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चांद पर निभाई जाएगी धरती की दोस्ती, इसरो ने रूस के लूना-25 लॉन्च पर दी बधाई, कहा- अंतरिक्ष यात्रा में एक और मुलाकात

#luna_25_launch_successful_isro_wishes 

भारत के बाद अब रूस ने भी लूनर मिशन लूना-25 लॉन्च कर दिया है। धरती के दोनों दोस्त अब अंतरिक्ष में भी अपनी दोस्ती निभाएंगे। दरअसल, शुक्रवार सुबह रूस ने भी मून मिशन लॉन्च किया है।इस मिशन के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने रूसी अंतरिक्ष एजेंसी को बधाई दी। 

रशियन स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस ने शुक्रवार सुबह लूना-25 को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में भेजा। पिछले 50 सालों में रूस का यह पहला चंद्रमा मिशन है। इसरो ने कहा कि लूना-25 के सफल लॉन्च पर रोस्कोस्मोस को हमारी तरफ से बधाई। हमारी अंतरिक्ष यात्रा में एक और मुलाकात होना अद्भुत है। उसने कहा कि चंद्रयान-3 और लूना-25 मिशनों को अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए शुभकामनाएं। 

दरअसल, भारत द्वारा लॉन्च किए गए मून मिशन चंद्रयान 3 के करीब एक महीने बाद यानी आज शुक्रवार को रूस ने अपना मून मिशन लूना-25 को लॉन्च किया है। बताया जा रहा है कि भारत का चंद्रयान-3 और रूस का लूना-25 दोनों ही चांद के दक्षिणी ध्रुव पर करीब-करीब एक ही समय में या फिर थोड़ा बहुत आगे-पीछे लैंड करेंगे। हालांकि, कौन पहले चांद पर कदम रखेगा, इस बारे में स्पष्टता नहीं आई है।

रूसी मीडिया के अनुसार, शुक्रवार 11 अगस्त को सुबह 4.40 बजे रूस के वोस्तोनी कॉस्मोड्रोम से लूना- 25 लैंडर की लॉन्चिंग की। लूना- 25 को सोयुज 2.1 बी रॉकेट में चांद पर भेजा गया है। इसे लूना-ग्लोब मिशन का नाम दिया गया है। रॉकेट की लंबाई करीब 46.3 मीटर है, वहीं इसका व्यास 10.3 मीटर है। रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस का कहना है कि लूना-25 चांद की ओर निकल चुका है। पांच दिनों तक यह चांद की तरफ बढ़ेगा। इसके बाद 313 टन वजनी रॉकेट 7-10 दिनों तक चांद का चक्कर लगाएगा। उम्मीद है कि 21 या 22 अगस्त को यह चांद की सतह पर पहुंच जाएगा।रूस की योजना है कि लैंडर को चांद के दक्षिणी पोल पर उतरेगा। जानकारों का कहना है कि चांद के इसी पोल पर पानी मिलने की संभावना है।

बता दें कि रूस ने आखिरी बार 1976 में चंद्रमा पर कोई स्पेसक्राफ्ट भेजा था। लूना-25 की लॉन्चिंग यूरोपियन स्पेस एजेंसी की मदद के बिना किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लूना-25 के 23 अगस्त को चंद्रमा पर पहुंचने की संभावना है। उसी दिन शाम को चंद्रयान-3 के भी चंद्रमा की सतह पर कदम रखने की उम्मीद है। भारत ने चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को लॉन्च किया था। लूना-25 और चंद्रयान-3, दोनों ही चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिश करेंगे। अब तक यहां पर कोई स्पेसक्राफ्ट लैंड नहीं कर सका है। चंद्रमा पर भी केवल तीन देश- अमेरिका, सोवियत संघ और चीन ही स्पेसक्राफ्ट भेज पाए हैं। चंद्रयान-3 की सफलता के साथ भारत इस एलीट क्लब में शामिल हो जाएगा।

लोकसभा में IPC, CRPC व IA एक्ट में संशोधन वाले 3 बिल पेश, अमित शाह ने कहा- राजद्रोह कानून पूरी तरह निरस्‍त कर देंगे

