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नीट रिजल्ट में इस बार भी गोल इन्स्टीटयूट का दबदबा, झारखण्ड एवं बिहार के ज्यादातर टॉपर संस्था के है स्टूडेंट

पटना : गोल के छात्रों ने नीट 2023 के रिजल्ट में ऑल इंडिया में टॉप रैंकर्स देने की परम्परा को जारी रखते हुए मेडिकल प्रवेश परीक्षा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। 

प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष भी नीट में झारखण्ड एवं बिहार के अधिकतर टॉपर्स गोल इन्स्टीट्यूट से ही हैं। 

आस्था अग्रवाल, 695 अंक, 490 आल इंडिया जेनरल रैंक, एचिवर बैच से तैयारी कर रहे सौम्य सिद्धार्थ, 690 अंक, 459 आल इंडिया जेनरल रैंक, स्नेहिल आनन्द, 690 अंक, 676 आल इंडिया जेनरल रैंक, गोल क्लासरूम कोर्स एवं गोल विलेज से तैयारी कर रहे हर्ष राज, 685 अंक, 1268 आल इंडिया जेनरल रैंक, रूमैशा मारिया, 680 अंक, 1726 आल इंडिया जेनरल रैंक प्राप्त किया है। 

695 अंक प्राप्त आस्था ने कहा कि गोल संस्थान एक परिवार की तरह केयर किया है और साथ ही क्वालीटी शिक्षण एवं नीट के नए पैटर्न पर आधारित गोल का टेस्ट के द्वारा प्रैक्टिस ने हमें टॉपर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 

आल इंडिया कैटगरी रैंक 31 लाने वाले देवांशु ने बताया की गोल विलेज का कैरी सिस्टम का उसकी सफलता में बहुत बड़ा योगदान है तथा लगातार होने वाले नीट पैटर्न टेस्ट ने एग्जाम फौबिया से निजात दिलाया जिससे वह नीट 2023 में शानदार प्रदर्शन कर पाए।

अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता के अलावा गोल इन्स्टीट्यूट को देते हुए 690 अंक प्राप्त स्नेहिल आनंद ने बताया कि विपरीत परिस्थिति में भी गोल इन्स्टीट्यूट द्वारा रेगुलर क्लास, रिविजन क्लास, टेस्ट, डाउट्स के साथ गोल के एक्सपर्ट्स के द्वारा दिशा निर्देश ने हमारे सफलता मे अहम भूमिका निभाया है। 

गोल विलेज में प्राप्त पर्सनल केयर एवं अच्छे कॉम्पीटीटीव माहौल का हमारे अच्छे रिजल्ट में अहम रोल है। गोल का सहयोग हमें नीट परीक्षा के दिन तक मिला जो हमारे लिए अविस्मरणीय है।

690 अंक प्राप्त सौम्य सिद्धार्थ अपने सफलता का श्रेय अपने परिवार जनों के साथ-साथ गोल को देते हुए बताया कि गोल के द्वारा नए पैटर्न पर आधारित शिक्षण के साथ-साथ लगातार लिए गए टेस्ट और पर्सनल एवं पैरेन्टल केयर का मेरे सफलता में बहुत बड़ा योगदान है। 

उन्होनें गोल को धन्यवाद देते हुए कहा गोल एक शिक्षण संस्थान ही नहीं शिक्षा का एक मंदीर भी है।

अपने पहले ही प्रयास में ऑलइंडिया 1064 कैटेगरी रैंक एवं 1726 जेनरल रैंक प्राप्त रूमैशा मारिया ने गोल संस्थान को धन्यवाद देते हुए बताया कि गोल एजुकेशन विलेज का कॉम्पिटीटीव माहौल, लाइब्रेरी का अद्वितीय व्यवस्था एवं गोल के समर्पित लोगों से लगातार मिल रहा सहयोग का हमारे सफलता में महत्वपूर्ण योगदान है। 

गोल संस्थान द्वारा बोर्ड एवं कम्पटीशन दोनों की तैयारी एक साथ इस तरह करवाई गई कि बोर्ड में अच्छे मार्क्स के साथ साथ नीट में भी 680 मार्क्स लाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ और हमें उम्मीद है कि देश के टॉप 10 मेडीकल कॉलेजों में से 1 में हमे दाखिला मिलेगा।

