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बीड हत्याकांड: संजय राउत ने अजित पवार पर साधा निशाना, कहा- एक्सीडेंटल नेता हैं

महाराष्ट्र के बीड में सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड पर प्रदेश में राजनीति गरमाई हुई है. विपक्ष लगातार इस मामले में मंत्री धनंजय मुंडे के इस्तीफे की मांग कर रहा है. विपक्ष ने राज्यपाल से शिकायत कर मुंडे के इस्तीफे की मांग की है. यहां तक कि बीजेपी विधायक सुरेश धस ने भी धनंजय मुंडे पर गंभीर आरोप लगाए हैं. इस बीच धनंजय मुंडे ने कल डिप्टी सीएम अजित पवार से मुलाकात की. लेकिन अजित पवार का साफ कहना है कि जब तक संतोष देशमुख हत्याकांड में धनंजय मुंडे के खिलाफ सबूत नहीं मिलेंगे, तब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. अब इस मुद्दे पर शिवसेना ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने अजित पवार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने अजित पवार को एक्सीडेंटल नेता बता दिया है.

संजय राउत ने तंज कसा कि अजित पवार बहुत ही कमजोर हैं, वह नेता नहीं लगते. राउत ने आरोप लगाया कि अजित पवार की पार्टी को जो सीटें मिली हैं वो बीजेपी की ईवीएम की कृपा से मिलीं. उनकी अपनी योग्यता के आधार पर नहीं. अगर वह महाराष्ट्र के नेता होते तो बीड मामले में मंत्री को अपने मंत्रिमंडल से हटा देते. आखिर अब उन्हें और क्या सबूत चाहिए.

बीड में माफिया राज का तमाशा

संजय राउत ने निशाना साधा कि जब उनकी सरकार ने हमें बिना किसी सबूत के जेल में डाल दिया तब तो अजित पवार ने कुछ नहीं कहा. अब वे किस तरह के सबूत मांग रहे हैं? बीड में आरोपियों, पुलिस, नेताओं की मुलाकात की तस्वीरें सामने आ चुकी हैं, वहां लोगों को धोखा देने का खेल चल रहा है. बीड में संतोष देशमुख मामले और माफिया जांच का तमाशा चल रहा है.

पूरे राज्य में फैल जाएगा माफिया राज

संजय राउत ने आरोप लगाया कि प्रदेश में भाजपा अपने माफिया सहयोगियों को मैनेज करने की कोशिश कर रही है, इससे तो पूरा महाराष्ट्र माफिया की चपेट में आ जाएगा. राउत ने यह भी चेतावनी दी कि अगर बीड पैटर्न महाराष्ट्र में लागू किया गया तो यह पैटर्न हर राज्य में लागू किया जाएगा और यह राज्य आपके हाथ से निकल जाएगा.

असम के दीमा हासाओ जिले में बड़ा हादसा: खदान में पानी भरने से 3 मजदूरों की मौत, 10 अभी भी फंसे; रेस्क्यू जारी

असम के दीमा हासाओ जिले के उमरांग्स कोयला खदान में पानी भरने से बड़ा हादसा हो गया. जानकारी के मुताबिक खदान में पानी भरने से करीब 27 मजदूर फंस गए थे. वहीं इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया. वहीं खदान में फंसे तीन मजदूरों की मौत हो गई है. वहीं घटनास्थल पर सेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही हैं.

खादान से निकाल गए मजदूरों के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. तीन मजदूरों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं खदान में फंसे मजदूरों को निकाले जाने का काम जारी है. श्रमिकों की पहचान नेपाल के गंगा बहादुर श्रेष्ठ, दरांग के हुसैन अली, जाकिर हुसैन और मुस्तफा अली, कोकराझार के सरपा बर्मन और खुची मोहन रॉय, पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के संजीत सरकार, दिमा हसाओ और सोनितपीर के लिदान मागर के रूप में हुई है.

तीन मजदूरों की हुई मौत

घटना उमरांग्स में असम खदान के ब्लॉक 19 में हुई. खदान में फंसने से तीन मजदूरों की मौत हो गई. तीनों श्रमिकों की पहचान दरंग के दलगांव के हुसैन अली, मुस्तफा अली और जाकिर हुसैन के रूप में की गई. कोयला खदान के अंदर अभी भी कई लोग फंसे हुए हैं. लोगों को निकालने के लिए घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य जारी है.

