सांवलिया सेठ का खुला खजाना: दानपात्र से 12 करोड़ 44 लाख 79 हजार रुपये की हुई गिनती
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में प्रसिद्ध श्री सांवलिया जी मंदिर में दानपात्र से निकली राशि की गिनती का काम बीते मंगलवार को पूरी तरह से संपन्न हो गया. इस प्रक्रिया में अब तक कुल 12 करोड़ 44 लाख 79 हजार रुपयों की गिनती की जा चुकी है. मंगलवार को इस प्रक्रिया में 4 करोड़ 68 लाख 10 हजार रुपयों की गिनती हुई.
काउंटिंग की शुरुआत 29 दिसंबर से हुई थी, जब मंदिर के भंडार खोले गए थे. हालांकि, भक्तों की भारी भीड़ के कारण गिनती में रुकावटें भी आईं और प्रक्रिया थोड़ी धीमी हो गई. काउंटिंग की प्रक्रिया मंगलवार सुबह 11 बजे राजभोग आरती के बाद शुरू हुई. इस पहले सोमवार को दूसरे राउंड में 4 करोड़ 76 लाख 69 हजार रुपयों की गिनती की गई थी.
अभी 2 और राउंड की काउंटिंग बची
अब तक इस प्रक्रिया के दो राउंड बाकी हैं, जिनमें मनी ऑर्डर, चेक और ऑनलाइन जमा राशि की गिनती की जानी है. इसके साथ ही सोने और चांदी का तोल भी बाकी है. अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले दो दिनों में पूरी काउंटिंग और तोल का काम खत्म हो जाएगा और फाइनल आकड़ा सबके सामने होगा.
गिनती में अधिकारी और कर्मचारियों की सक्रियता
काउंटिंग प्रक्रिया के दौरान मंदिर मंडल के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर, मंदिर प्रभारी राजेंद्र शर्मा और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी रही. इस कार्य में मंदिर के कर्मचारी भी सक्रिय रूप से शामिल थे. श्री सांवलिया जी मंदिर का यह खजाना हर साल श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाए गए दान से जमा होता है, जिसे अब एक बड़ी राशि के रूप में गिना गया है.
श्रद्धालुओं की निगाहें और राशि का उपयोग
मंदिर में आने वाले भक्तों की संख्या बहुत अधिक है. इस प्रकार की भारी राशि की गिनती और जांच पर श्रद्धालुओं की नजरें लगी हुई हैं. अब यह देखा जाएगा कि मंदिर में किस प्रकार से यह राशि और दान का उपयोग होता है और श्रद्धालुओं को किस प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाती हैं.
श्री सांवलिया जी मंदिर में हर साल भक्तों की भीड़ लगती है. इस साल भी भक्तों ने नए साल का स्वागत अपने आराध्य भगवान सांवलिया सेठ के दर्शन से किया. कोहरे और ठंड के बावजूद हजारों श्रद्धालु सुबह चार बजे से ही मंदिर में दर्शन के लिए लाइन में खड़े नजर आए. उनका उत्साह इस कदर था कि वे किसी भी कठिनाई की परवाह किए बिना सांवलिया सेठ के दर्शन करने पहुंचे.
Jan 08 2025, 18:53