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राहुल गांधी ने आनंद विहार रेलवे स्टेशन में कुली की तरह पोशाक पहन कर ढोया समान!

नयी दिल्ली : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी गुरुवार सुबह दिल्ली के आनंद विहार ISBT पहुंचे और कुलियों से मिले। यहां उन्होंने कुली की लाल यूनिफॉर्म पहनी और बैज भी लगाया। इसके बाद उन्होंने सिर पर सामान उठाया। 

इस दौरान उनके साथ मौजूद कुली राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए। राहुल ने इसके बाद कुलियों से बातचीत की और उनकी परेशानियों के बारे में पूछा। वैसे इस बैग को चक्के की सहायता से ले जा सकते थे।

गर्भावस्था में अमरूद खाने से मिलते है कई लाभ,आइए जानते है गर्भावस्था में अमरूद खाने के फायदे के बारे में...


दिल्ली: प्रेगनेंसी एक महिला के लिए सबसे खूबसूरत पल होता है। प्रेगनेंसी में महिलाओं को अपने सेहत पर खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए क्योंकि इसे उसे और होने वाले बच्चे दोनों पर असर पड़ता है। हर महिला को अपने साथ अपने होने वाले बच्चे का भी पूरा ध्यान रखना होता है। उनकी डायट में कई तरह के बदलाव किए जाते हैं और उन्‍हें फल, सब्जियां, सूखे मेवे और अन्‍य पौष्टिक चीज़ों को शामिल करने की सलाह दी जाती है। क्योकिं यह पौष्टिक चीज़े उनके और उनके शिशु के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। कुछ फल ऐसे हैं, जिन्हें प्रेगनेंसी में खाने के लिए मना किया जाता है।

कुछ ऐसे हैं जिन्हें ज़रूर खाने की सलाह भी दी जाती है । अगर आप प्रेगनेंसी के दौरान अमरूद खाने की सोच रही हैं कि इसे खाना सुरक्षित होगा कि नहीं तो हम आपको बता दें प्रेगनेंसी में अमरूद का सेवन एकदम सुरक्षित होता है। अमरूद पोषण से भरा फल है। इसलिए प्रेगनेंट महिलाओं को इसके बहुत से स्वास्थ्य लाभ भी मिल सकते हैं। परन्तु इसको सीमित मात्रा में खाना चाहिए। 100-125 ग्राम अमरूद की मात्रा रोजाना खाना सुरक्षित माना जाता है। यहां हम आपको बताएंगे अमरूद को खाने के आश्चर्यजनक लाभ-

1. विटामिन सी का स्त्रोत-

अमरूद विटामिन सी का अच्छा स्रोत होता है। गर्भावस्था के दौरान अमरूद खाने से यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत रखने में मदद करता है और शिशु को संक्रमण से बचाने में सहायता प्रदान करता है।

2. डायबिटीज को कंट्रोल करता है -

प्रेगनेंसी में डायबिटीज की समस्या काफी देखी जाती है। अगर आप प्रेगनेंट हैं और डायबिटीज से बचना चाहती हैं, तो आप अमरूद का सेवन कर सकती हैं । इससे टाइप 2 डायबिटीज को भी कंट्रोल करा जा सकता है।

,3. पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है-

अमरूद में अच्छी मात्रा में फाइबर होती है, जिससे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। यह कब्ज को दूर करता है और आपको पेट की समस्याओं से राहत देता है।

4. हाइड्रेटेड रखता है-

प्रेगनेंसी में शरीर को हाइड्रेटेड रखना बहुत जरूरी है अगर आप पानी का ज्यादा सेवन नहीं कर पा रही हैं, तो आप लिक्विड चीजों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें या फिर ऐसे फलों को डाइट में शामिल करें जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है। अमरूद में अच्छी खासी पानी की मात्रा पाई जाती है, जो हाइड्रेशन से बचाने में मददगार है।

5. ओरल हेल्थ बेहतर बनाता है-

अमरूद गले के इंफेक्शन को कम करने में मदद कर सकता है और मौखिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसमें मौखिक अल्सर और मसूड़ों की समस्याओं को कम करने वाले गुण होते हैं।

6. शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है-

प्रेगनेंसी के दौरान अमरूद का सेवन ऊर्जा प्रदान करता है क्योकिं इसमें मध्यम रूप से कैलोरी होती हैं। इससे आपकी थकान और कमजोरी कम हो सकती है।

7. इम्यूनिटी को बढ़ाता है-

अमरूद में विटामिन ई, सी व बी की मात्रा भरपूर होती है। यह तीनों ही विटामिन प्रेगनेंसी के दौरान शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती हैं। अमरूद में बहुत से एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं जो आपको बीमारियों से बचाते हैं। इसलिए हर एक महिला को जो मां बनने वाली है उन्हें अमरूद जरूर खाना चाहिए।