गोल संस्थान से इनके अलावा सत्यम बर्नवाल, 680 अंक, 1544 आल इंडिया जेनरल रैंक एवं 963 कैटेगरी रैंक, अमन राज, 680 अंक, 1718 आल इंडिया जेनरल रैंक एवं 468 कैटेगरी रैंक, स्वेता कुमारी, 680 अंक, 1587 आल इंडिया जेनरल रैंक एवं 424 कैटेगरी रैंक, के साथ सैंकड़ों अन्य छात्रों ने सफलता प्राप्त की है।

गोल इन्स्टीट्यूट के संस्थापक एवं मैनेंजिंग डॉयरेक्टर विपीन सिंह ने सभी सफल छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता छात्रों के अथक प्रयास, संस्थान के टीम वर्क एवं अभिभावकों का गोल के प्रति विश्वास का प्रतिफल है। 

श्री सिंह ने आशा व्यक्त किया कि आने वाले वर्षों में गोल इन्स्टीट्यूट छात्रों और संस्थान के प्रयास से और भी बेहतर रिजल्ट देने के लिए प्रतिबद्ध है। 

गोल इन्स्टीट्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि गोल से अभी तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 6521 छात्रों ने नीट क्वालीफाई किया है जिनमें लगभग 752 से अधिक छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलने की संभावना है। 

रंजय सिंह ने बताया कि चैलेंजर ग्रुप के 100% छात्रों ने सफलता प्राप्त की वहीं गोल विलेज से 100% छात्र नीट क्वालिफाई किये है, जिनमें से लगभग 92% छात्रों को सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला मिलने की उम्मीद है। 

उन्होनें बताया कि अगले वर्ष नीट की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए गोल इन्स्टीट्यूट ऑनलाइन एवं ऑफलाइन क्लास एवं टेस्ट के माध्यम से सभी जरूरी सुविधाएँ दे रही है। साथ ही छात्रों के मेरिट के अनुसार स्कॉलरशिप के माध्यम से 100 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है। इस वर्ष नीट में सफल छात्रों को गोल की ओर से बापू सभागार, पटना में आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा।  

गोल इन्सटीट्यूट के आनंद वत्स ने कहा की गोल विलेज एवं एचीवर कैंपस के छात्रों की शानदार सफलता के पीछे छात्रों का आपसी सहयोग के कारण अच्छा माहौल, पर्सनल केयर एवं वहां के लाइब्रेरी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। साथ ही नीट काउन्सेलिंग हेतु गोल संस्थान के तरफ से सभी छात्रों को सपोर्ट दिया जाएगा।

पटना: तनिष्क में 100 टन गोल्ड एक्सचेंज का जश्न

पटना: विश्वास और मूल्य का प्रतीकः 2 मिलियन उपभोक्ताओं ने अपने पुराने सोने को एक्सचेंज करने के लिए तनिष्क को चुना फ्रेजर रोड एवं जगदेव पथ सोने की बढ़ती कीमतें, उनमें हो रहे उतार-चढ़ाव के बारे में उपभोक्ताओं को हो रही चिंता को मद्देनजर रखते हुए और

उपभोक्ताओं की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए भारत के सबसे भरोसेमंद ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क ने अपनी संशोधित गोल्ड एक्सचेंज पॉलिसी पेशको है।

