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सिंदरी के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति की समस्या से केन्द्र जल शक्ति मंत्री को आशीष ने कराया अवगत
बलियापुर । सोमवार को 'युवा सदन' (सार्वजनिक नीति एवं अनुसंधान संगठन) के सोशल मीडिया हेड आशीष सिंह सूर्यवंशी ने धनबाद में 4 हजार करोड़ की लागत से चल रही विभिन्न जलापूर्ति योजनाओं के निर्धारित अवधि में पूरा न होने से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को हो रही परेशानी से भारत सरकार के जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को दिल्ली सेंट्रल सेक्रेटेरिएट पहुंच कर अवगत कराया है। आशीष ने युवा सदन के पत्रांक संख्या वाईएस/पीआर/2024/03 पर जल शक्ति मंत्री को लिखित रूप में धनबाद में चल रही 15 से अधिक जलापूर्ति योजनाओं के अलावे बलियापुर प्रखंड के अंतर्गत 68 गाँव के लिए 29 फरवरी 2016 को 74 करोड़ 53 लाख की लागत से शुरू की गई वृहद जलापूर्ति योजना के संबंध में लिखते हुए कहां है की इस जलापूर्ति योजना को 3 फरवरी 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, किंतु अब तक यह अपूर्ण है जिसकी वजह से बड़े पैमाने पर ग्रामीण आबादी जल के अभाव से त्रस्त है। बैठक के दौरान वार्ता करते हुए आशीष ने मंत्री को कहा है कि "गर्मी के दिनों में धनबाद के ज्यादातर तालाब, डोभा, सूख जाते हैं, भूमिगत जलस्तर नीचे जाने की वजह से हैंडपंप भी पर्याप्त पानी नहीं दे पाता जिसकी वजह से यहां लोगों को ग्रीष्म ऋतु में अकाल जैसी स्थिति का सामना करना पड़ जाता है. लोग बुंद-बुंद पानी के लिए तरस जाते हैं, ऐसी स्थिति में जलापूर्ति योजनाओं का पूरा न होना दुर्भाग्यपूर्ण है। मंत्री ने आशीष सूर्यवंशी को आश्वासन देते हुए कहा है कि वह राज्य सरकार को जलापूर्ति योजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए कहेंगे।
सुबह धनबाद डीडीसी और शाम में बोकारो जोन आइजी पहुँचे हर्ल सिंदरी, किया हैलीपैड और सभास्थल का निरीक्षण
सिंदरी । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट हिन्दुस्तान उर्वरक रसायन लिमिटेड का उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाँथों से होगा। इसको लेकर जिला प्रशासन लगातार हर्ल सिंदरी का दौरा कर रहा है। हालांकि सूत्रों के अनुसार पीएम का 4 फरवरी का धनबाद दौरा रद्द माना जा रहा है। वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि पीएम अगले दस दिनों में धनबाद आएँगे और प्रोजेक्ट का उद्घाटन भी करेंगे। पीएम के हर्ल हैलीपेड पर उतरकर प्रोजेक्ट का उद्घाटन और हर्ल के अंदर बने सभा स्थल पर हर्ल कर्मचारियों से मुलाकात और संबोधन को लेकर मंगलवार की सुबह धनबाद उप विकास आयुक्त शशि प्रकाश सिंह ने हर्ल सिंदरी का दौरा किया। वहीं शाम में बोकारो जोन के आइजी माइकल एस राज, डीआईजी सुरेंद्र झा ने हर्ल हैलीपैड का निरीक्षण मंगलवार की शाम को किया। इसके साथ ही उन्होंने हर्ल प्रोजेक्ट के सीसीआर में बने उद्घाटन स्थल और कुछ दूरी पर बने सभा स्थल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान हर्ल सिंदरी वाइस प्रेसिडेंट सुरेश प्रमाणिक, एच आर हेड संत सिंह ने स्थलों की विशेषताओं से पुलिस अधिकारियों को अवगत करवाया। बोकारो जोन आइजी माइकल एस राज ने बताया