दलमा गज परियोजना में भीषण से वन्य जीव जंतु का झुलसे,डूमरडीह गांव ऊपर पितकी के ग्रामीण आग की डर से हैँ भयभीत

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में एक तरफ गर्मी दूसरी तरफ आग इसके साथ हीं पानी की किल्लत से वन्य जीव_जंतु भीषण गर्मी से तबाह् हैँ। भोजन और पानी की तलाश करते रहते भटक रहे हैँ। पेट का भूख और आग से बचने के लिए वन्य जीवजंतु आश्रय की तलाश में गांव म पहुंच जाते हैँ।

वन विभाग द्वारा आग पर काबू पाने के लिए फायर वाचार का टीम गठित किया गया। प्रत्येक टीम में 10 से 12 लोगो का टीम है। इन लोगो द्वारा आग की सूचना और वन पदाधिकारी की निर्देश पर आग को बुझाने जाते हैँ ।

दो दिनो से नीमडीह थाना क्षेत्र के डूमरडीह, ऊपर पितकी,खड़िया बस्ती में गुरुवार सुबह से भीषण आग धधक रहा है।आग गांव के जंगल की ऊपर तथा तराई में धू धू करते हुए आगे बढ़ रहा है ।

किसी की हिम्मत नही की आग के सामने ग्रामीण पहुंच पाए और आग पर काबू पाया जा सके । दलमा जंगल की तराई में बसे आदिवासी बहुल गांव डुमरडीह,ऊपर पितकी गांव के खड़िया बस्ती में आग प्रवेश कर गया था किसी प्रकार ग्रामीणों ने आग पर काबू पाया । 

आगजनी की सूचना स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग को दिया था परंतु इसके बावजूद भी फायर वाचार टीम को नही भेजा गया ।जिससे ग्रामीण रात्रि में पहरेदारी करते हुए रात काटा आज सुबह आग की रप्तार कुछ कम हुइ ।

 जैसे जैसे हवा 

चलने लगता उसी प्रकार आग फैलने लगता ।जिसे देखते हुए स्थानीय ग्रामीन। भयभीत रहने है की कही यह विशाल आग के चपेट में गांव को जला न दे ।

कइ बार गांव में आग लगा भी था।ग्रामीणों की सूज बुझ से गांव जलने से बच गया।वन एब पर्यावरण विभाग की लपरवाई के कारण आज जंगल में आग लगने की शिलशीला जारी हे।एक तरफ केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा जंगल और वन्य जीव जंतु की संरक्षण के लिए प्रति बर्ष करोड़ों रुपया मुहैया करते हे।फिर भी आग जनि जंगल में चले आरहा है।?

उत्तर पश्चिम के शुष्क हवाओं के कारण झारखंड में में हीटवेव 22 अप्रैल तक चलेगी।"


रांची: मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मौसमी गतिविधियों में अभी वर्तमान समय में उत्तर पश्चिमी शुष्क हवाओं का असर झारखंड में देखने को मिल रहा है इसके प्रभाव के कारण झारखंड के कोल्हान और संथाल में हीटवेव 22 अप्रैल तक चलेगी।

वहीं शेष जगह पर तापमान लगभग 40 डिग्री के करीब होगा रांची मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक के अनुसार 22 अप्रैल तक झारखंड में मौसम शुष्क होगा 20 अप्रैल तक उच्चतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की वृद्धि देखने को मिलेगी इसके तत्पश्चात इसमें कोई बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा।

 वहीं 22 अप्रैल तक झारखंड के कोल्हान संथाल इलाके में उष्ण लहर हीट वेव चलने की संभावना जताई जा रही है।

अभिषेक आनंद ने जानकारी दिया आने वाले समय रहे सावधान 

रांची मौसम विज्ञान केंद्र हीटवेव को लेकर आम जनों से एतिआत बरतने का उम्मीद करता है की देसी शीतल पेय का सेवन करें और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और भारी श्रमिक कार्य विशेष तौर पर सुबह के 11:00 से 3:00 तक करने से बचें अपने आप को हाइड्रेट रखें और बच्चे और बुजुर्ग पर विशेष ख्याल रखें।

सरायकेला :दलमा ईको सेंसिटिव क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन , धड़ल्ले से चल रहा है क्रेशर, वन एवं पर्यावरण खतरे में।