 शोरूम के प्रबंधक उमेश टेकरीवाल एवं साथ ही तनिष्क के एरिया सेल्स मैनेजर सौरभ सिन्हा ने बताया कि ग्राहकों को उनके सोने का सर्वोत्तम मूल्य प्रदान करने के लिए बनाई गयी इस गोल्ड एक्सचेंज पॉलिसी में उपभोक्ताओं को तनिष्क के नए डिज़ाइन्स के साथ अपने पुराने सोने को अपग्रेड करने का अवसर मिलता है। यह घोषणा तनिष्क द्वारा 100,000 किलोग्राम सोने के एक्सचेंज की उल्लेखनीय उपलब्धि के अवसर पर की गई है। तनिष्क की यह सफलता उन 2 मिलियन ग्राहकों के अटूट विश्वास को दर्शाता है, जिन्होंने तनिष्क को अपने पुराने आभूषणों के एक्सचेंज के लिए तनिष्क को चुना है। सोने की कीमतें बढ़ती जा रही है, जिसकी वजह से उपभोक्ता अपने पुराने सोने को नवीनतम आभूषण डिज़ाइनों के साथ एक्सचेंज करके उसके मूल्य को अधिकतम करने के तरीकों की तलाश कर रहे हैं। तनिष्क उनकी इस जरूरत को समझता है और उसने अपने ग्राहकों को सर्वोत्तम मूल्य प्रदान करने के लिए अपनी एक्सचेंज पॉलिसी में बदलाव किया है। 20 कैरेट और उससे अधिक के पुराने सोने पर 100% • मूल्य देने वाली पहले से और भी अच्छी और आकर्षक एक्सचेंज ऑफर पूरे देश भर में लागू कर दी गयी है। तनिष्क का गोल्ड एक्सचेंज प्रोग्राम आज के गतिशील बाजार में ग्राहकों को भरोसा, पारदर्शिता और बेजोड़ मूल्य प्रदान करता है। तनिष्क की गोल्ड एक्सचेंज पॉलिसी सोने की बढ़ती कीमतों के बौचन सिर्फ उपभोक्ताओं के लिए समाधान है बल्कि उनके भरोसे को दर्शाती भी है। आभूषणों के एक्सचेंज के लिए तनिष्क को चुनने वाले संतुष्ट उपभोक्ताओं के बढ़ते समुदाय में शामिल होने के लिए तनिष्क ने उपभोक्ताओं को आमंत्रित किया है।

गोल्ड एक्सचेंज पॉलिसी का लाभ तनिष्क के सभी स्टोर्स पर उठाया जा सकता है। यह पॉलिसी ऐसे समय में आई है जब शादियों और अन्य फंक्शन्स के लिए सोने की भारी खरीदारी हो रही है, जिससे उपभोक्ताओं के लिए यह एक सुनहरा अवसर बना है। चाहे आप शादी में एक्सक्लूसिव ब्राइडल ज्वैलरी पहनना चाहती है या अपनी मेहनत की कमाई का सबसे अच्छा मूल्य पाने के लिए स्मार्ट शॉपिंग करना चाहती हैं, या एक फैशनिस्टा है, जो ज्वैलरी में लेटेस्ट ट्रेड को पसंद करती है, या एक डिजाइन लवर है, जो एक्सक्लूसिव रूप से तैयार किए गए ज्वैलरी को पसंद करती हैं, तनिष्क का गोल्ड एक्सचेंज प्रोग्राम आपके लिए बना है। तनिष्क आपको आकर्षक, अद्वितीय डिजाइन, नाजुक कारीगरी और कालातीत शान की एक अलग दुनिया का अनुभव

करने के लिए आमंत्रित करता है।

टाइटन कंपनी लिमिटेड के ज्वैलरी डिवीजन के सीईओ श्री. अजय चावला ने कहा, देश भर के 2 मिलियन भारतियों ने तनिष्क से 100 टन सोना एक्सचेंज किया, यह सफलता पिछले कई सालों से उपभोक्ताओं द्वारा हम पर रखे गए भरोसे को दर्शाती है। आज के दौर में सोने की बढ़ती हुई कीमती और उपभोक्ताओं के लोकर्स में पड़े हुए, इस्तेमाल किए न जाने वाले सोने को मद्देनज़र रखते हुए गोल्ड एक्सचेंज ऑफर उपभोक्ताओं के लिए काफी अच्छा है. यह ऑफर देश के लिए भी अच्छा है क्योंकि इससे इम्पोर्ट कम होता है, ऑफर हमारी पृथ्वी के लिए भी अच्छा है क्योंकि इसमें हम सोने को रीसाइकिल कर रहे हैं। हम आप सभी को हमारी खुशियों में शामिल होने और अपने पुराने सोने को अपसाइकिल करने के लिए आमंत्रित करते हैं।" तनिष्क ने किसी भी जौहरी से खरीदे गए पुराने सोने को स्वीकार करने के लिए एक एक्सचेंज ऑफर भी उपलब्ध कराया है, जिससे ग्राहकों को और भी अधिक लचीलापन और सुविधा मिलती है। तनिष्क के सभी स्टोर्स पर इस ऑफर का लाभ उठाया जा सकता है। नियम और शर्ते लागू। इस एक्सचेंज प्रोग्राम में गोल्ड प्लेन, ग्लास कुंदन, कुंदन पोल्की, ओपन पोल्की, पीजेडब्ल्यूएस, कलर स्टोन आदि जैसे आभूषणों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। नियम और शर्ते लागू |

