*मां विंध्यवासिनी दरबार में श्रद्धालुओं को मिलेगी बड़ी राहत, विविप द्वारा स्थाई मैट बिछाने का लिया गया निर्णय*

मिर्जापुर- मां विंध्यवासिनी दरबार में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को आजकल तेज धूप से काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंदिर जाने वाले चारों प्रमुख मार्गो पर कुछ दूरी तक स्थाई रूप से मैट बिछाने का निर्णय लिया है।

इस विषय में नगर मजिस्ट्रेट लाल बहादुर सिंह ने बताया की विन्ध्य विकास परिषद के कोष से चारों मार्गो पर बिछाए जाने के लिए आवश्यक मैट खरीदा जायेगा। चारों मार्गो कोतवाली, पक्का घाट, न्यू व्हीआईपी तथा पुरानी व्हीआईपी पर लगभग सौ सौ फीट जूट के मैट बिछाए जायेंगे। जिसपर थोड़े थोड़े समय पर पानी का छिड़काव किया जाएगा।

काशी विश्वनाथ मंदिर में भी यही व्यवस्था भक्तों के लिए की गई है। उसी तर्ज पर आम दर्शनार्थियों की सुविधाओं के दृष्टिगत यह व्यवस्था की जायेगी। इस व्यवस्था से जलते हुए पत्थरों पर नंगे पांव आने जाने वाले दर्शनार्थियों को राहत मिलेगी।

*धड़ल्ले से दौड़ रहे ओवरलोड बालू लदे वाहन, सड़क का निकल रहा कचूमर, जानें बिचौलिए और दलालों के साथ मिलकर कौन कर रहा खेल*

सोनभद्र- जिले के ओबरा तहसील स्थित ओबरा थर्मल पॉवर प्लांट अन्तर्गत दुसान कंपनी के ओबरा सी तापीय परियोजना के निर्माण कार्य में लाये जा रहे मटैरियल सप्लाई की आड़ में धड़ल्ले से अवैध ओवरलोड वाहनों के जरिए बालू इत्यादि का परिवहन किया जा रहा है। इससे इलाके की सड़कों का जहां कचूमर निकल जा रहा है तो वहीं सरकारी राजस्व को भी जमकर चपत लगाई जा रही है। यह सबकुछ बिचौलिए और दलालों के सह पर धड़ल्ले से होता आ रहा है। जिन्हें न तो शासन-प्रशासन का भय है और ना ही कायदे कानून का खौफ सबकुछ बिना किसी डर भय के होता हुआ आ रहा है।

ओबरा नगर के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों ने इस दिशा में शासन-प्रशासन का दरवाजा खटखटाने का मन बनाया है। लोगों का कहना है कि ओवरलोड बालू लदे वाहनों से आवागमन में जहां भय बना रहता है तो वहीं बालू इत्यादि के चलते लोगों को परेशानी भी हो रही है। राज्य में अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों का परिवहन प्रतिबंधित होने के बावजूद सीएम के आदेश को धता बताते हुए अवैध ओवरलोड वाहनो का संचालक बद्दस्तूर जारी है। जिला प्रशासन ओवरलोडिंग रोकने के लाख दावे करें किन्तु प्रशासन के इस दावे की हवा ओबरा सी परियोजना में जा रहे अवैध बालू लदे ओवरलोड वाहनों से ही निकल जा रही है। इस हकीकत को परियोजना के अंदर जाने वाले मार्ग और गेट के बाहर आसानी से देखा जा सकता है जो प्रशासन के सारे दावे की पोल खोल कर रख दें रहें हैं।

मजे की बात है कि इलाके में अचार संहिता को लेकर प्रशासन द्वारा जगह जगह पर चेकिंग के कड़े इंतजाम किये गए हैं बावजूद इसके ओवरलोड वाहनों का प्रवेश कैसे हो जा रहा है या ओवरलोडिंग का यह सबकुछ खेल किसके इशारे पर हो रहा है? यक्ष प्रश्न बना हुआ है। आश्चर्य की बात है कि परिवहन विभाग (आरटीओ) व जिला प्रशासन द्वारा हर माह लाखों रुपए के चालान भी किए जा रहे हैं। फिर भी प्रशासन व ओवरलोडिंग वाहन को लेकर चल रहा लुका-छीपी का खेल थमने के बजाए बदस्तूर जारी है।

