जनपद में कानून व्यवस्था को सुदृढ बनाये रखने के लिए एसपी ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश

गोण्डा। पुलिस अधीक्षक गोण्डा विनीत जायसवाल द्वारा सभागार कक्ष में जनपद के समस्त राजपत्रित पुलिस अधिकारियों के साथ गोष्ठी कर लंबित अभियोगों के विवेचना, लंबित जांच प्रार्थना पत्रों व लंबित प्रारंभिक जांचो आदि की स्थिति की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। लंबित विवेचनाओं विशेषकर महिला संबंधी अपराधों तथा एस0सी0एस0टी0 एक्ट से संबंधित अभियोगो के निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया।

गैंगेस्टर के प्रकरणों में अभियुक्तों के विरुद्ध धारा 14(1) के प्रकरणों में सम्पत्ति जब्तीकरण की कार्यवाही की समीक्षा की गयी तथा अपराधियों के विरूद्ध खोले गए एच0एस0, अभियुक्तों के विरूद्ध गुण्डा एक्ट के तहत अब तक की गई कार्यवाही की समीक्षा की गई। पुलिस अधीक्षक ने पेशेवर अपराधियों को चिन्हित कर ज्यादा से ज्यादा गैंग रजिस्ट्रेशन हेतु निर्देशित किया गया। समस्त राजपत्रित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि पीड़ित फरियादियों के आने पर उनकी समस्याओं को सहानुभूति पूर्वक सुनकर उसका तत्काल निस्तारण किया जाए। गोण्डा पुलिस द्वारा 01 जनवरी 2024 से अबतक गैंगस्टर एक्ट के तहत कुल 101 अभियुक्तों के विरुद्ध 28 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं तथा 76 नए अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है ।

गैंगस्टर एक्ट के 04 प्रकरणों में अपराध से अर्जित की गयी 83,02,729/- रू0 की सम्पत्ति जब्त की गयी है । 190 अभियुक्तों पर गुण्डा एक्ट के तहत कार्यवाही की गयी तथा अपराधियों पर शिंकजा कसने के लिए अब तक 14 सक्रिय गिरोह के ऊपर 'गैंग पंजीकरण’ की कार्यवाही की गयी है। DGP के निर्देश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत गोण्डा पुलिस व अभियोजन विभाग द्वारा अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकता से प्रभावी पैरवी करते हुए हत्या, लूट, नकबजनी आदि के 191 अभियोगों में 361 अभियुक्तों को सजा करायी गयी है ।

इनमें से 45 अपराधियों को आजीवन कारावास, 71 अभियुक्तों को 10 वर्ष से अधिक का कारावास और 245 अपराधियों को 10 वर्ष से कम की सजा हुई है तथा महिला सम्बन्धी अपराधों के 76 अभियोगों में 103 अभियुक्तों को सजा करायी गयी है । इनमें से 09 अपराधियों को आजीवन कारावास, 48 अभियुक्तों को 10 वर्ष से अधिक का कारावास और 46 अपराधियों को 10 वर्ष से कम की सजा हुई है ।

अपर पुलिस अधीक्षक गोण्डा ने थाना कोतवाली देहात का किया वार्षिक निरीक्षण

गोण्डा। अपर पुलिस अधीक्षक गोण्डा मनोज कुमार रावत ने थाना को0 देहात का वार्षिक निरीक्षण किया।

निरीक्षण से पूर्व अपर पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना को0 देहात में पहुंच कर गार्द की सलामी ली, तत्पश्चात उन्होंने भोजनालय कक्ष, आवास, थाना परिसर, थाना कार्यालय, विवेचना कक्ष, महिला हेल्प डेस्क, शस्त्रागार, बैरक व बाउंड्री वाल आदि का निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान थाना परिसर को साफ सुथरा रखने तथा कार्यालय में सफाई के साथ रिकार्डो को अद्यावधिक रखने हेतु प्र0नि0 कोतवाली देहात को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए, शस्त्रागार में शस्त्रों को नियमित साफ-सफाई करने के साथ-साथ भोजनालय कक्ष में पोषण युक्त भोजन तैयार करने हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

मिशन शक्ति कक्ष/महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला पुलिस कर्मियों से वार्ता कर घरेलू हिंसा एवं अन्य महिला सम्बन्धी अपराधों से पीड़ित महिलाओं/बालिकाओं की काउंसलिंग के समय उनकी क्या भूमिका रहेंगी के सम्बन्ध में जानकारी हासिल की गयी तथा शिकायतकर्ता को किस प्रकार सुना जायेगा, शिकायत पर किस प्रकार कार्यवाही की जायेगी, नए कानून को किस प्रकार से अमल में लाया जाएगा के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी।