उपभोक्ता केंद्रित ब्रॉड के रूप में तनिष्क ने हमेशा से ही अपने हर काम में ग्राहकों को अत्यधिक महत्व दिया है। तनिष्क की गोल्ड एक्सचेंज पॉलिसी एक ऐसी पहल है, जो ग्राहकों को सर्वोत्तम मूल्य, गुणवत्तापूर्ण कारीगरी और एक पारदर्शी एक्सचेंज प्रक्रिया प्रदान करने के लिए तनिष्क ब्रांड की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

तनिष्क से पुराने सोने के आभूषणों को एक्सचेंज करना उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद क्यों है. इसके पांच प्रमुख कारण- 1. ग्राहकों को उनके सोने का अधिकतम मूल्य मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए तनिष्क में शून्य कटौती की जाती है। 2. तनिष्क में एक्सचेंज के लिए भारत में किसी भी जौहरी से खरीदे गए सोने के आभूषण लिएजा सकते हैं।

3. तनिष्क में गोल्ड एक्सचेंज सेवाएं पूरे साल भर उपलब्ध है, जिससे उपभोक्ताओं को लचीलापन और सुविधा मिलती है।

4. तनिष्क बेहतरीन कारीगरों द्वारा तैयार किए गए, सोच-समझकर डिजाइन किए गए आभूषण पेश करता है। 5. तनिष्क की भरोसेमंद ब्राह्म विरासत और पारदर्शी एक्सचेंज प्रक्रिया सभी ग्राहकों के लिए खरीदारी का एक सहज अनुभव सुनिश्चित करती है।

ध्वस्त पुल स्थल के निरीक्षण के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का सीएम पर प्रहार, कहा-मुख्यमंत्री को 'चुल्लू भर पानी' में डूब मरना चाहिए

पटना : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने आज शुक्रवार को आगुवानीघाट-सुल्तानगंज घाट पर ध्वस्त हुए पुल का स्थल निरीक्षण करने के बाद कहा कि अपने को इंजीनियर मुख्यमंत्री कहने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। 

उन्होंने कहा कि मैं यहां पीपा पुल बनाना चाहता था। बाद के कालखंड 2012 में यहां स्ट्रक्चर पुल की बात सामने आई। इसके बाद हमने यहां एक पुल बनाने का सपना देखा। 2014 में पुल की स्वीकृति दिलाकर शिलान्यास कराया। मैं क्या जानता था कि बिहार में एक इंजीनियर मुख्यमंत्री हो और पूरा इंजीनियरिंग ही फेल हो जाएगा ? यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।

श्री चौधरी ने कहा कि सुल्तानगंज और आगवानी घाट के बीच बन रहा पुल 2 जिलों भागलपुर और खगड़िया जिला को जोड़ने वाला पुल था। नीतीश कुमार का यह जो विकास मॉडल है यह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। भ्रष्टाचार के चलते सारे पुल ध्वस्त हो रहे हैं। मैं अभी बिहार भर में घूम रहा हूं। पहले पता नहीं चलता था। पहले भी कई पुल ध्वस्त हुए हैं। 

पूर्णिया गया था वहां पता चला कि चार पुल ध्वस्त हुए हैं। इसका मतलब है कि इंजीनियरिंग पूरी तरह से फेल है। ऐसे मुख्यमंत्री जो इंजीनियर अपने आप को कहते हैं, उनको तो चुल्लू भर पानी में डूब कर मर जाना चाहिए।

कृषि मंत्री ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा, दिए कई निर्देश

 

डेस्क : डॉ. कलाम कृषि महाविद्यालय, किशनगंज में बिहार के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने पूर्णिया प्रमंडल के चार जिलों तथा पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज जिले में कृषि विभाग द्वारा क्रियान्वित कृषि विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। 

