बुंडू: बिजली तार की चपेट में आने से दो बैल की मौत


सरायकेला:- किसान आज सुबह खेत जोतने के लिए हल और बैल की जोड़ी को लेकर खेत जा रहे थे। 

इसी दौरान बिजली खंभा से सटने पर दोनों बैलों की घटना स्थल पर मौत हो गयी। बिजली पोल में करंट पास हो रहा है। 

घटना बुंडू थाना क्षेत्र के चिठोडीह निवासी किसान रामेश्वर महतो का बैल बताया जा रहा है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चांडिल प्रखण्ड के जेबीसी आसनबनी में एक दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन


सरायकेला : स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चांडिल प्रखण्ड के जेबीसी आसनबनी में एक दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । 

जिसमें विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। समाजसेवी झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेंब्रम उपस्थित होकर खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर खेल का शुभारंभ किए। 

प्रतिभागी टीम के खिलाड़ी ओर कमेटी एवं दर्शकों को 78 वां स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा खिलाड़ी खेल भावना से खेलें अनुशासन में रहकर खेलने से सफलता अवश्य मिलेगा ।

चांडिल प्रखण्ड अंतर्गत बिरसा मेमोरियल क्लब मानीकुई द्वारा आयोजित विराट एक दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में लोकप्रिय समाजसेवी झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक सुखराम हेंब्रम जी उपस्थित हुए कमेटी परिवार द्वारा बुके देकर स्वागत किया।और खिलाड़ीयों से परिचय प्राप्त कर फाइनल खेल का शुभारंभ किए।

 प्रतिभागी टीम के खिलाड़ी ओर कमेटी एवं दर्शकों को 78 वां स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी। खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा खिलाड़ी खेल भावना से खेलें। अनुशासन में रहकर खेलने से सफलता अवश्य मिलेगी और इस खेल के माध्यम से भी आप भविष्य को संवार सकते हैं। 

आदिवासी कल्याण समिति बांधटांड़ द्वारा 78 वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्व कौनाथ सिंह स्मृति कप 37 वां एथेलेटिक्स मीट खेल कूद का आयोजन बामनी उच्च विद्यालय केतुंगा में किया गया। जिसमें अतिथि के रूप में सुखराम हेम्ब्रम उपस्थित हुए। वहीं प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय व तृतीय स्थान आने वाले प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कृत किया गया। इस मौके पर आदारडीह पंचायत के मुखिया सुभाष सिंह, ग्राम प्रधान वैधनाथ महतो, तपन महतो, अमुल्य महतो, गणपति सिंह,लाल मोहन गोराई,अरुण सिंह, विश्वनाथ मंडल, अंगद सिंह, हाड़ीराम सोरेन, राजेन टुडू, मन्टु राजवार समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे।

आज का इतिहास:अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद 15 अगस्त को आज ही के दिन भारत ने देखा आजाद सुबह का पहला सूरज


नई दिल्ली : अंग्रेजों की लंबी गुलामी के बाद भारत ने आखिरकार 15 अगस्त 1947 को आजाद हवा में सांस ली और आजाद सुबह का सूरज देखा। हालांकि, इस सूरज में बंटवारे के जख्म की लाली भी थी। बंटवारे के बाद मिली आजादी खुशी के साथ ही दंगों और सांप्रदायिक हिंसा का दर्द भी दे गई। 

इस दिन से जुड़ी अन्य घटनाओं की बात करें तो 15 अगस्त की तारीख भारतीय डाक सेवा के इतिहास में एक खास कारण से दर्ज है। 

दरअसल 1972 में 15 अगस्त के ही दिन ‘पोस्टल इंडेक्स नंबर’ अर्थात पिन कोड लागू किया गया था। हर इलाके के लिए अलग पिन कोड होने से डाक की आवाजाही में आसानी होने लगी। इसके अलावा अमेरिकी फौज के अफगानिस्तान से वापस जाने के बाद 15 अगस्त 2021 को तालिबान के लड़ाकों ने राजधानी काबुल पर नियंत्रण कर लिया और इसी के साथ पूरे देश पर तालिबान का कब्जा हो गया। इसके बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़कर चले गए।