कि पीएम के संभावित कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के लिए जायजा लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगामी दस दिनों में उनके हर्ल सिंदरी आने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि उन्होंने कोई स्पष्ट तिथि नहीं बताई। इस दौरान एसएसपी धनबाद हृदय पी जनार्दन, सिटी एसपी अजित कुमार और ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, सिंदरी एसडीपीओ अभिषेक कुमार, ट्रैफिक डीएसपी, बलियापुर थाना प्रभारी, सिंदरी एसआई आदर्श कुमार सहित हर्ल के मुख्य सुरक्षा पदाधिकारी कर्नल एस के मिश्रा, सुरक्षा अधिकारी अरुणा उदगत्ता मौजूद रहे।
लायंस क्लब सिंदरी ने शुरू किया एफसीआई अस्पताल का रंगरोगन
सिंदरीवासियों के 21 वर्षों की व्यथा पर विराम लग सकता है। एफसीआई अस्पताल के पूर्णरूपेण खुलने के कदम बढ़ चुके हैं।छः माह में ओपीडी और डेढ़ साल में पूरा अस्पताल कार्य करने लगेगा। लायंस कल्ब प्रोजेक्ट हेड प्रशांत पाण्डे ने इस रंगरोगन की विडियो दी
सिंदरी सरकारी पॉलिटेक्निक भागा माइनिंग कॉलेज में छात्रों ने जड़ा ताला, वार्ता के बाद खुला ताला
सिंदरी । शिक्षकों की कमी और फरवरी में आयोजित परीक्षा की तिथि बढ़ाने को लेकर बीआईटी सिंदरी परिसर स्थित सरकारी पॉलिटेक्निक भागा माइनिंग कॉलेज के छात्र छात्राओं ने सोमवार को कॉलेज के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया। इससे शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह ठप्प हो गई थी। काफी मान मनौव्वल और गौशाला ओपी पुलिस की मध्यस्थता के बाद छात्रों ने ताला खोल दिया।
छात्र छात्राओं ने बताया कि फूड टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस और माइनिंग विभाग में बीते 18 दिसंबर से शिक्षकों को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। कॉलेज प्राचार्य डॉ कन्हैयालाल, जेयूटी और जिला प्रशासन को लगातार पत्र द्वारा सूचना देकर शिक्षकों की माँग की जा रही है। परंतु लगभग डेढ़ माह बाद भी कोई शिक्षक बहाल नहीं किए गए हैं। इसके साथ ही फरवरी माह में आयोजित परीक्षा की तिथि बढ़ाने की माँग की गई। उन्होंने कहा कि पढ़ाई नहीं हुई तो छात्र परीक्षा कैसे देंगे। सूचना मिलते ही गौशाला ओपी प्रभारी दलबल के साथ कॉलेज परिसर पहुँचे। छात्रों का पक्ष जानते हुए उन्होंने प्राचार्य से बातचीत की और प्राचार्य के एक सप्ताह में शिक्षक उपलब्ध कराने के आश्वासन के बाद छात्रों ने जड़ा ताला खोल दिया। गौशाला ओपी प्रभारी ने बताया कि छात्रों से जुड़ा मामला है और उन्हें समझा कर शांत किया गया है।
बोकारो थर्मल के सीजीएम आनंद प्रसाद सिंदरी के पूर्व निवासी - दीपू
सिंदरी । 75 वें गणतंत्र दिवस पर बोकारो थर्मल के नये मुख्य महाप्रबंधक सह प्रोजेक्ट हेड आनंद मोहन प्रसाद ने झंडारोहण कर गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी ली। उनका निवास कभी सिंदरी के एसकेफोर 177 - 78 हुआ करता था। उनके पिता स्व अमर नाथ प्रसाद एफसीआई सिंदरी में ट्रेनिंग सेंटर में कार्यरत थे। उक्त जानकारी देते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता सह सिंदरी चेम्बर ऑफ कामर्स अध्यक्ष दीपक कुमार दीपू ने उन्हें समस्त सिंदरीवासियों की ओर से बधाई दी है।