समीक्षा बैठक में कृषि विभाग के कृषि निदेशक डॉ. आलोक रंजन घोष, उद्यान निदेशक अभिषेक कुमार, बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा॰ डी॰ आर॰ सिंह, कृषि निदेशालय के संयुक्त निदेशक उपादान, अभियंत्रण के संयुक्त निदेशक, पूर्णिया प्रमंडल के संयुक्त कृषि निदेशक के साथ-साथ चारों जिलों के जिला कृषि पदाधिकारी, उद्यान पदाधिकारी, पौधा संरक्षण के पदाधिकारी, कृषि यांत्रिकरण के पदाधिकारी सहित जिला एवं अनुमंडल स्तर के कृषि पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

मंत्री ने कहा कि कृषि एवं किसानों का विकास सरकार की सर्वोच्य प्राथमिकता है। राज्य के किसानों को समय पर खेती हेतु आवश्यक सभी उपादान जैसे बीज, उर्वरक, कृषि यंत्र आदि हर हाल में उपलब्ध कराया जाय। यह ध्यान रखा जाय कि किसानों को खेती में कोई परेशानी नहीं होने पाये। किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरकों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित कराने की जबाबदेही कृषि विभाग के पदाधिकारियों की है। 

कहा कि अधिक मूल्य पर उर्वरक ब्रिकी करने के दोषी बिक्रेताओं एवं पदाधिकारियों के विरूद्ध कठोर कारवाई की जायेगी।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिला में फसलों की प्रकृति एवं उस जिले की उपयुक्तता के आधार पर फसलों को प्रोत्साहित किया जाय एवं वहाँ के किसानों को सभी आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाय। जैसे किसी जिलें में अगर चाय की खेती होती है तो उसे प्रोत्साहित किया जाय। 

अनानस, ड्रेगन फू्रट, मखाना, मशरूम आदि फसलों की खेती को प्रोत्साहित किया जाय एवं उपर्युक्त सभी के लिए किसानों को आवश्यक सभी सुविधायें उपलब्ध करायी जाय। उपर्युक्त आधुनिक फसलों की खेती में उपयोग होने वाले आधुनिक कृषि यंत्रों पर भी अनुदान की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।

मंत्री ने कहा कि छोटे एवं गरीब किसानों का विकास हमारी प्राथमिकता है तथा किसानों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराना विभागीय पदाधिकारियों की जिम्मेदारी है। राज्य के गरीब एवं अतिपिछड़े, दलित, महादलित एवं अनुसूचित जनजाति, आदिवासी किसानों की आर्थिक स्थिति को देखते हुये उनके विकास के लिए कृषि विभाग की कृषि यांत्रिकरण योजना, सूक्ष्म सिंचाई योजना एवं अन्य योजनाओं में सामान्य की अपेक्षा अधिक अनुदान का प्राबधान किया गया है। 

कहा कि नये किसानों को योजनाओं का लाभ दिया जाय। किसानों को सहयोग न करने एवं उन्हें परेशान करने वाले पदाधिकारियों के विरूद्ध भी कठोर कारवाई की जायेगी।

श्री कुमार ने आज की विभागीय समीक्षा बैठक से पहले चाय उत्पादन क्षेत्र का भ्रमण भी किया तथा चाय बगानों में जाकर किसानो से मिले एवं उनकी समस्याओं की जानकारी प्राप्त की तथा चाय की खेती में उपयोग होने वाले कृषि यंत्रों/उपकरणों के संबंध में विस्तार से जानकारी ली तथा विभागीय अधिकारियों को चाय की खेती के लिए आवश्यक कृषि यंत्रों पर अनुदान की व्यवस्था करने का निर्देश दिया। 

इसके बाद मंत्री विभागीय अधिकारियों के साथ चाय प्रसंस्करण ईकाई का भ्रमण किया तथा विस्तार से जानकारी प्राप्त की। भ्रमण के अवसर पर किशनगंज में चाय की खेती प्रारम्भ करने वाले प्रसिद्ध उद्योगपति श्री राजकरण दफतरी ने माननीय मंत्री को विस्तार से जानकारी दी तथा माननीय के पहल के लिए आभार व्यक्त किया।

