*बीएलओ के पद से नहीं आंगनवाड़ी पद से देना पड़ेगा इस्तीफा-एसडीएम*
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खजनी गोरखपुर।
तहसील में एक बड़ा ही दिलचस्प वाकया हुआ, दरअसल बीएलओ (बूथ लेवल आॅफिसर) के पद पर काम करने वाली एक आंगनवाड़ी महिला ने अपने से सीनियर अधिकारी (सुपरवाइजर) से कहा कि वह अपने बीएलओ पद से इस्तीफा दे रही है, इसकी जानकारी जैसे ही सुपरवाइजर लेखपाल ने उप जिलाधिकारी खजनी राजेश प्रताप सिंह को दी तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि उससे कह दो कि तब उसे अपने आंगनवाड़ी पद से इस्तीफा देना होगा, कायदे से मतदाता पुनरीक्षण का काम करें नहीं तो किसी दिन जांच में पहुंचा तो कितना पोषाहार बांटती हैं इसका भी पता लगा लूंगा।
बता दें कि केंद्रीय चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा इन दिनों मतदाता पुनरीक्षण का कार्यक्रम चल रहा है, जिला निर्वाचन अधिकारी कृष्ण करूणेश ने बीते सप्ताह निर्वाचन अधिकारी का काम करने वाले जिले के सभी उप जिलाधिकारियों को अपने निर्वाचन क्षेत्रों में बीएलओ के द्वारा अपने बूथों पर पहुंच कर 18 वर्ष आयु पूरी कर चुके नए मतदाताओं के नाम जोड़ने मृतक अथवा लंबे समय से स्थान छोड़कर किसी अन्य शहर या राज्य में निवास करने वाले मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने की आदि पुनरीक्षण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है। गुरूवार को सबेरे क्षेत्र के सभी एक्टीव बीएलओ की लाॅग इन आईडी चेक करने के दौरान एसडीएम ने पाया कि कई बीएलओ अभी तक एक्टिव ही नहीं हुए हैं। उन्होंने तत्काल सुपरवाइजर लेखपालों को फोन करके निर्देश दिए कि वे अपने बीएलओ को तत्काल लाॅग इन कराएं और एक्टिव होने के लिए कहें। इस दौरान लेखपाल श्याम कन्हैया ने उन्हें बताया कि बूथ संख्या 171 की बीएलओ वंदना देवी ने कहा है कि वो बीएलओ पद से इस्तीफा दे रही हैं, उनसे यह काम नहीं हो पाएगा, जिस पर एसडीएम ने मुस्कुराते हुए कहा कि तब उससे कह दो कि पहले उसे आंगनवाड़ी पद से इस्तीफा देना होगा।
बता दें कि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदाता पुनरीक्षण कार्य की जिम्मेदारी बीएलओ को सौंपी गई है और शिक्षामित्रों, शिक्षकों, आंगनवाड़ी महिला कार्यकर्ताओं को बीएलओ पद पर नियुक्त किया गया है।
Jun 05 2025, 17:19