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रेल कर्मी ने पत्नी संग फंदे से लटक कर दी जान, घर में मिला सुसाइड नोट

गोरखपुर। शाहपुर थाना क्षेत्र डेयरी रेलवे कॉलोनी में सोमवार की देररात पति-पत्नी ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर लिया। आत्महत्या के कारण पति-पत्नी के बीच चल रहे पारिवारिक कलह को बताया जा रहा है। मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

मिली जानकारी के अनुसार पूर्वोत्तर रेलवे कारखाना में तैनात रामकृपाल कुशवाहा (उम्र 38 वर्ष) की पहली पत्नी ममता का 2022 में कैंसर की वजह से निधन हो गया था। पहली पत्नी की मौत के बाद 2023 में रामकृपाल ने कुमकुम कुशवाहा (36 वर्ष) से दूसरी शादी कर ली।

लेकिन रामकृपाल और उनकी नई पत्नी के बीच बिल्कुल बनती नहीं थी। बच्चों की परवरिश को लेकर अक्सर उनके बीच झगड़ा होता था। रामकृपाल को लगता था कि उनकी दूसरी पत्नी, पहली पत्नी से हुए 10 साल के बेटे और सात साल की बेटी का ख्याल रखने की बजाए उनका उत्पीड़न करती है। कुछ लोगों का कहना है कि रामकृपाल के ड्यूटी से आते ही घर में कलह मच जाती थी। पति-पत्नी आपस में झगड़ा करके अक्सर रोते थे।

सोमवार की रात भी रामकृपाल और उनकी दूसरी पत्नी कुमकुम कुशवाहा के बीच बच्चों को लेकर विवाद हुआ। झगड़े के बाद रामकृपाल ने दोनों बच्चों को खाना खिलाया। इसके बाद बच्चे अपने कमरे में और रामकृपाल-कुमकुम अपने कमरे में सोने चले गए। रात में बच्चों को सुलाने से पहले रामकृपाल ने उनसे कहा था कि सुबह स्कूल छोड़ने चलेंगे। लेकिन रात में ही रामकृपाल और कुमकुम ने खुद को फांसी लगाकर जान दे दी।

बच्चों को कमरे से कुछ आहट मिली तो उन्होंने जाकर देखा। माता-पिता फंदे से लटक रहे है। उन्होंने डेयरी कॉलोनी में ही रहने वाले अपने चाचा को फोन किया। चाचा ने फोन कर तुरंत कुछ पड़ोसियों को मौके पर भेजा और खुद भी वहां पहुंचे। इसके साथ ही पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

रवींद्रनाथ टैगोर बहुमुखी प्रतिभा के थे धनी, विशाल श्रीवास्तव

गोरखपुर। सरस्वती शिशु मंदिर (10+2 )पक्की बाग गोरखपुर में रविंद्र नाथ टैगोर की जयंती मनाई गई। जिसमें विद्यालय के आचार्य विशाल श्रीवास्तव ने कहा कि रवींद्रनाथ टैगोर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे।कई कलाओं से परिपूर्ण थे। जिनके ऊपर संपूर्ण भारत का गर्व था।

एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर, जिनकी दो रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। भारत का राष्ट्र-गान ‘जन गण मन’ और बाँग्लादेश का राष्ट्र गान ‘आमार सोनार बांङ्ला‘। रवींद्रनाथ टैगोर गुरुदेव के नाम से प्रसिद्ध थे। उन्होंने साहित्य कला के माध्यम से भारत की संस्कृति और सभ्यता को पश्चिमी देशों मे फैलाया। बांग्ला साहित्य के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक चेतना में नयी जान फूँकने वाले युगदृष्टा वे ही थे।