घोटालेबाजी एवं भ्रष्टाचार के कारण जनता के बीच खतम होते जनाधार को बचाने के लिए महागठबंधन कर रही हैं विपक्षी एकता का ढोंग : अरविन्द सिंह

पटना : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा है कि घोटालेबाजी एवं भ्रष्टाचार की नीव पर महागठबंधन कर रही है विपक्षी एकता का निर्माण। महाठगबंधन के कुशासन से जनता मुक्ति चाहती है क्योंकि वह समझ चुकी है महाठगबंधन की सरकार सुव्यवस्था से नहीं कूव्यवस्था से चलाई जा रही है और जनता के हितों को आए दिन बलि चढ़ाई जा रही है और जनता को त्राहिमाम करने के लिए भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है।

महागठबंधन को यह बात समझ में आ रहा है की जनता उनके कूव्यवस्था एवं भ्रष्टाचार की नींव पर टिकी कुशासन से मुक्ति चाहती है। इसलिए ये सभी घोटालेबाज एवं भ्रष्टाचार की नींव पर विपक्षी एकता का निर्माण कर अपने साख को बचाना चाहते हैं बिहार के मा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार।

श्री अरविन्द ने कहा है कि कैसे विपक्षी एकता हो सकती है...? अरविन्द केजरीवाल और कांग्रेस पार्टी, ममता बनर्जी और कांग्रेस पार्टी सपा और बसपा ए सब अलग-अलग चरित्र और सोच की पार्टियां का कैसे गठबंधन और एकता हो सकता है। यह तभी संभव है जब यह सारे अवसरवादी घोटालेबाज को जेल जाने से डर हो, संपत्ति जांच की डर हो तब यह सारे गठबंधन की बात करते हैं। जैसे बाढ़ आने पर सांप नेवला और बिच्छू एक ही बहते हुए डाल पर बैठते हैं, अपनी जान बचाने के लिए, उसी तरह से यह विपक्ष कि एकता होगा।

कौन इनका नेता होगा और क्यों होगा...? बड़े-बड़े पार्टियां श्री नीतीश कुमार को नेता क्यों मानेंगे..? यह देश के लिए बहुत खतरनाक होगा यह एक मजाक है। यह सारे जनता के द्वारा रिफ्यूजी लोग हैं जिनको जनता नकार चुकी है यह देश के लिए बहुत ही खतरनाक गठबंधन होगा। देश का विकास और अवरुद्ध होगा, भ्रष्टाचार बढ़ेगी हत्या लूट मार और घोटाले बढ़ेगा। यह विपक्षी एकता देश एवं जनता के हितों के लिए नहीं बल्कि अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए करना चाहते हैं ताकि देश एवं जनता को पुनः अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए बलि चढ़ा सकें। 

यह विपक्षी भ्रष्टाचार के नीव पर यह जो विपक्षी एकता का पूल बनाना चाह रहे हैं उस भ्रष्टाचार युक्त विपक्षी एकता के पुल को भ्रष्टाचार की बलि चढ़ कर ढहना तय है। क्योंकि ठग और लोभी के राज में स्वार्थ हित के लिए काम हो रहा है जनहित के लिए नहीं।

गली क्रिकेट नेशनल T-20 में बिहार स्यान व बिहार येलो ने जीता मुकाबला

पटना : बिहार स्यान ने गली क्रिकेट नेशनल टी20 लीग का दूसरा मुकाबला अपने नाम कर लिया. स्यान ने बिहार ब्लू को 22 रनों से हराया. इस विजेता टीम के प्रशांत को प्लेयर आफ द मैच चुना गया. वहीं दूसरे मुकाबले में बिहार येलों ने बिहार रेड को एक विकेट से हराया. इस मैच के प्लेयर आफ द मैच शुभम चौहान रहे. प्लेयर द मैच का अवार्ड भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनीष कुमार सिंह ने दिया. 

ऊर्जा स्टेडियम में खेले गए मैच में टॉस जीतकर बिहार ब्लू ने बिहार स्यान को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया. निर्धारित 17 ओवर के इस मैच में स्यान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट खोकर 127 रन बनाए. जवाब में खेलने उतरी ब्लू की टीम प्रशांत व माधव के गेंदों का सामना नहीं कर सकी. पूरी टीम 14.4 ओवर में 105 रन पर आलआउट हो गई. 

