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राज्योत्सव के तीसरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति
रायपुर-    राज्योत्सव के तीसरे दिन समापन समारोह में पवनदीप और अरुणिता ने शानदार गीतों की सुंदर प्रस्तुति दी। इन दोनों ही प्रख्यात गायकों ने एक के बाद एक शानदार गीत गाकर समारोह में समां बांध दिया। मेरी दुआओं से आती है सदा यही, मेरी होके हमेशा ही रहना जैसे गीतों ने वातावरण में तरंग जगा दी। दर्शक अपने पसंदीदा गानों को गाने का आग्रह करते रहे। देर शाम तक कलाकारों ने सुंदर प्रस्तुति कर सबका मन प्रसन्न कर दिया। इसके पहले जादू बस्तर का कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई। इस कार्यक्रम में बस्तर के अनूठे संगीत की प्रस्तुति ने लोगों का दिल जीत लिया। बस्तर ने हमेशा से ही अपने भीतर एक लोकधुन को सहेज कर रखा है जो मीठी है दिल को छू लेने वाली है। आज इन सुंदर लोकधुनों की प्रस्तुति हुई। पूरा वातावरण एक अनूठे स्वरसंसार में डूब गया। लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों को बहुत सराहा और कलाकारों को भरपूर प्रोत्साहित किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ सांस्कृतिक संध्या का आनंद लिया।
जशपुर गोलीकांड खुलासा: जेल में ही रची गई थी ग्राहक सेवा केंद्र में लूट की कहानी, 2 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, 2 अब भी फरार
जशपुर-   जशपुर जिले के बटाईकेला गांव में (SBI ग्राहक सेवा केंद्र) कियोस्क बैंक में लूट और हत्या की सनसनीखेज घटना को पुलिस ने महज 16 घंटे में सुलझाकर एक बड़ी सफलता हासिल की है. मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि कुख्यात आरोपी रवि उरांव समेत एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी सरगर्मी से तलाश जारी है. इस लूट की कहानी आरोपियों ने जेल में ही रची थी, जिसका खुलासा पुलिस ने किया है.

घटना का विवरण

बता दें कि 5 नवंबर को संचू कुमार गुप्ता अपने कियोस्क बैंक में पैसे का लेन-देन कर रहा था, तभी दो आरोपी रवि उरांव और रातू राम बिना नंबर वाली बजाज मोटरसाइकिल से आए. चॉकलेट और पानी खरीदने के बहाने दोनों बैंक के अंदर घुस गए. रवि उरांव ने कट्टा निकाला और संचू से पैसे डालने को कहा. विरोध करने पर उसने कट्टे के बट से संचू के सिर पर वार किया, जिससे वह घायल हो गया. इसी दौरान संचू की दादी उर्मिला बाई बीच-बचाव करने आईं और रवि ने उन पर भी फायर कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद दोनों आरोपी मोटरसाइकिल छोड़कर जंगल की ओर भाग गए.

घटना के बाद पुलिस कार्रवाई में जुटी. इस दौरान घटनास्थल के आसपास नाकेबंदी की और 11 पेट्रोल पंपों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की. वहीं एक पूर्व अपराधी रवि उरांव के बारे में सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई की. पुलिस ने घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल के मालिक से पूछताछ की और इस मामले को सुलझाने का अहम सुराग मिला. मामले में अब तक दो आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है, जबकि कुख्यात आरोपी रवि उरांव समेत एक अन्य आरोपी फरार है, दोनों की तलाश जारी है. इस मामले में थाना कांसाबेल में हत्या, लूट और आर्म्स एक्ट सहित कई धाराओं में अपराध दर्ज किया गया है.

आरोपियों ने जेल में रची लूट की कहानी

लूट और हत्या के मामले में पुलिस जब मुखबीर सूचना पर आरोपी रातु राम के घर पहुंचकर घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया. इस दौरान शुरूआती पूछताछ में तो वह पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करता रहा, परंतु मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर समस्त घटना क्रम स्वीकार करते हुए अपना अपराध स्वीकार किया और बताया कि लूट की तैयारी जशपुर जिला जेल में रहते हुए रवि उरांव और रातु राम ने पहले ही शुरू कर दी थी और दीपावली त्योहार के पहले बटाईकेला जाकर रेकी भी कर ली थी. इस दौरान 5 नवंबर को रवि उरांव और रातु राम ने सुनियोजित तरीके से संचू कुमार गुप्ता के क्योस्क सेंटर (ग्राहक सेवा केंद्र) पर धावा बोल दिया.

आईजी ने की इनाम की घोषणा

आईजी अंकित गर्ग ने इस कार्रवाई में शामिल पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए नगद इनाम की घोषणा की है. पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई की सराहना भी की है. इस कार्रवाई में एसडीओपी बगीचा निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी कुनकुरी विनोद मंडावी, उप पुलिस अधीक्षक विजय राजपूत, निरीक्षक विनित पाण्डेय, निरीक्षक गौरव पांडेय, उप निरीक्षक अषोक यादव सहित अन्य अधिकारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है.