बताते चलें कि ओबरा सी तापीय परियोजना के निर्माण कार्य में आने वाले अवैध बालू लदे वहनो में निर्धारित मानक से अधिक बालू लादकर परिवहन किया जा रहा है। इतना ही नहीं ओवरलोड वाहनों में कई वाहनों के नंबर प्लेट तक भी गायब हैं। जिसमें अंदेशा जताया जा रहा है कि बिना नंबर प्लेट वाले वाहनों से अवैध बालू का परिवहन भी किया जा रहा है। कुछ महीने पूर्व बिना नंबर प्लेट वाले ओवरलोड वाहनों से बालू परिवहन की शिकायत मिलने पर मौके पर पहुंची ओबरा पुलिस और वन विभाग की टीम ने ओबरा सी तापीय परियोजना में बालू लादकर जा रहे वाहनों की जांच शुरु कर दी थी। जांच शुरु होने की खबर मिलते ही कई वाहन चालक अपने वाहनों को जहां तहां छोड़कर मौके से भाग खड़े हुए थे। ऐसे में पुलिस ने कई घंटे तक जांच के दौरान कुछ वाहनों को पकड़कर ओबरा कोतवाली भी ले आई थी।

एक बार फिर ओबरा सी तापीय परियोजना में ओवरलोड बालू लदे वाहनों का संचालन लगातार जारी है। जिससे प्रशासन की ओवरलोडिंग के खिलाफ चलाए गए अभियान को भी पलीता लगता हुआ प्रतीत होने लगा है। दूसरी ओर ओबरा सी परियोजना में मैटेरियल्स सप्लाई की आड़ में बालू और गिट्टी का सालों से ओवरलोडिंग परिवहन की भी जांच करायें जाने को लेकर आवाज उठने लगी है। बताते चलें कि पूर्व में स्थानीय लोगों ने कई बार संबंधित अधिकारियों से शिकायत की थी जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों ने कार्यवाही भी की, लेकिन पुनः ओबरा सी तापीय परियोजना में बालू व गिट्टी का अवैध ओवरलोडिंग मैटैरियल्स सप्लाई का खेल बदस्तूर जारी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक ओवरलोड वाहनों की वजह से नगर की सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं जिन पर चलना लोगों के लिए दूभर हो चुका है। बताया गया है कि जिला प्रशासन की पहल पर शारदा मंदिर चौराहे से लेकर विप चौराहे तक करोड़ों रुपए की लागत से बनाई गई सीसी रोड सड़क के क्षतिग्रस्त होने का खतरा मंडराने लगा है।

सूत्रों की माने तो बिचौलिए और दलालों के साथ-साथ कुछ तथा कथित पत्रकार मिलकर इस ओवरलोडिंग के अवैध गोरख धंधे में कंपनी के लिए 'कंधा' बनकर मैनेजमेंट (कार्रवाई की दशा में मामला सलटाने हेतु) का कार्य कर रहे हैं। जिससे ओबरा सी परियोजना के अंदर प्रतिदिन ओवरलोड बालू लदे ट्रकों का खेल जारी है। मजे की बात है कि परियोजना के अधिकारियों की मिली भगत से ओवरलोड का खेल जारी है जिस पर वह भी चुप्पी साध रखें हैं।

ओवरलोडिंग से बिगड़ रही हैं सोनभद्र के सड़कों की सेहत

सोनभद्र में ओवरलोडिंग का खेल किसके इशारे से हो रहा है इस पर जहां कोई भी अधिकारी खुलकर बोलने से कतराता है वहीं सोनभद्र की सड़के बनते देर नहीं कि ओवरलोड के कारण गढ़ों में तब्दील होने को मजबूर हो रही हैं। एक तरफ सरकार बेहतर सड़कों का जाल बिछाने, बनाने में लगी हुई है तो दूसरी तरफ खननकर्ता छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश के रास्ते सोनभद्र में प्रवेश कर ओवरलोडिंग बड़े वाहनों के जरिए इसे बर्बाद करने में लगी हुई हैं।

