मारीशस में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार हेतु भारतीय दल रवाना

गोण्डा। सुदूर अफ्रीका महाद्वीप में स्थित मारीशस की अकादमिक यात्रा के लिए लखनऊ से तीस भारतीय प्रोफेसर का एक दल रवाना हुआ। अंतरराष्ट्रीय अवधी अकादमी, लखनऊ, भारत, आर्य महासभा, मॉरीशस एवं हिंदी साहित्य अकादमी, मारीशस के संयुक्त तत्वावधान में 'महात्मा गांधी के कालजयी दृष्टिकोण की पुनर्कल्पना : 21वीं सदी के परिप्रेक्ष्य में' विषयक अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के अलग-अलग हिस्सों से जा रहे मनीषी विचार- विमर्श करेंगें।

गोण्डा से एल.बी.एस. कॉलेज के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेंद्र नाथ मिश्र और उसी विभाग के प्रोफेसर जयशंकर तिवारी भी सेमिनार में सम्मिलित हो रहे हैं।

लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर अंतरराष्ट्रीय अवधी अकादमी के संस्थापक निदेशक डॉ. गंगा प्रसाद शर्मा 'गुणशेखर' जी ने यात्रियों के दल को सुखद यात्रा और सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। इस यात्रा से जहाँ एक ओर भारत और मॉरीशस के संबंध मधुर एवं सुदृढ़ होंगे वहीं समकालीन वैश्विक परिवेश में विश्व शांति हेतु गांधी दर्शन की प्रासंगिकता समझी जा सकेगी।

अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजन सचिव प्रो. अनिल कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि इस आयोजन में मॉरीशस से स्थानीय समन्वयक के रूप में हिंदी साहित्य अकादमी के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. हेमराज सुंदर जी और डॉ. जयचंद लाल बिहारी जी योगदान दे रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मारीशस के राष्ट्रपति और भारतीय उच्चायोग, मारीशस से भी यात्रियों का दल शिष्टाचार भेंट करेगा।

*जिलाधिकारी ने किसान दिवस पर किसानों के साथ की बैठक, समस्याएं सुनी और दिए त्वरित निस्तारण के निर्देश*

*गोंडा।बुधवार को किसान दिवस के अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी गोंडा श्रीमती नेहा शर्मा की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से किसान प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपनी समस्याएं जिलाधिकारी के समक्ष रखीं। जिलाधिकारी ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।

बैठक में मुख्य रूप से सिंचाई, खाद-बीज की उपलब्धता, बिजली आपूर्ति, फसल बीमा, नलकूपों की मरम्मत, और समर्थन मूल्य पर खरीद जैसी समस्याएं उठाई गईं। किसानों ने बताया कि कई क्षेत्रों में आवारा पशुओं के कारणों से फसलों का काम नहीं कर रहे हैं। जिससे फसलों को बचाने में बाधा आ रही है। इस पर जिलाधिकारी ने पशु चिकित्सा अधिकारी को तत्काल सर्वे कर आवश्यक कार्यवाही शीघ्र करने के निर्देश दिए।

इसके अलावा, किसानों के द्वारा अवगत कराए गए समस्याओं को संज्ञान में लेते हुए समय से उसका समाधान करायें, और किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता से लें।

जिलाधिकारी ने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि वे खाद और बीज वितरण की नियमित मॉनिटरिंग करें, तथा सभी दुकानों की जांच करते रहें। फसल बीमा के दावों के निस्तारण में हो रही देरी पर भी जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और बीमा कंपनियों को चेतावनी दी कि किसानों के दावे समय से निपटाए जाएं।

जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा कि किसान देश की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं का समाधान करना प्रशासन की प्राथमिकता होनी चाहिए। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे कृषि तकनीकों को अपनाएं और विभाग द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं का लाभ उठाएं।

बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने सभी किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जायेगा, और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, उपनिदेशक कृषि प्रेम ठाकुर, जिला कृषि अधिकारी सीपी सिंह, एसडीईएओ कृषि शिवशंकर चौधरी, जिला पंचायत राज अधिकारी लालजी दुबे, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी सहित अन्य सभी संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