पानी भरने से हुआ हादसा

जानकारी के मुताबिक, बीते दिन सुबह मजदूर करीब सुबह 7 बजे खदान में गए थे. वहीं कुछ ही देर बाद खदान पानी से भर गई. जिसके बाद उसमें काम करने वाले मजदूर फंस गए. हालांकि खदान में फंसे मजदूरों की संख्या के मारे स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है. माना जा रहा है कि करीब 27 मजदूर खदान में फंसे थे. जिनमें से रेस्क्यू के दौरान 17 मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है.

वहीं इस घटना पर सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि मैं भगवान से सभी लोगों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं. साथ ही घटनास्थल पर कई अधिकारी पहुंचे हैं.

आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर पार्किंग के नए नियम: 17 मिनट से ज्यादा रुकने पर 200 रुपये का शुल्क, जानें पूरी जानकारी

जब भी हम किसी बड़े रेलवे स्टेशन जाते हैं तो वहां एक चीज की दिक्कत हमेशा देखने को मिलती है. वो है पार्किंग की. खासतौर पर दिल्ली जैसे बड़े शहरों में. इसे लेकर रेलवे नए-नए नियम निकालता रहता है. अगर आप ईस्ट दिल्ली के आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर टैक्सी या अपनी प्राइवेट कार से परिजनों को पिक या ड्रॉप करने जा रहे हैं तो थोड़ा होशियार रहें.

पिक एंड ड्रॉप एरिया में 17 मिनट से एक सेकंड भी ज्यादा ठहरने पर यहां आपसे 200 रुपये वसूल लिए जाएंगे. हालांकि ट्रेनों की आवाजाही के पीक आवर्स में इसकी पूरी संभावना है कि आप स्टेशन में एंट्री लेते ही जाम में फंसकर तय समय में एग्जिट नहीं कर पाएंगे.

यहां पर सामान्य पार्किंग का चार्ज वैसे तो फोरव्हीलर के लिए 2 से 6 घंटे की अवधि के 50 रुपये हैं, लेकिन एंट्री बूथ से लेकर जनरल पार्किंग तक पहुंचने में भी कई बार जाम का सामना करना पड़ता है, जिसकी वजह से आपकी जेब कटनी तय है.

जनता की बढ़ी टेंशन

अगस्त 2024 में आनंद विहार स्टेशन पर फ्री पार्किंग सुविधा समाप्त करते हुए रेलवे प्रशासन ने अपनी आय बढ़ाने के साथ-साथ स्टेशन के सर्कुलेशन एरिया में भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के मकसद से ‘एक्सेस कम पार्किंग मैनेजनेंट सिस्टम’ शुरू किया था. प्राइवेट पार्टी को टेंडर आधारित पार्किंग संचालन देने से रेलवे की आय बढ़नी तो तय है, लेकिन इस स्टेशन पर पार्किंग का समुचित स्पेस न होने की वजह से आम यात्रियों को रोजाना दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं. वे प्राइवेट ठेकेदार को मनमाना शुल्क देने के लिए मजबूर हैं.

नियमों की जानकारी न होने के कार आए दिन कमर्शियल गाड़ियों (टैक्सी, कैब और ऑटो) के ड्राइवर और पैसेंजर के बीच अतिरिक्त शुल्क को लेकर विवाद की स्थिति भी पैदा होती है. नोएडा से ट्रेन पकड़ने स्टेशन पहुंचे एक यात्री ने बताया- पार्किंग शुल्क के नाम पर मुझसे भी टैक्सी ड्राइवर ने अतिरिक्त चार्ज मांगा, जिसका मैंने विरोध किया. नौबत झगड़े तक आ गई.

क्या है सिस्टम?

आनंद विहार रेलवे टर्मिनल के स्टेशन सुप्रिटेंडेंट राज कुमार ने बताया- नए नियम के तहत प्राइवेट फोरव्हीलर्स के लिए शुरुआती 10 मिनट तक पार्किंग फ्री है. 10 मिनट से 17 मिनट तक 50 रुपये का शुल्क है. 17 मिनट से अगर एक सेकंड भी देर हुई तो 200 रुपये देने होंगे. प्राइवेट गाड़ी से स्टेशन आने वालों को उन्होंने सलाह दी कि वे एंट्री पॉइंट पर ही बता दें कि पिक एंड ड्रॉप की बजाए सामान्य पार्किंग की पर्ची दें.

रेलवे ने क्या कहा?

नॉर्दर्न रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर के मुताबिक- नई दिल्ली और आनंद विहार जैसे स्टेशनों पर शुरू किए गए प्रीमियम पार्किंग सिस्टम से रेलवे को अच्छा खासा रेवेन्यू हासिल हो रहा है. हालांकि, लोगों की शिकायतें भी मिल रही हैं. पार्किंग के लिए 200 रुपये देना लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है. लोगों से अपील है कि वो सामान्य पार्किंग का इस्तेमाल करें.

