साहिबगंज जिले के शहरी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश ने मचाया कहर लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त
साहिबगंज जिले के शहरी क्षेत्र में मूसलाधार बारिश ने मचाया कहर लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त ।
बताते चले की पिछले कई घंटे से मूसलाधार बारिश के कारण साहिबगंज शहर का सूरत बिगड़ कर रख दिया है। शहर का कोई भी कोना ऐसा नहीं है जो पानी की चोट से कराह नहीं रहा है।
सबसे अधिक दुर्गगति वार्ड नंबर 22 की जनता की हो रही है यह वार्ड एक ऐसा वार्ड है। जिस होकर पहाड़ों से आने वाला तेज रफ्तार पानी गुजरता है। जिला मुख्यालय,पुलिस लाइन, बिजली ऑफिस, पूर्वी फाटक का पानी व अतिरिक्त पहाड़ों से आने वाला पानी रेलवे लाइन को क्रॉस करते हुए शारदा नगर जयप्रकाश चौक होते हुए तालाब में मिल जाता है। वर्षों पूर्व जय प्रकाश चौक के पास स्थित पुल का अतिक्रमण प्रारंभ हो गया इसके खिलाफ समाज के लोगों ने अनुमंडल दंडाधिकारी के न्यायालय का सरन लिया और वहां वाद संख्या 188/2011 में फैसला आया की 6 फीट का रास्ता पानी परवाह के लिए देते हुए ही निर्माण कार्य किया जाएगा इसके अतिरिक्त 2 फीट का जगह नाला निर्माण के लिए दिया जाएगा जिसका दीवाल दोनों तरफ खड़ा होगा। लेकिन अतिक्रमण करने वालों ने नली की चौड़ाई मात्र 4/5 फिट कर दी और धीरे-धीरे अतिक्रमण शुरू कर दिया जिसका नतीजा यह हुआ कि अधिक बारिश में वर्षा के समय पानी का प्रवाह रुक जाता है।और मोहल्ले में फैल जाता है। एकमात्र पानी का बहाव वाले स्थल के जाम होने से संपूर्ण वार्ड नंबर 22 के अधिकांश हिस्सों में पानी फैल कर कई घरों व दुकान में प्रवेश करने लगा पुण: 2023 में अस्पताल संचालक द्वारा बड़े-बड़े पत्थर के द्वारा नाली का अतिक्रमण कर दिया गया इसके खिलाफ मोहल्लेवासी अनुमंडल पदाधिकारी के पास पहुंचते हैं उनके न्यायालय का शरण लेते हैं वहां पर फिर फैसला होता है कि उक्त अस्पताल प्रबंधन ने जबरदस्ती नाले पर कब्जा किया है उसे तोड़ने का आदेश होता है और नाली निर्माण का आदेश दिया जाता है अब नगर परिषद के अधिकारी की मिली भगत से जो नगर परिषद की नालियां अन्य जगहों पर चल से 5 इंच की होती है उसमें दिया जाने वाला लोहे का रड की दूरी होती है इस नाले में एक-एक फीट की दीवार तैयार की जाती है और उसमें जाली लगा दिया जाता है एक-एक फीट की दीवार तैयार होने से नाली की चौड़ाई मात्र दो से ढाई फीट रह जाती है और अपने घर के भीतर से नाले को प्रवाहित करते हुए वहां जाली लगा दिया गया है। जिससे पानी का प्रवाह रुक रुक कर जाता है। बीते वर्ष भी इससे भी ज्यादा भयावह स्थिति पानी के हुई थी। जहा उपयुक्त रामनिवास यादव ने स्वयं निरीक्षण किया था परंतु वर्तमान में स्थित वही बनी हुई है।
मोहल्ले वासियों का कहना है कि यदि यह स्थिति रही तो बड़ी भयावक हो जाएगा हम लोगों के जान माल की बहुत बड़े पैमाने पर क्षति हो रही है हम लोग अब न्यायालय की शरण में जाएंगे और हम लोग राष्ट्रपति और मुख्य न्यायाधीश से यह मांग करेंगे या तो हम लोगों को इस समस्या से निदान किया जाए या जल समाधि लेने का आदेश दिया जाए क्योंकि अतिक्रमण करने वाला व्यक्ति एक चिकित्सक है प्रशासन उनकी बातों को सुनता है आम जनता की कोई बात सुनी नहीं जाती है। वही आज भी मूसलाधार बारिश में जब लोगों के घरों में पानी घुस गया तो जेई राजेश सिंह के द्वारा निरीक्षण करने जयप्रकाश नगर स्थित पुलिया के पास आए हुए थे तो वहीं पत्रकारों के द्वारा जब उनसे इस पानी का निजात पाने के लिए पूछा गया तो भड़क गए और पत्रकारों के द्वारा साथ अभद्र व्यवहार करते हुए उनका मोबाइल छीन लिया गया अब ऐसे में सवाल लाजिमी है कि अगर नाली बनाने में भ्रष्टाचारी नहीं हुई है तो जी साहब भड़के क्यों सवाल लाजिमी है क्योंकि पत्रकार अपने लिए नहीं बल्कि जनता के लिए सवाल पूछने गई थी।
Sep 22 2023, 17:35