सरायकेला : कोल्हान के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के अधीन दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के गज परियोजना , दलमा ईको सेंसिटिव क्षेत्र में धड़ल्ले से अवैध पत्थर खनन, क्रेसर, इट्टा भट्टा, फ्लाई ऐश, आदि प्रतिबंधित सूची वाले कारोबार से वन्य प्राणी एवं जन जीवन खतरे में हैं।




आपको बता दें कि 2020 में दलमा तराई क्षेत्र के दर्जनों आदिवासी गांवों को ईको सेंसिटिव क्षेत्र किया गाया था। जिसके तहत दलमा तराई अंतर्गत पड़ने वाले क्षेत्र के गांवों पूर्वी सिंहभूमि के जमशेदपुर क्षेत्र सटे बोड़ाम सहित सरायकेला खरसावां - फदलोगोड़ा, कालीमंदिर, आसनबानी, बिरीगोडा, रामगढ़, कांदरबेड़ा, शहरबेड़ा, चिलगु, चाकुलिया, खोखरों, भूयाडीह, हारोड़ीह, धातकीडीह,सहित सभी ईको सेंसिटिव क्षेत्र के अंदर आते है। दलमा वन्य आश्रयणी के ईको सेंसिटिव क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन, पत्थर केसर, के अलावे फ्लाई ऐश, आयरन क्रासिंग ओर क्लिनिग मशीन , केसर के माध्यम से प्रोसेसर के दर्जनों प्लांट अवैध कारोबारियो और वन पदाधिकारियों की मिली भगत से अवैध रूप से चल रहे, स्थानीय स्टोन चिप्स उद्योगपति द्वारा अवैध पत्थर खनन में हेवी ड्रिल मशीन, जिलेट का प्रयोग ब्लास्ट कर पत्थर उत्खनन के दौरान धमाका इतने जोर से होता है की जीव जंतु तो प्रभावित हो रहे है। साथ में ग्रामीण भी दहशत के साए में है। इस मामले की शिकायत कई बार हुई लेकिन करवाई नही हुई । दलमा वन क्षेत्र वन प्रमंडल पदाधिकारी अभिषेक कुमार दूरभाष पर संपर्क उन्होंने कहा जांच होंगी । जिला खनन पदाधिकारी ज्योति शंकर सतपति ने कहा देखते है मामला क्या है।
कामदा एकादशी आज, भगवान विष्णु को लगाएं ये भोग,जीवन में होगा खुशियों का आगमन।

 एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया गया है। हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर कामदा एकादशी व्रत किया जाता है। इस बार यह तिथि 19 अप्रैल को है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा-व्रत करने का विधान है। 

मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में खुशियों का आगमन होता है। इस दिन पूजा करने के बाद भगवान को विशेष चीजों का भोग लगाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से साधक को सौभाग्य की प्राप्ति होती है और पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है। चलिए जानते हैं कामदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु के भोग में किन चीजों को शामिल करना फलदायी होता है।

भगवान विष्णु के भोग

भगवान विष्णु को केला प्रिय है। इसलिए आप पूजा के दौरान प्रभु को केला का भोग लगा सकते हैं। मान्यता है कि भोग में केला शामिल करने से धन से संबंधित समस्या से छुटकारा मिलता है। साथ ही कुंडली में से गुरु दोष का असर खत्म होता है।

कामदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग जरूर लगाना चाहिए। भोग में तुलसी दल को शामिल करना चाहिए। माना जाता है कि तुलसी दल के बिना भगवान भोग स्वीकार नहीं करते हैं।

इसके अलावा भोग में साबूदाने की खीर और मिठाई को शामिल कर सकते हैं। मान्यता है कि इन चीजों का भोग लगाने से प्रभु प्रसन्न होते हैं।

भोग मंत्र

त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये।

गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।

कामदा एकादशी 2024 का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का शुभारंभ 18 अप्रैल 2024 शाम 05 बजकर 31 मिनट पर था जिसका समापन 19 अप्रैल को संध्याकाल 08 बजकर 04 मिनट पर होगा। ऐसे में कामदा एकादशी व्रत 19 अप्रैल को किया जाएगा।

चाईबासा : जब तक "हो" भाषा को आठवीं अनुसूची में जगह न मिलेगी ,हर साल राष्ट्रीय स्तर पर दिल्ली में धरना देते रहेंगे हो समाज