अपराध रजिस्टर चेक कर प्र0नि0 कोतवाली देहात को अपराध नियंत्रण हेतु पुलिस गश्त तेज करने हेतु निर्देशित किया गया साथ ही बीट आरक्षियों की बीट बुक चेक कर उनके कर्तव्यों के बारे में पूछताछ की गयी।

इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी नगर सौरभ वर्मा, प्र0नि0 कोतवाली देहात संजय कुमार सिंह सहित अन्य अधि०/कर्मचारीगण मौजूद रहें।

पेंशनर दिवस का सफल आयोजन सम्पन्न

गोण्डा। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार जिला पंचायत सभागार गोंडा में अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार की अध्यक्षता में पेंशनर दिवस का सफल आयोजन सम्पन्न हुआ। जिसमें सैकड़ों पेंशनर्स तथा जनपद स्तरीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।कार्यक्रम में लगभग 25 अति वयोवृद्ध पेंशनर्स को सम्मानित भी किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ स्वर्गीय धर्म स्वरूप नाकरा को श्रद्धा सुमन अर्पित करके की गई। तत्पश्चात समन्वयक मुख्य कोषाधिकारी द्वारा आगंतुकों का स्वागत किया गया तथा पेंशनर दिवस के औचित्य पर प्रकाश डाला गया।

पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष के बी सिंह द्वारा नाकरा के जीवन पर प्रकाश डाला गया। मंत्री अनिल श्रीवास्तव, शिक्षक संघ के अध्यक्ष गुलाब चंद्र तिवारी द्वारा पेंशन संबंधी समस्याएं प्रस्तुत की गईं। जिसके निराकरण का आश्वासन अध्यक्ष अपर जिलाधिकारी द्वारा दिया गया।

कार्यक्रम में एडीएम सदर गोंडा, सीओ सदर आनंद, एसडीएम गोंडा, डॉ शेर बहादुर सिंह, इंद्रपाल तिवारी आदि ने अपने विचार रखे।

अंत में मुख्य कोषाधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन सहायक कोषाधिकारी नजमी कमाल ने किया।

जनपद न्यायाधीश, डीएम व एसपी ने जिला कारागार का किया निरीक्षण

गोण्डा। मंगलवार को जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने जिला कारागार का संयुक्त निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने वहां पर कैदियों से वार्ता की तथा उन्हें जेल में दी जा रही सुविधाओं एवं उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान कारागार अस्पताल में जाकर वहां पर भर्ती कैदियों से मुलाकात किया, साथ ही सभी भर्ती कैदियों से वार्ता कर उनकी समस्याओं के संबंध में जानकारी ली। जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी तथा एसपी ने स्वयं विभिन्न बैरकों, अस्पताल, भोजनालय, भंडार कक्ष, पुस्तकालय आदि का निरीक्षण किया तथा संबंधित को निर्देश दिए कि जेल में जेल मैनुअल के अनुसार कैदियों को सभी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। इसके साथ ही ऐसे कैदी जिनके पास वकील नहीं है उनके लिए सरकारी वकील का भी प्रबंध कराया जाय। जेल में निरुद्ध कैदियों का बराबर मेडिकल चेकअप कराने के भी निर्देश दिए।

निरीक्षण के दौरान सीजेएम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर रश्मि वर्मा, जेल अधीक्षक, डिप्टी जेलर, कारागार डाक्टर अखण्ड प्रताप सिंह, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

98वें बलिदान दिवस पर याद किये गये अमर शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी

गोण्डा। ‘‘शहीदों की चिताओं पर लगेगें हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा’’ के संकल्प के साथ स्वतंत्रता संग्राम के अमर नायक शहीद राजेन्द्र नाथ लाहिड़ी जी के 98वें बलिदान दिवस के अवसर पर जिला कारागार में आर्य समाज द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ हवन-पूजन एवं शांति पाठ सम्पन्न कराया गया। लाहिड़ी जी के बलिदान दिवस पर अमर शहीद को बतौर मुख्य अतिथि आयुक्त, देवीपाटन मंडल तथा गणमान्य नागरिकों, अधिवक्ताओं तथा समाजसेवियों द्वारा श्रृद्धासुमन अर्पित किए गए। जिला कारागार में हवन-पूजन करने के उपरान्त जनपद न्यायाधीश, डीएम, एसपी, एडीएम, सीआरओ, नगर मजिस्ट्रेट, एसडीएम सदर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने जेल परिसर में लाहिड़ी जी के बलिदान स्थल पर स्थापित प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा उनकी शहादत को याद किया। अमर शहीद लाहिड़ी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के उपरान्त लाहिड़ी जी को सलामी दी गई और राष्ट्रगान की धुन बजाई गई। श्रद्धान्जलि सभा एवं सलामी के उपरान्त आयोजित समारोह में सर्वधर्म समभाव के तहत सभी धर्मों के धर्म गुरूओं द्वारा शांति किया गया। इस अवसर पर लाहिड़ी जी के जीवन एवं बलिदान पर प्रकाश डालते हुए जिलाधिकारी ने अमर शहीद लाहिड़ी जी के अन्तिम वाक्य ‘‘मैं मरने नहीं जा रहा, अपितु आजाद भारत में पुनर्जन्म लेने जा रहा हूं’’* दोेहराते हुए कहा कि लाहिड़ी जी का जीवन राष्ट्र प्रेम का एक जीवन्त उदाहरण है। हम सबको उनसे प्रेरणा लेते हुए देश हित के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना चाहिए, यही लाहिड़ी जी के लिए सच्ची श्रृद्धान्जलि होगी।

मुख्य राजस्व अधिकारी ने कहा कि लाहिड़ी जी जैसे व्यक्तित्व और सच्चे राष्ट्र भक्तों के बलिदानों के कारण ही हम सब भारतीय आज आजाद भारत में सांस ले पा रहे हैं। उन्होंने लोगों का आहवान करते हुए कहा कि इस अवसर पर हम सबको निःस्वार्थ भाव से राष्ट्र सेवा का संकल्प लेना चाहिए और आजादी के दीवानों के सपनों का भारत बनाने में अपना योगदान करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि देश को गुलामी की दास्तां से मुक्ति दिलाने के लिए 26 वर्ष की उम्र में अपने देश के लिए फांसी के फन्दे को हंसते हुए चूमने वाले अमर शहीद राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी जी का सम्पूर्ण जीवन प्रेरणा से भरा हुआ है।

आयोजित समारोह में आयुक्त देवीपाटन मण्डल गोण्डा, जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक ने जनपद के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी राम अचल आचार्य सहित अन्य सेनानियों के परिजनों को माला पहनाकर व अंगवस्तत्र भेंटकर सम्मानित किया। कार्यक्रम विद्यालय के बच्चों एवं अन्य लोगों सहित अन्य स्कूल के छात्र-छात्राओं तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं देश भक्ति गीत का प्रस्तुतीकरण किया गया।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी, अपर जिलाधिकारी आलोक कुमार, मुख्य राजस्व अधिकारी महेश प्रकाश, एएसपी राधेश्याम राय, सिटी मजिस्ट्रेट, उप जिलाधिकारी सदर गोंडा, परियोजना निदेशक डीआरडीए चंद्रशेखर, जेल अधीक्षक व जेल प्रशासन के समस्त अधिकारी व कर्मचारी, आर्य समाज सहित अन्य गणमान्य नागरिक, अधिकारीगण, स्कूली छात्र-छात्राएं एवं अन्य अधिकारी व जनसामान्य के लोग उपस्थित रहे।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं का मोहा मन

गोंडा। गीता महोत्सव में

 नारी ज्ञान महाविद्यालय की प्राध्यापक डाॅ. किरन पांडेय व डाॅ. प्रतीति पांडेय की युगल बंदी में संगीत के प्रस्तुतियों ने दर्शकों में रंग जमा दिया। समारोह में पांडेय द्वय के 'हे कृष्ण गोविंद हरे मुरारे हे नाथ', 'वो प्रेम की बाते है उधौ ', 'कित गयो जादू करके',  ' मोहक छवि गिरधर की है'।

 'मैं बैरागन तेरी गिरधर' आदि शास्त्रीय संगीत शैली में प्रस्तुत गीतों पर दर्शक वाहवाही कर उठे', वहीं कीर्ति सिंह के भजन -'फूलों से सज रहे श्री वृंदावनविहारी' की सराहना की।सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को महोत्सव में समापन तक सम्मोहित रखा।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने श्रद्धालुओं का मोहा मन

गोंडा। गीता महोत्सव में

नारी ज्ञान महाविद्यालय की प्राध्यापक डाॅ. किरन पांडेय व डाॅ. प्रतीति पांडेय की युगल बंदी में संगीत के प्रस्तुतियों ने दर्शकों में रंग जमा दिया। समारोह में पांडेय द्वय के 'हे कृष्ण गोविंद हरे मुरारे हे नाथ', 'वो प्रेम की बाते है उधौ ', 'कित गयो जादू करके', ' मोहक छवि गिरधर की है'।