#monsoonsession2023loksabha

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में तीन-तीन विधेयक पेश किए हैं। इनमें भारतीय सुरक्षा संहिता बिल, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, भारतीय साक्ष्‍य अधिनियम शामिल हैं।गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय सुरक्षा संहिता बिल (CrPC) पर लोकसभा में बताया कि अंग्रेजों के बनाए 3 कानून में संसोधन किया गया है। आईपीसी (भारतीय दंड संहिता) की जगह भारतीय न्याय संहिता 2023, सीआरपीसी की जगह भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 और एविडेंस एक्ट की जगह भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 किया गया है।अमित शाह ने बताया, नए सीआरपीसी में 356 धारा होंगी जबकि 511 थीं। उन्होंने कहा, गुलामी की निशानियों को समाप्त कर नया कानून लाने का तय किया है।

गुलामी का निशानियां खत्म की जा रहीं-शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा, ‘आज मैं जो 3 विधेयक एक साथ लेकर आया हूं, वो तीनों विधेयक पीएम मोदी ने जो 5 प्रण लिए हैं, उनमें से एक प्रण का अनुपालन करने वाले हैं। दंड विधान प्रक्रिया के लिए मूलभूत कानून इन तीन विधेयकों में शामिल हैं। एक है Indian Penal Code (आईपीसी)जो 1860 में बनाया गया। दूसरा है Criminal Procedure Code (सीआरपीसी)जो 1898 में बनाया गया और तीसरा है Indian Evidence Act (एआई) जो 1872 में बनाया गया। उन्होंने कहा, '1860 से 2023 तक देश की आपराधिक न्याय प्रणाली अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानूनों के अनुसार कार्य करती रही। तीन कानून बदल जाएंगे और देश में आपराधिक न्याय प्रणाली में बड़ा बदलाव होगा। शाह ने कहा कि इन तीनों कानूनों को रिप्लेस कर के इनकी जगह तीन नए कानून जो बनेंगे, उनकी भावना होगी भारतीयों को अधिकार देने की। इन कानूनों का उद्देश्य किसी को दंड देना नहीं होगा। इसका उद्देश्य होगा लोगों को न्याय देना। 

अलगाववाद और देश के खिलाफ अपराध एक अलग रूप में परिभाषित होंगे-शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में विधेयक पेश करते हुए बताया कि मॉब लिंचिंग के मामलों में सजा-ए-मौत दी जा सकेगी। अलगाववाद और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने जैसे अपराधों को एक अलग अपराध के रूप में परिभाषित किया गया है। दाऊद इब्राहिम जैसे फरार अपराधियों पर उसकी अनुपस्थिति में मुकदमा चलाने का प्रावधान लाया गया। उसके अनुपस्थित रहने पर भी उसके मामले में सुनवाई होगी और उसे सजा होगी। उसे सजा से बचना हो तो भारत आए और केस लड़े।अमित शाह ने कहा कि इस विधेयक के तहत हमने लक्ष्य रखा है कि सजा का अनुपात 90% से ऊपर ले जाना है। इसीलिए, हम एक महत्वपूर्ण प्रावधान लाए हैं कि जो धाराएं 7 साल या अधिक जेल की सजा का प्रावधान करती हैं , उन सभी मामलों के तहत फोरेंसिक टीम का अपराध स्थल पर जाना अनिवार्य कर दिया जाएगा।

राजद्रोह कानून पूरी तरह निरस्‍त कर देंगे- शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि आईपीसी पर नया बिल देशद्रोह के अपराध को पूरी तरह से निरस्त कर देगा। 'भारतीय न्याय संहिता' (नई आईपीसी) में अलगाव, सशस्त्र विद्रोह, विध्वंसक गतिविधियों, अलगाववादी गतिविधियों या भारत की संप्रभुता या एकता और अखंडता को खतरे में डालने वाले कृत्यों पर एक नया अपराध भी जोड़ा गया है।

