समाजसेवी, झारखंडआंदोलनकारी सुखराम हेंब्रम ने होटल राहुल पैलेस प्रांगण में किया झंडोत्तोलन

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुरूवार को ईचागढ़ विधान सभा क्षेत्र के समाजसेवी, झारखंड आंदोलनकारी सह स्वच्छ चांडिल स्वस्थ चांडिल के संस्थापक श्री सुखराम हेंब्रम ने होटल राहुल पैलेस प्रांगण में 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर झंडोत्तोलन किया । 

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश की आज़ादी के लिए हमारे पूर्बजों ने जीवन का बलिदान दिया था । आज उस महान क्रांतिकारी वीर पुरुषों को कोटी कोटी नमन।

इस मौके अवसर पर अरुण सिंह, विश्वनाथ मंडल, अंगद सिंह, हाड़िराम सोरेन, राजेन टुडू, मनोज माडी॔, सुशेन माडी॔, रतन माडी॔ और ढेर सारे बुद्धिजीवी गण उपस्थित थे।

सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे के आद्रा मंडल रेल प्रबधंक, आद्रा द्वारा 30 KWP ऑन-ग्रिड सोलर प्लांट का उद्घाटन

सरायकेला : दक्षिण पूर्वी रेलवे के आद्रा के रनिंग रूम के परिसर में 30 KWP ऑन-ग्रिड सोलर प्लांट का उद्घाटन श्री सुमित नरूला, मंडल रेल प्रबंधक, आद्रा द्वारा किया गया। इस सोलर प्लांट की स्थापना से पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।

इस परियोजना के लिए कुल पूंजी निवेश ₹16.5 लाख रुपये किया गया है। यह सोलर प्लांट प्रति वर्ष 43,800 यूनिट बिजली का उत्पादन करेगा, जिससे रेलवे को प्रति वर्ष ₹3.29 लाख रुपये की बिजली लागत की बचत होगी। इस परियोजना की लागत वसूलने की अवधि (पे बैक पीरियड) 5 वर्ष है, जबकि इस सोलर प्लांट की कुल आयु 25 वर्षों की होगी।

यह परियोजना न केवल वित्तीय बचत करेगी बल्कि पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी दर्शाती है। सोलर प्लांट से उत्पन्न ऊर्जा के माध्यम से, रेलवे अपने कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में सक्षम होगा, जो हमारे पर्यावरण को सुरक्षित और स्वच्छ बनाए रखने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

इस अवसर पर श्री नरूला ने कहा, "इस सोलर प्लांट का उद्घाटन हमारे रेलवे मंडल के लिए गर्व का क्षण है। यह परियोजना हमारे सतत विकास के लक्ष्यों की दिशा में एक और कदम है।

सरायकेला :जिले में स्वतंत्रतादिवस उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया गया

सरायकेला : जिले में स्वतंत्रता दिवस उत्साहपूर्ण माहौल में मनाया गया मुख्य कार्यक्रम बिरसा मुंडा स्टेडियम में हुई जहां झारखंड सरकार के मंत्री चंपाई सोरेन द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को फहराया गया। इससे पूर्व मंत्री ने स्टेडियम की परिक्रमा कर परेड का निरीक्षण कर सलामी ली।


मौके पर मंत्री द्वारा जिले में विभिन्न विभागों में बेहतर कार्य करने वाले कर्मियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान उपायुक्त रविशंकर शुक्ल पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत एवं जिलों के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान लोगों कोपीपी संबोधित करते हुए मंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्य खनिज संपदा से भरा हुआ है , यहां के लोगों का मुख्य पैसा कृषि है, और कृषि के क्षेत्र में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। किसानों के हर खेत को पानी पहुंचाने के उद्देश्य है, ताकि यहां सालों भर किसान अपनी खेतों पर फसल उगा सके। उन्होंने कहा सरकारी योजनाओं में और अधिक लोगों को लाभ दिए जाने को लेकर जिला प्रशासन को निर्देश दिया गया है।
सरायकेला : आद्रा मंडल में 78वां स्वतंत्रता दिवस समारोह का भव्य आयोजन