'मैं बैरागन तेरी गिरधर' आदि शास्त्रीय संगीत शैली में प्रस्तुत गीतों पर दर्शक वाहवाही कर उठे', वहीं कीर्ति सिंह के भजन -'फूलों से सज रहे श्री वृंदावनविहारी' की सराहना की।सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को महोत्सव में समापन तक सम्मोहित रखा।

बांग्लादेश में सैनिक कार्यवाही करे भारत सरकार: यतींद्रानंद गिरी

गोंडा। रामलीला मैदान में रविवार को आयोजित गीता महोत्सव के मुख्य अतिथि भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी अतींद्रानंद गिरी ने कहा कि बांग्लादेश में जेहादी शासन में अल्पसंख्यक हिंदुओं बौद्धों व ईसाइयों का नरसंहार हो रहा है। शर्मसार हो रही मानवता को बचाने के लिए भारत सरकार को अविलंब बांग्लादेश के विरुद्ध सैनिक कार्यवाही करनी चाहिए। देश में तोड़ी गई प्रत्येक मंदिरों का जीर्णोद्धार होना चाहिए। वे श्रीमद्भागवत गीता का यही सामयिक दर्शन है।

मालवीय नगर स्थित रामलीला मैदान में आयोजित 24वें गीता महोत्सव में उपस्थित गीता प्रेमियों, संत व श्रद्धालु समाज को संबोधित करते हुए वाराणसी केदारघाट के प्रख्यात अध्यात्म विज्ञानी राजर्षि गांगेय हंस ने कहा कि सहिष्णुता और अहिंसा हमेशा बर्बरता कट्टरता और हिंसा के समक्ष घुटने टेकती है। हिंसा को पराजित करने के लिए अहिंसा नही हिंसा ही कारगर है। युद्ध के मैदान में पांच हजार वर्ष पूर्व योगेश्वर श्रीकृष्ण की मुख से कही गई गीता का यही सामयिक उपदेश है। वाराणसी के युवा प्रेरक वक्ता महिम तिवारी ने कहा कि विश्व में जब सीरिया व बांग्लादेश देश में धार्मिक विद्वेष से मारकाट मची है, इस संकट से उबरने व व्यक्ति समाज को सबल बनाने में केवल गीता ही मार्गदर्शक है। महोत्सव के आयोजक इं. सुरेश दूबे ने गीता गोष्ठी की स्थापना का उद्देश्य व लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गीता का अनुशीलन से समाज व युवाओं को सफल व यशस्वी जीवन को प्रेरणा मिलती है।

महोत्सव को प्रयाग के संत ओंकारनाथ, स्वदेशी जागरण के प्रवक्ता जनार्दन सिंह ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम में अतिथि व्यवस्थापक चंद्रभाल मिश्र, चंद्रमौलि मिश्र, धीरेंद्र पांडेय, के के श्रीवास्तव, रमेश मिश्र, संदीप मेहरोत्रा, नील ठाकुर, जयशंकर तिवारी, आशुतोष सहाय अनिल सिंह, रमेश दूबे व राजेश दूबे

आदि सहभागी रहे।

निर्भीक होकर आगे बढ़े बेटियां - डा. तन्वी

गोण्डा। समाज में बेटियों को आगे आने की जरूरत है। वे निर्भीक होकर आगे बढ़े। उक्त बातें मुख्य अतिथि के रूप में असिस्टेंट प्रोफेसर, पुलिस अधीक्षक की धर्मपत्नी व समाजशास्त्री डा० तन्वी जायसवाल ने सोमवार को महिला कल्याण विभाग द्वारा रिमेम्बेरिंग निर्भया पर आयोजित की जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कही।

जिला पंचायत सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में उपस्थित राजकीय बालिका इंटर कालेज व सरयू प्रसाद प्रसाद कन्या पाठशाला इंटर कालेज की छात्राएं व राजकीय इंटर कालेज के छात्रों को संबोधित करते हुए डा० जायसवाल ने कहा कि आज का दिवस पाकिस्तान से विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है, परन्तु सन् 2012 में इसी दिन दिल्ली में निर्भया से दुराचार की घटित वीभत्स घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।

कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर जिलाधिकारी राकेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि निर्भया लोगों व मीडिया द्वारा दिया गया काल्पनिक नाम है। उसके साथ घटित घटना के बाद देश के कानूनों में महिलाओं व बालिकाओं के लिए नये नये कानून बनाये गये।

