RG Kar रेप-मर्डर मामले की सुनवाई पूरी, 18 जनवरी को सियालदह कोर्ट सुनाएगा फैसला

सियालदह अदालत में महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या मामले की सुनवाई पूरी हो गई है. कोर्ट 18 जनवरी को दोपहर सजा का ऐलान करेगा. आरजी कर रेप केस मामले की सुनवाई 11 नवंबर को शुरू हुई. यह सिलसिला लगातार दो महीने तक चलता रहा. जांच एजेंसी सीबीआई इस मामले में पहले ही आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है. गिरफ्तार सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय एकमात्र आरोपी था. केंद्रीय एजेंसी सीबीआई ने अदालत से उसकी अधिकतम सजा की अपील की है.

बता दें कि 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्टिपल में लेडी डॉक्टर का शव मिला था. उसके बाद कोलकाता पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की तो सिविक वॉलेंटियर संजय रॉय का नाम सामने आया. उस पर लेडी डॉक्टर की हत्या करने का आरोप लगा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने इसकी जांच शुरू की थी.

जांच के दौरान सीबीआई ने इस मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रिंसिपल संदीप घोष सहित कई लोगों से लंबी पूछताछ की. संदीप घोष और पूर्व पुलिस अधिकारी को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया, लेकिन बाद में जमानत मिल गयी थी.

सीबीआई ने अधिकतम सजा की मांग की

सीबीआई के दावे का विरोध करते हुए आरोपी के वकील ने अदालत से कहा कि वह घटना में शामिल नहीं था. वकील ने कहा कि आरोपी को झूठे मामले में फंसाया जा रहा है. आरोपी के वकील ने बुधवार को अदालत को बताया कि पीड़िता के शरीर पर संघर्ष के कोई निशान नहीं थे. उसके कपड़े भी सही सलामत थे. परिणामस्वरूप, सीबीआई जो कह रही है वह सही नहीं है. आरोपी के वकील ने दावा किया कि सीबीआई द्वारा उपलब्ध कराए गए सबूत भी अपर्याप्त थे.

सीबीआई ने कहा कि इस घटना की जांच में मिले सभी सबूत एक ही आरोपी की ओर इशारा करते हैं. विशेषज्ञ डॉक्टरों की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि यह घटना एक व्यक्ति के साथ भी संभव है. इन साक्ष्यों का हवाला देते हुए केंद्रीय एजेंसी ने गिरफ्तार व्यक्ति के लिए अधिकतम सजा की मांग की है.

पीड़िता के परिवार ने की ये मांग

दूसरी ओर, पीड़ित परिवार ने अदालत को बताया कि उनका मानना ​​है कि यह घटना एक व्यक्ति के लिए संभव नहीं था. पीड़िता के माता-पिता एक नई, अधिक विस्तृत जांच चाहते हैं. अदालत ने सभी पक्षों के बयान सुने हैं. सीबीआई ने आरोपी के वकील के बयान के जवाब में गुरुवार को अपनी स्थिति व्यक्त की. यह मुकदमा सियालदह अदालत में बंद दरवाजे के पीछे चल रहा है.दूसरी ओर, लेडी डॉक्टर की हत्या के मामले पर डॉक्टरों ने लंबे समय तक आंदोलन किया था और न्याय की मांग की थी.

महाकुंभ में डुबकी लगाएंगी स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन, साथ में करेंगी 15 दिन का कल्पवास

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है, देश और दुनिया के करोड़ों लोग इस सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन में शामिल होने के लिए आ रहे हैं. इन मेहमानों के बीच लाखों विदेशी मेहमान यहां आध्यात्म की अनुभूति करने आ रहे हैं. इन्हीं विदेशी मेहमानों में एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल भी शामिल हैं. स्टीफ जॉब्स की पत्नी के साथ इंफोसिस फाउडेंशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति और जिंदल ग्रुप की चेयरपर्सन सावित्री जिंदल भी शामिल हैं.

जानकारी के मुताबिक एपल कंपनी के को-फाउडर रहे दिवंगत स्टीफ जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल प्रयागराज में शामिल होने के लिए आ रही हैं. वह यहां पर आकर कल्पवास करेंगी. उनके साथ ही कई और दिग्गज अरबपति महिलाएं भी रहेंगी जिनमें सुधा मूर्ति और सावित्री जिंदल जैसे नाम शामिल हैं. इनके अलावा बीजेपी की सांसद हेमा मालिनी भी महाकुंभ में शामिल होने के लिए पहुंचेंगी.