सरायकेला आद्रा मंडल में आज आद्रा स्तिथ SERSA स्टेडियम में 78वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में आद्रा मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री सुमित नरूला तथा अन्य अतिथियों, श्रीमती मालविका नरूला/अध्यक्षा/SERWWO/आद्रा, अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री खगेन्द्र नाथ घोष सहित मण्डल के विभिन्न विभागों के अधिकारीगण, प्रेस एवम मीडिया के प्रतिनिधिगण एवम आम जन शामिल हुए। समारोह का आरंभ मंडल रेल प्रबधक श्री सुमित नरूला द्वारा ध्वजारोहण करने के साथ हुई।ततपश्चात उन्होंने परेड का निरीक्षण किया गया। जिसके पश्चात उन्होंने उपस्थित अधिकारीयो एवं जनसमुह को संबोधित किये। अपने संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि आज पूरे देश 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है जिस उपलक्ष्य में हम सभी यहाँ एक्टर हुए है।

उन्होंने अपने संबोधन में मंडल रेल प्रबंधक ने आद्रा मंडल की महत्वपूर्ण उपलब्धियों को साझा करते हुए बताया कि मंडल ने अपना उत्कृष्ट सुरक्षा रिकॉर्ड बनाए रखा है। निरंतर निगरानी और सतर्कता के कारण यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। इसके अतिरिक्त आद्रा मंडल का वितीय वर्ष 2024-2025 के लिए प्रमुख उद्देश्यों की रूपरेखा के बारे में भी जानकारी दी जिसमे बुनियादी ढांचो का विकास, बेहतर ट्रेन सेवाएँ प्रदान करना, ट्रैक का नवीनीकरण करना, यात्री सुविधाओ में वृद्धि सहित कर्मचारी कल्याण हेतु नए आवासीय इकाइयों का निर्माण करना और मौजूदा इकाइयों का नवीनीकरण करना शामिल है।

इसके अतिरिक्त मंडल ने 194 बच्चों को तस्करी से बचाया, उन्हें उनके परिवारों से मिलाया या बाल कल्याण केंद्रों को सौंपा। ये उपलब्धियां मंडल की यात्रियों और कर्मचारियों के अनुभव को बेहतर बनाने, सुरक्षा, दक्षता और विकास को सुनिश्चित करने के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। आगे बढ़ते हुए, उन्होनो बताया कि मंडल का लक्ष्य आधुनिकता और सुरक्षा संवर्धन की दिशा में अपने प्रयासों को जारी रखना है। इस अवसर पर MHSS(कैंपस-1)/आद्रा एवं अन्य द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम के अंत मे मुख्य अतिथि ने गुब्बारा उड़ाकर कार्यकम का समापन किया।
पीएम मोदी ने लाल किले से बांग्लादेश का किया जिक्र, बोले-भारत चाहता है पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे

देश आज 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। पूरे देश में उत्साह का माहौल है। प्रधानमंत्री मोदी ने 11वीं बार लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया।

मेरा हर पल देश के लिए- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि मेरा हर पल देश के लिए है। मेरा कर्ण-कर्ण मां भारती के लिए है। तीसरे कार्यकाल में तीन गुना गति से काम करूंगा। आपने मुझे जो जिम्मेदारी दी है, उसे मैं पूरा करूंगा।मैं चुनौतियों से डरता नहीं हूं. मैं आपके बेहतर भविष्य के लिए हूं।

वन नेशन वन इलेक्शन पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि वन नेशन वन इलेक्शन के लिए देश को आगे आना होगा। भारत की प्रगति के लिए इस सपने को पूरा करना होगा। मैं सभी पार्टियों से अपील करता हूं कि वो आगे आएं।

