जाने 21 जून को होने वाली खगोलीय घटना, क्यों बड़ा होता है दिन, और क्यों छोटी होती जाती है रातें
गोरखपुर । 21 जून साल का सबसे बड़ा दिन होता है, और इसके बाद धीरे धीरे दिन छोटे होते जाते हैं, और रातों की लम्बाई बढ़ती जाती है। खगोलविद अमर पाल सिंह ने बताया कि इस खगोलीय घटना को समर सॉलिस्टिस या ग्रीष्म संक्रान्ति कहा जाता है, जो कि जून में घटित होती है, यह पृथ्वी की गतियों के कारण कभी कभी 20 या 21 जून को पड़ता है इस बार यह 21 जून को होगा,जिस कारण से खास कर के उत्तरी गोलार्ध में पड़ने वाले देशों में निवास करने वाले लोगों के लिए यह दिन सबसे लम्बा दिन होता है, और दक्षिणी गोलार्ध में पड़ने वाले देशों के लिए सबसे छोटा दिन भी होता है।

क्यों होता है ऐसा _ खगोलविद अमर पाल ने बताया कि हमारी पृथ्वी अपने अक्ष पर 23.5 डिग्री झुकी हुई है, और इस झुकाब के साथ ही सूर्य के चारों ओर परिभ्रमण भी करती है, सूर्य का एक संपूर्ण चक्कर लगाने में लगने वाले समय को हम साल कहते हैं, जो कि साधारणतया 365 दिनों में या लीप वर्ष होने पर 366 दिनों में पूर्ण होता है, इस वार्षिक गति के दौरान कभी पृथ्वी सूर्य से दूर तो कभी पास से गुजरती है, जैसा कि हम जानते हैं कि पृथ्वी द्वारा सूर्य का चक्कर लगाने वाला पथ दीर्घब्रत्ताकार ( एलिप्टिकल) या अण्डाकार जैसा है, जिस कारण से पृथ्वी को सूर्य के पास और सूर्य से दूर होके गुजरना पड़ता है, इस दौरान पृथ्वी को अपने अक्ष पर घूमते हुए सूर्य का चक्कर भी लगाना पड़ता है इसी दौरान जब सूर्य की किरणें पृथ्वी के ट्रॉपिक ऑफ कैंसर ( कर्क रेखा) पर लगभग सीधी पड़ती हैं उसी कारण पृथ्वी के कुछ हिस्सों में दिन की अवधि में भी बड़ोतरी होती है, जिस कारण से उत्तरी गोलार्ध में पड़ने वाले देशों में 21 जून का दिन सबसे बड़ा दिन होता है।

क्या होता है समर सॉलिसटाईस _ खगोलविद ने बताया कि सॉलिस्टीस मूलतः लैटिन भाषा से लिया गया शब्द है, जो कि दो प्रमुख शब्दों से मिलकर बना हुआ है,सोल मतलब होता है सूर्य और स्टाइस मतलब होता है इस्थिर रहना, जिसका अर्थ  हुआ कि सूर्य का इस्थर सा होना, इस कारण से इसे ही नाम दिया गया है समर सॉलिस्टिस या ग्रीष्म संक्रान्ति, जो कि एक खगोलीय घटना होती है, इस दौरान पृथ्वी का अक्ष सूर्य की तरफ़ ज्यादा झुका होता है, जिस कारण से पृथ्वी का एक गोलार्ध सीधे सूर्य की ज्यादा रोशनी प्राप्त करता है, जिस दिन यह अपने चरम पर होता है, इसे ही खगोल विज्ञान की भाषा में ग्रीष्म संक्रान्ति के नाम से जाना जाता है , इस दौरान दिन की अवधि लगभग 13 घण्टे तक रहेगा।

बियर की दुकान का शटर तोड़ कर नगद और शराब की बोतलें चोरी
बेलघाट गोरखपुर। थाना क्षेत्र के बेलघाट कस्बे में स्थित एक बियर की दुकान का शटर तोड़ कर बीती रात अज्ञात चोरों ने एक लाख 61 हजार 160 रूपए नकद और दो बोतलें तथा 4 बियर के कैन चुरा लिए। आज सबेरे दुकान पर पहुंचने के बाद दुकानदार को घटना की जानकारी हुई। दुकान के मालिक चिलुवाताल थाना क्षेत्र के डोहरियां बाजार निवासी रामशब्द सिंह ने बेलघाट थाने में तहरीर देकर बताया कि दुकान पर रहने वाले मुनीम अवधेश मौर्या हमेशा की तरह बुधवार की रात 10:00 बजे दुकान बंद कर अपने घर चले गए थे।