अरबपति हैं लॉरेन

एपल कंपनी में रहते हुए स्टीव जॉब्स ने नाम के साथ-साथ अरबों डॉलर भी कमाए थे. उनके निधन के बाद उनकी संपत्ति लॉरेन को मिली है. करीब 25 अरब डॉलर की संपत्ति की मालकिन लॉरेन पॉवेल 13 जनवरी को भारत पहुंचेंगी. पौण पूर्णिमा पर लॉरेन पॉवेल अन्य वीवीआईपी महिलाओं के साथ प्रथम डुबकी लगाएंगी और संगम की रेती पर कल्पवास भी करेंगी. निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के शिविर में लॉरेन पॉवेल के ठहरने की व्यवस्था की गई है.

लॉरेन कल्पवास के दौरान 19 जनवरी से शुरू होने वाली कथा की पहली यजमान भी होंगी. लॉरेन पॉवेल 29 जनवरी तक शिविर में रहेंगी और इस दौरान वह सनातन को और भी करीब से जानेंगी. सुधा मूर्ति भी महाकुंभ में संगम में स्नान करेंगी, उनके ठहरने के लिए उल्टा किला के पास कॉटेज तैयार किया गया है. वहीं सावित्री देवी जिंदल, स्वामी अवधेशानंद व चिदानंद मुनि के शिविरों में ठहरेंगी. वहीं हेमा मालिनी जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के शिविर में ठहरेंगी.

पति 3 साल से पत्नी का करा रहा रेप… सऊदी में बैठकर देखता वीडियो और बदले में लेता पैसे

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पर एक महिला ने अपने ही पति पर आरोप लगाया है कि उसका पति दुबई में है और उसके पति के दोस्त पिछले तीन साल से महिला के साथ दुष्कर्म कर रहे हैं. यही नहीं महिला ने बताया कि उसके पति के दोस्त महिला के साथ दुष्कर्म करते हुए वीडियो बनाकर उसके पति को भेजते हैं, जिसके बदले महिला का पति पैसे लेता है.

ये मामला बुलंदशहर के गुलौठी का है. महिला की शादी गुलौठी के रहने वाले एक युवक से 15 साल पहले साल 2010 में शादी हुई थी. उसके दो बेटे और दो बेटियां हैं. उसका पति सऊदी में रहकर काम करता है. साल में एक या दो बार अपने परिवार से मिलने के लिए आता है. महिला ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले उसका पति अपने दो दोस्तों को लेकर घर आया और महिला के साथ दुष्कर्म कराया.

बच्चों के लिए चुप रही महिला

महिला ने शिकायत करते हुए बताया कि वही दो दोस्त पति की गैर-मौजूदगी में भी महिला के घर पर आते हैं और उसके साथ रेप करते हैं. वह इस दौरान वीडियो भी बनाते हैं. महिला ने कहा कि जब मैंने अपने पति से उसके दोस्तों की शिकायत की तो उसने मुझे ही चुप कर दिया. उसने मुझे इसलिए चुप किया, क्योंकि उसके दोस्त उसे वीडियो भेजते हैं. रेप के बदले पैसे देते हैं. मैं अब तक सिर्फ अपने बच्चों के लिए चुप रही.

सऊदी में बैठकर देखता वीडियो

महिला ने आगे कहा कि वह मेरे साथ होने वाले दुष्कर्म का वीडियो सऊदी अरब में बैठकर देखता है. महिला ने बताया कि जब वह इसके खिलाफ आवाज उठाती, तो उसका पति उसे तलाक की धमकी देकर फिर चुप करा देता था. हाल ही में जब उसका पति आया तो महिला का उसके साथ झगड़ा हुआ. इसके बाद महिला थाने पहुंची और आपबीती बताई. महिला के भाई ने कहा कि उसकी बहन ने उसे भी 15 दिन पहले ही सारी बात बताई. अब पुलिस मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम की रिपोर्ट: 2025 में 7 करोड़ से अधिक नई नौकरियां आएंगी, जानें किन सेक्टरों में बढ़ेंगे मौके

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 के अनुसार इस साल 78 मिलियन यानी की 7 करोड़ से अधिक नई नौकरियां आएंगी. वहीं 2030 तक लगभग 170 मिलियन नई नौकरियां आने की संभावना है. रिपोर्ट्स के अनुसार कई सेक्टर में जाॅब की गिरावट भी हो सकती है. आइए जानते हैं कि किन सेक्टरों में जाॅब के मौके बढ़ेंगे और किन सेक्टरों में नौकरियों की गिरावट हो सकती है.

वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की वार्षिक बैठक 20 से 25 जनवरी को दावोस में होने वाली है. बैठक से पहले जारी इस रिपोर्ट में कहा गया कि अगले पांच सालों में कृषि श्रमिकों और ड्राइवरों की नौकरियां सबसे तेजी से बढ़ने वाली जाॅब की कैटेगरी में होंगी. हालांकि कैशियर और टिकट क्लर्क की जाॅब में सबसे ज्यादा गिरावट हो सकती है. 1000 से ज्यादा कंपनियों के डेटा के आधार पर अध्ययन में पाया गया कि स्किल डिफरेंस आज भी व्यवसाय परिवर्तन के लिए सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है.

इन सेक्टरों में तेजी से बढ़ेंगी नौकरियां

एआई, बिग डेटा और साइबर सिक्योरिटी में टेक्नोलॉजी स्किल की मांग में तेजी से बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. यानी की इन सेक्टरों में आने वाले समय में नौकरियां अधिक आएंगी. रिपोर्ट के अनुसार शिक्षा जैसे आवश्यक क्षेत्र में 2030 तक सबसे अधिक नौकरी आएंगी. वहीं एआई और नवीकरणीय ऊर्जा में प्रगति जाॅब मार्केट को नया रूप दे रही है

प्रौद्योगिकी या विशेषज्ञ भूमिकाओं की मांग में वृद्धि हो रही है. वहीं सबसे तेजी से बढ़ने वाली पांच नौकरियों की सूची में खेत में काम करने वाले मजदूर, मजदूर और हल्के ट्रक या डिलीवरी सेवा चालक, सॉफ्टवेयर और एप्लिकेशन डेवलपर, फिनिशर और संबंधित ट्रेड कर्मचारी और दुकान विक्रेता होंगे.

इन सेक्टर में कम हो सकती हैं नौकरियां

वहीं रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक कैशियर और प्रशासनिक सहायक जैसी भूमिकाएं सबसे तेजी से घट रही हैं. सबसे तेजी से घटने वाली नौकरियों की सूची में कैशियर और टिकट क्लर्क सबसे ऊपर हैं. इसके बाद प्रशासनिक सहायक और कार्यकारी सचिव. बिल्डिंग केयरटेकर, क्लीनर और हाउसकीपर, सामग्री-रिकॉर्डिंग और स्टॉक-कीपिंग क्लर्क कर्मचारी हैं.

तिरुपति मंदिर में भगदड़ में 6 की मौत, 40 घायल; सरकार ने किया 25 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान

आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में बुधवार देर रात भयावह तस्वीर सामने आई. एकादशी के मौके पर दर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए श्रद्धालु लंबे समय से लाइन में लग कर टोकन लेने का इंतजार कर रहे थे. हर श्रद्धालु अपने परिवार के लिए जल्दी से टोकन लेकर दर्शन करना चाहता था, इसी के चलते जैसे ही पुलिस ने तिरुमाला श्रीवारी वैकुंठ द्वार टिकट काउंटर खोला, सभी लोग एक साथ दौड़ पड़े और भगदड़ मच गई.

इस भगदड़ में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है और लगभग 40 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उनको अस्पताल में भर्ती किया गया है. सरकार ने तिरुपति घटना के पीड़ित परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है. मंत्री सत्य प्रसाद ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का ऐलान किया है. साथ ही भगदड़ की घटना पर मामले दर्ज कर लिए गए हैं और जांच की जा रही है. पुलिस ने बीएनएस की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. साथ ही सीएम चंद्रबाबू नायडू पीड़ित परिवारों से खुद मुलाकात भी करेंगे.

कैसे हुआ हादसा?

एकादशी दर्शन के लिए तिरुपति मंदिर में दर्शन करने के लिए हजारों की तादाद में लोग जुटे थे. दर्शन करने के लिए सभी के पास टोकन होना जरूरी था, बिना टोकन के वो दर्शन नहीं कर सकते थे. बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सभी इस भीड़ में शामिल थे. टोकन देने के लिए 91 काउंटर बनाए गए थे. एक पीड़ित परिवार ने बताया कि वो सुबह 11 बजे से कतार में खड़े हो कर टोकन मिलने का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच जैसे ही पुलिस ने तिरुमाला श्रीवारी वैकुंठ द्वार का टिकट काउंटर हजारों लोग एक साथ टोकन लेने के लिए दौड़ पड़े और कई लोग एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए.