सरैकेलाब: संपूर्ण हो समाज में सामाजिक,आर्थिक,शैक्षणिक और राजनीतिक जागरूकता फैलायेंगे । पूर्वजों ने आजाद भारत देश और अलग झारखंड राज्य की लड़ाई लड़ी । वह भी लंबी आंदोलन और बलिदान के बदौलत हासिल हुआ । इसी तरह एक न एक दिन "हो" भाषा को आठवीं अनुसूची में जगह मिल जाएगा । उक्त बातें आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय महासचिव श्री गब्बरसिंह हेब्रम ने चक्रधरपुर प्रखंड क्षेत्र के तुरामडीह-सरजोमहातु में सामाजिक जागरूकता अभियान के दौरान कहा । गब्बरसिंह ने ग्रामीणों से कहा कि पिछले बार आप सभी के सहयोग से भाषा आंदोलन का आवाज बुलंद हुआ था ।

 इस बार भी पुनः आदिवासी हो समाज युवा महासभा के तत्वाधान में राष्ट्रीय स्तर पर अगस्त माह के अंतराल में धरना-प्रदर्शन होगा । जो हो समाज मिलन समारोह उपरूम-जुमूर कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय स्तर पर घोषणा हो चुका है ।

 जिसमें गृह मंत्रालय,राजभाषा विभाग के अनुसार संसदीय संसदीय कार्य-प्रणाली पर भाषा के अगुवाओं तथा युवाओं के बीच सेमिनार आयोजन भी आदिवासी हो समाज युवा महासभा के नेतृत्व में होगी । युवा महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री इपिल सामड ने अभियान के दौरान ग्रामीणों को जानकारी दिया कि आदिवासी हो समाज महासभा की ओर से पर्व-त्योहार का एक घर- एक कैलेण्डर अभियान कार्यक्रम जारी है ।

 आप सभी महासभा का सदस्यता लें और सामाजिक एवं आर्थिक रूप से आदिवासी हो समाज महासभा को सहयोग करें । नेशनल आदिवासी रिवाईवल एसोशिसन के प्रतिनिधि ओएबन हेम्ब्रम ने जानकारी दिया कि भाषा-संस्कृति और पुरानी परंपरा विलुफ्त न हो इसके लिए हमलोग बनाम-रूतु का जगह-जगह पर कार्यक्रम चला रहे हैं ।

 युवा वर्ग जुड़ें और आनेवाले दिन में समाज का दारोमदार हमलोग ही होंगे । इसलिए आदिवासी हो समाज युवा महासभा के तत्वाधान में अन्य सामाजिक संगठन के सहयोग से चलने वाले विभिन्न सामाजिक गतिविधियों पर आप सभी समर्थन करें । इस अवसर पर आदिवासी हो समाज युवा महासभा के सदस्य विक्की सामड,अर्जुन हेम्ब्रम,सेवानिवृत संगठन सदस्य गुरा सामड,चरण सामड,महेश सामड,जगदीश सामड,जयराम सामड,मनोज सामड,सुनील सामड,गंगाराम सामड,गोलबेन सामड,लक्ष्मी सामड,गुलांची सामड,शंकारी सामड,तुलसी सामड,हिरन सामड,सुखमती सामड,बुलेट सामड,श्याम बंकिरा,मारूका सामड,चाड़ू सामड,सयोब सामड,मोटाय सामड,नरसिंह सामड आदि लोग मौजूद थे ।

कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मतदाताओं को किया जागरूक

सरायकेला : आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सरायकेला जिले के विभिन्न इलाकों में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।इसी क्रम में आज नुक्कड़ नाटक के माध्यम से छवि ड्रामेटिक आर्ट सोसाइटी की ओर से चांडिल प्रखंड के कमारगोड़ा में, लोक कला मंच के द्वारा कुचाई प्रखंड अंतर्गत गोमियाडीह एवं छोटा सेगई में लोकसभा चुनाव में अधिक से अधिक संख्या में मतदान करने के लिए आम लोगों को प्रेरित किया गया एवं शत प्रतिशत मतदान करने का आह्वान लोगों से किया गया।

मौके पर कलाकारों ने बहकावे में तुम कभी आना, सोच समझकर बटन दबाना, छोड़कर अपने सारे काम, पहले चलो करें मतदान, वोट देना गर्व है, जनता का यह पर्व है,का संदेश नाटक के माध्यम से दिया। नाटक के माध्यम से उपस्थित आम जन मानस को मतदाता के महत्व के बारे में समझाया और मतदाता जागरूकता से संबंधित पोस्टर बैनर प्रदर्शित किया गया।