उन्होंने बताया कि बोकारो थर्मल पावर स्टेशन के नये सीजीएम बीआईटी सिंदरी के 1985-89 बैच के छात्र थे। उनकी स्कूली शिक्षा भी सिंदरी में हुई थी। आनंद प्रसाद का पैतृक निवास बिहार के भागलपुर में है और उनकी शादी पटना के प्रतिष्ठित घराने में हुई है। उन्होंने अपनी सेवा डीवीसी चंद्रपुरा में अभियंता के रुप में शुरू कर पुनः बोकारो थर्मल पावर स्टेशन के सीजीएम पद को शुशोभित किया।
बधाई देने वालों में सिंदरी चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दीपक कुमार दीपू, दिलीप रिटोलिया, बासुकी नाथ सिंह, भरत शर्मा, ज्ञान प्रकाश ठाकुर, रंजन कुमार, मंजीत सिंह उप्पल, अजय गोस्वामी, प्रभाकर राव, दिना पांडे, श्रधा पांडे, अश्वनी ढनढोना, कृष्णानंद वर्धन झा, सारिका त्रिपाठी, सारिका, रूबी, शकील अहमद खान शामिल हैं।
टासरा प्रोजेक्ट के एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत अधिग्रहण हेतु तैयार
सिंदरी । सेल की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा प्रोजेक्ट के लिए सामाजिक प्रभाव आकलन (सारडा) रिपोर्ट के प्रारुप पर जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी की अध्यक्षता में सोमवार को रोहड़ाबाँध मौजा के आर्य समाज मैदान में लोक सुनवाई संपन्न हुई। एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत भूमि अधिग्रहण को तैयार दिखे। जिला भूअर्जन पदाधिकारी ने बताया कि 224 एकड़ भूमि एकमुश्त अधिग्रहण किया जाएगा। आर एन आर पॉलिसी में सभी वर्ग को जगह मिलेगी। लोक सुनवाई में ग्रामीणों की बातें सुनी गई और प्रबंधन को इसके लिए दिशानिर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि 28 वर्षों के लिए टासरा ओपन कास्ट परियोजना चलाने के लिए आई एमडीओ कंपनी 4 मिलियन टन प्रति वर्ष कोयला उत्पादन करेगी। इससे प्रथम चरण में 1130 घरों के 3208 लोग प्रभावित होंगे। ग्रामीणों ने लोकसुनवाई में सेल प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने माँग की है कि सेल प्रबंधन टासरा और रोहड़ाबाँध मौजा की एकमुश्त 224 एकड़ भूमि अधिग्रहण करे और रैयतों को विस्थापित कर नगर निगम क्षेत्र में बसाया जाए। प्रत्येक रैयत विस्थापित को 5 डिसमिल भूमि दिया जाए। 1 एकड़ भूमि अधिग्रहण के बदले सेल कंपनी में पीढ़ी दर पीढ़ी 1 नियोजन चाहिए। कोलवाशरी का निर्माण और एमडीओ कार्यालय प्रोजेक्ट क्षेत्र के बगल में होना चाहिए। पहले 105 पूर्व विस्थापितों को मूलभूत सुविधाएं सहित नियोजन मिलनी चाहिए। सारडा की रिपोर्ट का ग्रामीणों ने मिलीभगत रिपोर्ट बताया। आर एन आर कमेटी में अनुसूचित जाति का प्रतिनिधि की माँग भी हुई। गैर रैयत विस्थापित महिलाओं ने माँग की है कि कम से कम अस्थायी नियोजन प्रत्येक परिवार को मिले और महिलाओं को भी काम मिले। लोक सुनवाई में जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी, झरिया अंचलाधिकारी रामसुमन प्रसाद, सेल चासनाला महाप्रबंधक शिवराम बनर्जी, गौशाला ओपी प्रभारी बिरेन्द्र कुमार, झरिया सीआई अभय सिन्हा, सेल अधिकारी पंकज मंडल, केटीएमपीएल निदेशक टी रमेश, एच आर हेड चिट्टी बाबू, विजय शर्मा, मनीष सिंह, गणेश महतो, गोपाल महतो, मलय चंद्र महतो, विवेक मंडल, पूरन सिंह, मिहिर मंडल, अनिल सिंह, कपिलदेव सिंह, दशरथ ठाकुर, करण महतो, भक्तिपद पाल, सुभाष चंद्र मंडल, कालीपद मंडल, सुभाष सिंह, राकेश तिवारी, शशि सिंह, वैद्यनाथ मंडल, राकेश कुमार हाड़ी, जितेंद्र कुमार सिंह, दिलीप मंडल, सावन देवी, प्रियंका मंडल सहित टासरा रोहड़ाबाँध मौजा के ग्रामीण महिला पुरुष मौजूद थे।