अब तक हुई 6 लोगों की मौत में एक महिला की पहचान की गई. मृत महिला का नाम मल्लिका बताया जा रहा है. महिला के पति ने बताया कि कैसे उनकी पत्नी इस भयावह घटना का शिकार हो गई. महिला के पति ने कहा, जब मैं और मेरी पत्नी बाकी लोगों के साथ वैकुंठ द्वार दर्शन काउंटर से टिकट हासिल करने के की कोशिश कर रहे थे तभी भगदड़ मच गई और इस भगदड़ में हालात इतने खराब हो गए कि मेरी पत्नी की मौत हो गई. मैंने अपने रिश्तेदारों को इस बात की जानकारी दे दी है और वो सब यहां पहुंच रहे हैं.

कौन जिम्मेदार?

इस घटना का कौन जिम्मेदार है? यह सवाल सबसे पहले मन में आता है, लेकिन इस के जवाब के लिए जांच की जा रही है. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) (Tirumala Tirupati Devasthanams) ने इस हादसे के बाद कई जानकारियां सामने रखी है. टीटीडी बोर्ड मेंबर भानु प्रकाश रेड्डी ने कहा, मंदिर में एकादशी दर्शन के लिए टोकन दिए जा रहे थे, हम ने 91 काउंटर खोले थे. भगदड़ मचना बहुत दुखद है. मैं सभी श्रद्धालुओं से माफी मांगता हूं. टीटीडी के चेयरमेन बी.आर. नायडू ने कहा कि यह भगदड़ ज्यादा भीड़ इकट्ठी होने की वजह से मची थी.

प्रयागराज: महाकुंभ के दौरान पांच दिन तक नहीं चलेगी कोई गाड़ी, चलना होगा पैदल

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने जा रहे महाकुंभ में अब बस कुछ ही दिन बाकी हैं. 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होगी, जिसमें करोड़ों श्रद्धालु पहुंचेंगे. उनकी सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कई इंतजाम किए हैं. इसमें ट्रैफिक व्यवस्था सबसे अहम है. प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान पांच दिनों नो व्हीकल जोन रहेगा यानी पांच दिन प्रयागराज में कोई गाड़ी मेला क्षेत्र में नहीं चलेगी.

दूसरे शहर से आने वाली गाड़ियों को भी शहर के बाहर ही पार्किंग एरिया में ही रोक दिया जाएगा. इसके बाद पार्किंग एरिया से आगे श्रद्धालुओं को शटल सर्विस की बसों से मेले में पहुंचने में मदद मिलेगी. नो व्हीकल जोन एरिया 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के स्नान के वक्त 5 दिनों तक शहर में लागू रहेगा. ये पांच दिन 27 जनवरी से 31 जनवरी तक होंगे, जब मेला क्षेत्र में कोई भी गाड़ी नहीं जाएगी.

24 सैटेलाइट पार्किंग एरिया

प्रयागराज के एडीजी भानु भास्कर ने जानकारी देते हुए बताया कि मौनी अमावस्या के साथ-साथ और भी चार स्नान पर्वों के दौरान भी 3 दिन प्रयागराज में मेला क्षेत्र के अंदर नो व्हीकल जोन रहेगा. यातायात व्यवस्था के बारे में बात करते हुए भानु भास्कर ने आगे बताया कि मेला क्षेत्र के आसपास 24 सैटेलाइट पार्किंग बनाई गई हैं, जिसमें सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं. इस ढंग से व्यवस्था की गई है कि जिधर से भी श्रद्धालु शहर में प्रवेश करेंगे. उसी ओर बनाए गए स्नान घाट पर स्नान कर पाएंगे

ज्यादा पैदल चलना पड़ेगा

आमतौर पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं को करीब एक से डेढ़ किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. वहीं इस पर्व के दौरान स्नान के लिए सभी श्रद्धालुओं को 3 से 4 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा. यही नहीं स्नान के दौरान एक दिन पहले और एक दिन बाद में यहां से कोई ट्रेन भी नहीं चलेगी. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए लगाई गईं शटल सर्विस की सभी बसें सिविल लाइंस बस अड्डे से निकलेंगी. ऐसे में अगर कोई इमरजेंसी होती है तो उसके लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनाए गए हैं, जिससे की एंबुलेंस को सुरक्षित निकाला जा सकेगा.