*दुस्साहस: पुलिस बूथ से चंदकदमों पर तड़तड़ाई गोली, चार घायल*

जौनपुर- लंबे समय से शांत चल रहे केराकत कस्बे की आबोहवा में एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट की गूंज ने हलचल मचा दी है। शनिवार को तड़के एक नवनिर्मित मकान में गोली चलने की घटना में जहां चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, वहीं पुलिस चौकी से महज चंद कदमों की दूरी पर दिनदहाड़े गोली चलने की घटना से कस्बे में सनसनी फ़ैल गई है। गोली लगने से घायलों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के पश्चात चिकित्सक ने सभी को बेहतर उपचार के लिए वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया है।

बताते चलें कि केराकत कोतवाली क्षेत्र के सरायबीरु गांव निवासी दिवाकर सिंह का सरायबीरु चौराहे के समीप पहलवान बाबा मंदिर के पास मकान का निर्माण कार्य चल रहा है जहां टाइल्स लगाने में हुई गड़बड़ी को लेकर उनके बेटे से मिस्त्री से विवाद हो गया। आरोप है कि विवाद गहराने पर मिस्त्री ने फोन कर अपने गांव से काफी संख्या में लोगों को बुला लिया था। जो मौके पर पहुंचते ही ईंट पत्थर चलाने लगे थे। जब-तक लोग माजरा कुछ समझ पाते कि तड़ातड़ गोली चलने के साथ ही भगदड़ मच गई। मौके पर नवीन सिंह 21वर्ष पुत्र दिवाकर सिंह उर्फ गुड्डू, गौरव सिंह 26 पुत्र योगेश सिंह, अभिषेक सिंह पुत्र दिवाकर 25, पेट में गोली लगी है। सभी सरायबीरू निवासी गंभीर रूप से गोली लगने से ख़ून से लथपथ पड़े हुए थे। समीप में मिस्त्री अजय यादव पुत्र शंकर यादव 25 निवासी सुरहूरपुर भी पेट में गोली लगने से घायल पड़ा हुआ था। आनन फानन में सभी को उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केराकत ले जाया गया जहां से सभी की हालत गंभीर देखते हुए तत्काल ट्रामा सेंटर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया है।

पुलिस बूथ के समीप घटित इस घटना से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं। नवीन सिंह को सिर में गोली लगी है जबकि अन्य को पेट में गोली लगी है। बताया जा रहा है कि गौरव सिंह यहां अपने ननिहाल में रहते हैं उन्हें भी गोली लगी है। गोली चलने के बाद मौके पर केराकत कोतवाली प्रभारी, क्षेत्राधिकारी केराकत ने मयफोर्स पहुंच कर हमलावरों के धरपकड़ की दिशा में क़दम बढ़ाने के साथ ही जगह-जगह नाकेबंदी भी शुरू कर दिया था। घटना के बाद जिला मुख्यालय से आईं फोरेंसिक जांच टीम ने मौके का मौका मुआयना करते हुए जांच पड़ताल की है।

टाइल्स लगाने को लेकर उपजा विवाद

निर्माणाधीन मकान में टाइल्स लगाने में हुई गड़बड़ी घटना का कारण बनी है। चर्चा है कि ग़लत टाइल्स लगाने को लेकर कहासुनी होने पर बात बढ़ने लगी थी। इतने में मिस्त्री ने अपने गांव घर के लोगों को फोन कर कमरे में बंद किए जाने की बात बताते हुए फौरन मौके पर बुला लिया था। जिसपर कुछ ही देर में दर्जनों की संख्या में लोग जुट गए थे और देखते ही देखते ईट पत्थर के बाद गोलियां चलाने लगें थे। जिससे आसपास के लोग भी भयवश इधर-उधर दुबक लिए थे।