*भीषण गर्मी में गोवंश की देखभाल के लिए जिलाधिकारी नेहा शर्मा की सख्त पहल: प्रतिदिन दो बार निरीक्षण के निर्देश*

गोंडा। गर्मियों की भीषण परिस्थितियों के बीच गोवंश की सुरक्षा और देखभाल को लेकर जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने एक बार फिर संवेदनशीलता और प्रशासनिक दृढ़ता का परिचय दिया है। जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित सभी गो-आश्रय स्थलों पर व्यवस्थाओं की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने के लिए स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष रूप से खण्ड विकास अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। खण्ड विकास अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक पंचायत सचिव अपने क्षेत्र के गो-आश्रय स्थलों का प्रतिदिन दो बार—सुबह और शाम—निरीक्षण करें और व्यवस्थाओं की रिपोर्ट फोटोग्राफ्स के साथ वाट्सएप समूह में साझा करें।

नेहा शर्मा ने कहा है कि गोवंश की देखभाल केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक मानवीय और प्रशासनिक दायित्व है। संज्ञान में यह बात आई है कि कुछ गो-आश्रय स्थलों पर हरे चारे, पेयजल, चिकित्सा और स्वच्छता जैसी बुनियादी आवश्यकताओं की अनदेखी हो रही है, जिससे वहां संरक्षित गोवंश को समस्याएं हो रही हैं। जिलाधिकारी ने इस स्थिति को ‘अत्यंत खेदजनक एवं अस्वीकार्य’ करार देते हुए इसे सुधारने के लिए तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने अपने निर्देशों में खण्ड विकास अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा है कि वे न केवल सचिवों के माध्यम से निगरानी सुनिश्चित करें, बल्कि स्वयं भी रैंडम निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की स्थिति का आकलन करें और जहां कमियां पाई जाएं, उनका तत्काल निराकरण कराएं।

इसके अतिरिक्त, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को भी निर्देशित किया गया है कि वे वाट्सएप समूह में साझा किए गए फोटोग्राफ्स और रिपोर्ट्स का सूक्ष्म विश्लेषण करें और जिन समस्याओं का समाधान उनके स्तर से संभव हो, उन्हें तत्काल प्रभाव से अटेंड करें। साथ ही, वे प्रत्येक शनिवार को विकासखण्डवार रिपोर्ट जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करें, जिससे जिलास्तर पर व्यवस्थाओं की समीक्षा हो सके।

*पुलिस अधीक्षक द्वारा जे0टी0सी0 प्रशिक्षण हेतु आए प्रशिक्षु आरक्षियों से संवाद एवं आधारभूत सुविधाओं का किया गया निरीक्षण*

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा आज रिजर्व पुलिस लाइन, गोण्डा में आरक्षी भर्ती-2023 के अंतर्गत जे0टी0सी0 प्रशिक्षण हेतु आए प्रशिक्षु आरक्षियों से संवाद स्थापित कर उनके प्रशिक्षण संबंधी आवश्यक जानकारियाँ प्राप्त की गईं। ये प्रशिक्षु वर्तमान में जे0टी0सी0 (ज्वॉइनिंग ट्रेनिंग कोर्स) के प्रथम चरण हेतु पुलिस लाइन गोण्डा में उपस्थित हुए हैं। इस अवसर पर महोदय द्वारा प्रशिक्षण के प्रारंभिक चरण में ही प्रशिक्षु आरक्षियों को कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन, जनसेवा एवं पुलिस कार्य की मूल अवधारणाओं से अवगत कराने की आवश्यकता पर बल दिया गया। उन्होंने प्रशिक्षणाधीन जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि “आप सभी उत्तर प्रदेश पुलिस के भविष्य हैं। आपके प्रशिक्षण का उद्देश्य केवल शारीरिक दक्षता तक सीमित नहीं, बल्कि आपको एक संवेदनशील, कर्तव्यपरायण एवं समाजोन्मुख पुलिसकर्मी के रूप में तैयार करना है। संवाद के दौरान प्रशिक्षु आरक्षियों ने प्रशिक्षण, अनुशासन और विभागीय व्यवस्थाओं को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि जनपद गोण्डा में उन्हें एक सशक्त, प्रेरणादायक एवं सकारात्मक वातावरण मिल रहा है, जो उनके समग्र विकास के लिए उपयुक्त है। ”संवाद के उपरांत महोदय द्वारा मेस, बैरक, शौचालय, पेयजल व्यवस्था, स्वच्छता, एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं का भौतिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पाया कि कुछ बैरकों में साफ-सफाई की नियमितता बढ़ाने की आवश्यकता है। पेयजल की उपलब्धता तो सुनिश्चित है, परन्तु गुणवत्ता की जांच नियमित हो। मेस में पोषणयुक्त भोजन एवं समयबद्धता का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए। इस संबंध में महोदय ने प्रतिसार निरीक्षक पुलिस लाइन सहित संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि समस्त व्यवस्थाएं गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्ध रूप से सुचारु रहें। प्रशिक्षण के दौरान किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना अभ्यर्थियों को न करना पड़े, इसके लिए निरंतर निगरानी एवं समीक्षा की जाए।

