कल शुक्रवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे सीएम नीतीश कुमार, विधायक रत्नेश सदा को दिलाई जायेगी मंत्री पद की शपथ
डेस्क ; बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के संस्थापक जीतन राम मांझी के बेटे डॉ. संतोष कुमार सुमन ने मंगलवार को नीतीश कुमार की सरकार से इस्तीफा दे दिया था। सुमन सरकार में एससी-एसटी कल्याण मंत्री थे। वहीं राज्य मंत्रिमंडल में उनकी जगह तीसरी बार सोनबरसा (सहरसा) से जीतकर आये जदयू विधायक रत्नेश सदा उनकी जगह शामिल किये जाने की चर्चा जोरो पर थी। जिसपर मुहर लग गई है।
नीतीश राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार कल शुक्रवार को राजभवन के सभागार होगा। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर जदयू के सोनवर्षा से विधायक रत्नेश सदा को पद एवं गोपनियता की शपथ दिलाएंगे। अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री पद से हम नेता संतोष सुमन के इस्तीफे के बाद मंगलवार को ही रत्नेश सदा का नाम नये मंत्री के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तय कर दिया था। पर, राज्यपाल राज्य से बाहर हैं, इसलिए 16 जून को सुबह साढ़े दस बजे शपथग्रहण रखा गया है।
राज्य में अभी मुख्यमंत्री को छोड़कर 29 मंत्री हैं। रत्नेश सदा को मिलाकर अब 30 मंत्री हो जाएंगे। मालूम हो कि महागठबंधन सरकार के तहत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने दस अगस्त, 2022 को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी। इसके पांच दिनों बाद 16 अगस्त, 2022 को नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों ने शपथ ली थी। इस तरह दस माह बाद दूसरी बार राज्य मंत्रिमंडल का विस्तार हो रहा है।
गौरतलब है कि सोनवर्षा सुरक्षित (जिला सहरसा) विधानसभा सीट से 2020 में जदयू से लगातार तीसरी बार विधायक बने रत्नेश सादा का राजनैतिक सफर 1987 से शुरू हो गया था। वे सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर हमेशा सक्रिय रहे। वे जदयू की विभिन्न इकाईयों से राजनीति से निरंतर जुड़े रहे। जदयू महादलित प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष हैं। इससे पहले वे पार्टी में उपाध्यक्ष, प्रदेश महासचिव सह सुपौल जिला संगठन प्रभारी समेत अन्य पदों पर भी रह चुके हैं। पहली बार जदयू के टिकट पर नवंबर 2010 में विधायक बने।
Jun 15 2023, 13:25