8. एनीमिया होने से बचाता है-

एनीमिया आयरन की कमी के कारण होता है और यह प्रेगनेंट महिलाओं में अक्सर मिलने वाली आम समस्या है। इसलिए यदि महिलाए इस दौरान अमरूद खाती हैं तो उनको इससे पर्याप्त मात्रा में आयरन मिल सकता है। जिससे उनके शरीर में आयरन की कमी नहीं होगी।

दिल्ली:वैष्णों देवी जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी नई दिल्ली से कटड़ा के लिए चलेंगी दो विशेष ट्रेनें

दिल्ली:- भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए नई दिल्ली से श्री माता वैष्णो देवी कटरा के बीच स्पेशन ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। श्री माता वैष्णो देवी के यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने नई दिल्ली से दो विशेष ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है।

दोनों ट्रेनों का सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला छावनी, लुधियाना, जालंधर छावनी, पठानकोट छावनी, जम्मू तवी तथा शहीद कैप्टन तुषार महाजन (ऊधमपुर) स्टेशनों पर ठहराव होगा।

वापसी दिशा में एक अक्टूबर को श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से शाम साढ़े छह बजे चलकर अगले दिन सुबह 06.25 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। इसमें वातानुकूलित श्रेणी के कोच होंगे।

नई दिल्ली-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा विशेष (04081/04082)- नई दिल्ली से यह विशेष ट्रेन 30 सितंबर को रात्रि 11.30 बजे रवाना होकर अगले दिन पूर्वाह्न 11.25 बजे श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा पहुंचेगी।

वापसी दिशा में दो अक्टूबर को श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा से दो अक्टूबर को शाम साढ़े छह बजे प्रस्थान कर अगले दिन सुबह 06.25 बजे नई दिल्ली पहुंचेगी। इसमें वानानुकूलित, शयनयान तथा सामान्य श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे।

गणेश चतुर्थी : गणेश चतुर्थी पर कर्नाटक के बेंगलुरु में ढाई करोड़ के सिक्कों व नोटों से सजाया गया मंदिर

 बेंगलुरु : गणेश चतुर्थी उत्सव कर्नाटक में सोमवार से शुरू हो गया. श्रद्धालु भगवान गणेश का आशीर्वाद लेने के लिए मंदिरों और पंडालों में जा रहे हैं. इस बीच, बेंगलुरु में जेपी नगर स्थित सत्य गणपति मंदिर परिसर को करीब ढाई करोड़ रुपये के सिक्कों और नोटों से सजाया गया है।

अपनी इस अनूठी सजावट के चलते यह मंदिर श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित कर रहा है. इस मंदिर का प्रबंधन संभाल रहे गणपति शिर्डी साईं न्यास ने पांच, 10 और 20 रुपये के सिक्कों की मालाएं तैयार की हैं। 

इसी के साथ-साथ 10,20,50,100, 200 और 500 रुपये के नोटों की भी मालाएं तैयार की गयी हैं. ये सभी मालाएं करीब ढाई करोड़ रुपये की हैं.

अगर चाहते है गोरी और निखरी त्वचा तो लगाए,बेसन से बने ये फेस पैक जिससे चहरे के काले दाग धब्बे हो जाएंगे दूर।


दिल्ली:- अपनी त्वचा की प्राकृतिक चमक बनाए रखने के लिए, जब आप अपनी रसोई में मौजूद सामग्रियों का उपयोग कर सकते हैं, तो आपको किसी उत्पाद पर बहुत अधिक पैसा खर्च करने की ज़रूरत नहीं है।हम सभी निखरी और बेदाग त्वचा पाना चाहते हैं। लेकिन धूल-मिट्टी, धूप और प्रदूषण के कारण अक्सर त्वचा पर काले दाग-धब्बे (डार्क स्पॉट्स) हो जाते हैं। ये डार्क स्पॉट्स देखने में काफी भद्दे लगते हैं और आपकी खूबसूरती को प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में, डार्क स्पॉट्स से छुटकारा पाने के लिए लोग तरह-तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इनमें हानिकारक केमिकल्स मौजूद होते हैं, जो लंबे समय में आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। 

ऐसे में आप चाहें तो डार्क स्पॉट्स को हटाने के लिए बेसन का इस्तेमाल कर सकते हैं। जी हां, बेसन दाग-धब्बों को दूर करता है और त्वचा में निखार लाता है।चेहरे पर बेसन लगाने से त्वचा की रंगत भी सुधरती है। आज हम आपको डार्क स्पॉट्स हटाने के लिए बेसन से 3 फेस पैक बनाने का तरीका बता रहे हैं। 

