दिमाग को शांत और पॉजिटिव रखने करे ये योगासन


आजकल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में मानसिक तनाव और चिंता सामान्य समस्याएँ बन चुकी हैं। इनसे निपटने के लिए योग एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारता है, बल्कि मानसिक शांति और सकारात्मकता को भी बढ़ावा देता है। यहां कुछ योगासन बताए गए हैं जो दिमाग को शांत और सकारात्मक बनाए रखने में मदद कर सकते हैं:

1. शवासन (Corpse Pose)

शवासन एक बहुत ही सरल लेकिन अत्यधिक प्रभावी योगासन है। इस आसन में शरीर पूरी तरह से आराम की अवस्था में होता है। इसे करने से शरीर और मन दोनों को गहरी शांति मिलती है और तनाव कम होता है। इसे करने के लिए, पीठ के बल लेट जाएं, आंखें बंद करें और शरीर को पूरी तरह से ढीला छोड़ दें। धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें, और अपने शरीर को पूरी तरह से स्थिर और आराम की स्थिति में रखें।

2. प्राणायाम (Breathing Exercises)

प्राणायाम में विभिन्न प्रकार की सांस संबंधी तकनीकों का उपयोग किया जाता है जो दिमाग को शांत और संतुलित रखने में मदद करते हैं। विशेष रूप से अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता बढ़ाते हैं। इसे नियमित रूप से करने से तनाव कम होता है और दिमाग में सकारात्मकता का संचार होता है।

3. बालासन (Child’s Pose)

बालासन एक आरामदायक और सुकून देने वाला योगासन है। यह आसन दिमाग को शांत करने, थकान दूर करने और चिंता को कम करने में मदद करता है। इस आसन में घुटनों के बल बैठकर शरीर को आगे की ओर झुकाएं और माथे को ज़मीन पर रखें। हाथों को आगे की ओर फैलाकर रखें और शरीर को आराम की अवस्था में छोड़ दें।

4. विपरीत करनी (Legs Up the Wall Pose)

विपरीत करनी आसन में पैरों को दीवार के सहारे ऊपर उठाया जाता है, जिससे रक्त प्रवाह में सुधार होता है और दिमाग को शांति मिलती है। यह आसन तनाव और चिंता को कम करने में सहायक है। इसे करने के लिए दीवार के पास लेटें और पैरों को सीधा ऊपर उठाकर दीवार से सटाकर रखें। शरीर को ढीला छोड़ें और कुछ मिनटों तक इस स्थिति में बने रहें।

5. सेतु बंधासन (Bridge Pose)

सेतु बंधासन मन को शांत करने और दिमाग को रिलैक्स करने में मदद करता है। इसे करने के लिए पीठ के बल लेटें, घुटनों को मोड़ें और पैरों को ज़मीन पर रखें। हाथों को शरीर के बगल में रखें और धीरे-धीरे कूल्हों को ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड इस स्थिति में बने रहें और फिर वापस प्रारंभिक स्थिति में लौटें।

6. ध्यान (Meditation)

ध्यान मानसिक शांति और आत्म-चेतना को बढ़ावा देने का सर्वोत्तम तरीका है। नियमित ध्यान करने से दिमाग शांत होता है और नकारात्मक विचारों का प्रभाव कम होता है। आप किसी शांत स्थान पर बैठकर अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं या कोई विशेष मंत्र का जाप कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

दिमाग को शांत और पॉजिटिव बनाए रखने के लिए योग एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है। उपरोक्त योगासन और प्राणायाम न केवल आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारेंगे बल्कि आपके जीवन में संतुलन और सकारात्मकता भी लाएंगे। इन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करें और धीरे-धीरे फर्क महसूस करें।

78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जमशेदपुर स्थित गोपाल मैदान से झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने किया सम्बोधित

सरायकेला : 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जमशेदपुर स्थित गोपाल मैदान से स्वास्थ्य एवं खाध आपूर्ति मंत्री श्री बन्ना गुप्ता ने झारखंड की जनता के नाम अपने सम्बोधन में क्या कहा जिसको यहां पढ़िये !

राजनीतिक सामाजिक और बौद्धिक विरासत को सहेजता हुआ हमारा देश 78वें स्वाधीनता दिवस के स्वर्णिम अध्याय को अपनी गौरव गाथा में अंकित कर चूका हैं!

आज मेरा सौभाग्य हैं कि अपने गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ाते हुए हमारे राष्ट्र ध्वज को फहराने का अवसर प्राप्त हो रहा हैं जिसके लिए मै जमशेदपुर की जनता का ह्रदय से नमन करता हूँ!

आज इस मंच से मैं लौहनगरी के संस्थापक टाटाजी के चरणों में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिन्होंने न सिर्फ इस खूबसूरत शहर को वैभवशाली बनाने का सपना देखा बल्कि इसे गढ़ने और विस्तार करने के भगीरथी प्रयास से एक ऐसे शहर का निर्माण किया जिसे लोग आज मिनी इंडिया के नाम से जानते है!

