राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का तबादला
रायपुर- राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का तबादला किया है. इसका आदेश आज सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी किया. आदेश के मुताबिक, शैलाभ कुमार साहू को मंत्रालय के उपसचिव बनाए गए हैं.
उप मुख्यमंत्री अरुण साव से मिले यूनिसेफ के जूनियर चीफ विलियम हेनलोन
रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव से आज उनके निवास कार्यालय में यूनिसेफ छत्तीसगढ़-ओड़िशा के जूनियर चीफ विलियम हेनलोन ने सौजन्य मुलाकात की। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने उन्हें छत्तीसगढ़ में जल जीवन मिशन और अन्य विकास कार्यों की जानकारी दी। श्री साव और यूनिसेफ की टीम के बीच जल और इससे जुड़ी परियोजनाओं के क्रियान्वयन में कार्पोरेट सेक्टर की सहभागिता के लिए ‘जल कोष’ के गठन के संबंध में चर्चा हुई।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने विलियम हेनलोन और उनकी टीम के सदस्यों वॉश एंड क्लाइमेट स्पेश्लिस्ट श्वेता पटनायक तथा वॉश प्रोग्राम ऑफिसर बिरोजा सतपथी को छत्तीसगढ़ के विकास के लिए यूनिसेफ द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों में राज्य शासन द्वारा पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने राज्य के विकास से जुड़े विभिन्न विषयों पर साझा प्रयासों के बारे में भी चर्चा की।
अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन / 2047’ डॉक्यूमेंट तैयार करने वर्किंग ग्रुप के अधिकारियों की बैठक, सबके लिए बेहतर स्वास्थ्य एवं खुशहाल समाज पर दिया गया
रायपुर- राज्य में सभी के लिए किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने गहन विचार विमर्श किया। ’अमृतकाल: छत्तीसगढ़ विजन / 2047’ डॉक्यूमेंट तैयार करने ’गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण’ विषय पर गठित वर्किंग समिति की द्वितीय बैठक राज्य नीति आयोग अटल नगर, नवा रायपुर के सभा कक्ष में आज गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य एवं पोषण से संबंधित लक्ष्य, चुनौतियां एवं सामर्थ्य विषय पर विस्तार से चर्चा की गई तथा वर्किंग समिति के सदस्यों द्वारा सुझाव दिए गए।
बैठक में सदस्यों ने सभी के लिए सार्वभौमिक, किफायती और सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने, किशोरों और जनजातियों पर अतिरिक्त ध्यान देने की आवश्यकता, रोग प्रोफाइल विकसित करने स्वास्थ्य देखभाल, चिकित्सा पर्यटन और फार्मास्यूटिकल्स विनिर्माण को बढ़ावा देने विस्तार से चर्चा की। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता की प्रभावी व्यवस्था, जनसंख्या विविधता और कठिन तथा पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा की पहुंच बढ़ाने, अनुसंधान संस्थान विकसित करने तथा वृद्धावस्था और जलवायु संबंधी स्वास्थ्य मुद्दे पर गहन विचार विमर्श किया गया।
इसी तरह राज्य में मृत्युदर कम करने, एनीमिया फ्री करने ,सभी के अच्छे स्वास्थ्य, टेली मेडिसिन, मदर एंड चाइल्ड केयर, हॉस्पिटल के अपग्रेडेशन, पीपीपी मॉडल की उपयोगिता, केंद्र सरकार की योजनाओं से आम लोगों को लाभान्वित करने, प्रशिक्षण संस्थाओं की गुणवत्ता सुधारने, रिसर्च संस्थानों पर जोर, टीकाकरण, मेडिकल टूरिज्म हब बनाने, स्वस्थ एवं खुशहाल समाज बनाने सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों को दस्तावेज में शामिल करने पर भी चर्चा किया गया।