आज सुबह जब दुकान खोलने पहुंचे तो दुकान के शटर का ताला टूटा हुआ था। दुकान के अंदर रखे हुए 2 दिन के बिक्री के एक लाख 61 हजार 160 रुपये नकद दो  बोतलें तथा चार कैन बियर भी गायब मिला। मुनीम ने घटना की सूचना बेलघाट पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। सूचना मिलते ही दुकान के मालिक भी मौके पर पहुंच गए।
एक बार फिर गर्जा बाबा का बुलडोजर, 30 करोड़ के कीमती जमीन को नगर निगम ने भूमाफियाओं से कराया खाली



गोरखपुर। लोकसभा चुनाव के दौरान शांत बैठा बाबा का बुलडोजर एक बार फिर गर्जना शुरू हो गया है। बबीना होटल के बगल में गाटा संख्या 361 की ढाई हजार स्क्वायर मीटर कमर्शियल जमीन पर आज नगर निगम का बुलडोजर चला। 







इस जमीन पर भूमाफियाओं ने पिछले कई साल से कब्जा कर रखा था। जमीन की कीमत तकरीबन 30 करोड़ बताई जा रही है। जमीन पर बने हुए निर्माण को आज बुलडोजर चलाकर नगर निगम ने जमीदोज कर दिया। इस जमीन पर नगर निगम कमर्शियल बिल्डिंग बनाएगा। अपर नगर आयुक्त निरंकार सिंह के नेतृत्व में नगर निगम शहरी क्षेत्र की तमाम ऐसी जमीनों को कब्जा मुक्त कराया गया जो पिछले कई सालों से भूमाफियाओं के कब्जे में थी।

भाजपा नेता अविजित जायसवाल उर्फ लवी ने केन्द्रीय राज्यमंत्री कमलेश पासवान से की मुलाकात

चौरी चौरा, गोरखपुर। चौरी चौरा के वरिष्ठ भाजपा नेता अभिजीत जायसवाल उर्फ लेवी ने वृहस्पतिवार को अपनी पत्नी आकांक्षा जायसवाल के साथ बांसगांव के सांसद एवं केंद्रीय राज्यमंत्री कमलेश पासवान से मुलाकात किया। और चौरी चौरा के विभिन्न मांगों को रखा।

अविजित जायसवाल उर्फ लवी ने कहा कि लोकसभा बांसगांव की जनता ने जीत दर्ज कराया है जिसमें चौरी चौरा विधानसभा का योगदान बहुत ही महत्वपूर्ण है। भाजपा नेता ने नगर पंचायत चौरी चौरा में में ओवरब्रिज के निर्माण को जल्द पूर्ण कराने का मांग किया और कहा कि मोदी के नेतृत्व में तीसरी बार सभी वर्गों का विकास कार्य होगा। जनता ने विकास को प्राथमिकता दिया है और एनडीए को एक बार फिर से बहुमत दिया है।

उन्होंने कहा कि यह हम सब लोगों के लिए गौरव की बात है कि अब बांसगांव लोकसभा के सांसद पूरे देश और बांसगांव का परचम लहराएंगे।

शिक्षा-चिकित्सा के क्षेत्र में प्रतिमान बनेंगी एमपी शिक्षा परिषद की संस्थाएं

गोरखपुर, 20 जून। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को अंगीकार करने में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की संस्थाएं अग्रणी रही हैं। अब इस शिक्षा नीति के आलोक में परिषद की संस्थाओं को शिक्षा एवं चिकित्सा के क्षेत्र में प्रतिमान बनाने के लिए परिषद के संरक्षक, गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 21 सूत्रीय मार्गदर्शक बिंदु तय किए हैं। इन मार्गदर्शक बिंदुओं पर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से अपनी संस्थाओं के लिए पांच दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

सीएम योगी की तरफ से जारी मार्गदर्शक बिंदुओं के अनुसार गोरक्षपीठ द्वारा स्थापित तथा महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की तरफ से संचालित संस्थाओं को अपनी विशिष्ट पहचान बनानी है। संस्थाध्यक्ष, प्राचार्य, निदेशक, प्रभारी को निष्पक्ष एवं पारदर्शी कार्यप्रणाली अपनाते हुए, संस्था को प्राथमिकता देते हुए स्वयं प्रतिमान बनना है। सीएम योगी का मानना है कि अनुशासन किसी भी संस्था की आत्मा है इसलिए सभी संस्थाओं में स्व अनुशासित परिसर संस्कृति का विकास होना चाहिए।

