/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs1/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs4/_noavatar_user.gif/home/streetbuzz1/public_html/testnewsapp/system/../storage/avatars/thumbs5/_noavatar_user.gif StreetBuzz हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के अधिकार को रखा बरकरार, पूर्व कुलपति की अपील खारिज, जानिए क्या है मामला cg streetbuzz
हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के अधिकार को रखा बरकरार, पूर्व कुलपति की अपील खारिज, जानिए क्या है मामला

बिलासपुर-     एक मामले में छत्तीसगढ़ विश्वविद्यालय अधिनियम 1973 की धारा 52 को लागू करने के राज्य के अधिकार को हाईकोर्ट ने बरकरार रखा है. मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि असाधारण परिस्थितियों में राज्य शासन को विश्वविद्यालयों के प्रशासन में हस्तक्षेप करने का अधिकार है. इसके साथ ही हाईकोर्ट ने बस्तर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. एनडीआर चंद्रा की अपील खारिज कर दी है. उन्होंने पद से हटाए जाने को लेकर हाईकोर्ट चुनौती दी थी. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा, जस्टिस बिभु दत्ता गुरु की डीबी में हुई.

दरअसल, बस्तर विवि के कुलपति प्रो एन डी आर चंद्रा को प्रशासनिक कदाचार और वित्तीय अनियमितताओं सहित कई आरोप लगे. उन्हें जनवरी 2013 से पद से हटा दिया गया था. राज्य सरकार ने इन आरोपों की जांच के लिए 2015 में एक जांच समिति गठित की. जांच में विवि प्रबंधन में गंभीर खामियां सामने आई. जिसके बाद सितंबर 2016 में चंद्रा को हटाने के लिए अधिसूचना जारी की. इसके खिलाफ कुलपति चंद्रा ने हाई कोर्ट में अपील की. सिंगल बेंच ने उनकी अपील को खारिज कर दी. कुलपति चंद्रा ने सिंगल बेंच के आदेश को डिवीजन बेंच में चुनौती दी थी.

पुलिस एनकाउंटर में मारा गया निगरानी बदमाश अमित जोश, भिलाई गोलीकांड का था मुख्य आरोपी
भिलाई- छत्तीसगढ़ के भिलाई में आज निगरानी गुंडा बदमाश अमित जोश पुलिस एनकाउंटर में मारा गया. निगरानी बदमाश अमित ने पुलिस को देखते ही उन पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की. गोली लगने से बदमाश ढेर हो गया. पूरा मामला भिलाई के कोतवाली थाना क्षेत्र का है. क्राइम डीएसपी ने की इसकी पुष्टि की है।

क्राइम डीएसपी हेम प्रकाश नायक ने बताया, अमित जोश भिलाई के ग्लोब चौक में हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी है. वह बीते कई महीनों से फरार था. पुलिस को उसके भिलाई आने की गुप्त सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस ने तैयारी करते हुए आरोपी की घेराबंदी की.

जयंती स्टेडियम के पीछे जब सिपाहियों ने अमित को घेरा तो उसने दो सिपाहियों पर फायरिंग कर दी, जिसके बाद अतिरिक्त बल बुलाकर आरोपी की घेराबंदी करते हुए जवाबी कार्रवाई की. इस दौरान आरोपी अमित ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई. फायरिंग के दौरान क्राइम डीएसपी हेम प्रकाश नायक की गाड़ी में गोली लगी है.

जानिए गोलीकांड की पूरी कहानी

चार महीने पहले भिलाई में बाइक सवार तीन युवकों पर अमित जोश गैंग ने ग्लोब चौक के पास फायरिंग की थी, जिससे एक घायल हो गया था. पुलिस ने गैंग के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. मुख्य आरोपी अमित जोश फरार चल रहा था, जिसकी तलाश पुलिस कर रही थी.