बेसन और दही फेस पैक

डार्क स्पॉट्स से छुटकारा पाने लिए आप बेसन और दही का फेस पैक लगा सकते हैं। इसके लिए आप एक बाउल में 2 चम्मच बेसन लें। इसमें 2 चम्मच दही और एक चुटकी हल्दी डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। अब इसे अपने चेहरे पर लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दें। करीब 10-15 मिनट बाद चेहरे को पानी से धो लें। बेहतर रिजल्ट के लिए हफ्ते में 2 से 3 बार इसका प्रयोग करें। इससे न सिर्फ चेहरे के दाग-धब्बे रिमूव होंगे, बल्कि त्वचा की रंगत में भी सुधार होता है।

बेसन और हल्दी फेस पैक

अगर आपके चेहरे पर काले धब्बे हैं, तो आप बेसन और हल्दी का फेस पैक लगा सकते हैं। इसके लिए आप एक बाउल में 2 चम्मच बेसन लें। इसमें एक चुटकी हल्दी और गुलाब जल मिलाएं। अब इस पेस्ट को अपने चेहरे पर लगाएं। करीब 15 मिनट बाद चेहरे को पानी से धो लें। बेसन और हल्दी में मौजूद गुण चेहरे के दाग-धब्बों, एक्ने और टैनिंग को कम करने में मदद करते हैं।

बेसन और नींबू

चेहरे के डार्क स्पॉट्स हटाने के लिए आप बेसन और नींबू फेस पैक लगा सकते हैं। नींबू में सिट्रिक एसिड होता है, जो त्वचा की रंगत सुधारने में मदद करता है। वहीं, बेसन त्वचा के दाग-धब्बों से छुटकारा दिलाने में प्रभावी होता है। इसके लिए आप 2 चम्मच बेसन में 1 चम्मच दही और 1 चम्मच नींबू का रस मिलाएं। अब इन सभी चीजों को अच्छी तरह मिक्स करने के बाद अपने चेहरे पर लगाएं। करीब 10-15 मिनट बाद चेहरे को पानी से धो लें। बेहतर रिजल्ट के लिए हफ्ते में 2 से 3 बार इसका प्रयोग करें।

डार्क स्पॉट्स से छुटकारा पाने के लिए आप बेसन से बने ये 3 फेस पैक ट्राई कर सकते हैं। हालांकि, अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है, तो इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें।

दिल्ली:त्योहारों पर घर जाने वाले सारे यात्री परेशान नहीं मिल रहा है कंफर्म टिकट,बिहार जाने वाली सारी ट्रेनें फुल


नई दिल्ली :- दशहरा, दीपावली और छठ पर घर जाने वालों को किसी भी ट्रेन में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। पूर्व दिशा की तरफ जाने वाली ट्रेनों में अधिक भीड़ है।

इस दिशा लगभग सभी ट्रेनों में लंबी प्रतीक्षा सूची है। इस स्थिति में त्योहार विशेष ट्रेनें ही एक मात्र सहारा है। उम्मीद है जल्द रेलवे विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा करेगा। दशहरा के समय दिल्ली से कोलकाता व रांची जाने वाली अधिकांश ट्रेनों में जगह नहीं है।

14 से 19 अक्टूबर तक रांची राजधानी, रांची सुपरफास्ट व झारखंड एक्सप्रेस वातानुकूलित (एसी) श्रेणी में कुछ सीटें बची हुई हैं, लेकिन 20 अक्टूबर के बाद किसी ट्रेन में जगह नहीं है। स्लीपर क्लास में तो 10 अक्टूबर के बाद ही अधिकांश ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची है।

बिहार जाने वाले ध्यान दें

दीपावली व छठ के समय यात्रा करने वाले यात्रियों को ज्यादा परेशानी है। पटना जाने वाली किसी भी ट्रेन में 10 नवंबर से 18 नवंबर तक जगह नहीं है। राजधानी हो या मेल एक्सप्रेस सभी में यात्रियों को प्रतीक्षा सूची का टिकट लेना पड़ रहा है।

नवंबर के पहले सप्ताह में अगरतला तेजस राजधानी, मगध एक्सप्रेस, फरक्का एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र एक्सप्रेस, पूर्वा एक्सप्रेस में एसी श्रेणी में कुछ सीटें खाली हैं, लेकिन उसके बाद इन ट्रेनों में भी कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा है। यही हाल मुजफ्फरपुर, भागलपुर सहित बिहार के अन्य शहरों में जाने वाली ट्रेनों का है। दीपावली के दिन भी इस दिशा की ट्रेनों में प्रतीक्षा सूची है।