नागपुर में एचएमपीवी वायरस का प्रकोप: 13 साल की लड़की और 7 साल का लड़का संक्रमित, जानें लक्षण और बचाव के तरीके

HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) ने भारत में दस्तक दे दी है और इसके मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. महाराष्ट्र के नागपुर में भी HMPV वायरस के 2 संदिग्ध मरीज मिले हैं.

इससे पहले कर्नाटक में 2, गुजरात में 1, पश्चिम बंगाल में 1 और तमिलनाडु में दो मामले सामने आए थे.

नागपुर में एक 13 साल की लड़की और एक 7 साल के लड़के में वायरस लक्षण मिले हैं. लगातार सर्दी खांसी बुखार के बाद परिवार ने प्राइवेट लेब में जांच करवाई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद परिवार वालों में डर बैठ गया. हालांकि इन दोनों बच्चों को अस्पताल में भर्ती नही करना पड़ा, घर पर ही इलाज से बच्चों की स्थिति कंट्रोल में है.

अलर्ट मोड में मुंबई महानगरपालिका

वहीं मुबंई महानगरपालिका भी इस नए वायरस को लेकर अलर्ट मोड पर आ गई है. जेजे और सेंट जार्ज अस्पताल को मुख्य अस्पताल बनाया गया है जहां इस वायरस के संदिग्ध मरीजों का इलाज किया जाएगा, इसके अलावा नागरिकों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं.

पुणे महानगरपालिका ने भी पुणे के नायडू अस्पताल में इस नए वायरस को लेकर 5 बेड खाली करवाए हैं. इस वायरस के लक्षणों वाले मरीजों को इन्हीं बेड पर रखा जाएगा और प्राथमिक्ता से इलाज किया जाएगा. आगे अगर मरीज बढ़े तो 5 बेड को 50 बेड में बदला जाएगा और अलग वार्ड बनाया जाएगा.

वायरस से बच्चों की देखभाल कैसे करें

ये वायरस बच्चों को अपना शिकार बना रहा है, ऐसे में बच्चों की देखभाल बेहद जरूरी हो गई है. बच्चों को देखभाल के लिए आप इन बातों का ध्यान रखें.

बच्चों को सलाह दें कि वह नियमित रूप से हाथों की सफाई करें

अपने बच्चे को संक्रमण से बचाने के लिए उचित कदम उठाएं

संक्रमित इलाकों की यात्रा से बचें

खानपान का ध्यान रखे

क्या हैं HMPV के लक्षण?

आप या आपके बच्चे को तेज़ बुखार (103 डिग्री फ़ारेनहाइट/40 डिग्री सेल्सियस से अधिक), सांस लेने में दिक्क्त, त्वचा, होंठ या नाखून का नीला पड़ना (सायनोसिस) जैसे लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत HMPV की जांच कराएं. आमतौर पर आपके लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री के आधार पर HMPV का टेस्ट किया जाता हैं. इसके लिए नाक या गले से सैंपल लिया जाता है.

राजस्थान के डूंगरपुर जिले में एचएमपीवी वायरस का पहला मामला: दो माह के बच्चे में पाया गया संक्रमण

राजस्थान के डूंगरपुर जिले के साबला क्षेत्र के रीछा गांव से एक दो महीने के बच्चे में कोरोना जैसे चीनी वायरस की पुष्टि हुई है. बच्चे में एचएमपीवी वायरस पाया गया है. बच्चा 12 दिनों से गुजरात के एक अस्पताल में भर्ती है. बच्चा अभी स्वस्थ बताया जा रहा है. डूंगरपुर के साबला क्षेत्र के एक दो महीने के बच्चे को सर्दी, खांसी की शिकायत होने पर परिवार के लोग उसे गुजरात के मोडासा लेकर गए. जहां बच्चे को आराम नहीं मिलने पर परिवार के लोग उसे गुजरात के अहमदाबाद स्थित ऑरेंज हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. बच्चे की जांच की गई, जिसमें वह एचएमपीवी वायरस पॉजिटिव मिला.

फिलहाल बच्चे का इलाज गुजरात के अहमदाबाद में चल रहा है और उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है. इधर डूंगरपुर जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पास मामले की अधिकृत जानकारी नहीं आई है लेकिन मीडिया से मिली जानकारी पर विभाग बच्चे के परिवार को ट्रैक करने में जुटा है.

एचएमपी वायरस सामान्य रोग: खींवसर

राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि देश में कुछ राज्यों में ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) के कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. खींवसर ने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, यह वायरस वर्ष 2001 से मौजूद है, लेकिन रोगियों पर इसका प्रभाव सामान्य रहा है. इस वायरस से मौत का कोई मामला और चिंताजनक स्थिति सामने नहीं आई है.