शो-पीस बनकर रह गया है पुलिस बूथ

केराकत कोतवाली क्षेत्र का सरायबीरु चौराहा कस्बे का महत्वपूर्ण चौराहा है जहां कई गांवों से होकर लोगों का आवागमन होता है तो वहीं आजमगढ़ जनपद के देवगांव, लालगंज सहित आजमगढ़ जाने के लिए इसी मार्ग से जाना पड़ता है। व्यस्ततम स्थल होने के साथ-साथ सुरक्षा के लिहाज से भी यह काफी चुनौतीपूर्ण चौराहा है। गौर करें तो तकरीबन दो दशक पूर्व सरायबीरु चौराहा और पहलवान बाबा मंदिर के निकट ही गोली चलने की घटना घटित हो चुकी है जिसमें एक मौत हो गई थी जबकि एक को बदमाशों ने चेतावनी स्वरूप पैर में गोली मारकर चलते बने थे। इन दोनों घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से कुछ समय बाद सरायबीरु चौराहा पर पुलिस बूथ खोला गया था ताकि सुरक्षा के साथ ही साथ निगरानी भी होती रहे। लेकिन देखा जाए तो यह पुलिस बूथ पुरी तरह से शो-पीस बनकर रह गया है। ज्यादातर यहां दलालों का ही जमावड़ा देखने को मिला करता है।

आंगनबाड़ी व प्राथमिक स्कूलों को भी योजना से किया जाए आच्छादित

मीरजापुर। सचिव नमामि गंगे ता ग्रामीण जलापूर्ति विभाग उप्र शासन, प्रबन्ध निदेशक, जल जीवन निगम ग्रामीण, उत्तर प्रदेश डां राजशेखर ने आयुक्त कार्यालय सभागार में मण्डलायुक्त डा मुथुकुमार स्वामी बी एवं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के साथ जन जीवन मिशन के सम्बंधित अधिकारी की बैठक कर परियोजना वार कार्य प्रगति की जानकारी ली।

इसके पूर्व मडलायुक्त व जिलाधिकारी द्वारा मोमेन्टों प्रदान का स्वागत व अभिनन्दन किया गया। बैठक में जनपद में कार्यरत मेघा एजेंसी के आंशिक जलापूर्ति पाया गया, उक्त् एजेंसी के द्वारा गलत रिपोर्टिग व उनके कार्यो में लापरवाही बरतने पर कार्यवाई के निर्देश दिये। बैठक में परियोजनावार इंटेकवेल, एसटीपी, पाइप बिछाने का कार्य, हाउस कनेक्शन, जलापूर्ति आदि कार्यो के बारे में बिन्दुवार जानकारी प्राप्त की। बैठक में इंटेकवेल में बांधो, डैम से लिये जाने वाले पानी की उपलब्धत एवं मांग के बारे में जानकारी ली गयी। इस दौरान बताया कि पयेजल हेतु 90 दिनों के लिये पानी डैम, बांधों में उपलब्ध है परन्तु सिंचाई के लिये पर्याप्त नहीं है। कार्यवाई संस्थाओं द्वारा ग्रामों में हाउस कनेक्शन एवं जलापूर्ति के बार में भी जानकारी प्राप्त की गयी।

इस दौरान प्रबन्ध निदेशक ने कहा ऐसे गांवों की सूची बनाई जाए जहां पर 20 घर, परिवार से वाले एवं 20 घर, परिवार से कम वाले मजरे दूरी अथवा किन्हीं अन्य कारणों से आच्छादित नहीं हा पा रहे हैं उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए, ताकि वहां पर भी जलापूर्ति हेतु कार्ययोजना बनाकर आच्छादित की जा सके। उन्होंने कहा कि परियोजना के तहत ग्रामों में स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों को भी आच्छादित किया जाए, वहां पर बनाये गये टंकी से पाइप लाइन को जोड़ा जाएं।

अधिकांश परियोजनाओं पर कार्यदाई संस्थाओं द्वारा बताया गया कि विद्युत आपूर्ति व बोल्टेज की समस्या के बारण परेशनियां आ रही है जिनके कारण मोटर ठीक से संचालित नहीं हो पा रही है। बताया गया कि यदि परियोजनाओं के लिये ही केवल व्यक्तिगत विद्युत फीडर, ट्रांसफार्मर दिया जाए ठीक से संचालित हो सकती है। इस दौरान विद्यत विभाग द्वारा बताया गया कि कुछ स्थानों पर व्यक्तिगत लाइन के लिये आवेदन किया गया था वहां दिया गया। शेष स्थानों पर कामन लाइन से जोडा गया है, वहां पर बोज्टेज सही करने के लिये ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की जा रही है। मेघा एजेंसी की सीडब्लूआर (भेडी) की जांच आख्या पर गलत रिपोर्टिंग पर कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये कार्यवाई के निर्देश दिये गये।