मीटर रीडरों ने की अनिश्चित कालीन हड़ताल, राज्य के हजारों मीटर रीडर के सिर पर बेरोजगार होने का मंडरा रहा खतरा…
दुर्ग-     छत्‍तीसगढ़ की सरकारी पावर कंपनी के मीटर रीडर की समस्या विद्युत वितरण कंपनी लगातार नजरअंदाज कर रहा है. स्मार्ट मीटर लगने के बाद इन सभी मीटर रीडरों के सिर में बेरोजगार होने का खतरा मंडरा रहा है, यही कारण है कि स्‍पाट बिलिंग एवं मीटर रीडिंग श्रमिक 5 दिनों की हड़ताल पर बैठे थे, जो बेनतीजा निकली. अब इसके बाद अब सभी रीडर अनिश्चितकाली हड़ताल पर चले गए हैं. राज्य भर के सभी जिलों में रीडर ने हड़ताल कर दी है.

विद्युत वितरण कंपनी में सालों से लोग मीटर रीडिंग का काम कर रहे है , जिससे लोगों का घर का खर्च चलता है लेकिन अब स्मार्ट मीटर लगने के बाद इन रीडरों की आवश्यकता नहीं रह जाएगी. यही कारण है कि बेरोजगारी के भय से सभी रीडर अपने लिए कंपनी में कोई अन्य काम की मांग कर रहे है, लेकिन अभी तक कंपनी से कोई भी आश्वाशन नहीं मिला है. इस संबंध में आज उन्‍होंने कंपनी के अध्‍यक्ष को इस संबंध में नोटिस दे दी है. अन‍िश्चितकालीन हड़ताल पर जाने से पहले स्‍पाट बिलिंग एवं मीटर रीडिंग श्रमिक ठेका कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को लेकर 5 दिन की हड़ताल किया था.

इस दौरान कंपनी प्रबंधन की तरफ से उनकी मांगों पर कोई ध्‍यान नहीं दिया गया. इसके पहले भी संघ द्वारा कई बार इस विषय को लेकर चर्चा की गई है लेकिन कंपनी को इतने लोगों के बेरोजगार होने की जरा भी चिंता नहीं है. इससे नाराज महासंघ ने 6 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है. इस अनिश्चित हड़ताल होने से नवंबर महीने में रीडिंग का काम नहीं होगा, जिससे उपभोक्ताओं को इस महीने का बिजली बिल नहीं मिलेगा.

आज सौंपा गया है ज्ञापन

आपको बता दें कि पूरे राज्य की राजधानी के अलावा बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बलौदा बाजार, समेत सभी जिलों के एक साथ रीडर हड़ताल पर बैठे हैं. इस संबंध में दुर्ग जिले के धमधा में भी मीटर रीडरों ने अपनी मांग रखते हुए ज्ञापन सौंपा है और अनिश्चित कालीन धरने पर बैठे हैं.
दक्षिण विधानसभा उपचुनाव: प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने बैक टू बैक 2 जनसभाओं को किया संबोधित, कहा- यह चुनाव संकेत देने वाला है
रायपुर-  रायपुर दक्षिण उपचुनाव में प्रचार के लिए राजधानी पहुंचे कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने बैक टू बैक 2 जनसभाओं को संबोधित किया. इसके बाद कांग्रेस भवन में पत्रकारवार्ता को संबोधित भी किया. इस दौरान उन्होंने कई विषयों पर भाजपा सरकार पर निशाना साधा.

छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने आज दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में दो चुनावी सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा. पायलट ने कहा कि रायपुर का उपचुनाव हो या फिर झारखंड, महाराष्ट्र का चुनाव कांग्रेस की जीत होगी. जिस तरह से झारखंड और महाराष्ट्र में प्रधानमंत्री भाषण दे रहे हैं, वो उनकी भाषा के स्तर को प्रकट करता है. उन्होंने कहा, मैं तो खुद दोनों राज्यों में प्रचार कर आया हूं. दावे से कह सकता हूं कि भाजपा की बौखलाहट दिख रही है. उन्होंने कहा कि रायपुर उपचुनाव में युवा कांग्रेस अध्यक्ष को हमने उम्मीदवार बनाया है और यह चुनाव संकेत देने वाला है.

दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस भवन में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए बीजेपी सरकार को निशाना साधा. उन्होंने काटोगे तो बंटोगे वाले बयान पर कहा कि भाजपा का काम समाज में जहर घोलना, नफरत फैलाना और बांटना ही है. कांग्रेस तो पढ़ोगे तो आगे बढ़ोगे कहती है. कांग्रेस ऐसे बयानों को कड़ी निंदा करती है. इस तरफ की राजनीति नहीं होनी चाहिए और न जिम्मेदार पदों में बैठे लोगों की ऐसी भाषा होनी चाहिए.