यह वायरस घातक नहीं’

आधिकारिक बयान में खींवसर ने कहा कि हर साल की भांति सर्दी के मौसम को देखते हुए बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और गंभीर रोगों से ग्रसित व्यक्ति सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार आदि होने पर अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श लें. उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से इस वायरस के संबंध में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें भी स्पष्ट किया गया है कि यह वायरस घातक नहीं है.

एचएमपी वायरस का प्रसार

मंत्री ने कहा कि खांसी-जुकाम जैसे सामान्य लक्षणों के साथ सर्दी के मौसम में आमतौर पर कुछ मामले इस वायरस के सामने आते रहे हैं और मार्च से दिसम्बर तक देशभर में नौ मामले चिन्हित हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि केंद्र सरकार के अनुसार एचएमपी वायरस का प्रसार वर्तमान में नगण्य है लेकिन फिर भी एहतियात के तौर पर प्रदेशभर में चिकित्सा अधिकारियों को सजग और सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही, जांच, उपचार सहित अन्य आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने को भी कहा गया है.

वायरस की प्रमाणिक जांच

उन्होंने बताया कि राज्य में वर्तमान में इस वायरस की प्रमाणिक जांच के लिए पांच वीआरडीएल लैब एम्स जोधपुर, सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर, आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर एवं एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर में उपलब्ध हैं. मंत्री ने कहा कि किसी भी अस्पताल में इस वायरस के लक्षणों से संबंधित गंभीर रोगी के सामने आने पर इन प्रयोगशाला में जांच करवाई जा सकती है.

जांच के लिए नमूने भिजवाएं

खींवसर ने कहा है कि कोई भी प्राइवेट हॉस्पिटल किसी रोगी में इस वायरस के संभावित लक्षण पाए जाने पर प्रमाणिक जांच के लिए नमूने इन वीआरडीएल लैब में ही भिजवाएं. साथ ही, इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को भी सूचित करें. विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने कहा कि डूंगरपुर का दो माह का एक बच्चा अहमदाबाद में उपचाराधीन है.

एचएमपी वायरस के लक्षण

उन्होंने कहा कि समय पूर्व प्रसव से जन्मे इस बच्चे में एचएमपी वायरस के लक्षण सामने आए हैं, लेकिन बच्चे की स्थिति वर्तमान में सामान्य है. राठौड़ ने बताया कि सर्दी, खांसी-जुकाम से पीड़ित यह बच्चा उपचार के दौरान अहमदाबाद के प्राइवेट हॉस्पिटल में 26 दिसंबर 2024 को एचएमपी वायरस से संक्रमित पाया गया था. अधिकारी ने बताया कि वह फिलहाल ठीक है और राजस्थान में अब तक इस वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है.

छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले के बाद बड़ी कामयाबी, सीआरपीएफ ने बरामद किया 20 किलो वजनी आईईडी

केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में करीब 20-22 किलोग्राम वजनी आईईडी बरामद कर उसे निष्क्रिय कर दिया. अधिकारियों ने बताया कि इससे सात घंटे पहले, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने सोमवार को लगभग 70 किलोग्राम वजनी बारूदी सुरंग का इस्तेमाल कर सुरक्षाबलों के एक वाहन को उड़ा दिया, जिसमें आठ सुरक्षाकर्मियों और उनके वाहन चालक की मौत हो गई थी.

सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एक बड़ी त्रासदी टल गई, क्योंकि आईईडी का पता लगा लिया गया और उसे निष्क्रिय कर दिया गया. छिपा कर रखे गए इस तरह के विस्फोटकों की भयावहता का अंदाजा नक्सलियों द्वारा किए गए उस विस्फोट से लगाया जा सकता है, जिसमें आज इसी जिले में नौ लोग मारे गए.

20 किलो आईईडी बरामद

दरअसल सीआरपीएफ ने बीजापुर में लगभग 20-22 किलोग्राम वजनी एक आईईडी बरामद किया और उसे लगभग सात घंटे पहले निष्क्रिय कर दिया. सीआरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एक बड़ी त्रासदी टल गई क्योंकि आईईडी का पता चल गया और वह बेकार हो गया. ऐसे छिपे हुए विस्फोटकों के खतरे का अंदाजा नक्सली विस्फोट से लगाया जा सकता है, जिसमें उसी जिले में नौ लोगों की मौत हो गई.