महान विभूति रवीन्द्रनाथ टैगोर का जन्म 7 मई 1861 को कोलकाता के जोड़ासाँको ठाकुरबाड़ी में पिता देवेन्द्रनाथ टैगोर और माता शारदा देवी की तेरहवीं संतान के रूप में हुआ था। देवेंद्रनाथ टैगोर ब्रह्म समाज के नेता थे, जबकि दादा द्वारकानाथ टैगोर जमींदार और समाज सुधारक थे। छोटी आयु में ही माँ का निधन हो गया था।

आठ वर्ष की उम्र में उन्‍होंने अपनी पहली कविता लिखी, सोलह साल की उम्र में उन्‍होंने कहानियां और नाटक लिखना प्रारंभ कर दिया था।

17 वर्ष की अवस्था में वह अपनी शिक्षा के लिए लंदन चले गए। रविंद्र नाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है गुरुदेव नाम महात्मा गांधी जी के द्वारा दिया गया था जबकि गांधी जी का महात्मा नाम रविंद्र नाथ टैगोर के द्वारा दिया गया था। वह एक अच्छे अध्यापक भी थे उन्होंने एक यूनिवर्सिटी सांतिनिकेतन नाम की स्थापना भी की।

उनकी एक प्रमुख पंक्ति हमारे जीवन के लिए प्रेरणादायक बनी

आप केवल खड़े होकर, पानी को देखते हुए समुद्र पार नहीं कर सकते।7 अगस्त 1941 को महान उपन्यासकार ने स्वतंत्र भारत देखे बिना ही अपनी अंतिम सांस लिए।

साथ ही विद्यालय में मातृ भारती का गठन संपन्न हुआ।

किसी भी बालक के विकास में माता की भूमिका अहम होती है। इसीलिए माता को प्रथम शिक्षिका भी कहा गया है। ईश्वर सभी जगह विद्यमान नहीं रह सकते इसलिए उन्होंने मां को बनाया है। घर हो, संस्था हो ,समाज हो या देश हो उनकी व्यवस्था सुचारू ढंग से चले इसके लिए संगठन की आवश्यकता होती है। इसी क्रम में विद्यालय में मातृ भारती का गठन किया गया। जिसमें अधिक संख्या में माताएं उपस्थित रही। प्रस्तावकी विद्यालय की प्रथम सहायक रुक्मिणी उपाध्याय द्वारा रखा गया एवं गठन विद्यालय की मातृ भारती प्रमुख आचार्या सुधा त्रिपाठी द्वारा किया गया । चयन इस प्रकार रहा अध्यक्ष नूतन त्रिपाठी, उपाध्यक्ष संगीता शर्मा, मंत्री प्रियंका जायसवाल, सह मंत्री अनिता मालवीय, मीडिया प्रमुख रीनम उपाध्याय एवं मीडिया सहायक पुष्पा सिंह तथा अन्य सदस्यों का गठन किया गया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा।

गोरखपुर बांसगांव लोकसभा नामांकन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था रही चाक चौबंद

गोरखपुर। नामांकन प्रक्रिया गोरखपुर लोकसभा बांसगांव लोक सभा का एडीएम वित्त व सीआरओ कोर्ट में प्रत्याशी या प्रत्याशियों के प्रतिनिधि अपना अपना नामांकन पत्र लोकसभा गोरखपुर रिटर्निंग अफसर/जिलाधिकारी गोरखपुर कृष्ण करुणेश सहायक रिटर्निंग अफसर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम सदर मृणाली अविनाश जोशी बांसगांव लोकसभा रिटर्निंग ऑफिसर जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन सहायक रिटर्निंग अफसर / एसडीएम गोला केसरी नंदन तिवारी के यहां प्राप्त कर रहे।

जहां सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहा नामांकन स्थल एडीएम वित्त कोर्ट गोरखपुर लोकसभा सीआरओ कोर्ट बासगांव लोकसभा का नामांकन होना है इन दोनों जगह से प्रत्याशी या प्रत्याशी के प्रतिनिधि अपना अपना नामांकन पत्र आकर ले जा रहे हैं नामांकन स्थल के बाहर कालीन बिछा कर दुल्हन की तरह सजा दिया गया है।