निरीक्षण के दौरान क्षेत्राधिकारी लाइन शिल्पा वर्मा, प्रशिक्षु उपाधीक्षक मयंक मिश्रा, प्रतिसार निरीक्षक सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

*जिलाधिकारी ने कर-करेत्तर वसूली, विभागीय कार्यों एवं सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक की*

गोंडा।जिलाधिकारी गोंडा श्रीमती नेहा शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कर-करेत्तर वसूली, विभागीय कार्यों की प्रगति तथा मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर दर्ज आंकड़ों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि राजस्व वसूली से संबंधित विभाग अपने लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करें। उन्होंने तहसीलवार बकाया वसूली की प्रगति की समीक्षा की और निर्देश दिए कि लंबित वसूली को प्राथमिकता पर लिया जाए। उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली में लापरवाही या शिथिलता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

मुख्यमंत्री डैशबोर्ड पर प्रदर्शित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों को निर्देशित किया कि वे पोर्टल पर अद्यतन डेटा अपलोड करें और योजनाओं के भौतिक व वित्तीय लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि सीएम डैशबोर्ड राज्य सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाता है, अतः इसमें दर्ज आंकड़ों की प्रामाणिकता एवं समयबद्धता अत्यंत आवश्यक है।

जिलाधिकारी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला कल्याण, ग्राम्य विकास, कृषि, सिंचाई, और विद्युत विभाग सहित अन्य विभागों की योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता एवं उत्तरदायित्व सुनिश्चित करें।

बैठक के दौरान कर एवं निबंधन विभाग, नगर निकायों, जल निगम तथा अन्य राजस्व से संबंधित विभागों को विशेष रूप से निर्देशित किया गया कि वे लक्ष्य के अनुरूप वसूली सुनिश्चित करें और उच्चाधिकारियों को नियमित रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।

जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप कार्यों में गति लाना और जनता को योजनाओं का लाभ समय पर दिलाना प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे समर्पण और उत्तरदायित्व के साथ कार्य करें, ताकि जनहितकारी योजनाएं धरातल पर प्रभावी रूप से लागू हो सकें।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने चकबंदी विभाग के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि 3 वर्ष से 5 वर्ष तक के सभी वादों की प्राथमिकता के आधार पर सुनवाई करके जल्द से जल्द निस्तारण करें। इसमें किसी भी प्रकार के लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश, उपजिलाधिकारी सदर गोंडा, कर्नलगंज, तरबगंज तथा मनकापुर अपर उपजिलाधिकारी विशाल कुमार, भारत भार्गव, नेहा मिश्रा, तहसीलदार सदर गोंडा मनीष कुमार, तरबगंज सत्यपाल सिंह, मनकापुर सुरभि गौतम, कर्नलगंज अनु सिंह, नायब तहसीलदार जयशंकर सिंह, अनुराग पांडेय, राम प्रताप पांडेय सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

कर्नलगंज तहसील में 'साहब' बना दलाल! वायरल वीडियो ने खोली सिस्टम की पोल

कर्नलगंज (गोंडा)। स्थानीय तहसील स्थित नजारत कार्यालय से एक चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक बाहरी व्यक्ति सरकारी टेबल-कुर्सी पर अधिकारी की तरह बैठा नजर आ रहा है। यह दृश्य न केवल प्रशासनिक लापरवाही की बानगी पेश करता है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि तहसील परिसर में अनुशासन और सुरक्षा व्यवस्था सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गई है।

