23 जनवरी को प्रशासन और पत्रकार के बीच दोस्ताना मैच भी खेला जाएगा। उक्त बैठक में कार्यपालक दंडाधिकारी कनिष्क कुमार, अवर निबंधक तूलिका रानी, उपकोषागार पदाधिकरी, टीटीपीएस, सीसीएल, डीवीसी, आईएल के पदाधिकारी, तेनुघाट ओपी प्रभारी अजीत कुमार, जेलर नीरज कुमार, तेनुघाट डिग्री कॉलेज के प्राचार्य सुदामा तिवारी, जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य बिपिन कुमार, इंटर कॉलेज के प्राचार्य श्याम किशोर प्रसाद सिंह अधिवक्ता बीरेंद्र प्रसाद, सुभाष कटरियार, मुकेश कुमार, मिथलेश कुमार सहित कई अन्य विद्यालय और विभाग के पदाधिकारी उपस्थित थे।


मंत्रिमंडल विस्तार पर प्रदेश प्रभारी और मुख्यमंत्री साय का आया बयान, जानिए क्या कहा…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख तय होने के साथ ही शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू हो चुकी है. इसे लेकर सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि बहुत जल्द मंत्रिमंडल का विस्तार होगा. वहीं मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण की तैयारी को लेकर प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन ने कहा कि जब भी तैयारी होगी इसकी सूचना आपको पहले होगी और जल्द होगी.

सूत्रों के मुताबिक साय कैबिनेट का विस्तार 12 या 13 जनवरी को तय है. सूत्र बताते हैं कि छत्तीसगढ़ में हरियाणा की तरह मुख्यमंत्री सहित 14 मंत्रियों का फार्मूला लागू हो सकता है.

जानिए संभावित नामों में कौन-कौन

संभावित मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा में आरएसएस बैकग्राउंड से आने वाले दुर्ग शहर से विधायक गजेंद्र यादव को मंत्री बनाया जाना तय है. कहते हैं कि संघ से भी उन्हें मंत्री बनाए जाने का दबाव है. संघ से उनके नाम की पैरवी की खबर है. साथ ही यादव समाज को साधने के लिहाज से भी मंत्रिमंडल में उन्हें जगह दिए जाने की वकालत की गई है. इसके अलावा अमर अग्रवाल का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है. संगठन सूत्र कहते हैं कि उनका नाम लगभग तय है. 14 साल तक मंत्री रह चुके अमर अग्रवाल रिजल्ट ओरिएंटेड काम करने के लिए पहचाने जाते हैं. भीड़ से अलग रहकर काम करने में भरोसा करने वाले अमर अग्रवाल ने पूर्ववर्ती रमन सरकार में आबकारी पॉलिसी बनाई थी. शराब बिक्री का ठेका सिस्टम खत्म किया था. इस फैसले से आबकारी राजस्व में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई थी. अमर अग्रवाल देश में इकलौते चेहरे रहे हैं, जो सर्वाधिक लंबे समय तक जीएसटी काउंसिल में बतौर सदस्य शामिल थे. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव भी मंत्री बनने वाले संभावित चेहरों में मजबूत माने जा रहे हैं.