कांग्रेस को बदनाम करने की आदत

आपराधिक घटनाओं में कांग्रेस के लोगों के शामिल होने के लगाए जा रहे आरोपों के पायलट ने कहा, भाजपा का काम ही कांग्रेस को बदनाम करना है. सरकार भाजपा की है और वो हर मोर्चे पर नाकाम हो रही है, लेकिन बदनाम कांग्रेस को करने में लगी है. भाजपा सरकारों की आदत है कांग्रेस पर दोष मढ़ना, जेल भेजना, प्रताड़ित करना. लेकिन जनता सब देख रही और समझ रही है.

निष्पक्ष चुनाव पर जताई आशंका

रायपुर दक्षिण में निष्पक्ष चुनाव को लेकर पायलट ने आशंका जाहिर की है. उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार मशीनिरी का दुरुपयोग कर सकती है. भाजपा ऐसा करती भी रही है. हालांकि कांग्रेस के कार्यकर्ता हर बूथ में मजबूती के साथ डटे हैं, फिर भी सरकार उनकी है तो वो कुछ भी कर सकते हैं, इससे इंकार नहीं किया जा सकता.

महिला स्वराज शक्ति अभियान का शुभारंभ

इसके अलावा प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने कांग्रेस का महिला स्वराज ‘शक्ति अभियान’ का शुभारंभ किया. इस मौके पर सचिन पायलट ने पत्रकारों से चर्चा में कहा कि आधी आबादी को पूरा हक देने का उद्देश्य कांग्रेस का है. इसी के तहत हम महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी राजनीति में चाहते हैं. पंचयात से लेकर संसद तक उनका प्रतिनिधित्व ज्यादा हो. शिक्षित और प्रशिक्षित होकर वो उच्च पदों पर पहुंचे.

देशभर में दूसरे नंबर पर ट्रेंड कर रहा छत्तीसगढ़ का राज्योत्सव

रायपुर-     सोशल मीडिया एप एक्स पर आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव-2024 देशभर में दूसरे नंबर पर ट्रेंड करता रहा है। तीन दिवसीय इस राज्योत्सव का भव्य आयोजन 4 नवम्बर से 6 नवम्बर तक राज्योत्सव स्थल, नया रायपुर अटल नगर में किया गया, जहां देश के सुप्रसिद्ध कलाकारों ने छत्तीसगढ़ आकर अपनी प्रस्तुतियां दे रहे हैं। भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह की मौजूदगी में समापन अवसर पर राज्य अलंकरण पुरस्कार भी दिए गए ।

राज्योत्सव में हुई सभी प्रस्तुतियों की लाइव स्ट्रीमिंग देश-विदेश के लोगों ने देखा और बढ़-चढ़कर राज्योसव के सभी कार्यक्रमों का हिस्सा भी बने। आज देशभर में दिन भर सोशल मीडिया एप एक्स पर छत्तीसगढ़ राज्योत्सव-2024 ट्रेंड करता रहा।

गौरतलब है कि आज राज्य अलंकरण समारोह एवं राज्योत्सव के समापन अवसर पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्य आतिथ्य शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यपाल रमेन डेका ने की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। वहीं राज्य स्थापना दिवस का उद्घाटन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया गया था।

राज्योत्सव 2024: नवीन औद्योगिक नीति से सँवरेगा छत्तीसगढ़

रायपुर-     नवा रायपुर अटल नगर स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी उद्योग एवं व्यापार परिसर में छत्तीसगढ़ राज्योत्सव का आज तीसरा एवं अंतिम दिन है। पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद 24 वर्षों की इस अल्पायु में ही छत्तीसगढ़ ने नवीन औद्योगिक विकास नीतियों के माध्यम से विकास के कई नए आयाम गढ़े हैं।

यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ राज्य में ’अमृतकालः छत्तीसगढ़ विजन / 2047’ के नवीन औद्योगिक विकास नीति 2024-30 जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना का शुभारम्भ हो चुका है।

1 नवंबर, 2024 से प्रारंभ होकर 31 मार्च 2030 तक छत्तीसगढ़ राज्य में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से नवीन उद्योग नीतियों को लागू कर एक छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने की दिशा में अग्रसर है।

इस नवीन एवं महत्वपूर्ण नीति का लक्ष्य समग्र औद्योगिक विकास के माध्यम से रोजगार सृजन एवं अग्रणी औद्योगिक राज्य की परिकल्पना को साकार करना है। साथ ही वृहद उद्यमों के माध्यम से पब्लिक एवं प्राइवेट सेक्टर हेतु प्रोत्साहन देना है।

छत्तीसगढ़ देश के लिए एक मिसाल, यहां विकास के नये कीर्तिमान बन रहे - उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़