राज्य नीति आयोग के सदस्य के. सुब्रमण्यम ने विभागों द्वारा बनाए गए लघु, मध्यम एवं दीर्घकालीन विजन एवं रणनीतियों के निर्धारण हेतु आमजनों को लाभान्वित करने, गुड गवर्नेंस, गुणवत्तापूर्ण जीवन सहित अन्य कल्याणकारी उपायों पर सुझाव दिए।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार पिंगुआ ने आम जनों को त्वरित चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने तथा ग्रामीण एवं दूरस्थ अंचलों में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार जैसे विषयों को दस्तावेज में शामिल कराने सुझाव दिए। मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ धीरज तिवारी ने कहा कि नागरिकों के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक सभी उपायों का समावेश डॉक्यूमेंट में होना चाहिए।
इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के विशेष सचिव चंदन कुमार, स्वास्थ्य संचालक ऋतुराज रघुवंशी, संयुक्त संचालक नीतू गौरड़िया, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, राज्य शहरी विकास अभिकरण, छत्तीसगढ़ लघु वनोजन सहकारी संघ, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के अधिकारी सहित अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
पहली बार किडनी की नस में सौ प्रतिशत रूकावट का लेजर एक्जाइमर विधि से एसीआई में सफल उपचार
रायपुर- डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) में 66 वर्षीय एक मरीज के किडनी को खून की आपूर्ति करने वाली बायीं धमनी में सौ प्रतिशत रुकावट तथा हृदय की मुख्य नस में 90 प्रतिशत रुकावट का एक्जाइमर लेजर विधि से सफल उपचार किया गया। उपलब्ध मेडिकल लिटरेचर के अनुसार विश्व में लेजर एंजियोप्लास्टी द्वारा किडनी की नस के पूर्ण ब्लॉक के उपचार का यह पहला केस है। एसीआई के कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव के नेतृत्व में हुए इस उपचार में मरीज के किडनी की धमनी यानी रीनल आर्टरी और कोरोनरी आर्टरी का एक साथ उपचार कर मरीज को रीनल फेल्योर और हार्ट फेल्योर होने से बचा लिया गया। इन दोनों इंटरवेंशनल प्रोसीजर को क्रमशः लेफ्ट रीनल आर्टरी क्रॉनिक टोटल ऑक्लूशन एवं इन स्टंट री-स्टेनोसिस ऑफ कोरोनरी आर्टरी कहा जाता है।
इस केस में पहली बार रीनल का 100 प्रतिशत ऑक्लूशन (रुकावट) था जिसके कारण बी. पी. कंट्रोल में नहीं आ पा रहा था। किडनी खराब हो रही थी। समय पर इलाज नहीं होता तो किडनी फेल हो जाती। डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने केस के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए बताया कि मरीज के किडनी को खून की आपूर्ति करने वाली दोनों नसों में ब्लॉकेज था। एक में 100 प्रतिशत ब्लॉकेज/रुकावट था एक में 70-80 प्रतिशत ब्लॉकेज था। लेफ्ट रीनल आर्टरी जहां से शुरू होती है, वहीं मुख्य ब्लॉकेज था। इसके कारण खून का प्रवाह बिल्कुल बंद हो चुका था। इसके साथ ही मरीज के हृदय की मुख्य नस में ब्लॉकेज था जिसके लिए उसको 2023 में निजी अस्पताल में स्टंट लगा था जो बंद हो चुका था। यह स्टंट पूरी तरह ब्लॉक हो गया था। इन सब समस्याओं के कारण मरीज को हार्ट फेल्योर हाइपरटेंशन, सांस लेने में तकलीफ और बी. पी. कंट्रोल में नहीं आ रहा था।
ऐसे किया उपचार
सबसे पहले लेफ्ट रीनल आर्टरी जो 100 प्रतिशत ब्लॉक थी, उसमें कठोर ब्लॉकेज होने की वजह से एक्जाइमर लेजर से उसके लिए रास्ता बनाया फिर बैलून से उस रास्ते को बड़ा किया जिससे उसमें स्टंट लगाकर उस नली को पूरी तरह खोल दिया गया और नार्मल फ्लो को किडनी में वापस चालू किया गया। ब्लॉकेज खोलने के साथ ही बी. पी. में परिवर्तन आने शुरू हुए और बी. पी. कम हो गया। इंट्रावैस्कुलर अल्ट्रासाउंड के जरिये स्टंट को देखकर यह कन्फर्म किया गया कि वह ठीक से अपने स्थान पर स्थापित हुआ है या नहीं।