वायरल वीडियो में एक व्यक्ति, जिसकी सरकारी पद पर कोई नियुक्ति नहीं है, आराम से सरकारी टेबल के पीछे बैठा है। उसके हाव-भाव और बॉडी लैंग्वेज से साफ ज़ाहिर होता है कि उसे वहां बैठने की न केवल आदत है, बल्कि कोई आपत्ति जताने वाला भी नहीं है। नजारत कार्यालय में मौजूद अन्य कर्मियों की खामोशी यह जताती है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक, यह व्यक्ति ग्राम पंचायत कोटिया मदारा, ब्लॉक कटरा बाजार का निवासी है। उस पर थाना कौड़िया में वर्ष 2023 में धारा 61 के तहत दलाली का केस दर्ज है। आरोप है कि उसने एक दिव्यांग को कोटा दिलाने के नाम पर ₹1 लाख की ठगी की थी।

प्रशासनिक प्रतिक्रिया

वीडियो के सामने आने के बाद एसडीएम कर्नलगंज ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वीडियो की सत्यता की जांच कराई जा रही है, और यदि कोई सरकारी कर्मी इसमें लिप्त पाया गया, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

बड़ा सवाल: कौन देता है शह?

प्रशासनिक हलकों में यह चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर एक दलाल को इतनी हिम्मत कैसे हुई कि वह सरकारी कुर्सी पर बैठे? क्या यह सिर्फ एक लापरवाही है, या फिर सिस्टम में भीतर तक फैली मिलीभगत का परिणाम?

भेदभाव समाप्त करने के लिए आयोजित होगी मोबाइल कोर्ट

देवीपाटन मण्डल गोण्डा। 17 जून 2025 - दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 की मूल भावना के अनुसार सुदूरवर्ती पिछड़े क्षेत्रों व ग्रामीण इलाकों के लोगों(दिव्यांगजन) जो सरकार द्वारा उनके अधिकार एवं सुविधाओं हेतु चलाई जा रही योजनाओं/परियोजनाओं से जागरूक नहीं है, उनके मध्य जागरूकता बढ़ाने के लिए और समाज में उनके साथ हो रहे भेदभाव को समाप्त कराने तथा पूर्ण एवं प्रभावी भागीदारी दिलाए जाने और इस संबंध में उनकी शिकायतों और समस्याओं को त्वरित रूप शे स्थानीय स्तर पर निस्तारित कराए जाने के उद्देश्य से राज्य आयुक्त द्वारा 17 जून से 20 जून तक देवीपाटन मंडल के अंर्तगत आने वाले समस्त जनपदों में मोबाइल कोर्ट का आयोजन कराए जाने का निर्णय लिया गया है। श्रावस्ती में 17 जून, गोंडा में 18 जून, बहराइच में 19 जून, बलरामपुर में 20 जून को मोबाइल कोर्ट का आयोजन किया जाएगा।

28 वर्षों से फर्जी डिग्री पर मदरसे में नौकरी के आरोप की मंडलायुक्त ने दिए जांच के आदेश

गोंडा। 17 जून 2025 - जिले के एक मदरसे में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 28 वर्षों से शिक्षक पद पर कार्यरत होने के सनसनीखेज मामले में मंडलायुक्त शशि भूषण लाल सुशील ने कड़ी कार्रवाई करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उप निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण को आदेशित किया है कि संबंधित शिक्षक मोहम्मद शहाबुद्दीन के शैक्षिक अभिलेखों की जांच कर साक्ष्य सहित 10 दिवस के भीतर रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।

श्रीनगर बाबागंज क्षेत्र के ग्राम पूरे राजापुर निवासी अनवर खान ने कमिश्नर को एक शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपा। प्रार्थना पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि ग्राम देवरिया अलावल बग्गी रोड स्थित मदरसा दारुल उलूम हबीबुर्रजा में तैनात शिक्षक मोहम्मद शहाबुद्दीन पिछले लगभग 28 वर्षों से फर्जी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट अंकतालिकाओं व प्रमाण-पत्रों के आधार पर शिक्षण कर रहे हैं और इसी के जरिए वे अब तक वेतन अवैध रूप से आहरित कर चुके हैं।