टासरा प्रोजेक्ट के एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत अधिग्रहण हेतु तैयार
सिंदरी । सेल की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा प्रोजेक्ट के लिए सामाजिक प्रभाव आकलन (सारडा) रिपोर्ट के प्रारुप पर जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी की अध्यक्षता में सोमवार को रोहड़ाबाँध मौजा के आर्य समाज मैदान में लोक सुनवाई संपन्न हुई। एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत भूमि अधिग्रहण को तैयार दिखे। जिला भूअर्जन पदाधिकारी ने बताया कि 224 एकड़ भूमि एकमुश्त अधिग्रहण किया जाएगा। आर एन आर पॉलिसी में सभी वर्ग को जगह मिलेगी। लोक सुनवाई में ग्रामीणों की बातें सुनी गई और प्रबंधन को इसके लिए दिशानिर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि 28 वर्षों के लिए टासरा ओपन कास्ट परियोजना चलाने के लिए आई एमडीओ कंपनी 4 मिलियन टन प्रति वर्ष कोयला उत्पादन करेगी। इससे प्रथम चरण में 1130 घरों के 3208 लोग प्रभावित होंगे। ग्रामीणों ने लोकसुनवाई में सेल प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने माँग की है कि सेल प्रबंधन टासरा और रोहड़ाबाँध मौजा की एकमुश्त 224 एकड़ भूमि अधिग्रहण करे और रैयतों को विस्थापित कर नगर निगम क्षेत्र में बसाया जाए। प्रत्येक रैयत विस्थापित को 5 डिसमिल भूमि दिया जाए। 1 एकड़ भूमि अधिग्रहण के बदले सेल कंपनी में पीढ़ी दर पीढ़ी 1 नियोजन चाहिए। कोलवाशरी का निर्माण और एमडीओ कार्यालय प्रोजेक्ट क्षेत्र के बगल में होना चाहिए। पहले 105 पूर्व विस्थापितों को मूलभूत सुविधाएं सहित नियोजन मिलनी चाहिए। सारडा की रिपोर्ट का ग्रामीणों ने मिलीभगत रिपोर्ट बताया। आर एन आर कमेटी में अनुसूचित जाति का प्रतिनिधि की माँग भी हुई। गैर रैयत विस्थापित महिलाओं ने माँग की है कि कम से कम अस्थायी नियोजन प्रत्येक परिवार को मिले और महिलाओं को भी काम मिले। लोक सुनवाई में जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी, झरिया अंचलाधिकारी रामसुमन प्रसाद, सेल चासनाला महाप्रबंधक शिवराम बनर्जी, गौशाला ओपी प्रभारी बिरेन्द्र कुमार, झरिया सीआई अभय सिन्हा, सेल अधिकारी पंकज मंडल, केटीएमपीएल निदेशक टी रमेश, एच आर हेड चिट्टी बाबू, विजय शर्मा, मनीष सिंह, गणेश महतो, गोपाल महतो, मलय चंद्र महतो, विवेक मंडल, पूरन सिंह, मिहिर मंडल, अनिल सिंह, कपिलदेव सिंह, दशरथ ठाकुर, करण महतो, भक्तिपद पाल, सुभाष चंद्र मंडल, कालीपद मंडल, सुभाष सिंह, राकेश तिवारी, शशि सिंह, वैद्यनाथ मंडल, राकेश कुमार हाड़ी, जितेंद्र कुमार सिंह, दिलीप मंडल, सावन देवी, प्रियंका मंडल सहित टासरा रोहड़ाबाँध मौजा के ग्रामीण महिला पुरुष मौजूद थे।
टासरा प्रोजेक्ट के एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत अधिग्रहण हेतु तैयार