गूगल मैप्स का इस्तेमाल करना असम पुलिस को पड़ा भारी, नागालैंड के लोगों ने बना लिया बंधक

गूगल मैप्स का इस्तेमाल कई लोग करते हैं. यह हमारी सुविधा के लिए बनाया गया है. लेकिन कई बार इसका इस्तेमाल करना भारी भी पड़ जाता है. ऐसा ही एक मामला अब असम से सामने आया है. यहां असम पुलिस एक अपराधी का गूगल मैप्स के जरिए पीछा कर रही थी. लेकिन गलती से वो नागालैंड पहुंच गए. उनमें से सिर्फ तीन लोगों ने पुलिस की वर्दी पहनी थी. बाकी सादी वर्दी में थे. नागालैंड के लोगों को लगा कि शायद उनके इलाके में अपराधी घुस आए हैं. इसलिए लोगों ने पुलिस वालों पर हमला कर दिया और रात भर बंधक बनाकर रखा.

दरअसल, असम पुलिस की 16-सदस्यीय एक टीम छापेमारी के दौरान ‘गूगल मैप्स’ के जरिये अनजाने में नागालैंड के मोकोकचुंग जिले में पहुंच गई थी. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिसकर्मियों को अपराधी समझकर उनपर हमला कर दिया और उन्हें रात भर बंधक बनाकर रखा.

नागालैंड की सीमा में चली गई पुलिस

असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, यह घटना मंगलवार रात को उस समय हुई जब जोरहाट जिला पुलिस की एक टीम एक आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी. पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘यह चाय के बागान वाला इलाका था, जिसे गूगल मैप पर असम में दिखाया गया था. हालांकि, यह वास्तव में नागालैंड के अंदर था. GPS पर भ्रम और भ्रामक मार्गदर्शन के कारण अपराधी की तलाश में टीम नगालैंड की सीमा में चली गई.’ उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने असम पुलिस की टीम के कर्मियों को अत्याधुनिक हथियार लेकर आया बदमाश समझा और उन्हें हिरासत में ले लिया.

सादे कपड़ों में थे पुलिसकर्मी

पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘पुलिस टीम के 16 कर्मियों में से केवल तीन वर्दी में थे और बाकी सभी सादे कपड़ों में थे. इससे स्थानीय लोगों में भी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई. उन्होंने टीम पर हमला भी किया और हमारा एक कर्मी घायल हो गया.’

नागालैंड में प्रतिकूल स्थिति की सूचना मिलने पर जोरहाट पुलिस ने तुरंत मोकोकचुंग के पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया, जिन्होंने असम पुलिस कर्मियों को बचाने के लिए एक टीम मौके पर भेजी. स्थानीय लोगों को तब एहसास हुआ कि यह असम से आई असली पुलिस टीम थी और उन्होंने घायल व्यक्ति सहित पांच सदस्यों को छोड़ दिया. हालांकि, उन्होंने शेष 11 लोगों को रात भर बंधक बनाए रखा. सुबह उन्हें रिहा कर दिया गया और बाद में वे जोरहाट पहुंच गए.

महाकुंभ मेले के लिए रेलवे की बड़ी तैयारी: 40 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी

13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ मेले की तैयारियों को लेकर सरकार जोरो-शोरों से लगी हुई है. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालु के आने-जाने, खाने-पीने, रहने और अन्य सभी तरह की सुविधाओं के लिए सरकार ने अपनी तैयारी लगभग पूरी कर ली है. रेलवे मंत्रालय ने भी महाकुंभ में आने वाले यात्रियों के लिए 40 विशेष ट्रेनें चलाने की तैयारियां कर ली हैं. इन 40 ट्रेनों में से ज्यादातर ट्रेनों में अब भी सीटें मौजूद हैं, वहीं, कुछ ट्रेनों में वेटिंग चल रही है.

13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ मेले को लेकर तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. इस बार के महाकुंभ मेले में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है. इन लोगों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए राज्य और केंद्र सरकार निरंतर प्रयासरत है. रेलवे ने महाकुंभ में आने वाले यात्रियों का ख्याल रखते हुए 40 विशेष ट्रेन चलाने का ऐलान किया हैं.