चार साल में 158 बैठकों के बाद लिया गया फैसला-शाह

अमित शाह ने कहा कि 18 राज्यों, छह यूटी, भारत की सुप्रीम कोर्ट, 22 हाईकोर्ट, न्यायिक संस्थाओं, 142 सासंद और 270 विधायकों के अलावा जनता ने भी इन विधेयकों को लेकर सुझाव दिए हैं। चार साल तक इस पर काफी चर्चा हुई है। हमने इस पर 158 बैठकें की हैं।

नए एरिस वैरिएंट पर WHO की पड़ताल शुरू, भारत में आ चुका है एक मामला

कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से निकले एरिस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पड़ताल शुरू कर दी है। फिलहाल डब्ल्यूएचओ ने इसे वैरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट की श्रेणी में शामिल किया है। जानकारी मिली है कि बीते अप्रैल से अब तक भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना के नए एरिस वैरिएंट की पहचान हुई है जिसे ईजी.5 नाम से जाना जाता है।

जेनेवा में हुई बैठक

बीते मंगलवार को जेनेवा में हुई बैठक में डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने कहा है कि अभी तक एरिस स्ट्रेन के बहुत अधिक साक्ष्य सामने नहीं आए हैं। इसलिए फिलहाल इसे गंभीर स्ट्रेन नहीं माना जा सकता है। समय के अनुसार जैसे जैसे साक्ष्य हमारे सामने आएंगें, इसके बारे में सदस्य देशों को जानकारी देते रहेंगे।

साल 2019 में आया कोरोना

दरअसल, 2019 में कोरोना महामारी की शुरुआत के समय डब्ल्यूएचओ ने तीन श्रेणी के तहत कोरोना वायरस के वैरिएंट को रखा। इनमें वैरिएंट ऑफ इंट्रेस्ट, वैरिएंट ऑफ कंसर्न और वैरिएंट ऑफ हाइकान्सिक्वेंस शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ का कहना है कि ईजी.5 और इसके उप-वंश को लेकर अभी तक काफी कम मामले दुनिया में सामने आए हैं। हालांकि, यूके और अमेरिका में इनकी संख्या काफी है जबकि भारत में बीते मई माह के दौरान एक मामला मिला जो दो दिन में स्वस्थ भी हो गया। 

सतर्क रहने की जरूरत

एरिस वैरिएंट को शोधकर्ताओं ने EG 5.1 नाम दिया है, सबसे पहले जुलाई में इसकी पहचान की गई थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने यूके सहित सभी देशों को सतर्क रहने और कोविड संबंधी उचित व्यवहार का पालन करने की सलाह दी है। अध्ययनकर्ताों का कहना है कि वायरस में जारी म्यूटेशनों के कारण गंभीर या संक्रामक वैरिएंट का जोखिम लगातार बना हुआ है, हमें इस दिशा में बेहद सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।

यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (एनआईएच) के अनुसार, ईजी.5 ओमिक्रॉन सबवेरिएंट एक्सबीबी.1.9.2 का वंशज है। इस स्ट्रेन वाले वायरस के स्पाइक प्रोटीन में एक अतिरिक्त उत्परिवर्तन है जो मानव कोशिकाओं में प्रवेश कर जल्द ही संक्रमित करने की क्षमता रखता है। अभी तक ईजी.5 और ईजी.5.1 के मामले सामने आए हैं। बीते सात अगस्त 51 देशों में ईजी.5 के 7354 जीनोम सीक्वेंस सामने आए हैं।

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

‘फ्लाइंग किस’ विवाद पर कांग्रेस सांसद नीतू सिंह के बिगड़े बोल, कहा-राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं

#rahul_gandhi_flying_kiss_congress_mla_neetu_singh_controversial_statement 

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘फ्लाइंग किस’ पर शुरू हुआ विवाद अभी थमता नजर नहीं आ रहा है। एक तरफ बीजेपी के सांसदों ने उनके खिलाफ शिकायत की है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस की विधायक नीतू सिंह ने इस मसले पर ऐसा बयान दिया है, जिसने सियासी पारे को और बढ़ा दिया है। कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने कहा कि राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं है। नीतू सिंह ने उम्र का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें फ्लाइंग किस देना ही होगा तो किसी लड़की को देंगे।

बिहार में कांग्रेस की महिला विधायक से जब इस बावत मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने इसपर विवादित बयान दिया। हिसुआ से कांग्रेस विधायक नीतू सिंह ने राहुल गांधी पर लग रहे आरोपों को गलत बताया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी स्पीकर की तरफ इशारा कर रहे थे, कोई फ्लाइंग किस नहीं कर रहे थे।नीतू सिंह यहीं नहीं रूकीं, उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी को लड़कियों की कमी नहीं है। फ्लाइंग किस देना ही होगा तो किसी लड़की को देंगे, 50 साल की बुजुर्ग महिला को क्यों देंगे?

