जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर सीएम नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय बैठक की, अधिकारियों को दिए यह सख्त निर्देश
डेस्क : बिहार में एकबार फिर जहरीली शराब के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत का मामला सामने आया है। प्रदेश के सीवान और सारण जिले में पिछले 48 घंटों के दौरान जहरीली शराब कम से कम 27 लोगों की मौत की खबर है। वहीं दर्जनों लोगों के अभी भी बीमार हालत में अस्पताल में दाखिल होने की बातें सामने आई हैं।
इधर इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गुरुवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। समीक्षा के पश्चात् मुख्यमंत्री ने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव को निर्देश दिया कि वे घटनास्थल पर जाकर पूरी स्थिति की जानकारी लेकर सभी बिन्दुओं पर सघन जांच करें। मुख्यमंत्री ने ए०डी०जी० (प्रोहिबिशन) की पूरी टीम को घटनास्थल पर जाकर उसकी सघन जांच कर इस कांड में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि पूरे घटनाक्रम की अपने स्तर से लगातार मॉनीटरिंग करते रहें और इस घटना के लिये जो भी दोषी हों उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने राज्य के लोगों से अपील करते हुये कहा कि शराब पीना बुरी बात है, यह लोगों को समझना चाहिये। शराब पीने से न सिर्फ स्वास्थ्य खराब होता है बल्कि परिवार और समाज में अशांति का माहौल भी उत्पन्न होता है। राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू है। इसका सभी लोग पालन कर रहे हैं। कुछ असमाजिक तत्व समाज में अशांति पैदा करना चाहते हैं, उनसे लोग सतर्क रहें।
गौरतलब है कि छपरा और सिवान के 16 गांवों में जहरीली शराब का कहर टूटा है। दावा किया गया है कि भगवानपुर हाट मेले में बेची गई स्प्रिट से बनी शराब को पीकर लोग बीमार हुए। वहीं दो गांवों में मछली पार्टी भी हुई ओर लोगों ने शराब भी पी। बाद में बुधवार को कई लोगों की तबीयत बिगड़ी और मीडिया रिपोर्ट में 27 लोगों ने अब तक दम तोड़ दिया है। वहीं 19 लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। कई लोगों की आंखों की रौशनी चली गई है। घटना के बाद छपरा के मशरक थानाध्यक्ष सहित 5 पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है।
Oct 17 2024, 14:16