मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से कुनकुरी विधानसभा के ग्रामीणों ने की सौजन्य मुलाकात
रायपुर- जशपुर जिले के ग्राम पंचायत तामासिंघा, बंदरचुआं और आश्रित ग्रामों के पंचों तथा ग्रामीणों के वार्षिक भ्रमण में अब एक नई जगह जुड़ गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के गृह ग्राम बगिया के आसपास के गांवों से वार्षिक भ्रमण पर राजधानी रायपुर पहुंचे ग्रामीणों ने गांव लौटने से पूर्व यात्रा के अंतिम पड़ाव में मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अपनी यात्रा के बारे में रोचक बातें साझा की। मुख्यमंत्री ने सभी का हालचाल जाना और बारिश, खेती-किसानी सहित गांव से जुड़ी ढेर सारी बातें की। इस मौके पर ग्राम तामासिंघा के सरपंच संकेत साय पैंकरा भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री साय सभी से बड़ी आत्मीयता से मिले। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस साल अच्छी बारिश हुई है और पैदावार भी अच्छी होगी। श्री साय ने कहा कि कुनकुरी और आसपास के क्षेत्रों में पानी की समस्या रहती है, इसके लिए सिंचाई और पेयजल परियोजनाओं पर काम हो रहा है। आने वाले समय में सिंचाई के साथ अन्य समस्याएं भी दूर हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को सामुदायिक भवन के स्वीकृति की जानकारी दी और बच्चों के खेलकूद के लिए जरूरी अधोसंरचना उपलब्ध कराने की बात कही।ग्रामीणों ने भी मुख्यमंत्री के सामने आत्मीयता से अपनी बातें रखी। यात्रा के बारे में बताया, गांव के बारे में जानकारी दी और कुछ समस्याएं भी रखीं। ग्रामीण अपनी बात उनसे ऐसे साझा कर रहे थे, मानों गांव के अपने किसी साथी को बता रहे हों।
ग्रामीणों ने बताया कि श्री साय शुरू से ही ऐसे है, वें कहीं भी रहें उनका अपने क्षेत्र और क्षेत्रवासियों से हमेशा ऐसा ही लगाव रहा है। सांसद रहते हुए भी क्षेत्र के विकास के लिए जुटे रहे और उनका यह स्वभाव आज भी नहीं बदला है। हमने उनका संघर्ष देखा है और आज जब वो प्रदेश के मुखिया है, यह बात हमें गौरव से भर देती है।गौरतलब है कि तामासिंघा और आसपास के ग्राम पंचायत के सभी पंच अपने परिजनों के साथ प्रतिवर्ष प्रदेश के विभिन्न इलाकों के भ्रमण पर निकलते है। इसी कड़ी में पंचों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने परिजनों के साथ इस वर्ष मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़, राजधानी रायपुर के मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, जंगल सफारी, राम मंदिर और पुरखौती मुक्तांगन का भ्रमण किया।
इस मौके पर सायनंदन राम, सुचिता लकड़ा, सचिव अनुराग तिवारी, लिवावती बाई सहित अन्य जनप्रतिनिधि और ग्रामीण जन उपस्थित थे।

						
रायपुर-   जशपुर जिले के ग्राम पंचायत तामासिंघा, बंदरचुआं और आश्रित ग्रामों के पंचों तथा ग्रामीणों के वार्षिक भ्रमण में अब एक नई जगह जुड़ गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के गृह ग्राम बगिया के आसपास के गांवों से वार्षिक भ्रमण पर राजधानी रायपुर पहुंचे ग्रामीणों ने गांव लौटने से पूर्व यात्रा के अंतिम पड़ाव में मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अपनी यात्रा के बारे में रोचक बातें साझा की। मुख्यमंत्री ने सभी का हालचाल जाना और बारिश, खेती-किसानी सहित गांव से जुड़ी ढेर सारी बातें की। इस मौके पर ग्राम तामासिंघा के सरपंच संकेत साय पैंकरा भी मौजूद थे।
बीजापुर-   राज्य सरकार की पुनर्वास नीति और बीजापुर पुलिस के ‘नियद नेल्ला नार’ योजना से प्रभावित होकर 25 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. इसमें 8-8 लाख के ईनामी कंपनी नंबर 02 के 03 PLGA/पार्टी सदस्य, 03 लाख का ईनामी प्लाटून नम्बर 16 सेक्शन डिप्टी कमाण्डर, 01-01 लाख के ईनामी 02 माओवादी एलओएस सदस्य-सीएनएम अध्यक्ष सहित भैरमगढ़ एरिया कमेटी एवं गंगालूर एरिया कमेटी के माओवादी शामिल हैं. बता दें कि 2024 में अब तक 170 माओवादियों ने सरेंडर किया है.
रायपुर-    बलौदाबाजार हिंसा मामले में निलंबित IPS सदानंद कुमार के खिलाफ राज्य सरकार ने आरोप पत्र जारी किया है. सदानंद को दिए गए आरोप पत्र में कहा गया है कि निलंबित आईपीएस सदानंद कुमार 8 फरवरी 2024 से 12 जून 2024 तक पुलिस अधीक्षक जिला बलौदाबाजार-भाटापारा के पद पर पदस्थ थे. इस दौरान उन्होंने जैतखाम तोड़फोड़ मामले में अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियम का उल्लंघन किया है.
  