आज का मंच राजनीतिक नहीं हैं इसलिए मैं कुछ ऐसे कार्यों के बिषय में आपसे चर्चा करना चाहता हूँ जो आपसे जुडी हुई हैं और ग्रेटर जमशेदपुर के सपनों को पूरा करने हेतु प्रगति पथ पर अग्रसर हैं!

एक स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते मेरा कर्तव्य था कि राज्य के साथ साथ बीमार पड़े एमजीएम अस्पताल का इलाज करू जिसे कोल्हान से आये हुए 3 तीन मुख्यमंत्री भी ठीक नहीं कर पाए!

एक समय एमजीएम अस्पताल असामाजिक तत्तवों का अड्डा था, सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती थी, अववस्थित पार्किंग थी, बदबूदार शौचालय था, लाइट की व्यवस्था नहीं थी, आवारा जानवरों का अड्डा था, नशेड़ी और अपराधियों का पनाहगार बन चूका था लेकिन जब से मैंने मंत्री पद संभाला है रोज नए परिवर्तन को लाने का प्रयास किया है, आज आप बिना पास के, बिना मतलब के एमजीएम नहीं जा सकते, सफाई आपको देखने को मिलेगा, चिकित्सको की उपलब्धता दिखेगी, आपको अस्पताल से दवाइयां मिलेगी,नए उपकरणों से जाँच की व्यवस्था मिलेगी, कुल मिलाकर ये तो नहीं कहता हूँ कि पूरा सिस्टम सुधर गया है कुछ सुधार की गुंजाइस अभी भी है, लेकिन इन 4 सालों में एमजीएम अस्पताल में बढ़ते रोगियों की संख्या और सफल इलाज के बाद चेहरे पर छाए मुस्कान इस बात का गवाह है कि एमजीएम अस्पताल बदलाव की दिशा में अग्रसर हैं!इसके साथ ही साकची में नए अस्पताल निर्माण का कार्य तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है जबकि डिमना वाला एमजीएम अस्पताल जल्द ही जनता की सेवा में सुपुर्द कर दिया जायेगा!

जमशेदपुर में जाम की बड़ी समस्या थी, आज भी हैं, आप सभी जानते है कि मानगो साकची फ्लाई ओवर निर्माण के मेरे प्रयास के बाद निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है, 21 अगस्त को पीलर का फाइनल टेस्टिंग का कार्य संपन्न हो जायेगा और 2025 के अन्त तक फ्लाई ओवर निर्माण का काम पूरा हो जायेगा जिससे जाम मुक्त और दुर्घटना मुक्त जमशेदपुर का सपना पूरा हो सकेगा!

जमशेदपुर में प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के रूप में मनीपाल मेडिकल कॉलेज खुलवाने का कार्य कर मैंने मेडिकल स्टूडेंट के लिए बेहतर शिक्षण की व्यवस्था की जिसके 50% सीटों पर सरकारी दरों से पढ़ाई की व्यवस्था की जा रही है!

इसके बाद सोनारी में धनवंतरी अस्पताल, मानगो में 50 बेड का अस्पताल, कदमा में 100 बेड का सीसीयु सेंटर बनने की प्रक्रिया चल रही है जिसके माध्यम से जमशेदपुर को मेडिकल हब बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहें हैं!

केंद्रीय नेतृत्व ने मुझे इस बार स्वास्थ्य के साथ खाध आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी भी दी है, पदभार संभालने के बाद से ही मैं लगातार औचक निरिक्षण कर रहा हूँ, लापरवाही और चोरी करने वाले अधिकारी सस्पेंड हो रहें हैं, इस निरीक्षण का एकमात्र उद्देश्य हैं अधिकारी समझें कि गरीब का निवाला कोई चोरी नहीं कर सकता हैं, आज जनता मुझे फोन और मैसेज पर शिकायत भेजती है जिसका तुरंत समाधान होता हैं, मेरा और कांग्रेस पार्टी का एक ही लक्ष्य है सरकार का अनाज गरीबों के थाली तक पहुंचे!

इसके अलावा टाटा स्टील के सहयोग से कई पार्क, मानगो में ओपन जिम, कई जगहों पर ओपन जिम, बच्चों के लिए स्पोर्ट्स फैसिलिटी जैसे कई कार्य हुए है कई करने बाकि हैं!

आपको बताते हुए हर्ष हो रहा है कि राज्य सरकार की कल्याण कारी सर्वधन पेंशन योजना के करीब 30 हजार से ज्यादा लाभुकों को अपने हाथों से पेशन पत्र देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, आज उनके आशीर्वाद से ही विकास कार्य कर पा रहा हूँ!