इस तरह का सजावट पहली बार किया गया है वैसे तो गोरखपुर लोकसभा के रिटर्निंग ऑफिसर जिला निर्वाचन अधिकारी जिला अधिकारी कृष्ण करुणेश नियुक्त किए गए हैं लेकिन जिलाधिकारी ने अपने दायित्वों का कार्यभार रिटर्निंग ऑफिसर /एसडीएम कैंपियरगंज रोहित मौर्य को सौंप दिया है इसी तरह बांसगांव लोकसभा के रिटर्निंग ऑफिसर आनंद वर्धन को नियुक्त किया गया है लेकिन उन्होंने रिटर्निंग ऑफिसर/ एसडीएम गोला केसरी नंदन तिवारी को नियुक्त किया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर मौके मुवाइना कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं नामांकन सुरक्षा नोडल प्रभारी/ पुलिस अधीक्षक उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव अपने अधीनस्थ अधिकारियों कर्मचारियों पर बराबर नजर बनाए रहे। इस दौरान एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह सिटी मजिस्ट्रेट मंगलेश दुबे सहायक पुलिस अधीक्षक आलोक भाटी क्षेत्राधिकारी कोतवाली गौरव त्रिपाठी क्षेत्राधिकारी चौरी चौरा नितिन तनेजा एसडीएम बांसगांव प्रदीप कुमार अपर एसीएम अमित जायसवाल सहित अन्य संबंधित अधिकारी गण मौजूद रहकर नामांकन प्रक्रिया को सकुशल संपन्न करा रहे।

रेलवे लेखा सहायकों के स्वीकृत आर्बिट्रेशन अवार्ड को लागू करवाने की मांग

गोरखपुर। ऑल इण्डिया रेलवे अकाउंट्स स्टाफ एसोसिएशन के प्रेसिडेंट वाई एन कुंवर की अध्यक्षता एवं एस बी पाण्डेय, जोनल जेनरल सेक्रेटरी के आह्वान पर केन्द्रीय सचिवालय के सहायकों के समकक्ष रेलवे लेखा सहायकों को भी दिनांक 01.01.1986 से वेतनमान 1640-2900 का वर्ष 2004 स्वीकृत आर्बिट्रेशन अवार्ड जो लगभग 20 वर्षों से लंबित मुद्दे को लागू करने हेतु भारत सरकार का ध्यान आकृष्ट करने हेतु रेलवे लेखा कैंटीन के समीप एक मीटिंग का आयोजन हुआ। सभा को संबोधित करते हुए महामंत्री PRKS कॉमरेड विनोद कुमार राय ने लेखा कर्मियों के इस लंबित मुद्दे के संबंध मे PRKS द्वारा किए गए प्रयास पर प्रकाश डाला।

अपने संबोधन मे स्पष्ट किया कि लेखा विभाग का यह मुद्दा साथ ही पांचवे वेतन आयोग के बकाया भुगतान करने की जिम्मेदारी अब PRKS/NFIR का मुद्दा हो गया है। उन्होंने बताया कि अभी पिछले 28 और 29 अप्रैल को NFIR के CWC मीटिंग जो मुंबई में संपन्न हुआ उसमे भी इस मुद्दे को उठा दिया हूं जिसमे स्वयं NFIR के महामंत्री एम राघवैया साहब ने भी खुले मंच से इस आर्बिट्रेशन अवार्ड को लागू करने हेतु विगुल फूंक देने की घोषणा किए। CWC मे यह मुद्दा सात आठ जोन के पदाधिकारियों द्वारा उठाया गया है। सभा को संबोधित करने वालों में एस बी पाण्डेय जोनल जेनरल सेक्रेटरी AIRASA, के एम मिश्रा, लेखा मंडल मंत्री PRKS, सत्येन्द्र कुमार श्रीवास्तव, कृष्ण मुरारी मिश्रा, मुख्यालय मंडल मंत्री सतीश चंद्र अवस्थी कृति भूषण प्रसाद, कुलदीप जी ईश्वर चंद देवेश सिंह जयप्रकाश सिंह लक्ष्मी श्रीवास्तव चंद्रशेखर चौबे आर डी सिंह श्री उदय शंकर खरे दुर्गेश श्रीवास्तव राम भवन प्रमोद तिवारीआदि अशोक मिश्रा जी उत्तर प्रदेश के महासचिव निर्भय सेना ने भी संबोधित किया ।