जल्द विशेष ट्रेनें चलाने की होगी घोषणा

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि अलग-अलग रूट की ट्रेनों में भीड़ की समीक्षा की जा रही है। इसके अनुसार जल्द त्योहार विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की जाएगी।

दीपावली व छठ के समय यात्रियों की ज्यादा भीड़ होती है। उसे ध्यान में रखकर ज्यादा संख्या में विशेष ट्रेनें चलाने के साथ ही रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त व्यवस्था की जाती है।

गणेश चतुर्थी आज से शुरू मुंबई के सबसे मशहूर लालबाग के राजा का दरबार सज धज कर तैयार

मुंबई :- आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी उत्सव को लेकर धूम मची हुई है। हर साल की तरह इस साल भी मुंबई के सबसे मशहूर गणपति लालबागचा राजा में भारी भीड़ देखने को मिली। सुबह की आरती में कई श्रद्धालुओं की भीड़ मौजूद रही।

जानकारी के लिए बता दें कि लालबाग में सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल द्वारा पहली गणेश मूर्ति 1934 में स्थापित की गई थी। इस साल गणेश चतुर्थी 19 सितंबर यानी मंगलवार से शुरू हुई है और 10 दिन तक यह महापर्व मुंबई समेत पूरे उत्तर भारत में मनाई जाएगी। 

यह दिन भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है।गणेश उत्सव का उत्साह सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में ही देखने को मिलता है। समाचार एजेंसी की एक वीडियो में दादर रेलवे स्टेशन के कई अद्भुद नजारा देखने को मिला।लोगों को गणेश चतुर्थी के अवसर पर भगवान गणेश की मूर्तियां ले जाते देखा गया।

क्या आप जानते है दोने और पत्तलों में खाना स्वास्थ के लिए है कितना लाभकारी,यह पर्यावरण से लेकर मनुष्य तक की करती है सुरक्षा*

पत्तल और दोना के पत्ते प्रकृति में पर्यावरण के अनुकूल हैं जो साल के पत्तों से बने होते हैं।प्लेट एक गोलाकार आकार में होती है जिसमें छह से आठ पत्तियाँ एक संकीर्ण लकड़ी की छड़ियों से जुड़ी होती हैं।

भारत मुख्य रूप से अपनी समृद्ध संस्कृति और पारंपरिक मूल्यों के लिए जाना जाता है। पुराने जमाने में दामाद की चपलता की परख पत्तल और कटोरी बनाकर की जाती थी, तभी उसे उसका होने वाला ससुर स्वीकार करता था।

एक बहुत छोटी सी बात है पर हमने उसे विस्मृत कर दिया हमारी भोजन संस्कृति, इस भोजन संस्कृति में बैठकर खाना और उस भोजन को "दोने पत्तल" पर परोसने का बड़ा महत्व था कोई भी मांगलिक कार्य हो उस समय भोजन एक पंक्ति में बैठकर खाया जाता था और वो भोजन पत्तल पर परोसा जाता था जो विभिन्न प्रकार की वनस्पति के पत्तो से निर्मित होती थी।

क्या हमने कभी जानने की कोशिश की कि ये भोजन पत्तल पर परोसकर ही क्यो खाया जाता था? नही क्योकि हम उस महत्व को जानते तो देश मे कभी ये "बुफे"जैसी खड़े रहकर भोजन करने की संस्कृति आ ही नही पाती।

जैसा कि हम जानते है पत्तल अनेक प्रकार के पेड़ो के पत्तों से बनाई जा सकती है इसलिए अलग-अलग पत्तों से बनी पत्तलों में गुण भी अलग-अलग होते हैतो आइए जानते है कि कौन से पत्तों से बनी पत्तल में भोजन करने से क्या फायदा होता है? 

एक बार आजमा कर देखें

लकवा से पीड़ित व्यक्ति को अमलतास के पत्तों से बनी पत्तल पर भोजन करना फायदेमंद होता है।

जिन लोगों को जोड़ो के दर्द की समस्या है ,उन्हें करंज के पत्तों से बनी पत्तल पर भोजन करना चाहिए।

जिनकी मानसिक स्थिति सही नहीं होती है ,उन्हें पीपल के पत्तों से बनी पत्तल पर भोजन करना चाहिए।

पलाश के पत्तों से बनी पत्तल में भोजन करने से खून साफ होता है और बवासीर के रोग में भी फायदा मिलता है।