मध्य प्रदेश के 35 से ज्यादा स्टेशनों पर रुकेगी ट्रेन

इनमें से ज्यादा ट्रेनों में सीटें उपलब्ध है. वहीं, कुछ ट्रेनों में वेटिंग चल रही है. ये ट्रेनें भोपाल और जबलपुर मंडल के 35 से ज्यादा स्टेशनों से होकर गुजरेगी, जिससे मध्य प्रदेश से महाकुंभ में आने वाले यात्रियों का सफर आसान होगा. ट्रेनों के बारे में जानकारी देते हुए सीनियर DCM सौरभ कटारिया ने बताया कि प्रदेश के लाखों लोग इस बारे महाकुंभ मेले में शामिल होने के लिए प्रयागराज पहुंचेंगे.

चलाई जा रही 40 ट्रेनें

रेल मंत्रालय की ओर चलाई जाने वाली 40 ट्रेनों में 14 से ज्यादा ट्रेनों में स्लीपर, थर्ड एसी और सेकंड एसी में सीटें उपलब्ध हैं. सरकार महाकुंभ में आने वाले लोगों यात्रियों के लिए हर तरह की सुविधा के मुहैया कराने की कोशिश कर रही है. आईये जानते है कौन-कौन सी ट्रेनें लोगों की सुविधा के लिए चलाई जा रही है.

09372 बलिया-डॉ. अंबेडकर नगर महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन

09371 डॉ. अंबेडकर नगर-बलिया महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन (04-04 ट्रिप) चलेगी.

09017 वापी-गया महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन (10-10 ट्रिप)

09031 उधना-बलिया महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन (2-2 ट्रिप)

09032 बलिया-उधना महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन

07081 गुंटूर-आजमगढ़ महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन (1-1 ट्रिप)

09029 विश्वामित्री-बलिया महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन (1-1 ट्रिप)

रानी कमलापति-बनारस-रानी कमलापति कुंभ मेला एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन (12 ट्रिप)

09371 डॉ. अंबेडकर नगर-बलिया महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन (4-4 ट्रिप)

09030 बलिया-विश्वामित्री महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन

07082 आजमगढ़-विजयवाड़ा महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन

09019 वलसाड-दानापुर महाकुंभ मेला विशेष ट्रेन (8-8 ट्रिप)

फेसबुक पर हुई दोस्ती ,जम्मू कश्मीर की महिला ने उत्तर प्रदेश के युवक से रचाई शादी, पति ने लगाया धोखाधड़ी का आरोप

जम्मू कश्मीर की एक महिला ने फेसबुक पर दोस्ती हुई उत्तर प्रदेश के युवक से शादी रचा ली. महिला शादीशुदा है और वह युवक से शादी करने के लिए श्रीनगर से यूपी के रायबरेली आ गई. जब इसकी जानकारी महिला के पति को हुई तो, उसने इसकी शिकायत पुलिस से की. उसने बताया कि युवक ने उसकी पत्नी को सोशल मीडिया के जरिए गुमराह किया और उसे भगा ले गया. उसका आरोप है की उसकी पत्नी घर से सोना और नकदी लेकर फरार हुई है.

महिला ने पुलिस को बताया है की वह अपने प्रेमी के साथ ही रहेगी. पुलिस मामले की जांच कर रही है. महिला की पहली शादी 2017 में हुई थी. वह मूल रूप से जम्मू कश्मीर के श्रीनगर की रहने वाली है. उसकी शादी मोहाली के युवक से हुई थी. उसके बाद महिला की दोस्ती फेसबुक के जरिए रायबरेली के युवक से हुई. वह दिसंबर 2024 में अपनी कार से 1000 किलोमीटर का सफर तय कर रायबरेली आ गई.

पहले पति को छोड़ा, फेसबुक पर हुआ UP के युवक से प्यार

श्रीनगर की रहने वाली अबिरल की शादी 2017 में मोहाली जिले के ढकोली थाना इलाके के पाइन होम्स निवासी विनोद से हुई थी. दोनों ने आर्य समाज मंदिर में शादी की थी. उसके कुछ दिन बाद दोनों में कलह होने लगी. धीरे-धीरे दोनों के बीच रिश्ते बिगड़ने लगे. इस बीच अबिरल का अपने पति विनोद से मन हटने लगा. इसी बीच उसकी फेसबुक पर उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले के डीह निवासी डॉक्टर फैजान से दोस्ती हो गई.कुछ ही दिनों में दोनों की दोस्ती प्यारा में बदल गई.