कांग्रेस नेता नीतू सिंह ने केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर भी अपशब्द कहे।नीतू सिंह ने कहा- जो महिला दोस्त स्मृति ईरानी की सहेली थी उसके पति को ही लेकर स्मृति ईरानी भाग गईं। फिर शादी की। यह किसी से छुपा नहीं है। ऐसी महिला हमारे राहुल जी पर कटाक्ष करती है। ऐसी महिला को तो खुद ही शर्म आना चाहिए।

बता दें कि नीतू सिंह नवादा के हिसुआ से विधायक हैं। उन्होंने बीजेपी के तीन बार विधायक रहे अनिल सिंह को हराया है। नीतू सिंह के पति भी दंबग नेता हैं।

मणिपुर मामले में पीएम मोदी के समर्थन में उतरी अमेरिका सिंगर मैरी मिलबेन, जानें क्या कहा

#american_singer_mary_millben_supports_pm_modi_on_manipur_issue 

मणिपुर में जारी हिंसा पर जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विपक्ष के निशाने पर वहीं अफ्रीकी-अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने पीएम मोदी का समर्थन किया है।

सिंगर मैरी मिलबेन ने लिखा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। मणिपुर की माताओं, बेटियों और महिलाओं को न्याय मिलेगा। पीएम मोदी हमेशा आपकी आजादी के लिए लड़ेंगे। उनकी टिप्पणी उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के जवाब में संसद में पीएम मोदी के संबोधन के बाद आई।

मिलबेन ने गुरुवार को मणिपुर मुद्दे पर दिए गए पीएम मोदी के भाषण का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। उन्होंने देश के बेईमान पत्रकारिता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष बिना किसी तथ्यो के सिर्फ नारे लगाएगा। मिलबेन का कहना है कि उन्हें पीएम मोदी पर भरोसा है, वे पीएम मोदी के लिए प्रार्थना कर रहीं हैं।

अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मैरी मिलबेन ने कहा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। मणिपुर की माताओं, बेटियों और महिलाओं को न्याय मिलेगा. पीएम मोदी हमेशा आपकी आजादी के लिए लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि एक पार्टी जो सांस्कृतिक विरासत का अपमान करती है, बच्चों को अपने देश का राष्ट्रगान गाने के अधिकार से वंचित करती है, और विदेश में किसी के देश को अपमानित करती है, यह नेतृत्व नहीं है. यह सिद्धांतहीन है। उन्होंने आगे कहा कि बेईमान पत्रकारिता झूठे आख्यानों को चित्रित करेगी। विपक्षी आवाजें बिना किसी तथ्य के जोर-शोर से चिल्लाएंगी। लेकिन सच्चाई, सच्चाई हमेशा लोगों को स्वतंत्र कर देगी। 

मिलबेन ने उन्होंने मार्टिन लूथर किंग जूनियर के शब्दों को कोट करते हुए लिखा, ‘भारत, मेरे प्रिय भारत, सत्य की घंटी बजने दो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आप पर मुझे भरोसा है। मैं आपके लिए प्रार्थना कर रहा हूं।

बता दें कि इसी साल जून में मैरी मिलबेन ने पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग में भारत का राष्ट्रगान गाया, जहां पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। ‘जन गण मन’ गाने के बाद मैरी ने पीएम मोदी का अभिवादन किया था और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया था।

मणिपुर मामले में पीएम मोदी के समर्थन में उतरी अमेरिका सिंगर मैरी मिलबेन, जानें क्या कहा