पूर्व में हुई एंजियोप्लास्टी के कारण हृदय की बायीं साइड की मुख्य नस लेफ्ट एंटीरियर डिसेंडिंग आर्टरी में डाले गये स्टंट के अंदर 90 प्रतिशत से भी ज्यादा रुकावट पायी गयी। इसको भी पहले लेज़र के जरिये ब्लॉकेज खोलकर रास्ता बनाया गया। फिर बैलून करके उस रास्ते को बड़ा किया गया फिर इंट्रा वैस्कुलर अल्ट्रासाउंड के जरिए स्टंट ब्लॉकेज के क्षेत्र को देखा। चूंकि रूकावट स्टंट के साथ-साथ स्टंट के बाहर की थी, इस वजह से एक नया स्टंट डालकर उस रूकावट को खोलने का निर्णय लिया गया। एक अतिरिक्त स्टंट डालकर दोनों रुकावट का इलाज किया गया। आईवीयूएस करके पूरी प्रक्रिया की वास्तविक वस्तुस्थिति को देखा। अंततः दोनों प्रक्रिया सफल रही। मरीज अब ठीक है तथा डिस्चार्ज लेकर घर जाने को तैयार है।
तम्बाकू नियंत्रण तंत्र को और अधिक सक्रिय करने प्रमुख विभागों के साथ राज्य स्तरीय कार्यशाला हुई आयोजित
रायपुर- तम्बाकू नियंत्रण की दिशा में और अधिक प्रयास एवं आने वाली पीढ़ी को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों से बचाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग तथा ब्लूमबर्ग परियोजना छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वाधान में 3 जुलाई को राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मार्गदर्शन एवं संचालक स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार शासन के प्रमुख विभागों के राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति में इस राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में आबकारी विभाग, श्रम विभाग एवं परिवहन विभाग के राज्य एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित हुए।
कार्यशाला में तम्बाकू के पैकेट में स्वास्थ्य चेतावनी प्रदर्शित होने के बावजूद भी लोगो द्वारा तम्बाकू का उपयोग किए जाने पर चिंता व्यक्त की गई। कार्यशाला में तम्बाकू उत्पादों के कारण स्वास्थ्य, पर्यावरण एवम आर्थिक स्तिथि में पड़ने वाले भार से अवगत कराते हुए तम्बाकू नशा मुक्ति केंद्र की सेवाओं की जानकारी दी गई। कार्यशाला में कोटपा-2003 सहित धूम्रपान मुक्त नीतियों के बारे में विस्तार से बताया गया तथा तम्बाकू नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ श्रम विभाग, परिवहन विभाग एवम आबकारी विभाग की भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया तथा एम्स जोधपुर द्वारा बीड़ी के प्रभावों के संबंध में किए गए अध्ययन के छत्तीसगढ़ संस्करण का विमोचन किया गया।
तम्बाकू नियंत्रण की नीतियों एवं कानूनों पर किया गया मंथन
तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के राज्य नोडल अधिकारी डॉ. कमलेश जैन द्वारा अंतरविभागीय समन्वय की आवश्यकता से अवगत कराया गया। साथ ही तम्बाकू नियंत्रण के लिए राज्य में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए राज्य में तम्बाकू की व्यापकता के बारे में बताया गया और मोनिटरिंग एप्प की जानकारी दी गई। कार्यशाला में यह जानकारी दी गई कि राज्य में शिक्षा विभाग के सहयोग से शैक्षणिक संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त घोषित किया जा रहा है। साथ ही पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा प्रथम चरण में प्रत्येक जिले की 5-5 ग्राम पंचायतों को धूम्रपान मुक्त करने के प्रयास प्रारंभ किया जा चुका है। कार्यक्रम का संचालन ब्लूमबर्ग परियोजना के राज्य समन्वयक डॉ शैलेंद्र मिश्रा एवम आभार प्रदर्शन प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्गों के उन्नयन एवं चौड़ीकरण के 18 कार्यों के लिए भारत सरकार द्वारा 3289 करोड़ रुपए का प्रावधान उप मुख्यमंत्री अरुण