शिकायतकर्ता अनवर खान ने बताया कि वर्ष 2024 में उन्होंने इस संबंध में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को शिकायती पत्र दिया था और शिक्षक के प्रमाण-पत्रों के सत्यापन की मांग की थी। लेकिन इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद शिकायतकर्ता ने जिलाधिकारी गोंडा व मुख्य विकास अधिकारी को भी पत्र सौंपा, लेकिन आरोप है कि संबंधित शिक्षक की पत्रावली अब तक जिलाधिकारी को नहीं सौंपी गई है। यह मामला मंडलायुक्त देवीपाटन शशि भूषण लाल सुशील तक पहुंचा, तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए उप निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण को शिकायती पत्र में दर्ज आरोपों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का स्पष्ट निर्देश दिया है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि यह मामला व्यक्तिगत रूप से देखा जाए और संलग्न तथ्यों की साक्ष्य सहित पुष्टि कर 10 दिनों में रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए।

उत्तर प्रदेश सौर ऊर्जा क्रान्ति की ओर अग्रसर

गोंडा। -आज विश्व के हर क्षेत्र में विकास करने के लिये विद्युत जरूरी है। बिना विद्युत के कोई भी यन्त्र, उपकरण, मशीनरी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण यातायात वाहन, घरेलू प्रकाश आदि नही चल पाते है। विद्युत उत्पादन, विद्युत शक्ति, जल से. कोयले आदि की उष्मा से, नाभिकीय अभिक्रियाओं से, पवन शक्ति से. पेट्रोलियम/प्राकृतिक गैस आदि से होती है। किन्तु यह संसाधन धीरे-धीरे खत्म हो रहे है। इसलिये मानव को विद्युत आवश्यकताओं के लिये सौर ऊर्जा व अन्य विद्युत उत्पादन संसाधनों पर निर्भर होना पड़ेगा।

विश्व भौगोलिक क्षेत्र में सूर्य ऊर्जा का सबसे बड़ा श्रोत है। सूर्य की ऊर्जा के कारण ही मौसम एवं जलवायु का श्परिवर्तन होता है। धरती पर सभी प्रकार के जीवन, जीव-जन्तु, पेड-पौधे आदि को सूर्य की ऊर्जा का ही सहारा है। इसी सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलने को ही मुख्य रूप से सौर ऊर्जा कहा जाता है। सौर ऊर्जा वास्तव में अक्षय ऊर्जा श्रोत है जिसका उपयोग छोटे स्तर से लेकर बडे स्तर तक किया जा सकता है।

सूर्य की उष्मा से प्राप्त सौर ऊर्जा उत्पादन में कोई प्रदूषण नहीं होता है। इससे संचालित उपकरणों का जीवन लम्बा होता है और रख-रखाव की कम आवश्यकता होती है। सौर ऊर्जा आधुनिक जीवन में महत्वपूर्ण होता जा रहा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्त्व में उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य हो रहे है। सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश में सर्वाेच्च प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में हो गया है। प्रदेश में 3840 मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के 09 सोलर पार्कों की स्थापना की जा रही, इसमें से 528 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो गया है। सौर ऊर्जा की प्राकृतिक संभावना वाले सर्वश्रेष्ठ चार राज्यों राजस्थान, गुजरात, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के पश्चात उत्तर प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर है, जहां पर सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में बृहद स्तर पर कार्य किया जा रहा, प्रदेश के बुंदेलखंड और अन्य क्षेत्रों में सोलर पार्कों की स्थापना की जा रही है।

प्रदेश में सौर ऊर्जा क्षेत्र में विशेष रूप से सोलर पार्कों की स्थापना के लिए बड़े पैमाने पर निवेश प्राप्त हुआ है। नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने बड़े ठोस कदम बढ़ाए हैं। इनमें सोलर पार्क के अतिरिक्त घरों की छतों पर रूफटॉप सोलर लगाना, सोलर नगरों की स्थापना, कृषि फार्म को सौर ऊर्जा से बिजली देना, पंप स्टोरेज एवं जैव ऊर्जा का उत्पादन शामिल हैं। बायोमास ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में भी उत्तर प्रदेश देश में दूसरे स्थान पर है।