सेकुलर सिविल कोड समय की मांग: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि सेकुलर सिविल कोड समय की मांग है। धर्म के आधार पर भेदभाव मुक्ति जरूरी है। परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति जरूरी है। गलत कानूनों का आधुनिक समाज में स्थान नहीं है।

बांग्लादेश पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि देश में कुछ लोग भ्रष्टाचार का जय जयकार कर रहे हैं। ये स्वस्थ समाज के लिए चिंता की बात है। भ्रष्टाचारियों में डर का माहौल बनाना जरूरी है। उनपर कार्रवाई होती रहेगी। पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश में जो कुछ हुआ वो चिंता की बात है। उम्मीद है कि वहां हालात जल्द सामान्य होंगे। वहां के हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो। भारत चाहता है कि पड़ोसी देश शांति की राह पर रहे। आने वाले दिनों में बांग्लादेश की विकास यात्रा में हमारा शुभचिंतन ही रहेगा।

राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को कड़ी सजा दी जाए: पीएम मोदी

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “…मैं आज लाल किले से एक बार फिर अपना दर्द व्यक्त करना चाहता हूं। एक समाज के तौर पर हमें महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों के बारे में गंभीरता से सोचना होगा – इसके खिलाफ आक्रोश है मैं इस आक्रोश को महसूस कर सकता हूं। देश को, समाज को, राज्य सरकारों को इसे गंभीरता से लेना होगा, महिलाओं के खिलाफ अपराधों की त्वरित जांच हो, इन राक्षसी कृत्यों को अंजाम देने वालों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले। ये विश्वास जगाने के लिए जरूरी है। समाज से मैं यह भी कहना चाहूंगा कि जब महिलाओं पर बलात्कार और अत्याचार की घटनाएं होती हैं तो उस पर व्यापक चर्चा होती है, लेकिन जब ऐसी राक्षसी प्रवृत्ति के व्यक्ति को सजा दी जाती है तो वह खबरों में नहीं दिखती, बल्कि एक कोने तक ही सीमित रहती है। समय की मांग है कि सजा पाने वालों पर व्यापक चर्चा की जाए ताकि यह पाप करने वाले समझें कि इससे फांसी होती है, मुझे लगता है कि यह डर पैदा करना बहुत जरूरी है।

महिला अत्याचार पर बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि बेटियों पर अत्याचार हो रहे हैं। सरकारों को महिला अत्याचार को गंभीरता से लेना चाहिए। महिलाओं के प्रति अपराधों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए देश में आक्रोश है। जल्दी सजा पर चर्चा करना जरूरी है, जिससे दोषियों में डर पैदा हो।

रांची के शहीद चौक स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया झंडोत्तोलन, शहीदों को दी श्रद्धांजलि

रिपोर्टर जयंत कुमार 

राजधानी रांची के शहीद चौक स्थित शहीद स्मारक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 78वें स्वतंत्रता दिवस पर झंडोत्तोलन कर झारखंड के शहीदों को याद किया। वही शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। 

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार 15 अगस्त को रांची के शहीद चौक पहुंचे। यहां शहीद स्थल पर ध्वजारोहण किया। ज्ञात हो कि प्रत्येक वर्ष स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर इस स्थल स्थल पर राज्य के मुखिया झंडोत्तोलन करते हैं। बता दे कि यहां लगे कदम के पेड़ से 1858 में स्वतंत्रता सेनानी पांडे गणपत राय को सजा दी गई थी, साथ कई स्वतंत्रता सेनानीयो को भी सजा दी गई थी। जिसके बाद से इस स्थान को स्मारक स्थल के रूप में संजो कर रखा गया है। देश आजादी के बाद प्रत्येक वर्ष यहां झंडोतोलन किया जाता है। ऐसे शहीदों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का एक तरीका है। इस मौके पर यहां स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के लोग भी मौजूद थे।