रायका फातिमा लारी डॉक्टर बनकर गरीब मजलूमों की करना चाहती है सेवा

गोरखपुर । बुजुर्गों ने सही कहा है कि एक रोटी कम खाना लेकिन बच्चों को तालीम जरूर दिलाना तालीम की बदौलत बच्चे देश व दुनिया में आपका नाम और रौशन करेंगे। सूफीहाता के रहने वाले वरिष्ठ पत्रकार रशाद लारी पिछले तीन दशक से पत्रकारिता जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है अपने लखनी व भाषा शैली की वजह से जाने जाते हैं उनकी पुत्री रायका फातिमा लारी ने आईसीएसई बोर्ड परीक्षा हाईस्कूल में 95.8 % अंक लाकर माता-पिता व स्कूल का नाम रौशन किया है।

रायका बचपन से ही पढ़ने लिखने में काफी होनहार और समझदार हैं उनकी माता शगुफ्ता लारी हाउसवाइफ है माता-पिता हमेशा बच्चो की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देते हैं यही वजह है कि रायका ने आईसीएसई बोर्ड परीक्षा में 95.8 % अंक लाकर के सभी का मान बढ़ाया है। कॉमर्स गर्ल्स स्कूल की छात्रा रायका फातिमा लारी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि वह एमबीबीएस करके डॉक्टर बनना चाहती है और गरीब मजलूमों की सेवा करना ही उनके जीवन का मकसद है। अभी से ही नीट का फाउंडेशन कोर्स कर रही है उनका मकसद है कि इंटर पास करने के बाद तुरंत नीट परीक्षा निकालना है और डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करना है रायका की हॉबी रीडिंग और राइटिंग है।

छात्रा का बहला फुसलाकर अपहरण के घटना की जांच में जुटी पुलिस

खजनी गोरखपुर।थाना क्षेत्र के एक गांव से इन्टरकाॅलेज जा रही 17 वर्षीय नाबालिग छात्रा थाने की महुआडाबर चौकी क्षेत्र के बरडाड़ चौराहे से संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई। खोज बीन के बाद जब उसका कोई पता नहीं चला तो परिवारीजनों ने खजनी थाने में पहुंच कर घटना की जानकारी दी। मिली सूचना के अनुसार खजनी पुलिस ने क्षेत्र के विश्वंभरपुर निवासी अभियुक्त विशाल पुत्र भोलई पर अपहरण की धाराओं में केस दर्ज कर छात्रा की तलाश शुरू कर दी है।

परिवारजनों ने आरोपित विशाल पर बरडाड़ चौराहे से छात्रा को बहलाफुसला कर भगाने की शिकायत दर्ज कराई है। किशोरी के पिता ने बताया है कि उनकी बेटी को विशाल अपने साथ बहला फुसलाकर ले गया है। वह पहले भी बिटिया को कालेज आते जाते हुए रास्ते में रोक कर तंग किया करता था। महिला अपराध से जुड़े उक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस के द्वारा केस दर्ज कर विविध कार्यवाही की जा रही है।

चोरी की बड़ी वारदात में घटनास्थल पर पहुंचे एसपी साउथ,पीड़ितों और थानाध्यक्ष से ली जानकारी