#american_singer_mary_millben_supports_pm_modi_on_manipur_issue 

मणिपुर में जारी हिंसा पर जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विपक्ष के निशाने पर वहीं अफ्रीकी-अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने पीएम मोदी का समर्थन किया है।

सिंगर मैरी मिलबेन ने लिखा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। मणिपुर की माताओं, बेटियों और महिलाओं को न्याय मिलेगा। पीएम मोदी हमेशा आपकी आजादी के लिए लड़ेंगे। उनकी टिप्पणी उनकी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के जवाब में संसद में पीएम मोदी के संबोधन के बाद आई।

मिलबेन ने गुरुवार को मणिपुर मुद्दे पर दिए गए पीएम मोदी के भाषण का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। उन्होंने देश के बेईमान पत्रकारिता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष बिना किसी तथ्यो के सिर्फ नारे लगाएगा। मिलबेन का कहना है कि उन्हें पीएम मोदी पर भरोसा है, वे पीएम मोदी के लिए प्रार्थना कर रहीं हैं।

अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मैरी मिलबेन ने कहा कि भारत को अपने नेता पर भरोसा है। मणिपुर की माताओं, बेटियों और महिलाओं को न्याय मिलेगा. पीएम मोदी हमेशा आपकी आजादी के लिए लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि एक पार्टी जो सांस्कृतिक विरासत का अपमान करती है, बच्चों को अपने देश का राष्ट्रगान गाने के अधिकार से वंचित करती है, और विदेश में किसी के देश को अपमानित करती है, यह नेतृत्व नहीं है. यह सिद्धांतहीन है। उन्होंने आगे कहा कि बेईमान पत्रकारिता झूठे आख्यानों को चित्रित करेगी। विपक्षी आवाजें बिना किसी तथ्य के जोर-शोर से चिल्लाएंगी। लेकिन सच्चाई, सच्चाई हमेशा लोगों को स्वतंत्र कर देगी। 

मिलबेन ने उन्होंने मार्टिन लूथर किंग जूनियर के शब्दों को कोट करते हुए लिखा, ‘भारत, मेरे प्रिय भारत, सत्य की घंटी बजने दो. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आप पर मुझे भरोसा है। मैं आपके लिए प्रार्थना कर रहा हूं।

बता दें कि इसी साल जून में मैरी मिलबेन ने पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी। उन्होंने वाशिंगटन डीसी में रोनाल्ड रीगन बिल्डिंग में भारत का राष्ट्रगान गाया, जहां पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। ‘जन गण मन’ गाने के बाद मैरी ने पीएम मोदी का अभिवादन किया था और उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया था।

अधीर रंजन चौधरी लोकसभा से निलंबित, कांग्रेस के तेवर तल्ख, आज मानसून सत्र के आखिरी दिन हंगामे के आसार

#congress_leader_adhir_ranjan_chowdhary_suspended_from_lok_sabha

मानसून सत्र का आज आखिरी दिन है।मणिपुर पर चर्चा के मुद्दे को लेकर इस बार का पूरा सत्र हंगामेदार रहा है। आज सदन का आखिरी दिन भी हंगामेदार होमने के पूरे आसार हैं। आज कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के निलंबन को लेकर कांग्रेस सरकार को घेर सकती है।दरअसल लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की ओर से पीएम मोदी के बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल करने पर उन्हें गुरूवार को सदन से सस्पेंड कर दिया गया। अधीर के खिलाफ इस मामले को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति के पास भेज दिया गया। संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने इससे जुड़ा एक प्रस्ताव लोकसभा में पेश किया जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दी।

लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी के निलंबन के मुद्दे पर कांग्रेस ने सख्त रुख अपनाया है और वह सरकार से दो-दो हाथ करने के मूड में नजर आ रही है। कांग्रेस ने लोकसभा में अपने नेता अधीर रंजन चौधरी के सस्पेंशन पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस के लोकसभा सांसदों की बैठक बुलाई है। यह बैठक आज सुबह 10: 30 बजे सीपीपी अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में उनके संसद स्थित कार्यालय में बुलाई गई है