बता दें कि केंद्रीय बल की 196वीं बटालियन के एक गश्ती दल को मंगलवार सुबह करीब 7:30 बजे एक नीले प्लास्टिक ड्रम के अंदर रखे गए इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) का पता चला, जब वह उसूर पुलिस थाना क्षेत्र में माओवादी विरोधी अभियान के लिए निकला था.

बम निरोधक दस्ते ने किया निष्क्रिय

अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ के जवानों ने एक कच्ची सड़क के नीचे से आईईडी बरामद करने के लिए भारी अर्थ मूवर मशीन (जेसीबी) का इस्तेमाल किया. आईईडी का वजन करीब 20-22 किलोग्राम था. अधिकारियों ने बताया कि बल के बम निरोधक दस्ते ने इसे कुछ ही घंटों में निष्क्रिय कर दिया और क्षेत्र में यातायात बहाल कर दिया गया.

आईईडी से किया ब्लास्ट

छत्तीसगढ़ में दो साल में सुरक्षा बलों पर अपने सबसे घातक हमले में, नक्सलियों ने सोमवार दोपहर करीब 2.15 बजे कुटरू थाना क्षेत्र के अंबेली गांव के पास 60-70 किलोग्राम मजबूत आईईडी का उपयोग करके एक वाहन को उड़ा दिया. पुलिस को संदेह है कि शक्तिशाली आईईडी को सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग पर काफी समय पहले लगाया गया था.

नक्सल विरोधी अभियान

पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने कहा कि विस्फोटक उपकरण उस समय फट गया जब दंतेवाड़ा जिले के डीआरजी कर्मी नक्सल विरोधी अभियान चलाकर अपने स्कॉर्पियो वाहन में लौट रहे थे. अधिकारी ने बताया कि आठ सुरक्षाकर्मी, जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स के चार-चार-राज्य पुलिस की दोनों यूनिट्स- जो एसयूवी में यात्रा कर रहे थे और चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जो बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूर स्थित है.

जियो का सबसे सस्ता 5G प्लान: मात्र 198 रुपये में अनलिमिटेड 5G डेटा, जानें इसके फायदे और वैलिडिटी

हाई-स्पीड इंटरनेट तो हर किसी को चाहिए. कम बजट में 5G डेटा चाहिए, तो हम बताएंगे कि सबसे सस्ता अनलिमिटेड 5G डेटा प्लान कौन सी टेलीकॉम कंपनी दे रही है. अगर आप Jio के ग्राहक हैं, तो सबसे सस्ते 5G डेटा प्लान का फायदा उठाया जा सकता है. भारतीय उद्योगपति मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी जियो मात्र 198 रुपये में अनलिमिटेड 5G डेटा ऑफर करती है. यह प्लान न केवल आपको 2GB डेली डेटा देता है, बल्कि इसमें अनलिमिटेड 5G डेटा भी मिलता है.

198 रुपये का प्लान: क्या है खास?

जियो का 198 रुपये का प्लान देश का सबसे सस्ता अनलिमिटेड 5G डेटा प्लान है. इस रिचार्ज प्लान में आपको हर दिन 2GB डेटा मिलता है, जो कि ज्यादा डेटा इस्तेमाल करने वाले यूजर्स के लिए बढ़िया ऑप्शन हो सकता है.

इसमें आपको अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग की सुविधा भी मिलती है. आप किसी भी नेटवर्क पर बिना किसी लिमिट के कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा 100 SMS/दिन भी आपको मिलते हैं.

ये फायदे भी दे रहा Jio

जियो के198 रुपये के प्लान में आपको JioTV, JioCinema, और JioCloud जैसी सर्विस भी मुफ्त मिलती हैं. इससे आपकी एंटरटेनमेंट की जरूरत भी पूरी होगी. सबसे बड़ी बात यह है कि यह प्लान True 5G के साथ आता है, जिससे आप जियो के नेटवर्क पर हाई-स्पीड इंटरनेट का एक्सपीरियंस ले सकते हैं.

जियो अपने 2GB डेली डेटा वाले प्लान या उससे ज्यादा कीमत के प्लान में ही अनलिमिटेड 5G की सुविधा देता है, और 198 रुपये का प्लान इस मामले में सबसे सस्ता है.

Jio ₹198 Plan: वैलिडिटी

इस प्लान की वैलिडिटी 14 दिन है, जो कि कम समय के लिए डेटा की जरूरत को पूरा करता है. अगर आप पूरे महीने के लिए यह सुविधा चाहते हैं, तो आप 349 रुपये का प्लान चुन सकते हैं, जिसमें वही सारे फायदे मिलते हैं, जो 198 रुपये वाले प्लान में हैं, लेकिन इसकी वैलिडिटी 28 दिन की होती है. डेली खर्च के हिसाब से देखें तो 349 रुपये का प्लान सस्ता होगा.