दिमाग को शांत और पॉजिटिव रखने करे ये योगासन


आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में मानसिक तनाव और चिंता सामान्य समस्याएँ बन चुकी हैं। इनसे निपटने के लिए योग एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मकता को भी बढ़ावा देता है। यहां कुछ योगासन बताए गए हैं जो दिमाग को शांत और सकारात्मक बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:

1. शवासन (Corpse Pose)

शवासन एक बहुत ही सरल लेकिन अत्यधिक प्रभावी योगासन है। इस आसन में शरीर पूरी तरह से आराम की अवस्था में होता है। इसे करने से शरीर और मन दोनों को गहरी शांति मिलती है और तनाव कम होता है। इसे करने के लिए, पीठ के बल लेट जाएं, आंखें बंद करें और शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ दें। धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें, और अपने शरीर को पूरी तरह से स्थिर और आराम की स्थिति में रखें।

2. प्राणायाम (Breathing Exercises)

प्राणायाम में विभिन्न प्रकार की सांस संबंधी तकनीकों का उपयोग किया जाता है जो दिमाग को शांत और संतुलित रखने में मदद करते हैं। विशेष रूप से अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसे नियमित रूप से करने से तनाव कम होता है और दिमाग में सकारात्मकता का संचार होता है।

3. बालासन (Child’s Pose)

बालासन एक आरामदायक और सुकून देने वाला योगासन है। यह आसन दिमाग को शांत करने, थकान दूर करने और चिंता को कम करने में मदद करता है। इस आसन में घुटनों के बल बैठकर शरीर को आगे की ओर झुकाएं और माथे को ज़मीन पर रखें। हाथों को आगे की ओर फैलाकर रखें और शरीर को आराम की अवस्था में छोड़ दें।

4. विपरीत करनी (Legs Up the Wall Pose)

विपरीत करनी आसन में पैरों को दीवार के सहारे ऊपर उठाया जाता है, जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता है और दिमाग को शांति मिलती है। यह आसन तनाव और चिंता को कम करने में सहायक है। इसे करने के लिए दीवार के पास लेटें और पैरों को सीधा ऊपर उठाकर दीवार से सटाकर रखें। शरीर को ढीला छोड़ें और कुछ मिनटों तक इस स्थिति में बने रहें।

5. सेतु बंधासन (Bridge Pose)

सेतु बंधासन मन को शांत करने और दिमाग को रिलैक्स करने में मदद करता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और पैरों को ज़मीन पर रखें। हाथों को शरीर के बगल में रखें और धीरे-धीरे कूल्हों को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस स्थिति में बने रहें और फिर वापस प्रारंभिक स्थिति में लौटें।

6. ध्यान (Meditation)

ध्यान मानसिक शांति और आत्म-चेतना को बढ़ावा देने का सर्वोत्तम तरीका है। नियमित ध्यान करने से दिमाग शांत होता है और नकारात्मक विचारों का प्रभाव कम होता है। आप किसी शांत स्थान पर बैठकर अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं या कोई विशेष मंत्र का जाप कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

दिमाग को शांत और पॉजिटिव बनाए रखने के लिए योग एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। उपरोक्त योगासन और प्राणायाम न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारेंगे बल्कि आपके जीवन में संतुलन और सकारात्मकता भी लाएंगे। इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें और धीरे-धीरे फर्क महसूस करें।

78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जमशेदपुर स्थित गोपाल मैदान से झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने किया सम्बोधित

सरायकेला : 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जमशेदपुर स्थित गोपाल मैदान से स्वास्थ्य एवं खाध आपूर्ति मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने झारखंड की जनता के नाम अपने सम्बोधन में क्या कहा जिसको यहां पढ़िये !

राजनीतिक सामाजिक और बौद्धिक विरासत को सहेजता हुआ हमारा देश 78वें स्वाधीनता दिवस के स्वर्णिम अध्याय को अपनी गौरव गाथा में अंकित कर चूका हैं!