पीएम के खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल पर कार्रवाई

बता दें कि गुरुवार को सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए चौधरी ने महाभारत के एक संदर्भ का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री के खिलाफ कुछ टिप्पणी की थी। जिस पर सत्ता पक्ष के सांसदों ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। जिसे आसन ने तत्काल रिकॉर्ड से हटाने का निर्देश दिया।जिसके बाद प्रहलाद जोशी ने अधीर रंजन के खिलाफ निलंबन प्रस्ताव पेश किया। फिलहाल यह मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया है, तब तक अधीर रंजन चौधरी सदन से निलंबित रहेंगे।

पीएम मोदी पर मणिपुर हिंसा पर नहीं बोलने का आरोप

संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने इससे जुड़ा एक प्रस्ताव लोकसभा में पेश किया जिसे सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी दी। इससे पहले, कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के सदस्य सदन से वॉक आउट कर चुके थे। पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्ष के नेताओं ने इंडिया-इंडिया के नारे लगाते हुए सदन से वॉकआउट किया। उन्होंने कहा, पीएम मोदी मणिपुर हिंसा पर नहीं बोल रहे थे। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने की दो वजहें थी- पहली- मणिपुर को इंसाफ दिलाना, दूसरी- पीएम को इस हिंसा पर बोलने के लिए विवश करना।

विपक्ष के वॉकआउट पर पीएम का तंज

पीएम मोदी ने विपक्ष के वॉकआउट पर तंज कसते हुए कहा कि इनमें सुनने की क्षमता नहीं है। इनकी पुरानी आदत रही है गाली दो और फिर भाग जाओ। कचरा फेंको और फिर भाग जाओ। मैं विपक्ष के नेताओं से कहता हूं कि उनमें सुनने का धैर्य नहीं है। अगर ऐसे ही रहा तो इनकी संख्या इससे भी आधी रह जाएगी।

नए विपक्षी गठबंधन पर प्रधामनंत्री का कटाक्ष, कहा- कुछ दिनों पहले आपने यूपीए का अंतिम संस्कार किया

#pmmodislamscongressnewoppositionalliance

I.N.D.I.A. पर पीएम मोदी का हमला

पीएम मोदी ने कहा विपक्षी गठबंधन पर हमला करते हुए कहा कि आपने एनडीए भी चुरा लिया और इंडिया के भी टुकड़े कर दिए I.N.D.I.A. जरा डीएमके और कांग्रेस के लोग सुन लें। यूपीए को लगता है कि देश के नाम का इस्तेमाल करके अपनी विश्वसनीयता बढ़ाई जा सकती है। लेकिन कांग्रेस के सहोयगी दल, कांग्रेस के अटूट साथी। तमिलनाडु सरकार में एक मंत्री दो दिन पहले ही कहा है इंडिया उनके लिए कोई मायने नहीं रखता है। उनके मुताबिक तमिलनाडु तो भारत में है ही नहीं। आज मैं गर्व के साथ कहना चाहता हूं कि तमिलनाडु वो प्रदेश है, जहां हमेशा देशभक्ति की धाराएं निकली हैं। जिस राज्य ने हमें राजा जी दिए, कमाराज दिए, एनजीआर, कलाम दिए। आज तमिलनाडु से ये स्वर सुनाई दे रहे हैं।

इस गठबंधन में हर कोई दुल्हा बनना चाहता है-पीएम मोदी

यह इंडिया गठबंधन नहीं, घमंडिया गठबंधन है और इसकी बारात में हर कोई दुल्हा बनना चाहता है। सबको प्रधानमंत्री बनना है। इस गठबंधन ने यह भी नहीं सोचा कि किस राज्य में आप किसके साथ हैं। पश्चिम बंगाल में आप तृणमूल, लेफ्ट के खिलाफ हैं, दिल्ली में एकसाथ हैं। अधीर बाबू, 1991 में बंगाल विधानसभा चुनाव में इन्हीं कम्युनिस्ट पार्टी ने क्या व्यवहार किया था? आज भी इतिहास में दर्ज है। पिछले साल केरल के वायनाड में जिन लोगों ने कांग्रेस के कार्यालय में तोड़फोड़ की, ये लोग उनके साथ दोस्ती करके बैठे हैं। बाहर से तो लेबल बदल सकते हैं, लेकिन पुराने पापों का क्या होगा? यही पाप आपको लेकर डूबे हैं। आप जनता जनार्दन से यह पाप कैसे छुपा पाओगे। अभी हालात ऐसे हैं, इसलिए हाथों में हाथ, जहां हालात तो बदले, फिर छुरी आगे निकलेगी।

