शिक्षक रजनीश कुमार की पिटाई मामले में नाम आने पर लोजपा (आर) प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्र की सफाई, इस मामले से मेरा नहीं है कोई लेना-देना
औरंगाबाद : जिले के दाउदनगर प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बलहमा में कार्यरत शिक्षक रजनीश कुमार के पिटाई मामले में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ प्रकाश चंद्र ने साफ कर दिया है कि उनका शिक्षक रजनीश कुमार मामले से कुछ भी लेना-देना नहीं है। उन पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं को वेबुनियाद और आधारहीन हैं। उन्होंने हमेशा से शिक्षकों का सम्मान किया है।
वे B.Ed कॉलेज चलाते हैं जहां शिक्षक निर्माण की पहली सीढ़ी है। उनके यहां शिक्षकों के सम्मान में हर वर्ष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उनकी नजरों में शिक्षक राष्ट्र निर्माता होते हैं। लेकिन जिस तरह से रजनीश कुमार उन पर भद्दे और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं यह कहीं से उचित नहीं है। वह शिक्षक की मर्यादा को तोड़ रहे हैं।
डॉ प्रकाश चंद्र ने कहा कि उन्हें रजनीश कुमार के मामले की कोई जानकारी नहीं थी। वह इतना छोटा और ओछा काम नहीं कर सकते। उनके पास छोटे और नेगेटिव कामों में उलझने के लिए समय बिल्कुल नहीं है। वह राष्ट्र की उन्नति और समाज की उन्नति के कार्य में हमेशा से लगे रहते हैं।
उन्होंने बताया कि वह आज से नहीं, पिछले कई वर्षों से लगातार समाज सेवा कर रहे हैं। जरूरतमंदों को मदद करते रहते हैं। आज तक उन्होंने कभी किसी का कोई नुकसान नहीं किया है। उन पर जो भी आरोप लगाए गए हैं वह राजनीति से प्रेरित है।
ज्ञात हो कि 2 दिन पहले शिक्षक रजनीश कुमार को बलहमा गांव में कुछ लोगों ने घेर कर पिटाई की थी। इस पिटाई के बाद शिक्षक रजनीश कुमार ने लोजपा नेता डॉ प्रकाश चंद्र पर आदमी भेज कर पिटाई करने का आरोप लगाया था। इस बात की सच्चाई जानने गई हमारी टीम को चौंकाने वाली जानकारी मिली है।
जिसमें बताया गया है कि झगड़े से पहले रात्रि में रास्ते से गाड़ी हटाने को लेकर डॉ प्रकाश चंद्र के गार्ड और रजनीश कुमार के बीच बहस हुई थी। जिसे प्रकाश चंद्र ने हस्तक्षेप करके मामला शांत कराया था। इस दौरान प्रकाश चंद्र ने रजनीश कुमार शिक्षक को हाथ जोड़कर नमस्कार भी किया था और सॉरी बोलकर आगे बढ़ गए थे। हालांकि उसी रात शिक्षक रजनीश कुमार लगभग अपने गांव से 2 - 3 किलोमीटर आगे तक उनकी गाड़ी को पीछा किया था। फिर भी वे लोग किसी तरह दाउदनगर वापस आ गए थे और इसकी शिकायत कहीं नहीं की थी।
दूसरे दिन रजनीश कुमार सोशल मीडिया पर हैंड्स ऑफ प्रकाश चंद्रा, जिसमें करीब 25 हजार सदस्य हैं के किसी सदस्य से बहस कर लिए और यह घटना मारपीट में बदल गई।
डॉ प्रकाश चंद्रा ने शिक्षक रजनिश कुमार के साथ हुई मारपीट की इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि सभ्य समाज में इस तरह की हरकतों के लिए कोई जगह नहीं है। डॉ प्रकाश चंद्र ने बताया कि यह मामला दो लोगों का बीच का था, जिसे रजनीश कुमार जातीय रंग दे रहे हैं। यह सरासर गलत है। उन्हें इस घटना के बारे में पता भी नहीं था।
उन्होंने बताया कि अगर हैंड्स ऑफ प्रकाश चंद्र से जुड़े कोई व्यक्ति कहीं कोई विवाद करता है या लड़ाई झगड़ा करता है तो उसमें प्रकाश चंद्र कहीं से कहीं दोषी नहीं है। अगर उनकी जानकारी में यह बात होती तो वह इस तरह की घटना होने ही नहीं देते।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
May 01 2024, 10:11