आज मेरा सौभाग्य हैं कि अपने गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हमारे राष्ट्र ध्वज को फहराने का अवसर प्राप्त हो रहा हैं जिसके लिए मै जमशेदपुर की जनता का ह्रदय से नमन करता हूँ!

आज इस मंच से मैं लौहनगरी के संस्थापक टाटाजी के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिन्होंने न सिर्फ इस खूबसूरत शहर को वैभवशाली बनाने का सपना देखा बल्कि इसे गढ़ने और विस्तार करने के भगीरथी प्रयास से एक ऐसे शहर का निर्माण किया जिसे लोग आज मिनी इंडिया के नाम से जानते है!

आज का मंच राजनीतिक नहीं हैं इसलिए मैं कुछ ऐसे कार्यों के बिषय में आपसे चर्चा करना चाहता हूँ जो आपसे जुडी हुई हैं और ग्रेटर जमशेदपुर के सपनों को पूरा करने हेतु प्रगति पथ पर अग्रसर हैं!

एक स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते मेरा कर्तव्य था कि राज्य के साथ साथ बीमार पड़े एमजीएम अस्पताल का इलाज करू जिसे कोल्हान से आये हुए 3 तीन मुख्यमंत्री भी ठीक नहीं कर पाए!

एक समय एमजीएम अस्पताल असामाजिक तत्तवों का अड्डा था, सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती थी, अववस्थित पार्किंग थी, बदबूदार शौचालय था, लाइट की व्यवस्था नहीं थी, आवारा जानवरों का अड्डा था, नशेड़ी और अपराधियों का पनाहगार बन चूका था लेकिन जब से मैंने मंत्री पद संभाला है रोज नए परिवर्तन को लाने का प्रयास किया है, आज आप बिना पास के, बिना मतलब के एमजीएम नहीं जा सकते, सफाई आपको देखने को मिलेगा, चिकित्सको की उपलब्धता दिखेगी, आपको अस्पताल से दवाइयां मिलेगी,नए उपकरणों से जाँच की व्यवस्था मिलेगी, कुल मिलाकर ये तो नहीं कहता हूँ कि पूरा सिस्टम सुधर गया है कुछ सुधार की गुंजाइस अभी भी है, लेकिन इन 4 सालों में एमजीएम अस्पताल में बढ़ते रोगियों की संख्या और सफल इलाज के बाद चेहरे पर छाए मुस्कान इस बात का गवाह है कि एमजीएम अस्पताल बदलाव की दिशा में अग्रसर हैं!इसके साथ ही साकची में नए अस्पताल निर्माण का कार्य तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है जबकि डिमना वाला एमजीएम अस्पताल जल्द ही जनता की सेवा में सुपुर्द कर दिया जायेगा!

जमशेदपुर में जाम की बड़ी समस्या थी, आज भी हैं, आप सभी जानते है कि मानगो साकची फ्लाई ओवर निर्माण के मेरे प्रयास के बाद निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है, 21 अगस्त को पीलर का फाइनल टेस्टिंग का कार्य संपन्न हो जायेगा और 2025 के अन्त तक फ्लाई ओवर निर्माण का काम पूरा हो जायेगा जिससे जाम मुक्त और दुर्घटना मुक्त जमशेदपुर का सपना पूरा हो सकेगा!

जमशेदपुर में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के रूप में मनीपाल मेडिकल कॉलेज खुलवाने का कार्य कर मैंने मेडिकल स्टूडेंट के लिए बेहतर शिक्षण की व्यवस्था की जिसके 50% सीटों पर सरकारी दरों से पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है!

इसके बाद सोनारी में धनवंतरी अस्पताल, मानगो में 50 बेड का अस्पताल, कदमा में 100 बेड का सीसीयु सेंटर बनने की प्रक्रिया चल रही है जिसके माध्यम से जमशेदपुर को मेडिकल हब बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहें हैं!

केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे इस बार स्वास्थ्य के साथ खाध आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी भी दी है, पदभार संभालने के बाद से ही मैं लगातार औचक निरिक्षण कर रहा हूँ, लापरवाही और चोरी करने वाले अधिकारी सस्पेंड हो रहें हैं, इस निरीक्षण का एकमात्र उद्देश्य हैं अधिकारी समझें कि गरीब का निवाला कोई चोरी नहीं कर सकता हैं, आज जनता मुझे फोन और मैसेज पर शिकायत भेजती है जिसका तुरंत समाधान होता हैं, मेरा और कांग्रेस पार्टी का एक ही लक्ष्य है सरकार का अनाज गरीबों के थाली तक पहुंचे!

इसके अलावा टाटा स्टील के सहयोग से कई पार्क, मानगो में ओपन जिम, कई जगहों पर ओपन जिम, बच्चों के लिए स्पोर्ट्स फैसिलिटी जैसे कई कार्य हुए है कई करने बाकि हैं!

आपको बताते हुए हर्ष हो रहा है कि राज्य सरकार की कल्याण कारी सर्वधन पेंशन योजना के करीब 30 हजार से ज्यादा लाभुकों को अपने हाथों से पेशन पत्र देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, आज उनके आशीर्वाद से ही विकास कार्य कर पा रहा हूँ!

आपको बताते हुए हर्ष हो रहा है कि कोरोना मैंनेजमेंट के लिए WHO ने झारखंड को तीसरा स्थान दिया, आज हमारे पास आरटीपीसीआर लैब हैं, कोबास मशीन हैं, 110 PSA ऑक्सीजन प्लांट हैं, हजारों की संख्या में बेड हैं ताकि कोरोना जैसी विपदा का हर मुकाबला कर सके!दूसरी तरफ स्वच्छता रैकिंग में जमशेदपुर अच्छा परफॉरमेंस कर रहा हैं!

आज हेमंत सोरेन जी की सरकार की कई योजनाओं ने झारखंडवासियों के दिल में जगह बना ली हैं तभी तो तमाम बाधा और षड़यंत्र के बाद पिछले लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन को राज्य की जनता ने अपना आशीर्वाद दिया हैं!

हमारे बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ रहें है, उच्च शिक्षा के लिए विदेशो में जाकर पढ़ाई कर रहें है, गुरूजी क्रेडिट कार्ड से एजुकेशन लोन आसान हो गया हैं जिससे आगे की पढ़ाई पूरी हो सके!

हमारी सरकार महिलाओ को सम्मान पूर्वक जीने का हक देना चाहती है इसलिए करीब 52 लाख महिलाओ जिनकी उम्र 21 साल से 50 साल है उन्हें झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना के तहत उन्हें प्रतिमाह 1000 रूपये देगी जिसकी पहली किस्त रक्षाबंधन को जायेगा!आप हमारा साथ दें ताकि हम झारखंड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सके!

आज आपका आशीर्वाद और साथ है कि 2005 से हमारा पैसा खाकर बैठने वाली केंद्र सरकार क़ो सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाते हुए 1 करोड़ 36 लाख हजार रुपए देने का फैसला सुनाया है!जिस दिन ये पैसा झारखंड के पास आ जायेगा राज्य की जनहित की कल्याणकारी योजनाओं को अनेक तरीके से प्रोत्साहित किया जायेगा और योजनाओं की राशि में बढ़ोतरी करने का मार्ग प्रशस्त होगा!

5 महीने तक झूठे केस में फंसाकर हमारे मुख्यमंत्री जी क़ो जेल में रखने का षड्यंत्र किया लेकिन संविधान की जीत हुई और सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें रिहा किया है!जिसके बाद पूरी शक्ति और नए ऊर्जा के साथ हमारे मुख्यमंत्री जी और हम सभी मिलकर झारखंड के विकास की नई गाथा लिखने को तैयार हैं!

