नवादा:महादलित टोला में आगजनी, कई घर जले, भूमि विवाद की बात आ रही सामने, फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर पाया काबू, डीएम-एसपी ने ली हालात की जानकारी
नवादा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर गांव के महादलित टोला कृष्णा नगर में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया । आगजनी में करीब दो दर्जन घरों को क्षति पहुंची है। कुछ मवेशियों के जलने की भी सूचना है। घटना बुधवार देर रात की बताई जा रही है। इसके पीछे दलित-महादलित परिवारों के बीच भूमि का विवाद सामने आ रहा है।
सूचना के बाद डीएम आशुतोष कुमार वर्मा, एसपी अभिनव धीमान सहित जिला प्रशासन के तमाम आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। दमकल के सहारे आग पर काबू पाया गया। डीएम-एसपी ने 20 से अधिक घरों को क्षति पहुंचने की बात कही है। डीएम ने कहा कि भूमि विवाद का मामला है। दो पक्षों के बीच टाइटिल भी चल रहा है। घटना स्थल पर सदर एसडीओ अखिलेश कुमार और एसडीपीओ सदर-1 अनोज कुमार तथा मुफस्सिल थाना की पुलिस के साथ पुलिस लाइन से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाकर तैनात कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि फिलहाल मजिस्ट्रेट और पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है। स्थिति सामान्य होने तक तैनाती जारी रहेगी। एसपी के अनुसार अबतक 10 लोगों की गिरफ्तारी की गई है।
अबतक जो जानकारी सामने आई है उसमे यह बताया जा रहा है कि कृष्णा नगर के पडो़स के गांव प्राणपुर के लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। घटना के पीछे भूमि विवाद है। पीड़ित पक्ष और आरोपित पक्ष दलित- महादलित वर्ग के बताए जा रहे हैं। आसपास के जानकार ने बताया कि खूरी नदी के तट पर महादलित समाज से आने वाले मांझी और रविदास समाज के दर्जनों लोग अपना झोपड़ी बनाकर पिछले कई वर्षों से निवास कर रहे थे। इस भूमि पर प्राण बिगहा गांव के दलित समाज के ही नंदू पासवान अपना दावा करते आ रहे थे।
वैसे कुछ लोगों का कहना है कि यह भूमि बिहार सरकार की है। वहीं कुछ लोगों का यह भी दावा है कि भूमि किसी मुस्लिम परिवार का है।कई बार भूमि का सौदा करने का प्रयास हुआ। लेकिन, विवादित होने के कारण साफ-सुथरे लोग खरीदने को आगे नहीं आ रहे थे। उक्त भूमि अब काफी मंहगी हो गई है। इस बीच आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि नंदू पासवान और उसके सहयोगियों जिसमें अन्य वर्ग के लोग भी हैं, वही लोगो ने आगजनी भी की और कई राउंड फायरिंग भी की।
कुछ लोगों के साथ मारपीट की बात सामने आ रही है। वैसे, एसपी ने कहा है कि फायरिंग के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। अब पुलिस-प्रशासन इस मामले को काफी गंभीरता से ली है। जिनके भी नाम सामने आ रहे हैं, उनकी धरपकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। जिन 10 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, उनसे पूछताछ की जा रही है। फिलहाल, पीड़ित परिवारों में काफी आक्रोश है। अधिकारी हालात को सामान्य बनाने में जुटे हैं।
नवादा से राकेश कुमार चंदन की रिपोर्ट !
Sep 19 2024, 17:12