विश्रामपुर निवासी रमनदीप सिंह वहीं के रहने वाले अपने दोस्त सुनील यादव और आदित्य सिंह से मिलने आया था. दोस्त के आने की खुशी में तीनों ने देर रात तक पार्टी की. इसके बाद बाइक लेकर टाउनशिप की तरफ घूमने निकले थे. वो लोग बाइक में बैठकर शोर मचाते हुए गाली देते हुए निकल रहे थे. इसी दौरान अमित जोश और उसके तीन साथी बाइक से निकले. उन्होंने ग्लोब चौक के आगे रमनदीप की बाइक को रोककर उसके आगे अपनी बाइक लगा दी. इससे पीछे बैठे सुनील और आदित्य काफी घबरा गए. अमित जोश उन लोगों को गाली देने लगा कि तुम लोग उन्हें गाली दे रहे थे. इस पर सुनील और आदित्य ने कहा कि वो आपको गाली नहीं दे रहे थे आपस में बात कर रहे थे. इस दौरान अमित जोश ने उन लोगों को गाली दी तो उन्होंने इसका विरोध किया. इससे अमित और उसके साथी इतने गुस्से में आ गए कि अमित जोश ने पिस्टल निकलकर उस पर फायर कर दी. इससे रमनदीप वहां से भागने लगा.

अमित ने तीन राउंड गोली चलाई. इसमें एक गोली आदित्य के फेफड़े के नीचे लगी और दूसरी सुनील के पेट में. जब अमित और उसके साथी गोली चलाकर चले गए तो रमनदीप दौड़कर आया. उसने दोनों को बाइक में लहूलुहान हालत में चंदूलाल चंद्राकर हॉस्पिल ले गया. वहां डॉक्टरों ने उनका इलाज करने से मना कर दिया. इसके बाद उन दोनों को शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज ले जाया गया. वहां डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी की दोनों को मेकाहारा रायपुर ले जाओ. रमन ने इस दौरान अपने दोस्त विवेक साहू और अन्य को फोन करके बुला लिया. उन लोगों ने एंबुलेंस की और घायलों को मेकाहारा अस्पताल रायपुर में भर्ती कराया था.

दो आरोपी गिरफ्तार, दो चल रहे थे फरार

इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों अंकुर शर्मा और यशवंत नायडू को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं मुख्य आरोपी अमित जोश और उसका एक साथी डॉगी फरार है, पुलिस उनकी तलाश कर रही थी. अमित जोश और उसके साथ गोलीकांड में शामिल तीन अन्य आरोपी भिलाई नगर एरिया में सक्रिय थे. इनका मूल काम बीएसपी क्वार्टर में कब्जा करके उन्हें किराया पर चढ़ाना था. इससे ये लोग काफी अच्छी कमाई कर लेते थे.

CG के लोहारीडीह हत्याकांड मामला: MP हाईकोर्ट ने रिपोस्टमार्टम की दी अनुमति, छत्तीसगढ़ सरकार को सहयोग करने के दिए निर्देश

जबलपुर-    छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के लोहारीडीह में संदिग्ध मौत के मामले में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने बड़ा फैसला लिया है। कोर्ट ने मृतक शिवप्रसाद साहू की बेटी की याचिका पर सुनवाई करते हुए रिपोस्टमार्टम की अनुमति दी है। साथ ही अदालत ने छत्तीसगढ़ सरकार को सहयोग करने के निर्देश दिए हैं। इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस की डबल बैंच में हुई।

दरअसल, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता को मध्यप्रदेश के जूरिडिक्शन में केस फाइल करने की छूट दी थी। याचिकाकर्ता ने रिपोस्टमार्टम की मांग को लेकर एमपी की जबलपुर हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। डिवीजन बेंच ने नाराजगी जताते हुए कब्र खोदकर शव को निकालने और दोबारा पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया। इससे पहले इस मामले को सिंगल बेंच ने खारिज कर दिया था। सिंगल बेंच के निर्णय को चुनौती देते हुए डिवीजन बेंच में याचिका दायर की गई थी।