जमशेदपुर में पर्यटन का विकास हो इसके लिए मैंने सोनारी दुमुहानी स्थित स्वर्णरेखा घाट में सौंदर्यकरण का कार्य तेजी से शुरू किया हैं, स्वर्णरेखा घाट पर सीढ़ी का निर्माण हो चूका हैं, भव्य द्वार का निर्माण कार्य प्रगति पर हैं, स्वर्णरेखा नदी का संरक्षण हो इसके लिए सामाजिक और सांस्कृतिक पहल की शुरुआत करते हुए बनारस की गंगा आरती के तर्ज पर प्रत्येक साल शिवरात्रि के पवित्र अवसर पर भव्य और मनमोहक स्वर्णरेखा आरती की शुरुआत करने का कार्य किया हैं!

हमारी सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू किया हैं, खेलकूद को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाओं का शुभारम्भ किया हैं, युवाओ और महिलाओं के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की हैं, हमने राज्य को विभिन्न सड़कों एवं फ्लाई ओवर से जोड़ने का कार्य किया हैं, विकास का कार्य तेजी से चल रहा हैं!

अन्त में सभी क़ो स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें, जय हिंद, जय झारखण्ड, जय संविधान!

आइए जानते है ग्रीन टी का सेवन करने से कितने दिन में वजन कम होता हैं।


ग्रीन टी का सेवन वजन कम करने में सहायक हो सकता है, लेकिन यह कितने दिन में असर दिखाएगा, यह कई कारकों पर निर्भर करता है। ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स और कैफीन जैसे तत्व मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं, जिससे शरीर अधिक कैलोरी बर्न कर सकता है।

हालांकि, केवल ग्रीन टी पीने से तेजी से वजन कम होना संभव नहीं है। इसके साथ आपको एक संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली अपनानी होगी।

परिणाम देखने का समय:

व्यक्तिगत अंतर: हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए कुछ लोगों में असर जल्दी दिख सकता है जबकि कुछ में समय लग सकता है।

सेवन की मात्रा: अगर आप नियमित रूप से ग्रीन टी पीते हैं (दिन में 2-3 बार), तो आपको 1-2 महीने में फर्क दिखना शुरू हो सकता है, बशर्ते आप संतुलित आहार और व्यायाम भी कर रहे हों।

आहार और व्यायाम: यदि ग्रीन टी के साथ आप स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम को भी फॉलो करते हैं, तो परिणाम अधिक जल्दी और प्रभावी हो सकते हैं।

ध्यान रखें: ग्रीन टी को एक सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि मुख्य वजन घटाने के उपाय के रूप में।

नियमितता, धैर्य, और एक स्वस्थ जीवनशैली ही लंबे समय तक टिकाऊ वजन कम करने का सही तरीका है।

झारखंड से जुडी है नेताजी सुभाष चंद्र बोस कि यादें,आज भी सरिया के लोग नेताजी कोठी के नाम से प्रसिद्ध प्रभाती कोठी कि करते हैं चर्चा


झा. डेस्क 

 स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का गिरिडीह जिला के सरिया (हजारीबाग रोड) से काफी लगाव था. यहां की प्रभाती कोठी की नींव उन्होंने ही डाली थी. इसे नेता जी की कोठी के नाम से भी लोग जानते थे. उस भवन से इनकी काफी यादें जुड़ी हुई हैं.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस सरिया को अपनी कर्मभूमि मानते हुए अंग्रेजों के विरुद्ध यहां रणनीति बनाते थे. फिरंगी हुकूमत के खिलाफ कई रणनीतियों की साक्षी यह कोठी रही है.यहीं से वे 

1940 में कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने रामगढ़ गये थे.