आपको बताते हुए हर्ष हो रहा है कि कोरोना मैंनेजमेंट के लिए WHO ने झारखंड को तीसरा स्थान दिया, आज हमारे पास आरटीपीसीआर लैब हैं, कोबास मशीन हैं, 110 PSA ऑक्सीजन प्लांट हैं, हजारों की संख्या में बेड हैं ताकि कोरोना जैसी विपदा का हर मुकाबला कर सके!दूसरी तरफ स्वच्छता रैकिंग में जमशेदपुर अच्छा परफॉरमेंस कर रहा हैं!

आज हेमंत सोरेन जी की सरकार की कई योजनाओं ने झारखंडवासियों के दिल में जगह बना ली हैं तभी तो तमाम बाधा और षड़यंत्र के बाद पिछले लोकसभा चुनाव में INDIA गठबंधन को राज्य की जनता ने अपना आशीर्वाद दिया हैं!

हमारे बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ रहें है, उच्च शिक्षा के लिए विदेशो में जाकर पढ़ाई कर रहें है, गुरूजी क्रेडिट कार्ड से एजुकेशन लोन आसान हो गया हैं जिससे आगे की पढ़ाई पूरी हो सके!

हमारी सरकार महिलाओ को सम्मान पूर्वक जीने का हक देना चाहती है इसलिए करीब 52 लाख महिलाओ जिनकी उम्र 21 साल से 50 साल है उन्हें झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना के तहत उन्हें प्रतिमाह 1000 रूपये देगी जिसकी पहली किस्त रक्षाबंधन को जायेगा!आप हमारा साथ दें ताकि हम झारखंड के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सके!

आज आपका आशीर्वाद और साथ है कि 2005 से हमारा पैसा खाकर बैठने वाली केंद्र सरकार क़ो सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाते हुए 1 करोड़ 36 लाख हजार रुपए देने का फैसला सुनाया है!जिस दिन ये पैसा झारखंड के पास आ जायेगा राज्य की जनहित की कल्याणकारी योजनाओं को अनेक तरीके से प्रोत्साहित किया जायेगा और योजनाओं की राशि में बढ़ोतरी करने का मार्ग प्रशस्त होगा!

5 महीने तक झूठे केस में फंसाकर हमारे मुख्यमंत्री जी क़ो जेल में रखने का षड्यंत्र किया लेकिन संविधान की जीत हुई और सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें रिहा किया है!जिसके बाद पूरी शक्ति और नए ऊर्जा के साथ हमारे मुख्यमंत्री जी और हम सभी मिलकर झारखंड के विकास की नई गाथा लिखने को तैयार हैं!

जमशेदपुर में पर्यटन का विकास हो इसके लिए मैंने सोनारी दुमुहानी स्थित स्वर्णरेखा घाट में सौंदर्यकरण का कार्य तेजी से शुरू किया हैं, स्वर्णरेखा घाट पर सीढ़ी का निर्माण हो चूका हैं, भव्य द्वार का निर्माण कार्य प्रगति पर हैं, स्वर्णरेखा नदी का संरक्षण हो इसके लिए सामाजिक और सांस्कृतिक पहल की शुरुआत करते हुए बनारस की गंगा आरती के तर्ज पर प्रत्येक साल शिवरात्रि के पवित्र अवसर पर भव्य और मनमोहक स्वर्णरेखा आरती की शुरुआत करने का कार्य किया हैं!

हमारी सरकार ने ओल्ड पेंशन स्कीम लागू किया हैं, खेलकूद को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाओं का शुभारम्भ किया हैं, युवाओ और महिलाओं के लिए विभिन्न योजनाओं की शुरुआत की हैं, हमने राज्य को विभिन्न सड़कों एवं फ्लाई ओवर से जोड़ने का कार्य किया हैं, विकास का कार्य तेजी से चल रहा हैं!

अन्त में सभी क़ो स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें, जय हिंद, जय झारखण्ड, जय संविधान!

आइए जानते है ग्रीन टी का सेवन करने से कितने दिन में वजन कम होता हैं।


ग्रीन टी का सेवन वजन कम करने में सहायक हो सकता है, लेकिन यह कितने दिन में असर दिखाएगा, यह कई कारकों पर निर्भर करता है। ग्रीन टी में मौजूद कैटेचिन्स और कैफीन जैसे तत्व मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं, जिससे शरीर अधिक कैलोरी बर्न कर सकता है।

हालांकि, केवल ग्रीन टी पीने से तेजी से वजन कम होना संभव नहीं है। इसके साथ आपको एक संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और स्वस्थ जीवनशैली अपनानी होगी।

परिणाम देखने का समय:

व्यक्तिगत अंतर: हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है, इसलिए कुछ लोगों में असर जल्दी दिख सकता है जबकि कुछ में समय लग सकता है।

सेवन की मात्रा: अगर आप नियमित रूप से ग्रीन टी पीते हैं (दिन में 2-3 बार), तो आपको 1-2 महीने में फर्क दिखना शुरू हो सकता है, बशर्ते आप संतुलित आहार और व्यायाम भी कर रहे हों।