रायपुर-      छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित तीन दिवसीय राज्योत्सव के समापन तथा राज्य अलंकरण समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि विकसित भारत के निर्माण के लिए सबकी भागीदारी की जरूरत है। इसमें छत्तीसगढ़ का योगदान बढ़चढ़कर होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश के लिए एक मिसाल, यहां मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में विकास के नये कीर्तिमान बन रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने राज्य अलंकरण से सम्मानित सभी विभूतियों कोे बधाई देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के 36 सम्मान, जिन्हें देखकर मुझे ऊर्जा मिली है।

उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि जब शताब्दी ने पलटी खाई तो छत्तीसगढ़ का उदय हुआ, ये यात्रा यहां तक आ गई है। इसके लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूँ, छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया, पुरानी कहावत है आज भी कानों में गूंजती है। आप सभी इस कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। इस समारोह में आकर मेरा मन गौरव से भर गया है। छत्तीसगढ़ की पावन धरती समृद्ध सांस्कृतिक जीवन का दस्तावेज है। राष्ट्र के प्रति समर्पण और भारतीयता हमारी पहचान है। वर्ष 2000 में इस राज्य को विशिष्ट पहचान मिली। पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को इस अवसर पर याद न करें तो बड़ी चूक होगी। उनकी याद सदैव आती है। राष्ट्रहित पर वे हमेशा अटल और मानवीय भावनाएं के विषय में बहुत कोमल थे। राजनीति में उन्होंने ऐसी सर्जरी की कि किसी को पीड़ा नहीं हुई और तीन राज्य बनाए, मैं उन्हें नमन करता हूँ। आपने पड़ोसी राज्य के मुख्यमंत्री को बुलाकर एक बड़ा मापदंड हासिल किया, इसके लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बधाई के पात्र हैं। अटल जी ने जो कारीगरी की, उसमें कोई दर्द नहीं था। भाई चारा था। अगले साल छत्तीसगढ़ अपने स्वर्ण युग में प्रवेश करेगा इसका सुखद समन्वय भारत के अमृत काल के साथ हो रहा है। हमें अपनी गौरवमयी विरासत को नहीं भूलना चाहिए। यह मौका है हमारे महापुरुषों को याद करने का। आज जब हम अमृतकाल मना रहे हैं। मुझे और आपको गर्व है कि जिन लोगों ने अपना बलिदान किया, उन्हें दूर दूर जाकर हम उन्हें नमन कर रहे हैं। उनके समक्ष नतमस्तक हो रहे हैं। भगवान बिरसा मुंडा, शहीद वीरनारायण सिंह जैसे लोगों ने विषम हालात में स्वतंत्रता की ज्योति को जलाये रखा, हम उन्हें हमेशा स्मरण करते हैं और इसके लिए जनजातीय दिवस मना रहे हैं। इन महापुरुषों ने निःस्वार्थ भाव से समाज की सेवा की। इस मौके पर आपको मैं चिंतन और मंथन के लिए भी आग्रह करूंगा। सेवा निःस्वार्थ होना चाहिए, इसमें कोई स्वार्थ नहीं होना चाहिए। निःस्वार्थ सेवा के नाम पर या आड़ पर हमारी श्रद्धा को परिवर्तन करने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी संस्कृति हजारों साल पुरानी है उस पर प्रहार किया जा रहा है। इस पर हमें सजग होना चाहिए। यह धनबल के आधार पर हो रहा है। भोलेपन के आधार पर हो रहा है। भारत की आत्मा को जीवंत रखने के लिए ऐसी ताकतों को कुचलने की आवश्यकता है। आपसे आग्रह है कि इनसे सचेत रहिये। इन प्रयत्नों में खासतौर पर हमारे आदिवासियों भाइयों को निशाना बनाया जाता है। हमारे भारत की संस्कृति सबको समेटने वाली संस्कृति है। इस विशेषता को बरकरार रखना है। इस राज्य के युवाओं के लिए एक और चिंता का कारण है जिस पर यह सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने नक्सलवाद से लड़ने का काम किया है। सरकार की सकारात्मक नीतियों की वजह से युवाओं को अनेक अवसर मिल रहे हैं। राज्य की गति और देश की प्रगति में बड़ा जुड़ाव है। राज्य की प्रगति और देश की प्रगति एक दूसरे की पूरक है। भारत की विकास यात्रा ने दुनिया को चमत्कृत कर दिया है। दुनिया हमारी तकनीकी प्रगति को देखकर दांतों तले उंगली दबा रही है। मेरे मन में शंका नहीं है कि छत्तीसगढ़ का देश की प्रगति में बड़ा योगदान रहेगा। छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक संपदा बेहद समृद्ध है। इस राज्य में अनेक संभावनाएं हैं। इस ओर ध्यान दिया जा रहा है। नतीजे भी अच्छे आ रहे हैं। यहां की खनिज संपदा जैसे बस्तर का लौह अयस्क, कोरबा का कोयला भारत के औद्योगिक विकास की प्राणवायु है। इस भूमि को धान का कटोरा कहा जाता है। यह राष्ट्र के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। एक बात मैं जरूर ध्यान दूंगा और आपसे भी आग्रह करूंगा कि राज्य का हित राष्ट्रीय दृष्टिकोण से देखना होगा, राज्य का हित राष्ट्र के हित से अलग नहीं है। प्रदेश के निरंतर विकास के लिए मैं मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बधाई देना चाहता हूँ।