ज्ञात हो कि लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर ज्यादा से ज्यादा मतदान करवाने के उद्देश्य से मतदान जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं जिसके अंतर्गत विभिन्न तरह के आयोजन कर मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है।पिछले लोकसभा चुनाव में जिन पोलिंग बूथ पर मतदान प्रतिशत कम रहा है, उनपर विशेष फोकस कर मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।इस दौरान ग्रामीणों ने उत्साहपूर्वक कार्यक्रम को सुना और ज्यादा से ज्यादा मतदान करने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में आम लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग कर एक सशक्त लोकतंत्र के निर्माण में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की गई।

स्वीप कार्यक्रम के तहत इचागढ़ एवं चांडिल प्रखंड में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया गया

सरायकेला : लोकतंत्र का महापर्व लोकसभा आम निर्वाचन 2024 के निमित्त स्वीप कार्यक्रम के तहत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में आज इचागढ़ प्रखंड के बांदु गांव में एवं चांडिल प्रखंड के चाँदूडीह गांव में मतदाता जागरूकता अभियान एवं शपथ ग्रहण अभियान चलाया गया, जिससे मतदाताओं को जागरूक किया जा सकें। इस अवसर पर लोकसभा चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए मतदाता जागरूकता कार्यक्रम स्वीप के तहत लोगों को जागरूक किया गया।

मौके पर सभी को लोकतांत्रिक देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते अपने मत का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अलावा मतदान के महत्व तथा निर्वाचन प्रणाली के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही 1950 वोटर हेल्पलाइन नंबर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि उनका नाम वोटर लिस्ट में दर्ज हो।

यदि किसी का नाम वोटर लिस्ट में नहीं है तो उसे बीएलओ के माध्यम से या वोटर हेल्प लाइन एप के माध्यम से फॉर्म 6 अवश्य भरने और प्रत्येक नागरिक को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। उन्हें शपथ दिलाई गई कि वे लोकतंत्र के इस महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। साथ ही अपने घरों व आस पड़ोस के लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने का हर संभव प्रयास करेंगे। साथ ही उन्हें अपने स्तर पर मतदाताओं को जागरूक करने लिए अपनी सकारात्मक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया गया।

मंत्री दीपक विरूवा ने इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी जोबा मांझी के चुनावी कार्यालय का किया उद्घाटन

चाईबासा: इंडिया गठबंधन की लोकसभा प्रत्याशी श्रीमती जोबा मांझी चुनावी कार्यालय का उद्घाटन किया ।इस अवसर पर संबोधित करते हुए मंत्री सह प्रभारी दीपक बिरुवा ने झारखंड से भाजपा मुक्त करने का आह्वान करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन पूरी गंभीरता से चुनाव जीत सुनिश्चित करने के लिए एक जुट हो गई है। हमारी जीत निश्चित है, इंडिया गठबंधन प्रत्याशी श्रीमती जोबा मांझी को जीतेगी मौके पर मौजूद प्रत्याशी श्रीमती जोबा मांझी ने अपनी हक, अधिकार एवं देश की संविधान को बचाए रखने के लिए अपने पक्ष में वोट करने की अपील की। मौके पर मौजूद मझगांव विधायक निरल पूर्ति, चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव, कांग्रेस विधायक सोनाराम सिंकु समेत अन्य वक्ताओं ने लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं में जोश भरते कहा कि आज देश भाजपा के नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की राह आसान नहीं है। देश का संविधान खतरे में है।

यहां के आंदोलनकारी, आदिवासी-मूलवासियों के हक-हुकूक व अधिकार खतरे में है। आज झारखंड में इंडिया गठबंधन सरकार द्वारा गांव, गरीब, किसान के तरक्की व उन्नति की योजना बनाने का काम किया जा रहा है। झारखंड के विकास के लिए किसी भी प्रकार की कमी नहीं होगी।

सभी वक्ताओं ने झारखंड से भाजपा मुक्त करने का आह्वान किया। इसके पूर्व कार्यकर्ताओं ने प्रत्याशी समेत अन्य अतिथियों का आतिशी स्वागत किया। इस दौरान झामुमो समर्थकों में काफी जोश देखी गई।

अतिथियों ने जगन्नाथपुर विधानसभा क्षेत्र के जगन्नाथपुर में लोकसभा चुनाव कार्यालय का विधिवत फीता काटकर शुभारंभ किया। मौके पर युवा नेता राजू लागुरी के नेतृत्व में दर्जनों युवकों ने झामुमो का दामन थामा। मौके पर जिप सदस्य लक्ष्मी सुरेन, झामुमो नेता बामिया मांझी, आंदोलनकारी ज्वाला कोड़ा, मंगल सिंह बोबोंगा, लक्ष्मी नारायण लागूरी, इजहार राही, सोनाराम देवगम, कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष नितिमा बारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर दास समेत काफी संख्या में समर्थक मौजूद रहे।

दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी में आग लगने से वन्य जीव जंतु का पलायन शुरु, हर साल इस समस्या से गुजरना पड़ता है वन्य जीव को

सरायकेला चांडिल अनुमंडल क्षेत्र स्थित दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी नीमडीह थाना क्षेत्र में पड़ने वाले दलमा गज परियोजना के एक् हिस्से में अग लग गयी है। इस् आग से जंगल की बीट ऊपर पितकी, बातकोमकोचा ,तनकोचा आसपास के जंगलों में दो दिनो से आग के कारण वन्य जीवजंतु जंगल छोड़कर तराई की ओर भाग रहे हैँ।

यह आग प्रत्येक वर्ष लग जाती है जिससे जीव जंतु का पलायन शुरु हो जाता है। गर्मी के दस्तक देते हीं जंगल में आग लगना शुरू हो गया । जंगल कोई प्रांत में आग बराबर लगते है, जंगल में आग लगने से कई प्रजाति के कीमती पौधे जल जाते हैँ। साथ ही हाथी की पोष्टिक भोजन जेसे घास, दूधीलता,शाल के पेड़, गलगल, पाईजन का पेड़ प्रति बर्ष नष्ट हो जाते हैँ जिसे गजराज का झुंड इस सेंचुरी से विगत तीन वर्षो से नदारद् रह रहा है।, प्रत्येक वर्ष गजराज की जनगणना भी होती है।परंतु गजराज का झुंड नही रहने पर वन विभाग द्वारा जन गणना में हाथी की उपस्थित नाही दरसा पाते हैँ।

भीषण गर्मी के समय आग पर काबू पाने के लिए वन विभाग द्वारा फायर वाचार का कई टीम बनाया गया जिसके द्वारा आग पर काबू पाने के लिए काम किया जाता है । गर्मी के दौरान कई तलाब् और जल स्रोत सूखने लग जाते हैँ। जिससे छोटे बड़े वन्य प्राणी को पानी और भोजन की तलाश रहती है ।

इस सेंचुरी में पोष्टिक भोजन की पर्याप्त मात्रा में नही मिलने के कारण कई वर्षो से गजराज का झुंड सेंचुरी से भटक कर सेंचुरी से सटे छोटे बड़े जंगल में आश्रय लिए हुए हैँ। आप को बता दू एक दशक था ,जब गज परियोजना में विभिन्न तलाब् और जल स्रोत में हाथी की झुंड को विचरण करते देखा जाता था । पर्यटकों के लिए उत्साह का माहौल बना रहता ,आज जो भी पर्यटक जंगल में सफारी करने पहुंचते है,जिसको हाथी की झुंड नही देखने को मिलता जिसे मकुला कोचा, चेकनाका में सिख्यात करते हे,एक भी वन्य जीव जंतु देखने को नही मिला ।

एक तरफ केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा वन एब पर्यावरण विभाग को करोड़ों रुपया जंगल और जंगली जीव जंतु की संरक्षण के लिए मुहैया करते है

आदिवासी मूलवासियों का उत्थान नहीं कर सकती झामुमो सरकार: सिंहभूम सांसद सह भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा


चाईबासा : झारखंड की निरंकुश व तानाशाह झामुमो सरकार को जवाब देने के लिए भाजपा को वोट करें। उक्त बाते सिंहभूम सांसद सह भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा ने कही। वे बुधवार को मझगांव विधानसभा के मंझारी प्रखंड में अपने जनसंपर्क अभियान के दौरान आम जनता से कही।  

श्रीमती कोड़ा ने कहा कि सिंहभूम की जनता भाजपा को वोटकर जेएमएम को करारा जवाब देगी। क्योंकि वह विकास के हर मोर्चे पर फेल है। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा अनुशंसित योजनाओं के लाभ को जनता तक पहुंचने में बाधा उत्पन्न करते रहे। जब मैने इसका विरोध किया तो मुझे विकास विरोधी कहा गया। सरकारी विरोधी तक कहा गया। लेकिन जनता की समस्या उठाना मेरा फर्ज है इसे निडरता से करती रहूंगी। मेरे काम के रास्ते में रोड़े अटकाये गये। मैने जनता के हित में कई अनुशंसाएं की थीं। इससे झामुमो वालों की ओछी मानसिकता उजागर होती है। अब तो वे लोगों को डराने धमकाने भी लगे हैं। वह हमेशा दबाव की राजनीति करती है।