आहार और व्यायाम: यदि ग्रीन टी के साथ आप स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम को भी फॉलो करते हैं, तो परिणाम अधिक जल्दी और प्रभावी हो सकते हैं।

ध्यान रखें: ग्रीन टी को एक सप्लीमेंट की तरह इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि मुख्य वजन घटाने के उपाय के रूप में।

नियमितता, धैर्य, और एक स्वस्थ जीवनशैली ही लंबे समय तक टिकाऊ वजन कम करने का सही तरीका है।

झारखंड से जुडी है नेताजी सुभाष चंद्र बोस कि यादें,आज भी सरिया के लोग नेताजी कोठी के नाम से प्रसिद्ध प्रभाती कोठी कि करते हैं चर्चा


झा. डेस्क 

 स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस का गिरिडीह जिला के सरिया (हजारीबाग रोड) से काफी लगाव था. यहां की प्रभाती कोठी की नींव उन्होंने ही डाली थी. इसे नेता जी की कोठी के नाम से भी लोग जानते थे. उस भवन से इनकी काफी यादें जुड़ी हुई हैं.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस सरिया को अपनी कर्मभूमि मानते हुए अंग्रेजों के विरुद्ध यहां रणनीति बनाते थे. फिरंगी हुकूमत के खिलाफ कई रणनीतियों की साक्षी यह कोठी रही है.यहीं से वे 

1940 में कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने रामगढ़ गये थे.

यहां रहते थे नेताजी के बहनोई 

बताया जाता है कि बंगाल विभाजन के बाद पश्चिम बंगाल से बंगाली परिवार के लोग तत्कालीन हजारीबाग जिला में अपना आशियाना बनाने लगे थे. ग्रैंड कोर्ड रेल मार्ग के बीच हजारीबाग रोड स्टेशन था, जिस कारण सरिया में बंगाली परिवारों ने मकान बनाने के लिए जमीन तलाशनी शुरू कर दी थी. सैकड़ों बंगाली परिवारों ने यहां अपनी आलीशान कोठी बनायी.

स्थानीय लोगों की मानें तो नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बहन-बहनोई भी राजधनवार रोड सरिया में मकान बनाने के लिए जमीन उपलब्ध करवायी थी. यह वह दौर था जब अंग्रेजों के विरुद्ध नेताजी अभियान छेड़ चुके थे. फिरंगी हुकूमत उन्हें बंदी बनाने के लिए उनकी तलाश कर रही थी. इधर, नेताजी बोस हुकूमत की नजर बचाकर अपने बहनोई के मकान बनाने में लगे मजदूरों में शामिल हो गये.ताकि अंग्रेजी हुकूमत उनकी पहचान नहीं कर सके.

प्रभाती कोठी की नींव में उन्होंने पांच ईंट रखी थी तथा चांदी के बेलचे से मिट्टी भरने की बात भी कही जाती है. इसी कोठी में कई बार अपने सहयोगियों के साथ रहकर उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ रणनीति बनायी थी. वे क्षेत्र में लोगों से मिलते थे. आजादी की लड़ाई को गति देते थे. 1920 ई से लेकर 1941 ई के बीच नेताजी का सरिया आना-जाना लगा रहता था. 1938 में कांग्रेस के महाधिवेशन में शामिल होने वह यहीं से गये थे..उग्र क्रांतिकारी स्वभाव के कारण ब्रिटिश शासन को परेशान करने में वह कामयाब रहे.

श्रमिक राजनीति में भी रही उनकी सक्रियता

बताया जाता है कि श्रमिक हितों के संरक्षण के लिए मजदूरों को एकजुट करने में इन्होंने सराहनीय भूमिका निभायी थी. सरिया में ही रहकर 1940 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 54 वें अधिवेशन के समांतर उन्होंने रामगढ़ में एक सम्मेलन आयोजित किया था. जानकार बताते हैं कि एक बार नेताजी अपने भतीजे डॉ शिशिर बोस के साथ ओडिशा से जीटी रोड होते हुए कार से सरिया पहुंचे थे.

कार में खराबी आ जाने के कारण उसे बगोदर में ही छोड़ देना पड़ा. अब उसका अवशेष भी नहीं रहा. बताया जाता है कि सुभाष चंद्र बोस के सरिया पहुंचने की खबर फिरंगियों को मिल चुकी थी. उन्हें घेर कर गिरफ्तार करने का प्रयास भी हुआ, जिसकी जानकारी उन्हें मिल चुकी थी. सुभाष चंद्र बोस छुपकर हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन आये. यहां रेलवे ट्रॉली की मदद से गोमो स्टेशन की ओर भाग निकले.