ये है पूरा मामला

छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के लोहारीडीह में एक सप्ताह के अंदर 3 लोगों की अलग-अलग वजह से जान चली गई। 14 सितंबर की दरमियानी रात शिवप्रसाद साहू की लाश मध्यप्रदेश के बिरसा थाने के क्षेत्र में पेड़ से लटकती मिली थी। शव मिलने के बाद ग्रामीणों ने हत्या के शक पर पूर्व सरपंच रघुनाथ साहू के घर को आग लगा दी, जिससे रघुनाथ साहू की जलने से मौत हो गई। वहीं इस मामले में पुलिस ने 33 महिला समेत 69 ग्रामीणों को हत्या के शक में गिरफ्तार किया था।

इसी बीच 19 सितंबर को हत्या के आरोप में बंद प्रशांत साहू की जेल में मौत हो गई थी। मृतक के बॉडी में गहरे चोट के निशान पाए गए हैं, जिससे ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशांत साहू की मौत पुलिस पिटाई के चलते जेल में मौत हुई है। इसके बाद सरकार ने बड़ा एक्शन लेते हुए कबीरधाम जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ आईपीएस विकास कुमार को निलंबित किया। वहीं रेंगाखार थाने के निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक सहित वहां पदस्थ कुल 23 पुलिसकर्मियों को भी हटा दिया गया। इसके अलावा कबीरधाम एसपी और कलेक्टर पर भी गाज गिरी। दोनों का ट्रांसफर कर दिया गया।

SIT कर रही जांच

लोहारीडीह मामले की जांच को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है। जिले के एएसपी पंकज पटेल के नेतृत्व में सात सदस्यीय टीम गठित की गई है। यह टीम मामले की जांच कर रही है। इस मामले में छत्तीसगढ़ और मध्‍य प्रदेश की पुलिस भी जांच कर रही है। मध्‍य प्रदेश की पुलिस इस मामले में इसलिए जुड़ गई है, क्‍योंकि शिवप्रसाद साहू की लाश एणपी की सीमा पर मिली थी। जिसके चलते मध्‍य प्रदेश की हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हो रही है।

सौम्या चौरसिया को ईओडब्ल्यू ने किया गिरफ्तार, कोर्ट ने 10 दिनों के रिमांड पर सौंपा…

रायपुर-   पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया की मुश्किलें खत्म होती नजर नहीं आ रही है. ताजा घटनाक्रम में ईओडब्ल्यू ने उन्हें को आय से अधिक संपत्ति मामले में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया. ईओडब्ल्यू कोर्ट से 10 दिनों का रिमांड दिया है, जिसकी वजह से अब सौम्या चौरसिया 18 नवंबर तक ACB/EOW की रिमांड पर रहेंगी. 

बता दें कि राज्य की भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी ने 2 जुलाई को निलंबित आईएएस अधिकारियों रानू साहू और समीर विश्नोई के साथ-साथ राज्य सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988/संशोधित अधिनियम, 2018 की संबंधित धाराओं के तहत भ्रष्टाचार के आरोप में तीन नई प्राथमिकी दर्ज की थी.

कोयला लेवी घोटाला मामले में हैं जेल में बंद

इसके पहले कोयला लेवी घोटाले में धनशोधन (मनीलॉंड्रिंग) पहलू की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिसंबर 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया था, मामले में निलंबित आईएएस समीर विश्नोई और निलंबित आईएएस रानू साहू को कोयला लेवी मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था.

