अयोध्या में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा भारतीय इतिहास का स्वर्णिम काल -डॉ इन्दु
जहानाबाद - अयोध्या में राम मंदिर का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम वर्षों के सपने के सरकार होने जैसा है यशस्वी प्रधानमंत्री युग पुरुष नरेंद्र भाई मोदी के हाथों इस मंगल कार्य का होना एक ऐतिहासिक कदम है।
अयोध्या जो शासन के राम राज्य के मॉडल के रूप में हजारों वर्षों से प्रचलित रही है वहां पर फिर से भगवान राम के भव्य मंदिर का इतने कम समय में बनकर तैयार होना राष्ट्र और सनातन धर्म के लिए गर्व की बात है।
मुक्त बातें बताते हुए लोजपा (रा) महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ इन्दु काश्यप ने कहा कि 22 जनवरी का दिन इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण और अयोध्या को विश्व स्तरीय शहर के रूप में पुनर्निर्माण करना एनडीए सरकार की प्रतिबद्धता एवं करोड़ों लोगों के आस्था और संकल्प को दर्शाता है। डॉ इंदु कश्यप ने बताया कि आज पूरा देश राम में हो गया है और इस तरह का लोगों में आस्था आज से पहले कभी नहीं देखी गई। आज के इस पावन दिवस पर पूरा देश भक्ति और आस्था के रंग में डुबा है।
डॉ इंदु कश्यप के नेतृत्व में बड़ी संख्या में महिलाओं और पुरुषों ने बाजार समिति स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में भजन संकीर्तन में हिस्सा लिया इस दौरान सुंदरकांड का पाठ और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के समापन पर भगवान राम के उद्घोष और जयकारे से पूरा माहौल भक्ति में रहा। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया।
इस बीच राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर एस के सुनील ने ब्राह्मण और विद्वान आचार्य को सम्मानित किया । इस दौरान उन्होंने भगवान श्री राम की अराधना करते हुए उनके आदर्श व्यक्तित्व को मानव जाति के कल्याण का मार्ग बताया। उन्होंने कहा कि जनकल्याण और आदर्श राज्य की संकल्पना राम राज्य से जुड़ा हुआ है।
Jan 22 2024, 21:33