कुछ दिनों पहले आपने यूपीए का अंतिम संस्कार किया था-पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, मैं विपक्ष के साथ अपनी सहानुभूति व्यक्त करना चाहता हूं क्योंकि कुछ दिन पहले आपने बेंगलुरु में यूपीए का अंतिम संस्कार किया था। एक तरफ आप अंतिम संस्कार कर रहे थे, लेकिन आप जश्न भी मना रहे थे और जश्न भी किस चीज का- खंडहर पर नया प्लास्टर लगाने का… मैं विपक्ष को बताना चाहता हूं कि आप उन लोगों का अनुसरण कर रहे हैं जो इतनी पीढ़ियों के बाद भी लाल मिर्च और हरी मिर्च के बीच अंतर नहीं कर पा रहे हैं। 

भेष बदलकर धोखा देने वालों की फितरत सामने आ गई-पीएम मोदी

लेकिन आप में से कई साथियों को मैं जानता हूं, आप भारतीय मानस को जानने वाले लोग हैं। भेष बदलकर धोखा देने वालों की फितरत सामने आ गई है। दूर युद्ध से भागते, नाम रखा रणधीर, भागचंद की आज तक सोई है तकदीर। इनकी मुसीबत ऐसी है कि खुद को जिंदा रखने के लिए इन्हें एनडीए का ही सहारा लेना पड़ा है। लेकिन घमंड का आई (I) इन्हें छोड़ता नहीं है। इन्होंने दो-दो I रख लिए। पहला I 26 दलों का घमंड, दूसरा I एक परिवार का घमंड। NDA भी चुरा लिया, इंडिया के भी टुकड़े कर लिए।'

अविश्वास प्रस्ताव पर पहले दिन अधीर रंजन चौधरी के न बोलने पर पीएम मोदी का तंज, कहा-'गुड़ का गोबर कैसे करना उसमें ये माहिर

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी पर तंज कसा।पीएम ने कहा कि अधीर बाबू को पता है कि गुड़ का गोबर कैसे करना है। ये इसमें माहिर हैं। 

गुड़ का गोबर कैसे करना है, उसमें अधीर रंजन माहिर- पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, इस अविश्वास प्रस्ताव में कुछ बातें इतनी अजीब हैं कि ये पहले कभी नहीं सुनी और देखी गईं, कल्पना भी नहीं की गईं। सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के नेता का नाम वक्ताओं में नहीं था।1999 में वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया। तब शरद पवार साहब ने नेतृत्व किया। 2003 में अटलजी की सरकार थी। सोनिया जी ने लीड ली और प्रस्ताव रखा। 2018 में खरगे जी थे, उन्होंने इसे आगे बढ़ाया। ये समय, अधीर जी (अधीर रंजन चौधरी) को क्या हो गया है? उनकी पार्टी ने उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया। यह आपकी उदारता थी कि आपने उन्हें आज बोलने की अनुमति दी, जबकि उनका समय समाप्त हो चुका था। लेकिन गुड़ का गोबर कैसे करना उसमें ये माहिर हैं।

अधीर बाबू को क्यों किनारे कर दिया गया-पीएम मोदी

मुझे नहीं पता कि आपकी मजबूरी क्या है, अधीर बाबू को क्यों किनारे कर दिया गया है। शायद कोलकाता से फोन आया था, कांग्रेस बार-बार उनका अपमान करती है। कभी चुनावों के नाम पर उन्हें अस्थाई रूप से उन्हें हटा देते हैं। हम अधीर बाबू के प्रति अपनी पूरी संवेदना व्यक्त करते हैं।