मरीज के परिजन से अस्पताल में सफाई कराने का मामला, अस्पताल की स्टाफ नर्स और वार्ड आया निलंबित

रायपुर-     बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर सिविल अस्पताल में एक मरीज के परिजनों से सफाई कराने के मामले को स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने गंभीरता से लिया है। मामले की जानकारी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग बलरामपुर को इसकी जांच करने के निर्देश दिए गए थे। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ने अपनी आरंभिक जांच में ड्यूटी पर उपस्थित स्टाफ नर्स और वार्ड आया को इसके लिए जिम्मेदार माना है।

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी की रिपोर्ट पर बलरामपुर जिले के कलेक्टर ने स्टाफ नर्स अमिता मिंज और वार्ड आया अनीता सिंह को उनके पदीय दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही , अनुशासनहीन और अकर्मण्य मानते हुए निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में दोनों का मुख्यालय जिला अस्पताल बलरामपुर रामानुजगंज किया गया है।

भगवान सहस्त्रबाहु के लोक कल्याण के रास्ते पर आगे बढ़ रही है छत्तीसगढ़ सरकार: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज कोरबा जिले के कटघोरा विकासखंड मुख्यालय में कलार समाज द्वारा आयोजित भगवान सहस्त्रबाहु जयंती कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भगवान सहस्त्रबाहु ने धर्मपरायण राज्य की स्थापना कर लोककल्याणकारी का रास्ता दिखाया,हमारी सरकार भी इन्हीं कल्याणकारी रास्तों पर आगे बढ़ रही है और छत्तीसगढ़ के लोगों के भलाई, सुख समृद्धि के लिए काम कर रही है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर कटघोरा में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को 100 बेड वाले अस्पताल में उन्नयन करने का घोषणा की। उन्होंने कटघोरा अम्बिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग में चकचकवा पहाड़ के पास स्थित चौक को भगवान सहस्त्रबाहु के नाम पर रखने के साथ ही कटघोरा विश्राम गृह के उन्नयन की घोषणा की।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कलार समाज को समृद्ध और शिक्षित समाज बताते हुए कहा कि आज समाज के युवा उच्च पदों पर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित बनाने का संकल्प रखा है। छत्तीसगढ़ भी इस विकसित भारत के मुहिम में शामिल होकर विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इस विकास यात्रा में प्रदेश के अन्य समाजों के योगदान के साथ-साथ कलार समाज का भी महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।

मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि प्रदेश में मोदी की गारंटी को लागू किया जा रहा है। सरकार बनते ही किसानों के धान को 31 सौ रुपये प्रति क्विंटल में खरीदी, 21 क्विंटल प्रति एकड़ के मान से धान की खरीदी, दो साल का बकाया बोनस का भुगतान, तेंदूपत्ता पारिश्रमिक दर को प्रति मानक बोरा 4 हजार रुपए से बढ़ाकर 5,500 रुपए कर दिया गया। प्रदेश की 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना से प्रति माह एक हजार रुपए दिए जा रहे हैं। पीएम आवास के लिए राशि जारी किए जाने के पश्चात आवास का निर्माण भी प्रारंभ हो गया है। रामलला दर्शन योजना से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अच्छी बारिश हुई है और 14 नवम्बर से धान की खरीदी प्रारंभ की जा रही है। इसके लिए बेहतर व्यवस्था बनाई गई है ताकि किसानों को किसी तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कार्यक्रम स्थल पर युवक युवती परिचय सम्मेलन आयोजन के लिए भी समाज प्रमुखों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इससे आज अनेक परिवार आपस मे मिलेंगे एवं नए सम्बंध की शुरुआत करेंगे। साथ ही कार्यक्रम स्थल में पुरस्कृत होने वाले समाज के उत्कृष्ट छात्र छात्राओं को भी बधाई देते हुए भविष्य में समाज के विकास में अपना अमूल्य योगदान देने प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विकास में कलचुरियों का बड़ा योगदान है। यहाँ के शिलालेखों और अन्य पुरातात्विक धरोहरों में कल्चुरी राजाओं के महत्वपूर्ण योगदान का पता चलता है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी बाजपेई ने छत्तीसगढ़ राज्य बनाया। अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में यह राज्य विकास की ओर अग्रसर है।