यहां रहते थे नेताजी के बहनोई 

बताया जाता है कि बंगाल विभाजन के बाद पश्चिम बंगाल से बंगाली परिवार के लोग तत्कालीन हजारीबाग जिला में अपना आशियाना बनाने लगे थे. ग्रैंड कोर्ड रेल मार्ग के बीच हजारीबाग रोड स्टेशन था, जिस कारण सरिया में बंगाली परिवारों ने मकान बनाने के लिए जमीन तलाशनी शुरू कर दी थी. सैकड़ों बंगाली परिवारों ने यहां अपनी आलीशान कोठी बनायी.

स्थानीय लोगों की मानें तो नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बहन-बहनोई भी राजधनवार रोड सरिया में मकान बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवायी थी. यह वह दौर था जब अंग्रेजों के विरुद्ध नेताजी अभियान छेड़ चुके थे. फिरंगी हुकूमत उन्हें बंदी बनाने के लिए उनकी तलाश कर रही थी. इधर, नेताजी बोस हुकूमत की नजर बचाकर अपने बहनोई के मकान बनाने में लगे मजदूरों में शामिल हो गये.ताकि अंग्रेजी हुकूमत उनकी पहचान नहीं कर सके.

प्रभाती कोठी की नींव में उन्होंने पांच ईंट रखी थी तथा चांदी के बेलचे से मिट्टी भरने की बात भी कही जाती है. इसी कोठी में कई बार अपने सहयोगियों के साथ रहकर उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ रणनीति बनायी थी. वे क्षेत्र में लोगों से मिलते थे. आजादी की लड़ाई को गति देते थे. 1920 ई से लेकर 1941 ई के बीच नेताजी का सरिया आना-जाना लगा रहता था. 1938 में कांग्रेस के महाधिवेशन में शामिल होने वह यहीं से गये थे..उग्र क्रांतिकारी स्वभाव के कारण ब्रिटिश शासन को परेशान करने में वह कामयाब रहे.

श्रमिक राजनीति में भी रही उनकी सक्रियता

बताया जाता है कि श्रमिक हितों के संरक्षण के लिए मजदूरों को एकजुट करने में इन्होंने सराहनीय भूमिका निभायी थी. सरिया में ही रहकर 1940 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 54 वें अधिवेशन के समांतर उन्होंने रामगढ़ में एक सम्मेलन आयोजित किया था. जानकार बताते हैं कि एक बार नेताजी अपने भतीजे डॉ शिशिर बोस के साथ ओडिशा से जीटी रोड होते हुए कार से सरिया पहुंचे थे.

कार में खराबी आ जाने के कारण उसे बगोदर में ही छोड़ देना पड़ा. अब उसका अवशेष भी नहीं रहा. बताया जाता है कि सुभाष चंद्र बोस के सरिया पहुंचने की खबर फिरंगियों को मिल चुकी थी. उन्हें घेर कर गिरफ्तार करने का प्रयास भी हुआ, जिसकी जानकारी उन्हें मिल चुकी थी. सुभाष चंद्र बोस छुपकर हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन आये. यहां रेलवे ट्रॉली की मदद से गोमो स्टेशन की ओर भाग निकले.

खरीदार ने कोठी की शक्ल बदल डाली

नेताजी की कोठी के नाम से जानी जाने वाली प्रभाती कोठी उनके परिजनों ने बेच दी. उस बंगले में नेताजी की कई तस्वीरें तथा उनकी लिखी डायरी होने की बात भी कही जाती है. अब उसके नामोनिशान नहीं बचे. खरीदार ने उक्त बंगले को खंडित कर अपनी दुकान बना ली है. नेताजी की बनायी प्रभाती कोठी का अवशेष आज भी मौजूद है. भले ही नेताजी की धरोहर सरिया में अब नहीं रही, परंतु उनके लगाव के कारण स्थानीय लोगों की मदद से बागोडीह मोड़ में उनकी प्रतिमा स्थापित की गयी है.