प्रबन्ध निदेशक द्वारा इस अवसर पर विशुन्दरपु में निर्माणाधीन एसटीपी का निरीक्षण कर कार्य के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। इसी प्रकार अपर खजुरी पहुॅचकर पानी का लेबल एवं उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने कहा कि परियोजना का उद्देश हर घर को पानी उपलब्ध कराना हैं जहां पर अभी परियोजना से पानी नहीं जा पा रहा है वहां पर टैक्रों के द्वारा पानी उपलब्ध कराई जाए ताकि गर्मी के दिनों में पेयजल की दिक्कत न होने पाएं। उन्होंने पशुओं, जीव जन्तुओं के लिये भी तालााबों, पोखरों को भरने का निर्देश दिया।

इस दौरान जिलाधिकारी पिंयंका निरंजन, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आलोक कुमार, संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, सहित अधिषासी अभियन्ता जल निगम, सिंचाई, विद्युत सहित अन्य एजेसी के अधिकारी उपस्थित रहे।

मीरजापुर: बारात से दो दिन पूर्व गायब युवक का भूसे के ढ़ेर में मिला शव, मचा हड़कंप

मीरजापुर। जिले के ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के नौगवां गांव में दो दिन पूर्व बरात से लापता हुए गांव निवासी युवक अजय कुमार प्रजापति 21 वर्ष का घर से करीब आधा किलोमीटर दूर शुक्रवार सुबह खलिहान में मड़ाई कर रखे हुए भूंसे के ढ़ेर में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिलने से हड़कंप मच गया है। सूचना पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन करने में जुट गई है।

परिजनों ने जताई हत्या की आशंका, मौके पर पहुंचे पुलिस के उच्चाधिकारी

गुरुवार को लापता युवक अजय कुमार के पिता पहलोदी ने बेटे की गुमशुदगी रिपोर्ट ड्रमंडगंज थाने में दर्ज कराई थी। दूसरे दिन सुबह खलिहान में रखे हुए भूंसे के ढ़ेर में उसकी लाश मिली है। जानकारी होते ही मौके पर ग्रामीणों की काफी संख्या में भीड़ जुट गई थी। बारात में गया अजय किन परिस्थितियों में गायब हुआ, उसकी मौत कैसे व किन परिस्थितियों में हुई, शव भूंसे के ढ़ेर में किसने छुपाए यह सबकुछ संदिग्ध बना हुआ है। हालांकि मामला हत्या से जोड़ कर देखा जा रहा है। मौके पर ड्रमंडगंज सहित हलिया थाने की पुलिस फोर्स जहां छानबीन करने में जुटी हुई है वहीं क्षेत्राधिकारी लालगंज शैलेन्द्र कुमार त्रिपाठी भी पहुंच कर पड़ताल करने में जुटे हुए थे।

शव को ले जाने की फिराक में जुटी पुलिस को ग्रामीणों ने खदेड़ा, अधिकारियों के आश्वासन पर हुए शांत

जिस भूंसे के ढ़ेर में अजय की लाश मिली है। वहां पर सुबह पहुंचे किसान भूंसे को बोरे में भर कर उसे खलिहान से घर ले जाने की तैयारी में जुटे हुए थे कि तभी अचानक भूंसे के ढ़ेर में आदमी का हाथ दिखाई दे जाने पर सभी वहां से शोर मचाते हुए भाग खड़े हुए थे। थोड़ी देर बाद मौके पर काफी संख्या में लोग एकत्र हो गए थे बाद में भूंसे के ढेर को हटाकर देखा तो उसमें युवक की खून से लथपथ लाश पड़ी हुई थी।

लाश मिलने की फौरन सूचना पुलिस को दी गई। उधर लाश मिलने की जानकारी होने पर बारात से 2 दिनों से गायक युवक के परिजन भी आशंका बस मौके पर पहुंच गए थे, जिन्होंने लाश को देखते ही अजय के रूप में उसकी पहचान करते हुए फूट-फूट कर रोने लगे थे। बताया जा रहा है कि अजय कुमार प्रजापति 21 वर्ष के पड़ोस में ही मंवई कलां, हलिया से नौगवां गांव में 24 अप्रैल 2024 की रात बारात आई हुई थी। बारात में घराती और बाराती पक्ष में किसी बात को लेकर मारपीट हो गई थी। बताया जा रहा है कि बाराती पक्ष की ओर से चाकू से प्रहार कर दिया गया था। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ था। उसी रात से अजय भी गायब होना बताया जा रहा है।