कार्यक्रम में उद्योग, वाणिज्य एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, नगर पालिका कटघोरा अध्यक्ष रतन मित्तल, समाज के अध्यक्ष रामगोपाल डिक्सेना, पूर्व विधायक विनय जायसवाल, विकास महतो, राजीव सिंह सहित समाज के पदाधिकारी एवं समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

कोरबा में आरक्षक और 2 ASI में झड़प, एक का हाथ तो दूसरे का टूटा दांत, दोनों एएसआई लाइन अटैच

कोरबा-    सिटी कोतवाली में पदस्थ दो सहायक उप निरीक्षक और एक आरक्षक के बीच झड़प हो गई. ASI अश्वनी वर्मा, अजय सिंह और कोर्ट आरक्षक नितेश मिश्रा के बीच यह घटनाक्रम 6 नवंबर की शाम 6 से 7 बजे के बीच हुआ. पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने कोरबा सीएसपी के प्रतिवेदन के आधार पर दोनों एएसआई को लाइन अटैच कर दिया है, जबकि आरक्षक पूर्व से ही लाइन में रहकर न्यायालय कार्य में संलग्न है.

इस घटना को लेकर जो बातें सामने आई हैं उसके मुताबिक थाना के दो मुखबिर और गवाहों को लेकर आरक्षक नितेश मिश्रा व एएसआई अश्वनी वर्मा द्वारा अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करते हुए ASI अजय सिंह के लिए भी भला-बुरा कहा गया था. उक्त बातों की जानकारी होने और समय आने पर गवाहों को दारू-गांजा के मामले में जेल भेजने की बात को लेकर जब ASI अजय सिंह ने आरक्षक से उक्त बात की तस्दीक करना चाहा और ऐसा कहने व करने की वजह पूछी तो आरक्षक ने ऐसी बात कहने वाले के लिए ही गाली-गलौच करना शुरू कर दिया.

जब अजय सिंह ने गलत बात करने से रोका तो उसके साथ हाथापाई पर उतारू हो गया. इसी समय ASI अश्वनी वर्मा के वहां पहुंचने पर उन सभी बातों को लेकर सवाल-जवाब किया गया तो नौबत मारपीट तक आ गई और आरक्षक के अलावा दोनों ASI आपस में ही भिड़ गए. थाना में मौजूद स्टाफ ने इन तीनों को अलग कराया. तब तक घटनाक्रम की सूचना फोन के जरिए एसपी को दी जा चुकी थी, जिसे उन्होंने गंभीरता से लेते हुए सीएसपी भूषण एक्का को जांच के निर्देश दिए.

पुराने विवाद को लेकर हुए घटनाक्रम में तात्कालिक तौर पर जो बातें सामने आई उनके आधार पर पुलिस की छवि धूमिल होती देख दोनों ASI को लाइन अटैच कर दिया गया है. इससे पहले दोनों का डॉक्टरी मुलाहिजा जिला अस्पताल में सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक प्रमोद डडसेना की उपस्थिति में कराया गया. इस मारपीट की घटना में एएसआई अजय सिंह का दांत टूट गया है. वहीं एएसआई अश्वनी का हाथ टूट गया है. इस घटना के बाद पुलिस विभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं इससे पहले भी अश्वनी वर्मा के विवादित मामले आ चुके हैं.

जीएसटी विभाग की बड़ी कार्रवाई, ई-वे बिल के बिना दो ट्रकों में रायपुर पहुंचा समान जब्त, व्यापारियों से पूछताछ जारी

रायपुर-  स्टेट जीएसटी विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. आज जीएसटी विभाग ने राजधानी रायपुर में बिना ई-वे बिल के पहुंचे समान पर कार्रवाई करते हुए दो ट्रक सामान जब्त किया है.