सिंदरी । सेल की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा प्रोजेक्ट के लिए सामाजिक प्रभाव आकलन (सारडा) रिपोर्ट के प्रारुप पर जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी की अध्यक्षता में सोमवार को रोहड़ाबाँध मौजा के आर्य समाज मैदान में लोक सुनवाई संपन्न हुई। एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत भूमि अधिग्रहण को तैयार दिखे। जिला भूअर्जन पदाधिकारी ने बताया कि 224 एकड़ भूमि एकमुश्त अधिग्रहण किया जाएगा। आर एन आर पॉलिसी में सभी वर्ग को जगह मिलेगी। लोक सुनवाई में ग्रामीणों की बातें सुनी गई और प्रबंधन को इसके लिए दिशानिर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि 28 वर्षों के लिए टासरा ओपन कास्ट परियोजना चलाने के लिए आई एमडीओ कंपनी 4 मिलियन टन प्रति वर्ष कोयला उत्पादन करेगी। इससे प्रथम चरण में 1130 घरों के 3208 लोग प्रभावित होंगे। ग्रामीणों ने लोकसुनवाई में सेल प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने माँग की है कि सेल प्रबंधन टासरा और रोहड़ाबाँध मौजा की एकमुश्त 224 एकड़ भूमि अधिग्रहण करे और रैयतों को विस्थापित कर नगर निगम क्षेत्र में बसाया जाए। प्रत्येक रैयत विस्थापित को 5 डिसमिल भूमि दिया जाए। 1 एकड़ भूमि अधिग्रहण के बदले सेल कंपनी में पीढ़ी दर पीढ़ी 1 नियोजन चाहिए। कोलवाशरी का निर्माण और एमडीओ कार्यालय प्रोजेक्ट क्षेत्र के बगल में होना चाहिए। पहले 105 पूर्व विस्थापितों को मूलभूत सुविधाएं सहित नियोजन मिलनी चाहिए। सारडा की रिपोर्ट का ग्रामीणों ने मिलीभगत रिपोर्ट बताया। आर एन आर कमेटी में अनुसूचित जाति का प्रतिनिधि की माँग भी हुई। गैर रैयत विस्थापित महिलाओं ने माँग की है कि कम से कम अस्थायी नियोजन प्रत्येक परिवार को मिले और महिलाओं को भी काम मिले। लोक सुनवाई में जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी, झरिया अंचलाधिकारी रामसुमन प्रसाद, सेल चासनाला महाप्रबंधक शिवराम बनर्जी, गौशाला ओपी प्रभारी बिरेन्द्र कुमार, झरिया सीआई अभय सिन्हा, सेल अधिकारी पंकज मंडल, केटीएमपीएल निदेशक टी रमेश, एच आर हेड चिट्टी बाबू, विजय शर्मा, मनीष सिंह, गणेश महतो, गोपाल महतो, मलय चंद्र महतो, विवेक मंडल, पूरन सिंह, मिहिर मंडल, अनिल सिंह, कपिलदेव सिंह, दशरथ ठाकुर, करण महतो, भक्तिपद पाल, सुभाष चंद्र मंडल, कालीपद मंडल, सुभाष सिंह, राकेश तिवारी, शशि सिंह, वैद्यनाथ मंडल, राकेश कुमार हाड़ी, जितेंद्र कुमार सिंह, दिलीप मंडल, सावन देवी, प्रियंका मंडल सहित टासरा रोहड़ाबाँध मौजा के ग्रामीण महिला पुरुष मौजूद थे।
टासरा प्रोजेक्ट के एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत अधिग्रहण हेतु तैयार
सिंदरी । सेल की महत्वाकांक्षी परियोजना टासरा प्रोजेक्ट के लिए सामाजिक प्रभाव आकलन (सारडा) रिपोर्ट के प्रारुप पर जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी की अध्यक्षता में सोमवार को रोहड़ाबाँध मौजा के आर्य समाज मैदान में लोक सुनवाई संपन्न हुई। एकमुश्त अधिग्रहण व नियोजन की शर्त पर रैयत भूमि अधिग्रहण को तैयार दिखे। जिला भूअर्जन पदाधिकारी ने बताया कि 224 एकड़ भूमि एकमुश्त अधिग्रहण किया जाएगा। आर एन आर पॉलिसी में सभी वर्ग को जगह मिलेगी। लोक सुनवाई में ग्रामीणों की बातें सुनी गई और प्रबंधन को इसके लिए दिशानिर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि 28 वर्षों के लिए टासरा ओपन कास्ट परियोजना चलाने के लिए आई एमडीओ कंपनी 4 मिलियन टन प्रति वर्ष कोयला उत्पादन करेगी। इससे प्रथम चरण में 1130 घरों के 3208 लोग प्रभावित होंगे। ग्रामीणों ने लोकसुनवाई में सेल प्रबंधन पर वादाखिलाफी का आरोप भी लगाया। ग्रामीणों ने माँग की है कि सेल प्रबंधन टासरा और रोहड़ाबाँध मौजा की एकमुश्त 224 एकड़ भूमि अधिग्रहण करे और रैयतों को विस्थापित कर नगर निगम क्षेत्र में बसाया जाए। प्रत्येक रैयत विस्थापित को 5 डिसमिल भूमि दिया जाए। 