पतंजलि संस्थान के 30 साल पूरे होने पर स्वामी रामदेव ने किए 5 बड़े ऐलान

पतंजलि संस्थान का 30वां स्थापना दिवस पतंजलि वैलनेस हरिद्वार स्थित योगभवन सभागार में मनाया गया. पतंजलि योगपीठ के अध्यक्ष योगगुरु स्वामी रामदेव और महामंत्री आचार्य बालकृष्ण की उपस्थिति में भव्य समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम में देशभर के पतंजलि योगपीठ संगठन के 6000 से अधिक प्रभारीगणों ने शिरकत की. इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी संपन्न हुए. योगगुरु स्वामी रामदेव ने यहां पिछले 30 सालों की अपनी सेवा, संघर्ष और साधना के बारे में विस्तार से बताया. साथ ही पतंजलि योगपीठ की भावी योजनाओं पर भी प्रकाश डाला.

स्वामी रामदेव ने योग क्रांति की सफलता के बाद पञ्च क्रांतियों का शंखनाद किया. उन्होंने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा, आर्थिक, वैचारिक सांस्कृतिक और रोगों भोगों-ग्लानि-कुण्ठाओं से आजादी का बड़ा कार्य पतंजलि से प्रारंभ करना है.

पहली क्रांति: शिक्षा की आजादी.

स्वामी रामदेव ने कहा कि आज 50 से 90 और कहीं-कहीं तो 99 फीसदी पढ़े-लिखे बेरोजगार, नशेड़ी, चरित्रहीन निस्तेज बच्चे हैं जिनका बचपन, यौवन और भविष्य खतरे में है. इसलिए पहले देश में और फिर पूरी दुनिया में नई शिक्षा व्यवस्था का शंखनाद करेंगे. उसका नेतृत्व भारत करेगा. पतंजलि गुरुकुलम्, आचार्यकुलम्, पतंजलि विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षा बोर्ड अब नये प्रतिमान गढ़ेंगे. आगामी 5 साल में 5 लाख विद्यालयों को भारतीय शिक्षा बोर्ड से जोड़ा जाएगा.

उन्होंने कहा कि हमें बच्चों को केवल शब्दबोध नहीं कराना है, शब्दबोध के साथ विषयबोध, आत्मबोध, सत्यपरक भारतबोध व अपने गौरव का बोध कराना है. मैकाले का एजुकेशन सिस्टम नहीं होगा. यही शिक्षा की आजादी का संकल्प है. हम भारतीय शिक्षा बोर्ड के माध्यम से विदेशी आक्रमणकारियों, अकबर, औरंगजेब या अंग्रेजों की झूठी महानता नहीं बल्कि छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप व क्रांतिकारियों का सच्चा इतिहास पढ़ाएंगे.

दूसरी क्रांति: चिकित्सा की आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि रोग हमारा स्वभाव नहीं योग ही हमारा स्वभाव है. आज पूरी दुनिया में सिंथेटिक दवा, अलग-अलग प्रकार स्टेरॉयड, पेन किलर इत्यादि खा-खाकर लोगों के शरीर खराब हो रहे हैं. हमने 5000 से अधिक रिसर्च प्रोटोकॉल्स और 500 से अधिक रिसर्च पेपर्स वर्ल्ड क्लास इंटरनेशनल जर्नल्स में पब्लिश करके असाध्य रोगों से मुक्ति का मार्ग दुनिया के सामने रखा है. हम लोगों को रोगी होने से बचाएंगे और रोग होने के बाद आयुर्वेद के माध्यम से लोगों को मुक्ति दिलाएंगे.

तीसरी क्रांति: आर्थिक आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि आज पूरी दुनिया में मुट्ठी भर लोगों ने अपने क्रूर पंजों में पूरे अर्थतंत्र को जकड़ रखा है. अभी तक पतंजलि ने शिक्षा, स्वास्थ्य, अनुसंधान, चरित्र निर्माण, राष्ट्र निर्माण आदि में लाख करोड़ रुपए की चैरिटी की है. 10 हजार से अधिक सेंटर्स के साथ 25 लाख से अधिक प्रशिक्षित योग शिक्षकों तथा करोड़ कार्यकर्ताओं की निस्वार्थ सेवा से यह सब राष्ट्र निर्माण व चरित्र निर्माण का सेवा कार्य हो रहा है. हमारा संकल्प है कि स्वदेशी का आंदोलन इतना बड़ा खड़ा हो कि आर्थिक लूट, गुलामी और दरिद्रता से भारत निकले तभी भारत परम वैभवशाली बनेगा.