खजनी गोरखपुर।बीती रात थाना क्षेत्र के कोठां गांव में दयालु तिवारी के घर लगभग 16 लाख रूद्रपुर गांव के चंद्रभूषण राम त्रिपाठी के घर लगभग 50 लाख, गायघाट रूद्रपुर गांव के निवासी जितेन्द्र यादव के घर लगभग 2 लाख, सरयां तिवारी गांव में निर्मल और रामसनेही के घर लगभग 1.5 लाभ रूपए मूल्य के कीमती गहने और नकद रूपए चोरी होने की सूचना पर एसपी साउथ जितेंद्र कुमार ने आज अपराह्न लगभग 5 बजे पहुंच कर घटनाओं की पूरी जानकारी ली।

फारेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड को मिले सुराग की सिलसिलेवार जानकारी लेते हुए उन्होंने मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पीड़ितों और थानाध्यक्ष गौरव आर कन्नौजिया से चोरी की इस घटना के सभी बिंदुओं की गहन जांच की, इतना ही नहीं बाइक से चारों घटनास्थलों तक पहुंचने में लगने वाले समय की पड़ताल के लिए उन्होंने मातहतों को रवाना किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जानकारी ली साथ ही घटना का शीघ्र पर्दाफाश करने के लिए विभागीय निर्देश दिए।

ब्लॉक प्रमुख पर हमले के आरोपितों पर आधा दर्जन गंभीर धाराओं में केस,ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह ने दर्ज कराया केस, तीन नामजद सहित दर्जन भर अज्ञात

खजनी गोरखपुर।5 मई को सदर सांसद रवि किशन के रोड शो के दौरान उनके खजनी क्षेत्र में प्रवेश करने पर उनके स्वागत में आमी नदी छताईं पुल के समीप पहुंची खजनी ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह के समर्थकों द्वारा नारेबाजी के दौरान दो गुटों में विवाद हो गया। मामले में अंशु सिंह की तहरीर पर खजनी थाने में अमित सिंह, सुमित सिंह पुत्रगण राम अवतार सिंह तथा कुन्नु सिंह निवासी मंझरियां एवं दर्जन भर अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस ने मारपीट तोड़फोड़ हत्या का प्रयास समेत आधा दर्जन धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

पुलिस को दी गई तहरीर में अंशु सिंह ने बताया है कि छताईं पुल के पास सांसद के स्वागत के दौरान वह अपने इनोवा वाहन यूपी 32 के एल 3500 तथा उनके पीछे प्रतिनिधि अंशुमाली धर भक्ति द्विवेदी अपने वाहन स्कार्पियो यूपी 32 JX 3500 तथा दो चार अन्य समर्थक अपने वाहनों से आ रहे थे। मंझरियां गांव के मोड़ पर पहुंचते ही 10/12 की संख्या में लोगों ने उनकी गाड़ी को रोक लिया और तेज स्वर में गालियां देते हुए तुम यहां क्यों आई हो कहते हुए हमलावर हो गए। इस बीच उनके ड्राइवर ने चतुराई से गाड़ी को आगे बढ़ा लिया, लाठी डंडे और लोहे की रॉड लिए हमलावरों ने उनके प्रतिनिधि अंशुमाली को स्कार्पियो से बाहर खींच लिया और जान मारने की नीयत से सर पर लोहे की रॉड से वार किया जो कि उनके इनोवा वाहन पर लगा और पीछे का शीशा टूट गया।

इस दौरान लोगों की भारी भीड़ हो गई और हमलावर अमित सिंह सुमित सिंह कुन्नु सिंह आदि धमकियां देते हुए भाग गए। तहरीर में राजनैतिक द्वेष का आरोप लगाते हुए बताया गया है कि अमित सिंह और सुमित सिंह अजीत शाही गैंग के सदस्य हैं और पहले भी कई आपराधिक घटनाओं में शामिल रहे हैं।