खरीदार ने कोठी की शक्ल बदल डाली

नेताजी की कोठी के नाम से जानी जाने वाली प्रभाती कोठी उनके परिजनों ने बेच दी. उस बंगले में नेताजी की कई तस्वीरें तथा उनकी लिखी डायरी होने की बात भी कही जाती है. अब उसके नामोनिशान नहीं बचे. खरीदार ने उक्त बंगले को खंडित कर अपनी दुकान बना ली है. नेताजी की बनायी प्रभाती कोठी का अवशेष आज भी मौजूद है. भले ही नेताजी की धरोहर सरिया में अब नहीं रही, परंतु उनके लगाव के कारण स्थानीय लोगों की मदद से बागोडीह मोड़ में उनकी प्रतिमा स्थापित की गयी है.

नगर निगम में दैनिक सफाईकर्मी को पिछले तीन माह से नही मिला वेतन,बकाया वेतन की मांग को लेकर सफाईकर्मी हड़ताल पर

सरायकेला : एक और जहां पूरा देश स्वतंत्रता दिवस मनाने की तैयारी कर रही है वही जिनके कंधे पर सफाई की जिम्मेदारी है वे अपने वेतन को लेकर दर-दर भटक रहे है। 

आदित्यपुर नगर निगम के ठेका मजदूर अपने बकाया वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर है।

 इन लोगों का डिमांड है कि इनका ठेकेदार पिछले 3 महीने से वेतन नहीं दिया है ई इस आई और पीएफ की बात तो कोसो दूर है। वैसे इन सफाई कर्मियों ने ऐलान किया है इनका बकाया वेतन नहीं मिला के लोग भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।

 साथ ही लोगों ने जिला प्रशासन और नगर निगम से अपील की है कि अभिलंब इनका बकाया भुगतान करवा दिया जाए नहीं तो यह सभी लोग पूरे परिवार सहित आंदोलन करेंगे। सफाई कर्मी किशन तांती ने कहा कि नगर निगम के सफाई कर्मियों का वेतन लंबित है। 

13 अगस्त तक वेतन दिए जाने का आश्वासन दिया गया था परंतु 13 अगस्त को केवल 25 से 30% ही वेतन भुगतान हुआ है। सभी सफाई कर्मियों ने बताया कि 2015 से हुए निरंतर नगर की सफाई व्यवस्था में लगे हुए हैं ।फरवरी 2024 क्यूब प्राइवेट लिमिटेड के अधीनस्थ नगर निगम की साफ सफाई में लगे हुए हैं जब से क्यूब कंपनी अंदर कार्य कर रहे हैं तब से पीएफ ईएसआइसी में भी समस्या आने लगी है। उन्होंने कहा कि इस आंदोलन में कुल 70- 80 सफाई कर्मी एवं वाहन चालक शामिल हैं।

Breaking news: राजधानी रांची में जारी है देह व्यापार का धंधा, अरगोड़ा के होटल मौर्य से छह लड़कियों को पुलिस ने लिया हिरासत में


रिपोर्टर जयंत कुमार 

 राजधानी रांची में सेक्स रैकेट का धंधा लगातार जारी है। थमने का नाम नहीं ले रहा। अब रिहाइसी इलाकों में भी सेक्स रैकेट जोर-जोर से चल रहा है। पुलिस ने आज दोपहर अरगोड़ा थाना क्षेत्र के होटल मौर्य में छापेमारी कर छह लड़कियों को हिरासत में लिया है। सभी को हिरासत में लेकर अरगोड़ा थाना ले गई है।

पुलिस छापेमारी तो लगातार कर रही है लेकिन रोकथाम के कोई उपाय नहीं नजर आ रहे। बता दे की इस छापेमारी में भी छह लड़कियों को पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि सभी लड़कियां बंगाल की रहने वाली है। 

हटिया DSP प्रमोद मिश्रा ने बताया कि सूचना मिली थी कि अरगोड़ा थाना क्षेत्र में देह व्यपार का धंधा चल रहा है। जिसके आधार पर छापेमारी की गई। इस छापेमारी में होटल मौर्या से छह लड़कियों को पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि किसी भी क्षेत्र में जिस्मफरोशी का धंधा नहीं चलने दिया जाएगा।

शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, हजारीबाग में हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या के बाद पुलिस रेस,कई जगहों पर मारे छापेमारी


शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, हजारीबाग में हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या के बाद पुलिस-प्रशासन रेस हो गया है। आरोपी जेपी कारा के कैदी शाहिद अंसारी की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी ने मंगलवार को उसके धनबाद स्थित आवास समेत अन्य जगहों पर छापे मारे। एसपी अरविंद सिंह जेेपी कारा पहुंचे और कैदियों से पूछताछ की।

इधर, एसपी ने ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में हवलदार चोहन हेम्ब्रम के साथ अस्पताल में तैनात सिपाही बासुदेव महतो और बृजेन्द्र कुमार को निलबिंत कर दिया गया है। दोनों घटना के वक्त बैरक में सोते मिले। 