ममता बनर्जी और अधीर रंजन चौधरी के तल्ख रिश्तों की तरफ इशारा

पीएम मोदी के इतना कहते ही सत्ता पक्ष की तरफ से एक बार फिर ठहाके लगने लगे। पीएम का इशारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और अधीर रंजन चौधरी के तल्ख रिश्तों की तरफ था। चौधरी ममता दीदी के कट्टर आलोचक माने जाते हैं लेकिन विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस के साथ टीएमसी भी है। पीएम मोदी ने इस तरह विपक्षी गठबंधन INDIA के अंतर्विरोध को और हवा देने की कोशिश भी की।

अधीर रंजन ने पीएम मोदी की तुलना नीरव मोदी से की

इससे पहले, अधीर रंजन चौधरी ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान बोलते हुए पीएम मोदी की तुलना नीरव मोदी से की थी। उन्होंने कहा कि नीरव मोदी तो हजारों करोड़ लूटकर चला गया, लेकिन देश में पीएम नरेंद्र मोदी अब नीरव मोदी हो गए हैं। इसके साथ ही अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि 'अविश्वास प्रस्ताव की ताकत ये है कि पीएम मोदी को आज संसद में आना पड़ा। हम में से किसी ने भी अविश्वास प्रस्ताव के बारे में नहीं सोचा था। हम सिर्फ ये चाहते हैं कि पीएम मोदी संसद में आएं और मणिपुर मुद्दे पर बोलें। हम किसी और भाजपा सदस्य को नहीं बल्कि प्रधानमंत्री को ही बुलाना चाहते थे।

लोकसभा में बोले पीएम मोदी-2024 के चुनावों में पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देंगे, अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ

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लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज (गुरुवार) आखिरी दिन है।विपक्ष के लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब प्रधानमंत्री ने दिया।इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सहित अन्य विपक्ष दलों पर जमकर हमला किया।प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए और भाजपा 2024 के चुनाव में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी।

2024 के चुनावों में पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देंगे-पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘एक तरह से, विपक्ष का अविश्वास हमारे लिए हमेशा भाग्यशाली रहा है। आज, मैं देख सकता हूं कि आपने (विपक्ष) ने फैसला किया है कि एनडीए और भाजपा 2024 के चुनावों में शानदार जीत के साथ वापस आएंगे, लोगों के आशीर्वाद के साथ पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देंगे।पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भगवान बहुत दयालु हैं और किसी माध्यम से बोलते हैं… मेरा मानना है कि यह भगवान का आशीर्वाद है कि विपक्ष ने यह प्रस्ताव लाया है। 

अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ-पीएम मोदी

मैंने 2018 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा था कि यह हमारे लिए कोई शक्ति परीक्षण नहीं है, बल्कि उनके लिए है और परिणामस्वरूप वे चुनाव हार गए। उन्होंने आगे कहा कि जब मतदान हुआ, तो विपक्ष के पास जितने वोट थे, उतने वोट भी वो जमा नहीं कर पाए थे। इतना ही नहीं, जब हम सब जनता के पास गए तो जनता ने भी पूरी ताकत के साथ इनके लिए नो-कॉन्फिडेंस घोषित कर दिया और चुनाव में एनडीए को भी ज्यादा सीटें मिलीं और भाजपा को भी ज्यादा सीटें मिलीं। यानी एक तरह से लोकसभा में कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ है।

विपक्ष के लिए देश से बड़ा दल है-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कि कई ऐसे बिल थे जो गांव, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी के लिए थे, उनके कल्याण, भविष्य के साथ जुड़े हुए थे। पीएम मोदी ने संसद में हो रहे हंगामें को लेकर कहा, डिजिटल डाटा प्रोटेक्शन बिल अपने आप में य़ुवाओं के जज्बे से जुड़ा हुआ था। ऐसे में इस पर गंभीर चर्चा की जरूरत थी, लेकिन राजनीति आपके लिए प्राथमिकता थी। उनको (विपक्ष) इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के आचरण, व्यवहार से सिद्ध हुआ है कि उनके लिए देश से अधिक दल है, देश से बड़ा दल है, देश से पहले प्राथमिकता दल की है। मैं समझता हूं कि गरीब की भूख की चिंता नहीं है, आपको सत्ता की भूख सवार है।