इसके अलावा उन्होंने टीम भावना से कार्य करने, विस्तृत कार्ययोजना एवं शैक्षिक पंचांग बनाकर इसके शत प्रतिशत क्रियान्वयन, महापुरुषों की जयंतियों पर अवकाश न कर कार्यक्रम करने, पुस्तकालय एवं प्रयोगशाला को अत्याधुनिक बनाने, पठन पाठन में नवाचार व अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग करने, स्वच्छता उपासना, व्यक्तित्व विकास, सामाजिक जागरूकता बढ़ाने, सत्रांत से पूर्व बीते सत्र की समीक्षा करने तथा हर दिन कुछ नया करने व सीखने को लेकर मार्गदर्शन जारी किया है।

इन सभी मार्गदर्शक बिंदुओं को लेकर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद ने 16 से 20 जून तक परिषद की सभी संस्थाओं प्रमुखों, पदाधिकारियों व सदस्यों के लिए शैक्षिक कार्यशाला का आयोजन किया।

16 जून को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के बीज वक्तव्य के बाद गुरु श्री गोरखनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आयुर्वेद कॉलेज), गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग और गुरु गोरखनाथ कृषिविज्ञान केंद्र की तरफ से दिए गए प्रस्तुतिकरण पर चर्चा हुई। 17 जून को दिग्विजयनाथ पीजी कॉलेज, एमपी पॉलिटेक्निक, एमपी पीजी कॉलेज जंगल धूसढ़, एमपी कृषक इंटर कॉलेज जंगल धूसढ़ एवं कृषि संकाय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की तरफ से प्रस्तुतिकरण दिया गया।

18 जून को गोरखनाथ संस्कृत विद्यापीठ, एमपी बालिका इंटर कॉलेज सिविल लाइंस, दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक माफी, एमपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बेतियाहाता, एमपी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, 19 जून को गोरक्षपीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय चौक बाजार महराजगंज, दिग्विजयनाथ इंटर कॉलेज चौक बाजार महराजगंज, दिग्विजयनाथ कन्या इंटर कॉलेज चौक बाजार, दिग्विजयनाथ एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय, आदिशक्ति मां पाटेश्वरी विद्यापीठ देवीपाटन, की प्रस्तुतियों पर चर्चा की गई। कार्यशाला के अंतिम दिन 20 जून को एमपी कन्या इंटर कॉलेज रमदत्तपुर, एमपी महिला पीजी कॉलेज रमदत्तपुर, दुलहिन जगरनाथ कुंवरी इंटर कॉलेज टेकुआटार कुशीनगर की प्रस्तुतियों के बाद संस्थाओं की मूल्यांकन प्रविधि पर चर्चा हुई। परिषद के अध्यक्ष प्रो. यूपी सिंह के अध्यक्षीय उद्बोधन से कार्यशाला का समापन हुआ।

उमस भरी गर्मी में अघोषित बिजली कटौती ने रूलाया,रात बीतने पर आई बिजली 4 घंटे भी नहीं रूकी

खजनी गोरखपुर।बीती रात तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के दौरान कटी बिजली सुबह तक नहीं आई, खराबी दूर करने के बाद लगभग 10 बजे के बाद बिजली की आपूर्ति पुनः बहाल हुई। लेकिन अपराह्न 2 बजे खजनी कस्बे में पोस्ट आॅफिस के समीप बिजली के पोल से धुंआं और चिंगारी निकलने लगी। सूचना मिलते ही तत्काल बिजली काट दी गई, कस्बे के लोग सहम उठे धुआं और चिंगारियां निकल रहे बिजली के पोल के समीप जाने से लोगों को रोका गया।

बता दें कि बीते दिनों इसी स्थान पर बिजली की चपेट में आ कर एक गर्भवती गाय की मौत हो गई थी। बिजली कटने के बाद स्थानीय जागरूक लोगों ने पोल के पास स्थित घर की छत पर चढ़ कर पानी फेंक कर बिजली के पोल पर सुलगती आग बुझाई।

यद्यपि बिजली विभाग के संविदा कर्मियों की सक्रियता से खराबी ठीक करने के लगभग 2 घंटे बाद ही बिजली की आपूर्ति पुनः बहाल कर दी गई।