रायपुर- उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने आज रायपुर के सिविल लाइन स्थित अपने निवास कार्यालय में पत्रकार-वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने पत्रकार-वार्ता में बताया कि भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय राजमार्गों के 253 किलोमीटर लंबाई के उन्नयन एवं चौड़ीकरण के 18 कार्यों के लिए 3289 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। साथ ही भविष्य में प्रस्तावित 1006 किलोमीटर लंबाई के आठ कार्यों के सर्वेक्षण एवं डीपीआर के लिए 35 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के लिए इतनी बड़ी राशि का प्रावधान करने के लिए भारत सरकार तथा केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के प्रति आभार व्यक्त किया।
यूनिसेफ के सहयोग से स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में विकास कार्यों को मिलेगी गति, मनेन्द्रगढ़ - चिरमिरी - भरतपुर में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा
रायपुर- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सरगुजा संभाग में स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में विकास कार्यों को गति देने के लिए यूनिसेफ को आमंत्रित किया है। इस सहयोग के तहत यूनिसेफ मुख्य रूप से नवगठित जिला मनेन्द्रगढ़ - चिरमिरी - भरतपुर में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा।
जुलाई 2024 से जुलाई 2026 तक की इस द्विवर्षीय कार्यक्रम का शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री एवं मनेन्द्रगढ़ विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के अथक प्रयासों से किया जा रहा है। उनके मार्गदर्शन में इस परियोजना का वृहद क्रियान्वयन किया जाएगा।
यूनिसेफ मुख्य रूप से नवनिर्मित जिला मनेन्द्रगढ़ - चिरमिरी - भरतपुर में न केवल स्वास्थ्य एवं पोषण के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग प्रदान करेगा बल्कि स्वास्थ्य एवं पोषण को प्रभावित करने वाले अन्य घटकों जैसे शिक्षा, स्वच्छता, बाल संरक्षण एवं आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भी कार्य करेगा, जिसमें जिला स्तर पर सभी विभाग उचित वित्तीय एवं प्रशासनिक सहयोग प्रदान करेंगे।
इस परियोजना के माध्यम से सरगुजा संभाग विशेषकर जिला मनेन्द्रगढ़ - चिरमिरी - भरतपुर में स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यों को गति मिलेगी। बैठक में यूनिसेफ की ओर से प्रभारी राज्य प्रमुख विलियम हैनलोन , स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ गजेंद्र सिंह व पोषण विशेषज्ञ डॉ अपर्णा देशपांडे उपस्थित थे।
राजस्व मंत्री ने पेड़ लगाकर ‘‘एक पेड़ अपनी मां के नाम अभियान‘‘ की शुरुआत, स्कूलों, हॉस्पिटलों एवं आंगनबाड़ियों में अभियान चलाकर किया जाएगा वृहद
रायपुर- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मन की बात में देशवासियों से ’एक पेड़ मां के नाम’ लगाने के आह्वान पर आज राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने बलौदाबाजार के संयुक्त जिला कार्यालय परिसर में नीम पेड़ लगाकर जिले में अभियान की शुरुआत किया। उक्त कार्यक्रम का आयोजन वनमंडल बलौदाबाजार के द्वारा किया गया। इस दौरान नगर पालिका परिषद अध्यक्ष चित्तावर जायसवाल, कलेक्टर दीपक सोनी, डीएफओ मयंक अग्रवाल ने भी एक पेड़ अपनी मां के नाम पर रोपण किया।