1 एकड़ भूमि अधिग्रहण के बदले सेल कंपनी में पीढ़ी दर पीढ़ी 1 नियोजन चाहिए। कोलवाशरी का निर्माण और एमडीओ कार्यालय प्रोजेक्ट क्षेत्र के बगल में होना चाहिए। पहले 105 पूर्व विस्थापितों को मूलभूत सुविधाएं सहित नियोजन मिलनी चाहिए। सारडा की रिपोर्ट का ग्रामीणों ने मिलीभगत रिपोर्ट बताया। आर एन आर कमेटी में अनुसूचित जाति का प्रतिनिधि की माँग भी हुई। गैर रैयत विस्थापित महिलाओं ने माँग की है कि कम से कम अस्थायी नियोजन प्रत्येक परिवार को मिले और महिलाओं को भी काम मिले। लोक सुनवाई में जिला भू अर्जन पदाधिकारी मो मुजाहिद्दीन अंसारी, झरिया अंचलाधिकारी रामसुमन प्रसाद, सेल चासनाला महाप्रबंधक शिवराम बनर्जी, गौशाला ओपी प्रभारी बिरेन्द्र कुमार, झरिया सीआई अभय सिन्हा, सेल अधिकारी पंकज मंडल, केटीएमपीएल निदेशक टी रमेश, एच आर हेड चिट्टी बाबू, विजय शर्मा, मनीष सिंह, गणेश महतो, गोपाल महतो, मलय चंद्र महतो, विवेक मंडल, पूरन सिंह, मिहिर मंडल, अनिल सिंह, कपिलदेव सिंह, दशरथ ठाकुर, करण महतो, भक्तिपद पाल, सुभाष चंद्र मंडल, कालीपद मंडल, सुभाष सिंह, राकेश तिवारी, शशि सिंह, वैद्यनाथ मंडल, राकेश कुमार हाड़ी, जितेंद्र कुमार सिंह, दिलीप मंडल, सावन देवी, प्रियंका मंडल सहित टासरा रोहड़ाबाँध मौजा के ग्रामीण महिला पुरुष मौजूद थे।
झामुमो ने चार सूत्री मांगों को लेकर हर्ल गेट से निकाला कैंडल मार्च
सिंदरी । प्रधानमंत्री का हर्ल सिंदरी के उद्घाटन के लिए सिंदरी आगमन 4 फरवरी को प्रस्तावित है और झारखंड मुक्ति मोर्चा हर्ल गेट की अनिश्चितकालीन चक्का जाम करने को लेकर ताबड़तोड़ तैयारी कर रही है। इसको लेकर झामुमो धनबाद महानगर उपाध्यक्ष रामू मंडल के नेतृत्व में रविवार की शाम हर्ल सिंदरी मुख्य द्वार के समीप धरनास्थल से रोहड़ाबाँध अंबेडकर चौक तक मोमबत्ती मार्च निकाला गया। उपाध्यक्ष ने कहा कि झामुमो 4 सूत्री मांगों को लेकर पिछले 16 महिने से हर्ल मुख्य द्वार पर धरना दे रही है। परंतु प्रबंधन के कान में जूँ नहीं रेंग रही है। इन माँगों के लिए पुनः माँगपत्र 23 जनवरी को हर्ल प्रबंधन को दिया गया है। माँगों में स्थानीय व विस्थापितों को हर्ल में स्थायी और संवेदक स्तर पर 75 प्रतिशत नियोजन, सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी, कार्यरत स्थानीय मजदूरों को स्थायी करने और स्थानीय मूलवासी को यूरिया ट्रांसपोर्ट का काम शामिल है। उन्होंने बताया कि माँगपत्र में स्पष्ट किया गया है कि 7 दिनों में सकारात्मक पहल नहीं होने पर झामुमो हर्ल मुख्य द्वार अनिश्चितकालीन चक्का जाम करेगी। मोमबत्ती मार्च में अशोक महतो, चमकलाल सिंह, दिवास बहरा, नाजू सिंह, जगदीश हाँसदा, शिवलाल मुर्मु, राजेंद्र हाँसदा, संतोष सिंह, सुजित मुर्मु, सुशील हेम्ब्रम, सुनील महतो, विकास गोराई, विजय गुप्ता, तपन बावरी, राजू प्रसाद, दिनेश महतो, गोपी पासवान, अर्जुन प्रमाणिक सहित कई ग्रामीण विस्थापित मौजूद थे।