   रायपुर-   स्पीकर हाउस में सोमवार को हरि ठाकुर स्मारक संस्थान की ओर से पुस्तक विमोचन का आयोजन किया गया. रायपुर नामक दस्तावेजी किताब का विमोचन विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने किया. किताब का लेखन वरिष्ठ पत्रकार और साहित्यकार आशीष ठाकुर ने किया है. विमोचन के मौके पर विशेष रूप से उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा भी मौजूद रहे. वहीं इतिहासकार, साहित्यकार, रंगकर्मी और पत्रकार भी बड़ी संख्या में शामिल हुए.
   
  
   
रायपुर-   राजधानी के रामनगर इलाके में एक पुराने विवाद के चलते एक युवक की हत्या हो गई है। वासु उर्फ सूरज सिन्हा की हत्या सिर पर गमला से वार कर की गई। पुलिस ने इस मामले में आरोपी भोपू उर्फ भूपेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी और मृतक रामनगर इलाके में मजदूरी का काम करते थे। यह घटना रामनगर चौकी क्षेत्र की है।
रायपुर-    रायपुर में प्रदेश में बढ़ते अपराध के मामलों को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने महत्वपूर्ण बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सितंबर से पुलिस महकमे में एक बड़ी पहल की जाएगी. इसके तहत सभी रेंज के एसपी ऑफिस में बैठकें की जाएंगी, जिनमें एसपी और थानेदारों के की-परफॉरमेंस तय की जाएगी. उपमुख्यमंत्री ने बताया कि 2021 से 2023 तक के आंकड़ों की तुलना में 2024 के जनवरी से जून तक अपराधों की संख्या कम है, लेकिन यह संतुष्टि का विषय नहीं है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कम अपराध भी सरकार और समाज के लिए चिंता का विषय हैं, और कठोरता से कार्रवाई की जाएगी.
रायपुर-     नवा रायपुर में नामकरण को लेकर गठित समिति पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भाजपा सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा, सरकार सरकारी योजनाओं को बंद करने, नाम बदलने में टाइम पास कर रही. छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार नाम बदलने और काम को बंद करने के सिवा कुछ भी नहीं कर रही है.
रायपुर-     छत्तीसगढ़ी फिल्म हण्डा की सफलता के बाद एन. माही फिल्मस प्रोडक्शन के सफल निर्माता मोहित साहू की बहुप्रतीक्षित छत्तीसगढ़ी फिल्म ए ददा रे प्रदेश के सभी सिनेमाघरों में 30 अगस्त को एक साथ रीलीज होने जा रही है। सत्य घटना पर आधारित इस फिल्म में हॉरर, संस्पेंस, थ्रिल और कॉमेडी का तड़का है। फिल्म के लेखक, निर्देशक आनन्द दास मानिकपुरी ने बताया कि आज से 40-45 साल पहले मेरी नानी और पिता ने अपने साथ घटित घटना को आपबीती में बताया था कि किस तरह उनका सामना अलग-अलग रूप से छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचल में प्रचलित मटिया और रक्सा से हुआ था, उस दौरान उनके मुंह से निकले भय स्वरूप शब्द थे ए ददा रे, जिसे इस्तेमाल करते हुए इस फिल्म का नाम ए ददा रे रखा गया। आनन्द दास ने बताया कि फिल्म का आरंभ ही इसी सत्य घटना के साथ किया गया है, गांव में प्रचलित चटिया-मटिया और रक्सा की संस्पेंस कहानी, गांव में अप्रत्याशित होने वाली घटना व कॉमेडी के घालमेल इस फिल्म को फूल मनोरंजक बनाता है। फिल्म के गीत चाँदी के गोला... समझ नई आये गोरी रे और टॉईटल सांग कर्ण प्रिय हैं, जो सोशल मीडिया में भी पहले से ही छाया हुआ है। फिल्म की कहानी ऐसे गांव की है, जहां भूत-प्रेतों का अफवाह है, जिसे हीरो अपने खोजबीन से दूर करता है और सच्चाई सबके सामने लाता है। फिल्म की खुबसूरत हीरोइन हेमा शुक्ला पर्दे पर निखर कर सामने आती है। आनन्द दास ने बताया कि यह फिल्म उन्होंने दो साल पहले ही लिख डाला था और अपनी पहली ब्लॉकबस्टर छत्तीसगढ़ी फिल्म सरई से पहले इसे बनाना चाहते थे परन्तु ऐसा हो ना सका, अब वे अपनी दूसरी फिल्म के रूप में ए ददा रे लेकर आ रहे हैं, जिसकी ज्यादातर शूटिंग बिलासपुर संभाग अंतर्गत रतनपुर, हरमोड़ी, नेवरा, लोरमी के पास झापल इत्यादि गांव में किया गया है।
Aug 26 2024, 19:56
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