संविधान दिवस ज्यादा समय दूर नहीं है। आज के नवयुवकों को याद दिलाना चाहूंगा। संविधान हमारी महत्वपूर्ण आधारशिला है इस पर हमारा भविष्य टिका है। संविधान दिवस हर वर्ष 26 नवंबर को मनाया जाता है। हर नागरिक को संविधान की अहमियत का एहसास होना चाहिए। इसके आदर्शों का पालन हमारी जिम्मेदारी है। संविधान से खिलवाड़ के हर प्रयास को कुंठित करना चाहिए। आपातकाल देश का काला क्षण था। 21 महीनों तक अधिकारों पर विराम लग गया। हालात इतने भयावह थे कि प्रजातांत्रिक मूल्य नजर तक नहीं आ रहे थे। लाखों लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डाल दिया गया था। इस भयावह कालखंड की जानकारी आज की पीढ़ी को होनी चाहिए।

इस राज्य में आईआईटी है। आईआईएम है। जिस पेशे से मैं जुड़ा हूँ उससे भी जुड़ा हुआ विश्वविद्यालय है जो बहुत प्रतिष्ठित है। राज्य का युवा, महिला एवं हर वर्ग अपना योगदान दे सके, अपना उज्ज्वल भविष्य बना सके, ऐसी नीतियां छत्तीसगढ़ में तैयार हो रही है। यहां प्रशासनिक पारदर्शिता आई है। समाज के हर वर्ग को सशक्त करने का प्रयास हुआ है। राज्य ने हाल ही में एक उद्योग नीति बनाई है इससे नवयुवकों की आशाएं फलीभूत होंगी। केंद्र और राज्य ने युवाओं के लिए इतनी योजनाएं शुरू की हैं कि युवा अपने उद्यम से अन्य लोगों को भी लाभ दे सकते हैं।

इस मौके पर राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि मैं असम प्रदेश से आता हूं। यह हरा-भरा प्रदेश है। छत्तीसगढ़ और असम राज्य में कई समानताएं हैं। छत्तीसगढ़ का 44 प्रतिशत हिस्सा वनों से घिरा हुआ है। दोनों ही राज्य प्राकृतिक सम्पदा से भरपूर राज्य है। प्रकृति के साथ संतुलन बनाए रखते हुए छत्तीसगढ़ को विकास के पथ पर सतत् आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की स्थापना के 24 वर्षाे में हमने शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य और कई अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है। एक युवा राज्य के रूप में हमारा उद्देश्य सिर्फ आर्थिक विकास नहीं बल्कि समग्र विकास है जिसमे हर नागरिक का उत्थान हो सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकसित भारत 2047 की संकल्पना को हम सबको साकार करना है। इसमे हर नागरिक, हर युवा पूरे उत्साह से योगदान देगा। प्रदेश के विकास में महिलाओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई योजनाएं प्रारंभ की गई है। महिलाओं को समाज में सम्मान जनक स्थान दिलाने के लिए महतारी वंदन योजना जैसी अभिनव योजनाएं संचालित हो रही हैं।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने अपने संबोधन की शुरुआत अलंकृत हो रही सम्मानित विभूतियों को बधाई देते हुए की। उन्होंने कहा कि आज अलंकृत हो रही विभूतियों में नारायणपुर के बुटलू राम माथरा जी भी हैं। उनकी सराहना ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री ने भी की थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्योत्सव 03 करोड़ छत्तीसगढ़ियों की एकता और अखण्डता का प्रतीक है। पिछले 2 दिनों में हम लोगों ने 24 वर्षों की यात्रा के दौरान छत्तीसगढ़ को मिली उपलब्धियों का जश्न मनाया, लेकिन आज का यह अवसर अपनी आगे की यात्रा के बारे में बात करने का अवसर है, विकास की नई ऊंचाईयों को छूने का संकल्प लेने का अवसर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले साल हम लोग राज्य स्थापना की रजत जयंती मनाएंगे, उसके आगे की यात्रा राज्य के स्वर्णिम भविष्य के साथ स्वर्ण जयंती की ओर आगे बढ़ने की यात्रा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी माताएं-बहनें भावी विकास के लिए हमारी ताकत हैं। हमारी महतारी वंदन योजना के फलस्वरूप प्रदेश की माताएं और बहनें आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त हो रही हैं। महिला सशक्तिकरण से ही हम प्रदेश का सशक्तिकरण कर पाएंगे।