विकास के हर मोर्चे पर झामुमो फेल

गीता कोड़ा ने कहा कि जेएमएम की सरकार विकास के हर मोरचे पर फेल है। गरीब गुरबों की आशाएं टूट गयीं। बेरोजगारी बढ़ गयी। लोग पलायन को विवश हैं। झामुमो वालों के पास कोई विजन नहीं है।  

केंद्र सरकार प्रधानमंत्री आवास की योजनाओं के पैसा झारखंड सरकार को भेजती है झारखंड सरकार उसे रोक देती है। कर परेशान कर रही है। एक ओर सरकार बिजली बिल माफ करने की बात कर रही है। लेकिन एक दो बल्ब जलाने पर भी लाभुको को हजारों का बिल थमा दिया जा रहा है। 

भाजपा सरकार में मिला है महिलाओं को सम्मान

गीता कोड़ा ने कहा कि भाजपा सरकार में महिलाओ को कई सम्मान दिये जा रहे है। महिला समूह के के खातों में सीधा पैसा पहुंच रहा है। जिससे महिलाए अपने अपने घर परिवार के साथ गांव का भी विकास कर रही है। जेएमएम की सरकार में कभी नहीं चाहा कि महिलाओं का विकास हो। महिलाए जब भी काम करना चाहते हैं, जेएमएम के विधायकों और उनके गुंडों द्वारा हमेशा काम पर बाधा डाला जाता है। जेएमएम की सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है।

 जेएमएम सरकार आदिवासी मूलवासियों का उत्थान नहीं कर सकती है। जेएमएम सरकार से पूछा जाना चाहिए कि पिछले 15 सालों में उन्होंने क्या काम किया है। श्रीमती कोड़ा ने कहा कि हो भाषा को द्वितीय राजभाषा का दर्जा दिलाने के लिए उनका भी समर्थन था। लेकिन सरकार ने आज तक एक भी हो भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की। हो भाषा को आठवी अनुसूची में शामिल करने की मांग रखने का काम भी मैने ही किया था। श्रीमती कोड़ा ने कहा कि मोदी जी हर वर्ग के लिए विकास के काम कर रहे हैं। 

आम जनता सावधान रहें झामुमो के लोग गलत प्रचार करेंगे और दिग्भ्रमित करेंगे। मोदी ने पेसा कानून को बनाकर जेएमएम सरकार को भेजा, लेकिन वर्तमान सरकार ने इसे लागू नहीं किया। और ना ही पांचवीं अनुसूची क्षेत्र के आदिवासी गांव की विकास के लिए राज्य की जेएमएम सरकार ने कोई सुझाव या मंतव्य भेजा। अगर जेएमएम सरकार के पास आदिवासी क्षेत्रों के विकास करने के लिए विजन होता तो पेसा की नियमावली को ड्राफ्ट कर केंद्र सरकार को भेज देता। गीता कोड़ा आज मंझारी के जलधर, टोन्टो, दोकट्टा, थई, पिंडगीसिंदरी, ईचाकुटी, एपिलसिंगी, उकुमादकम, बिदरी सहित कई गांवों का दौरा कर समर्थन मांगी। इस दौरान श्रीमती कोड़ा ने थाई मंदिर में पूजापाट भी की। 

इस दौरान भाजपा के मंझगांव पूर्व प्रत्याशी भूषण पार्ट पिंगुआ, अनिल बिरूली, जलधर मुंडा दीनबंधु सवैया, एसटी मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष सह मंझारी के पूर्व जिला परिषद जयपाल कुंकल, मुखिया सुरु कुई, जेना राम कुंकल, पांडू डोरीबुरू, निरल पूर्ति, महिला समूह की दीदी, मुंडा रामेश्वर कुंकल, जामदार सवैया, गुरुदेव पान, राजेश बोदरा, कमल दास, मंडल अध्यक्ष गुरचरण बंकिरा, पूर्व मंडल अध्यक्ष साधु चरण बिरुआ, बंशीधर प्रधान, महामंत्री रामचंद्र गोप, हरीश केसरी, कृष्ण बिरुआ, सोनाराम बिरुआ सहित अन्य लोग काफी संख्या में मौजूद थे।