चौथी क्रांति : वैचारिक और सांस्कृतिक आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि जिस भारत ने पूरी दुनिया को सबसे पहले संस्कृत का संदेश दिया वो भारत यदि वैचारिक और सांस्कृतिक गुलामी से गुजरे तो ठीक नहीं. हमें वैचारिक और सांस्कृतिक गुलामी से भारत को मुक्ति दिलानी है. इसलिए हम कहते हैं कि हमें इस सनातन धर्म को, वेदधर्म को, ऋषिधर्म को, योगधर्म को युगधर्म के रूप में बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि रिलिजियस टैरेरिजम, पॉलिटिकल टैरेरिजम और ये शिक्षा व चिकित्सा के नाम पर चल रहा आतंकवाद खत्म होगा.

पांचवीं क्रांति: नशा,रोग-भोग वासनाओं से आजादी

स्वामी रामदेव ने कहा कि दुनिया में चारों तरफ नशे का खतरनाक खेल चल रहा है. रोग, नशा, अश्लीलता से आजादी का हमारा संकल्प है. पतंजलि के 30 वर्ष पूर्ण होने पर यही हमारा संकल्प है कि हम पूरे विश्व को योगमय बनायेंगे, चरित्र निर्माण करके आदर्श विश्व नागरिकों का निर्माण करेंगे.

आचार्य बालकृष्ण ने क्या क्या कहा?

इस कार्यक्रम में आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पतंजलि में लोगों को स्वास्थ्य देने के लिए अर्थ से परमार्थ का अभियान चलाया है. पतंजलि का 100 प्रतिशत प्राफिट केवल चैरिटी के लिए है. पतंजलि के लिए भारत एक बाजार नहीं बल्कि परिवार है. पतंजलि में 500 से अधिक विश्वस्तरीय वैज्ञानिकों की टीम लगातार रिसर्च करके रोगानुसार विविध प्रकार के रस, क्वाथ, वटियां, कैप्सूल, व्हीट ग्रास, एलोवेरा जूस, आंवला जूस, नीम रस, गिलोय रस आदि रिसर्च एवं एविडेंस बेस्ड दवाइयां पूरी दुनिया को उपलब्ध करा रहे हैं.

पोस्ट ऑफिस में आधार बायोमेट्रिक के जरिए खाता खोलने और लेनदेन की सुविधा शुरू

पोस्ट ऑफिस ने आधार बायोमेट्रिक के जरिए डाकघर बचत बैंक (POSB) खाता खोलने और लेनदेन के लिए (e-KYC) प्रक्रिया शुरू किया है. पोस्ट ऑफिस ईकेवाईसी कार्यक्षमता को धीरे-धीरे अपडेट करेगा. पहले चरण में यह सुविधा केवल POSA और डाकघर के काउंटरों पर उपलब्ध होगी. इसमें नए ग्राहकों के खाता खोलने और लेनदेन की सुविधा मुहैया करायी जाएगी. इसके अलावा मौजूदा ग्राहकों का eKYC और KYC विवरण को अपडेट किया जाएगा.

इसके अगले चरण में ई केवाईसी के जरिए अन्य स्कीम्स जैसे आरडी, टीडी, एमआईएस, एससीएसएस के लिए अकाउंट ओपनिंग करने, बंद करने और ट्रांजैक्शन जैसी सुविधा मुहैया कराई जाएगी. हालांकि, पोस्ट ऑपिस में आधार बायोमेट्रिक के माध्यम से अभी सिर्फ पांच हजार रुपये तक का ही ट्रांजैक्शन किया जाएगा. इससे अधिक लेनदेन के लिए वाउचर का इस्तेमाल करना पड़ेगा. यह सारा सिस्टम डाकघर के फिनेकल सॉफ्टवेयर के तहत काम करेगा. इसके लिए इसमें कई अहम बदलाव किए गए हैं.

आधार अपडेट कराना होगा जरूरी

डाक विभाग के 1 जनवरी 2025 के आदेश के अनुसार, “बेसिक सेविंग अकाउंट और सिंगल टाइप POSA ( पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट ) आधार प्रमाणीकरण के आधार पर फिनेकल सॉफ्टवेयर में ही खाता खोले जाएंगे. वहीं, अन्य योजनाओं के खाते खोलने के लिए ई-केवाईसी की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा, खाता बंद करने, ट्रांसफर कराने जैसे अन्य सुविधाओं को भी इसी सॉफ्टवेयर के तहत लाने की प्रक्रिया चल रही है. अगर कोई व्यक्ति पोस्ट ऑफिस में खाता खोलना चाहता है, लेकिन आधार अपडेट नहीं है तो उसका आधार बायोमेट्रिक के तहत खाता नहीं खुलेगा. ऐसे लोगों से पहले आधार अपडेट करने की अपील की जाएगी.