धारदार हथियार से हत्या की आशंका

जिस भूसे के देर के पास अजय की लाश मिली है उससे कुछ दूरी पर छुड़ा (धारदार हथियार) का मुठिया बरामद हुआ है। तो कुछ दूर तक खून के छींटें भी मिले हैं। जिससे प्रतीत होता है कि धारदार हथियार से हत्या की है। बहरहाल पुलिस छानबीन करने में जुटी हुई है। लाश मिलने की जानकारी होने पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने कड़ा अख्तियार करते हुए थाना प्रभारी को न केवल फटकार लगाई है, बल्कि अतिशीघ्र खुलासे का आश्वासन भी दिया है। हत्या की इस घटना से ग्रामीण इस कदर आक्रोशित हो उठे थे कि जैसे ही पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजना की तैयारी शुरू किया कि वैसे ही ग्रामीण आक्रोश से भर उठे थे और पुलिस को खदेड़ना शुरू कर दिया था। बाद में किसी प्रकार से उच्चाधिकारियों के समझाने बुझाने और कार्रवाई के आश्वासन पर शांत हुएं हैं तब जाकर पुलिस ने लाश को कब्जे में लिया है। मौके पर पुलिस अधीक्षक अभिनंदन, अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन ओपी सिंह, उपजिलाधिकारी लालगंज गुलाब चन्द्र, क्षेत्राधिकारी शैलेन्द्र त्रिपाठी इत्यादि मौजूद रहे हैं।

नारियल पानी के आड़ में गांजे की सप्लाई करने वाले गैंग का पदार्फाश

मीरजापुर। जिले के अहरौरा पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने नारियल पानी के आड़ में गांजे की सप्लाई करने वाले गैंग का पदार्फाश किया है। 45 लाख का 152 किलो गांजा डीसीएम ट्रक से कानपुर ले जाया जा रहा था सप्लाई करने.वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा गया है। पुलिस ने दो गांजा तस्कर को भी गिरफ्तार किया है एक प्रतापगढ़ का तो दूसरा उत्तराखण्ड के उधमपुर का रहने वाला है। पूछताछ में गांजा तस्करों ने बताया कि उड़ीसा से गांजा लाकर कानपुर के साथ आसपास जनपदों में महंगे दामों पर सप्लाई किया जाता था। फिलहाल पुलिस ने पूछताछ कर जेल भेज दिया है।

अपर पुलिस अधीक्षक आपरेशन व क्षेत्राधिकारी आपरेशन के नेतृत्व में थाना अहरौरा पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त पुलिस टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार को मुखबीर के सूचना के आधार थाना अहरौरा पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा सघन वाहन चेकिंग कर डीसीएम ट्रक में सवार 2 व्यक्तियों को पकड़ा गया। पकड़े गये लोगों द्वारा पूछताछ में अपना राम सिंह पुत्र छेदी लाल सिंह निवासी ग्राम जगदीशपुर थाना जेठवारा जनपद प्रतापगढ़ व धर्मवीर सिंह पुत्र हरेन्द्र पाल सिंह निवासी ग्राम बरी पोस्ट किच्छा थाना फुलवट्टा जनपद उधमपुर, उत्तराखण्ड बताया गया तथा डीसीएम ट्रक में कच्चे नारियल के पीछे छिपाकर गांजा रखा हुआ हैं।

पुलिस टीम द्वारा ट्रक की तलाशी ली गयी तो डीसीएम ट्रक में कच्चे नारियल के पीछे छिपाकर रखा हुआ कुल 152 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ। उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना अहरौरा पर एनडीपीएस एक्ट पंजीकृत कर गिरफ्तार गांजा तस्कर को जेल भेजा गया है तथा गांजा तस्करी में प्रयुक्त डीसीएम ट्रक वाहन संख्या: यूके 04 सीसी 0626 को अन्तर्गत धारा 207 एमवी एक्ट में सीज किया गया है। पकड़े गये अभियुक्तों द्वारा पूछताछ में बताया गया कि वे उड़ीसा प्रान्त के रायगढ़ा से डीसीएम ट्रक में कच्चे नारियल के पीछे छिपाकर गांजा लादकर कानपुर ले जा रहे थे। जहां से मांग के अनुसार आसपास के जनपदों में सप्लाई करते हैं। जिससे प्राप्त पैसे को आपस में बांटकर भौतिक सुख-सुविधाओं का लाभ लेते है।

इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं देने पर उपभोक्ता ने फांसी लगाकर आत्महत्या का किया प्रयास, महिला ने बचाया

मीरजापुर। हलिया स्थानीय थाना क्षेत्र के कस्बा निवासी राजकुमार मंगलवार की देर रात हथेड़ा गांव स्थित टीबीएस बाइक एजेंसी के सामने दरवाजे के रोशनदान में फांसी लगाकर आत्म हत्या करने का प्रयास किया, लेकिन मौके पर पहुंची महिला ने युवक को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया लेकर गयी ज़हां पर उपचार किया गया है।

 राजकुमार ने टीबीएस एजेंसी से एक बाइक खरीदा था और एजेंसी संचालक द्वारा बाइक का थर्ड पार्टी का इंश्योरेंस पॉलिसी दे दिया। उपभोक्ता बाइक का फर्स्ट पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए एजेंसी का चक्कर लगाता रहा लेकिन एजेंसी संचालक द्वारा आज कल कह कर दौड़ाया जा रहा था। इससे तंग होकर बाइक उपभोक्ता एजेंसी के सामने रस्सी के सहारे फांसी लगाकर जान देने को प्रयास किया, लेकिन एजेंसी के सामने की महिला सुशीला ने उपभोक्ता को फांसी के फंदे पर लटकता हुआ देखकर मौके पर पंंहुचकर उपभोक्ता को फांसी के फंदे से नीचे उतारकर शोर मचाया। 

मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने उपभोक्ता को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया लेकर आये ज़हां पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डाक्टर अवधेश कुमार ने उपभोक्ता का उपचार किया है। इस संबंध में उपभोक्ता की मां नचकी ने सुबह से थाने में तहरीर देकर नगद कैस से बाइक खरीदा था एजेंसी संचालक द्वारा बाइक का इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं दिये बाइक दुर्घटना में रिपेयरिंग के लिए शोरूम में एक हजार किलोमीटर ज्यादा चलाना दर्शाया है।बाइक बनवा लो पैसा हम देंगे लेकिन पैसा नही दिए जिससे बेटा राजकुमार डिप्रेशन में आकर एजेंसी के सामने फांसी लगाकर जान देना का प्रयास किया। तहरीर के माध्यम से एजेंसी संचालक विरुद्ध तहरीर देकर कार्रवाई की मांग किया है।

शादी में तमंचा लहराने व अश्लील डांस करने का वीडियो हुआ वायरल

जिगना, मीरजापुर। तमाम सख्ती के बाद भी तमंचा लहराने का शौक समाप्त नहीं हो रहा है तो सवाल भी खड़े हो रहे हैं कि अवैध तमंचा आ कहां से रहे हैं? विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र के महड़ौरा गांव में शादी समारोह में तमंचा लहराने व अश्लील डांस करने का वीडियो वायरल होने के बाद हडकंप मच गया है। वायरल वीडियो में तमंचा लहराकर मस्ती करने वाले युवकों की तलाश में पुलिस सक्रिय हो गई है।

हांलाकि वह पुलिस की पकड़ से दूर हैं। दरअसल यह पूरा मामला विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र के महड़ौरा गांव से जुड़ा हुआ है जहां बीती रात एक शादी समारोह में तमंचा लहराने व अश्लील डांस करने का वीडियो वायरल होने के बाद हडकंप मच गया। जब यह जानकारी पुलिस को हुई तो वायरल वीडियो में तमंचा लहराकर मस्ती करने वाले युवकों की तलाश में पुलिस सक्रिय हो गई है।

महिला यात्री ने रोडवेज बस कंडक्टर व चालक पर लगाया गहना चोरी का आरोप, जांच में जुटी पुलिस