प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना के तहत प्रदेश में 25 लाख घरों की छतों पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जा रहें है। इससे लोगों को 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी। प्रदेश में सौर ऊर्जा से 22 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य है। इसमें 6 हजार मेगावाट निजी व सरकारी भवनों में सोलर रूफटॉप संयंत्रों की स्थापना करके की जा रही है। तथा 14 हज़ार मेगावाट क्षमता की सौर उपयोगिता परियोजनाएं व सोलर पार्क स्थापित किये जायेंगे। राज्य में 3871.17 मेगावाट ग्रिड से जुड़ी नवीकरणीय क्षमता स्थापित की गई है। साथ ही कैप्टिव उपयोग, तीसरे पक्ष की बिक्री और डिस्कॉम, यूपीपीसीएल को बिजली की खुली बिक्री के तहत 2594 मेगावाट की ग्राउंड माउंटेड परियोजना स्थापित की गई। प्रदेश के 1.21 लाख घरों में 450 मेगावाट क्षमता के रूफटॉप सोलर सिस्टम स्थापित किए जा चुके हैं।

प्रदेश में पीएम कुसुम योजना के तहत 16.17 मेगावाट ग्रिड ट्यूबवेल को सौर ऊर्जा से संचालित किया गया है। 2000 से अधिक पम्पों का सोलराइजेशन किया गया है। किसानों के निजी ऑनग्रिड पम्प का सोलराइजेशन के साथ पृथक कृषि विद्युत फीडरो का भी सोलराइजेशन कराया जायेगा। प्रदेश के 61 जिलों के गांवों में 886 मेगावाट के पेयजल पंपिंग स्टेशन सौर ऊर्जा से संचालित किए गए। पिछले एक वर्ष में 528 मेगावाट ग्राउंड माउंटेड यूटिलिटी स्केल चालू किया गया है। 6800 मेगावाट यूटिलिटी स्केल परियोजनाओं को स्थापित करने का कार्य किया जा रहा है। 2653 मेगावाट से अधिक क्षमता की परियोजनाओं का कार्य पूर्ण हो गया है।

कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित निशुल्क विधि परामर्श कार्यक्रम का आयोजन

गोण्डा। आज कांग्रेस भवन में शहर कांग्रेस कमेटी द्वारा आयोजित निशुल्क विधि परामर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष शाहिद अली कुरैशी ने किया। उपरोक्त कार्यक्रम के आयोजन का मतलब आम कमजोर लोगों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी के विधिक सहयोग करने की निशुल्क रूपरेखा नहीं की गई और यह निर्णय लिया गया कि सबको न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी निशुल्क मदद करेगी जिससे तमाम कमजोर व्यक्ति को समय से न्याय मिल सके। उक्त कार्यक्रम के साथ ही एक सांस्कृतिक कार्यक्रम कांग्रेस भवन सभागार में ही किया गया जिसमें तमाम इतिहासकार एवं कवियों तथा कविता के माध्यम से देश की आजादी से संबंधित गीत प्रस्तुत करते हुए उपस्थित जनों को जानकारी दी गई l कार्यक्रम में मुख्य रूप से प्रवक्ता शिवकुमार दुबे, सैयद अब्दुल मुजीब,मोहम्मद वसीम सिद्दीकी सगीर खान वाजिद अली सुभाष चंद्र पांडे प्रद्युम्न शुक्ला अर्जुन वर्मा डॉ जफर अशफाक भगवती प्रसाद सोनी शादाब खान एडवोकेट डॉक्टर जफर अशफाक, दीपक कुमार मिश्रा एडवोकेट मोहम्मद इमरान खान प्रेमचंद श्रीवास्तव निरमेश श्रीवास्तव कमलजीत तिलक राम दशरथ लाल निर्मला देवी निशा खातून शहजादे मेवाती शमशाद अहमद मोहम्मद शाहिद, शमशाद अहमद, जरनील हयात, शाहिद अंजुम निशा खातून प्रीति, काजी आरिज,हामिद अली अब्दुल्ला जानकी देवी सहित तमाम कांग्रेस जन उपस्थित रहेl