उन्होंने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों में शांति स्थापित करते हुए लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ की पुण्य भूमि में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। माओवाद के खिलाफ कड़ाई के साथ लड़ रहे हैं। राज्य में माओवाद अब अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर क्षेत्र के युवाओं को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने, बस्तर की खेल प्रतिभाओं को सामने लाने के उद्देश्य से हम बस्तर ओलंपिक का आयोजन कर रहे हैं।प्रदेश के किसानों, आदिवासियों, मजदूरों, महिलाओं, युवाओं सहित समस्त नागरिकों से अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक उन्नति में भागीदार बनें। आप सभी के प्रयासों से विकसित छत्तीसगढ़ के सपनों को साकार करेंगे।

इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री साय ने लोककलाकारों को प्रोत्साहित करने महत्वपूर्ण घोषणा भी की। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोक कलाकरों को प्रोत्साहित करने तथा लोक संस्कृति का देश विदेश में प्रचार-प्रसार करने के उद्देश्य से बनाए गए ‘‘छत्तीसगढ़ कलाकार पंजीयन भुगतान नियम 2021’’ के संबंध में कला, संगीत, नृत्य, नाट्य एवं गायन के क्षेत्र में राज्य अलंकरण प्राप्त कलाकारों के लिए एक विशिष्ट ग्रेड ‘ए1’ निर्धारित करने की घोषणा की।

साथ ही समस्त ‘‘ए’’ श्रेणी के कलाकारों की अधिकतम कार्यक्रम स्वीकृति सीमा को 10 से बढ़ाकर 20 किया जाता है तथा ‘‘बी’’ श्रेणी कलाकारों की अधिकतम सीमा 12 को बढ़ाकर 24 करने की घोषणा की। साथ ही ग्रेड निर्धारण समिति की प्रत्येक बैठक में अधिकतम 3 प्रतिष्ठित कला विशेषज्ञों को अशासकीय सदस्य के रूप में सम्मिलित करने की घोषणा की।

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह ने भी समारोह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा से लेकर कौशल उन्नयन तक हर क्षेत्र में छत्तीसगढ़ में बढ़िया काम हमने किया। छत्तीसगढ़ कभी पलायन के लिए जाना जाता था। एक रुपए किलो चावल आने के बाद छत्तीसगढ़ से पलायन का काम रूका। अब यहां आईआईटी भी हैं आईआईएम भी हैं। 14 मेडिकल कालेज भी है। उन्होंने इस अवसर पर सभी नागरिकों को राज्य स्थापना दिवस की बधाई भी दी।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानंद एवं अन्य अधिकारी तथा गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

अबूझमाड़ के बच्चों के मलखंभ का अद्भुत प्रदर्शन देख इतने गदगद हुए उपराष्ट्रपति कि मंच पर वापस चढ़कर बच्चे को उठा लिया गोद में
रायपुर-      अबूझमाड़ के बच्चों ने राज्योत्सव में आज अपने मलखंभ का ऐसा शानदार प्रदर्शन किया कि कार्यक्रम देख रहे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पुनः मंच पर जाकर टीम के सबसे छोटे बच्चे को गोद में उठा लिया। उपराष्ट्रपति ने बच्चों को इस प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए कहा कि आप सभी को दिल्ली घुमाने ले जाएंगे, वहां आपको संसद भवन, वार मेमोरियल, पीएम संग्रहालय दिखायेंगे। साथ ही उन्होंने संसद टीव्ही में साक्षात्कार कराने की बात भी कही। उपराष्ट्रपति के स्नेह से बच्चे भी अभिभूत हो गए। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए बहुत खुशी का क्षण है कि हम दिल्ली जाकर देश के भव्य स्मारकों को देखेंगे।
लोगों को लुभा रही है क्रिटिकल एवं स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की प्रदर्शनी, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खनिज विभाग की प्रदर्शनी का किया अवलोकन

रायपुर-       छत्तीसगढ़ में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण और सामरिक महत्व के खनिजों की आकर्षक प्रदर्शनी नवा रायपुर अटल स्थित राज्योत्सव मेला ग्राउंड में लगाई गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 5 नवंबर को प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में सामरिक महत्व के खनिजों की प्रदर्शनी के साथ ही इसके महत्व और उपयोग की जानकारी भी प्रदर्शित की गई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव एवं खनिज विभाग के सचिव पी. दयानंद और खनिज विभाग के संचालक सुनील जैन भी उनके साथ थे।

खनिज विभाग के स्टॉल में आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने में, छत्तीसगढ़ प्रदेश में उपलब्ध महत्वपूर्ण एवं सामरिक महत्व के खनिजों के योगदान को दर्शाया गया है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विकसित भारत और विकसित छत्तीसगढ़ के लिए क्रिटिकल एवं स्ट्रैटेजिक मिनरल्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। इन मिनरल्स में लिथियम, टाईटेनियम, निकल ग्रेफाईट, ग्लुकोनाईट, टिन आदि शामिल है, इन मिनरल्स का उपयोग रक्षा, उर्जा, संचार, अतरिक्ष और परमाणु उद्योगों में किया जाता है। जो देश की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए अति महत्वपूर्ण है।