बता दें कि ब्लॉक प्रमुख पद के लिए अमित सिंह की पत्नी रंजना सिंह एवं अंशु सिंह ने दावेदारी पेश की थी किंतु भाजपा शीर्ष नेतृत्व द्वारा अंशु सिंह को उम्मीदवार बनाया गया था और अंतिम समय में अमित सिंह की पत्नी ने अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। प्रमुख पद के लिए दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश चल रही है।वहीं खजनी पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 200/2024 की धाराओं 147, 352,307,504,506,427 के तहत केस दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।बता दें कि हमले के दौरान क्षेत्रीय सांसद रवि किशन विधायक प्रदीप शुक्ला समेत भाजपा के दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बजरंगी सम्मानित

गोरखपुर। नेपाल राष्ट्र के लुंबिनी शहर स्थित बुद्धा माया इंटरनेशनल होटल में

धरा धाम इंटरनेशनल एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के तत्वावधान में सार्क अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया।

जिसमें भारत, नेपाल, श्रीलंका और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभूतियों को सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में बृजेश राम त्रिपाठी बजरंगी को भी सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि लुंबिनी बुद्धिष्ट यूनिवर्सिटी नेपाल के कुलपति डा. सुबर्न लाल बजराचार्य ने बृजेश राम त्रिपाठी बजरंगी को प्रशस्ति पत्र, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।

बताते चलें कि बृजेश राम त्रिपाठी बजरंगी पिछले लगभग डेढ़ दशक से सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए हैं।

उन्होंने अपनी संस्था गुरु कृपा के माध्यम से हजारों की संख्या में महिलाओं एवं किशोरियों को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, पेंटिंग, मेहंदी, ढोलक, तबला आदि विधा में प्रशिक्षण देकर जहां उन्हें स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाया है। वहीं पर झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले हजारों बच्चों को पाठ्य सामग्री निशुल्क वितरित एवं शिक्षित कर समाज की मुख्य धारा में उन्हें जोड़ने का कार्य किया है।

कार्यक्रम के दौरान लुंबिनी नेपाल के मेयर सजुरुद्दीन खान और नवल किशोर यादव केंद्रीय अधिकारी

नेपाल राष्ट्र सरकार भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में भारत और नेपाल का सामूहिक राष्ट्र गान भी गाया गया।

अल्लाह की इबादत के लिए सच्चा दिल व पाक जज्बा जरूरी : गुलाम रसूल बलियावी

गोरखपुर। नार्मल स्थित हज़रत बाबा मुबारक ख़ां शहीद अलैहिर्रहमां का सालाना तीन दिवसीय उर्स-ए-पाक सोमवार को अकीदत के साथ शुरू हुआ। मुस्लिम समाज के अलावा अन्य धर्मो के लोगों ने बाबा की दरगाह पर अकीदत के फूल पेश कर अमन चैन व खुशहाली की दुआ मांगी। जलसा-ए-ईद मिलादुन्नबी व दस्तारबंदी से उर्स-ए-पाक का आगाज़ हुआ। भोर में 3:15 बजे गुस्ल एवं सन्दल पोशी की रस्म अदा की गई। गुस्ल व सन्दल पोशी कार्यक्रम में लोगों ने बढ़-चढ़कर कर हिस्सा लिया। बिजली के रंगबिरंगे झालरों से दरगाह का नज़ारा दिलकश लग रहा था। बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, खिलौने व खान-पान की दुकानें लोगों को आकर्षित कर रही हैं। रात को इशा नमाज़ के बाद ईद-ए-मिलादुन्नबी व जलसा-ए-दस्तारबंदी की शुरुआत कुरआन-ए-पाक की तिलावत से हुई।

मुख्य अतिथि पटना के मशहूर धर्मगुरु मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि कौम की बेहतरी के लिए सबको तालीम से जोड़ना होगा।