किंतु उसके बाद भी बिजली का आना-जाना लगा रहा।उमस भरी चिपचिपी गर्मी से स्थानीय लोग बेहाल रहे।

वहीं पोल पर शार्ट सर्किट होने के बाद मौके पर मौजूद सुरेश शुक्ला, विष्णु मद्धेशिया, सल्लू मद्धेशिया, पंकज, मिंटू, विकास, राजेश गुप्ता, गोपाल मद्धेशिया, संतोष कसौधन, केशव सेठ, महेंद्र सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि कस्बे के मेन मार्केट में यह हमेशा की समस्या है बिजली विभाग की लापरवाही से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। जिससे निरपराध आम लोगों को अपनी जान से भी हांथ धोना पड़ सकता है।

नगर आयुक्त शहर में भ्रमण शील होकर चोक हुई नालियों को तुरंत साफ करने का दिया निर्देश

गोरखपुर। रात्रि में हुए बारिश को ध्यान में रखते हुए नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल शहर में भ्रमण शील होकर चोक हुई नालियों को तुरंत संबंधित अधिकारियों को साफ करने का दिया निर्देश सभी सहायक नगर आयुक्त को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण शील रहकर नालियों का बराबर सफाई कराए।

जिससे बरसात होने पर किसी भी नाली में पानी न रुकने पाए। देर रात्रि में हुई मूसलाधार बारिश से नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों का नगर आयुक्त निरीक्षण कर नगर आयुक्त शिवाय होटल के आगे पवित्र मैरिज लॉन के पास निरीक्षण के दौरान सहायक नगर आयुक्त सुरेंद्र सिंह एवं सफाई निरीक्षक रामविजय को बताया गया कि शिवाय होटल से अग्रसेन तिराहा तक नाला का निर्माण कार्य चल रहा है नाले में जगह-जगह मलबा एवं कूड़ा आदि भरा हुआ मिला है उसे तुरंत साफ कराए अवर अभियंता विवेकानंद को नाले का निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करा कर नाले पर स्लैब रखवाने हेतु निर्देशित किया नगर आयुक्त द्वारा सुमेर सागर रोड पर स्थित टीनघर पुलिया के पीछे के नाले का निरीक्षण के दौरान इस बड़े नाले में काफी ज्यादा मात्रा में कूड़ा प्लास्टिक बोतल आदि भरा हुआ मिला।

नाले के किनारे पटरी पर भी जगह-जगह काफी मात्रा में कूड़ा पड़ा हुआ पाया गया. साथ ही नाले के बगल में रामलीला मैदान की जमीन पर एवं नाले के दोनों तरफ कुछ लोगों द्वारा अतिक्रमण भी कर लिया गया है नगर आयुक्त ने अतिक्रमण को हटवाते हुए नाले की सफाई कराने के लिए निर्देशित किया बेतियाहाता में हनुमान मंदिर के आगे एवं महेवा चुंगी के पास चल रहे नाला सफाई कार्य का निरीक्षण कर बरसात को देखते हुए समस्त जोनल अधिकारी एवं सफाई निरीक्षक को अपने-अपने क्षेत्र में नालियों की नियमित सफाई कराते रहने एवं नालियों पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटवाने हेतु निर्देशित किया जिससे नाला जाम न होने पाए।

संपर्क मार्ग टूट-फूट कर जर्जर, दुश्वारियां झेल रहे लोग,निर्माण के बाद कभी नहीं हुई मरम्मत
सिकरीगंज गोरखपुर।कस्बे में स्थित बैरियर से इमलीडीह खुर्द, इमलीडीह बुजुर्ग गांव से होकर जाने वाला लगभग 300 मीटर लंबा संपर्क मार्ग टूट-फूट कर पूरी तरह से जर्जर और क्षतिग्रस्त हो चुका है। इस संपर्क मार्ग पर पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। उखड़ी गिट्टियां और बड़े गड्ढे मार्ग की दयनीय दशा खुद बयां करते हैं। स्थानीय लोगों में संजय, कुलदीप, असलम, जावेद, रमेश, मंजूर अली, मुस्तफा आदि ने बताया कि वर्षों पहले सड़क बनी लेकिन कभी इसकी मरम्मत नहीं हुई है।