केले के पत्ते पर भोजन करना तो सबसे शुभ माना जाता है , इसमें बहुत से ऐसे तत्व होते है जो हमें अनेक बीमारियों से भी सुरक्षित रखते है।*

पत्तल में भोजन करने से पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होता है क्योंकि पत्तल आसानी से नष्ट हो जाते है।

पत्तलों के नष्ट होने के बाद जो खाद बनती है वो खेती के लिए बहुत लाभदायक होती है।

पत्तल प्राकतिक रूप से स्वच्छ होते है इसलिए इस पर भोजन करने से हमारे शरीर को किसी भी प्रकार की हानि नहीं होती है|अगर हम पत्तलों का अधिक से अधिक उपयोग करेंगे तो गांव के लोगों को रोजगार भी अधिक मिलेगा क्योंकि पेड़ सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रो में ही पाये जाते है।

अगर पत्तलों की मांग बढ़ेगी तो लोग पेड़ भी ज्यादा लगायेंगे जिससे प्रदूषण कम होगा। डिस्पोजल के कारण जो हमारी मिट्टी, नदियों ,तालाबों में प्रदूषण फैल रहा है ,पत्तल के अधिक उपयोग से वह कम हो जायेगा।

जो मासूम जानवर इन प्लास्टिक को खाने से बीमार हो जाते है या फिर मर जाते है वे भी सुरक्षित हो जायेंगे ,क्योंकि अगर कोई जानवर पत्तलों को खा भी लेता है तो इससे उन्हें कोई नुकसान नहीं होगा सबसे बड़ी बात पतला डिस्पोजल से बहुत सस्ती भी होती है, ये बदलाव आप और हम ही ला सकते हैं अपनी संस्कृति को अपने से हम छोटे नहीं हो जाएंगे बल्कि हमें इस बात का गर्व होना चाहिए कि हमारी संस्कृति का विश्व में कोई सानी नहीं है।

ब्राजील में बड़ा विमान हादसा पायलट समेत 14 लोगो की मौत


नयी दिल्ली :- बार्सिलोस (ब्राजील): ब्राजील में बड़ा विमान हादसा सामने आया है, जिसमें सवार सभी 14 लोगों की जान चली गई। शनिवार को राजधानी मनौस से 400 किमी दूर बार्सिलोस में हुई। 

स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि मृतकों में कुछ अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। विमान में 12 यात्रियों के साथ चालक दल के दो सदस्य सवार थे। 

मनौस एयरोटैक्सी एयरलाइंस ने बयान जारी कर दुर्घटना की पुष्टि करते हुए कहा है कि दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

सैन्य अभ्यास के दौरान आग का गोला बना विमान,पायलट ने कूदकर बचाई जान, 5 साल की बच्ची की मौत


नयी दिल्ली :- इटली के तुरीन में सैन्य अभ्यास के दौरान एक सैन्य जेट हादसे का शिकार हो गया, जिसके चपेट में आने के बाद एक लड़की की मौत हो गई. इस घटना की भयावह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, इतालवी सैन्य जेट दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एक कार से जा टकराया, जिससे कार में बैठी पांच साल की एक लड़की की मौत हो गई।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा ट्यूरिन शहर में हुआ. जब अभ्यास के दौरान पायलट ने अपना नियंत्रण खो दिया और प्लेन जमीन से जा टकराई. वीडियो में देखा जा सकता है कि विमान में आग लगने से कुछ क्षण पहले पायलट ने खुद को इजेक्ट कर अपनी जान बचाई. जिसके बाद विमान, एक कार से टकराई, जिसमें एक परिवार मौजूद था.

मृत बच्ची का भाई भी गंभीर रूप से घायल

रिपोर्ट के अनुसार, इस हादसे में मृतक का एक आठ वर्षीय भाई गंभीर रूप से घायल हो गया है. जबकि उनके माता-पिता झुलस गए हैं. हालांकि वे फिलहाल खतरे से बाहर हैं. वहीं, जेट पायलट की स्थिति ठीक है. स्थानीय इतालवी मीडिया के अनुसार, शुरुआती जांच से पता चलता है कि विमान पक्षियों के झुंड से टकरा गया, जिससे संभवत: कोई जानवर इंजन में घुस गया और इंजन फेल हो गया.

रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान फ़्रीसे ट्राइकोलोरी प्रदर्शन टीम का हिस्सा था, जिसे रविवार को इतालवी वायु सेना के 100 साल पूरे होने के अवसर पर एक कार्यक्रम में भाग लेना था।

रॉयटर्स के मुताबिक, यह इवेंट अब रद्द कर दिया गया है. इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए रक्षा मंत्री गुइडो क्रोसेटो ने कहा कि मंत्रालय परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।