देश-दुनिया के इतिहास में 15 अगस्त की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-

1854 : ईस्ट इंडिया रेलवे ने कलकत्ता (अब कोलकाता) से हुगली तक पहली यात्री ट्रेन चलाई, हालांकि आधिकारिक तौर पर इसका संचालन 1855 में शुरू हुआ। 

1866: लिकटेंस्टीन जर्मनी के शासन से मुक्त हुआ।

1872 : भारतीय दार्शनिक श्री अरबिंदो का जन्म।

1886 : भारत के महान संत एवं विचारक गुरु रामकृष्ण परमहंस उर्फ गदाधर चटर्जी का निधन।

1945: दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया दोनों आजाद हुए।

1947 : भारत को अंग्रेज़ों की हुकूमत से आजादी मिली।

1947 : रक्षा वीरता पुरस्कारों-परमवीर चक्र, महावीर चक्र और वीर चक्र की स्थापना।

1975 : बांग्लादेश में सैनिक क्रान्ति।

1950 : भारत में 8.6 की तीव्रता वाले भूकंप के कारण जान और माल की भारी क्षति।

1960: कांगो फ्रांस की गुलामी से आज़ाद हुआ।

1971 : बहरीन ब्रिटेन के शासन से आजाद हुआ।

1972 : पोस्टल इंडेक्स नंबर अर्थात पिन कोड लागू किया गया।

1982 : राष्ट्रव्यापी रंगीन प्रसारण और टीवी के राष्ट्रीय कार्यक्रम की शुरुआत।

1990 : जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल आकाश का सफल प्रक्षेपण।

2007 : दक्षिण अमेरिकी देश पेरु के मध्य तटीय इलाके में 8.0 तीव्रता के भूकंप से 500 से ज्यादा लोगों की मौत।

2021: अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ा।

2021: हैती में भूकंप से 724 लोगों की मौत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से देश को दिया ये संदेश, जानिए भाषण की 15 बड़ी बातें


नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले पर लगातार 11वीं बार तिरंगा झंडा फहराया। इस पर मौके पर पीएम मोदी ने राष्ट्र को करीब एक घंटे 41 मिनट संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध, भ्रष्ट्राचार, न्यायिक प्रणाली में सुधार, बांग्लादेश के हालात समेत कई मुद्दों पर बात की। आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें।

पीएम मोदी ने महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि हमें गंभीरता से सोचना होगा। हमारी माताओं, बहनों, बेटियों के प्रति जो अत्याचार हो रहे हैं उसके प्रति जन सामान्य का आक्रोश है। 

इसे देश को, समाज को, हमारी राज्य सरकारों को गंभीरता से लेना होगा। महिलाओं के खिलाफ अपराधों की जल्द से जल्द जांच हो। राक्षसी कृत्य करने वालों को जल्द से जल्द कड़ी सजा हो, ये समाज में विश्वास पैदा करने के लिए जरूरी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने को कहा कि अगले पांच वर्षों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए 75 हजार नई सीटें सृजित की जाएंगी। उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि विकसित भारत के साथ ही हमें स्वस्थ भारत बनाना होगा। 

मोदी ने कहा कि हमने पिछले 10 साल में मेडिकल सीटों को करीब करीब एक लाख कर दिया। हर साल 25 हजार युवा मेडिकल की पढ़ाई के लिए विदेश जाते हैं। वे ऐसे-ऐसे देशों में जाते हैं कि मैं सुनकर हैरान रह जाता हूं। उन्होंने घोषणा की कि हमने तय किया है कि अगले पांच साल में मेडिकल लाइन में 75 हजार नई सीटें बनाई जाएंगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब 40 करोड़ देशवासी गुलामी की जंजीरों को तोड़कर देश को आजाद कर सकते हैं तो आज 140 करोड़ ‘परिवारजन’ इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं। 