दूसरे चरण में ग्राहकों को मिलेंगी कई सुविधाएं

डाक विभाग इस पहल के दूसरे चरण में ई-केवाईसी के माध्यम से खाता चालू करने बंद करने या लेनदेन समेत अन्य सुविधाएं शुरू करने का विचार कर रहा है. आने वाले समय में नए ग्राहकों और खाताधारकों के लिए विभाग अन्य तरह की सुविधाएं भी मुहैया कराएगा. पोस्ट ऑफिस पेपेरलेस वर्क के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म की ओर तेजी से बढ़ रहा है. इसी को देखते हुए विभाग ने अपने ग्राहकों को आधार बायोमेट्रिक के जरिए सुविधा देने का फैसला किया है. आने वाले समय में डाकघर में अकाउंट ओपनिंग, ट्रांजैक्शन समेत कई कार्यों के लिए आधार का होना जरूरी होगा.

6 जनवरी से देश के सभी डाकघरों में लागू होगी प्रक्रिया

26 नवंबर 2024 को ईकेवाईसी की प्रक्रिया पायलट प्रोजेक्ट के तहत देश के 12 प्रधान डाकघरों और 2 उप डाकघरों में शुरू की गई थी, लेकिन आज यानी 6 जनवरी से पूरे भारत में लागू हो गई है. देश के सभी डाकघरों में इसके तहत नए सिंगल सेविंग खाते खोले जाएंगे. वहीं, पुराने खाताधारकों को भी eKYC से जोड़ा जाएगा.

महाकुंभ 2025: 9 साल से एक हाथ ऊपर उठाए खड़े हैं महाकाल गिरी बाबा, जानें उनकी अनोखी कहानी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों विश्व के सबसे बड़े धार्मिक मेले महाकुंभ चर्चा का विषय बना हुआ है. इस मेले का नजारा देखने लायक है. आस्था के इस महाकुंभ में देश और दुनिया से साधु संत आ रहे हैं. यहां आने कुछ साधु संत ऐसे भी हैं जो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. इन्हीं में से एक बाबा हैं महाकाल गिरी बाबा जिन्होंने अपने संकल्प को लेकर सुर्खियों में छाए हैं.

महाकाल गिरी बाबा मध्य प्रदेश से महाकुंभ में आकर धुनि रमा रहे हैं. बाबा ने अपने संकल्प के लिए पिछले 9 सालों से अपना एक हाथ ऊपर उठाकर रखा है. बाबा ने गौ रक्षा और धर्म रक्षा के लिए आजीवन संकल्प ले रखा है. खास बात ये है कि 9 सालों से एक बार भी उन्होंने अपने हाथ को नीचे नहीं किया है.

आकर्षण का केंद्र बने बाबा

महाकाल गिरी बाबा अपने इस संकल्प की वजह से हठयोगी बाबा के नाम से भी जाने जाते है. महाकुंभ में ये हठयोगी अब लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बने हुए है. लोग उन्हें देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक महाकाल गिरी बाबा राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं. पिछले दो दशक से भी ज्यादा समय से वो साधु का जीवन व्यतीत कर रहे हैं.

हाथ में लिए भगवान भोलेनाथ की पिंडी

जब वह करीब 10-12 साल के थे तभी उन्होंने अपना घर छोड़ दिया था. इसके बाद वो साधु-संतों के साथ रहने लगे और भगवान की भक्ति में डूब गए. पिछले 9 साल से वो अपना एक हाथ ऊपर उठाकर रखे हैं. उनका कहना है कि वो जिंदगीभर हाथ को ऐसे ही रखेंगे. बाबा जिस हाथ को ऊपर रखें हैं उस हाथ की मुट्ठी में भगवान भोलेनाथ की पिंडी लिए हैं. उनका कहना है कि इस काम में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती, ये सब भगवान की तपस्या और साधना से संभव हुआ है.

9 साल से नहीं काटे नाखून

महाकाल गिरी महाराज का कहना है कि लोक कल्याण के लिए वह ये तप कर रहे हैं. उनकी तपस्या सनातन धर्म के लिए है, जो उनके पिंडदान के साथ ही पूरी होगी. बाबा ने बताया कि जब से उन्होंने हाथ ऊपर उठाया तब से अपने हाथ के नाखून नहीं काटे. उन्होंने बताया कि वह हर बार कुंभ मेले में अपनी मौजूदगी दर्ज कराने आते हैं.