कार्यक्रम में श्री वर्मा ने स्कूली बच्चों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने के लिए एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाने की अपील की। इसके साथ ही जिले के सभी स्कूलों, हॉस्पिटलों एवं आंगनबाड़ियों में अभियान चलाकर वृहद वृक्षारोपण करने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा है कि एक पेड़ मां के नाम के आह्वान से बच्चों का पर्यावरण से जुड़ाव बढ़ेगा। इसमें पालकों और शिक्षकों को शामिल करने से निश्चित ही बड़े पैमाने पर पौधरोपण हो सकेगा। चूंकि सभी मां के नाम पर पेड़ लगाएंगे अतएव इसकी रख-रखाव भी बड़ी जिम्मेदारी से हो सकेगी। ऐसे स्कूल जहाँ अहाता है, उनके किनारे-किनारे छायादार पेड़ जैसे नीम, गुलमोहर, करंज, अशोक, अर्जुन आदि लगाया जा सकता है। विद्यार्थी, शिक्षक तथा पालक अपने द्वारा लगाए गए पौधे का वृक्ष बनते तक पालन पोषण एवं सुरक्षा करेंगे। पौधारोपण हेतु उचित ऊँचाई के पौधे वन विभाग से प्राप्त किया जा सकता है। पौधारोपण हेतु उचित मापदण्ड के गड्ढे कराने तथा आवश्यक मात्रा में मिट्टी एवं खाद स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने कहा गया है। पौधरोपण शाला प्रवेश उत्सव के दौरान किया जाएगा। पौधरोपण के समय शिक्षक एवं छात्र-छात्राओं से पौधों को सुरक्षित रखने बाबत् शपथ ग्रहण भी कराएं जाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल, अपर कलेक्टर दीप्ति गौते सभी एसडीएम, सीईओ, सीएमओ सहित अन्य विभागों के जिला अधिकारी कर्मचारी गण उपस्थित रहें। इस दौरान सभी अधिकारी कर्मचारियों ने भी परिसर में एक पेड़ अपनी मां के नाम पर रोपण किया।
मुख्यमंत्री श्री साय से एशियन मेन्स इक्विप्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप के पदक विजेता खिलाड़ी जे. भागवत राव ने की सौजन्य मुलाकात
रायपुर- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से आज यहां उनके निवास कार्यालय में एशियन मेन्स इक्विप्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में तीन कांस्य पदक विजेता भिलाई के जे. भागवत राव ने सौजन्य मुलाकात की। श्री राव ने 5 से 11 मई को हांगकांग में आयोजित एशियन मेन्स इक्विप्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता के 66 किलोग्राम वर्ग में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर ओवरऑल तीसरा स्थान प्राप्त किया। वे इस प्रतियोगिता के तहत आयोजित स्कॉट प्रतियोगिता में कांस्य पदक, बेंच प्रेस में कांस्य पदक और डेडलिफ्ट स्पर्धा में भी कांस्य पदक हासिल किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी इस शानदार उपलब्धि ने प्रदेश को भी गौरवान्वित किया है। इससे उभरते हुए खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और युवाओं में भी खेल को अपना कैरियर बनाने एक सकारात्मक संदेश जाएगा।
पावरलिफ्टर खिलाड़ी भिलाई के जे. भागवत राव इंटरनेशनल और नेशनल प्रतियोगिताओं में लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। वे इससे पहले इंदौर में आयोजित फैडरेशन कप मेन्स पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक, आंध्र प्रदेश के संतपल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सीनियर मेन्स पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक, तमिलनाडु के कोयम्बतूर में आयोजित राष्ट्रिय जूनियर मेन्स पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक के आलावा कई प्रतियोगिताओं में भी पदक हासिल कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और आगामी प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएं भी दी।
Jul 04 2024, 12:30