78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘विकसित भारत 2047’ सिर्फ भाषण के शब्द नहीं हैं बल्कि इसके पीछे कठोर परिश्रम जारी है और देश के सामन्य जन से सुझाव लिए जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि हम 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं। अगर 40 करोड़ देशवासी अपने पुरुषार्थ, समर्पण, त्याग और बलिदान से आजादी दिला सकते हैं, आजाद भारत बना सकते हैं तो 140 करोड़ देशवासी इसी भाव से समृद्ध भारत भी बना सकते हैं। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज यह समय है देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता का और अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता समृद्ध भारत भी बना सकती है।

पीएम मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार देश में बड़े सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है और वह राजनीतिक गुणा-भाग से नहीं, बल्कि ‘राष्ट्रहित सर्वोपरि’ के संकल्प के साथ कदम उठाती है। 

उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में पिछले 10 वर्षों के दौरान उठाए गए कदमों तथा प्रमुख योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने ‘यथास्थिति’ वाली मानसिकता को खत्म किया है। 

मोदी ने कहा कि पहले देश में यथास्थिति का एक माहौल बन गया था। लोग कहते थे कि कुछ होने वाला नहीं है। हमें इस मानसिकता को तोड़ना था और हमने तोड़ा । मोदी ने कहा, ‘‘देश का सामान्य नागरिक बदलाव चाहता था। हमने बड़े सुधार किए हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी। मैं चाहता हूं कि भ्रष्टाचारियों के मन में डर पैदा हो ताकि आम आदमी को लूटने की परंपरा बंद हो। 

हम संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं लेकिन कुछ लोग होते हैं जो प्रगति देख नहीं सकते जो भारत का भला सोच नहीं सकते हैं। जब तक खुदका भला न हो तब तक उन्हें किसी का भला अच्छा नहीं लगता। देश को ऐसे लोगों से बचना होगा। ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ मेरी लड़ाई तीव्र गति से जारी रहेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि हम दुनिया को बताना चाहते हैं कि उन्हें प्रगतिशील भारत को लेकर चिंतित होने की जरूरत नहीं है।

पीएम मोदी ने कहा कि मैंने सपना देखा है कि 2047 विकसित में सरकार की दखल कम हो। जहां सरकार की जरूरत हो वहां अभाव न हो और सरकार का बिना कारण प्रभाव भी न हो। मोदी ने कहा कि विश्व में सबसे तेज़ गति से करोड़ों लोगों को कोविड वैक्सीनेशन का काम हमारे देश में हुआ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि बांग्लादेश में हालात जल्द सामान्य होंगे और वहां हिंदू तथा दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि बांग्लादेश की विकास यात्रा को लेकर शुभेच्छा रहेगी। 

मोदी ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में जो कुछ हुआ है उसको लेकर पड़ोसी देश के नाते हमें चिंता होना स्वाभाविक है। मैं आशा करता हूं कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। 140 करोड़ देशवासियों की चिंता यह है कि वहां हिंदू, अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित हो। 

उन्होंने कहा, ‘‘भारत हमेशा चाहता है कि हमारे पड़ोसी देश सुख और शांति के मार्ग पर चलें।

पीएम मोदी ने कहा कि बार-बार चुनाव देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न करते हैं । पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि समान नागरिक संहिता को लेकर बार-बार चर्चा की है। मैं कहूंगा कि यह समय की मांग है कि देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता हो...तभी हम धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त हो पाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि करीब 10 करोड़ नई महिलाएं स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और परिवार के फैसले लेने की प्रक्रिया का अभिन्न अंग बन गई हैं तथा व्यापक सामाजिक बदलाव लाने में योगदान दे रही हैं। 

मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया और महिला सशक्तीकरण की सराहना की। मोदी ने कहा कि हमें यह देखकर गर्व हो रहा है कि महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आत्मनिर्भर हो जाती हैं तो वे परिवार के निर्णय लेने की प्रक्रिया में भाग लेती हैं और यह महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन सुनिश्चित करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि क्षेत्र में बदलाव की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि सरकार किसानों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास कर रही है। उन्होंने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए रासायनिक उर्वरकों के इस्तेमाल से मिट्टी की सेहत में आ रही गिरावट पर भी चिंता जताई। 