आज समाज की सबसे बड़ी जरूरत तालीम ही है। मां-बाप कौम के बच्चों को स्कूल व मकतब में भेजें और जहां तक हो सके उन्हें पढ़ाने में कोई कसर न छोड़ें। यदि अपना पेट काटकर भी बच्चों को पढ़ाना पड़े तो पढ़ाएं। इल्म-ए-दीन की पढ़ाई भी बहुत ज्यादा जरूरी है। रोज़ा, नमाज़, जकात, हज इस्लाम धर्म के अहम स्तंभ हैं। उन्हें पूरा करना भी हमारी अहम जिम्मेदारी है। अगर हमने अल्लाह व रसूल को राजी कर लिया तो समझो बेड़ा पार हो गया।

नमाज़ कायम करने पर जोर देते हुए कहा कि बंदा नमाज़ की हालत में अल्लाह के सबसे नजदीक होता हैं। ज़िंदगी व आखिरत की कामयाबी के लिए नमाज़ सबसे बेहतर है।

अल्लाह की इबादत के लिए सच्चा दिल व पाक जज्बा बेहद जरूरी है। गौसे आज़म, ख़्वाजा ग़रीब नवाज़, निजामुद्दीन औलिया, आला हजरत इमाम अहमद रज़ा खां, मुफ्ती-ए-आज़म हिंद, हाफिजे मिल्लत, ताजुश्शरिया, हजरत मुबारक खां शहीद‌ जैसी अज़ीम हस्तियां इल्म, इबादत, खौफे खुदा, इश्के रसूल, इश्के अहले बैत, इश्के सहाबा, इश्के औलिया, ईमानदारी और सच्चाई के बल पर अल्लाह के बेहद करीबियों में शुमार हुईं। लिहाजा हमें चाहिए कि उनके नक्शे कदम पर चलकर अपनी ज़िंदगी कामयाब बनाएं।

नात-ए-पाक रिजवान अत्तारी, एजाज अहमद आदि ने पेश ने की। जलसा की सरपरस्ती अल्लामा मुफ्ती मुनव्वर रजा मिस्बाही ख़ातिबो इमाम दरगाह जमा मस्जिद निगरानी करी गुलाम अहमद रजा अमजदी जलसा की निज़ामत अफजल बरकाती साहब ने किया। मुफ्ती ए शहर काजी ए शहर उलमाए केराम आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में मदरसा छात्रों की दस्तारबंदी हुई। जिसमें मोहम्मद सुहैल मोहम्मद अरशद गुलाम सरवर मोहम्मद अयूब जमीर खान फरहान रजा मोहम्मद साहिल रजा अबिल वकास सफीउल्लाह वाहिदुल्लाह की दस्तारबंदी हुई। दरूदो-सलाम सलाम पढ़कर मुल्क व समाज की तरक्की व सलामती के लिए दुआ मांगी गई।

जलसे में दरगाह सदर इकरार अहमद, सैयद शहाब, शमसीर अहमद उर्फ शेरू, रमजान, कुतुबुद्दीन, हाजी कलीम फरजंद, हाजी खुर्शीद आलम, अहमद हसन ,समसुल आरफीन, अब्दुल्लाह ,खैरुल बशर ,एजाज अहमद ,कमरुल हक उर्फ बाबी सादिक कलीम, हमजा खान, सैफ अंसारी ,इमरान, गुलाम फरीद उर्फ भानु मुर्तुजा रहमानी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने शिरकत की।

7 मई का कार्यक्रम

बाद नमाज फज्र दरगाह पर कुरआन ख्वानी होगी। सुबह 9 बजे से मिलाद शरीफ़ का प्रोग्राम होगा। बाद नमाज मगरिब सरकारी चादर व गागर का जुलूस मोहल्ला मियां बाज़ार से इरशाद अहमद बग्घी के मकान से निकाला जाएगा। जो विभिन्न रास्तों से होता हुआ दरगाह पर समाप्त होगा।

इसके बाद मजार पर सरकारी चादर चढ़ाई जाएगी। रात की नमाज़ के बाद कव्वाली का मुकाबला बदायूं के जुनैद सुल्तानी व दिल्ली के वसीम साबरी के बीच होगा।