बता दें कि अस्पताल में भर्ती कैदी शाहीद ने रविवार की रात करीब 11.40 बजे हवलदार चोहन हेंब्रम की हत्या कर फरार हो गया था। आरोपी शाहीद धनबाद के पाथरडीह चासनाला का रहने वाला है और जेपी केंद्रीय कारा में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसे धनबाद जेल से यहां शिफ्ट किया गया था।

हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल से पुलिसकर्मी की हत्या कर फरार आरोपी शाहीद अंसारी की तलाश में पुलिस लगातार जगह-जगह छापेमारी कर रही है। पुलिस टेक्निकल सेल की मदद से शाहीद की तलाश में जुटी है। वहीं पुलिस शाहीद की मां मोमिना खातून से कड़ी पूछताछ की। 

मोमिना ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हजारीबाग जेल से 24 जुलाई को मेरे मोबाइल पर फोन आया कि तुम्हारा पुत्र शाहीद की तबीयत ठीक नहीं है, वह अस्पताल में भर्ती है। 

25 जुलाई को हजारीबाग लोक नायक जय प्रकाश नारायण केंद्रीय कारागार पहुंची, जहां मुझे एक चिट्ठी मिली, जिससे पता चला कि मेरा बेटा शेख भिखारी मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती है। मोमिना ने बताया कि बेटा के साथ अस्पताल में दो से तीन दिन रह कर बेटा की सेवा किया। पुत्र को पेट में काफी दर्द था। वह कपड़े काफी गंदे पहने हुए थे, जिसे मैंने साफ कर दिया। जब पुत्र जेल में था तो फोन किया करता था। अब फोन नहीं आ रहा है।

पुलिस ने अपराधी शाहीद के ससुराल एवं शादीशुदा बहन मुमताज बेगम एवं शाहिदा खातून बहनों से फोन पर बात कर जानकारी मांगी है। मां ने बताया कि मेरे पति मरहूम अजीज मियां इस्को कंपनी के चासनाला में कार्य करते थे। चासनाला साउथ कॉलोनी शिव मंदिर के पास टायर मरम्मत की दुकान चलाते थे। पुत्र भी उसी दुकान में काम करता था। शाहिद कभी अपराधी चरित्र का नहीं था। बाद में किसी संगत में पड़कर उसने मेरे घर को बर्बाद कर दिया।

वहीं पाथरडीह थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक ने बताया कि हजारीबाग पुलिस के साथ चासनाला साउथ कॉलोनी अपराधी शाहिद अंसारी के घर में तलाशी किया गया, लेकिन शाहिद घर पर नहीं मिला। मां एवं घर में उसकी पुत्री अफसाना खातून 17 वर्ष से पूछताछ की गई। हजारीबाग पुलिस की एसआईटी टीम मामले की छानबीन कर रही है।

आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करे


आइए जानते हैं रिलेशनशिप को मजबूत बनाने के लिए क्या करें

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाना एक निरंतर प्रयास है। हर रिश्ता अनोखा होता है, लेकिन कुछ सामान्य सिद्धांत होते हैं जो किसी भी रिश्ते को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण उपाय दिए गए हैं जो आपकी रिलेशनशिप को और भी गहरा बना सकते हैं।

1. खुली और ईमानदार बातचीत

संचार किसी भी रिश्ते की नींव होती है। अपने साथी से खुलकर बात करें, अपनी भावनाओं और विचारों को स्पष्ट रूप से साझा करें। गलतफहमियों से बचने के लिए ईमानदार और साफ-सुथरी बातचीत बहुत जरूरी है।

2. एक-दूसरे का सम्मान करें

किसी भी रिश्ते में सम्मान का विशेष महत्व होता है। एक-दूसरे की भावनाओं, विचारों और सीमाओं का सम्मान करें। इससे रिश्ता और मजबूत बनता है और आप दोनों के बीच का विश्वास बढ़ता है।

3. समय बिताना और ध्यान देना

व्यस्त जीवन में एक-दूसरे के लिए समय निकालना बहुत जरूरी है। एक साथ समय बिताने से आपसी समझ और गहराई बढ़ती है। एक-दूसरे पर ध्यान दें और उनकी जरूरतों को समझें।

4. विश्वास बनाए रखें

एक सफल रिश्ते की नींव में विश्वास का बड़ा योगदान होता है। एक-दूसरे पर विश्वास करें और यह सुनिश्चित करें कि आप अपने साथी के साथ ईमानदार हैं। धोखा या बेईमानी से बचें क्योंकि यह रिश्ते को कमजोर कर सकता है।

5. छोटी-छोटी बातों का ख्याल रखें

छोटे-छोटे इशारों से भी प्यार जताया जा सकता है, जैसे कि सरप्राइज गिफ्ट, तारीफ, या सिर्फ एक प्यारा सा मैसेज। ये छोटे-छोटे इशारे रिश्ते को जीवंत और रोमांचक बनाए रखते हैं।