जानकारी के अनुसार, नागपुर से बिना ई-वे बिल के दो ट्रकों में रायपुर लाए गए सामान में मोबाइल एसेसरी, स्पीकर, स्मार्टवॉच और कपड़े की खेप पकड़ी गई है. करीब दो दर्जन कारोबारियों ने यह सामान मंगवाया था, लेकिन जीएसटी नियमों के उल्लंघन के कारण स्टेट जीएसटी विभाग की टीम ने दोनों ट्रकों को जब्त कर लिया और मामले में आगे की कार्रवाई जारी है.

क्रिश्चियन मोर्चा के राष्ट्रीय और प्रदेश प्रभारी सहित 5 पर एफआईआर दर्ज, रजवार समाज को गुमराह कर लिया था भवन
अंबिकापुर-     अंबिकापुर के गांधीनगर थाना क्षेत्र के गंगापुर स्थित रजवार भवन में बीते बुधवार को आयोजित एक क्रिश्चियन समाज के कार्यक्रम को लेकर मामला गरमाया हुआ है. रजवार समाज ने इस कार्यक्रम का विरोध करते हुए आरोप लगाया था कि उन्हें गुमराह करके भवन का उपयोग किया गया है. इसके बाद पुलिस ने क्रिश्चियन मोर्चा के राष्ट्रीय और प्रदेश प्रभारी सहित पांच पर एफआईआर दर्ज कर लिया है. इनमें राष्ट्रीय अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रभारी विलास खरात, राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा के सुनील डोंगरदिवे, प्रदेश प्रभारी अरविंद कच्छप, भारत मुक्ति मोर्चा के ब्लासियूस तिग्गा और रंजीत बड़ा के नाम शामिल हैं.

बता दें, बीते बुधवार को राष्ट्रीय क्रिश्चियन मोर्चा द्वारा गंगापुर के रजवार भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम के दौरान दो समाजों के लोग आमने-सामने आ गए, जिसके बाद पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करा कर कार्यक्रम को बीच में रोक दिया.

वहीं इस मामले को लेकर रजवार समाज के सदस्यों ने गुरुवार को एसपी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मामले की जांच और कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. रजवार समाज की शिकायत में यह भी आरोप लगाया गया कि कार्यक्रम में शामिल कुछ कार्यकर्ताओं ने यातायात पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी. इन वर्दीधारी कार्यकर्ताओं ने रजवार समाज के लोगों के साथ धक्का-मुक्की की और उन्हें धमकाया. पुलिस वर्दी का अनाधिकृत उपयोग करने पर भी आरोप लगाए गए हैं.

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल

इस कार्यक्रम का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो गया है, जिसमें धर्म विशेष को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है. इस वीडियो के कारण सोशल मीडिया पर विरोध के आवाज भी उठने लगे हैं. विशेषकर, एक समाज विशेष पर की गई टिप्पणियों को लेकर स्थानीय समुदाय में आक्रोश बढ़ गया है और आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है. फिलहाल पुलिस इस मामले में 5 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी गई है. अंबिकापुर पुलिस ने इस मामले में पूरी निष्पक्षता से जांच और कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.

भाजपा ने पोस्टर के जरिए भूपेश बघेल पर किया हमला, बैज का पलटवार, कहा- जब भाजपा विफल होती है, तो दूसरों को देती है दोष…

छत्तीसगढ़ भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर किए अपने पोस्ट में पोस्टर जारी किया है, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अपराधियों से साठगांठ का आरोप लगाते हुए लिखा है ‘अपराधियों का आका – ठगेश काका’.

इस पर छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा कि जब भी भाजपा विफल होती है, तो दूसरों को दोष देती है. अपराध रोकने की बात छोड़ दीजिए. वहीं गुरुवार को वैशाली नगर भाजपा विधायक रिकेश सेन के युवक का जबड़ा पकड़ते वायरल वीडियो के हवाले से कहा कि अगर कोई जनता अपने जनप्रतिनिधि के पास जाती है, तो गला पकड़कर दादागिरी करते हैं.