उन्होंने कहा कि सरकार ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम शुरू किए हैं और ऐसी कृषि पद्धतियों के लिए बजट आवंटन भी बढ़ाया गया है। मोदी ने भरोसा जताया कि भारत दुनिया का जैविक खाद्यान्न उत्पादक बन सकता है। 

उन्होंने कहा, ''हमारी कृषि प्रणाली में बदलाव लाना बहुत जरूरी है। यह समय की मांग है।पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में सुप्रीम कोर्ट ने बार-बार UCC को लेकर चर्चा की है, अनेक बार आदेश दिए हैं। अब देश की मांग है कि देश में secular civil code हो। 

दुर्भाग्य से हमारे देश में आजादी के बाद लोगों को एक प्रकार के माई-बाप कल्चर से गुजरना पड़ा- सरकार से मांगते रहो, सरकार के सामने हाथ फैलाते रहो। हमने governance के इस मॉडल को बदला है। आज सरकार खुद लाभार्थियों के पास जाती है।

लोगों के जीवन में सरकार का दखल कम हो, इस दिशा में भी हमने काम किया है। हमने देशवासियों के लिए 1,500 से ज्यादा कानूनों को खत्म कर दिया, ताकि कानूनों के जंजाल में देशवासियों को फंसना न पड़े। सदियों से हमारे पास जो criminal law थे, उन्हें हम न्याय संहिता के रूप में लाए हैं। इसके मूल में 'दंड नहीं, नागरिक को न्याय' के भाव को हमने प्रबल बनाया है। मैं हर स्तर पर सरकार के प्रतिनिधियों और जन-प्रतिनिधियों से आग्रह करता हूं कि हमें मिशन मोड में ease of living के लिए कदम उठाने चाहिए।

मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के बड़े सुधारों की वजह से भारतीय बैंक वैश्विक स्तर पर मजबूत बैंकों में शामिल हैं। ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मजबूत बैंकिंग प्रणाली औपचारिक अर्थव्यवस्था को मजबूती देती है। 

उन्होंने कहा कि पहले बैंकिंग क्षेत्र कठिन दौर से गुजर रहा था, लेकिन अब इस क्षेत्र में वृद्धि हो रही है। मोदी ने कहा, ''जरा सोचिए हमारे बैंकिंग क्षेत्र की क्या हालत थी। कोई वृद्धि नहीं थी, कोई विस्तार नहीं था और (बैंकिंग प्रणाली में) कोई विश्वास नहीं था। हमारे बैंक कठिन दौर से गुजर रहे थे।

आज जो महानुभाव राष्ट्र रक्षा के लिए पूरी लगन से, पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश की रक्षा भी कर रहे हैं और देश को नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास भी कर रहे हैं। वो हमारे किसान हैं, हमारे जवान हैं, हमारे नौजवानों के हौसले हैं, हमारी माताओं-बहनों का योगदान है, दलित-शोषित-वंचित-पीड़ित हैं।

15 अगस्त को ही क्यों मिली आजादी जाने इससे जुड़े रोचक सवालों के जवाब


रिपोर्टर जयंत कुमार 

रांची : आज पुरा देश अपना 78वां स्वतंत्रता मना रहा है। भारत को आधिकारिक रूप से 15 अगस्त 1947 के दिन आजादी मिली थी। जिसके बाद से ही हर साल प्रत्येक देशवासी के लिए गौरव का दिन है। हालांकि, सवाल ये है कि आखिर भारत की आजादी के लिए यही दिन क्यों चुना गया था और क्यों 15 अगस्त को ही हर साल स्वतंत्रता दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी रोचक जानकारी।