6. समझौता करना सीखें

हर रिश्ते में कभी-कभी मतभेद होते हैं। समझौता करने और अपने साथी के दृष्टिकोण को समझने की क्षमता रिश्ते को बनाए रखने में मदद करती है। अपने अहंकार को पीछे छोड़कर समझदारी से समस्याओं का समाधान करें।

7. साथ में लक्ष्य तय करें

जब आप और आपका साथी जीवन के लक्ष्यों पर साथ मिलकर काम करते हैं, तो इससे रिश्ते में गहराई और मजबूती आती है। एक-दूसरे के सपनों और महत्वाकांक्षाओं का समर्थन करें और मिलकर उन्हें पूरा करने की कोशिश करें।

8. समय-समय पर रोमांस को पुनर्जीवित करें

समय के साथ रिश्तों में एकरूपता आ सकती है, लेकिन रोमांस को बनाए रखना बहुत जरूरी है। कभी-कभी डेट पर जाना, साथ में यात्रा करना या कुछ नया करने की कोशिश करना रिश्ते को ताजगी देता है।

9. स्वस्थ स्पेस देना

रिश्ते में स्वतंत्रता और स्पेस का भी महत्व होता है। अपने साथी को उनकी व्यक्तिगत जगह दें और उन पर विश्वास बनाए रखें। स्वस्थ सीमाओं का पालन करने से आप दोनों की व्यक्तिगत पहचान भी बनी रहती है।

10. एक-दूसरे को स्वीकार करें

हर इंसान की कुछ खामियां होती हैं, और रिश्ते में यह समझना जरूरी है कि आप एक-दूसरे को उसी रूप में स्वीकार करें। बदलाव की कोशिश करने के बजाय, साथी की अच्छाइयों को महत्व दें और उनकी कमजोरियों को समझें।

निष्कर्ष

रिलेशनशिप को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप इन बातों का ध्यान रखें और अपने साथी के साथ एक सकारात्मक और संतुलित रिश्ता बनाए रखें। प्यार, सम्मान, और समझदारी से हर रिश्ता और भी खूबसूरत बनता है।

पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का ब्रेस्ट कैंसर से हुआ निधन,याद में बनेगा मेमोरियल



पोकेमोन की मिस्टी और जेसी को आवाज देने वाली अभिनेत्री, मियावकी ईनोउ, का हाल ही में ब्रेस्ट कैंसर के कारण निधन हो गया। मियावकी ने अपनी आवाज से इन पात्रों को जीवन दिया था, और उनकी अद्वितीय कला और योगदान के कारण उन्हें व्यापक प्रशंसा मिली थी। उनकी याद में एक मेमोरियल का आयोजन किया जाएगा ताकि उनके फैंस और साथी कलाकार उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें। उनका काम और उनकी आवाज हमेशा फैंस के दिलों में जीवित रहेगी।

बता दे की लंबे समय से रेचेल ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही थीं। आखिर 46 साल की उम्र में उन्होंने इस बीमारी से जंग हार ली और इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके निधन की जानकारी दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर की है। इस दुखद खबर के आते ही मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई। लोग रेचेल लिलिस को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। जाहिर है कि पोकेमॉन: द फर्स्ट मूवी में ब्रॉक, ऐश केचम, पिकाचु और मिस्टी जैसे कैरेक्टर्स को काफी पसंद किया जाता है। वहीं मिस्टी और जेसी को आवाज रेचेल लिलिस ने दी थी। अब उनके निधन के बाद कौन इन कैरेक्टर्स को आवाज देगा यह जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।

दोस्त ने शेयर की इमोशनल पोस्ट

एक्ट्रेस रेचेल लिलिस की दोस्त वेरोनिका टेलर ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए लिखा, 'हम सभी रेचेल लिलिस को उनके निभाए गए शानदार कैरेक्टर्स के लिए जानते हैं। वो अपनी खूबसूरत आवाज, आपनी शानदार कॉमिक टाइमिंग और अपने उल्लेखनीय अभिनय कौशल से हमारे शनिवार की सुबह और स्कूल के पहले और बाद के घंटों को सुकून से भर देती थीं।' वेरोनिका ने रेचेल लिलिस को 'असाधारण प्रतिभा' के रूप में याद करते हुए श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा एक उज्ज्वल प्रकाश जो बोले या गाते हुए रेचेल की आवाज से चमकता था, उसे याद किया।

एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए किया याद

वेरोनिका टेलर ने रेचेल लिलिस को उनकी कई एनिमेटेड भूमिकाओं के लिए श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा, 'रेचेल उस उदार प्रेम और समर्थन के लिए बहुत आभारी थीं जो उन्हें उस वक्त मिला जब वो कैंसर जैसी घातक बीमारी से जंग लड़ रही थीं। उनके नकारात्मक सफर को प्यार और सपोर्ट ने सकारात्मकता में बदला है। उनका परिवार भी उनके फैंस को धन्यवाद देना चाहता है। फिलहाल वो निजी तौर पर शोक मना रहे हैं। आगे चलकर रेचेल लिलिस के लिए एक स्मारक बनवाने की योजना बनाई जा रही है।'