परियोजना निदेशक चन्द्रशेखर ने संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं व बालिकाएं अब किसी से कम नहीं है। वह क्षेत्र में अपना योगदान दे रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा० रश्मि वर्मा ने छात्र छात्राओं से कहा कि वे सभी अपने माता-पिता से कोई भी बात न छिपायें, बल्कि किसी भी स्थिति के आने पर उन्हें जरूर सूचित करें। छात्र छात्राओं को विभिन्न वीडियों व पीपीटी के माध्यम से जागरूग किया गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी संतोष कुमार सोनी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन अरविन्द पाण्डेय ने किया।

इस दौरान जिला समाज कल्याण अधिकारी राजेश चौधरी, जीजीआईसी की प्रधानाचार्या गीता त्रिपाठी, प्रतिभा शुक्ला, चन्द्रमोहन वर्मा, आशीष मिश्रा, दीपक दूबे, अंकित कुमार पाण्डेय, पंकज कुमार राव, सिद्धनाथ पाठक, हितेश नरायन भारद्वाज आदि मौजूद रहे।

एलबीएस कालेज में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने छात्र-छात्राओं तथा शिक्षकों को किया सम्मानित

गोण्डा। सोमवार को लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपराज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने नई शिक्षा नीति के रूप में देश को एक अनमोल तोहफा दिया है। उन्होंने इस नीति को शिक्षा प्रणाली में आमूल परिवर्तन का आधार बताया।

उपराज्यपाल ने कहा, “दुर्भाग्यवश, हमारे देश की शिक्षा प्रणाली पिछले दशकों में बदलाव से अछूती रही। जहां संगीत सुनने के उपकरणों में तीन दशकों में बड़ा बदलाव हुआ है, वहीं हमारी शिक्षा प्रणाली पुरानी स्थिति में अटकी रह गई थी।”

उन्होंने शिक्षा को केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित न रखकर ज्ञान और कौशल के विकास का साधन बताया। श्रीनिवास रामानुजम का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, “रामानुजम जैसे महान गणितज्ञ के पास कोई औपचारिक डिग्री नहीं थी, लेकिन उनका योगदान विश्वभर में अमूल्य है। इसका अर्थ है कि शिक्षा केवल औपचारिक प्रमाण पत्रों तक सीमित नहीं होनी चाहिए।”

उपराज्यपाल ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा, “संतोष का भाव सृजन के मार्ग में सबसे बड़ा अवरोध है। हमें अपनी सोच को सीमित न रखते हुए मन और मस्तिष्क की खिड़कियां खुली रखनी चाहिए। केवल इसी तरह हम अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।”

सत्य सरोज फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बीए, बीएससी, बीकॉम, एमए, एमएससी, एमकॉम के छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया। साथ ही शिक्षकों को उनके योगदान के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ। इस अवसर पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा, पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल, कॉलेज प्रबंध समिति की उपाध्यक्ष वर्षा सिंह, सचिव उमेश शाह, तथा प्राचार्य प्रो० रविंद्र कुमार पांडेय ने उपस्थित होकर छात्रों का उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने अपने संबोधन में कहा, “शिक्षा ही बदलाव का असली मंत्र है। यह न केवल व्यक्तित्व निर्माण करती है, बल्कि समाज और देश के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।”

कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो० रवीन्द्र कुमार पांडेय, प्रो० जितेंद्र सिंह, प्रो० आरबीएस बघेल, प्रो० शैलेंद्र नाथ मिश्र, डॉ० रेखा शर्मा, प्रो० वीपी सिंह, प्रो० श्रवण श्रीवास्तव सहित कई शिक्षकगण उपस्थित रहे। सभी ने शिक्षा को समाज में बदलाव लाने का सबसे प्रभावी साधन बताया।

कार्यक्रम के समापन के दौरान सभी ने इस बात पर जोर दिया कि नई शिक्षा नीति और शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण ही समाज में बदलाव का मार्ग प्रशस्त करेगा। सत्य सरोज फाउंडेशन के आयोजकों ने कहा कि छात्रों को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित करना उनकी मेहनत को सराहने और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करने का महत्वपूर्ण कदम है।

इस दौरान महाविद्यालय की अमन चंद्रा, रेखा शर्मा, चमन कौर, रंजन शर्मा, शरद कुमार पाठक, श्याम बहादुर सिंह, जे बी पाल,अभय श्रीवास्तव , विजय सिंह, रामभवन सिंह, राजकुमार माथुर, शतीश दीक्षित, संदीप श्रीवास्तव, अरुण प्रताप सिंह,पुष्य मित्र मिश्र, शिशिर त्रिपाठी, जय शंकर तिवारी आदि प्रोफेसर और कर्मचारी उपस्थित रहे।