सबसे बड़ा सवाल है कि 15 अगस्त को ही आजादी का दिन क्यों चुना गया

ब्रिटेन के तात्कालिक प्रधानमंत्री एटली ने फरवरी 1947 में ऐलान किया कि 30 जून 1948 तक ब्रिटेन भारत को आजाद कर देगा। इसके लिए आखिरी वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन भारत की आजादी और बंटवारे के प्लान में तेजी दिखाई। माउंटबेटन के सुझावों पर ब्रिटेन की संसद ने 4 जुलाई, 1947 को इंडियन इंडिपेंडेंस एक्ट पारित किया। इसमें 15 अगस्त 1947 को भारत से ब्रिटिश शासन खत्म करने का प्रावधान था। अब सवाल उठता है कि 15 अगस्त ही क्यों? दरअसल, 15 अगस्त 1945 को द्वितीय विश्व युद्ध खत्म हुआ था और ब्रिटिश आर्मी के सामने जापानी सेना आत्मसमर्पण कर दिया था। उस वक्त ब्रिटेन की सेना में लार्ड माउंटबेटन अलाइड फोर्सेज में कमांडर थे। ऐसे में वह इस दिन को खास मानते थे। 

जापानी सेना के आत्मसमर्पण का पूरा श्रेय माउण्टबेटन को दिया गया था, ऐसे में माउण्टबेटन 15 अगस्त को अपनी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन मानते थे और इसलिए उन्होंने 15 अगस्त का दिन भारत की आजादी के लिए चुना। 

आजादी के समय महात्मा गांधी शामिल नहीं हुए थे। 

 आजादी के जश्न में आशीर्वाद लेने के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभभाई पटेल पत्र भेज कर बुलाया था। उन्होंने पत्र के जवाब में कहा मैं शामिल नहीं हो सकता। दुर्भाग्य से आज हमें जिस तरह आजादी मिली है, उसमें भारत-पाकिस्तान के बीच भविष्य के संघर्ष के बीज भी हैं। मेरे लिए आजादी की घोषणा की तुलना में हिंदू-मुस्लिमों के बीच शांति अधिक महत्वपूर्ण है।

भारत के नोटों का ही इस्तेमाल करते थे पाकिस्तानी 

15 अगस्त 1947 को अंग्रेजों के गुलामी के आजाद हुआ तो आजादी के साथ उसे दो हिस्सों में बांट दिया। अब नए मुल्क पाकिस्तान के सामने समस्या थी कि क्या वहां भारत के नोट चलाए जाएं? कुछ पाकिस्तानी नेताओं ने नासिक प्रिंटिंग प्रेस बांटने की मांग की, लेकिन यह प्रैक्टिकली संभव नहीं था। भारत-पाक के नेताओं ने चर्चा की इसके बाद निर्णय लिया गया कि। नोट यहीं नासिक में छपना चाहिए। इसके लिए पाक का एक प्रतिनिधि यहां तैनात होगा, जो प्रोसेस पर नजर रखेगा।समस्या ये थी कि बंटवारे के बाद दूसरे देश का आदमी नोट प्रेस जैसी गोपनीय जगह पर कैसे रह सकता है। इसके लिए बंटवारा कमेटी ने 19 जुलाई 1947 को वित्त विभाग के सामने रिपोर्ट पेश कर अनुमति मांगी तब जाकर उसे यहां रहने की सहमति मिली।

समाजसेवी, झारखंडआंदोलनकारी सुखराम हेंब्रम ने होटल राहुल पैलेस प्रांगण में किया झंडोत्तोलन

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरूवार को ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के समाजसेवी, झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक श्री सुखराम हेंब्रम ने होटल राहुल पैलेस प्रांगण में 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन किया । 

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश की आज़ादी के लिए हमारे पूर्बजों ने जीवन का बलिदान दिया था । आज उस महान क्रांतिकारी वीर पुरुषों को कोटी कोटी नमन।

इस मौके अवसर पर अरुण सिंह, विश्वनाथ मंडल, अंगद सिंह, हाड़िराम सोरेन, राजेन टुडू, मनोज माडी॔, सुशेन माडी॔, रतन माडी॔ और ढेर सारे बुद्धिजीवी गण उपस्थित थे।

सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे के आद्रा मंडल रेल प्रबधंक, आद्रा द्वारा 30 KWP ऑन-ग्रिड सोलर प्लांट का उद्घाटन

सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे के आद्रा के रनिंग रूम के परिसर में 30 KWP ऑन-ग्रिड सोलर प्लांट का उद्घाटन श्री सुमित नरूला, मंडल रेल प्रबंधक, आद्रा द्वारा किया गया। इस सोलर प्लांट की स्थापना से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

इस परियोजना के लिए कुल पूंजी निवेश ₹16.5 लाख रुपये किया गया है। यह सोलर प्लांट प्रति वर्ष 43,800 यूनिट बिजली का उत्पादन करेगा, जिससे रेलवे को प्रति वर्ष ₹3.29 लाख रुपये की बिजली लागत की बचत होगी। इस परियोजना की लागत वसूलने की अवधि (पे बैक पीरियड) 5 वर्ष है, जबकि इस सोलर प्लांट की कुल आयु 25 वर्षों की होगी।

यह परियोजना न केवल वित्तीय बचत करेगी बल्कि पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी दर्शाती है। सोलर प्लांट से उत्पन्न ऊर्जा के माध्यम से, रेलवे अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सक्षम होगा, जो हमारे पर्यावरण को सुरक्षित और स्वच्छ बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस अवसर पर श्री नरूला ने कहा, "इस सोलर प्लांट का उद्घाटन हमारे रेलवे मंडल के लिए गर्व का क्षण है। यह परियोजना हमारे सतत विकास के लक्ष्यों की दिशा में एक और कदम है।

सरायकेला :जिले में स्वतंत्रतादिवस उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया गया

सरायकेला : जिले में स्वतंत्रता दिवस उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया गया मुख्य कार्यक्रम बिरसा मुंडा स्टेडियम में हुई जहां झारखंड सरकार के मंत्री चंपाई सोरेन द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया। इससे पूर्व मंत्री ने स्टेडियम की परिक्रमा कर परेड का निरीक्षण कर सलामी ली।


मौके पर मंत्री द्वारा जिले में विभिन्न विभागों में बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान उपायुक्त रविशंकर शुक्ल पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत एवं जिलों के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान लोगों कोपीपी संबोधित करते हुए मंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्य खनिज संपदा से भरा हुआ है , यहां के लोगों का मुख्य पैसा कृषि है, और कृषि के क्षेत्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। किसानों के हर खेत को पानी पहुंचाने के उद्देश्य है, ताकि यहां सालों भर किसान अपनी खेतों पर फसल उगा सके। उन्होंने कहा सरकारी योजनाओं में और अधिक लोगों को लाभ दिए जाने को लेकर जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है।
सरायकेला : आद्रा मंडल में 78वां स्वतंत्रता दिवस समारोह का भव्य आयोजन

सरायकेला आद्रा मंडल में आज आद्रा स्तिथ SERSA स्टेडियम में 78वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आद्रा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री सुमित नरूला तथा अन्य अतिथियों, श्रीमती मालविका नरूला/अध्यक्षा/SERWWO/आद्रा, अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री खगेन्द्र नाथ घोष सहित मण्डल के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, प्रेस एवम मीडिया के प्रतिनिधिगण एवम आम जन शामिल हुए। समारोह का आरंभ मंडल रेल प्रबधक श्री सुमित नरूला द्वारा ध्वजारोहण करने के साथ हुई।ततपश्चात उन्होंने परेड का निरीक्षण किया गया। जिसके पश्चात उन्होंने उपस्थित अधिकारीयो एवं जनसमुह को संबोधित किये। अपने संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि आज पूरे देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है जिस उपलक्ष्य में हम सभी यहाँ एक्टर हुए है।