फैंस दे रहे श्रद्धांजलि

उधर, रेचेल लिलिस के निधन की खबर से उनके फैंस का दिल टूट गया है। उनके दोस्त और फैंस उन्हें सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इस बीच एक यूजर ने लिखा, 'अलविदा और बचपन की यादों के लिए आपका धन्यवाद रेचेल लिलिस।' दूसरे यूजर ने लिखा, 'यह दुर्भाग्यपूर्ण है.. आपकी मौत से बहुत बुरा लगा है। हमें खेद है। आपके परिवार को हमारी तरफ से शोक संवेदनाएं।' गौरतलब है कि रेचेल लिलिस ने अपने 20 साल के करियर में 120 से ज्यादा कैरेक्टर प्ले किए थे। उन्होंने पोकेमॉन, हंटर x हंटर, रिवोल्यूशनरी गर्ल यूटेना, बर्सर्क, सोनिक एक्स और सुपर स्मैश ब्रदर्स जैसे शोज में अपनी आवाज दी थी।

आइए जानते है कौन सा योगासन करने से फेफड़े से बलगम निकलते हैं।

फेफड़ों से बलगम निकालने के लिए कुछ योगासन बहुत प्रभावी साबित हो सकते हैं। ये आसन न केवल फेफड़ों को साफ करने में मदद करते हैं, बल्कि श्वसन प्रणाली को भी मजबूत बनाते हैं। यहाँ कुछ ऐसे योगासन हैं जो बलगम निकालने में सहायक होते हैं:

1. भुजंगासन (Cobra Pose)

भुजंगासन फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। यह छाती को फैलाता है, जिससे फेफड़ों में हवा का प्रवाह बढ़ता है और बलगम को बाहर निकालने में आसानी होती है।

विधि:

पेट के बल लेट जाएं।

हाथों को कंधों के नीचे रखें और धीरे-धीरे शरीर के ऊपरी हिस्से को उठाएं।

सिर को ऊपर की ओर रखें और छाती को आगे की ओर खींचें।

इस स्थिति में कुछ सेकंड रुकें और गहरी सांस लें।

2. अर्ध मत्स्येन्द्रासन (Half Spinal Twist Pose)

यह आसन छाती को खोलता है और फेफड़ों की सफाई में मदद करता है। यह आसन फेफड़ों में जमा बलगम को निकालने के लिए बहुत उपयोगी है।

विधि:

दंडासन में बैठ जाएं और बाएं पैर को मोड़ें।

दाहिने पैर को बाएं घुटने के बाहर रखें।

बाएं हाथ को दाहिने पैर के घुटने पर रखें और दाहिने हाथ को पीछे की ओर रखें।

गहरी सांस लेते हुए शरीर को दाईं ओर मोड़ें।

इस स्थिति को कुछ समय के लिए बनाए रखें और फिर विपरीत दिशा में दोहराएं।

3. कपालभाति प्राणायाम (Skull Shining Breathing Technique)

 

कपालभाति एक प्रमुख प्राणायाम है जो फेफड़ों से बलगम निकालने में मदद करता है। यह श्वसन प्रणाली को साफ करता है और बलगम को फेफड़ों से बाहर निकालने में प्रभावी है।

विधि:

सीधे बैठें और गहरी सांस लें।

नाक से तेजी से सांस छोड़ें, जैसे पेट को अंदर की ओर खींच रहे हों।

यह प्रक्रिया तेजी से और बार-बार करें, शुरुआत में 30 बार और धीरे-धीरे इसे बढ़ाएं।

4. पश्चिमोत्तानासन (Seated Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों की सफाई के लिए अच्छा माना जाता है। यह फेफड़ों पर दबाव डालता है जिससे बलगम को बाहर निकालने में सहायता मिलती है।

विधि:

सीधे बैठें और पैर सामने की ओर फैलाएं।

गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।

हाथों से पैरों को पकड़ें और सिर को घुटनों की ओर लाने का प्रयास करें।

इस स्थिति में कुछ समय तक रहें और धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में वापस आएं।

5. उत्तानासन (Standing Forward Bend)

यह आसन फेफड़ों को शक्ति प्रदान करता है और बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।

विधि:

सीधे खड़े हो जाएं और गहरी सांस लें।

सांस छोड़ते हुए कमर से झुकें और हाथों को जमीन की ओर लाएं।

सिर को ढीला छोड़ दें और इस स्थिति में कुछ समय तक बने रहें।

निष्कर्ष

उपरोक्त योगासनों का नियमित अभ्यास फेफड़ों को स्वस्थ रखने और बलगम निकालने में सहायक हो सकता है। इसके साथ ही, गहरी सांस लेने की तकनीकें और प्राणायाम भी श्वसन प्रणाली की सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। किसी भी योगासन को करने से पहले अपने डॉक्टर या योग प्रशिक्षक से सलाह लेना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है।