वहीं बिहार रेड बनाम बिहार येलों के बीच खेले गए दूसरे मैच में बिहार येलों ने एक विकेट से मैच अपने नाम कर लिया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बिहार रेड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 12.3 ओवर में 76 रन पर आलआउट हो गई. जवाब में खेलने उतरी बिहार येलो ने लक्ष्य को 13.1 ओवर में नौ विकेट पर 77 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया.

आयोजन के सचिव देवव्रत प्रिंस ने बताया कि लीग का फाइनल मुकाबला शुक्रवार को अपराह्न 1 बजे से खेला जाएगा. वहीं लीग के संयोजक अभिषेक रंजन ने बताया कि फाइनल मुकाबले के समारोह के मुख्य अतिथि सांसद रामकृपाल होंगे।

संक्षिप्त स्कोर

बिहार स्यान: 17 ओवर में 5 विकेट खोकर 127 रन, सुबोजित 44, कैफ आलम 16, विष्णु 25, विकेट अमन 4-22, सोहन 1-3

बिहार ब्लू : 14.4 ओवर में 105 रन पर आलआउट, जानिसार 18, ईवान 13, विकेट प्रशांत 3-15, माधव 3-25

बिहार रेड: 12.3 ओवर में 76 रन पर आलआउट, विक्की 34, यश 7, विकेट- शुभम चौहान 2-3, सैयद अली 3-15

बिहार येलो: 13.1 ओवर में 9 विकेट पर 77 रन, नीतीश 21, शुभम चौहान 16, विकेट- आयुष 4-26, गोलू 2-5

बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा राज्य स्तरीय एक दिवसीय प्रदर्शन सह धरना कार्यक्रम का आयोजन गर्दनीबाग पटना में किया गया

आज दिनांक 05.06.2023 दिन सोमवार को बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा राज्य स्तरीय एक दिवसीय प्रदर्शन सह धरना कार्यक्रम का आयोजन गर्दनीबाग पटना में किया गया

 इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राजा राम सिंह प्रदेश अध्यक्ष, बिहार प्रदेश किसान सलाहकार संघ द्वारा किया गया। इस धरना कार्यक्रम का संचालन रंजन कुमार गौतम, अध्यक्ष गया जिला द्वारा किया गया। 

इस कार्यक्रम में बिहार के सभी जिला अध्यक्ष, प्रखंड अध्यक्ष सहित सभी किसान सलाहकार द्वारा भाग लिया गया।

 इस धरना कार्यक्रम में आए सभी जिले के जिलाध्यक्ष एवं उनके प्रतिनिधिगण द्वारा किसान सलाहकार के माँगों के समर्थन में कहा गया कि अगर विभाग ससमय हमारी माँगों पर विचार नहीं करती है, 

तो आगे और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा। आगे कि आंदोलन की सूचना ससमय आप सभी को दे दी जायगी।

 इस कार्यक्रम का संबोधन अजय कुमार तिवारी, मोतिहारी, संजीव यादव, पूर्णिया, मो० मजहर कटिहार , पिंटु पासवान, सुपौल, श्यामनंदन पासवान गया. सुशील कुमार कुशवाहा,वैशाली विमलेश कुशवाहा, मुजफ्फरपुर, अविनाश कुमार, नालंदा, ब्रजेश कुमार, नालंदा, अखिलेश सिंह भोजपुर, रामहरे सिंह, पटना, चंद्रमोहन तिवारी, बेतिया, अमृता भारती शोभा कुमारी भागलपुर, सिमा कुमारी कटिहार , जुली कुमारी, पटना, रश्मिलता, पटना, शिखा सुमन नालंदा, विभा कुमारी, नालंदा, प्रियंका कुमारी, नालंदा क्रान्ती देवी, बाँका सहित अन्य सलाहकारों ने धरना स्थल को संबोधित किया। हमारी मुख्य माँग निम्नलिखित है:-

1. किसान सलाहकार को जनसेवक के पद पर अविलम्ब समायोजन किया जाए एवं तदनुसार वेतन का भुगतान किया जाय।