रायबरेली में किया निकाह

इस बीच अबिरल ने अपने पति का साथ छोड़ दिया. वह अपनी कार से श्रीनगर से रायबरेली के लिए निकल गई और वहां जाकर डॉक्टर फैजान से मिली. सोमवार को दोनों का निकाह हो गया. इसकी जानकारी जब अबिरल के पति विनोद को हुई तो वह मंगलवार को रायबरेली के डीह थाने पहुंचा. उसने पुलिस को बताया कि डॉक्टर फैजान ने सोशल मीडिया के जरिए उसकी पत्नी को गुमराह कर उससे शादी कर ली. उसका आरोप है कि अबिरल अपने साथ पांच लाख रुपये कीमत का सोना, दो लाख रुपये नकद और एक मोबाइल लेकर फरार हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

बाबा रामदेव ने खोला आचार्य बालकृष्ण से दोस्ती का राज, बताया कैसे बनी जोड़ी

पतंजलि योगपीठ देश ही नहीं दुनियाभर में मशहूर है. इसे बुलंदियों पर पहुंचाने में रामदेव के साथ ही आचार्य बालकृष्ण का भी बड़ा हाथ है. दोनों ने इसके लिए कड़ी मेहनत की. ऐसे में ये सवाल भी जहन में आता है कि आखिर इन दोनों की जोड़ी कैसे बनी, कब इनकी मुलाकात हुई, कैसे उनकी दोस्ती हुई. टीवी9 भारतवर्ष के खास शो 5 एडिटर्स में पहुंचे बाबा रामदेव ने कई मुद्दों पर बात की. इनमें से एक सवाल बालकृष्ण और उनकी दोस्ती को लेकर भी किया गया. चलिए आपको बताते हैं क्या कहा बाबा ने.

स्वामी रामदेव और बालकृष्ण की जोड़ी कैसे बनी, जब बाबा से ये सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि साल 1985 से पहले वो दोनों एक दूसरे को जानते तक नहीं थे. बाबा ने बताया कि दोनों की मुलाकात साल 1990 में गुरुकुल में हुई थी. इसी दौरान दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई. बाबा ने बताया कि उन्होंने बालकृष्ण पर 100 प्रतिशत विश्वास किया. बालकृष्ण उन्हें गुरु मानते हैं. हमने शेयर होल्डिंग उनको दी फिर उन्होंने पूरी शेयर होल्डिंग ट्रस्ट को दी.

पतंजलि को अर्श तक पहुंचाने में बालकृष्ण का अहम रोल

आज बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण की जोड़ी दुनियाभर में मशहूर है. पतंजलि को अर्श तक पहुंचाने में बालकृष्ण का अहम रोल है. बाबा ने बताया कि आज पतंजलि का टर्नओवर 50 हजार करोड़ है. इसे 100 हजार करोड़ का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि हम जो अर्जित कर रहे हैं, वो भारत माता को समर्पित है. बाबा ने कहा कि हमने योग से लोगों को स्वस्थ बनाया. रामदेव की वजह से लाखों लोगों की दवाइयां छूटी हैं. मैंने लोगों को आरोग्य दिया है. रामदेव ने कहा कि वो उद्योगपति नहीं योगपति हैं. अगर आप पुरुषार्थ करते हैं तो अर्थ आएगा ही.

‘मैं अब काले धन पर नहीं काले मन पर बात करता हूं’

वहीं जब बाबा से काला धन वापस आने जैसे पुराने दावों को लेकर सवाल किया गया तो रामदेव ने कहा कि मैं अब काले धन पर नहीं काले मन पर बात करता हूं. उनसे पूछा गया कि आपके पास (रामदेव) धन ज्यादा आ गया इसलिए काला धन पर नहीं बोल रहे हैं. तो बाबा ने कहा कि न वो किसी से डरते हैं और न किसी को डराते हैं.

उन्होंने कहा कि मैं अपने काम की परवाह करता हूं. 50 साल से रामदेव अपने धर्म से पीछे नहीं हटा. मैंने अच्छे मुद्दे उठाए थे. मैं लोगों को जागरूक कर सकता हूं. मुझे विवेकशील दिमाग दिया है. बाबा ने कहा कि कई बार मेरे विचार मेरे लिए बहुत बड़ी चुनौती बन जाते हैं.