खनिज विभाग द्वारा वर्ष 2024-25 में 39 मुख्य खनिज ब्लॉकों का ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन की योजना है। देश में महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉको का ई-नीलामी के माध्यम से सफलतापूर्वक आबंटन हेतु खनिज विभाग द्वारा किये गये प्रयास एवं उत्कृष्ट उपलब्धियों को भारत सरकार द्वारा 02 राष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा गया है।

खनिज विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार के किटिकल एवं स्ट्रेटजिक मिनरल्स के 07 ब्लॉकों की नीलामी की जा चुकी है। छत्तीसगढ़ राज्य देश का प्रथम राज्य है, जहाँ लिथियम मिनरल्स का जिला कोरबा स्थित कटघोरा लिथियम ब्लॉक की ई-नीलामी के माध्यम से आबंटन किया गया। है। इन मिनरल्स की खनम् और प्रसस्करण का छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान रहेगा और देश की प्रमुख खनिज उत्पादक राज्यों में छत्तसगढ़ एक महत्वपूर्ण राज्य होगा।

वर्ष 2015 में भारत सरकार द्वारा खनिज अधिनियमों एवं नियमों में किये गये व्यापक बदलाव के फलस्वरूप खनिज ब्लॉकों का ईनीलामी के माध्यम से आबंटन का मार्ग प्रशस्त हुआ है जिसके फलस्वरूप अब तक राज्य में कुल 37 मुख्य खनिज ब्लाकों को सफलतापूर्वक नीलाम किया गया है। सफलतापूर्वक आबंटित इन ब्लॉकों में से लौह अयस्क, चूनापत्थर एवं बाक्साईट जैसे बल्क खनिजों के अलावा क्रिटिकल, स्ट्रेटजिक एवं डीपसीटेड मिनरल्स जैसे ग्रेफाईट, ग्लूकोनाईट, निकल क्रोमियम पीजीई एवं गोल्ड के 09 खनिज ब्लॉक्स का सफलतापूर्वक आबंटन किया गया है।

छत्तीसगढ़, देश में पहला राज्य है जहां सर्वप्रथम चूनापत्थर खनिज ब्लॉक का आबंटन ई-नीलामी के माध्यम से किया गया एवं इसी प्रकार देश में पहला लीथियम ब्लॉक का आबंटन भी छत्तीसगढ़ में हुआ है। प्रदेश में नीलामी के माध्यम से अब तक आबंटित 37 मुख्य खनिज ब्लॉकों से राज्य को रायल्टी, डीएमएफ एवं एनएमईटी के अतिरिक्त, खदान अवधि में, लगभग एक लाख 25 हजार करोड़ से अधिक की राशि बतौर ऑक्शन प्रीमियम प्राप्त होगा।

छत्तीसगढ राज्योत्सव-2024: उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने छत्तीसगढ़ के 36 अलंकरण से विभूतियों एवं संस्थाओं को किया सम्मानित

रायपुर-       उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड ने आज छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के राज्य अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ के 36 अलंकरण से विभिन्न क्षेत्रों से उत्कृष्ट योगदान देने वाले 37 विभूतियों एवं 4 संस्थाओं को सम्मानित किया। राज्यपाल रमेन डेका ने समारोह की अध्यक्षता की। अति विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह उपस्थित रहे।

राजधानी नवा रायपुर में राज्योत्सव के तीसरे दिन राज्य की महान विभूतियों के नाम से अलंकरण प्रदान करने समारोह का आयोजन किया गया। राज्य अलंकरण समारोह में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासी पिछड़ा वर्ग के उत्थान के लिए शहीद वीरनारायण सिंह पुरस्कार बुटलू राम माथरा को प्रदान किया। इसी प्रकार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा दिया जाने वाला अहिंसा एवं गौ-रक्षा के क्षेत्र में यति यतनलाल सम्मान मनोहर गौशाला खैरागढ़, खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए गुण्डाधूर सम्मान छोटी मेहरा, खेल (तीरंदाजी) के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए महाराजा प्रवीरचंद भंजदेव सम्मान विकास कुमार को प्रदान किया गया। इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा महिला उत्थान के क्षेत्र में मिनीमाता सम्मान के लिए सतनामी महिला समिति कोहका जिला दुर्ग को, महिलाओं में वीरता, शौर्य, साहस तथा आत्मबल को सशक्त बनाने के लिए वीरांगना रानी अवंतिबाई लोधी स्मृति पुरस्कार अदिती कश्यप और महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष, नारी उत्थान के लिए माता बहादुर कलारिन सम्मान कुमारी चित्ररेखा सिन्हा, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा सामाजिक चेतना और दलित उत्थान के क्षेत्र में गुरू घासीदास सम्मान राजेन्द्र रंगीला (गिलहरे), सहकारिता विभाग द्वारा सहकारिता के क्षेत्र में ठाकुर प्यारेलाल सम्मान शशिकांत द्विवेदी को प्रदान किया गया।

सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पंडित रविशंकर शुक्ल सम्मान अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम जशपुरनगर, जिला जशपुर, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पंडित सुन्दरलाल शर्मा सम्मान डॉ. सत्यभामा आडिल, संस्कृति विभाग द्वारा संगीत एवं कला के क्षेत्र में चक्रधर सम्मान पं. श्री सुधाकर रामभाऊ शेवलीकर को प्रदान उप राष्ट्रपति श्री धनखड़ ने प्रदान किया। संस्कृति विभाग द्वारा लोककला एवं शिल्प के क्षेत्र में दिया जाने वाला दाऊ मंदराजी सम्मान पंडीराम मंडावी को प्रदान किया गया। संस्कृति विभाग द्वारा ही छत्तीसगढ़ी लोकगीत के लिए लक्ष्मण मस्तुरिया सम्मान निर्मला ठाकुर (बेलचंदन) और छत्तीसगढ़ी लोक संगीत के लिए खुमान साव सम्मान दुष्यंत कुमार हरमुख, कृषि विभाग द्वारा कृषि के क्षेत्र में डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान संयुक्त रूप से शिवकुमार चंद्रवंशी और खेमराज पटेल को प्रदान किया गया। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा सामाजिक समरसता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए महाराजा अग्रसेन सम्मान सियाराम अग्रवाल, समाज कल्याण विभाग द्वारा दानशीलता, सौहार्द्र एवं अनुकरणीय सहायता के क्षेत्र में दानवीर भामाशाह सम्मान सुभाष चंद अग्रवाल, मत्स्य विभाग द्वारा मछली पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए बिलासाबाई केंवटीन मत्स्य विकास पुरस्कार विनोद दास को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।

आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा आदिवासियों की सेवा और उत्थान के क्षेत्र में दिया जाने वाला भंवर सिंह पोर्ते सम्मान छत्तीसगढ़ आदिवासी कल्याण संस्थान अनुपम नगर रायपुर को प्रदान किया गया। श्रम विभाग द्वारा श्रम के क्षेत्र में महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव पुरस्कार संयुक्त रूप से सुरेन्द्र कुमार राठौर, शोभा सिंह एवं ललित कुमार नायक को प्रदान किया गया। गृह (पुलिस) विभाग द्वारा अपराध अनुसंधान क्षेत्र में पंडित लखन लाल मिश्र सम्मान रामनरेयश यादव, ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर क्षेत्र में बिसाहूदास महंत पुरस्कार संयुक्त रूप से पन्नालाल देवांगन और बहोरी लाल देवांगन को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदाय किया। ग्रामोद्योग विभाग द्वारा बुनकर के क्षेत्र में राजराजेश्वरी करूणामाता हाथकरघा प्रोत्साहन पुरस्कार संयुक्त रूप से सत्यनारायण देवांगन एवं अरूण मेहर को प्रदान किया गया।

संस्कृति विभाग द्वारा प्रदर्शनकारी लोककला क्षेत्र में देवदास बंजारे स्मृति पुरस्कार भगत गुलेरी, संस्कृति विभाग द्वारा लोक शैली पंथी नृत्य प्रदर्शनकारी कला क्षेत्र में देवदास स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कार साधे लाल रात्रे, संस्कृति विभाग द्वारा हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में रचनात्मक लेखन, निर्देशन, अभिनय, पटकथा, निर्माण के क्षेत्र में किशोर साहू सम्मान प्रकाश अवस्थी, संस्कृति विभाग द्वारा ही हिन्दी-छत्तीसगढ़ी सिनेमा में निर्देशन के लिए दिया जाने वाला किशोर साहू राष्ट्रीय अलंकरण सतीश जैन को प्रदान किया गया।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा तथा शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए धनवन्तरि सम्मान डॉ. मनोहर लाल लहेजा को प्रदान किया गया। विधि एवं विधायी विभाग द्वारा विधि के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान संयुक्त रूप से सुरेन्द्र तिवारी और प्रकाश चंद्र पंत को, संस्कृति विभाग द्वारा देश के बाहर सामाजिक कल्याण, मानव संसाधन विकास, कला, साहित्य अथवा आर्थिक योगदान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए छत्तीसगढ़ अप्रवासी भारतीय सम्मान आनंद कुमार पांडे, संस्कृति विभाग द्वारा साहित्य, आंचलिक साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार डॉ. पीसी लाल यादव को उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने प्रदान किया।

जनसंपर्क विभाग द्वारा पत्रकरिता प्रिंट मीडिया हिन्दी के क्षेत्र में चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार भोलाराम सिन्हा, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (हिन्दी) के क्षेत्र में मोहन तिवारी, प्रिंट मीडिया (अंग्रेजी) के क्षेत्र में मधुकर खेर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार मुकेश एस. सिंह, रचनात्मक लेखन और हिन्दी भाषा क्षेत्र में प्रदाय किए जाने वाले पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मकता सम्मान अतुल जैन को प्रदान किया गया।