NIRF रैंकिंग - भारत सरकार के तहत एनआईआरएफ 2023 में भारत के शीर्ष 125 बी-स्कूलों में किया गया शमिल

बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट चंद्रगुप्त प्रबंध संस्थान पटना (CIMP), ने एक बार फिर अपनी महत्ता साबित करते हुए NIRF (नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क) की ताजा रैंकिंग 2023 में कई समकालीन बी-स्कूलों को पछाड़कर एक बार फिर अपनी योग्यता साबित की है। 

शिक्षा और विदेश मामलों के माननीय राज्य मंत्री डॉ. राजकुमार रंजन सिंह द्वारा कल अपराह्न जारी की गई रैंकिंग में सीआईएमपी को शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एनआईआरएफ 2023 में भारत के शीर्ष 125 बी-स्कूलों में शमिल किया गया है।

सीआईएमपी के निदेशक डॉ राणा सिंह ने बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष एवं संस्थान के शिक्षकों,अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके निरंतर समर्थन के लिए दिल से धन्यवाद व्यक्त किया, जिसके कारण संस्थान को इस स्तर तक ले जाना संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि इस रैंकिंग ने हम पर न केवल इस स्तर को बनाए रखने, बल्कि बाद के वर्षों की रैंकिंग में धीरे-धीरे आगे बढ़ने की एक बड़ी जिम्मेदारी भी डाल दी है।

National Institutional Ranking Framework (NIRF) भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा अनुमोदित एकमात्र रैंकिंग है जो देश भर के संस्थानों को रैंक करने के लिए एक पद्धति की रूपरेखा तैयार करता है। विभिन्न विश्वविद्यालयों और संस्थानों की रैंकिंग के लिए व्यापक मापदंडों की पहचान करने के लिए पूर्ववर्ती एमएचआरडी द्वारा गठित एक कोर कमेटी द्वारा बनाई गई समग्र सिफारिशों और व्यापक समझ से रैंकिंग पद्धति प्राप्त होती है। मापदंडों में मोटे तौर पर " टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेज," " रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिसेज," "ग्रेजुएशन आउटकम्स," " आउटरीच एंड इन्क्लूसिविटी," और "परसेप्शन" शामिल हैं।

'टीचिंग, लर्निंग एंड रिसोर्सेज ' पैरामीटर में डॉक्टरेट छात्रों सहित छात्रों की ताकत, स्थायी संकाय पर जोर देने के साथ संकाय-छात्र अनुपात, संकाय योग्यता और अनुभव के लिए संयुक्त मीट्रिक, और वित्तीय संसाधन और उनका उपयोग शामिल है। 

'रिसर्च एंड प्रोफेशनल प्रैक्टिसेज' पैरामीटर में प्रकाशनों के लिए संयुक्त मेट्रिक्स, प्रकाशनों की गुणवत्ता, परियोजनाओं के पदचिह्न, पेशेवर प्रथाओं और कार्यकारी विकास कार्यक्रमों को शामिल किया गया है। 'ग्रेजुएशन आउटकम्स' पैरामीटर में प्लेसमेंट और उच्च अध्ययन, परीक्षाओं और औसत वेतन के लिए संयुक्त मीट्रिक शामिल हैं। 

'आउटरीच एंड इनक्लूसिविटी' पैरामीटर में क्षेत्रीय विविधता, लैंगिक विविधता, आर्थिक और सामाजिक विविधता और दिव्यांग छात्रों के लिए उपलब्ध सुविधाएं शामिल हैं। 'परसेप्शन' पैरामीटर संस्थान के बारे में नियोक्ताओं और अकादमिक सहकर्मी की धारणा सहित सहकर्मी धारणा को शामिल करता है। 

यह विभिन्न संस्थानों के स्नातकों के लिए अपनी वरीयता का पता लगाने के लिए नियोक्ताओं की एक बड़ी श्रेणी, प्रतिष्ठित संगठनों के पेशेवरों और शिक्षाविदों की एक बड़ी श्रेणी पर किए गए सर्वेक्षण के माध्यम से किया जाता है और प्रबंधन, इंजीनियरिंग, आदि जैसे विभिन्न डोमेन में विभिन्न मानकों को ध्यान में रखते हुए एक व्यापक रैंकिंग तैयार की जाती है।