उन्होंने अपने संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक ने आद्रा मंडल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को साझा करते हुए बताया कि मंडल ने अपना उत्कृष्ट सुरक्षा रिकॉर्ड बनाए रखा है। निरंतर निगरानी और सतर्कता के कारण यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। इसके अतिरिक्त आद्रा मंडल का वितीय वर्ष 2024-2025 के लिए प्रमुख उद्देश्यों की रूपरेखा के बारे में भी जानकारी दी जिसमे बुनियादी ढांचो का विकास, बेहतर ट्रेन सेवाएँ प्रदान करना, ट्रैक का नवीनीकरण करना, यात्री सुविधाओ में वृद्धि सहित कर्मचारी कल्याण हेतु नए आवासीय इकाइयों का निर्माण करना और मौजूदा इकाइयों का नवीनीकरण करना शामिल है।

इसके अतिरिक्त मंडल ने 194 बच्चों को तस्करी से बचाया, उन्हें उनके परिवारों से मिलाया या बाल कल्याण केंद्रों को सौंपा। ये उपलब्धियां मंडल की यात्रियों और कर्मचारियों के अनुभव को बेहतर बनाने, सुरक्षा, दक्षता और विकास को सुनिश्चित करने के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। आगे बढ़ते हुए, उन्होनो बताया कि मंडल का लक्ष्य आधुनिकता और सुरक्षा संवर्धन की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखना है। इस अवसर पर MHSS(कैंपस-1)/आद्रा एवं अन्य द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के अंत मे मुख्य अतिथि ने गुब्बारा उड़ाकर कार्यकम का समापन किया।
पीएम मोदी ने लाल किले से बांग्लादेश का किया जिक्र, बोले-भारत चाहता है पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे

देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पूरे देश में उत्साह का माहौल है। प्रधानमंत्री मोदी ने 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया।

मेरा हर पल देश के लिए- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हर पल देश के लिए है। मेरा कर्ण-कर्ण मां भारती के लिए है। तीसरे कार्यकाल में तीन गुना गति से काम करूंगा। आपने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसे मैं पूरा करूंगा।मैं चुनौतियों से डरता नहीं हूं. मैं आपके बेहतर भविष्य के लिए हूं।

वन नेशन वन इलेक्शन पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा। भारत की प्रगति के लिए इस सपने को पूरा करना होगा। मैं सभी पार्टियों से अपील करता हूं कि वो आगे आएं।

सेकुलर सिविल कोड समय की मांग: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि सेकुलर सिविल कोड समय की मांग है। धर्म के आधार पर भेदभाव मुक्ति जरूरी है। परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति जरूरी है। गलत कानूनों का आधुनिक समाज में स्थान नहीं है।

बांग्लादेश पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ लोग भ्रष्टाचार का जय जयकार कर रहे हैं। ये स्वस्थ समाज के लिए चिंता की बात है। भ्रष्टाचारियों में डर का माहौल बनाना जरूरी है। उनपर कार्रवाई होती रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ वो चिंता की बात है। उम्मीद है कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत चाहता है कि पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे। आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में हमारा शुभचिंतन ही रहेगा।

राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को कड़ी सजा दी जाए: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “…मैं आज लाल किले से एक बार फिर अपना दर्द व्यक्त करना चाहता हूं। एक समाज के तौर पर हमें महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा – इसके खिलाफ आक्रोश है मैं इस आक्रोश को महसूस कर सकता हूं। देश को, समाज को, राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा, महिलाओं के खिलाफ अपराधों की त्वरित जांच हो, इन राक्षसी कृत्यों को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले। ये विश्वास जगाने के लिए जरूरी है। समाज से मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब महिलाओं पर बलात्कार और अत्याचार की घटनाएं होती हैं तो उस पर व्यापक चर्चा होती है, लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा दी जाती है तो वह खबरों में नहीं दिखती, बल्कि एक कोने तक ही सीमित रहती है। समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा की जाए ताकि यह पाप करने वाले समझें कि इससे फांसी होती है, मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।

महिला अत्याचार पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि बेटियों पर अत्याचार हो रहे हैं। सरकारों को महिला अत्याचार को गंभीरता से लेना चाहिए। महिलाओं के प्रति अपराधों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए देश में आक्रोश है। जल्दी सजा पर चर्चा करना जरूरी है, जिससे दोषियों में डर पैदा हो।