लोगों ने बताया कि आए दिन सिकरीगंज कस्बे में जाम लगने पर संतकबीरनगर, गोला, उरूवां मार्ग की ओर जाने वाले यात्री अक्सर रूट डाइवर्जन होने पर इसी रोड से जाते हैं। इतना ही नहीं मुहर्रम और दुर्गा पूजा के समय भी जाम की समस्या से बचने के लिए इसी रोड से डाइवर्जन रूट का इस्तेमाल होता है। किंतु लगभग
300 मीटर से अधिक लंबा संपर्क मार्ग पूरी तरह छतिग्रस्त हो चुका है, वर्षों से मार्ग से होकर आने जाने वाले यात्रियों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है।
शिकायतों के बाद भी इस मार्ग की मरम्मत नहीं कराई गई है। बारिश आने वाली है और बची खुची रोड का अस्तित्व भी पानी भरने से खत्म हो जाएगा।
तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश से सुहावना हुआ मौसम
खजनी गोरखपुर।इलाके में बीती रात तेज हवाओं के साथ हुई झमाझम बारिश ने लोगों को बेतहाशा गर्मी से राहत पहुंचाई, वहीं किसानों के चेहरे खुशी से खिल उठे। सूरज की तेज तपिश भीषण गर्मी के कारण 43° से. तक पहुंच चुका पारा, झुलसाती गर्मी से बेहाल हो चुके लोगों को मौसम में आए अचानक इस बदलाव से बड़ी राहत मिली। वहीं मध्यरात्रि के बाद पारा लुढ़ककर 24° से. तक जा पहुंचा जिससे मौसम सुहावना हो गया।

स्थानीय किसानों में घिराऊ,मटेलू, अरविंद चौरसिया, गया प्रजापति, जोखन, राजकुमार आदि ने बताया कि गर्मी की सब्जियों की फसलें तथा धान की नर्सरी सूख रही थी। बारिश से बड़ी राहत मिली है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस विशेष: विश्व में क्रिया योग का प्रचार प्रसार करने वाले योगजनक परमहंस योगानंद का जाने इतिहास, कहा हुआ था जन्म
गोरखपुर। 21 जून को पूरे विश्व में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से बड़े ही हर्सोउल्लास के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष भी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को लेकर विभिन्न प्रकार की तैयारी की गई. दैनिक जीवन में योग क्रिया को अपनाकर हम अपने आप को निरोग रख सकते हैं।

योग के जनक कहे जाने वाले परमहंस योगानंद बीसवी सदी के एक आध्यात्मिक गुरु, योगी और संत के रूप में जाने जाते थे. उन्होंने अपने अनुयायियों को क्रिया योग उपदेश दिया था और पूरे विश्व में उसका प्रचार प्रसार किया. यूरोपीय देशों में योगानंद परमहंस की पूजा भी की जाती है. उनके हजारों लाखों की संख्या में अनुयायी है. उन्होंने अपने जीवन काल में कई ऐसे कार्य किए जिन्हें इतिहास के पन्नों में संजो कर रखा गया है।

परमहंस योगानंद का जन्म मुकुंद लाल घोष के रूप में 5 जनवरी 1893 में गोरखपुर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के पास स्थित एक मकान में हुआ था. योगानंद के पिता भगवती चरण घोष बंगाल नागपुर रेलवे में उपाध्यक्ष के समकक्ष पद पर कार्यरत थे. योगानंद अपने माता-पिता की चौथी संतान थे. उनके माता-पिता क्रिया योगी लाहिड़ी महाशय के शिष्य बताए जाते हैं. सन 1920 में उन्होंने अमेरिका के लिए प्रस्थान किया उन्होंने अपने अनुयायियों को क्रिया योग उपदेश दिया तथा पूरे विश्व में उसका प्रचार व प्रसार किया।

योगानंद के अनुसार क्रिया योग ईश्वर से साक्षात्कार की एक प्रभावी विधि है. इसके पालन से अपने जीवन को संवारा और ईश्वर की ओर अग्रसर किया जा सकता है. योगानंद प्रथम भारतीय गुरु माने जाते हैं. जिन्होंने अपने जीवन के कार्य को पश्चिम में किया. उन्होंने सम्पूर्ण अमेरिका में अनेक यात्राएं की. अपना जीवन व्याख्यान देने, लेखन तथा निरंतर विश्व व्यापी कार्य को दिशा देने में लगाया. अमेरिका सहित अन्य यूरोपीय देशों में उन्होंने युद्ध स्तर पर योग का प्रचार प्रसार किया. उनकी उत्कृष्ट आध्यात्मिक कृति योगी कथामृत की लाखों प्रतियां बिकीं. वह सर्वाधिक बिकने वाली आध्यात्मिक आत्मकथा रही है।