मीरजापुर। कानपुर से आ रही रोडवेज बस में महिला यात्री के साथ ड्राइवर एवं कंडक्टर ने मिलकर की चोरी की वारदात को अंजाम दे डाला है। जानकारी होने पर महिला के पैरों तले जमीन खिसक गई। पीड़ित महिला अशिका द्विवेदी ने पुलिस अधीक्षक मीरजापुर से मिलकर शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता कानपुर से मीरजापुर बारात में शामिल होने आ रही थी। वह सोनभद्र की रहने वाली हैं, उनकी कानपुर में शादी हुई है जहां से वह मीरजापुर आ रही थी। उनके बैग में रखे गहने समेत लाखों के सामान चोरी कर ड्राइवर कंडक्टर फरार हो गये हैं।

पुलिस अधिक्षक मीरजापुर को दिये गये पत्र में अंशिका द्विवेदी पुत्री शशिकांत द्विवेदी दुधिया, मोकरसिम, सोनभद्र ने रोडवेज बस में ज्वेलरी व पैसा चोरी होने के संबंध में शिकायत करते हुए चालक परिचालक को आरोपित किया है। बताया कि उनकी शादी लगभग 1 वर्ष पहले कानपुर हुई थी। वह अपने ससुराल कानपुर से 20 अप्रैल 2024 दिन शनिवार को रात 11:30 बजे रोडवेज बस जो कि मिर्जापुर डिपो की थी जिसका नम्बर यूपी 78 एच टी 6049 है, से मिर्जापुर के लिए निकली थी। उनके पास एक ट्राली बैंग था जिसको उन्होंने अपने पास रखा था। आरोप है कि ड्राइवर व कन्डक्टर बैंग को जबरदस्ती दबाव बनाकर बैंग को अपने पास रखवा लिए और बोले कि परेशान न हो बैग की जिम्मेदारी उनकी है।

चालक जहां बैंग रखावाए थे वहीं एक आदमी बैठा हुआ था जो कि उनके बैग के उपर बार-बार पैर रख रहा था तथा बस के साउण्ड में अपने फोन को कनेक्ट करके तेज आवाज में गाना बजा रहा था और बार बार लाइट बंद कर रहा था। जब मिर्जापुर में 21 अप्रैल 2024 दिन रविवार को सुबह लगभग 7:00 बजे बस रूकी तब वह सोनभद्र के लिए दुसरी बस में बैठी तभी उन्होंने पानी निकालने के लिए बैग खोला तो बैग के उपर का चैन खुला व बैग कटा दिखाई दिया तो उन्होंने मउस समय ज्यादा ध्यान नहीं दिया और घर जाकर बैग खोली तो उसमें से पुरा ज्वेलरी और पैसा तथा कुछ कपड़े के साथ ही मेकअप का सामान गायब देख उनके पैरों तले जमीन खिंसक गई थी। महिला की फरियाद पर एसपी ने बताया है कि शिकायत मिली है छानबीन के बाद ही कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।

मीरजापुर: पेशकार ने निगला जहरीला पदार्थ, सीएचसी से रेफर

मीरजापुर। जिले के मड़िहान तहसीलदार में पेशकार रामसहाय सिंह ने बुधवार की सुबह तकरीबन नौ बजे जहरीला पदार्थ निगल लिया। जानकारी होते ही तहसील कर्मियों में अफरा-तफरी मच गयी। आनन फानन में उपचार के लिए उन्हें सीएचसी मड़िहान ले जाया गया। हालत बिगड़ने पर चिकित्सकों ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है। रामसहाय सिंह लगभग 25 वर्षो से मड़िहान तहसील में अर्दली से प्रमोशन होकर पेशकार पद पर थे। बताया गया कि सेवानिवृत्त होने में डेढ़ वर्ष का समय बचा हुआ था।

राजस्व परिषद अध्यक्ष डा. रजनीश दूबे का 18 अप्रैल को मड़िहान का निरीक्षण था। न्यायालय से फाइल पत्रावलियों के गायब होने के आरोप में कार्रवाई का दबाव बनाया जा रहा था। जिससे कई कर्मचारी आहत चल रहे हैं तो कुछ डिप्रेशन के शिकार हो गए हैं। हालांकि अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने से साफ कतराते नजर आएं हैं। पेशकार के इस कदम से तहसील कर्मियों में हड़कंचने के साथ-साथ अधिकारियों के प्रति आक्रोश भी देखा जा रहा है।